नाम वापस लेने के बाद बचे हुये प्रत्याशियों को चुनाव चिह्न आबंटित
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कनीना की आवाज। अटेली विधानसभा क्षेत्र से नाम वापस लेने के बाद आठ प्रत्याशी मैदान में बचे हैं। नामांकन के दौरान कुल 14 नामांकन हुये थे जिनमें से छटनी के दौरान तीन कवरिंग प्रत्याशियों के नामांकन अस्वीकृत कर दिया गयाथा। तत्पश्चात 11 प्रत्याशी मैदान में बचे थे। छंटनी के बाद 5 महिलाएं तथा 6 पुरुष प्रत्याशी मैदान में रह गये हैंं। 16 सितंबर को तीन प्रत्याशियों हेमंत कृष्ण निर्दलीय, संतोष यादव निर्दलीय तथा ओमप्रकाश इंजीनियर निर्दलीय ने नाम वापस ले लिये हैं। नाम वापस लेने के बाद मैदान में 8 प्रत्याशी बचे हैं जिनको चुनाव चिह्न भी आबंटित कर दिये गये हैं। चुनाव चिह्न निम्र प्रकार से होंगे
क्रम नाम गांव चुनाव चिह्न
1.आरती सिंह राव रामपुरा कमल
2.अनीता यादव कोसली हाथ
3.साधना धनौंदा आजाद अलमारी
4.ओमप्रकाश एसयूसीआई कांच का गिलास
5.अतरलाल बीएसपी+इनेलो हाथी
6.आयुषी यादव सहारनवास चाबी
7.सुनील राव गुरुग्राम आम आदमी झाड़ू
8.जोगेंद्र फौजी अटेली गन्ना किसान
मतदान 5 अक्टूबर को होगा।
ताला तोड़कर अज्ञात चोर लाखों रुपये के आभूषण चोरी कर ले गया
कनीना पुलिस ने मामला किया दर्ज
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कनीना की आवाज। कनीना उप मंडल के गांव झाड़ली निवासी कैलाश के घर से अज्ञात चोर 14 सितंबर की दोपहर घर के कमरे का ताला तोड़कर बक्से में रखें लाखों रुपये की जेवरात ले उड़ा। कैलाश ने पुलिस में बताया कि अज्ञात चोर सोने की अंगूठी, कानों की झुमकी, माथे का टीका व मंगलसूत्र चोरी कर ले गया। उन्होंने बताया कि करीब 2:30 बजे घर पर उनका पुत्र आया तब उन्हें पता चला लेकिन अभी तक हम अपने तौर पर पता कर रहे थे किंतु कोई सुराग ने मिलने पर उन्होंने कनीना पुलिस में मामला दर्ज करवा दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पेपर देने गई लड़की गुम
गुमशुदगी का मामला दर्ज
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कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के गांव से एक 29 वर्षीय लड़की गायब हो गई। पेपर दिलवाने के लिए महेंद्रगढ़ के पास एक गांव गई थी लेकिन वापस न आने पर परिवार ने फोन किया। फोन भी बंद आ रहा है। उसके पिता की शिकायत पर लड़की की गुमशुदगी का मामला दर्ज कर लिया है।
इंडेन गैस कनेक्शन ग्राहकों को ईकेवाईसी करवाना अनिवार्य
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कनीना की आवाज। शहीद एके इंडेन गैस एजेंसी गाहड़ा रोड कनीना के सभी गैस ग्राहकों से एजेंसी के सप्लाई इंचार्ज रतीराम यादव ने बताया है कि कंपनी के निर्देशानुसार एजेंसी के सभी गैस उपभोक्ता अपने साथ गैस की कापी आधार कार्ड के साथ अपना रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर लेकर स्वयं एजेंसी में आकर अपना ईकेवाईसी समय पर करवाए। उन्होंने बताया कि ईकेवाईसी करने वाले ग्राहक को ही गैस कनेक्शन का फायदा मिलेगा तथा एलपीजी उपयोग की सुरक्षा की दृष्टि से जिस गैस उपभोक्ता की सुरक्षा हौज एवं गैस की नलकी की अवधि 5 वर्ष पूरी हो चुकी है वह अपनी सुरक्षा की नलकी एजेंसी या डिलीवरी मैन से 190 रुपये देकर चेंज करवाना अनिवार्य रूप से लागू कर दिया गया है तथा इसके अतिरिक्त सभी एलपीजी उपभोक्ता अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से आनलाइन गैस बुकिंग नंबर 8454955555 पर मिस काल से बुकिंग करवाये। गैस डिलीवरी लेते समय उपभोक्ता के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर आए डिलीवरी कोड को डिलीवरी मैन को सूचित करने पर गैस की डिलीवरी दी जाएगी। इसके अलावा एजेंसी इंचार्ज ने बताया कि सभी एलपीजी उपभोक्ता सिलेंडर रिफिल की अदायगी आनलाइन करें। उन्होंने यह भी बताया कि इस एजेंसी पर ग्राहकों की सुरक्षा की दृष्टि से कंपनी द्वारा नए रूप में हल्के कंपोजिट सिलेंडर के कनेक्शन शुरू किए गए हैं जो 10 किलोग्राम वजन में है। इंडेन गैस का यह कंपोजिट सिलेंडर एक नए प्रकार के नए गैस सिलेंडर हैं। जो पारंपरिक स्टील सिलेंडरों की तुलना में अधिक सुरक्षित तथा लगभग 50 प्रतिशत हल्के अधिक टिकाऊ और उपयोगकर्ता मित्र होते हैं। इसमें स्पष्ट गैस की सतह का इंडिकेटर होता है यह नवाचारी उत्पाद है जो गैस उपयोगकर्ताओं के लिए सुरक्षा, सुविधा और स्थिरता प्रदान करता है।
पुलिस अधीक्षक ने कनीना क्षेत्र के मतदान बूथों का किया निरीक्षण
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कनीना की आवाज। विधानसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर पुलिस अधीक्षक ने कनीना क्षेत्र के मतदान बूथों का निरीक्षण किया।
पुलिस अधीक्षक अर्श वर्मा ने विधानसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर आज कनीना क्षेत्र के मतदान केंद्रों का निरीक्षण किया। पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि पुलिस अधीक्षक के निर्देशानुसार विधानसभा चुनावों को लेकर सभी पर्यवेक्षण अधिकारियों और प्रबंधक थाना द्वारा पोलिंग बूथों का भौतिक निरीक्षण किया जा रहा है, पुलिस कप्तान स्वयं भी मतदान केंद्रों का निरीक्षण कर सुरक्षा व्यवस्था का जायजा ले रहे हैं। एसपी ने आज शाम छितरोली, स्याना, बाघौत एवम् सेहलांग गांव में निरीक्षण के क्रम में मतदान केंद्रों पर सुरक्षा संबंधी पहलुओं का जायजा लिया। वहां पर उन्होंने कनीना डीएसपी दिनेश कुमार से बूथों की जानकारी ली। मतदान कर्मी के ठहराव की व्यवस्था, केंद्र पर मूलभूत सुविधाओं का जायजा लिया। मतदान केंद्रों में शौचालय, बिजली, पंखा, पानी आदि का जायजा लिया।
पुलिस द्वारा आगामी विधानसभा चुनाव को शांतिपूर्ण तरीके से आयोजित कराने की योजना बनाई जा रही है, पोलिंग बूथ की सुरक्षा संबंधी नीतियों का भी खासा ख्याल रखा जाएगा। साथ ही सभी मतदान केंद्रों पर पुलिस द्वारा पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था की जाएगी। संवेदनशील मतदान केंद्रों पर पुलिस के साथ-साथ सीएपीएफ के जवानों को भी तैनात किया जाएगा। उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लेते हुए पुलिस अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए। साथ ही स्थानीय लोगों से भी बातचीत कर चुनाव में सहयोग की अपील की।
फोटो कैप्शन 04: पुलिस अधीक्षक कनीना के छीथरोली बूथ का निरीक्षण करते हुए।
ससुर एवं पुत्रवधू होंगे आमने सामने
-मैदान में बचे हैं 08 प्रत्याशी जिनमें से 4 महिलाएं
-नाम वापस लेने की अंतिम तिथि थी 16 सितंबर
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कनीना की आवाज। अटेली विधानसभा क्षेत्र से नाम वापस लेने के बाद आठ प्रत्याशी मैदान में बचे हैं। नामांकन के दौरान कुल 14 नामांकन हुये थे जिनमें से छटनी के दौरान तीन कवरिंग प्रत्याशियों के नामांकन अस्वीकृत कर दिया गयाथा। तत्पश्चात 11 प्रत्याशी मैदान में बचे थे। छंटनी के बाद 5 महिलाएं तथा 6 पुरुष प्रत्याशी मैदान में रह गये हैंं। 16 सितंबर को तीन प्रत्याशियों हेमंत कृष्ण निर्दलीय, संतोष यादव निर्दलीय तथा ओमप्रकाश इंजीनियर निर्दलीय ने नाम वापस ले लिये हैं। नाम वापस लेने के बाद मैदान में 8 प्रत्याशी बचे हें जिनको चुनाव चिह्न भी आबंटित कर दिये गये हैं। नाम वापस लेने के बाद बचे प्रत्याशी निम्र हैं-
क्रम नाम गांव पार्टी लिंग
1.आरती सिंह राव रामपुरा भाजपा महिला
2.अनीता यादव कोसली कांग्रेस महिला
3.साधना धनौंदा आजाद महिला
4.ओमप्रकाश गणियार एसयूसीआई पुरुष
5.अतरलाल धनौंदा बीएसपी+इनेलो पुरुष
6.आयुषी यादव सहारनवास जेजेपी महिला
7.सुनील राव गुरुग्राम आम आदमी पार्टी पुरुष
8.जोगेंद्र कुमार अटेली आजाद पुरुष
अब मैदान में अनीता यादव कांग्रेस प्रत्याशी पूर्व विधायक एवं पूर्व सीपीएस रह चुकी है। वहीं आरती सिंह राव ने भाजपा से एक नहीं अपितु तीन नामांकन किये हैं। तीन प्रत्याशी आजाद बचे हें जिनमें से दो प्रत्याशी आजाद बचे हैं जिनमें से एक पुरुष तथा एक महिला है। शेष छह प्रत्याशी राष्ट्रीय या क्षेत्रिय दलों से संबंधित हैं। आजाद प्रत्याशियों को उनके चुनाव चिह्न अमित कुमार एसडीएम एवं आरओ कनीना ने आबंटित कर दिये हैं। अब चुनावी समर शुरू हो जाएगा। इस बार एक ससुर तथा उसकी पुत्रवधु भी आमने सामने हो रहे हैं। 1982 से 2024 तक के चुनावों में सबसे कम प्रत्याशी 2024 में ही हैं। 1977 से 2024 के बीच संपन्न चुनावों में सबसे कम निर्दलीय भी इसी वर्ष खड़े हैं। 982 में आजाद प्रत्याशी निहाल सिंह तथा वर्ष 2005 में आजाद प्रत्याशी नरेश यादव विजयी रहे हैं। वर्ष 2019 में तीन महिलाएं चुनाव मैदान में थी। अब तब अटेली विधानसभा से दो बार महिला प्रत्याशी जीत हासिल कर चुकी जिनमें अनीता यादव एवं संतोष यादव प्रमुख हैं। अनीता यादव इस बार फिर भाग्य अजमा रही है। वर्ष 2019 में 21 अक्टूबर को चुनाव संपन्न हुए थे जबकि 2024 में 5 अक्टूबर को चुनाव होने जा रहे हैं। इस योजना में चार पुरुष एवं चार महिलाएं अपना अपना भाग्य अजमा रही हैं। मुकाबला कड़ृा होने की प्रबल संभावना बन गई है।
फोटो कैप्शन : मैदान में बचे 08 प्रत्याशियों की फोटो
सिगड़ी गांव में करवाई गई फोगिंग
- लोगों को किया मच्छर जनित रोगों के बारे में जागरूक
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कनीना की आवाज। डा. प्रभा यादव सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सेहलंग की अध्यक्षता में राजेंद्र कुमार हेल्थ इंस्पेक्टर के सुपरविजन में ऋषिराज आर्य एमपीएचडब्ल्यू ने गांव सिगड़ी राजपूत में मलेरिया तथा डेंगू के बचाव के लिए फोगिंग करवाई। गांव सिगड़ी राजपूत तथा राजकीय प्राथमिक पाठशाला सिगड़ी में भी फोगिंग की गई तथा इस मौके पर स्वास्थ्य कर्मचारी ने लोगों को मलेरिया और डेंगू के बचाव के बारे में जानकारी दी। लोगों को बताया कि गंदे पानी के गड्ढों में काला तेल आदि डाल दे या मिट्टी से भरवा दें। गांव में पानी की टंकियां, पशुओं के पानी पीने के बर्तनों, घड़े, सिकोरे आदि में लारवा पैदा होते हैं ऐसे में इनको सप्ताह एक बार खाली करके सुखा लेना चाहिए। उन्होंने लोगों को बताया कि बरसात के मौसम में रात को सोते समय पूरी बाजू के कपड़े पहनकर, मच्छरदानी का प्रयोग करके सोना चाहिए। यदि किसी को बुखार आता है तो नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर खून की जांच करवानी चाहिए जो मुफ्त में की जाती है। घरों के आसपास गंदगी न फैलाए तथा नालियों की सफाई का विशेष ध्यान दें। फोगिंग करवाते समय सरपंच महेंद्र सिंह, रणधीर सिंह, पिंकी आंगनवाड़ी वर्कर ,मोनू एवं मोहन आदि उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 02: सिगड़ी में फोगिंग करते हुए कर्मी।
चंद्र ग्रहण से वाले दिन से शुरू होंगे श्राद्ध
- सूर्य ग्रहण वाले दिन होंगे श्राद्ध संपन्न
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कनीना की आवाज। इस बार अनोखे संयोग से श्राद्ध आ रहे हैं जो चंद्र ग्रहण से शुरू होंगे तथा सूर्य ग्रहण के दिन संपन्न होंगे। दोनों ही ग्रहण इस साल के अंतिम ग्रहण होंगे।
दीपक कौशिक आचार्य ने बताया कि 18 सितंबर को जहां पूर्णिमा के दिन चंद्र ग्रहण लगेगा, यह भारत में नहीं दिखाई देगा। चंद्र ग्रहण सुबह 6 बजकर 12 मिनट से शुरू होगा। उन्होंने बताया कि इसी दिन से श्राद्ध शुरू होंगे। लोग भ्रमित हो रहे हैं कि श्राद्ध 17 सितंबर से शुरू होंगे। 17 सितंबर को पूर्णिमा है लेकिन कुछ समय के लिए।
ऐसे में श्राद्ध 18 सितंबर को शुरू होंगे क्योंकि चंद्र ग्रहण भारत में नहीं दिखाई देगा इसलिए चंद्र ग्रहण का श्राद्ध से कोई संबंध नहीं होगा। उन्होंने बताया कि 2 अक्टूबर को श्राद्ध संपन्न होंगे और उस दिन अमावस्या है। अमावस्या को रात के 9 बजकर 13 से सूर्य ग्रहण प्रारंभ होगा और 3 अक्टूबर को सुबह 3 बजकर17 मिनट तक जारी रहेगा। भारत में यह सूर्य ग्रहण नहीं दिखाई देगा। ऐसे में श्राद्ध पर इसका भी कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। आचार्य का कहना है कि 18 सितंबर से श्राद्ध शुरू होंगे तथा 2 अक्टूबर को श्रद्धा पूर्ण हो जाएंगे जबकि 17 सितंबर को भाद्रपद संपन्न हो रहा है और और 18 सितंबर से अश्विन जिसे ग्रामीण क्षेत्रों में आसोज माह नाम से जाना जाता है शुरू होगा और पितरों के श्राद्ध 18 सितंबर से दो अक्टूबर तक निकाले जा सकते हैं। जिस किसी पितृ की मृत्यु तिथि याद नहीं है उनके श्रद्धा अमावस्या के दिन ही निकल जाते हैं बाकी जिस दिन पितरों की मृत्यु तिथि याद है उसी दिन श्रद्धा निकाले जाने चाहिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि श्राद्ध वास्तव में 18 सितंबर से ही निकालना उचित होगा। उनका कहना है कि हमेशा चंद्र ग्रहण पूर्णिमा के दिन लगता है और सूर्य ग्रहण हमेशा अमावस्या के दिन लगता है।
फोटो कैप्शन: आचार्य दीपक कौशिक
जीवेम् शरद: शतम्
बड़े दल का नेता बड़े शहर में आकर एक बार फरमान सुनाता था-सोमदत्त
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कनीना की आवाज। 81 वर्षीय सेहलग निवासी सोमदत्त भारद्वाज बताते हैं कि मतदान के तौर तरीके सब बदल गये हैं। उनके वक्त के तौर तरीके इक्का दुक्का ही दिखाई देते हैं। उनका कहना है कि पहले मतदान के लिए किसी बड़े दल का नेता बड़े शहर में आकर एक बार फरमान सुनाता था और गांव के गांव उसके समर्थन में जुट जाते थे। गांव के सरपंच की बात का भी बहुत बड़ा रोल होता था अकेला सरपंच या गांव का रुतबेदार आदमी 200 -300 वोटों का ठेकेदार होता था। अब हालात बिलकुल विपरीत है मतदाता जागरूक है। चुनावों में मतदान कर्मी सिरों पर लोहे की पेटिया रखे आते थे ।विधानसभा चुनाव में मत पेटियां भारी लोहे की होती थी जो कालांतर में हल्के वजन की होती चली गई ।
पूरी चुनाव प्रक्रिया में अगर कोई चीज नहीं बदली तो वह अंगुली पर स्याही लगाने का तरीका, कत्ल की रात को दारू और पैसे का वितरण और मतदान एजेंटों का अपने पक्ष के वोट डलवाने के लिए धींगामुस्ती करना। अब नई हल्के वजन की मशीन आ गई है, स्याही से भरी मोहर की जरूरत नहीं लेकिन अब भी अनेक लोग अंगूठा लगाने वाले स्याही को मशीन पर लगाकर आ जाते हैं।
आज के दिन मतदान के तरीके मोबाइल ने बदल दिये हैं। जो जानकारी 24 घंटों में लगती थी वो एक क्षण में लग जाती है। जागरूकता अधिक आई है वहीं प्रचार के लिए नेता जीना हराम कर देते हैं, माइकों का प्रचार बढ़ा है वहीं इश्तहार, बैनर युद्ध भी बढ़ा है। बैर भाव भी चर्तमान चुनावों में अधिक देखने को मिलता है। पहले मत डालने के लिए मतदाता कम जाते थे अब तो एक एक वोटर को ढूंढकर लाते हैं।
फोटो कैप्शन: सोमदत्त शर्मा
जागो वोटर जागो
दबाव में आकर नहीं करना चाहिए मतदान-नीलम
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कनीना की आवाज। हमें अपने मत का प्रयोग किसी के दबाव में आकर नहीं करना चाहिए। सभी महिलाओं को भी अपने मत का प्रयोग स्वेच्छा से करना चाहिए। उन्होंने कहा कि अनेक बार परिवार का मुखिया किसी स्वार्थवश गलत नेता के पक्ष में परिवार को वोट डालने के लिए कहता है लेकिन वह नेता राष्ट्रहित के लिए सही नहीं है तो परिवार के सभी सदस्यों को अपने मत का प्रयोग क्षेत्र, प्रदेश व राष्ट्रहित में अवश्य करना चाहिए क्योंकि मत के प्रयोग का अधिकार 5 वर्ष में एक बार प्राप्त होता है। कई बार हम दबाव में आकर किसी गलत नेता के पक्ष में वोट करके उसे चुन लेते हैं जो ना क्षेत्र के हित में है ना प्रदेश के हित में है और ना ही जो राष्ट्र के हित में है। ऐसा फैसला हमारे समाज के लिए बहुत घातक साबित होता है। गलत फैसला करने पर हमें 5 वर्ष तक पछताना पड़ सकता है। उन्होंने विशेष रूप से महिला मतदाताओं से अपील करते हुए कहा है कि सभी महिलाओं को महिलाओं के हित की रक्षा करने वाले को व क्षेत्र का विकास करने वाले को ध्यान में रखकर मत का प्रयोग करना चाहिए। हमें यह भी देखना चाहिए कि जिस नेता के पक्ष में हम अपना मतदान करते हैं वह नेता किस पार्टी से है और उस पार्टी का कौन व्यक्ति मुख्यमंत्री बनेगा। क्योंकि प्रदेश के विकास के लिए मुख्यमंत्री का व्यक्तित्व बिल्कुल ईमानदारी से संपूर्ण प्रदेश का विकास करने वाला होना चाहिए ना कि केवल एक विशेष क्षेत्र का विकास करने वाला हो। उन्होंने बिना नाम लिए कहा कि प्रदेश में अनेक मुख्यमंत्री ऐसे हुए हैं जिन्होंने केवल अपने-अपने क्षेत्र का ही विकास किया है जिससे प्रदेश के कई क्षेत्र विकास के क्षेत्र में पिछड़ गए हैं। इससे उस मुख्यमंत्री की प्रति मतदाताओं में रोष पैदा होता है और मतदाताओं के पास पूरे 5 वर्ष तक पछताने के अलावा कोई चारा नहीं होता है । इसलिए अपने मत का प्रयोग उन्हें अच्छी तरह से विचार करके ही करना चाहिए ताकि हम सही व्यक्ति को नेता चुन सके। सही नेता चुनने पर ही क्षेत्र का विकास बिना किसी भेदभाव के हो सकता है।
फोटो कैप्शन: नीलम मिश्रा शिक्षिका
विज्ञापन दे, बने ब्लाग के सदस्य
-दूर दराज तक पाये अपना
नाम
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कनीना की आवाज। कनीना एवं आस पास के समाचार नामक कनीना के ब्लाग में विज्ञापन देकर अपने समाचार, विचार एवं साक्षात्कार आदि पाये। विज्ञापन एक मामूली सी राशि देकर छपवा सकते हैं। विज्ञापन देने पर ब्लाग का सदस्य बना दिया जाएगा। इसके बाद एक माह तक प्रतिदिन एक समाचार, विचार आदि छपवा सकते हैं। इससे ब्लाग पर होने वाले खर्चे की भरपाई भी होगी वहीं आप लोगों को लाभ भी मिलेगा। देर किस बात की फोन उठाइये और विज्ञापन बुक करवाने के लिए फोन करे 9416348400 या 9306300700 डा होशियार सिंह
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