नशीले पदार्थ बेचने के मामले में एक गिरफ्तार, 0.77 ग्राम नशीला पदार्थ बरामद
-किया गया न्यायालय में पेश
***********************************************************
***********************************************************
*******************************************************************
कनीना की आवाज। पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि थाना सदर कनीना की पुलिस टीम ने कनीना क्षेत्र में अवैध नशीले पदार्थ सहित एक आरोपित को पकड़ा है। आरोपित की पहचान लखन वासी भोजावास के रूप में हुई है। पुलिस ने आरोपित से 0.77 ग्राम स्मैक (नशीला पदार्थ) बरामद की है। पुलिस ने पता लगाया कि आरोपित अवैध नशीले पदार्थ बेचने का काम करता है।
जानकारी के मुताबिक एसपी नितिश अग्रवाल के दिशा-निर्देशों में अवैध नशीले पदार्थ बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए थाना सदर कनीना की पुलिस टीम ने कनीना क्षेत्र से एक युवक को अवैध नशीले पदार्थ सहित गिरफ्तार किया है। टीम को गुप्त सूचना मिली कि लखन अपनी मोटरसाइकिल सहित बवानिया से दौंगड़ा कच्चे रास्ते पर अवैध नशीला पदार्थ बेचने के लिए खड़ा है। अगर तुरंत रैड की जाए तो आरोपित को नशीले पदार्थ सहित पकड़ा जा सकता है। बतलाए हुए स्थान पर पुलिस की टीम द्वारा रैड की गई, वहां पर बाईक सहित खड़ा युवक पुलिस टीम को देखकर भागने लगा, जिसे काबू कर पूछताछ करने पर उसने अपना नाम लखन उपरोक्त बतलाया। आरोपित की तलाशी लेने पर उसकी जेब से बरामद माचिस बॉक्स में 7 पुडिय़ा नशीले पदार्थ की बरामद हुई। जिनका वजन करने पर 0.77 ग्राम स्मैक बरामद हुई। आरोपित के खिलाफ थाना सदर कनीना में एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया और बरामद अवैध नशीले पदार्थ को जब्त कर लिया गया। मामले में पुलिस ने आरोपित की बाइक को भी जब्त कर लिया। आरोपित को आज न्यायालय में पेश किया गया।
विश्व पर्यटन दिवस-27 सितंबर
कनीना खंड के तीन स्थानों को पर्यटक क्षेत्र घोषित कर दिया जाए
- सरकार को होगी आय, बढेंग़े रोजगार के अवसर
***********************************************************
***********************************************************
*******************************************************************
कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के तीन धार्मिक स्थलों को यदि पर्यटक क्षेत्र बना दिया जाए तो न केवल सरकार को आय होगी अपितु दूर-दराज तक क्षेत्र की ख्याति बढ़ेगी। इन क्षेत्रों में सेहलंग गांव का पहाड़ीवाला माता खीमज मंदिर, कनीना का संत शिरोमणि बाबा मोलडऩाथ आश्रम तथा बाघोत का बाघेश्वरी धाम। तीनों स्थलों पर समय-समय पर मेले लगते हैं तथा भारी भीड़ जुटती है, तीनों स्थलों तक बसों की सुविधा है तथा आवागमन आसानी से उपलब्ध हो सकता है। कनीना का संत शिरोमणि बाबा मोलडऩाथ आश्रम पुराने समय की याद दिलाता है, जब संत मोलडऩाथ अपने हाथों से पक्षियों को चुग्गा देते थे। यहां जाल के पेड़ों के नीचे रहते थे तथा प्राकृतिक तालाब जो आज भी मौजूद है, का जल प्रयोग करते थे। विक्रम संवत 2006 में उन्होंने प्राण त्यागे थे। तत्पश्चात से यह क्षेत्र संत शिरोमणि बाबा मोलडऩाथ के नाम से विख्यात है। वर्तमान में बाबा मोलडऩाथ आश्रम के पास कम से कम एक दर्जन विभिन्न धार्मिक स्थान बनाकर इसे दर्शनीय स्थल बना दिया। सबसे बड़ी विशेषता है बस स्टैंड के केवल 200 मीटर दूर है। बस स्टैंड और बाबा आश्रम के बीच विलायती कीकर को हटाकर भरत कर दिया जाए तो 200 मीटर दूरी पर ही उपलब्ध होगा। यहां फाल्गुन एकादशी को विख्यात मेला, ऊंट दौड़ एवं घुड़ दौड़, दंगल आदि लगते हैं।
प्राचीन इतिहास समेटे हुए बाघोश्वर धाम जिसका पूरे भारत भर में नाम प्रसिद्ध है कनीना से महज 13 किलोमीटर दूर स्थित है यहां पीपलाद ऋषि तथा राजा दिलीप एवं अन्य संतों व राजाओं की याद दिलाता है। इसका इतिहास 1680 वर्ष पुराना माना जाता है। हर सोमवार को ही नहीं अपितु वर्ष भर में दो बार शिवरात्रि एवं महाशिवरात्रि का मेला लगता है। अपार भीड़ जुटती है। इसे भी यदि पर्यटक क्षेत्र घोषित कर दिया जाए तो सरकार को आय होगी वही दूरदराज के लोग यहां आकर प्राचीन इतिहास का अवलोकन कर सकेंगे। संत मोलडऩाथ तथा बाघेश्वर धाम पर एक-एक शोध रूपी कृति भी कनीना के लेखक की प्रकाशित हो चुकी है। स्याणा का ढाब वाला मंदिर भी पौराणिक इतिहास समेटे हुए है। यह भी पर्यटक स्थल के लायक है।
उधर कनीना उपमंडल में एकमात्र पहाड़ी सेहलंग की है। जिस पर माता खीमज का मंदिर है यहां भी वर्षों से मेला भरता आ रहा है। अति रमणीक एवं पहाड़ी पर करीब 200 फीट ऊंचाई पर मंदिर स्थित है। जहां पर हर वर्ष मेला लगता है। कनीना से करीब 20 किलोमीटर दूरी पर यह पहाड़ी स्थिति है। यहां माघ शुक्ल सप्तमी को यहां भारी भीड़ जुड़ती और मेला लगता है। क्या कहते हैं भक्तजन-
कनीना, बाघोत और सेहलंग तीनों ही धार्मिक स्थल अति दर्शनी है। जिनको देखकर मन खुश होता है। तीनों स्थानों पर मेले लगते हैं तो ऐसे में क्यों नहीं से इन तीनों को पर्यटक स्थल घोषित कर दिया जाए। उन्होंने उम्मीद जताई कि बजट में किसी प्रकार का प्रावधान कर दिया जाए तो सरकार की आय बढ़ेगी और इन स्थानों के बारे में शोध कार्य भी चलेगा जो अपने आप में अहमियत रखता है।
---विजयपाल सेहलंगिया पूर्व प्राध्यापक
का कहना है कि जहां बाघोत में वर्ष में दो बार मेले लगते हैं तथा वर्षभर सोमवार को छोटे मेले लगते हैं, वही कनीना में फागुन की एकादशी को मेला लगता है जिसे शक्कर मेला नाम से जाना जाता। इन स्थानों पर को पर्यटक स्थल घोषित कर दिया जाए ताकि सरकार को आए हो सके और भारतवर्ष के लोग यहां आकर दर्शन कर पाएंगे।
------महाबीर पहलवान शिवभक्त
पर्यटन क्षेत्र घोषित होने से न केवल सरकार को आय होगी अपितु अनेकों लोगों को रोजगार मिलेगा। इन स्थलों का विकास होगा और शोध कार्यों के लिए भी ये क्षेत्र महत्वपूर्ण होंगे। उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए अविलंब यहां इन तीनों स्थलों को पर्यटन स्थल घोषित कर दे।
----डा ज्ञानचंद समाजसेवी
फोटो कैप्शन 10:बाबा मोलडऩाथ आश्रम,
09:बाघेश्वरी धाम
08:सेहलंग का माता मंदिर
साथ में महाबीर पहलवान, विजयपाल सेहलंगिया, डा ज्ञानचंद
बाजरे की हुई 7000 क्विंटल खरीद
-वर्षा के कारण रुकी हुई किसानों की हुई है खरीद
***********************************************************
***********************************************************
*******************************************************************
कनीना की आवाज। कनीना की पुरानी अनाज मंडी में जगह अभाव के चलते बाजरे की खरीद नई अनाज मंडी में शुरू हो गई है। कनीना की नई अनाज मंडी चेलावास में स्थित है, वर्षा के कारण जिन किसानों की खरीद नहीं हो पाई थी, उन किसानों की 7000 क्विंटल बाजरे की खरीद हुई है।
विस्तृत जानकारी देते हुए हैफेड के भरपूर सिंह ने बताया की बाजरे की खरीद जारी है। सभी संसाधन उपलब्ध है तथा नई अनाज मंडी में बाजरे की खरीद की जा रही है। उन्होंने बताया कि पहले दिन जहां वर्षा की कारण बाजरे की खरीद 30 क्विंटल की हो पाई थी शेष बचे हुए किसानों की बाजरे की खरीद मंगलवार को पूर्ण हुई जिसके चलते 7000 क्विंटल बाजरा किसानों से खरीदा गया। उन्होंने बताया कि बाजरे की खरीद में अब कोई दिक्कत नहीं आएगी।
कनीना व्यापार मंडल के उप प्रधान रविंद्र बंसल से खरीद के बारे में बात की तो उन्होंने बताया की खरीद सुचारु रूप से चल रही है और कोई दिक्कत नहीं है। उन्होंने बताया कि 48 के करीब आढ़तियों की रोटी रोजी अनाज की खरीद पर निर्भर करती है।
फोटो कैप्शन 7: बाजरे की नई अनाज मंडी में खरीद करते हुए।
शहीद सज्जन सिंह की 29वीं बरसी पर मनाया शौर्य दिवस
-हवन आयोजित कर, चिकित्सा शिविर भी लगाया
***********************************************************
***********************************************************
*******************************************************************
कनीना की आवाज। जलूरा शौर्य सम्मान समिति द्वारा 29वां शौर्य दिवस समारोह शहीद सूबेदार सज्जन सिंह,अशोक चक्र, सज्जन सिंह पार्क में धूमधाम से मनाया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ हवन यज्ञ के साथ शुरू हुआ। शहीद सूबेदार सज्जन सिंह को सेवा अधिकारियों ने गार्डन के साथ पुष्प चक्कर अर्पित कर सलामी दी।
समारोह में मुख्य अतिथि एनएसजी मानेसर के चीफ ब्रिगेडियर किशन सिंह मेहरा,सेना बार मेडल ने अपने संबोधन में कहा कि सूबेदार सज्जन सिंह एक महान योद्धा थे। उन्होंने आपरेशन रक्षक के दौरान बहादुरी का परिचय देते हुए अपनी टुकड़ी का नेतृत्व किया। तथा अंतिम सांस तक लड़ते हुए वीरगति को प्राप्त हुए।
उन्होंने शहीद सूबेदार सज्जन सिंह की धर्मपत्नी कौशल्या देवी को एक वीर नारी की संज्ञा देते हुए कहा ऐसी महान मातृशक्ति पर हमें गर्व है।
सम्मान समारोह में विशिष्ट अतिथि भारत तिब्बत सीमा पुलिस के जाटूसाना सेंटर के कमांडेंट अशोक कुमार यादव केंद्र के मैस का नाम रेजांगला के नाम पर रखने की घोषणा की तथा हर वर्ष जलूरा समारोह में गार्ड भेजने की घोषणा की। उन्होंने कार्यक्रम पंच प्राण प्रतिष्ठा के अंतर्गत शहीदों के गांव की मिट्टी एकत्र करवाई तथा मातृभूमि के प्रति वफादारी की शपथ दिलवाई।
कार्यक्रम में सेवानिवृत्ति ब्रिगेडियर करतार सिंह यादव ने कहा कि वह इस क्षेत्र में सैनिक अकादमी बनाने के लिए अपना सहयोग करेंगे ,नगर पालिका के पूर्व प्रधान राजेंद्र सिंह लोढ़ा ने कहा कि वे इस क्षेत्र के हर जात बिरादरी के विद्यार्थी को एनडीए की पढ़ाई के लिए निशुल्क समुचित अवसर देंगे तथा उसके चयन के बाद उससे उसका पारिश्रमिक लिया जाएगा।
कार्यक्रम में राजकीय कन्या उच्च विद्यालय कनीना की छात्राओं ने स्वागत गीत वह भारत वंदना के साथ कार्यक्रम की शुरुआत की ,पुलवामा के शहीदों के नाम एक भाव विभोर कर देने वाला देश भक्ति गीत प्रस्तुत किया तथा राष्ट्रभक्ति से भरा गीत जलवा तेरा जलवा तथा मेरा रंग दे बसंती चोला प्रस्तुत किया। कार्यक्रम जलवा तेरा जलवा ने दर्शकों की वाही वाही बटोरी,दूसरी कक्षा की छात्रा याचना ने फिर भी दिल है हिंदुस्तानी की मनोहारी प्रस्तुति दी।
शौर्य समिति के संरक्षक मेजर डॉक्टर टीसी राव ने अहीर रेजिमेंट की स्थापना की जोरदार मांग की। इस मौके पर आपरेशन रक्षक की दस शहीद विरांगनाओं को भी सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का संचालन कनीना कन्या उच्च विद्यालय के हेड मास्टर नरेश कौशिक ने किया कार्यक्रम के दौरान वरिष्ठ चिकित्सा विशेषज्ञों की देखरेख में एक फ्री मेडिकल चेक अप कैंप लगाया गया जिसमें क्षेत्र के करीब 200 लोगों ने अपना परीक्षण करवाया व मुफ्त दवाई प्राप्त की। समारोह के अंत में सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करने वाले विद्यार्थियों व अतिथियों को समृद्धि चिन्ह देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि की धर्मपत्नी मीना मेहरा ने कार्यक्रम की अध्यक्ष एवं सूबेदार सज्जन सिंह की धर्मपत्नी कौशल्या देवी को शाल एवं स्मृति चिन्ह देखकर सम्मानित किया
कार्यक्रम में जाटूसाना सेंटर के रिटायर्ड कमांडेंट सुरेंद्र सिंह सहरावत ,रेजांगला शौर्य समिति के अध्यक्ष कर्नल रणवीर सिंह ,एडवोकेट नरेश चौहान ,करनल रणवीर सिंह सुलेदा,करनल विश्वनाथ सिंह ,कनीना के पूर्व प्रधान मास्टर दलीप सिंह ,रिटायर्ड हेडमास्टर रतन सिंह ,हेडमास्टर नरेश कौशिक ,रिटायर्ड मुख्य शिक्षक सुरेंद्र सिंह यादव ,सेवानिवृत कर्नल ओपी यादव कैप्टन रामचंद्र हवलदार निहाल सिंह कैप्टन सुमेर सिंह ,कैप्टन चंदन सिंह ,एसएमसी प्रधान सावित्री देवी ,हेमलता ,शालिनी प्रधान, शीला देवी ,संदीप कुमार.राकेश कुमार, शीतल चौहान आदि भारी संख्या में जन मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 06: अतिथियों को स्मृति चिह्न भेंट करते हुए सेना के पूर्व अधिकारी।
अंतिम सांस तक लड़ते हुए शहीद हुये थे सज्जन सिंह
-राष्ट्रपति ने दिया था उनकी पत्नी को अशोक चक्र
***********************************************************
***********************************************************
*******************************************************************
कनीना की आवाज। कनीना कस्बा के अशोक चक्र से सम्मानित शहीद सज्जन सिंह ने अपने प्राणों की आहुति देकर कई देशद्रोहियों को मार गिराया। वे अंतिम सांस तक दुश्मनों से लउ़ते रहे और देश के लिए शहीद हुए। उनकी बहादुरी पर राष्ट्रपति द्वारा मरणोपरांत अशोक चक्र से उनकी पत्नी कौशिल्या देवी को प्रदान किया था।
जिला महेंद्रगढ़ के कनीना कस्बा में 30 मार्च 1953 में मंगल सिंह-सरती देवी के साधारण परिवार में जन्म लिया। जन्म से ही वे अति कुशाग्र बुुद्धि के धनी थे जिसके चलते वे जब कनीना के राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में शिक्षा ग्रहण करते हुए 27 मई1971 में 13 कुमाऊं रेजिमेंट की बच्चा कंपनी में भर्ती हो गए।
उनकी वीरता को देखते हुए 26 सितंबर 1994 को उन्हें जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा क्षेत्र में उग्रवादियों की तलाश में भेजे गए। उन्हें अपनी टुकड़ी के कमांडर की भूमिका दी थी। उनकी टुकड़ी उग्रवादियों का पीछा करते हुए उनके करीब पहुंच गए। उग्रवादी घात लगाए बैठे थे कि टुकड़ी उनकी ओर ही बढ़ रही थी। जब सूबेदार सज्जन सिंह की नजर उग्रवादियों पर पड़ी तो वे आगे बढ़ते हुए उनसे जा भिड़े ताकि पूरी टुकड़ी की जान बचाई जा सके। महज उग्रवादियों से 15 मीटर दूरी पर भीषण युद्ध चला। उग्रवादियों के पास भारी मात्रा में गोले, हथियार आदि होने के कारण तथा उनकी संख्या अधिक होने के कारण शहीद सज्जन सिंह छह उग्रवादियों को अकेने ही मार गिराने में सफल हो गए थे किंतु एक और उग्रवादी घात लगाकर बैठा हुआ था जिसकी गोली सूबेदार सज्जन सिंह के सिर में लगी। गोली सिर के पार गुजर गई किंतु उस उग्रवादी को भी मार गिराया।
इस प्रकार सूबेदार सज्जन सिंह ने अपनी जान पर खेलते हुए पूरी टुकड़ी के प्राणों की रक्षा की। उनकी बहादुरी एवं वीरता पर तत्कालीन राष्ट्रपति डा शंकर दयाल शर्मा ने मरणोपरांत उनकी पत्नी कौशिल्या देवी को 26 जनवरी 1995 को अशोक चक्र से नवाजा जो शांति समय का सबसे बड़ा पुरस्कार होता है। ऐसे वीरों एवं देशभक्तों पर समस्त राष्ट्र को नाज है। कनीना के बाबा मोलडऩाथ आश्रम स्थित पार्क में शहीद की प्रतिमा लगी हुई है जो आने वाली पीढिय़ों को प्रेरणा का काम करती रहेगी। उनकी बरसी पर प्रत्येक वर्ष उन्हेें दूर दराज से आए सैनिक एवं वीर याद करते हैं।
शहीद सज्जन सिंह अपने पीछे दो पुत्रियां एवं एक पुत्र छोड़ गए थे। तीनों ही सदस्यों की शादी हो चुकी हैं तथा अपना अपना कारोबार चला रहे हैं। उनकी पत्नी कौशिल्या देवी अपने पति की कुर्बानी को याद करके रो पड़ती हैं।
फोटो कैप्शन: शहीद सज्जन सिंह।
पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी ने किया स्कूल का दौरा
--शैक्षिक विकास कार्यों की चर्चा की
***********************************************************
***********************************************************
*******************************************************************
कनीना की आवाज। सेवानिवृत्त जिला शिक्षा अधिकारी एवं शिक्षाविद धर्मवीर बलडोदिया ने सोमवार को राजकीय कन्या उच्च विद्यालय कनीना का दौरा किया तथा शिक्षकों एवं विद्यार्थियों से उनकी शैक्षिक एवं सांस्कृतिक गतिविधियों पर चर्चा की। उन्होंने जालूरा शौर्य महोत्सव के लिए रिहर्सल कर रही विद्यार्थियों से बात की तथा राष्ट्रभक्ति व शहीदों के अनेक संस्मरण भी सुनाए।
उन्होंने शिक्षकों का आह्वान किया कि वे विद्यार्थियों की छिपी प्रतिभा को पहचाने व उन्हें आगे बढऩे के समुचित अवसर दें क्योंकि इस क्षेत्र में अनेक प्रतिभाएं छिपी हैं जो सिर्फ एक अवसर के इंतजार में है। विद्यालय के मुख्य अध्यापक नरेश कौशिक ने पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी का स्वागत किया तथा उनके द्वारा बतौर डाइट प्राचार्य किए गए शैक्षिक विकास कार्यों की चर्चा की। इस अवसर पर वरिष्ठ शिक्षक कैलाश ,राजेश शास्त्री ,शीला देवी शालिनी प्रधान ,राकेश कुमार डीपी, संदीप कुमार,शीतल चौहान ,कश्मीरी निमल, एसएमसी सदस्य हेमलता सहित समस्त स्टाफ सदस्य उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 04: स्कूल का दौरा करते पूर्व डीइओ श्री बलडोदिया।
साधू समाज के सच्चे हीरे थे ब्रह्मचारी कृष्णानंद महाराज -स्वामी धर्मदेव
-संत कृष्णानंद की मौत पर जताया शोक
***********************************************************
***********************************************************
*******************************************************************
कनीना की आवाज। ब्रह्मचारी कृष्णानंद महाराज साधू संत समाज के हीरे थे जिनको समाज कभी भुला नहीं सकता और उनकी कमी समाज में हमेशा बनी रहेगी। यह कहना है महामंडलेश्वर स्वामी धर्मदेव महाराज पटौदी का।
उन्होंने कृष्णानंद महाराज आश्रम में पहुंच उनके अनुयायियों को व्यक्त किये और स्वामी को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि संत शरीर से अवश्य ही दूर हो जाते हैं लेकिन सच्चे संत सूक्ष्म शरीर से इस दुनिया में हमेशा विराजमान रहते हैं और समाज को सही मार्गदर्शन करते हुए समाज की भलाई के कार्य करते हैं। स्वामी जी आश्रम के पत्ते पत्ते में विराजमान है, बस केवल उनको आत्मज्ञान की आंखों से देखने की जरूरत है। वो कल भी हमारे साथ थे आज भी हमारे साथ है और आगे भी हमारे साथ रहेंगे और हमारे शुभ तथा अशुभ कर्मों को देख रहेंगे।
कृष्णानंद जी महाराज गांव धनौंदा के एक परिवार में जन्मे थे और संत थे जिन्होंने मात्र 4 वर्ष की आयु में घर बार छोड़ दिया था और संतों की शरण में जाकर परमात्मा की भक्ति की। कृष्णानंद एक आश्रम की स्थापना कर उसमें हजारों वृक्ष लगाए। स्वयं अस्वस्थ रहते हुए भी आए दिन लोगों को सुबह 08 बजे से 10 बजे तक उनकी सेवा करते थे। उनका चला जाना इस क्षेत्र की सबसे बड़ी क्षति है जिसे कभी पूरा नहीं किया जा सकता। इस अवसर पर उनके साथ मार्केट कमेटी के पूर्व अध्यक्ष ठाकुर रतन सिंह तंवर, समाजसेवी राजेंद्र नंबरदार, पूर्व पंच घनश्याम सिंह के अलावा भक्त मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 05: महामंडलेश्वर धर्मदेव पटौदी कृष्णानंद आश्रम में संत कृष्णानंद के पंचतत्व में विलीन होने के बाद शोक जताते हुए।
बार एसोसिएशन ने रखा एक दिन का वर्क सस्पेंड
***********************************************************
***********************************************************
*******************************************************************
कनीना की आवाज। बार एसोसिएशन कनीना के सभी अधिवक्ताओं की एक आम मीटिंग प्रधान ओपी रामबास की अध्यक्षता में हुई जिसमें मुक्तसर साहिब बार एसोसिएशन के अधिवक्ता के साथ हुए दुव्र्यवहार और मार पिटाई को लेकर बार काउंसिल पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट के आह्वान पर वकील साथी के साथ हुए अत्याचार पर रोष प्रकट करते हुए आज का वर्क सस्पेंड किया । बार प्रधान आप रामदास ने कहा कि वकील साथी के साथ वह अत्याचार गलत है किसी भी अधिवक्ता के साथ किसी भी तरह का कोई दुव्र्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस अवसर पर बार एसोसिएशन के प्रधान ओपी रामबास वरिष्ठ अधिवक्ता कृष्ण यादव, कंवर सिंह यादव, पूर्व प्रधान दीपक चौधरी, हरीश गाहड़ा, उप प्रधान विक्रम यादव, सचिव अभिषेक यादव, दिनेश यादव, योगेश गुप्ता, अनिल शर्मा, सतीश ढाणा, गिरवर कौशिक, परविंद्र सिंह, विजय, सुभाष शर्मा, मनोज शर्मा, सुनील ककराला, संदीप सिंह, नवीन कौशिक इत्यादि अधिवक्ता मौजूद रहे।
चुनावी तैनाती का पारिश्रमिक नकद न दिए जाने का रोष
-करीब एक साल बीत जाने पर भी नहीं मिला पारिश्रमिक
*********
**************************************************
***********************************************************
*******************************************************************
कनीना की आवाज। करीब एक वर्ष पूर्व एक और जहां शिक्षा विभाग के लगभग सभी शिक्षकों को चुनावी तैनाती में लिया गया था किंतु शिक्षकों को इस बार पंचायत चुनाव में पारिश्रमिक नकद न दिए जाने का भारी रोष पनप रहा है। शिक्षकों का कहना है कि विगत समय में मतगणना तथा अन्य तैनातियों का पारिश्रमिक भी अभी तक नहीं मिला है। ऐसे में इस बार पारिश्रमिक देने के लिए महज पेई कोड लिया गया है जिससे पारिश्रमिक मिलना उन्हें कठिन नजर आ रहा है क्योंकि जीरो एवं शून्य आपस में मिलते हैं वहीं कई पीठासीन अधिकारियों ने पारिश्रमिक फार्म में आधी अधूरी जानकारी दी हैं। उन्होंने मांग की है कि सभी शिक्षकों को अविलंब पारिश्रमिक भिजवाने सुनिश्चित किया जाए। वैसे भी इस बार दीपावली के दिनों में तथा अवकाश के दिनों में रिहर्सल एवं चुनाव पूर्ण करवाये गये हैं। शिक्षक पूरी पूरी रात चुनावी तैनाती में लगे रहे यहां तक की सामान जमा करवाते समय भी पूरी रात कागज कार्रवाई करते रहे परंतु उन्हें पारिश्रमिक बतौर पीठासीन अधिकारी को 350 रुपये तथा अन्य को 250 रुपये प्रतिदिन के निर्धारित किये गये थे जिनमें से प्रतिदिन का किराया भी एक सौ रुपये तक खर्चा आया था। पारिश्रमिक न के बराबर रखा गया था। चुनावी तैनाती जो सबसे कठिन कार्य होता है उसके लिए पारिश्रमिक अल्प देने की बात कही गई थी किंतु वो पारिश्रमिक भी अभी तक नहीं दिया गया है। शिक्षकों ने इस संबंध में चुनाव आयोग से प्रार्थना की है कि अविलंब पारिश्रमिक सभी शिक्षकों को स्कूलों में जाकर प्रदान किया जाए।
कट बनने की संभावना की आस में 198वें दिन जारी रहा धरना
-अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं ग्रामीण
*************************************
*****************
*******************************
कनीना की आवाज। राष्ट्रीय राजमार्ग 152 डी पर सेहलंग -बाघोत के बीच कट के लिए ग्रामीणों का अनिश्चितकालीन धरना 198वें दिन जारी रहा। धरने की अध्यक्षता बाबूलाल सेहलंग ने की।
धरने की अध्यक्षता बाबूलाल सेहलंग ने बताया कि कट का मुद्दा उनकी जमीन एवं राोटी रोजी से जुड़ा हुआ है। आधुनिक विकास कके युग में सलभ साधन एवं संसाधनों से ही विकास संभव हैं। ग्रामीण लोग खेती करते आ रहे हैं और अगर कट बन जाता है तो खेती पर आश्रित उद्योग धंधे स्थापित किये जा सकते हैं। धरने को चलते 198 दिन हो गए हैं और किसान एवं बुजुर्ग ग्रामीण धरना स्थल पर बैठे हैं जिनको परेशानी उठानी पड़ रही है। आशा के साथ बैठे हैं कि कट का निर्माण अविलंब होगा किंतु जब तक कट निर्माण कार्य शुरू नहीं होता तब तक अनिश्चितकालीन धरना जारी रहेगा।
धरना संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय सिंह नौताना, संघर्ष समिति के संयोजक पहलवान रणधीर सिंह बाघोत ने बताया कि हमें पूरी संभावना है कि केंद्र सरकार के द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट के लिए कार्यवाही चल रही है। हम चाहते हैं कि केंद्र सरकार इस पर जल्दी अपनी कार्यवाही करके कट का काम जल्द शुरू करवाया जाए।
उन्होंने बताया कि इस क्षेत्र के यात्रियों को राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर चढऩे के लिए 30 किलोमीटर दूरी ज्यादा तय करनी पड़ती है। केंद्र सरकार लोगों की परेशानी को समझे और कट का काम जल्द शुरू करवाया जाए।
इस मौके पर संघर्ष समिति के सदस्य नरेंद्र शास्त्री छिथरौली, पहलवान धर्मपाल, मुंशी राम सेहलंग और चेयरमैन सतपाल पोता, डॉ लक्ष्मण सिंह, मास्टर विजयपाल, वेद प्रकाश, प्रधान कृष्ण कुमार,सूबेदार हेमराज अत्री, रामकुमार, ठेकेदार शेर सिंह, ओम प्रकाश, प्यारेलाल, डॉ राम भक्त, रोशन लाल आर्य, विनोद कुमार, संजय कुमार, मनोज कुमार करीरा, हंस कुमार,सीताराम,सूबे सिंह पंच, दाताराम, मास्टर धर्मपाल, सुरेंद्र सिंह व गणमान्य लोग मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 03: कट की मांग को लेकर धरना स्थल पर बैठे ग्रामीण।
कालेज में गई लड़की वापस नहीं लौटी
-स्वजनों ने उसे भगा ले जाने का लगाया आरोप
*************************************
*****************
*******************************
कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल से एक लड़की कालेज के लिए गई थी किंतु शाम तक कालेज में नहीं लौटी उसके पिता ने गुमशुदगी का मामला दर्ज करवाते हुए एक लड़के पर उसे भगा ले जाने का आरोप लगाया है।
शिकायत में कहा गया है कि उसकी लड़की स्नातक द्वितीय वर्ष में पढ़ती है जो रोजाना दो से 2:30 बजे के बीच कालेज से वापस घर आ जाती है किंतु सोमवार को वह लौटकर नहीं आई। उसकी सहेली से पता किया तो उसने बताया कि कालेज के गेट पर किसी लड़के के साथ बैठकर वह कहीं चली गई। जिस लड़की के साथ वह गई उसके फोन नंबर भी पुलिस को दे दिए गए हैं। शिकायतकर्ता ने आरोप लगाया है कि लड़के को फोन किया तो गाली गलौज करने लगा और बाद में फोन बंद कर दिया। लड़के पर शक जाहिर करते हुए मामला दर्ज कर उनकी पुत्री को वापस लगाने की पुलिस से गुहार लगाई है। पुलिस में गुमशुदगी का मामला दर्ज कर लिया है।
विज्ञान के विद्यार्थियों का शैक्षणिक टूर पहुंचा कपूरथला एवं अमृतसर
-जिला महेंद्रगढ़ से 100 विद्यार्थी एवं 10 शिक्षक गये हैं शैक्षणिक टूर पर-सतन सिंह
*************************************
*****************
*******************************
कनीना की आवाज। जिला महेंद्रगढ़ से एक सौ विज्ञान के विद्यार्थियों का शैक्षणिक टूर 24 सितंबर को जिला महेंद्रगढ़ से रवाना हुआ था जो कपूरथला विज्ञान सिटी ,अमृतसर ,अटारी बोर्डश्, जलियांवाला बाग पहुंचा और विज्ञान से जुड़े पहलुओं की जानकारी ली। इस शैक्षणिक टूर में 11वीं और 12वीं कक्षाओं से एक सौ विद्यार्थी हैं जिनमें 50 छात्र एवं 50 छात्राएं शामिल हैं। तथा 10 शिक्षक उनके एस्कार्ट के रूप में गए हुए हैं। एस्कार्ट के रूम में शैक्षणिक टूर में गए हुए वरिष्ठ प्राध्यापक सतन सिंह ने फोन पर बताया कि उनका शैक्षणिक टूर कपूरथला साइंस सीटी,ं अमृतसर स्वर्ण मंदिर,अटारी बार्डर और जलियांवाला बागग देख चुका है और कुरुक्षेत्र एवं करनाल होते हुए 28 सितंबर को वापस जिला महेंद्रगढ़ पहुंचेगा। उन्होंने बताया कि पूरे जिले के विभिन्न स्कूलों से विज्ञान के विद्यार्थी शामिल किये गये हैं जो अपनी कक्षा में अच्छे अंक लेकर पास हुये है। ये छात्राएं जहां कपूरथला में विज्ञान भवन को देखने के बाद अमृतसर में स्वर्ण मंदिर एवं अटारी बार्डर परेड देख चुके हैं। इसके बाद करनाल एवं कुरुक्षेत्र के धार्मिक स्थानों का टूर करेंगे। करुक्षेत्र के सन्नहित सरोवर, ब्रह्म सरोवर एवं गीता का उपदेश स्थल आदि स्थानों की यात्रा करेंगे।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय धनौदा से तीन छात्राएं इस शैक्षणिक टूर में गई हुई है। प्राचार्य सतीश कुमार ने बताया कि पहले भी इस विद्यालय के 10 छात्राएं कुरुक्षेत्र और करनाल का शैक्षणिक भ्रमण करके लौट चुकी हैं। शैक्षणिक टूर विद्यार्थियों में विज्ञान के प्रति रुचि जागृत करती हंै। अब यह दूसरा टूर विद्यार्थियों का गया हुआ है। शैक्षणिक टूर में दस एस्कार्ट के रूप में जिला साइंस स्पेशलिस्ट रविंद्र कुमार, सतन सिंह, विक्रम सिंह, सतीश कुमार दिनेश कुमार, राकेश, उमा, मीना यादव, सुनीता और निशा प्रमुख रूप से शामिल हैं।
फोटो कैप्शन 01 व 02: कपूरथला के साइंस सीटी में विज्ञान की जानकारी लेते विद्यार्थी
No comments:
Post a Comment