हल्की बारिश के बाद दिखाई दिया इंद्रधनुष
-बच्चों के कोतूहल का बना विषय
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कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र में मंगलवार को शाम के वक्त फिर से हल्की वर्षा हुई। सूर्यास्त होने से पहले जहां पूर्व दिशा में इंद्रधनुष बना। इंद्रधनुष बनने बनने पर छोटे बच्चे उत्साहित नजर आए। विज्ञान के जानकार बताते हैं कि सूर्य की किरणों के वर्षा की बूंदे पर विक्षेपण के कारण इंद्रधनुष बनता है। पानी की छोटी-छोटी बूंदे हवा में लटकी रहती है जिन पर सूर्य का प्रकाश गिरता है और विक्षेपण के कारण धनुष बनता है। यह सदा सूर्य की पीठ के पीछे बनता है अर्थात जिस तरफ सूर्य होता है उसे विपरीत दिशा में इंद्रधनुष बनता है। इसमें सात रंग पाये जाते हैं जिन्हें लाल,नारंगी, नीला, पीला, हरा ,जामुनी एवं बैंगनी होते हैं।
फोटो कैप्शन 5: आसमान पर दिखाई दे रहा है इंद्रधनुष
विज्ञापन देकर उठाये लाभ, बने ब्लाग के सदस्य
-दूर दराज तक पाये अपना नाम
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कनीना की आवाज। कनीना एवं आस पास के समाचार नामक कनीना के ब्लाग में विज्ञापन देकर अपने समाचार, विचार एवं साक्षात्कार आदि पाये। विज्ञापन एक मामूली सी राशि देकर छपवा सकते हैं। विज्ञापन देने पर ब्लाग का सदस्य बना दिया जाएगा। इसके बाद एक माह तक प्रतिदिन एक समाचार, विचार आदि छपवा सकते हैं। इससे ब्लाग पर होने वाले खर्चे की भरपाई भी होगी वहीं आप लोगों को लाभ भी मिलेगा। देर किस बात की फोन उठाइये और विज्ञापन बुक करवाने के लिए फोन करे 9416348400 या 9306300700 डा होशियार सिंह
स्कूल, संस्था, नेता, दुकानदार आदि विज्ञापन दे सकते हैं जिससे-
नेता का नाम हो
दुकानदार अपनी प्रसिद्धि के लिए
नाम बदलवाने, विवाह शादी, उठावनी आदि से संबंधित
स्कूल के स्टाफ की आवश्यकता आदि
गणेश जी का किया गया विसर्जन
-बैंड बाजों के साथ ले जाया गया जल तक
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कनीना की आवाज। कनीना के ठाकुर जी के बड़े मंदिर में 7 सितंबर को स्थापित गणेश का मंगलवार को विधि विधान से विसर्जन कर दिया गया। धूमधाम से बैंड बाजों के साथ गणेश जी को बव्वा वाली नहर में ले जाया गया वहां पर विसर्जित किया गया।
विस्तृत जानकारी देते हुए पूर्ण चंद शर्मा ने बताया कि प्रतिदिन गणेश जी की पूजा की गई। पुजारी के रूप में नीरज शर्मा प्रमुख रहे साथ में हर्षित शर्मा, नवीन शर्मा, दुष्यंत शर्मा, हितेश शर्मा, हर्ष शर्मा, विक्की यादव, सुनील शर्मा, लीलाराम, प्रवेश शर्मा ,विनोद शर्मा आदि ने भी अपनी-अपनी भूमिका निभाई। सैकड़ों महिलाओं सहित गणेश जी को वाहन में बिठाकर नहर तक पैदल ले जाया गया और फिर उसकी विधि विधान से विसर्जित कर दिया गया।
फोटो कैप्शन 04: विधि विधान से गणेश जी का विसर्जन करने के लिए ले जाते हुए
पहले गांव के मंदिरों में लगते हैं नेता धोक
-झुककर एवं हाथ जोड़कर करते हैं नमस्ते
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कनीना की आवाज। 5 अक्टूबर को हरियाणा में विधानसभा चुनाव को लेकर नेताओं में जंग छिड़ी हुई है। माइक,सभा , बैनर आदि लगाकर मतदाताओं को आकर्षित करने का काम किया जा रहा है। जिस गली गांव में लोग नहीं जाते थे अब नेताओं को उसे गाली और गांव में भी जाना पड़ रहा है। कुछ विशेष बातें चुनाव संबंधी देखने को मिल रही हैं-
कार्यालय में अधिक लोग दिखाने का प्रचलन--
कनीना और आसपास गांवों में यूं तो विभिन्न नेताओं ने अपने-अपने चुनावी कार्यालय खोल दिए हैं जहां कार्यालयों में सुबह से शाम तक माइक बजते रहते हैं। परंतु यहां होड़ लगी हुई है कि किस कार्यालय में अधिक व्यक्ति बैठे हैं। जहां अधिक बैठे हुए हैं मानते हैं वहां वोट एवं अधिक लोग साथ हैं। इसलिए होड़ मची हुई है अधिक से अधिक लोगों का अपने कार्यालय पर बुलाया जा रहा है।
पहले लगाई जाती है धोक-
किसी गांव या शहर में जब नेता जाते हैं तो सबसे पहले गांव या कस्बे के देवता या संत आश्रम में जाकर नेता धोक लगाते हैं और फिर आगे बढ़ते हैं। नेताओं का मानना है कि साधु संतों और देवताओं के आशीर्वाद से जीत मिलती है। रास्ते में कहीं शहीदों की प्रतिमा नजर आती है वहां पर भी पुष्प अर्पित करने में देरी नहीं करते। डा. आंबेडकर की प्रतिमा नजर आती है वहां भी पुष्प अर्पित किए जाते हैं।
आम आदमी बन गया है कवि-
सोशल मीडिया पर भी बहुत से नेताओं के समर्थक अब तो कविता और कुछ लाइन छोडऩे लग गए हैं। चाहे उन्होंने कभी अपने जीवन में कविताएं नहीं पढ़ी हो या मजबूरी में पढ़ी हो वो आज कविताएं लिखकर छोड़ रहे हैं। आश्चर्यजनक है कि इस प्रकार की होड़ लगी हुई है।
झुक कर प्रणाम और आशीर्वाद लेना-
नेताओं में एक नई प्रवृति देखने को मिल रही है। गांव के बुजुर्ग मिलते हैं तो झुककर उन्हें प्रणाम करते हैं, पैरों में धोखा लगाते हैं और आशीर्वाद लेने में देरी नहीं करते। विशेषकर नेता बुजुर्गों का हाथ अपने सिर पर रखवा कर जीत की हां करवाते हैं। बुजुर्ग खुशी-खुशी उनके सिर पर हाथ रख देते हैं और जीत का आशीर्वाद देते हैं।
पंचों की भांति लड़े जा रहे हैं विधानसभा चुनाव-
पंच के चुनाव दौरान वोटर और प्रत्याशी के बीच जो नजारा देखने को मिलता था वह अब विधानसभा के चुनाव में देखने को मिल रहा है। कभी लोकसभा के चुनाव में ग्रामीण क्षेत्र के लोग बड़ा वोट कहकर बहुत कम डालने जाते थे, विधानसभा के चुनाव में छोटा वोट कहकर अधिक लोग जाते थे और पंच/सरपंच के चुनाव में और भी अधिक लोग वोट डालने जाते थे किंतु इस बार कड़ी टक्कर के चलते पंच और सरपंच की भांति चुनाव लड़े जा रहे हैं।
पगड़ी व मालाओं की मांग-
चुनावों के चलते ठंडा, फूल मालाएं, सिक्के, पगड़ी तथा समोसों की मांग बढ़ गई है। विभिन्न चुनाव कार्यालयों में बीड़ी सिगरेट, हुक्का एवं चाय हर समय चलती रहती है।
चुनावों के दृष्टिगत अब शराब के ठेकों पर सुबह से लेकर शाम तक भीड़ देखे को मिल रही है वहीं समोसे, फूल माला, पगड़ी, सिक्के आदि की मांग बढ़ गई है। दुकानदार प्रसन्न हैं और अन्य दिनों की अपेक्षा अधिक मात्रा में खाने पीने का सामान बनाकर बेचने के लिए दुकानों पर आते हैं। चुनाव कार्यालय भी होटल का रूप ले चुके हैं।
गुडग़ुुड़ाते हैं हुक्के-
हुक्कों के कसों में तथा ताश की बाजियों में मजा इसलिए बढ़ गया है क्योंकि चुनावी चर्चाएं गर्मागर्म मिलने लगी हैं। बुजुर्गों को भी अब समय बीताने के लिए बेहतर समय मिलने लगा है। वे भी चुनावी रंग में रंग गए हैं। किसान जो कहने को तो फसल कटाई को उद्यत हैं किंतु उन्हें भी चुनावी चस्का लग गया है।
जल है तो कल है-प्राचार्य
-आयोजित की गई प्रतियोगिताएं
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कनीना की आवाज। कनीना खंड के गांव बूचावास के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में जन स्वास्थ्य विभाग के मोहित कुमार ने जल संरक्षण एवं पेयजल की गुणवत्ता के रखरखाव के लिए विद्यालय कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम के तहत चित्रकारी, स्लोगन लेखन व निबंध लेखन की प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए स्कूल के प्राचार्य बृजेश चंद्र शर्मा ने बच्चों को जल संरक्षण के महत्व के बारे में विस्तार से बताया । उन्होंने बच्चों को जल संरक्षण के तौर तरीके भी बताएं। स्लोगन लेखन में कक्षा 6 से 8 वर्ग 1 में वंशिका कक्षा आठवीं प्रथम, मानसी कक्षा आठवीं द्वितीय व अंकित कक्षा आठवीं तृतीय स्थान पर रहे। निबंध लेखन में वर्ग एक में मोहिनी कक्षा आठवीं प्रथम, भारती कक्षा सातवीं द्वितीय व मोहिनी कक्षा सातवीं तृतीय स्थान पर रही व वर्ग दो कक्षा 9 से 12 में नीरज कक्षा 12वीं प्रथम, विष्णु कक्षा 12वीं द्वितीय, आदित्य कक्षा दसवीं व पायल कक्षा 9 वीं तृतीय स्थान पर रही। जल संरक्षण की चित्रकारी प्रतियोगिता में वर्ग एक में अंजलि कक्षा आठवीं प्रथम, प्रदीप कक्षा आठवी द्वितीय , ईशिका कक्षा आठवीं तृतीय व वर्ग दो में जतिन कक्षा दसवीं प्रथम, राखी कक्षा दसवीं द्वितीय, पारुल कक्षा दसवीं व कविता कक्षा ग्यारहवीं तृतीय स्थान पर रही। इस प्रतियोगिता में प्रथम द्वितीय वे तृतीय स्थान प्राप्त करने वाले प्रतिभागियों को स्कूल प्राचार्य बृजेश सिंह शर्मा जन स्वास्थ्य विभाग के खंड संसाधन संयोजक मोहित शर्मा इसराना ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। इस अवसर पर विद्यालय स्टाफ के सदस्य प्रवक्ता सुबे सिंह, विजय सिंह, रोहतास सिंह, सुरेंद्र सिंह ,अशोक शर्मा , सतीश, योगिता ,रेनू यादव, निर्मला, नीलम यादव, शर्मिला डीपी, सोनू यादव ,नीलम मिश्रा ,जोगिंदर, राखी ,निर्मल आदि सभी स्टाफ सदस्य मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 03: अव्वल रहे विद्यार्थी प्राचार्य एवं स्टाफ के साथ।
सामान्य आब्जर्वर ने की राजनीतिक दलों के साथ बैठक
-खर्च रजिस्टर दिखाने के लिए 20 व 26 सितंबर तथा 3 अक्टूबर का दिन निर्धारित
-चारों विधानसभा क्षेत्र के उम्मीदवारों के एजेंट को पंचायत भवन में निर्धारित दिनों में दिखाना होगा खर्च रजिस्टर
-सी-विजिल ऐप पर की जा सकती है चुनाव से संबंधित शिकायत
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कनीना की आवाज। हरियाणा विधानसभा आम चुनावों के दौरान सभी राजनीतिक दल भारत निर्वाचन आयोग के सभी दिशा निर्देशों का पालन करना सुनिश्चित करें। चुनाव से संबंधित सभी प्रक्रिया पर आयोग की तरफ से कड़ी निगरानी की जा रही है। जिला में निष्पक्ष व शांतिपूर्ण मतदान के लिए सभी राजनीतिक दलों का सहयोग जरूरी है। यह बात सामान्य पर्यवेक्षक मदन शीबा जार्ज (आईएएस) ने आज लघु सचिवालय में सभी राजनीतिक दलों की बैठक में दिए। इस मौके पर एक्सपेंडिचर ऑब्जर्वर आशीष सैनी (आईआरएएस) भी मौजूद थे।
उन्होंने कहा कि सभी राजनीतिक दलों को आदर्श चुनाव आचार संहिता की पालना करनी होगी। इसके लिए चुनाव आयोग सी-विजिल ऐप के जरिए भी निगरानी कर रहा है। चुनाव से संबंधित किसी भी प्रकार की शिकायत इस ऐप पर दर्ज कराई जा सकती है।
उन्होंने कहा कि सभी उम्मीदवारों को निर्धारित दिनों में अपना खर्च रजिस्टर चेक कराना है। आगामी 20 व 26 सितंबर तथा 3 अक्टूबर का दिन इसके लिए निर्धारित किया गया है। यह कार्य पंचायत भवन नारनौल में सुबह 10 से 5 बजे तक किया जाएगा। सभी राजनीतिक दल निर्धारित तिथि पर यहां पर पहुंचकर अपना खर्च का ब्यौरा प्रस्तुत करेंगे। उन्होंने स्पष्ट किया कि ऐसा न करने पर चुनाव आयोग अगले चुनाव के लिए संबंधित उम्मीदवार को अयोग्य भी घोषित कर सकता है।
सामान्य आब्जर्वर ने कहा कि इस कार्य के लिए सभी उम्मीदवार अपना चुनावी एजेंट बना सकते हैं ताकि इस तरह के कार्य के लिए उन्हें खुद ना आना पड़े। उन्होंने स्पष्ट किया कि भारत निर्वाचन आयोग के दिशा निर्देशों अनुसार विधानसभा आम चुनाव के लिए 40 लाख रुपए खर्च करने की सीमा निर्धारित की गई है।
उन्होंने कहा कि पूरी चुनाव प्रक्रिया पर चुनाव आयोग कड़ी निगरानी कर रहा है इसके लिए जिला में विभिन्न प्रकार की निगरानी टीमें गठित की गई है जो लगातार 24 घंटे नजरे रखे हुए हैं। उन्होंने कहा कि हेलीकॉप्टर से संबंधित परमिशन जिला मुख्यालय पर लघु सचिवालय के कमरा नंबर 113 में बनाए गए सिंगल विंडो से ली जा सकती है। शेष परमिशन संबंधित रिटर्निंग अधिकारी दे रहे हैं।
इस मौके पर डीईटीसी सेल टैक्स प्रियंका यादव ने बताया कि सभी उम्मीदवारों को अपना सारा कार्य नामांकन के दौरान दिए गए नए बैंक खाते से ही करना है। दस हजार से अधिक की पेमेंट केवल चेक के माध्यम से होगी। अगर चुनाव खर्च से संबंधित किसी भी उम्मीदवार को कोई परेशानी हो तो वह सभी रिटर्निंग अधिकारी के पास बैठने वाले सहायक एक्सपेंडिचर ऑब्जर्वर से संपर्क कर सकता है।
इस मौके पर नारनौल विधानसभा क्षेत्र के आरओ डा जितेंद्र सिंह, नांगल चौधरी विधानसभा क्षेत्र के आरओ रमित यादव, नगराधीश मंजीत सिंह के अलावा अन्य अधिकारी मौजूद थे।
पर्यवेक्षकों ने किया मीडिया मानिटरिंग एंड सर्टिफिकेशन कमेटी के कंट्रोल रूम का निरीक्षण
-सोशल मीडिया, प्रिंट मीडिया तथा इलेक्ट्रानिक मीडिया की 24 घंटे हो रही निगरानी
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कनीना की आवाज। सामान्य पर्यवेक्षक मदन शीबा जार्ज (आईएएस) तथा एक्सपेंडिचर आब्जर्वर आशीष सैनी (आईआरएएस) ने आज लघु सचिवालय के पुराने भवन? में बने मीडिया मानिटरिंग एंड सर्टिफिकेशन कमेटी के कंट्रोल रूम का निरीक्षण किया।
इस मौके पर उन्होंने मीडिया मॉनिटरिंग का कार्य देख रहे अधिकारियों के साथ बातचीत की तथा आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि हरियाणा विधानसभा चुनाव के मद्देनजर जिला स्तर पर गठित की गई कमेटी 24बाइ 7 प्रिंट, इलेक्ट्रानिक तथा सोशल मीडिया पर नजर रखे हुए हैं।
उन्होंने स्पष्ट किया कि इलेक्ट्रानिक मीडिया पर जाने वाले हर विज्ञापन से पहले उम्मीदवार को मीडिया मॉनिटरिंग एंड सर्टिफिकेशन कमेटी से अनुमति लेनी होगी। इसके अलावा चुनाव के दिन और उसे एक दिन पहले छपने वाले प्रिंट मीडिया पर दिए जाने वाले विज्ञापनों के लिए भी कमेटी अनुमति देगी। कमेटी की मंजूरी के बिना कोई भी विज्ञापन प्रसारित या प्रकाशित नहीं किया जा सकता। वहीं आखिरी दो दिनों में बल्क एसएमएस पर भी प्रतिबंध रहेगा। इसी प्रकार नामांकन के दौरान उम्मीदवार द्वारा दिए गए सोशल मीडिया अकाउंट की भी लगातार निगरानी की जा रही है।
हरियाणा विधानसभा आम चुनाव-2024
-आदर्श चुनाव आचार संहिता को लेकर राजनीतिक दलों व नोडल अधिकारियों की बैठक
-प्रत्याशी सुविधा ऐप पर विभिन्न मंजूरी के लिए कर सकते हैं आवेदन
-सोशल मीडिया एक्टिविटी को लगातार किया जा रहा मानिटर
-प्रचार के दौरान आदर्श चुनाव आचार संहिता की पालना सुनिश्चित करें
-नोडल अधिकारी निष्पक्ष होकर करें काम : सूरज कुमार
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कनीना की आवाज। भारत निर्वाचन आयोग की तरफ से अटेली व महेंद्रगढ़ विधानसभा चुनाव के लिए नियुक्त सामान्य पर्यवेक्षक सूरज कुमार (आईएएस) ने आज लघु सचिवालय में आदर्श चुनाव आचार संहिता को लेकर विभिन्न राजनीतिक दलों के साथ बैठक की। साथ ही चुनावी तैयारियों की समीक्षा की। इस मौके पर पुलिस आब्जर्वर ए रमेश रेड्डी (आईपीएस), पुलिस अधीक्षक अर्श वर्मा (आईपीएस), एडीसी वैशाली सिंह (आईएएस) व एक्सपेंडिचर ऑब्जर्वर आशीष सैनी (आईआरएएस) भी मौजूद थे। इसके बाद उन्होंने चुनाव के लिए लगाए सभी नोडल अधिकारियों की बैठक भी ली।
श्री कुमार ने कहा कि भारत निर्वाचन आयोग ने निष्पक्ष व शांतिपूर्ण चुनाव करवाने के लिए कई तरह के ऐप जारी किए हैं। कोई भी नागरिक मतदान से संबंधित जानकारी के लिए 1950 पर संपर्क कर सकते हैं। चुनाव आयोग सी-विजिल ऐप के जरिए भी निगरानी कर रहा है। चुनाव से संबंधित किसी भी प्रकार की शिकायत इस ऐप पर दर्ज कराई जा सकती है। प्रत्याशियों की सुविधा के लिए चुनाव आयोग की ओर से सुविधा एप बनाया गया है जिसके माध्यम से विभिन्न प्रकार के परमिशन ले सकते हैं।
उन्होंने कहा कि हर तरह की सोशल मीडिया एक्टिविटी को मानिटर किया जा रहा है। कोई भी ऐसी पोस्ट ना करें जो किसी के धर्म व जाति के खिलाफ हो। प्रचार के दौरान पूरी जिम्मेदारी के साथ बोलें। ऐसा करने पर उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। कानून व्यवस्था के साथ खिलवाड़ करने वाले पर कड़ी कार्रवाई होगी। कुछ मामलों में दंड का प्रावधान भी है।
हरियाणा विधानसभा आम चुनावों के दौरान सभी राजनीतिक दल भारत निर्वाचन आयोग के सभी दिशा निर्देशों की पालन करना सुनिश्चित करें। चुनाव से संबंधित सभी प्रक्रिया पर आयोग की तरफ से कड़ी निगरानी की जा रही है। जिला में निष्पक्ष व शांतिपूर्ण मतदान के लिए सभी राजनीतिक दलों का सहयोग जरूरी है।
चुनाव प्रक्रिया निपटने के लिए लगाए गए विभिन्न नोडल अधिकारियों की बैठक में उन्होंने कहा कि सभी नोडल अधिकारी अपने कार्य को पूरी निष्ठा व निष्पक्षता के साथ करें।
इस मौके पर डीएमसी महावीर प्रसाद, महेंद्रगढ़ के एसडीएम संजीव कुमार, कनीना के एसडीएम अमित कुमार, नगराधीश मंजीत कुमार, डीएसपी हरदीप सिंह, तहसीलदार चुनाव सुरेंद्र सिंह के अलावा अन्य अधिकारी मौजूद थे।
जीवेम् शरद: शतम्
बहुत कम रुचि रखते थे मतदान के लिए- छोटेलाल
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कनीना की आवाज। 81 वर्षीय छोटेलाल करीरा निवासी पूर्व सैनिक का कहना है कि उनके वक्त में जहां चुनाव के प्रति उत्साह बहुत कम होता था। वोटर नेताओं के भाषण कम सुनते थे नेता किसी नुक्कड़ चौराहे पर अपने भाषण देकर आगे बढ़ जाते थे और आज जैसी सभाओं का दौर नहीं होता था। उनका इन चुनाव के प्रति कम लगाव होता था और वोट डालने के लिए भी वे अधिक लालायित नहीं होते थे। वोट डालने के लिए आज के दिन जिस प्रकार से घरों से लोगों गाडिय़ों में ले जाते हैं ऐसा तरीका नहीं था। पैदल चलकर वह डालने के लिए जाते थे। नेता भी कभी-कभार दर्शन देते थे। बस एक बार लोगों तक यह आवाज पहुंच जाती थी कि कौन-कौन नेता चुनाव में खड़े हैं। अब तो जहां एक ही परिवार के 10 सदस्य अलग-अलग नेताओं को वोट देते हैं परंतु उस वक्त बड़े बुजुर्ग के कहने पर जितने भी वोट डालने वाले होते थे एक ही नेता को वोट देते थे। न कोई चुनाव के लिए दिखावा होता था और नहीं मतदान के लिए कोई दिखावा होता था। बोर्ड, बैनर, पंपलेट, फ्लैक्स आदि होते नहीं थे। इक्का दुक्का पर्चे छपवाकर गांव एवं मोहल्ले में पहुंचा दिये जाते थे। छोटी-छोटी झंडियां, बैनर, बिल्ले आदि का उपयोग जमकर किया जाता था। जिनको घरों में दरवाजों पर तथा अपने शर्ट के बटन पर छोटे-छोटे बिल्लों को लगाकर घूमते रहते थे। जहां मत पेटियां मतदान के लिए प्रयोग में लाई जाती थी, मतदान करवाने के लिए अधिकांश
अधिकांश बूथों पर मोमबत्ती का प्रबंध होता था और मोमबत्ती की सहायता से ही मतदान अंधेरा होने पर संपन्न कराए जाते थे। न्यू तो मतदान के प्रति महिलाओं की रुचि बहुत कम होती थी, पुरुष ही मतदान करते थे। लोकसभा के वोट बहुत कम डालते थे विधानसभा के कुछ अधिक डाले जाते थे, और पंच सरपंच या नगर पालिका के वोट और भी अधिक डाले जाते थे। आज के तरीके से मतगणना की जानकारी नहीं मिलती थी। कोई फोन एवं टीवी नहीं होते थे। पूरे गांव में एक या दो रेडियो होते थे जिनसे मतदान की और जीतने वाले उम्मीदवार की जानकारी मिलती थी। 1980 के बाद ही टीवी का प्रचलन ग्रामीण क्षेत्रों में थोड़ा बहुत हुआ है। जिसके बाद से टीवी पर समाचार देखने लगे तत्पश्चात 90 के दशक में केबल कनेक्शन आ गए इसके बाद रुचि बढ़ती चली गई और उसके बाद तो 2000के बाद मोबाइल आने से ग्रामीण क्षेत्रों में मोबाइल की सुविधा होने लगी, इसके बाद लोगों की रुचि मतदान के प्रति बढ़ती चली गई। पहले मतदान के लिए पर्चियां बांटी जाती थी वह प्रक्रिया आज भी जारी है।
फोटो कैप्शन: छोटेलाल पूर्व सैनिक
160 स्कूली विद्यार्थियों को खिलाई एल्बेंडाजोल
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कनीना की आवाज। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस के अवसर पर राजकीय कन्या उच्च विद्यालय कनीना में 160 विद्यार्थियों को पेट के कीड़े मारने की दवा एल्बेंडाजोल खिलाई गई इस अवसर पर विद्यालय के मुख्य अध्यापक नरेश कुमार कौशिक ने बताया कि हर वर्ष 18 सितंबर को यह दवा सामूहिक रूप से बच्चों को खिलाई जाती है जिसमें एल्बेंडाजोल की गोली को चबाया जाता है तथा कोई परेशानी होने पर डाक्टरी सहायता ली जाती है। इस अभियान के तहत 1 साल से 19 साल तक के सभी बच्चों को यह दवा खिलाई जाती है इस दवा से एक तरफ बच्चों का कुपोषण से बचाया जाता है वहीं उनके शरीर में खून की कमी को रोका जा सकता है। शरीर में कृमि होने के कारण शरीर का सर्वांगीण विकास नहीं होता। इस अवसर पर कार्यक्रम की इंचार्ज रूबी यादव ,राकेश कुमार डीपी संदीप कुमार अंग्रेजी अध्यापक कश्मीरी निमल, बाबूलाल यादव ,एवीआरसी औमरती यादव ,दिलीप सिंह ,हितेश यादव उपस्थित थे। उल्लेखनीय है कि हर वर्ष 18 सितंबर को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस मनाया जाएगा।
फोटो कैप्शन 01: विद्यार्थियों को एल्बेंडाजोल खिलाते मुख्याध्यापक
विश्वकर्मा जयंती मनाई
-पुष्प अर्पित कर किया याद
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कनीना की आवाज। कनीना में श्रेष्ठ शिल्पकार भगवान श्रीविश्वकर्मा की जयंती का आयोजन विश्वकर्मा धर्मशाला कनीना में किया गया। पूर्व प्रधान जांगड़ा सभा हरियाणा शेर सिंह जांगड़ा मुख्य अतिथि रहे। कार्यक्रम का संचालन अशोक कुमार सेवानिवृत्त प्राचार्य ने किया।
मुकेश नंबरदार ने विस्तार से भगवान विश्वकर्मा के जीवन पर प्रकाश डाला और बताया कि हम सब श्रेष्ठ कर्म शिल्पी वर्ग से संबंध रखते हैं और अपनी मेहनत और परिश्रम के साथ नवीनतम तकनीक सब में है। हमें उसकी पहचान कर निरंतर समाज के उत्थान, संवर्धन और जागरूकता का प्रयास करना चाहिए। शेर सिंह जांगड़ा ने कहा कि ऐसे अवसर हमें समाज में एकता का संदेश देते है। इस मौके पर सभी ने पुष्प अर्पित कर सुखद भविष्य की कामना की। इस अवसर पर पूर्व प्रधान जांगड़ा सभा हरियाणा श्री शेर सिंह जांगड़ा मुख्य अतिथि, अशोक पैकन प्रधान जांगड़ा सभा जिला महेंद्रगढ़, मदनलाल जांगड़ा प्रधान ब्लाक जांगड़ा सभा कनीना, मुकेश नंबरदार राजेंद्र प्रसाद मास्टर वीरेंद्र सोमनाथ मास्टर महेंद्र पीटीआई मुकेश गागड़वास विजयपाल बाबूजी, भुदेव प्रसाद ओमप्रकाश आर्य सीताराम जांगड़ा, सतीश कुमार, राधेश्याम सीहोर वाले आदि उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 02: विश्वकर्मा जयंती पर याद करते हुए जन
ताला तोड़कर अज्ञात चोर लाखों रुपये के आभूषण चोरी कर ले गया
कनीना पुलिस ने मामला किया दर्ज
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कनीना की आवाज। कनीना उप मंडल के गांव झाड़ली निवासी कैलाश के घर से अज्ञात चोर 14 सितंबर की दोपहर घर के कमरे का ताला तोड़कर बक्से में रखें लाखों रुपये की जेवरात ले उड़ा। कैलाश ने पुलिस में बताया कि अज्ञात चोर सोने की अंगूठी, कानों की झुमकी, माथे का टीका व मंगलसूत्र चोरी कर ले गया। उन्होंने बताया कि करीब 2:30 बजे घर पर उनका पुत्र आया तब उन्हें पता चला लेकिन अभी तक हम अपने तौर पर पता कर रहे थे किंतु कोई सुराग ने मिलने पर उन्होंने कनीना पुलिस में मामला दर्ज करवा दिया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पेपर देने गई लड़की गुम
गुमशुदगी का मामला दर्ज
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कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के गांव से एक 29 वर्षीय लड़की गायब हो गई। पेपर दिलवाने के लिए महेंद्रगढ़ के पास एक गांव गई थी लेकिन वापस न आने पर परिवार ने फोन किया। फोन भी बंद आ रहा है। उसके पिता की शिकायत पर लड़की की गुमशुदगी का मामला दर्ज कर लिया है।
दो अक्टूबर तक चलेंगे श्राद्ध
- पितरों को खुश करने का सही समय-प्रवेश
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कनीना की आवाज। क्षेत्र में 18 सितंबर से पितरों को खुश करने के लिए श्राद्ध प्रारंभ हो रहे हैं। बहुत से लोगों ने तो 17 सितंबर को भी श्राद्ध शुरू कर दिये हैं। पितरों के प्रति कृतज्ञता अभिव्यक्त करने के लिए ये पर्व चलते हैं। कनीना के ज्योतिषाचार्य प्रचवेश पंडित का कहना है कि पूर्वजों के कारण हम आज अस्तित्व में है, उनके गुण व कौशल आदि हमें विरासत में मिले हैं। हमें उनका ऋण जरूर चुकाना चाहिए और इस ऋण को चुकाने के लिए उन्हें हर वर्ष श्राद्ध या तर्पण कर्म किये जाते हैं। उनका कहना है कि देवताओं को प्रसन्न करने से पहले पितरों को प्रसन्न करना जरूरी होता है।
मार्कंडेय पुराण में कहा गया है कि रुचि नाम का ब्रह्मचारी साधक वेदों के अनुसार साधना कर रहा था। जब 40 वर्ष का हुआ तब उसे अपने चार पूर्वजों जो मनमाना आचरण शास्त्र विरुद्ध साधना करके पितर बने हुए थे तथा वे कष्ट भोगते दिखाई दिए। पितरों ने उससे कहा कि बेटा रुचि शादी करवा कर हमारे श्राद्ध निकाला करो। यद्यपि रुचि तर्पण में विश्वास नहीं करता था किंतु पितरों के कष्ट को दूर करने के लिए श्राद्ध निकाले। पितरों में नाना-नानी, माता-पिता, दादा-दादी या उनसे पहले उत्पन्न हुए पितर भी शामिल किए जाते हैं। उन्होंने कहा कि 18 सितंबर को पूर्णिमा के दिन से ही श्राद्ध प्रारंभ हो जाएंगे जो 2 अक्टूबर तक लगातार चलेंगे। 2अक्टूबर को पितृ अमावस्या आएगी। तत्पश्चात 3 अक्टूबर से नवरात्रि प्रारंभ हो जाएंगे।
प्रवेश पंडित ने बताया कि 18 सितंबर को सुबह 08 बजे तक पूर्णिमा है तत्पश्चात प्रतिपदा शुरू हो जाएगी। इसी दिन से श्राद्ध प्रारंभ होते हैं। श्राद्ध पूरे 16 दिन चलते हैं। कभी-कभी एक श्राद्ध दो दिनों तक चल सकता है। उन्होंने कहा कि घर एवं परिवार की समस्याओं के निराकरण के लिए भी श्राद्ध निकालना उचित माना जाता है। इस दौरान पिंड दान, दर्पण कर्म और ब्राह्मणों को भोजन प्रसन्नता पूर्वक खिलाया जाता है। पितृ पक्ष भाद्रपद मास की पूर्णिमा से शुरू होकर आश्विन मास की अमावस्या तक चलते हैं। पूर्णिमा के दिन उन लोगों का श्राद्ध किया जाता है जिनका निधन पूर्णिमा की तिथि के दिन हुआ हो। चाहे किसी व्यक्ति की मृत्यु शुक्ल पक्ष या कृष्ण पक्ष में हुई हो किंतु जिस तिथि को मृत्यु हुई है उसी तिथि को श्राद्ध निकाला जाता है। उन्होंने कहा कि जिन व्यक्तियों को अपने पूर्वजों की देहांत की तिथि नहीं मालूम उन्हें आश्विन अमावस्या को श्राद्ध कर्म करना चाहिए। इसके अलावा अकाल मृत्यु या किसी दुर्घटना का शिकार हुये लोगों का श्राद्ध चतुर्दशी तिथि को किया जाता है।
प्रतिदिन इस अवधि में गायों , पक्षियों एवं ब्राह्मणों को भोजन कराया जाता है वहीं दान दक्षिणा भी चलती रहती है। ग्रामीण क्षेत्रों में इन्हें श्राद्ध को कनागत नाम से जाना जाता है।
फोटो कैप्शन -प्रवेश पंडित
कनीना पालिका के पूर्व प्रधान राजेंद्र सिंह लोढ़ा को मिली जमानत
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कनीना की आवाज। कनीना पालिका के पूर्व प्रधान राजेंद्र सिंह लोढ़ा को पंजाब में हरियाणा उच्च न्यायालय से जमानत मिल गई है। वे 18 सितंबर श्राद्ध के दिन जिला कारागार नसीपुर से बाहर आएंगे।
विस्तृत जानकारी देते हुए एडवोकेट राजेश कुमार ने बताया की 17 अप्रैल 2024 को राजेंद्र सिंह लोढ़ा उन्हाणी के पास बस दुर्घटना में 6 बच्चों की मौत के मामले में जिला कारागार नसीपुर में बंद कर दिए गये थे। तत्पश्चात एडिशनल सेशन जज नारनौल के यहां करीब एक माह पहले जमानत की अर्जी लगाई थी जो खारिज कर दी गई थी। तत्पश्चात भूपेंद्र सिंह एडवोकेट पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट ने उच्च न्यायालय में जमानत की अर्जी लगाई जो मंजूर हो गई है और इस प्रकार राजेंद्र सिंह लोढ़ा को जमानत मिल गई है। उल्लेखनीय है कि 11 अप्रैल 2024 को उन्हाणी पास जीएल पब्लिक स्कूल की बस दुर्घटना में 6 बच्चों की मौत हो गई थी जिसके चलते राजेंद्र सिंह लोढ़ा को कारागार में भेज दिया गया था।
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