Not sure how to add your code? Check our installation guidelines **KANINA KI AWAZ **कनीना की आवाज**

Saturday, September 23, 2023

 
कनीना पुलिस में कार्यरत उप निरीक्षक राजेंद्र कुमार का हृदय गति रुकने से निधन
-हरजीपुर गांव में किया अंतिम संस्कार, दी पुलिस ने सलामी
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कनीना की आवाज। कनीना थाने में कार्यरत उप-निरीक्षक राजेंद्र कुमार का हृदय गति रुकने से निधन हो गया। शनिवार शाम  के समय उनका अंतिम संस्कार उनके गांव हरजीपुर थाना खोल जिला रेवाड़ी में सम्मान के साथ किया गया। उनके पुत्र अमित कुमार के बयान पर कनीना पुलिस ने इत्तफाकिया मौत का मामला दर्ज कर लिया है।
 अमित कुमार ने पुलिस में कहा है कि मैं हरजीपुर रेवाड़ी जिले का रहने वाला हूं तथा मैं यूपीएससी की तैयारी अपने घर पर ही कर रहा हूं। मेरे पिताजी राजेंद्र कुमार जो हरियाणा पुलिस में उप निरीक्षक थाना शहर कनीना में कार्यरत थे। शुक्रवार की शाम के समय थाना कनीना से आकर रात्रि विश्राम के लिए अपने निजी किराए के कमरे में चले गए थे। शनिवार दोपहर करीब 12:30 बजे थाना से सूचना आई कि आपके पिताजी की तबीयत खराब है। सूचना पाकर परिवार के साथ अमित कुमार उप नागरिक अस्पताल कनीना पहुंचा जहां डॉक्टरों ने उसके पिता को मृत घोषित कर दिया और बताया कि हृदय गति रुकने से उनकी मौत हुई है। उन्होंने कहा है कि उन्हें किसी पर शक नहीं है, उनकी मृत्यु हृदय की रुकने से हुई है।  उनका अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव हरजीपुर में पुलिस मौजूदगी में तथा पुलिस द्वारा सलामी के साथ किया गया।
  इस दौरान नारनौल से पहुंचे इंस्पेक्टर बाबूलाल के नेतृत्व मे पुलिस टुकड़ी द्वारा सशस्त्र सलामी दी गई। इस दौरान डीएसपी मोहमद जमाल सिटी थाना प्रभारी कमलदीप सिंह, सीआइए इंचार्ज गोविंद सिंह, एएसआई सतीश कुमार, एचसी प्रदीप कुमार, एमएचसी विकाश, महंत बाबा राजेश दास, निगरानी कमेटी के सदस्य मनोज यादव सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित थे
फोटो कैप्शन 08: पुलिस उप निरीक्षक राजेंद्र कुमार को सलामी देकर अंतिम विदाई देते हुए।







ब्रह्मचारी कृष्णानंद महाराज पंचतत्व में विलीन
-धनौंदा आश्रम में किया अंतिम संस्कार, भारी जन सैलाब उमड़ा
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कनीना की आवाज। कनीना उप मंडल के गांव धनौंदा सिथत ब्रह्मचारी कृष्णानंद पंचतत्व में विलीन हो गए। उनका अंतिम संस्कार कृष्णानंद आश्रम में भारी जन सैलाब की उपस्थिति में किया गया। वे करीब एक सौ साल के थे तथा आजीवन ब्रह्मचारी रहे। उनके गुरु हरद्वारी लाल थे जिन्होंने दिल्ली के टैर गांव के आश्रम में समाधि ली थी। संत कृष्णानंद उनके पास बचपन से ही रहते थे। उनके गुरु के पंचतत्व में विलीन होने के बाद संत कृष्णानंद धनौंदा में आकर बणी में अपना स्थान बनाया था और यहां अंतिम संास तक रहे हैं।
  संत कृष्णानंद महाराज आयुर्वेद के ज्ञाता होने के कारण धनौंदा आश्रम में रहते हुए भी जनसेवा में लोगों को आयुर्वेदिक दवाएं देकर उनकी सेवा करते रहे। करीब 60 साल पहले उन्होंने यहां आकर रहना शुरू किया था और जन सेवा में जुटे रहे। विभिन्न अवसरों पर विभिन्न कार्यक्रम आयोजित होते रहे हैं। चाहे कोई समाज सेवा का कार्य हो,औषधीय पौधों से किसी का कोई कष्ट दूर करना हो या फिर जन सेवा में भोजन कराने का कार्य हो, लगातार सेवा करते रहे हैं। जसवंत सिंह समाजसेवी तथा उनकी पत्नी बारिश हो या आंधी हो जरूर उनके यहां जाते हैं और जाकर उनकी निस्वार्थ भाव से सेवा करते हैं। उनकी पत्नी शिक्षिका है। जब उनकी पत्नी मीना देवी स्कूल में जाती है तो उससे पहले वे संत के दर्शन कर लेती हैं। शायद ही कोई ऐसा वक्त हो जब वे संत से मिलकर नहीं आये हो। पूरा परिवार किसी विशेष मौके पर आश्रम में सेवा करता है। आयुर्वेदिक सेवा करने के बाद उन्होंने अपना जीवन भजन उपदेशों में लगा लिया था। उनके आश्रम में लंबे समय से कनीना, खेड़ी, खरखड़ा बास, धनौंदा तथा अन्य गांवों के भक्त यहां आते रहते थे।
  उनका अंतिम संस्कार विधि विधान से धनौंदा आश्रम में किया गया। इस मौके पर अपार जन सैलाब उमड़ा। अंतिम संस्कार से पूर्व उन्हें पूरे धनौंदा में घुमाया गया और लोगों ने उनके अंतिम दर्शन आंसुओं के सैलाब के साथ किये। संत के परम भक्त जसवंत सिंह ने बताया कि संत ने अंतिम संास आश्रम में ही लिये। तत्पश्चात टै्रक्टर ट्राली में कुर्सी पर बैठाकर पूरे धनौंदा गांव में शवयात्रा निकाली। शवयात्रा धनौंदा की कृष्णानंद आश्रम से शुरू हुई और करीब 3 घंटों के बाद आश्रम में ही पहुंची। जयकारों के बीच उनका अंतिम संस्कार किया गया। भारी संख्या में साधु संत मौजूद रहे। इस मौके पर विभिन्न गांवों, दिल्ली, राजस्थान, उत्तरप्रदेश एवं समीपी राज्यों से भी लोग अंतिम दर्शन के लिए पहुंचे।
  इस मौके पर नवजीत कौर तहसीलदार कनीना, डा दिनेश कुमार, डा दायमा, समाजसेवी भगत सिंह, मोनू शेखावत, बलवान सिंह आर्य, कर्मवीर सिंह, ठाकुर रतन सिंह, धनौंदा गांव के सैकड़ों जन मौजूद थे।
 फोटो कैप्शन 06: संत की शवयात्रा धनौंदा से निकालते हुए।
   साथ में संत कृष्णानंद महाराज।







शहीदी दिवस के अवसर पर एक दिवसीय एनएसएस कैंप आयोजित
--स्वच्छता के लाभ बताये गये
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कनीना की आवाज। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय बेवल में शहीदी दिवस के अवसर पर एक दिवसीय एनएसएस कैंप का आयोजन किया गया। विद्यालय प्राचार्य प्यारेलाल कटारिया  ने एकदिवसीय एनएसएस कैंप का उद्घाटन सरस्वती माता के सामने दीप प्रज्वलित करके किया।
अपने संबोधन में प्राचार्य ने बच्चों को एनसीएस का महत्व पर प्रकाश डाला। वरिष्ठ प्रवक्ता रोशन लाल ने बच्चों को अहिरवाल के राजा राव तुलाराम के बारे में विस्तार से जानकारी दी तथा उनके आजादी के संघर्ष में योगदान को याद किया। एनएसएस प्रभारी  विक्रांत सेन प्रवक्ता भौतिक विज्ञान ने बच्चों को एनएसएस के महत्व को समझते हुए कहा की उनका योगदान समाज में बहुत ही महत्वपूर्ण है विद्यार्थियों को अपने समाज में फैली बुराइयों के प्रति समाज को  जागरूक करके उनको दूर करने का आह्वान किया। एनएसएस प्रभारी ने विद्यार्थियों के अलग-अलग ग्रुप बनाकर उनको क्या-क्या कार्य करने हैं उनका विस्तार से समझाया। इस अवसर पर प्रवक्ता कैलाश जोशी लैब अटेंडेंट धर्मपाल व लिपिक दारा सिंह उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 04: बेवल स्कूल में एनएसएस शिविर में साफ सफाई करते विद्यार्थी।






 शहीद स्मारक की शहीदी दिवस पर की गई सफाई
-26 सितंबर को मनाई जाएगी शहीद की बरसी
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कनीना की आवाज। शहीदी दिवस के अवसर पर राजकीय कन्या उच्च विद्यालय कनीना की छात्राओं ने भारतीय सेवा के सर्वोच्च सैनिक सम्मान अशोक चक्र से सम्मानित शहीद सूबेदार सुजान सिंह पार्क में जाकर शहीद की प्रतिमा की सफाई की तथा पार्क में स्वच्छता अभियान चलाकर पार्क में वह आसपास सफाई की।
  विद्यालय के मुख्य अध्यापक नरेश कुमार कौशिक ने विद्यार्थियों को कनीना के वीर शहीदों के बारे में विस्तार से जानकारी दी तथा बताया कि यह भूमि वीरों की खान है तथा देश की हर आजादी की लड़ाई में यहां के सैनिकों ने बढ़ चढ़कर भाग लिया है तथा मां भारती की रक्षा अपनी जान पर खेलकर की है। उन्होंने बताया कि किस तरह से कनीना के बहादुर सपूत  सूबेदार सुजान सिंह व उनकी बटालियन ने ऑपरेशन रक्षक में पाकिस्तान सेना को मुंहतोड़ जवाब दिया था। विद्यार्थियों ने कप्तान शहीद लाल सिंह ,शहीद अशोक कुमार सहित सभी शहीदों की प्रतिमाओं पर जाकर नमन किया इस अवसर पर वरिष्ठ शिक्षक कैलाश चंद्र गुप्ता ,राजेश शास्त्री राकेश कुमार ,शीतल चौहान ,सुनीता मेहरा के साथ विद्यालय के विद्यार्थी उपस्थित थे।
 उन्होंने बताया कि 26 सितंबर को शहीद सुजान सिंह की बरसी पर कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि कनीना के एसडीएम सुरेंद्र सिंह होंगे तथा समिति के संरक्षक मेजर टीसी राव ,अति विशिष्ट अतिथि ब्रिगेडियर करतार सिंह ,कर्नल  रणवीर सिंह ,कर्नल अनूप यादव करनल, ओम प्रकाश यादव व  करनल रणवीर सिंह यादव होंगे।
फोटो कैप्शन 05: शहीद स्मारक पर सफाई करने वाली टीम।







सड़कों के गड्ढे बने हुए हैं आफत
-कोई ध्यान देने वाला नहीं आता नजर
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कनीना की आवाज। कनीना कस्बे के विभिन्न सड़क मार्गों पर बने गड्ढे ने राहगीरों के लिए परेशानी खड़ी कर दी है। आये दिन दुर्घटनाएं घट रही हैं परंतु इन गड्ढों की सुध लेने वाला कोई नजर नहीं आता। बार-बार इन गड्ढों की ओर प्रशासन का ध्यान आकृष्ट किया जाता है किंतु परिणाम जस का तस रहता है।  
         समस्या-एक
राजकीय माडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के द्वार के पास कनीना मंडी सड़क मार्ग पर एक चौड़ा गड्ढा बना हुआ है। अंधेरे में दुपहिया वाहन चालक कई बार गिर चुके हैं और  बेहद परेशानियों से जूझ रहे हैं। इस गड्ढे की और कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। डा. अजीत शर्मा ने बताया कि वो अक्सर अपने क्लीनिक से कनीना मंडी जाते हैं। यद्यपि उनके पास गाड़ी है किंतु इस गड्ढे को बचाना बहुत कठिन होता है। यह गड्ढा चौड़ा होता जा रहा है जिसके कारण परेशानी बढ़ रही है। उनका कहना है कि पांच परांत रोटी सीमेंट लगा दी जाए तो तो दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है किंतु उन्होंने प्रशासन को बेखबर बताया।
   समस्या-दो
 कनीना के होलीवाला जोहड़ के सामने से सड़क मार्ग करीरा सड़क से मिलता है और रेवाड़ी सड़क मार्ग पर चौराहा बनाता है। यह सड़क साल में 300 दिन जोहड़ के गंदे पानी से भरा रहता है। आश्चर्यजनक है कि हजारों लोग इस सड़क मार्ग से गुजरते हैं, गंदे पानी में से सुबह सवेरे और देर शाम को गुजरते हैं परंतु कोई इस सड़क की सुध लेने वाला नहीं है। वेद प्रकाश बाबूजी, पंकज यादव ,दिनेश कुमार, सुरेश कुमार आदि ने बताया कि इस सड़क मार्ग की ओर कितनी ही बार सरकार और प्रशासन का ध्यान आकृष्ट किया है किंतु इस सड़क मार्ग की कभी सुध नहीं ली जाती। अधिकारी आते हैं और बस समस्या को देखकर चले जाते हैं। आगे कोई कार्रवाई नहीं की जाती। बार बार इंजन चलाकर पानी को निकालने के प्रयास किए जाते हैं किंतु बार-बार यह सड़क मार्ग गंदे पानी से भर जाती है और समीपी 10-12घरों की दीवारों को खतरा बना हुआ है।
    समस्या-तीन
 करीरा- रेवाड़ी सड़क मार्ग के तिराहे के पास, कनीना कोसली रेवाड़ी तिराहे के पास रेवाड़ी मुख्य मार्ग इतना जर्जर हो गया है कि पैदल चलना भी कठिन हो गया है। आए दिन इन गड्ढों में दुर्घटनाएं घट रही है। करीरा- रेवाड़ी सड़क मार्ग पर बने तिहारी के पास सीहोर का एक व्यक्ति भी गत दिवस दुर्घटना  में हड्डी पसली तुड़वा बैठा। राहगीर बेहद परेशान हैं। अंधेरे में गाड़ी दिखाई नहीं देती, एक-एक फीट के गड्ढे बने हुए हैं जिनमें दोपहिया वाहन चालक गिर जाते हैं। पैदल चलना भी कठिन है। यहां कभी भी कोई बड़ी दुर्घटना घट सकती है। पहले भी कई दुर्घटना यहां घट चुकी है। एक बच्चे की यहां मौत भी हो चुकी है परंतु इस सड़क मार्ग की कोई शुद्ध लेने वाला नजर नहीं आता जिसके चलते लोग बेहद परेशान है। कनीना के महेश बोहरा, सुनील कुमार, सतीश कुमार ,रवि कुमार आदि ने बताया कि मुख्य सड़क मार्ग होते हुए भी इतनी जर्जर हालत है किंतु लगता है कि प्रशासन गहरी नींद में सोया हुआ है। उन्होंने प्रशासन से इस सड़क मार्ग की सुध लेने की मांग की है।
   समस्या-चार
 अप्रोच मार्गों की हालत और भी बदतर बनी हुई है। अनेकों अपरोच मार्ग पूर्णतया जर्जर हो गए हैं। संत मोलडऩाथ आश्रम मार्र्ग  तथा श्मशान घाट का मार्ग इतने जर्जर हैं कि पैदल चल पाना भी कठिन है। यहां तक कि प्रशासन ने भैया वाला जोहड़ के पास तो चौड़े नाले में लोहे की ग्रिल खड़ी करके गड्ढे से बचने की सूचना दे रखी है। चौड़ा नाला गड्ढे का रूप ले चुका है और पहले भी दो  गाडिय़ां यहां बारिश के समय गिर चुकी हैं।
   क्या कहते हैं विधायक अटेली
विधायक अटेली सीताराम यादव ने सड़कों के विषय में जानकारी देते हुए कहा कि रेवाड़ी सड़क मार्ग का टेंडर हो चुका है जल्दी ही समाधान हो जाएगा वहीं कनीना के होलीवाला जोहड़ की समस्या एसटीपी का स्टोर पीपलवाली बणी में बन जाने के बाद समाधान हो जाएगा। 4.63 करोड़ का एसटीपी का स्टोर का टेंडर छोड़ा हुआ है इसके बाद कनीना की सभी सड़कों की सुध ली जाएगी।
फोटो कैप्शन 02: करीरा तिराहे पर सड़क की जर्जर हालत।
 फोटो कैप्शन 03: होलीवाला जोहड़ पर सड़क पर भरा गंदा जल।








गर्मी और वाहनों से उडऩे वाली धूल- मिट्टी के बीच 195वेें दिन धरना जारी
-ग्रामीण अडिग एवं अनिश्चितकालीन धरने पर
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कनीना की आवाज। राष्ट्रीय राजमार्ग 152-डी पर सेहलंग -बाघोत के बीच कट के लिए ग्रामीणों का अनिश्चितकालीन धरना 195वें दिन जारी रहा। धरने की अध्यक्षता वेद प्रकाश सेहलंग ने की।
धरने की अध्यक्षता कर रहे वेद प्रकाश सेहलंग ने बताया कि धरने को चलते 195 दिन हो गए हैं किंतु अभी तक कट का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो पाया है। गर्मी और धूल -मिट्टी के बीच किसान धरना स्थल पर डटे हुए हैं  और उनका कहना है कि हमारे सामने कोई भी परेशानी आए उसकी परवाह न करते हुए,  हम उसका डटकर सामना करेंगे और जब तक राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट का काम शुरू नहीं होता है, तब तक हम धरना स्थल पर बैठे रहेंगे।
  उन्होंने बताया कि  किसानों को पूरा विश्वास है कि राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत-सेहलंग के बीच कट बनेगा, इस विश्वास के साथ किसानों को धरना स्थल पर बैठे हुए 7 महीने होने वाले हैं लेकिन केंद्र सरकार ने अब तक राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर कट का काम शुरू नहीं किया है। कट न होने के कारण किसानों को 30 किलोमीटर की दूरी ज्यादा तय करनी पड़ती है।
 उन्होंने बताया कि नारनौल और चंडीगढ़ आने -जाने वाले यात्रियों को बहुत परेशानी हो रही है, केंद्र सरकार लोगों की परेशानी को समझे और राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर  बाघोत -सेहलंग के बीच कट का काम जल्द शुरू करवाया जाए।
 इस मौके पर धरना संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय सिंह चेयरमैन,वेद प्रकाश सेहलंग संघर्ष समिति के सदस्य नरेंद्र शास्त्री छिथरौली, पहलवान धर्मपाल  और डॉ लक्ष्मण सिंह सेहलंग, चेयरमैन सतपाल पोता  रघुवीर पंच, वेद प्रकाश, पूर्व सरपंच ओमप्रकाश छिथरौली,  मुनेश कुमार,  ठेकेदार शेर सिंह, प्रधान कृष्ण कुमार,सूबेदार हेमराज अत्री, रामकुमार,शेर सिंह, मास्टर विजय सिंह, बाबूलाल, ओम प्रकाश,  प्यारेलाल, मास्टर विजयपाल, डॉ राम भक्त, रोशन लाल आर्य, हंस कुमार, सीताराम,सूबे सिंह पंच, अशोक चौहान, सज्जन सिंह, पंडित सुंदरलाल,करण सिंह, हरभज, जय सिंह पंच, राजेश कुमार सोनी, अतर सिंह, व गणमान्य लोग मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 01: कट की मांग को लेकर धरना स्थल पर बैठे ग्रामीण एवं किसान।






शहीद सुजान सिंह की बरसी 26 सितंबर को मनाई जाएगी
-अशोक चक्र विजेता है शहीद

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कनीना।  जिला महेंद्रगढ़ के कनीना कस्बा के अशोक चक्र से सम्मानित शहीद सुजन सिंह ने शांति के समय में 26 सितंबर 1994 को अपने प्राणों की आहुति देकर कई देशद्रोहियों को मार गिराया था। उनकी बरसी 26 सितंबर को कनीना में बाबा मोलडऩाथ आश्रम के सामने मनाई जा रही है। शहीद के परिजन सुरेंद्र कुमार ने बताया कि इस मौके पर हवन भी आयोजित किया जाएगा। विगत कई वर्षों से उनकी बरसी मनाई जाती आ रही है। उनकी बहादुरी पर राष्ट्रपति द्वारा मरणोपरांत अशोक चक्र से उनकी पत्नी कौशल्या देवी को प्रदान किया था। वर्तमान में एक पुत्र जोगिंद्र जो पेट्रोल पंप बीकानेर में चला रहे हैं तथा दो लड़कियां कुसुमलता और हेमलता दोनो शादीशुदा हैं। दो पौत्र भी हैं।
  उन्होंने बताया कि 26 सितबर को जलूरा शौर्य दिवस मनाया जाएगा। शहीद सुजान सिंह की 29वीं बरसी पर आयोजित करेगी। इस समय स्मारक पर सफाई अभियान जारी है।
फोटो कैप्शन: शहीद सुजान सिंह।

 

 

मानसून पहुंचा अपने अंतिम पड़ाव में
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कनीना। हरियाणा एनसीआर दिल्ली पर लगातार मौसम गतिशील बना हुआ है और सम्पूर्ण इलाके इलाके में तापमान में उतार चढाव देखने को मिल रहा है और मानसून अपने अंतिम पड़ाव पर पहुंच गया है। मौसम विशेषज्ञ डॉ चंद्रमोहन ने बताया कि मानसून अपनी अन्तिम सांस लें रहीं हैं और अन्तिम चरण व विदाई की स्थिति पर पहुंच गई है। हालांकि मौसम विभाग की तरफ से आधिकारिक तौर पर अभी कोई तिथि नहीं आईं हैं ।मानसून विदाई से पहले पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने हरियाणा एनसीआर दिल्ली में मौसम में बदलाव और हल्की से मध्यम बारिश की गतिविधियों देखने को मिल रही है । आने वाले दिनों में उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों पर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होते रहेंगे जिसकी वजह से मैदानी राज्यों में बारिश की गतिविधियां जारी रहेगी हालांकि अक्टूबर महिने के प्रथम सप्ताह में बंगाल की खाड़ी में बड़ी हलचल की संभावना बन रही है जिसका प्रभाव मध्य और पश्चिमी भारत पर देखने को मिलेगा अगर इस मौसम प्रणाली का ट्रेक बदल जाता है तो इस मौसम प्रणाली का हरियाणा एनसीआर दिल्ली पर आंशिक असर देखने को मिल सकता है और मानसून की विदाई में भी थोड़ी देर हो सकती है ।  उत्तर पश्चिम के अधिकांश हिस्से में, अगले चार दिनों तक एक प्रति-चक्रवातीय  प्रवाह के कारण स्थितियाँ शुष्क रहेंगी, जो इस क्षेत्र से दक्षिण-पश्चिम मानसून की वापसी का संकेत है।वर्तमान परिदृश्य में तीन मौसम प्रणालीयों का असर साफ तौर पर दिखाई दे रहा है। पहली  उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों पर एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है । दूसरी मौसम प्रणाली  पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से एक प्रेरित चक्रवातीय सरकुलेशन पंजाब पर बना हुआ है  जिसकी वजह से अरब सागर से नमी पहुंच रही हैं। साथ ही साथ बंगाल की खाड़ी पर बना लो प्रेशर एरिया  के प्रभाव से पश्चिमी झारखंड  और पूर्वी मध्य प्रदेश के पास तीसरी मौसम प्रणाली एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है, जिसकी वजह से बंगाल की खाड़ी से हल्की दक्षिणी पूर्वी हवाएं भी आ रही है  यानी पंजाब राजस्थान हरियाणा एनसीआर दिल्ली और पश्चिमी उत्तर प्रदेश राज्यों में  पछुआ और पुरवा हवाओं का मिश्रण हो रहा है।  दो विपरीत हवाओं के मेल से आंशिक बादल वाही देखने को मिल रही है साथ ही मैदानी राज्यों विशेषकर हरियाणा एनसीआर दिल्ली में  तेज़ गति की हवाएं और गरज चमक के साथ हल्की बारिश की गतिविधियों को दर्ज किया गया है। आज शनिवार को अलसुबह से ही हरियाणा के उत्तरी हिस्सों चंडीगढ़ पंचकूला अंबाला  यमुनानगर कुरुक्षेत्र करनाल  पानीपत कैथल जींद फतेहाबाद हिसार भिवानी और दोपहर बाद फरीदाबाद पलवल सोहना तावडू नूंह मेवात होडल गुडग़ांव रेवाड़ी चरखी दादरी झज्जर महेंद्रगढ़ जिलों में और एनसीआर दिल्ली में हल्की से मध्यम बारिश की गतिविधियों को दर्ज किया गया है आने वाले दो दिनों तक हरियाणा एनसीआर दिल्ली में मौसम गतिशील बना रहेगा और उपरोक्त मौसम प्रणालीयों के असर से तेज़ गति की हवाएं और गरज चमक के साथ  हल्की बारिश की गतिविधियों की संभावना है  26/27 सितंबर से मौसम साफ और शुष्क हो जाएगा।  आज हरियाणा एनसीआर दिल्ली में अनेक स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश की गतिविधियों को दर्ज किया गया है
 चंडीगढ़ 11.0
पंचकूला  5.0
अंबाला 11.0
यमुनानगर 14.0
करनाल 1.0
पानीपत 30.0
हिसार 2.0
नारनौल 2.0
 भिवानी 1.0
रोहतक 2.0
फरीदाबाद 38.0
गुडग़ांव16.0
मेवात 11.5
सोनीपत 37.5
जगदीशपूर 40.0
 स्त्रोत भारतीय मौसम विभाग बारिश मिलीमीटर में हूई है
आज हरियाणा एनसीआर दिल्ली में अधिकतर स्थानों पर अधिकतम तापमान 32.0 डिग्री सेल्सियस से 36.0 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया है। जबकि हरियाणा एनसीआर दिल्ली में अधिकतर स्थानों पर न्यूनतम तापमान 22.0डिग्री सेल्सियस से  28.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। आज जिला महेंद्रगढ़ में मौसम प्रणाली पश्चिमी विक्षोभ का आंशिक असर देखने को मिला जिसकी वजह से जिला में आज नारनौल अटेली निजामपुर और नांगल चौधरी गरज चमक और तेज गति से हवाओं के साथ हल्की बारिश बूंदाबांदी की गतिविधियों को दर्ज किया गया आज जिला महेंद्रगढ़ में नारनौल और महेंद्रगढ़ का अधिकतम तापमान क्रमश 35.9 डिग्री सेल्सियस और 35.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। जबकि जिला महेंद्रगढ़ में नारनौल और महेंद्रगढ़ का रात्रि तापमान क्रमश 25.6 डिग्री सेल्सियस और 25.1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। जिला महेंद्रगढ़ में दिन के तापमान सामान्य बनें हुए हैं जबकि रात्रि तापमान सामान्य से अधिक बनें हुए हैं ।

 


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