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Friday, September 22, 2023

 युवा कांग्रेस वोटिंग के लिए 6 जिलों की जिम्मेदारी सौंपी राजकुमार को
--22 सितंबर से 29 सितंबर तक कर कैंडिडेट्स का किया जायेगा नामिनेशन
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कनीना की आवाज। उत्तर प्रदेश में युवा कांग्रेस के चुनावों को कराने के लिए भारतीय युवा कांग्रेस चुनाव समिति ने हरियाणा युवा कांग्रेस प्रदेश सचिव राजकुमार यादव को जडआरओ नियुक्त कर पश्चिमी उत्तर प्रदेश में 6 जिलों की जिम्मेदारी दी गई है।  जहां 22 सितंबर से 29 सितंबर तक कर कैंडिडेट्स का नामिनेशन किया जायेगा फिर आगे की प्रक्रिया शुरू कर आनलाइन वोटिंग की जाएगी।
फोटो कैप्शन: राजकुमार




सांसद ने रेलमंत्री को दिया कनीना स्टेशन पर गाड़ी ठहराव का ज्ञापन

--रेल मंत्री ने आश्वासन दिया है कि जल्दी ऐसी ट्रेन चला दी जाएगी।

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 कनीना।  निवासी ब्रह्मदत्त जांगिड़ की मांग पर सांसद ने कनीना खास रेलवे स्टेशन पर ट्रेन रोके जाने का मांगपत्र सौंपा है। कनीना खास रेलवे स्टेशन पर बीकानेर-दिल्ली गाड़ी नंबर 22471 और 22472 ट्रेन के रोके जाने के लिए एक पत्र रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव को सांसद महेंद्रगढ़-भिवानी चौधरी धर्मवीर को सौंपा है। चौधरी धर्मवीर सिंह सांसद अपने 7 अपने साथियों के साथ केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मिले। जिसमें उन्होंने जयपुर से चंडीगढ़ के लिए एक नई वंदे मातरम ट्रेन चलाने साथ में कनीना खास रेलवे स्टेशन पर ट्रेन संख्या 22471 और 72 रोकने की मांग की।
 उन्होंने रेल मंत्री को दिए ज्ञापन में कहा है कि संसदीय क्षेत्र भिवानी महेंद्रगढ़ के कनीना खास रेलवे स्टेशन पर बीकानेर से दिल्ली और दिल्ली से बीकानेर की तरफ एक ट्रेन जाती है। कनीना खास सब डिवीजन है या सुबह 4:25 पर दिल्ली व रेवाड़ी की तरफ ट्रेन जाती है उसके बाद इस रूट पर 9 बजे ही ट्रेन जाती है। व्यापारी एवं दैनिक यात्री परेशान हैं। एक डीएमयू ट्रेन पहले हिसार से रेवाड़ी जाती थी जिसका समय 7:25 था जिसे  किसी कारणवश बंद कर दिया गया था उसे पुन: चलाया जाए। कनीना से सुबह 7 बजे दिल्ली रेवाड़ी की तरफ कोई ट्रेन नहीं जाती जिसके कारण बहुत से कर्मचारी व्यापारी अपने काम के लिए रेवाड़ी दिल्ली जाते हैं जो परेशान हैं। ऐसे में एक डीएमयू ट्रेन सादलपुर से वाया दिल्ली होती हुई पानीपत चलाई जाए जो सुबह 5 सादलपुर से रवाना हो और 7:15 बजे कनीना पहुंच जाए जो। आगे 8 बजे रेवाड़ी पहुंच जाएगी और तत्पश्चात में दिल्ली की ओर रवाना होगी और पानीपत चली जाएगी। जहां पानीपत में 1 घंटे ठहराव कर 1 बजे सादलपुर के लिए चला दी जाए। साथ में उन्होंने एक ट्रेन जींद से रेवाड़ी चलती है जो रोहतक होती हुई रात को 7बजे रेवाड़ी आकर रुकती है उसे सदलपुर तक या लोहारू तक किए जाने और वापसी इस ट्रेन को कनीना प्रात: 6:30 बजे पहुंचने की बात कही। रेल मंत्री ने आश्वासन दिया है कि जल्दी ऐसी ट्रेन चला दी जाएगी।
फोटो कैप्शन 01: सांसद चौ धर्मवीर एवं 7 अन्य साथी रेलमंत्री को कनीना में ट्रेन रोके जाने की मांग करते हुए।




पनप रहा है आनलाइन बाजार
-स्थानीय दुकानदार हो रहे हैं परेशान
निजी वाहनों से सप्लाई हो रहा है सामान
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कनीना की आवाज। आनलाइन बाजार पनपने से अब लोकल दुकानदारों की परेशानी बढ़ते ही जा रही है। दुकानों का किराया निकालना कठिन हो गया है। जो लोग आनलाइन बाजार में लगे हुए हैं वे अपने निजी वाहनों को जमकर प्रयोग कर रहे हैं तथा किसी भी दुर्घटना को घटाने से इंकार नहीं किया जा रहा है। व्यवसायिक वाहन प्रयोग न करने से सरकार को घाटा उठाना पड़ रहा है।  व्यवसायिक वाहन न होने की स्थिति में उनके चालान काटे जाने चाहिए।
 यह बात कनीना मंडी निवासी एवं भारत विकास परिषद के योगेश अग्रवाल ने कही। उनका कहना है कि आनलाइन बाजार पनपने से जहां लोकल दुकानदार बेहद परेशान है क्योंकि सभी चीज अब आनलाइन मंगवाई जा रही है जिसके कारण स्थानीय बाजारों में विभिन्न आइटमों की मांग घटती जा रही है। उन्होंने खेद जताया कि आनलाइन मार्केट से जुड़े कर्मचारी अपने निजी वाहन प्रयोग करते हैं। इस पर भारी समान लादकर इधर-उधर सप्लाई कर रहे हैं, यह गैर कानूनी है। उन्होंने सरकार और प्रशासन से मांग की है कि इस प्रकार के वाहन प्रयोग करने वालों के चालान काटे जाये क्योंकि ये न केवल अपनी जान अपितु लोगों की जान को जोखिम में डालते हैं। उनके त्वरित गति से चालान काटे जाए तथा उन्हें व्यवसायिक वाहन प्रयोग करने का आदेश दिया जाए ताकि ये कामर्शियल वाहन से सामान की सप्लाई कर सके।
 योगेश कुमार का कहना है कि यह लोग भारी समान लादकर दुपहिया वाहनों को बहुत तेजी से दौड़ाते हैं। इधर-उधर पता पूछते हैं यहां वहां वाहन को रोकते हैं जिससे कोई भी दुर्घटना इनके द्वारा घट सकती है ऐसे में वैसे भी उनका कहना है कि समान लात कर पर्सनल वहां पर नहीं ले जाया जा सकता। उन्होंने स्थानी पुलिस और प्रशासन को इसके लिए दोषी ठहराते हुए कहा कि उन्हें  कमर्शियल वाहन प्रयोग करने की सलाह देनी चाहिए ताकि किसी प्रकार की अनहोनी घटित करने से बचा सके।







विश्व मूक वधिर दिवस/अन्तर्राष्ट्रीय सांकेतिक भाषा दिवस-23 सितंबर
-सभी को जीने एवं सीखने का अधिकार
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कनीना की आवाज। मूक वधिर हर समाज में मिलते हैं। उनको सम्मान पूर्ण जीने तथा सीखने के लिए सांकेतिक भाषा एवं ब्रेल लिपि बनाई है। देश के सैकड़ों स्थानों पर मूक वधिर स्कूल भी हैं। मूक वधिर लोगों को सांकेतिक भाषा में समझाया जाता है ताकि वो कुछ सीख जाए। उनके जीवन से संबंधित कुछ जुड़े हुए लोगों से बात की गई।
आधुनिक युग में मूक बधिर अभिशाप नही हैं बल्कि समाज से हटकर कुछ अलग करने का जज्बा रखते है। मूक वधिरों को कोसने के बजाय उनसे हमें जीने का सलीका सीखना चाहिए क्योंकि वे मुश्किल हालातों में भी अदम्य साहस का परिचय देते हैं। भगवान ने हर किसी को अलग अलग काबिलियत से नवाजा है। बस जरूरत होती है उसे निखारने की। अगर समाज का सही साथ मिले तो मूक-बधिर भी आसमान छू सकते हैं, साथ ही वह सामान्य लोगों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम कर सकते हैं। इनकी प्रतिभा पर संकट भले ही हो, पर उनके हुनर अद्वितीय हैं। हालांकि चिन्ह भाषा हजारों सालों से अस्तित्व में बनी हुईं है फिर भी आज भी साधारण लोगों से इस भाषा में संचार स्थापित करना एक चुनौती के बराबर है। इस भाषा का अध्ययन एवं अध्यापन दोनो ही आती आवश्यक है जिससे की मूक बधिरों की संस्कृति, समस्याएं इत्यादि में संचार स्थापित कर सकते है। इस बात में कोई शक नहीं है कि मूक बधिर आम लोगों से कई ज्यादा बुद्धिमान होते है।
            -- पिंकी यादव काउंसलर एवं मनोवैज्ञानिक
प्रति वर्ष 26 सितम्बर को विश्व मूक बधिर दिवस को सेलिब्रेट किया जाता है, लेकिन विश्व मूक बधिर संघ ने वर्ष 1958 से 'विश्व मूक बधिर दिवस की स्थापना की थी। इस दिन मूक बधिरों के सामाजिक, आर्थिक एवं राजनैतिक अधिकारों के प्रति लोगों में जागरूकता उत्पन्न करने के साथ-साथ समाज और देश में उनकी उपयोगिता के बारे में भी जानकारी दी गई थी। मूक बधिर दिवस के दिन मूक वधिरों में स्वस्थ जीवन, स्वाभिमान, गरिमा इत्यादि भावनाओं को बल दिया जाना हैं। इतना ही नहीं मूक बधिर दिवस का उद्देश्य साधारण जनता तथा संबंधित सत्ता का मूक वधिरों की योग्यता, उपलब्धि इत्यादि की तरफ ध्यान को खींचना है। इसमें मूक वधिरों के द्वारा किए गये कार्यों की सराहना की जाती है तथा उसे प्रदर्शित करते हों।
           -----महेश कुमार समाजसेवी
बहुत सी कहानी दुनिया भर के लोगों को प्रेरित करती है और  याद दिलाती है कि अगर हमारे पास ऐसा करने की इच्छा और दृढ़ संकल्प है तो हम बड़ी से बड़ी चुनौतियों पर भी काबू पा सकते हैं। ज्योति अमघे, ईरा सिंघल, सुधा चंद्रन, रविंद्र जैन हो या स्टीफन हाकिंस विश्व ऐसे उदाहरणों से भरा है जब लोगों ने अपनी डिसेबिलिटीज के बावजूद एक्सट्राआर्डिनरी हासिल किया है।
विश्व भर में बधिर और मूक व्यक्तियों के लिए कई करिअर के अवसर उपलब्ध हैं, और उनमें से कई सुनने और बोलने वाले व्यक्तियों के लिए उपलब्ध विकल्पों के समान हैं। वधिर और मूक व्यक्ति सामाजिक कार्य कर सकते हैं, व्यक्तियों और परिवारों को विभिन्न प्रकार की चुनौतियों का सामना करने और उन्हें संसाधनों और सेवाओं से जोडऩे में मदद कर सकते हैं। मूक-वधिर व्यक्ति बधिर और कम सुनने वाले समुदाय की जरूरतों को पूरा करने वाली सेवाओं और उत्पादों की पेशकश करते हुए अपना खुद का व्यवसाय शुरू कर सकते हैं।
  ------नरेश कुमार समाज सेवी
पवन कुमार मोड़ी सामाजिक कार्यों में लगे हुए हैं। शांतिकुंज अनाथ बेसहारा आश्रम की शुरुआत किए हुए पिछले 2 साल हुए हैं इसमें जिनका अपना कोई नहीं होता यहां मंदबुद्धि, बेसहारा, लावारिस व्यक्तियों को रखते हैं जो प्रशासन वह रेस्क्यू करके लाए जाते हैं। इन लोगों में बेसहारा, लावारिस, नेत्रहीन, अंधे, गूंगे व बहरे लोग रखते हैं। इस आश्रम में बच्चों से लेकर बुजुर्गों और महिलाओं को भी रखा जाता है। उनकी दिनचर्या सुबह उठा दिए जाते हैं। सभी व्यक्ति शौच आदि से बाद में इनको ताजा पानी से स्नान करवाया जाता है। फिर चाय पिलाई जाती है।  मंदबुद्धि लोगों को समझने के लिए उनकी तरह ही बात करनी पड़ती हैं और अपने हित में लाकर के उनको समझाया जाता है। धीरे-धीरे वह बातें समझने लग जाते हैं और रोज की प्रतिक्रिया में सम्मिलित हो जाते हैं। मूक वधिरों को सांकेतिक भाषा में समझाया जाता है जो बाद में बातें भी सांकेतिक भाषा में करते हैं और समझने लग जाते हैं।
     -पवन कुमार राठौर मोड़ी
हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद के तहत खंड स्तर पर दिव्यांग बच्चों को समाज के मुख्य धारा में जोडऩे के लिए तथा उन बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए खंड स्तर पर संसाधन रूम की स्थापना की गई है। कनीना खंड में राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कनीना में बतौर विशेष शिक्षक अमृत सिंह राघव ने बताया कि इस समावेशी शिक्षा के अंतर्गत लगभग 21 प्रकार की दिवयांगता को शामिल किया गया है। विशेष तौर पर दृष्टि बाधित, मानसिक विमंद, जिन बच्चों को सुनाई नहीं देता है वो तथा जिनको चलने फिरने में परेशानी वाले बच्चों को विशेष तौर पर शामिल किया गया है। दृष्टि बाधित बच्चों को ब्रेल लिपि तथा ऑडियो के माध्यम से विशेष शिक्षा प्रदान की जाती है। सुनाई नहीं देने वाले बच्चों को सांकेतिक भाषा के माध्यम से शिक्षा की मुख्य धारा में जोड़ा जाता है। तथा जिन बच्चों को कम दिखाई देता है उन बच्चों के लिए मोटे छापे की पुस्तकों की व्यवस्था की जाती है। इन बच्चों को समाज के मुख्य धारा में लाने के लिए इन दिव्यांग बच्चों को सहायक उपकरण के रूप में ब्रेल किट, लो विजन किट, व्हीलचेयर, ट्राई साइकिल, तथा जिन बच्चों को सुनाई देने की समस्या है उनको कान की मशीन विशेष तौर पर प्रदान की जाती है। बच्चों की आवश्यकता अनुसार उनके विद्यालय तथा घर पर जाकर इन बच्चों को शिक्षा प्रदान की जाती है।
    --- अमृतलाल विशेष शिक्षक सीडब्ल्यूएसएन
फोटो कैप्शन: नरेश कुमार, अमृतलाल, पवन कुमार, पिंकी यादव, महेश कुमार







25 सितंबर की कैथल रैली के लिए दिया निमंत्रण
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कनीना की आवाज। इनेलो के प्रदेश सहसचिव भाई अनिल यादव ने अटेली क्षेत्र के दर्जनों गांवों का दौरा कर आगामी 25 सितंबर को कैथल की  नई अनाज मंडी में होने वाली भारत के पूर्व उप प्रधानमंत्री चौधरी देवीलाल सम्मान दिवस रैली के लिए लोगों को निमंत्रण दिया। उन्होंने कहा कि रैली में कई दिग्गज पहुंच रहे हैं। ऐसे में अधिक से अधिक संख्या में लोगों के पहुंचने की अपील की।





एक को न्यायालय ने किया भगोड़ा घोषित, मामला दर्ज
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कनीना की आवाज। कनीना न्यायालय में सुनील शर्मा नामक व्यक्ति के समय पर न पहुंचने के चलते भगौड़ा घोषित किया है। साथ में पुलिस को आदेश दिया कि सुनील शर्मा पर मामला दर्ज किया जाए। पुलिस ने उसे भगोड़ा घोषित करते हुए मामला दर्ज कर लिया है।






बाजरे की खरीद को लेकर अनिश्चितता की स्थिति
-अभी तक खरीद का कोई आधिकारिक पत्र नहीं पहुंचा
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कनीना की आवाज। क्षेत्र में बाजरे की समर्थन मूल्य 2500 रुपये प्रति क्विंटल की दर से सरकारी खरीद को लेकर कोई पत्र अभी तक नहीं आया है। जिसको लेकर किसानों में अनिश्चितता की स्थिति बनी हुई है। एक अक्टूबर से बाजरे की सरकारी खरीद किये जाने की संभावना बताई जा रही है किंतु अभी तक न तो मार्केट कमेटी और न ही खरीदे एजेंसी पर इस प्रकार की कोई सूचना नहीं है। आढ़ती भी बेहद परेशान है। खुली अनाज मंडियों में भी बाजरे की आवक घटती जा रही है क्योंकि किसानों को संभावना है कि निकट भविष्य में सरकारी खरीद हो सकती है, यही कारण है की खुली मंंडियों में बाजरे की आवक बहुत कम हो गई है। खुली मंडी में बाजरे की बिक्री 2000 रुपये के करीब चल रही है।
विस्तृत जानकारी देते हुए अनाज मंडी स्थित व्यापार मंडल प्रकोष्ठ के उप प्रधान रविंद्र बंसल ने बताया की सरकार द्वारा समर्थन मूल्य 2500 रुपये प्रति क्विंटल रखा हुआ है किंतु नहीं लगता कि अभी कोई सरकारी खरीद हो पाएगी। कृषि मंत्री कई विचार व्यक्त कर रहे हैं। जहां विगत दिनों 1 करोड़ 60 लाख बैग बाजरे के खरीदे जाने की बात कही गई थी वहीं अब कृषि मंत्री जेपी दलाल बाजार भाव पर बाजरे की खरीद करके भावांतर योजना के तहत किसानों के खाते में शेष राशि डालने की बात कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि बाजार भाव पर यदि बाजरे की खरीद होती है तो सबसे अधिक नुकसान आढ़तियों को होगा क्योंकि 2500 रुपये की दर से अगर बाजार खरीदा जाए तो एक क्विंटल पर ढाई प्रतिशत आढ़त मिलेगी वहीं बाजार भाव यदि 2000 रुपये है तो उनको 500 रुपये अतिरिक्त पर मिलने वाला आढ़त करीब 12.50 रुपये कम मिल पाएंगेद्ध ऐसे में उनका कहना है कि जो भी निर्णय हो सरकार को चाहिए कि जल्द से जल्द ले और बाजरे की खरीद हो। कनीना मंडी के करीब 48 आढ़ती अनाज की खरीद करने में अहं भूमिका निभाते आ रहे हैं।
 उधर कनीना के किसान बेसब्री से बाजरे की खरीद किए जाने की इंतजार कर रहे हैं। अभी तक बाजरे की सरकारी खरीद की घोषणा न होने से उन्हें परेशानी बनी हुई है क्योंकि लंबे समय से किसान अपने घरों में बाजरे की पैदावार को डाले हुए हैं। सरकारी खरीद का इंतजार कर रहे हैं। अगर सरकारी खरीद हो पाती है तो किसान प्रसन्न नजर आएंगे। अभी तक बाजरे की कोई खरीद नहीं हो पाई है। किसानों ने सरकार से मांग की है कि अविलंब बाजरे की सरकारी खरीद की जाए।
  उधर कनीना मंडी स्थित मार्केट कमेटी के उप प्रधान ओमप्रकाश लिसानिया ने बताया कि बाजरे की खरीद एक अक्टूबर से ही होगी। खरीद एजेंसी हैफेड पर बारदाना आ चुुका है तथा तैयारियां चल रही हैं।
फोटो कैप्शन 03 : कनीना अनाज मंडी में बाजरे की आवक।







निश्चितता और अनिश्चितता के बीच झूलते किसानों का धरना 194वें दिन में प्रवेश
-अनिश्चितकालीन धरने पर हैं ग्रामीण
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कनीना की आवाज। राष्ट्रीय राजमार्ग 152 डी पर सेहलंग -बाघोत के बीच कट की मांग को लेकर किसानों का धरना 194वें दिन में प्रवेश कर गया है। अनिश्चितकालीन धरने की अध्यक्षता नरेंद्र कुमार शास्त्री छिथरौली  ने की और उन्होंने बताया कि हम दृढ़ निश्चय  के साथ धरना स्थल पर बैठे हुए हैं,जब तक कट का काम शुरू नहीं होगा हम धरना स्थल को नहीं छोड़ेंगे।
 उन्होंने बताया कि धरने को चलते 194 दिन हो गए हैं, धरना स्थल पर बैठे किसानों को पूरा विश्वास है की राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर कट बनेगा लेकिन शंका इस बात की है कि इतने दिन होने के बाद भी केंद्र सरकार के द्वारा कट का काम शुरू नहीं किया गया। किसानों ने सोच रखा है देर आए, पर दुरुस्त आए, धरना स्थल पर बैठे किसान जानते हैं  कि कट बनेगा, समय लग सकता है। जब तक केंद्र सरकार कट का काम शुरू नहीं करती है तब तक हम यहां पर डटे रहेंगे।
 धरना संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय सिंह चेयरमैन एवं संघर्ष समिति के संयोजक पहलवान रणधीर सिंह बाघोत  ने बताया कि केंद्र सरकार किसानों के दुख -दर्द को समझें, उनकी जायज मांग पर जल्द अमल किया जाए और जितना जल्दी हो सके केंद्र सरकार के द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत-सेहलंग के बीच कट का काम शुरू किया जाए। कट बनने के बाद ही इस इलाके का सर्वांगीण विकास संभव है। उन्होंने बताया कि हमें भरोसा है, केंद्र सरकार राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर  बाघोत -सेहलंग के बीच कट अवश्य बनवाएगी। कट बनेगा और जो रुकावटें आ रही हैं, वह सब दूर हो जाएगी।
 इस मौके पर संघर्ष समिति के सदस्य डॉ लक्ष्मण सिंह और मास्टर विजयपाल सिंह सेहलंग सरपंच हरिओम पोता, सरपंच वीरपाल स्याना, पूर्व सरपंच ओमप्रकाश छिथरौली, जयवीर  ठेकेदार, मुनेश कुमार, पहलवान धर्मपाल, ठेकेदार शेर सिंह, प्रधान कृष्ण कुमार,चेयरमैन सतपाल, सूबेदार हेमराज अत्री,मुंशी राम,वेद प्रकाश, रामकुमार,शेर सिंह, सत्यनारायण साहब, बाबूलाल, ओम प्रकाश  प्यारेलाल, मास्टर विजयपाल, डॉ राम भक्त, मातादीन पंच,सुरेंद्र सिंह, रोशन लाल आर्य, रघुवीर पंच, हंस कुमार, सीताराम,सूबे सिंह पंच व गणमान्य लोग मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 02: कट के लिए धरने पर बैठे ग्रामीण।





















न्यायालय के दखल देने के बाद मामला दर्ज
-दुकान में गाड़ी घुसाकर मारने के प्रयास का आरोप
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कनीना की आवाज। कनीना पुलिस ने न्यायालय के दखल देने के बाद गाड़ी चालक के विरुद्ध विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया है। गाड़ी चालक ने दुकानदार के सामान को नुकसान पहुंचाया है तथा जान से मारने की धमकी दी थी।
कनीना पुलिस में रामबाबू वार्ड-13 कनीना निवासी ने कहा है कि मैं दुकानदारी करता हूं और दुकानदारी से परिवार का पालन पोषण करता हूं मेरी दुकान सैनिक रेस्ट हाउस कनीना के पास किराना स्टोर के नाम से है। 12 अगस्त 2023 को शाम करीब चार बजे टाटा एस गाड़ी तेज रफ्तार से आई और सीधी दुकान में घुस गई जहां रामबाबू मुश्किल से बचा किंतु 58 किलो ग्राम मट्ठी रखी हुई थी जो नीचे गिर गई। आराोप है कि गाड़ी का चालक साहिल जान से मारना चाहता था। रामबाबू ने पुलिस में कहा है कि जब साहिल से पूछा कि तुम तो मुझे मार देते तो साहिल ने उत्तर दिया मुझे मैं मारना चाहता था। तब लोग इकट्ठे हो गए, पुलिस में 112 नंबर पर शिकायत की। पुलिस ने फोटो खींची वीडियो बनाई और 12 अगस्त 2023 को लिखित शिकायत दी जिस पर उन्होंने आश्वासन दिया की कार्रवाई की जाएगी और म_ी की भरपाई की जाएगी। तत्पश्चात राम बाबू ने 14 अगस्त 2023 को एसएचओ थाना शहर कनीना, डीएसपी कनीना, एसपी नारनौल को रजिस्टर डाक से शिकायत दी और अवगत करवाया कि गाड़ी चालक के विरुद्ध किसी प्रकार की कोई कार्रवाई नहीं की गई है तो पुलिस ने 19 अगस्त को रोजनामचा में एक रिपोर्ट तैयार की हजिसमें कहा गया कि राम बाबू ने अपनी दुकान के बाहर टोकरी में कुछ म_ी रखी थी गए और गाय एवं बछड़ों का झुंड आने से उनको बचाते बचाते गाड़ी इनकी मट्ठी की टोकरी से छू गई जिससे टोकरी नीचे गिर गई, इसमें कोई अपराध होना नहीं पाया गया। रामबाबू ने इस्तगासा दायर कर 58 किलो कमट्ठीी का बिल दिया। इस्तगासा के आधार पर विभिन्न धाराओं के तहत साहिल के खिलाफ मामला दर्ज करने का आदेश दिया जिस पर पुलिस ने साहिल के विरुद्ध विभिन्न धाराओं के तहत दर्ज कर लिया है।



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