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Tuesday, September 19, 2023

 
जवाहर नवोदय विद्यालय करीरा के बच्चों की पिटाई का मामला-
अभिभावक अपने बच्चों को आंध्रप्रदेश से वापस बुलाने पर अडिग, मंगलवार को आयोजित हुई वीसी
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कनीना की आवाज। जिला महेंद्रगढ़ के एकमात्र जवाहर नवोदय विद्यालय करीरा के बच्चों के साथ आंध्र प्रदेश के विजयनगरम स्कूल में पिटाई के मुद्दे को लेकर अभिभावक रोषित हैं। मंगलवार को जवाहर नवोदय विद्यालय विजयनगरम, शिकायतकर्ता अभिभावकों एवं करीरा स्थित नवोदय विद्यालय के स्टाफ की वीडियो कांफ्रेंसिंग हुई जिसमें अभिभावक अपने बच्चों के माइग्रेशन को रद्द करने पर अड़े रहे। उधर प्राचार्य नवोदय विद्यालय करीरा ने भी एक पत्र जयपुर संभाग के अधिकारियों को प्रेषित कर यथा स्थिति से अवगत करवा दिया गया है।
   रविवार को जवाहर नवोदय विद्यालय करीरा में माइग्रेशन पर गए विद्यार्थियों के अभिभावकों ने विद्यार्थियों पर हो रही मार पिटाई के खिलाफ़ शिकायत दी। माइग्रेशन पर  18 विद्यार्थी गए हैं जिसमें 11 बालक व 7 बालिकाएं हैं। रविवार को जवाहर नवोदय विद्यालय करीर में अभिभावकों का एक दल प्राचार्य के सामने शिकायत लेकर पहुंचा। अभिभावक नेहा यादव, संगीता, मंजू देवी, रेनू यादव, राजेश, रमेश कुमार सहित अन्य ने बताया कि जवाहर नवोदय विद्यालय करीरा से 18 बच्चे माइग्रेशन पर विजयनगरम आंध्र प्रदेश गए हुए हैं जो की सभी नौवीं कक्षा के विद्यार्थी हैं। अभिभावकों ने विजयनगरम नवोदय विद्यालय में हरियाणा से गए हुए विद्यार्थियों के साथ भेदभाव करना, मानसिक रूप से परेशान करना, उनकी मार पिटाई करना, झूठ, चोरी के इल्जाम लगाकर उनकी पिटाई की जा रही है। छात्र मयंक के पिता संदीप ने बताया कि उसके बच्चों से वहां के अधिकारी फोन पर बात भी नहीं करने देते, रात को बच्चों को उनको कमरों में बंद करके मार पिटाई की जा रही है। जब बच्चे शिकायत लेकर प्राचार्य के पास जाते हैं तो वहां पर पीईटी जवाहर बाबू व सामाजिक विज्ञान के शिक्षक आलोक नाथ मिलकर उनको प्रताडऩा दे रहे हैं। अभिभावकों ने बताया कि 19 अगस्त की रात को वहां पर सभी विद्यार्थियों की पीटीआई ने पिटाई की थी। यही नहीं वहां के गृह जिले के विद्यार्थी अबोध बच्चों पर दबाव बना कर उनके साथ गलत तरीके से काम करवाते है। उसके बाद 16 सितंबर को पुन: पीईटी ने हरियाणा के छात्रों के साथ मारपीट की। जिसमें दीपांशु, साहिल, अभिषेक, दीक्षित के साथ अधिक मारपीट की गई। इसमें आंख , हाथ पैर, शरीर में जगह जगह मारपीट के निशान व सूजन भी हैं। उन्होंने मारपीट कर कहा कि अगर किसी को बताया तो अंजाम बुरा होगा। जवाहर नवोदय विद्यालय विजयनगरम के अधिकारी राजेंद्र प्रसाद ने फोन पर बताया कि बच्चों की भाषा समझ में नहीं आ रही जिसकी वजह से इस तरीके की घटनाएं हो रही हैं। उन्होंने कहा कि पीईटी जवाहर बाबू को छुट्टी पर भेज दिया है आगमी कार्रवाई की जा रही है। वहीं जवाहर नवोदय विद्यालय करीरा के प्राचार्य राजीव कुमार सक्सेना ने बताया कि अभिभावकों ने जब शिकायत की तो हमने 26 अगस्त 2023 को जवाहर नवोदय विद्यालय संभाग जयपुर को इस संदर्भ में सूचना दी गई थी।
 उसके बाद भी आंध्र प्रदेश विजयनगरम के प्राचार्य को इसके बारे में लिखित शिकायत दी गई थी। जवाहर नवोदय विद्यालय संभाग जयपुर के उच्चाधिकारियों से फोन पर संपर्क हुआ तब उन्होंने इस पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है।
 उन्होंने बताया कि नवोदय विद्यालय समिति की यह एक पालिसी है कि हर वर्ष कुछ विद्यार्थी दूसरे राज्य में जाकर वहां की भाषा व वहा की संस्कृति को सीखने के लिए जाते हैं। जिसमें अबकी बार विद्यालय से 18 विद्यार्थी प्रवर्जन पर गए है। अभिभावकों के द्वारा शिकायत दी गई है शिकायत में दिए गए अध्यापकों पर उचित कार्रवाई करने के लिए उच्च अधिकारियों को लिखा जा चुका है।
वीडियो कांफ्रेंसिंग में भी बच्चों को वापस बुलाने की, की गई मांग -
मारपीट की शिकायतकर्ता अभिभावकों की विजयनगरम और करीरा के जवाहर नवोदय विद्यालय के स्टाफ के साथ मंगलवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग की गई जिसमें भी अभिभावकों ने रोष व्यक्त किया और अपने बच्चों का माइग्रेशन रद्द करने की मांग की। इससे पहले भी अभिभावक जिनके बच्चों के साथ मारपीटाई का मसला सामने आया है जिला उपयुक्त नारनौल, एसपी नारनौल एवं अन्य अधिकारियों से मिल चुका है तथा बार-बार विभिन्न अधिकारियों से संपर्क साधे हुए हैं। जवाहर नवोदय विद्यालय करीरा के प्राचार्य राजीव सक्सेना ने भी अभिभावकों को आश्वस्त किया है किंतु अभिभावक परेशान है। उनका कहना है कि उनके बच्चों के साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया जा रहा है। अभिभावकों का कहना है कि पहली बार नहीं अपितु नवोदय विद्यालय में बच्चों के प्रचर्जन के बाद यह दूसरी बार ऐसी घटना घटी है जिसके चलते प्राचार्य राजीव सक्सेना ने उपायुक्त नवोदय विद्यालय समिति जयपुर संभाग को एक बार नहीं अपितु दो बार पत्र भेजा है तथा अभिभावकों की परेशानी से उनको अवगत करवा दिया है। 26 अगस्त 2023 के बाद अब 16 सितंबर 2023 को इस प्रकार की घटना घटी है जिसको लेकर के 17 सितंबर को अभिभावक करीरा नवोदय विद्यालय प्राचार्य से मिले हैं और विजयनगरम नवोदय में बच्चे को वापस बुलाने की मांग कर रहे हैं।
 प्राचार्य राजीव सक्सेना ने बताया कि अभी भी अभिभावक यही मांग कर रहे हैं कि उनके बच्चे वापस बुलाया जाए। यद्यपि उन्होंने बताया कि प्रवर्जन/माइग्रेशन पर गई 7 लड़कियों की कोई शिकायत नहीं है केवल लड़कों की शिकायत आ रही है। अब आगे की कार्रवाई क्या होती है जयपुर संभाग पर निर्भर करता है। उपायुक्त जयपुर संभाग अब कोई उचित निर्णय लेगा। साथ में अभिभावकों ने जिला उपयुक्त नारनौल से भी इस बाबत कदम उठाने की मांग की है क्योंकि जिला उपयुक्त जवाहर नवोदय विद्यालय करीरा के चेयरमैन होते है।
 फोटो कैप्शन 10 व 11: करीरा और विजयनगरम के स्टाफ तथा अभिभावकों की वीसी
फोटो कैप्शन 12: नवोदय विद्यालय करीरा के प्राचार्य राजीव सक्सेना से शिकायत लेकर पहुंचे अभिभावक।






 कौशल विकास योजना को खत्म किया जाए, कच्चे कर्मचारियों को किया जाए पक्का-अनिल प्रधान
  -नपा के सफाई कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर कस्बे में झाडू प्रदर्शन कर किया रोष प्रकट
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कनीना की आवाज। कनीना नगरपालिका के कर्मचारियों ने अपनी मांगों को लेकर मंगलवार को कस्बे में झाडू प्रदर्शन कर रोष प्रकट किया। सर्व कर्मचारी संघ के ब्लॉक प्रधान अनिल कुमार ने कहा कि सरकार को कौशल विकास योजना को खत्म कर सभी कच्चे कर्मचारियों को पक्का किया जाना चाहिए। पूर्व जमादार रमेश कुमार, जमादार एवं पूर्व पार्षद विक्की,उप प्रधान प्रीति ने बताया कि सफाई कर्मचारी पिछले काफी लम्बे समय से अपनी मांगों को लेकर सरकार से बार बार मांग कर रहे है। लेकिन उनकी मांगों को लेकर सरकार व प्रशासन के द्वारा कुछ नहीं किया जा रहा है। सर्व कर्मचारी संघ के ब्लॉक सचिव सुनील कुमार ने अपनी मांगों के बारे में बताते हुए कहा कि 29 अक्टूबर 2022 व 5 अप्रैल 2023 के समझोते में मानी गई मांगों को लागू करो। सफाई, सीवर, फायर, वॉटर सप्लाई, मैन पावर, एमई ब्रांच, सिविल वर्क, ऑफिस कार्यो व ओएंड एम हकरन व डोर टू डोर के ठेकों को समाप्त कर रोल पर करो। डिमिनिशिंग में डाले गए पदों को बाहर करो। कर्मचारी संजय, कर्मबीर, राजेश, प्रदीप ने कहा कि फायर विभाग के पुन निकास विभाग में शामिल किया जाए व नियम 2016 के अनुसार योग्यता पूरी करने पर 2063 फायर ऑपरेटर के पदों पर 1327 फायर ड्राईवर व फायर मैनों को समायोजित किया जाए। पुरानी पैंशन बहाल हो सहित अन्य मांगों को जल्द से जल्द लागू करने की मांग की। इस दौरान सुभाष, मुकेश, प्रकाश, रत्नलाल, सुनिल, राकेश, नरेन्द्र, पवन, रौशनी,बिमला, शशि बाला, सहित अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 08: झाडू प्रदर्शन कर किया रोष प्रकट करते कनीना नपा के सफाईकर्मी







राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय, स्याणा में स्वच्छता एवम जल जागरूकता कार्यक्रम आयोजित
-दो अक्टूबर तक चलेगा कार्यक्रम
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कनीना की आवाज। कनीना उप मंडल की ग्राम पंचायत स्याणा में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में प्रधानाचार्य प्रवीण कुमार की अध्यक्षता में स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा अभियान के तहत स्वच्छता एवं जल जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, जल एवं स्वच्छता सहायक संगठन की ओर से खंड संसाधन संयोजक मोहित कुमार ने विद्यार्थियों को बताया कि इस बार की थीम गार्बेज फ्री इंडिया अथवा कचरा मुक्त भारत है। 2 अक्टूबर राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जयंती तक स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा में सभी जन भागीदारी से स्वच्छता अभियान को सफल बनाना है। इसके साथ ही बताया कि साफ सफाई एवं स्वच्छता हम सबकी जिम्मेदारी है। इसके साथ ही जल जीवन मिशन, जल संरक्षण एवं जल गुणवत्ता के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। एचटूएस किट के माध्यम से जीवाणु परीक्षण विधि के बारे में जानकारी दी गई।
खंड संसाधन संयोजक मोहित कुमार ने सभी विद्यार्थियों को स्वच्छता एवं जल प्रहरी की भूमिका निभाने के लिए प्रेरित किया। प्रधानाचार्य ने बताया कि स्वच्छता एक अच्छी आदत है जो हम सभी के लिए जरूरी है। स्वच्छता एक स्वस्थ जीवन और लंबी आयु के लिए भी जरूरी है। इस अवसर पर प्रधानाचार्य प्रवीण कुमार, प्रवक्ता डॉ पवन कुमार, राजेश कुमार प्रवक्ता हिन्दी, राजेश कुमार प्रवक्ता अंग्रेजी,सूरत सिंह प्रवक्ता इतिहास, श्रीमती माया देवी संस्कृत अध्यापिका,जगवंती हितेंद्र,पूनम, संगीता, श्रीभगवान, ओमप्रकाश, दिनेश, जगदीश,अनिल , हनुमान, ऋषिराज आदि मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 05: खंड संसाधन संयोजक स्वच्छता की जानकारी देते हुए।







 कट की मांग को लेकर 191वें दिन धरना रहा जारी
-अनिश्चितकालीन धरने पर अडिग हैं ग्रामीण
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कनीना की आवाज। राष्ट्रीय राजमार्ग 152 डी पर सेहलंग -बाघोत के बीच कट के लिए ग्रामीणों का अनिश्चितकालीन धरना 191वें दिन भी जारी रहा। मंगलवार को धरने की अध्यक्षता मास्टर विजयपाल सेहलंग ने की।
 धरना संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय सिंह चेयरमैन ने रोष जताते हुए कहा कि धरने को चलते 191 दिन हो गए हैं और कभी बरसात कभी आंधी में उनकी हालात अति बदतर हो रही है। बुजुर्ग धरने की कमान संभाले हुए हैं। एक ओर खरीफ फसल बर्बाद हो रही है वहीं रबी फसल की तैयारियों में विघ्न पड़ रहा है किंतु आश्वासन को मन में धारण कर किसान शांति पूर्वक तरीके से धरना स्थल  पर बैठे हुए हैं। उन्होंने बताया जब तक केंद्र सरकार कट का काम शुरू नहीं करती है तब तक हमारा धरना जारी रहेगा।
  उन्होंने बताया कि हमें केंद्र सरकार पर विश्वास करके राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग धरने पर बैठ पल पल कट बनाये जाने के आदेशों का इंतजार है। केंद्र सरकार धरने पर बैठे लोगों के दर्द को समझे और जितना जल्दी हो सके कट का काम शुरू करवाया जाए।
 उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर  बाघोत -सेहलंग कट बनवाने पर 40 गांव के लोगों को आने-जाने,  व्यापार में, शिक्षा में और रोजगार के क्षेत्र में नए रास्ते खुल जाएंगे ऐसे में कट बनना इस इलाके के विकास का पहला प्वाइंट होगा।
 इस मौके पर संघर्ष समिति के सदस्य चेयरमैन सतपाल पोता और प्रधान कृष्ण कुमार सेहलंग  ,पहलवान रणधीर सिंह, नरेंद्र शास्त्री, पहलवान धर्मपाल, जगदीश प्रसाद शर्मा, जिला पार्षद लीलाराम, नंबरदार नथूराम, नंबरदार लोकेंद्र सिंह, करण सिंह,ठेकेदार शेर सिंह, मास्टर विजय सिंह,  कृष्ण कुमार पंच,सुरेंद्र सिंह, पूर्व उपसरपंच हंस कुमार, सूबेदार हेमराज,  वेद प्रकाश, दाताराम, सीताराम, ईश्वर सिंह, शेर सिंह,प्यारेलाल, रोशन लाल आर्य, सूबे सिंह पंच,बाबूलाल,  सतनारायण साहब,मनोज कुमार करीरा, डॉ सुरेंद्र सिंह, डॉ राम भक्त, मुंशी राम  व गणमान्य लोग मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 06: कट की मांग को लेकर ग्रामीण धारने पर बैठे हुए।






समशेर कोसलिया को बाबू बालमुकुंद गुप्त सम्मान-2023 से  सम्मानित
-हरियाणा साहित्य अकादमी से पहले भी उनकी पुस्तक पुरस्कृत है
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कनीना की आवाज। हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी पंचकूला एवं बाबू बालमुकुंद गुप्त पत्रकारिता एवं साहित्य संरक्षण परिषद पंजीकृत रेवाड़ी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित आजादी के अमृत महोत्सव के राष्ट्रीयता के अग्रदूत, यशस्वी साहित्यकार एवं मूर्धन्य पत्रकार बाबू बालमुकुंद गुप्त की 116वीं पुण्यतिथि के अवसर पर गत 18 सितंबर को बाबू बालमुकुंद गुप्त स्मृति समारोह 2023 में कनीना उपपमंडल के गांव स्याणा निवासी समशेर कोसलिया को बाबू बालमुकुंद गुप्त सम्मान 2023 (हरियाणवी में) से सम्मानित किया गया। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि लक्ष्मण सिंह यादव विधायक कोसली, डॉ चंद्र त्रिखा पूर्व निदेशक हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी पंचकूला, होशियार सिंह उपमंडल अधिकारी नागरिक रेवाड़ी, नरेश चौहान ंसंरक्षक परिषद, वीरेंद्र यादव जिला बाल कल्याण अधिकारी रेवाड़ी, बिमल गुप्त गुप्त के प्रपौत्र कोलकाता ,ऋषि सिंहल अध्यक्ष परिषद, डा प्रवीण खुराना महासचिव परिषद, सत्यवीर नाहडिय़ा महासचिव परिषद के कर कमलों द्वारा सम्मानित किया गया। इस सम्मान में शाल, प्रशस्तिपत्र तथा नगद 5100 रुपये की राशि दी गई। इस अवसर पर बसन्त लोहिया कोसली, राकेश गर्ग, विपिन सुनेजा रेवाड़ी, डॉ संतराम देशवाल सोनीपत, प्रोफेसर रमेश चंद्र शर्मा रेवाड़ी, श्रीमती राजकला देशवाल सोनीपत, हेमंत सिंहल, आलोक भाण्डोरिया, कृष्ण भगवान गोयल, दलबीर फूल, राजपाल यादव जुड्डी, मुकुट अग्रवाल, योगेश कौशिक, रमेश चंद्र कौशिक,अजय शर्मा प्राचार्य, ईश्वर सिंह डी पी आदि गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
राजेन्द्र बाबू जी, सुमेर सिंह पूर्व सरपंच, सत्यवीर सिंह यादव डागर पूर्व प्राचार्य, विजयपाल सेहलंगिया पूर्व प्रवक्ता, सत्यव्रत शास्त्री निदेशक सांस्कृतिक अहीरवाल, सुरेन्द्र सिंह अध्यक्ष महेन्द्रगढ़ संभाग सांस्कृतिक अहीरवाल, रोहित यादव वरिष्ठ साहित्यकार, आनंद प्रकाश आर्टिस्ट अध्यक्ष आनन्द कला मंच, देवेन्द्र डागर, राष्ट्रीय कवि पं रामकुमार भारतीय,श्रृद्धानंद महाराज ढाब आश्रम स्थल स्याणा,ज्ञान सिंह यादव पूर्व प्राचार्य,बहन सुनीता आनंद,बहन अभिरूचि यादव डागर आईएएस इत्यादि गणमान्य लोगों ने श्री कोसलिया को बधाई दी।
श्री कोसलिया ने हरियाणा सरकार तथा हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी से पुरजोर मांग करते हुए कहा कि लोक आशु महाकवि पं सुखीराम गुणी हरियाणा के समस्त लोक कवियों से तुलना की जाए तो सबसे श्रेष्ठ कवि थे इसलिए सुखीराम गुणी के नाम से कम से कम पांच लाख रुपए का एक बड़ा सम्मान तुरंत प्रभाव से शुरू किया जाए। सुखीराम गुणी के नाम से बड़ा सम्मान शुरू किया जाता है तो लोक आशु महाकवि को सरकार की सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
फोटो कैप्शन 03: समशेर सिंह कोसलिया को बाबू बालमुकुंद गुप्त सम्मान देते हुए।






 बाबा लाल गिरी आश्रम में प्राण प्रतिष्ठित की गई गणेश प्रतिमा
-250 महिलाओं ने निकाली कलश यात्रा
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कनीना की आवाज। कनीना के सरकारी कालेज के पास स्थित बाबा लालगिरी स्थल पर गणेश चतुर्थी के दिन गणेश की मूर्ति को प्राण प्रतिष्ठित किया। इससे पूर्व प्रतिमा को पूरी कस्बा कनीना में घुमाया तत्पश्चात प्राण प्रतिष्ठित कर प्रसाद वितरित किया। उसकी जानकारी देते हुये मोहन पार्षद ने बताया कि परे कस्बा कनीना में कलश यात्रा निकाली गई जिसमें करीब ढाई सौ महिलाओं ने कलश लेकर गणेश प्रतिमा के पीछे-पीछे कनीना भ्रमण करते हुए किया और तत्पश्चात लालगिरी स्थल पर पहुंचे जहां विधि विधान से मूर्ति को प्राण प्रतिष्ठित किया गया है।
उल्लेखनीय है कि लाल गिरी आश्रम पर जहां शरद पूर्णिमा को खीर बनाई जाती है वही समय-समय पर कई जन कल्याणकारी कार्य किए जाते हैं। आश्रम में दिनभर भक्तों का तांता लगा रहा।
फोटो कैप्शन 03: गणेश की मूर्ति प्राण प्रतिष्ठित करते हुए।
             04: गणेश प्रतिमा के पीछे कलशयात्रा निकालते हुए महिलाएं।





धनौंदा में लाइब्रेरी का उद्घाटन किया
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कनीना की आवाज। ग्रामीण अंचल में युवाओं ने लाइब्रेरी संचालित कर अनुकरणीय पहल की है। छात्रों तथा युवाओं को इस लाइब्रेरी का लाभ उठाकर अपने लक्ष्य को प्राप्त करना चाहिए।
  ये उद्गार मुख्य अतिथि अतरलाल ने जिला के गांव धनौन्दा के बस अड्डे पर लाइब्रेरी का रिबन काटकर उद्घाटन करने के बाद व्यक्त किए। उन्होंने युवा नेता रवि तथा उनकी टीम का गांव में लाइब्रेरी स्थापित करने के लिए धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि गांवों में अच्छे पुस्तकालयों के अभाव के कारण युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने में बहुत मुश्किलें आती हैं। उन्होंने खुशी व्यक्त करते हुए कहा कि हमारे इलाके के युवा तथा छात्रों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। युवाओं में यूपीएससी, एचपीएससी, एनडीए, नीट, जेईई तथा अन्य राज्य की प्रतियोगी परीक्षाओं को पास करने का भारी जुनून है। अब यहाँ लाइब्रेरी स्थापित होने से उनके सपनों को पंख लगेंगे और वे अपने लक्ष्य को प्राप्त करने में सफल होंगे। उद्घाटन से पहले हवन यज्ञ किया गया। इस अवसर पर पूर्व चेयरमैन रत्न सिंह, सरपंच प्रतिनिधि थानेदार बीर सिंह, राजेन्द्र सिंह नंबरदार, किशनपाल, मीर सिंह वैद्य, जगतसिंह, कैलाश सेठ, हरिओम, भागीरथ शर्मा, हिमांशु, भुपेन्द्र, पंकज, रवि, नरसिंह, मोनू, प्रदीप, मदन सिंह, पवन आदि मौजीजान उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 03:धनौन्दा में रिबन काटकर लाइब्रेरी का उद्घाटन करते मुख्य अतिथि अतरलाल।






बाघोत में वीर राजा मिहिर भोज की प्रतिमा पर फूल माला पहना मनाया गया अंतर्राष्ट्रीय गुर्जर दिवस
--राजा मिहिर भोज परम प्रतापी और पराक्रमी राजा थे
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कनीना की आवाज। कनीना उप मंडल के गांव बाघोत मे ंवीर राजा मिहिर भोज की प्रतिमा पर फूल माला अर्पित कर अंतर्राष्ट्रीय गुज्जर दिवस मनाया गया। बीडीसी सदस्य एवं नंबरदार महिपाल सिंह गुज्जर ने राजा मिहिर भोज के पराक्रम और राष्ट्र रक्षा के लिए किए गये कार्यों को याद करते हुए उनके पदचिन्हों पर चलने की उपस्थित युवाओं को शपथ ग्रहण कराई। इस दौरान प्रदीप गुर्जर ने बताया कि राजा मिहिर भोज परम प्रतापी और पराक्रमी राजा थे। उन्होंने बताया कि इनका सामाराज्य मुल्तान से लेकर बंगाल तक और उत्तर में कश्मीर से लेकर दक्षिण में कर्नाटक तक फैला हुआ था। उन्होंने कहा कि राजा मिहिर भोज भगवान विष्णु के परम भक्त थे। उन्होंने बताया कि वीर राजा ने अपने शासनकाल में कन्नोज को अपनी राजधानी बनाया। मिहिरभोज ने विदेशी आक्रमणकारियों से अपने साम्राज्य की रक्षा के लिए युद्ध किया और विदेशी आक्रमणकारियों को धूल चटाई। इस अवसर पर बीडीसी मेंबर एवं नंबरदार महिपाल सिंह, फौजी बलराज पहलवान, अनूज कोच, संजय नम्बरदार, प्रदीप गुर्जर, नरेश, साहिल, प्रदीप पहलवान, आशिष गुर्जर, संजय पहलवान, काला पहलवान, विकास गुर्जर, मोनू गुर्जर आदि मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 07: राजा मिहिर को याद करता गुर्जर समाज






राजकीय कन्या उच्च विद्यालय को क्रमोन्नत करवाने के लिए किए जा रहे हैं संभव प्रयास
-जन संवाद में रखा गया था मुद्दा
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कनीना की आवाज। सरकार जहां एक ओर गांवों में स्थित सरकारी उच्च विद्यालयों में विद्यार्थी की संख्या कम होने के कारण उन्हें पदावनत कर रही है वही कनीना के  राजकीय कन्या उच्च विद्यालय को बचाने के लिए शिक्षा समिति कनीना, स्कूल मैनेजमेंट कमेटी इसे क्रमोन्नत करने की गुहार लगा रहे हैं।
 जहां मनोहर लाल खट्टर के कनीना में जन संवाद कार्यक्रम में यह मुद्दा जोर-जोर से रखा गया। तत्पश्चात लगातार शिक्षा विभाग इस मुद्दे को लेकर हरकत में आया हुआ है। वर्तमान में शिक्षा विभाग ने विद्यालय में विभिन्न विद्यार्थियों की संख्या मांगी है ताकि से क्रमोन्नत किया जा सके। जहां स्कूल की बात की जाए तो यह सबसे पुराना कनीना का स्कूल है। वैसे भी कनीना में सरकारी स्कूल जहां मुफ्त 12वीं तक शिक्षा पा सके कोई सरकारी बाकी नहीं बचा है। राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मंडी में स्थित है वहीं राजकीय मॉडल स्कूल में फीस लगती है। लड़कों के लिए कोई भी स्कूल नहीं होने से अब समस्त कनीना वासियों ने राज्य के कन्या उच्च विद्यालय में को-एजुकेशन शुरू करने और क्रमोन्नत करने की मांग की है। इस संबंध में मुख्य अध्यापक नरेश कुमार ने विगत दिनों जहां मुख्श्मंत्री कके कनीना में संपन्न जन संवाद कार्यक्रम में यह मुद्दा रखा था। कनीना के सबसे अधिक लोग इस विद्यालय से पढ़कर निकले हैं और आज भी क्रमोन्नत के लिए गुहार चल रही है। यदि इसमें सह शिक्षा लागू कर दी जाए और उसे क्रमोन्नत कर दिया जाए तो विद्यार्थियों की संख्या बढ़ेगी क्योंकि आसपास मुफ्त शिक्षा पाने के लिए कोई स्कूल नहीं है। इस संबंध में एक पत्र भी कनीना की एसएमसी एवं शिक्षा समिति ने मुख्यमंत्री को भेजा है।
    उल्लेखनीय है कि शिक्षा विभाग द्वारा विद्यालयों को क्रमोन्नति करने के लिए नियम तो बनाए गए हैं लेकिन उसमें कभी एकरूपता नहीं रही रेवाड़ी जिले के जाटूसाना  खंड के सूमा -कतोपूरी  गांव में प्राथमिक स्कूल को बच्चियों के साथ होने वाली छेडख़ानी के विरोध में  हुए ग्रामीणों के बहिष्कार के बाद  प्राथमिक विद्यालय से अपग्रेड  कर  सीधा वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय  स्कूल बना दिया गया था। इसी प्रकार अनेक स्कूलों को मिडिल से सीधा सीनियर सेकेंडरी बनाया इसी प्रकार सन 2017 में कनीना खंड के राजकीय मिडिल स्कूल अगिहार को सीधा अपग्रेड कर सीनियर सेकेंडरी स्कूल बनाया गया। वही महेंद्रगढ़ के स्कूल जाट को भी सीधे मिडिल से सीनियर सेकेंडरी स्कूल बनाया गया।
अधिकांश मामलों में जब ग्रामीण  शिक्षा हित में लामबंद होते हैं तो वह सरकार पर दबाव बनाकर शिक्षा विभाग पर दबाव बनाकर  स्कूलों को अपग्रेड करवा लेते हैं। अनेक विद्यालय आज छात्र संख्या के अभाव में  बंद किया जा रहे हैं या समीपवर्ती स्कूलों में मर्ज किए जा रहे हैं जबकि कनीना का राजकीय कन्या उच्च विद्यालय इस क्षेत्र का सबसे नामचीन विद्यालय रहा है।
 हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड के अध्यक्ष डॉ वी. पी. यादव ने भी पिछले दिनों  इस विद्यालय में कार्यक्रम के दौरान शीघ्र ही स्कूल को क्रमोनत करवाने के लिए शिक्षा मंत्री व मुख्यमंत्री से अनुरोध करने की बात कही थी।
फोटो कैप्शन 09: राजकीय कन्या उच्च विद्यालय कनीना।




ऋषि पंचमी 20 सितंबर
सात ऋषियों को समर्पित है यह पर्व- सुरेंद्र शर्मा
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कनीना की आवाज। भाद्रपद माह की शुक्ल पक्ष की पंचमी को ऋषि पंचमी नाम से जाना जाता है। इस पर्व के दिन सात ऋषियों की पूजा की जाती है। 20 सितंबर को कनीना और आसपास सभी गांवों में ऋषि पंचमी मनाई जा रही है। सनातन धर्म यह सप्त ऋषियों को समर्पित पर माना जाता है। इस दिन गंगा स्नान दान देने का महत्व है।
ऋषि पंचमी व्रत की पुरानी कथा कनीना के बारे में सुरेंद्र शर्मा बताते हैं कि इस दिन एक ऐसी कहानी सुनाई जाती है जिसमें ऋषि पंचमी के व्रत करने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है। इस कहानी में बताया जाता है की माहवारी के दौरान बर्तन छूने से किस प्रकार कष्ट झेलना पड़े और जब उसने ही ऋषि  पंचमी का व्रत किया तो फिर से उसको सौभाग्य की प्राप्ति हुई।
 क्या है व्रत का तरीका -
सुरेंद्र शर्मा बताते हैं की स्नान ध्यान आदि करके साफ सुथरे हल्के पीले रंग में वस्त्र धारण करें। लकड़ी की चौकी चौकी पर सात ऋषियों की फोटो लगाए। सामने कलश रखकर ऋषियों की धूप दिखाकर पीले फल, फूल मिठाई आदि अर्पित करे। अपनी की हुई जीवन की गलतियों के लिए क्षमा मांगे, दूसरों की मदद का संकल्प ले, बुजुर्गों का आशीर्वाद प्राप्त करें।
 क्या है ऋषि पंचमी की कथा पौराणिक कथा-
सुेंद्र शर्मा के अनुसार उत्तक नामक ब्राह्मण अपनी पत्नी के साथ निवास निवास करता था। उनकी दो संताने थी एक पुत्र तथा एक पुत्री। ब्राह्मण ने योग्य वर देखकर बेटी का विवाह कर दिया लेकिन कुछ दिनों के बाद उसके पति की अकाल मृत्यु हो गई। बेटी मायके वापस लौट आई। जब एक दिन विधवा पुत्री सो रही थी तब मां उसके शरीर से कीड़े उत्पन्न होते नजर आए। यह बात ब्राह्मण को पता चला तो उसने तप के बल से पता लगाया कि विगत जन्म में उसने माहवारी के दौरान एक बड़ी गलती की थी, बर्तनों को छू लिया था, ऋषि पंचमी का व्रत भी नहीं किया था जिसके कारण यह दशा हुई। पिता के कहने पर पुत्री ने ऋषि पंचमी का व्रत किया और वह फिर से सौभाग्य धन-धान्य प्राप्त हो गया। तब से यही कथा सुनाई जाती है।
ऋषि पंचमी 20 सितंबर 2023 को मनाई जाएगी जो की पंचमी तिथि मंगलवार के दिन दोपहर 1:45 से शुरू होकर बुधवार को 2:18 तक रहेगी।  इस दिन ऋषि मुनि वशिष्ठ कश्यप, विश्वामित्र  अत्रि, गौतम, भारद्वाज, जमदग्नि सप्त ऋषियों की पूजा की जाती है।  जिन प्राचीन ऋषियों ने अपने संपूर्ण जीवन का त्याग कर वेदों जैसे अमर ग्रंथ रचे उनके प्रति ऋणी रहकर कृतज्ञता के साथ कथा श्रवण किया जाए। ऋषि पंचमी व्रत करना महिलाओं के लिए उत्तम माना जाता है।
ऋषि पंचमी का व्रत आज
 कैसे करें पूजा
शितिकंठा ज्योतिष केंद्र के ज्योतिषाचार्य पंडित ऋषि राज शर्मा ने बताया की
भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की पंचमी तिथि को ऋषि पंचमी मनाई जाती है. इस साल ऋषि पंचमी का व्रत , आज 20 सितंबर को रखा जाएगा.
सप्तर्षियों की पूजा का शुभ मुहूर्त 10:44 से 1:03 तक रहेगा !
शास्त्रों के अनुसार, इस दिन अनजाने में हुई गलतियों से प्रायश्चित के लिए उपवास किया जाता है. ऋषि पंचमी पर पुरुष और महिलाएं सप्त ऋषियों की पूजा करती हैं और उनका आशीर्वाद प्राप्त करती हैं. इन सप्त ऋषियों के नाम कश्यप, अत्रि, भारद्वाज, विश्वामित्र, गौतम, जमदग्नि और वशिष्ठ है.
ऋषि पंचमी के दिन सूर्योदय से पहले स्नान कर लें और साफ-सुथरे हल्के पीले रंग के वस्?त्र धारण करें. एक लकड़ी की चौकी पर सप्त ऋषियों की फोटो या विग्रह लगाएं और उनके सामने जल भरकर कलश रखें. सप्?त ऋषि को धूप-दीपक दिखाकर पीले फल-फूल और मिठाई अर्पित करें.  
पंडित ऋषि राज शर्मा ने बताया की
विदर्भ देश में उत्तंक नामक एक सदाचारी ब्राह्मण रहता था। उसकी पत्नी बड़ी पतिव्रता थी, जिसका नाम सुशीला था। उस ब्राह्मण के एक पुत्र तथा एक पुत्री दो संतान थी। विवाह योग्य होने पर उसने समान कुलशील वर के साथ कन्या का विवाह कर दिया। दैवयोग से कुछ दिनों बाद वह विधवा हो गई। दुखी ब्राह्मण दम्पति कन्या सहित गंगा तट पर कुटिया बनाकर रहने लगे।
एक दिन ब्राह्मण कन्या सो रही थी कि उसका शरीर कीड़ों से भर गया। कन्या ने सारी बात मां से कही। मां ने पति से सब कहते हुए पूछा- प्राणनाथ! मेरी साध्वी कन्या की यह गति होने का क्या कारण है?
उत्तंक ने समाधि द्वारा इस घटना का पता लगाकर बताया- पूर्व जन्म में भी यह कन्या ब्राह्मणी थी। इसने रजस्वला होते ही बर्तन छू दिए थे। इस जन्म में भी इसने लोगों की देखा-देखी ऋषि पंचमी का व्रत नहीं किया। इसलिए इसके शरीर में कीड़े पड़े हैं। धर्म-शास्त्रों की मान्यता है कि रजस्वला स्त्री पहले दिन चाण्डालिनी, दूसरे दिन ब्रह्मघातिनी तथा तीसरे दिन धोबिन के समान अपवित्र होती है। वह चौथे दिन स्नान करके शुद्ध होती है। यदि यह शुद्ध मन से अब भी ऋषि पंचमी का व्रत करें तो इसके सारे दुख दूर हो जाएंगे और अगले जन्म में अटल सौभाग्य प्राप्त करेगी।
पिता की आज्ञा से पुत्री ने विधिपूर्वक ऋषि पंचमी का व्रत एवं पूजन किया। व्रत के प्रभाव से वह सारे दुखों से मुक्त हो गई। अगले जन्म में उसे अटल सौभाग्य सहित अक्षय सुखों का भोग मिला।
ऋषि पंचमी सभी वर्ग की स्त्रियों को करना चाहिए।
 कश्यपोत्रिर्भरद्वाजो विश्वामित्रोथ गौतम:।
जमदग्निर्वसिष्ठश्च सप्तैते ऋषय: स्मृता:॥
दहन्तु पापं सर्व गृह्नन्त्वर्ध्यं नमो नम:॥
से अर्घ्य दें। इसके पश्चात बिना बोया पृथ्वी में पैदा हुए शाकादिका आहार करके ब्रह्मचर्य का पालन करके व्रत करें।
इस प्रकार सात वर्ष करके आठवें वर्ष में सप्तर्षिकी पीतवर्ण सात मूर्ति युग्मक ब्राह्मण-भोजन कराके उनका विसर्जन करे
 ऋषि पंचमी का व्रत को करने वाली महिलाएं इस दिन हल का बोया अनाज नहीं खाती हैं. मोरधन एक प्रकार का चावल है जिसको समा का चावल भी कहा जाता है. इसके और भी कई नाम हैं जैसे: समो, मोरियो, कोदरी, समवत, सामक चावल, भगर, वरी, श्याम या श्यामा चावल,
खाना चाहिए
नमक नही खाना चाहिए ...
आटा का सेवन ना करें
कहीं-कहीं, किसी प्रांत में स्त्रियां पंचताडी तृण एवं भाई के दिए हुए चावल कौवे आदि को देकर फिर स्वयं भोजन करती है !
फोटो कैप्शन: सुरेंद्र शर्मा।





























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