गीता प्रश्रामाला चलेगी 17 से 27 नवंबर तक
-24 घंटों में कितनी बार भी बदल सकते हैं उत्तर
मिलती है सर्टिफिकेट्स एवं इनाम
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कनीना की आवाज। एनआईसी कुरुक्षेत्र द्वारा अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के अवसर पर गीता प्रश्नमाला का आयोजन किया जा रहा है। यह क्विज़ 17 नवंबर से 27 नवंबर तक चलेगा, जिसमें प्रतिदिन 5 प्रश्न पूछे जाएंगे। यह प्रतियोगिता आनलाइन होगी, और प्रत्येक दिन प्रश्नों का उत्तर देने की समय सीमा रात 12 बजे से अगले 24 घंटों तक होगी। आपस में चर्चा करके उत्तर में संशोधन भी किया जा सकता है।
यह प्रतियोगिता गीता के उपदेशों को जन-जन तक पहुँचाने और उनके प्रचार-प्रसार के उद्देश्य से आयोजित की जा रही है। इस क्विज़ में सभी आयुवर्ग के लोग, चाहे वे विद्यार्थी हों या अन्य, किसी भी राज्य या देश से भाग ले सकते हैं।
प्रश्नों के बारे में जानने हेतु अधिक से अधिक लोगों के साथ चर्चा करें और इस बारे में अपने साथियों को बताएं ताकि इस अवसर पर गीता को जानने और समझने का सभी को अवसर मिल सके। यह गीता को जानने का एक अनूठा अवसर है, जहां आप आकर्षक पुरस्कारों और प्रमाण पत्र भी प्राप्त कर सकते हैं।
विगत वर्ष हमने हर दिन प्रश्रोत्तरी के उत्तर दने का प्रयास किया था जिसमें कई इनाम भी मिले थे। इस बार भी अधिक से अधिक लोगों को जोड़कर उन्हें गीता की प्रश्रोत्तरी में भाग लेने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
मेरा शिक्षा का सफर पुस्तक से साभार -40
--चलो न्यायालय की ओर, बहुत दिन परेशानी झेल कर उठा लिया है कदम
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कनीना की आवाज। कनीना निवासी एवं विज्ञान अध्यापक रहे होशियार सिंह 30 अप्रैल 2024 को 40 सालों की शिक्षा के क्षेत्र में सेवा करके सेवानिवृत्त हो चुके हैं परंतु दुर्भाग्य जिस भी प्राचार्य एवं मुख्याध्यापक के हाथ लगे उनका नुकसान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। यही कारण है कि होशियार सिंह के बाद लगने वाले शिक्षकों का वेतन अधिक मिला जबकि होशियार सिंह का कम। यहां तक अर्जित अवकाश की बात हो, बाल शिक्षा भत्ते की बात करे या स्टेट अवार्ड की बात में या फिर एसीपी की बात हो सभी में उनको भारी नुकसान पहुंचा है। यहां तक की इनके बारे में डा. होशियार सिंह की जुबानी उनके विचार सुनिए-----
मैंने कभी किसी का बुरा नहीं किया। हर मुख्य अध्यापक और प्राचार्य की मदद की चाहे समाचार लेखन हो या फिर स्कूल संबंधित मसला हो, हर प्रकार से सहयोगी बना लेकिन आश्चर्य उस वक्त हुआ जब सेवानिवृत्ति समारोह में प्राचार्य ही गायब हो गया। चाहे नाराजगी हो परंतु प्राचार्य को जरूर आना चाहिए था लेकिन सिद्ध कर दिया कि प्राचार्य दिखावे मात्र का था। यहां तक की एसीपी के मसले में, बल शिक्षा भत्ता या फिर अर्जित अवकाश का मसला हो, एलटीसी का मसला हो या सेवानिवृत्ति के समय मिलने वाले भत्ते से संबंधित मसाला हो धनौंंदा स्कूल से निनराशा हाथ लगी। धनौंदा स्कूल के प्राचार्य ने कोई मदद ना करके अब हालात ये उत्पन्न कर दिए है कि बार-बार उच्च अधिकारियों को लिखते-लिखते 6 महीने बीत गए परंतु किसी भी समस्या का न तो समाधान हुआ और न ही इस मूड में अधिककारी नजर आए कि वो समस्या का समाधान कर पाएंगे। आखिरकार परेशान होकर अपने लाभ लेने के लिए न्यायालय की और मुख मोडऩा पड़ा है। अब केवल पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में ही ऐसे प्राचार्यों और मुख्याध्यापकों से भेंट हो पाएगी। वैसे भी एक प्राचार्य ने तो अर्जित अवकाश में जानबूझकर एक दिन फालतू काट दिया और अर्जित अवकाश का रिकार्ड पूरा तक नहीं किया। अएक ऐसी समस्या खड़ी कर गए जो हल नहीं हो पाई। यहां तक की फोन बार-बार मिलाया और उठाना ही बंद कर दिया। ऐसे में प्राचार्य को भी अब न्यायालय में ही मिलेंगे क्योंकि अब हद कर दी और जब हद हो जाती है तो आखिर ऐसा कदम उठाना पड़ता है। हर वकील की फीस इतनी है कि लाभ कोई अधिक नहीं होगा। समय भी 2 साल तक लगा सकते हैं परंतु यह निश्चित होगा कि प्राचार्य और मुख्याध्यापकों जिन्होंने मेरे लाभ देने से वंचित रखा उन्हें न्यायालय में ही जवाब देना पड़ेगा। यही नहीं ऐसे प्राचार्य और मुख्य अध्यापकों को बाई नेम कोर्ट में बुलाने का प्रयास है। न चाहते हुए भी यह कदम उठाना पड़ा है। अच्छा होता कि सेवानिवृत्त होने वाले कर्मी की मदद करनी चाहिए परंतु उल्टा ही मिला है। दाग फिल्म में संगीत आता है- अब चाहे मां रूठे या बाबा अब तो न्यायालय शरण ले ली। अब जो भी परिणाम आएगा न्यायालय से ही मिलेगा।
रोहित यादव को मिलेगा साहित्य सम्मान
-27 अक्टूबर को जींद में होगा सम्मान समारोह
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कनीना की आवाज। हिंदी साहित्य प्रेरक संस्था जींद के 64 स्थापना दिवस पर साहित्यकार अलंकार एवं पुस्तक विमोचन समारोह आयोजित किया जाएगा। इसमें महेंद्रगढ़ जिला से रोहित यादव को सम्मानित किया जाएगा। विस्तृत जानकारी देते हुए जाने-माने साहित्यकार रोहित यादव ने बताया कि इस समारोह मुख्य अतिथि डा. अंजू संदीप सिहाग होंगे, वहीं अध्यक्षता शकुंतला काजल शकुन हिंदी साहित्य प्रेरक संस्था जींद की अध्यक्ष करेंगी। वही इस मौके पर डा. कंवर सिंह गोयल, धर्मपाल सिंह बेनीवाल आदि भी उपस्थित रहेंगे।
उल्लेखनीय है कि रोहित यादव अटेली की 60 पुस्तकें प्रकाशित हो चुकी है। उन्हें हरियाणा साहित्य अकादमी से हिंदी पत्रकारिता में बाबू बालमुकुंद सम्मान, हिंदी साहित्य में महाकवि सूरदास सम्मान तथा जीवन साहित्य साधना सामान मिल चुके हैं। देश की जानी-मानी करीब 160 संस्थाओं से सम्मानित हो चुके हैं। अति शील स्वभाव के रोहित यादव को
राजकरण देवी स्मृति साहित्य-रत्न सम्मान दिया जाएगा। यह सम्मान बसंत शिक्षा समिति खटकड़ जींद की ओर से उन्हें मिलेगा। यह सम्मान उन्हें 27 अक्टूबर को जींद में दिया जाएगा।
फोटो कैप्शन: रोहित यादव
बार-बार शिकायत करने पर भी पानी की लिकेज नहीं हो रही है ठीक
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कनीना की आवाज। कनीना मंडी में स्थित मुख्य सड़क मार्ग पर थाना सदर के आगे पेयजल की लाइन सड़क के नीचे से लीक हो रही है। इस समस्या को लेकर मुकेश नंबरदार कनीना मंडी ने कनिष्ठ अभियंता को बार-बार सूचित कर दिया है किंतु जब कार्रवाई नहीं की गई तो आखिरकार उन्होंने एसडीएम कनीना अमित कुमार को शिकायत दी है। उनका कहना है कि किरोड़ीमल पंसारी के सामने पेयजल की लीकेज के कारण न केवल सड़क मार्ग को नुकसान होने का खतरा बन गया है वही गंदा जल भी लोग पीने को मजबूर हो गए हैं। ऐसे में उन्होंने तुरंत प्रभाव से इस पानी की लीकेज को बंद करवाने की अपील की है। एसडीएम ने उन्हें आश्वासन दिया कि जल्दी इस समस्या का समाधान कर दिया जाएगा।
फोटो कैप्शन 10: एसडीएम को दी गई शिकायत
कनीना में करवाई गई फोगिंग
- लोगों को किया मच्छर जनित रोगों के बारे में जागरूक
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कनीना की आवाज। नगर पालिका कनीना द्वारा कनीना कस्बा में फोगिंग करवाई गई ताकि डेंगू मच्छर एवं मक्खियों से छुटकारा पाया जा सके। नगरपालिका प्रशासक अमित कुमार, एसडीएमजी सचिव समय पाल, दिनेश कुमार पालिका अभियंता, सफाई इंचार्ज सुरेंद्र वशिष्ठ की देखरेख में फोगिंग की कार्रवाई चली। इस मौके पर स्वास्थ्य कर्मचारी सुनील कुमार ने लोगों को मलेरिया और डेंगू के बचाव के बारे में जानकारी दी। लोगों को बताया कि गंदे पानी के गड्ढों में काला तेल आदि डाल दे या मिट्टी से भरवा दें। गांव में पानी की टंकियां, पशुओं के पानी पीने के बर्तनों, घड़े, सिकोरे आदि में लारवा पैदा होते हैं ऐसे में इनको सप्ताह एक बार खाली करके सुखा लेना चाहिए। उन्होंने लोगों को बताया कि रात को सोते समय पूरी बाजू के कपड़े पहनकर, मच्छरदानी का प्रयोग करके सोना चाहिए। यदि किसी को बुखार आता है तो नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र पर खून की जांच करवानी चाहिए जो मुफ्त में की जाती है। घरों के आसपास गंदगी न फैलाए तथा नालियों की सफाई का विशेष ध्यान दें।
फोटो कैप्शन 08: कनीना में फोगिंग करते हुए कर्मी।
समस्या समाधान शिविर में चौथे दिन भी नहीं पहुंचा कोई शिकायत लेकर
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कनीना की आवाज। नगर पालिका कनीना में समस्या समाधान शिविर के चौथे दिन भी कोई व्यक्ति प्रापर्टी आईडी आदि ठीक करवाने के लिए नहीं पहुंचा। नगर पालिका सचिव समय पाल सिंह ने बताया कि नगर पालिका में सुबह 9 बजे से 11 बजे तक समस्या समाधान शिविर का आयोजन प्रतिदिन किया जाता है किंतु चौथे दिन भी कोई अपनी समस्या लेकर नहीं पहुंचा तीसरे दिन भी कोई समस्या नहीं आई।
उन्होंने बताया कनीना में 7642 प्रापर्टी आईडी है जिनमें से 2242 लोगों ने स्वयं सत्यापित कर ली है। जिन लोगों की प्रापर्टी आईडी ठीक नहीं हैं उन्हें पहले ही यह बताया जा चुका है। यह समस्या शिविर करीब 100 दिन चलेगा। प्रापर्टी आईडी ठीक करवाने के लिए रजिस्ट्री इंतकाल, जमाबंदी, एक आईडी प्रूफ लेकर आना होता है। इस मौके पर पालिका अभियंता दिनेश कुमार, लिपिक सुरेंद्र वशिष्ठ, लेखाकार मनोज कुमार, लिपिक संदीप सैनी आदि विभिन्न कर्मी मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 09: समस्या समाधान शिविर में बैठे कर्मचारी और अधिकारी
प्राथमिक चिकित्सा केंद्र भोजावास की टीम ने अनाथ आश्रम में रहने वाले 43 लोगों की,की जांच
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कनीना की आवाज। शुक्रवार को प्राथमिक चिकित्सा केंद्र भोजावास की टीम ने मोडी गांव में बने शांतिकुंज अनाथ आश्रम में रहने वाले 43 लोगों की जांच की। डा. दीपांशु ने जानकारी देते हुए बताया कि प्राथमिक चिकित्सा केंद्र भोजावास के माध्यम से समय-समय पर विभिन्न जगह स्वास्थ्य जांच शिविर लगाकर आमजन को फायदा पहुंचाया जा रहा है उन्होंने बताया कि शुक्रवार को शांतिकुंज अनाथ आश्रम मोडी में कैंप लगाया गया। इस दौरान अनाथ आश्रम में रहने वाले व उनकी सेवा करने वाले लोगों की जांच की है। बीपी, शुगर, आंखों की जांच, रक्त की जांच सहित विभिन्न प्रकार की जांच की गई है। इसके साथ ही दवाइयां भी वितरित की गई है। उन्होंने बताया कि अनाथ आश्रम में रहने वाले लोग प्राथमिक चिकित्सा केंद्र तक नहीं पहुंच पाए इसलिए समय-समय पर यहां पर पहुंचकर जांच करके उनको उचित दवाई दी जाती है। अनाथ आश्रम के संचालक पवन कुमार ने बताया कि प्राथमिक चिकित्सा केंद्र की टीम के द्वारा समय-समय पर स्वास्थ्य जांच करके मदद की जा रही है इससे अनाथ आश्रम में रहने वाले लोगों का मनोबल बढ़ता है। इस दौरान डा.राजेश कुमार हेल्थ इंस्पेक्टर राजकुमार, सुशीला देवी , अमरजीत एमपीएचडब्ल्यू, जयश्री एएनएम, आशीष, सन्तोष, मोहित कुमार एलटी, पवन कुमार सहित अन्य मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 07:मोड़ी अनाथ आश्रम में मरीजों की जांच करते हुए डाक्टर
गांव कैमला में बेटी के जन्म उत्सव पर कुआं पूजन कार्यक्रम हुआ आयोजित
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कनीना की आवाज। कैम्पेन कल्पना मिशन के तहत बीएमडी फाउंडेशन व नेहरू युवा केंद्र के द्वारा गुरुवार देर शाम गांव कैमला में प्रियंका धर्मपत्नी धीरज कुमार की नवजात बेटी खुशी शर्मा के जन्मोत्सव पर कुआं पूजन के अवसर पर परिवार को सम्मानित किया गया।
फाउंडेशन से चेयरमैन लक्की सीगड़ा, सत्यनारायण विहप प्रखंड मंत्री दौंगड़ा अहीर, एनवाईवी रचना शर्मा, सरिता सयोंजिका दुर्गावाहिनी, प्रियंका प्रजापति एवं महिला एवं बाल विकास विभाग से आंगनवाड़ी वर्कर प्रियंका ने कार्यक्रम में उपस्थित होकर नवजात बेटी के माता-पिता को प्रशस्ति-पत्र देकर परिवार के इस प्रयास की सराहना की। लक्की सीगड़ा ने कहा की गत कई वर्षोंं से जिले में बाल लिंगानुपात में निरंतर सुधार हो रहा है फिर भी कुछ जगह पर लिंग भेद और लिंग चयन की मानसिकता व्याप्त है जो कि बालिकाओं के जन्म और उनके अस्तित्व को जोखिम में डालता है। इस सोच के उन्मूलन के लिए कंैपेन कल्पना मिशन से जुडऩा होगा।
एनवाईवी रचना शर्मा ने कहा कि कन्या भू्रण हत्या बड़ा अपराध है। बेटे की चाह में लोग कन्याओं को जन्म से पहले ही मार रहे हैं। कहा कि कन्या भू्रण हत्या के लिए महिलाएं भी पुरुषों के बराबर जिम्मेदार है। भ्रूण हत्या से पहले महिलाओं को यह सोचना चाहिए कि उसने भी कन्या के रूप में ही जन्म लिया है। बेटियों के प्रति सामाजिक नजरिया बदलने के लिए महिलाओं को आगे आना होगा । नवजात बेटी के पिता धीरज कुमार ने बताया कि 14 सितम्बर के दिन उनके घर में बेटी का जन्म हुआ था। इस कुआं पूजन के दिन को एक यादगार और समाज में बिटिया के प्रति सकारात्मक सोच का संदेश देने के उद्देश्य से यह भव्य आयोजन किया गया। उन्होंने कहा कि पुत्र रत्न की प्राप्ति पर जहां थाली बजाकर और बड़े स्तर पर महोत्सव मनाया जाता है तो क्यों नहीं बिटिया के जन्म पर उसे शहनाई की गूंज के साथ महोत्सव मनाया जा सकता है। क्योंकि बिटिया जगत जननी होती है। चाहे कोई भी त्यौहार, उत्सव या महोत्सव हो बिना नारी के कभी पूर्ण नहीं हो सकता तो फिर आज के दौर में बेटी और बेटे में भेदभाव करना बिल्कुल भी उचित नहीं कहा जा सकता है। इस अवसर पर नवजात बेटी के दादा राम सिंह, सत्यबीर, जयपाल, सत्यनारायण विहप प्रखंड मंत्री दौंगड़ा अहीर, दादी बिमला देवी, सुमित्रा, सुशीला, माया देवी, ताऊ कुलदीप , ताई रेखा देवी, आंगनवाड़ी वर्कर प्रियंका, सरिता दुर्गावाहिनी संयोजिका प्रखंड दौंगड़ा अहीर, फूफा पंकज, बुआ प्रेमलता सहित अन्य परिजनों ने भी पहुंचकर आशीर्वाद दिया।
फोटो कैप्शन 06:सम्मानित करते हुए बीएमडी फाउंडेशन और नेहरू युवा केंद्र के सदस्य।
हरियाणा काउंसिल आफ साइंस इनोवेशन एंड टेकनोलाजी में एसडी राज्य स्तर पर जिले का प्रतिनिधित्व
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कनीना की आवाज। हरियाणा काउंसिल आफ साइंस इनोवेशन एंड टेकनोलाजी एवं जिला शिक्षा अधिकारी कार्यालय के संयुक्त तत्वावधान में जिला स्तरीय विज्ञान प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें एसडीयन्स ने अपना शानदार प्रदर्शन करते हुए न केवल अपने विद्यालय का बल्कि पूरे क्षेत्र का नाम रोशन किया है। प्राकी पुत्री अजय कुमार, संजना पुत्री पूर्ण सिंह, जतिन पुत्र हरिश का जोनल लेवल के लिए चयन हुआ। इसे प्रतियोगिता में फिजिक्स, केमिस्ट्री , बायोलाजी तथा मैथमेटिक्स पर आधारित प्रश्न पूछे गये। इस प्रतियोगिता में सीबीएसई से संबधित 34 विद्यालयों की टीमों ने भाग लिया। जिसमें 5 टीमों का जोनल लेवल के लिए चयन हुआ। जोनल लेवल प्रतियोगिता 4 दिसम्बर को आयोजित होगी। विद्यालय प्रांगण में इन विद्यार्थियों के लिए सम्मान समारोह का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर चेयरमैन जगदेव यादव ने सभी विजेता विद्यार्थियों एवं विद्यालय स्टाफ को बधाई देते हुए कहा कि इस तरह कि उपलब्धि अपने आप में बड़े गर्व का विषय है। यह विद्यार्थियों अध्यापकों एवं अभिभावकों के संयुक्त प्रयास का परिणाम है। अत: हमें हमेशा एकाग्रता चित होकर सच्ची लग्न से परिश्रम करना चाहिए। सच्ची लग्न से कर्म करते रहने से ही सफलता सम्भव है। कर्म सर्वोपरि है। प्रत्येक कार्य को आनन्द से पूरा करना चाहिए जिससे काम करने की गति भी बढ़ती है व काम सुंदर तरीके से पूरा होता है।
इस अवसर पर प्राचार्य ओमप्रकाश, राजेन्द्र यादव, सीईओ आरएस यादव, उप-प्राचार्य पूर्ण सिंह, सीएओ नरेन्द्र कुमार, सुनील कुमार, जसबीर जांगिड़ व समस्त स्टाफ सदस्य उपस्थित था।
फोटो कैप्शन 04: अव्वल रहे विद्यार्थियों को सम्मानित करते हुए।
किसान के बेटे हितेश ने खेतों में उड़ाया ड्रोन, चलाया रोबोट
-विश्वविद्यालय से मिल चुका है इनाम, अनेक इनाम जीत चुका है हितेश
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कनीना की आवाज। प्रतिभा शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में कोई अंतर नहीं करती। कई बार अनेक गुदड़ी के लाल ग्रामीण क्षेत्रों में बहुतायत में मिलते हैं परंतु उनकी प्रतिभा को निखारा नहीं जाता परिणाम उनकी प्रतिभाएं दम तोड़ देती है किंतु कई बार प्रतिभागी सही मौका मिलने पर नाम कमाती है। ऐसी एक शख्सियत अजीत सिंह ग्रामीण किसान का पुत्र हितेश कुमार है जो आइआइएलएम विश्वविद्यालय ग्रेटर नोएडा में पढ़ रहा है और वर्तमान में बीटेक रोबोटिक एवं आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का कोर्स कर रहा है। वैसे तो कनीना के स्कूलों में उन्होंने कई बार अपना प्रतिभा का परिचय दिया था और अनेकों इनाम जीते थे वही अब उनको अपनी प्रतिभा को दर्शाने का खुलकर मौका मिला है। उन्होंने अपनी प्रतिभा का परिचय हाल ही में विश्वविद्यालय की ओर से सविस्कार-2024 कार्यक्रम चंडीगढ़ में आयोजित हुआ। कार्यक्रम में ग्रुप आफ कालेज झांझेरी, मोहाली ने भाग लिया। इसमें हितेश का रोबो रेस दूसरे स्थान पर रहा 5100 रुपये का इनाम जीता। वही ड्रोन कंपीटीशन में उनका तीसरा स्थान रहा। हितेश ने बताया कि उनका ड्रोन डेढ़ किलो वजन का है जिसे अपने ही हाथों से बनाया है और करीब 50,000 रुपये खर्चा आया हैं। उनका यह ड्रोन बहुत सुंदर ढंग से कम कर रहा है। स्वयं और वह भी आनलाइन जानकारी लेकर के तैयार किया है। सामान अपने पैसों से खरीदा जिसमें विशेष रूप से अल्युमीनियम की प्लेट लगी हुई है जो गिरने पर टूटती नहीं। सबसे बड़ी विशेषता है कि इसमें स्थान निर्धारित कर दिया जाता है जहां पर जाकर यह खाद आदि भी छिड़क सकता है। यह अपना टार्गेट पूरा करके सकुशल वापस आ जाता है। यद्यपि बाजार में बेहतरीन दर्जे के ड्रोन आये हुए किंतु उनका खुद का ड्रोन और वह भी एक युवा ने तैयार की है वास्तव में देखने लायक है। उन्होंने खेतों में ड्रोन उड़ाकर दिखाया और सफलतापूर्वक टार्गेट पूरा करके आया। ड्रोन में ग्रामीण क्षेत्र से इकट्ठे किये गये सामान तथा कुछ सामान बाजार से खरीद कर लगाया गया है। अपने हाथों से निर्मित ड्रोन को लेकर हितेश कुमार बहुत खुश है। उन्हें विश्वास है कि आने वाले समय में उनका ड्रोन किसी कंपनी द्वारा अपना लिया जाएगा और वह अच्छे दर्जे के ड्रोन तैयार कर पाएंगे ताकि सस्ती दरों पर ग्रामीण क्षेत्र के किसानों को ड्रोन उपलब्ध हो सकेंगे। लेकिन आज के दिन जहां ड्रोन की कीमत कई लाख रुपये में आंकी जाती है परंतु उनके ड्रोन की कीमत महज हजारों में है।
साथ में उन्होंने अपने और रोबोट को खेतों में उतारा। वह उबड़ खाबड़ रास्तों, पानी एवं जंगलों में सिक्स बाय सिक्स काम करने वाला देखने में साधारण सा रोबोट बनाया है जो बहुत बेहतर ढंग से कार्य करता है। यह एक किलोमीटर दूरी तक आसानी से कम कर सकता है। उनका कहना है की विशेष कर सैनिकों को ऐसा ड्रोन काम आ सकता है। उन दूर-दराज एवं दुर्गम क्षेत्रों में जहां तक पहुंचना कठिन होता है इस रोबोट को भेजा जा सकता है और यह रोबोट सटीक तरीके से काम करके आसानी से वापस आ जाता है। एक किलोमीटर दूरी तक काम करवाकर दिखाया। पूरा चार्ज करने पर एक घंटे तक काम करता है। उनके ड्रोन और रोबोट को पर विभिन्न कंपनियों और लोगों की नजर टिकी हुई है।
उल्लेखनीय है कि महज एक वर्ष से ही हितेश कुमार इस विश्वविद्यालय में पढ़ाई के लिए गया हुआ है और अभी से ही इतने सुंदर अविष्कार करके ने केवल अपने गरीब माता-पिता का नाम रोशन किया अपितु क्षेत्र में भी नाम कमाया है। उन्हें विश्वास है कि जल्द ही वह बहुत बेहतर दर्जे के ड्रोन और रोबोट बना सकेंगे।
फोटो कैप्शन 03: हितेश अपने ड्रोन के साथ
02: हितेश अपने ड्रोन, रोबोट तथा मिली हुई विभिन्न इनाम दिखाते हुए
अस्पताल को अपग्रेड कर 100 बेड का करने की मांग
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कनीना की आवाज। सेवा भारती हरियाणा की कनीना इकाई ने एक पत्र भेज कर कनीना के उप-नागरिक अस्पताल को एफआरयू/ प्रथम परामर्श इकाई का दर्जा देने की मांग के लिए आरती सिंह राव को पत्र भेजा है। साथ में 50 बेड के उप-नागरिक अस्पताल अपग्रेड करके 100 बेड का बनाये जाने की मांग की है। वर्तमान में यह 50 बेड का अस्पताल है। हरियाणा हरियाणा प्रदेश सेवा भारती हरियाणा प्रदेश शाखा इकाई के अध्यक्ष सुरेश शर्मा, जगदीश आचार्य अध्यक्ष जिला अध्यक्ष सेवा भारती, योगेश अग्रवाल सदस्य सेवा भारती हरियाणा ने यहां बताया कि कनीना उप नागरिक अस्पताल वर्तमान में 50 बेड का है किंतु यहां 84 कमरे उपलब्ध है। यहां एक एसएमओ के अतिरिक्त 8 डाक्टरों के पद भरे हुये हैं। यह अस्पताल 100 बेड के सर्वथा उचित है तथा आसानी से 100 बेड का अस्पताल बनाया जा सकता है। सैकड़ों मुफ्त चिकित्सा शिविर लगाने वाले सेवा भारती ने के सदस्यों ने बताया कि इस संबंध में उन्होंने आरती सिंह राव को भी एक पत्र भेज दिया है जिसमें मांग की गई है कि कनीना के उप-नागरिक अस्पताल में एफआरयू की सुविधा प्रदान की जाए। साथ में 100 बेड का कनीना का अस्पताल बनाया जाए। उन्होंने बताया कि वे इस मांग को लेकर कई अधिकारियों से मिल चुके हैं और सभी ने मां को उचित ठहराते हुए इस मांग को सिरे चढ़ाने की बात कही है।
यदि यहां बड़ी मशीन उपलब्ध हो जाए, अल्ट्रासाउंड जैसी बड़ी मशीन उपलब्ध हो जाए और एमडी या गाईनी आदि डाक्टर उपलब्ध हो जाए तो क्षेत्र के लोगों को दूर दराज नहीं जाना पड़ेगा अपितु कुछ इलाज यहां पर चल सकेंगे। उन्होंने बताया कि वह पूर्व विधायक अटेली सीताराम यादव से मिले थे और उसे समय भी समस्या को सिरे चढ़ाने की बात की गई थी किंतु विस चुनाव आने के कारण यह मांग सिरे नहीं चढ़ पाई। आप जहां स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव है। इसलिए आरती सिंह राव के पास पत्र भेजकर यह मांग पूरा करने की उम्मीद जताई है।
प्रदूषण से बचने की सला
ह दे रहे हैं समाजसेवी
-पेड़ लगाने पटाखे न चलाने की सलाह
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कनीना की आवाज। दीपों का त्योहार दिवाली 31 बक्टूबर को मनाया जाएगा। ग्रामीण क्षेत्रों में पटाखे प्रयोग करते है वहीं किसानों के अगली फसल में व्यस्त रहने पर भी दीपावली के प्रति उत्साह है। अधिकांश लोग प्रदूषण करने के विरुद्ध हैं। ग्रामीण क्षेत्र में फूलझडियां चलाई जाती हैं वहीं पटाखे भी चलाए जाते हैं।
अधिकांश लोग पटाखे चलाना अनुचित बताया है। आम लोगों का कहना है कि पटाखे चलाने से जहां कर्णफोड़ू ध्वनि में जीना हराम हो जाता है वहीं प्रदूषण इतना बढ़ जाता है कि सांस लेना भी दूभर हो जाता है। अधिकांश जन सादगी से दीपावली मनाने के पक्षधर हैं। समाजसेवियों से इस मुद्दे पर चर्चा हुई जिसमें उनके विचार अलग अलग थे।
क्या कहते हैं समाजसेवी-
मैं सादगी से दीपावली मनाने के पक्ष में हूं। एक ओर पूरा देश प्रदूषण से बचने की राह पर चला हुआ है और दूसरी ओर यदि प्रदूषण होता है तो सांस की अनेकों बीमारियां फैल जाएंगी। ऐसे में दिवाली के शुभ दिन हवन करके वातावरण को साफ सुथरा बनाने का प्रयास करूंगा और अपने साथियों को भी इस काम के लिए उत्साहित करूंगा साथ में अपील करता हूं कि जगह जगह इस दिन हवन आयोजित करके वातावरण को साफ सुथरा बनाने में अपना योगदान देवें।
--मनोज कुमार मुख्याध्यापक
दिवाली को वर्षों से सादगी से मनाता आ रहा हूं। घर में सफाई करके, सुबह सवेरे योग एवं प्राणायाम के बाद शाम तक ईश्वर स्तुति करता हूं। तत्पश्चात पूरा परिवार मिलकर मिठाई खाता है। बाजार की बनी मिठाइयां परिवार नहीं खाता है। पूरे परिवार के बच्चे पटाखे नहीं चलाते बल्कि पटाखों पर जो खर्च आता है उतना ही पास की अपंग गौशाला में दान कर दिया जाता है। इससे मन को अति प्रसन्नता होती है। मैं अपने साथियों को भी इसी तरीके से दिवाली मनाने की सलाह देता हूं। दिवाली के पर्व पर जो प्रदूषण होता है उसका कुप्रभाव मरीजों के शरीर पर कई दिनों तक पड़ता रहता है। साथियों एवं अनुयायियों से प्रार्थना करता हूं कि वे भी दिवाली सादगी से एवं योग अभ्यास करके पूर्ण रूप से ऊर्जावान होकर प्रदूषण रहित मनाएं।
--अनिल परदेशी, समाजसेवी
दिवाली को सादगी से मनाता आया हूं और अपने साथियों को भी सादगी से मनाने की हर बार प्रेरणा देता हूं। जब दीवाली आती है तो पहले से ही घर में कुछ मिठाइयां बनवा लेता हूं। न कोई पटाखे चलाता हूं और न दूसरों को चलाने की सलाह देता हूं।
--देशराज, कनीना
दिवाली वर्षों से सादगी से मनाता आ रहा हूं। घर में मूंग का हलवा इसी दिन बनाया जाता है और पूरा परिवार मिलकर खाता है। बाजार की बनी मिठाइयां परिवार नहीं खाता है। पूरे परिवार के बच्चे पटाखे नहीं चलाते बल्कि पटाखों पर जो खर्च आता है उतना ही पास की गौशाला में दान कर दिया जाता है। इससे मन को अति प्रसन्नता होती है। मैं अपने साथियों को भी इसी तरीके से दिवाली मनाने की सलाह देता हूं। दिवाली के पर्व पर जो प्रदूषण होता है उसका कुप्रभाव मरीजों के शरीर पर कई दिनों तक पड़ता रहता है। विदेशी पटाखे या बिजली के यंत्र घरों में लगाकर बिजली खर्च करना भी बुद्धिमानी नहीं है। जिस प्रकार मैं दिवाली मनाता हूं ठीक उसी प्रकार आप भी दीवाली मनाए ताकि देश का विकास संभव हो सके। दिवाली का प्रदूषण लंबे समय तक कायम रहता है उस प्रदूषण से बचने का प्रयास किया जाए।
---श्यामसुंदर महाशय,कनीना
फोटो कैप्शन: श्याम सुंदर महाशय, अनिल परदेशी, देशराज, मनोज मुख्याध्यापक
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