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Monday, October 7, 2024


 


जीवन का सबसे बड़ा शुभ कर्म यज्ञ होता है- महाराज
-धनौंदा की बणी में चला हवन
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कनीना की आवाज।
जीवन का सबसे बड़ा शुभ कर्म यज्ञ है। यज्ञ करना श्रेष्ठ मनुष्यों का परम कर्तव्य है। ये विचार संत शिवानंद  महाराज ने धनौंदा की बणी में पांचवें नवरात्रि पर विशाल यज्ञ के उपरांत भक्तगनों को संबोधित करते हुए व्यक्त किये।
 इस अवसर पर उन्होंने कहा कि उस परमपिता के पास जाने का सबसे अच्छा रास्ता और सरल तरीका यज्ञ है। यज्ञ में चार द्रव्य होते हैं जिनमें पुष्टि कारक ,सुगंध ,रोग निवारक एवं औषधीय आदि मिले होते हैं। यज्ञ से उठने वाले धुआं की जो सुगंध उठती है उसमें एक विशेष प्रकार की गंध निकलती है जो रोगाणुओं को मार देती है। इसी के आधार पर वातावरण शांत और सुगंधित रहता है साथ ही रोगों से बचाता है जो मच्छरों के प्रकोप से उत्पन्न होते हैं। तन मन को शीतलता प्रदान करता है।
 स्वामी ने कहा कि यज्ञ से निकलने वाले धुएं का असर सीधा दिमाग पर पड़ता है जिससे मनुष्य में कार्य कुशलता तथा कार्य क्षमता की वृद्धि होती है। स्वामी ने बताया कि अपने समूचे जीवन में ज्यादा से ज्यादा अपना जीवन परोपकार तथा यज्ञ आदि शुभ कर्मों में व्यतीत करो जिससे अत्यधिक ज्ञान की प्राप्ति होगी। समृद्धि और हवन की महक के बीच गहरा संबंध होता है तथा कई बार तो इस सुगंधित महक के माध्यम से खोई  हुई याददाश्त शक्ति भी वापस आ जाती है। विभिन्न प्रकार की समीधाओं के जलने पर कुछ ऐसी महक उत्पन्न होती है जो खून में एड्रेलिन की मात्रा को घटा देती है जिससे क्रोध की भावना घट जाती है। केसर अगरबत्ती, चंदन, जायफल, गूगल आदि के जलने से उत्पन्न सुगंध मन को शांति प्रदान करती है तथा साथ-साथ ही शरीर की आंतरिक शक्तियों को बढ़ाने में रामबाण सिद्ध होती है। उन्होंने कहा कि जहां किसी घर में बार-बार लड़ाई झगड़ा तथा मारपीट की नौबत आती रहती है उस घर या दुकान, मकान, प्लाट आदि में यज्ञ करने से उठने वाली सुगंधित से वहां रहने वाले जीव जंतुओं को लाभ मिलता है। जिसके कारण इस जगह मारपीट की नौबत कम होती है। अथर्ववेद में कहा गया है कि रोगों उत्पाद विषय आकाश में उडऩे वाले मल मूत्र के रोगाणु मनुष्य के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है वह सब यज्ञ के धुएं से नष्ट हो जाते हैं। विधि विधान पूर्वक यज्ञ करने से घर में धन, बल और शांति की बढ़ोतरी होती है तथा यज्ञ के उठने वाले सुगंध से खासी दमा में ैलाभप्रद होती है। उन्होंने कहा कि हवन में प्रयोग होने वाली सभी सामग्री के अलग-अलग गुण हैं।  इस अवसर पर बाबा श्रीकृष्णानंद ट्रस्ट के व्यवस्थापक कैलाश गोयल ट्रस्ट के अध्यक्ष अनिल यादव ,वाइस प्रधान ठाकुर कर्मवीर सिंह, कोषाध्यक्ष विजय कुमार आर्य, उपकोष अध्यक्ष डा. फतेहचद दायमा ट्रस्ट के वरिष्ठ सदस्य मखनलाल स्वामी ,कंवर  जसवंत सिंह आदि मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 10: धनौंदा में यज्ञ करते हुए संत।





आरकेवाई इंटरनेशनल स्कूल कनीना का खेलों के क्षेत्र में बढ़ा दबदबा
--अव्वल रहे बच्चों को किया पुरस्कृत
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कनीना की आवाज।
जिला रेवाड़ी में आयोजित एएफआई  जिला चैंपियनशिप में आरकेवाई  इंटरनेशनल स्कूल कनीना की खिलाड़ी खुशी ने अंडर-14  रेस में तीसरा स्थान , सोनम ने अंडर-18  में पहला स्थान और ज्योति ने दूसरा, शिवानी ने अंडर- 18 वाक और 200 मीटर रेस में पहला स्थान,मीत ने अंडर-16 लांग जंप में तीसरा स्थान ,नितिन ने अंडर-18 शाट पुट में पहला स्थान,अंडर-16 मे जतिन ने शार्ट पुट में तीसरा स्थान , दुष्यंत ने लांग जंप में तीसरा स्थान, मयंक ने में तीसरा स्थान ,लक्ष्य ने  ज्वेलिन थ्रो में तीसरा स्थान प्राप्त कर जीत का दबदबा कायम रखा। जीत कर लौटे  खिलाडिय़ों का निदेशक सुरेश कुमार और उप-निदेशक अतर सिंह, प्राचार्या सतेंद्रा यादव और पूरे स्टाफ ने सभी खिलाडिय़ों और कोच हेमू यादव और पंकज यादव का जोरदार स्वागत किया। निदेशक सुरेश कुमार और निधिबाला ने बताया खेलों का हमारे जीवन में बहुत महत्व है। खेलों से हमारे शरीर विकास के साथ-साथ मानसिक विकास भी होता है। उन्होंने बताया स्कूल  कोच पंकज यादव , हेमू यादव और खिलाड़ी बहुत मेहनत कर रहे हैं और यह उनकी मेहनत का ही परिणाम है। स्टेट के लिए क्वालीफाई करने वाले और स्टेट खेलने करनाल जाने वाले सभी खिलाडिय़ों और कोच को  बहुत-बहुत बधाई व भविष्य की शुभकामनाएं दी। डिप्टी डायरेक्टर अतर सिंह और प्राचार्य सतेंद्रा यादव  ने बच्चों को प्रोत्साहित करते हुए शुभकामनाएं दी। अवसर पर समस्त स्टाफ मौजूद रहा।
फोटो कैप्शन 09: आरकेवाई के होनहार खिलाड़ी।





जिसका हमें था इंतजार वो घड़ी आ गई
- ग्रामीण क्षेत्रों में विभिन्न साधनों से सुने जाएंगे हार जीत के समाचार
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कनीना की आवाज।
  5 अक्टूबर को मतदान संपन्न होने के पश्चात लोगों के दिलों की धड़कन बढ़ रही है। वहीं प्रत्याशी और समर्थक दिन रात 8 अक्टूबर का इंतजार कर रहे हैं। वह घड़ी अब पहुंची है। ग्रामीण क्षेत्रों में जहां संसाधन कम होते हैं इसलिए उनके पास रेडियो एवं मोबाइल मुख्य रूप से काम में लाया जाता है। वहीं मोबाइल आजकल दूर दराज क्षेत्र तक प्रयोग में लाया जाता है। वह भी जानकारी का बेहतर जरिया बन गया है। टीवी के दर्शन टीवी का मजा लेने के लिए लालायित हैं। सभी अपने-अपने साधनों को साफ सुथरा बना रहे हैं। इस संबंध में ग्रामीण क्षेत्र के लोगों से बात हुई-
 लक्ष्मी देवी, शकुंतला, आशा, नीलम, महेश आदि ने बताया कि उनके पास इनवर्टर भी है टीवी भी है तथा बिजली भी पर्याप्त आती है। इसलिए वो सीधा प्रसारण देखेंगे या फिर टीवी से समाचार देखेंगे क्योंकि मतदान करने के बाद वो चाहते हैं कि उनका मत किसी जीतने वाले प्रत्याशी को मिले। ऐसे में सभी के नजरे अटेली क्षेत्र की हार जीत पर टिकी हुई है। उन्होंने बताया कि वो हार जीत देखने के लिए टीवी की साफ सफाई कर चुके हैं और 8 अक्टूबर को टीवी के जरिए हार जीत का पता करेंगे।
उधर दूर दराज रहने वाले सूबे सिंह का कहना है कि मोबाइल अब ऐसा साधन आ गया है जिसके जरिए चाहे कहीं दूर जंगल में बैठकर भी परिणाम जान सकते हैं। मोबाइल के प्रति बच्चे और बूढ़े सभी आकर्षित है। ऐसे में  8 अक्टूबर को मतगणना के समाचार जानेंगे। वैसे भी मतगणना के समाचार इस छोटे से माध्यम द्वारा आसानी से प्राप्त कर सकते हैं।
 सूबे सिंह ने कहा कि मतगणना का बेसब्री से इंतजार है और वह इसका सीधा हार जीत का परिणाम जानने के लिए मोबाइल को ही बेहतर जरिया समझते हैं। क्योंकि दूर दराज क्षेत्रों में बिजली कम आती है। मोबाइल को पूर्ण रूप से चार्ज करके सोएंगे ताकि 8 अक्टूबर को हार जीत की जानकारी मिल सके।
उधर दूर खेतों में रहने वाले राजेंद्र सिंह वर्षों से रेडियो चलाते आ रहे हैं। उनका कहना कि रेडियो से बेहतर कोई सेवा नहीं है जिसके जरिए मतगणना की परिणाम प्राप्त हो सके। उन्होंने रेडियो साफ करके उसमें बैटरी डाली है। उनका कहना है कि रेडियो किसी भी क्षेत्र में जाकर आसानी से सुन सकते और रेडियो से बेहतर कोई सेवा नहीं है।  उनका कहना है कि वह लंबे समय से रेडियो का उपयोग करते हैं। वो किसानी के काम के लिए रेडियो का प्रयोग करते हैं। यही कारण है वो रेडियो से खुश हैं।
उधर पूर्व शिक्षक बनवारी लाल का कहना है कि वो जब से पढ़ते थे तब से रेडियो के शौकीन है क्योंकि वो ककराला के ग्रामीण क्षेत्र में रहते हैं, वहां पर कोई ऐसी सुविधा उपलब्ध नहीं है जिसके जरिए सीधा प्रसारण सुना जा सके या समाचार मिल सके। ऐसे में रेडियो बहुत बेहतर काम आएगा। हर योजना में जब-जब चुनाव होते हैं तब तक रेडियो से ही परिणाम जाने हैं। वह चाहते हैं कि इस बार भी उनका रेडियो अटेली विधानसभा क्षेत्र की जानकारी देगा और उन्हें आशा है कि वो अच्छे ढंग से समाचार दे पाएगा।
 फोटो कैप्शन 5: लक्ष्मी देवी टीवी को साफ करते हुए
6: सूबे सिंह मोबाइल के जरिए तैयारी करते हैं 7: राजेंद्र सिंह रेडियो को साफ करते हुए
8: बनवारी लाल रेडियो से मतगणना के समाचार के लिए तैयारी करते हुए




मां का छठा रूप-
कात्यायनी देवी कात्यायनी मंत्र की देवी हैं-पंडित दिनेश
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कनीना की आवाज।
कात्यायनी देवी कात्यायनी मंत्र की देवी हैं। कात्यायनी देवी नवदुर्गा के नौ रूपों में छठा रूप है। पंडित दिनेश शर्मा का कहना है कि महर्षि कात्यायन की तपस्या से प्रसन्न होकर आदिशक्ति ने उनके यहां पुत्री के रूप में जन्म लिया था। इसलिए वे कात्यायनी कहलाती हैं। कात्यायनी शब्द का शाब्दिक अर्थ ही है  जो दृढ़ और घातक दंभ को दूर करने में सक्षम है । देवी कात्यायनी बृहस्पति ग्रह को नियंत्रित करती है। देवी कात्यायनी सिंह पर विराजमान हैं ; उनको तीन नेत्र और चार भुजाएं है। एक भुजा में चन्द्रहास नामक तलवार है, एक भुजा में कमल का पुष्प है और शेष दो भुजाएं अभयमुद्रा और वरदमुद्रा में हैं। देवी कात्यायनी अमोघ फलदायिनी हैं इनकी पूजा अर्चना द्वारा सभी संकटों का नाश होता है।
महर्षि कात्यायन के यहां पुत्री के रूप में उत्पन्न हुई आश्विन कृष्ण चतुर्दशी को जन्म लेकर शुक्ल सप्तमी, अष्टमी तथा नवमी तक तीन दिन उन्होंने कात्यायन ऋषि की पूजा ग्रहण कर दशमी को महिषासुर का वध किया था। इनका स्वरूप अत्यंत ही भव्य एवं दिव्य है। इनका वर्ण स्वर्ण के समान चमकीला, और भास्वर है। इनकी चार भुजाएं हैं। माता का दाहिनी तरफ का ऊपर वाला हाथ अभयमुद्रा में है तथा नीचे वाला वरमुद्रा में, बाई तरफ के ऊपर वाले हाथ में कमल पुष्प सुशोभित है। इनका वाहन सिंह है ।
भगवान श्री कृष्ण की क्रीड़ा भूमि श्रीधाम वृन्दावन में भगवती देवी के केश गिरे थे, इसका प्रमाण प्राय: सभी शास्त्रों में मिलता ही है। ब्रह्म वैवर्त पुराण एवं आद्या स्तोत्र आदि कई स्थानों पर उल्लेख है- वृन्दावन स्थित पीठ में ब्रह्मशक्ति महामाया श्री माता कात्यायनी के नाम से प्रसिद्ध है। वृन्दावन स्थित श्री कात्यायनी पीठ भारतवर्ष के उन अज्ञात 108 एवं ज्ञात 51 शक्ति पीठ में से एक अत्यन्त प्राचीन सिद्धपीठ है।
पंडित दिनेश शर्मा का कहना है  कि गोधूली वेला के समय पीले अथवा लाल वस्त्र धारण करके इनकी पूजा करनी चाहिए।  इनको पीले फूल और पीला नैवेद्य अर्पित करें। इन्हें शहद अर्पित करना विशेष शुभ होता है। मां को सुगंधित पुष्प अर्पित करने से शीघ्र विवाह के योग बनेंगे।
फोटो कैप्शन: पंडित दिनेश शर्मा करीरा





कन्या जन्मोत्सव पर यज्ञ आयोजित
-छीथरोली का मामला
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कनीना की आवाज।
कनीना उपमंडल के गांव छितरोली के सरपंच बलवान सिंह आर्य के पोती के जन्म पर यज्ञ का आयोजन हुआ। यज्ञ के ब्रह्मा महाशय खूबराम सीहोर, पुरोहित सतीश आर्य रसूलपुर रहे। यज्ञमान दंपति आरती आर्य एवं योगेश रहे। नवजात कन्या का नामकरण अंजनी रखा गया। सभी ने सहमति प्रकट की। उधर गांव के लोगों को भोजन करवाया गया। आस-पड़ोस के गांवों से आर्य समाजों से लोग एवं महानुभाव पहुंचे। सरपंच बलवान आर्य ने सभी का धन्यवाद किया, शांति से कार्यक्रम संपन्न किया गया। कार्यक्रम के अवसर पर इंद्र लाल शर्मा पाथेड़ा, बुधराम साहब, वेद प्रकाश आर्य, धुरंधर, महाराम गाहड़ा से उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 4: बच्ची के जन्म पर हवन करते हुए आर्य समाज के लोग।





आज होगी चारों विधानसभा के मतों की गणना
-आनलाइन ईडीएमएस साफ्टवेयर के जरिए मतगणना स्टाफ की ड्यूटी तय
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कनीना की आवाज।
उपायुक्त एवं जिला निर्वाचन अधिकारी मोनिका गुप्ता आईएएस के दिशा निर्देशन में विधानसभा चुनाव के बाद अब जिला प्रशासन ने मतगणना की तैयारी पूरी कर ली गई हैं। इसी कड़ी में आज लघु सचिवालय में सभी मतगणना पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में मतगणना के लिए लगने वाले स्टाफ की आज द्वितीय रेंडमाइजेशन कराई गई। यह प्रक्रिया आयोग के आनलाइन ईडीएमएस साफ्टवेयर के जरिए कराई गई। इसके तहत मतगणना स्टाफ को विधानसभा क्षेत्र अलाट किए गए। 8 अक्टूबर को सुबह 5 बजे मतगणना से पहले अंतिम रेंडमाइजेशन प्रक्रिया के तहत स्टाफ को मौके पर ही टेबल अलाट किए जाएंगे।
इस मौके पर नांगल चौधरी विधानसभा क्षेत्र के मतगणना पर्यवेक्षक मदन शीबा जार्ज, महेंद्रगढ़ विधानसभा क्षेत्र के चुनाव मतगणना पर्यवेक्षक सूरज कुमार, अटेली विधानसभा क्षेत्र के चुनाव मतगणना पर्यवेक्षक अरुण कुमार, नारनौल विधानसभा क्षेत्र के चुनाव मतगणना पर्यवेक्षक संजय कुमार, महेंद्रगढ़ विधानसभा क्षेत्र के आरओ संजीव कुमार, नारनौल विधानसभा क्षेत्र के आरओ डा जितेंद्र सिंह, अटेली विधानसभा क्षेत्र के आरओ अमित कुमार, नांगल चौधरी विधानसभा क्षेत्र के आरओ रमित यादव, नगराधीश मंजीत सिंह, तहसीलदार चुनाव सुरेंद्र सिंह के अलावा अन्य अधिकारी मौजूद थे।
8 को मतगणना परिसर के पास पैदल यात्री क्षेत्र घोषित-
जिलाधीश मोनिका गुप्ता ने भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता, 2023 की धारा 163 के तहत विधानसभा चुनाव-2024 की 8 अक्टूबर को होने वाली मतगणना के दौरान मतगणना परिसर के चारों ओर 100 मीटर की परिधि को पैदल यात्री क्षेत्र के रूप में चिन्हित किया गया है। इस परिधि में किसी भी वाहन को प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी।
जिलाधीश ने आदेशों में स्पष्ट किया है कि मतगणना प्रक्रिया 8 अक्टूबर को ओलंपिक क्लब हॉल नारनौल, पीआर सेंटर नारनौल, राजकीय कॉलेज नारनौल तथा महिला सिलाई सेंटर (आईटीआई) नारनौल में आयोजित की जाएगी।
पुलिस अधीक्षक कड़ाई से आदेशों की अनुपालन करवाएंगे। आदेशों का किसी भी प्रकार से उल्लंघन करने पर बीएनएस, 2023 की धारा 223 एवं कानून द्वारा अन्य सुसंगत प्रावधानों के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
 उपायुक्त मोनिका गुप्ता आईएएस ने बताया कि नांगल चौधरी विस की ईवीएम मतगणना के लिए 10 प्लस 1 टेबल लगेंगे। इसी प्रकार ईटीपीबीएस स्कैनिंग के लिए 18 व पोस्टल बैलेट की गणना के लिए 8 टेबल लगेंगे। अटेली ईवीएम मतों की गणना के लिए 12 प्लस 1 टेबल लगेंगे वहीं ईटीपीबीएस स्कैनिंग के लिए 15 व पोस्टल बैलेट की गणना के लिए 10 टेबल लगेंगे। उन्होंने बताया कि महेंद्रगढ़ विधानसभा की ईवीएम मतों की गणना के लिए 14 प्लस 1 टेबल तथा ईटीपीबीएस स्कैनिंग के लिए 15 व पोस्टल बैलेट की गणना के लिए 10 टेबल लगेंगे।नारनौल विधानसभा की ईवीएम मतों की गणना के लिए 14 प्लस 1 टेबल लगेंगे। वहीं ईटीपीबीएस स्कैनिंग के लिए 15 व पोस्टल बैलेट की गणना के लिए 8 टेबल लगेंगे। ईवीएम की हर टेबल पर एक कांउटिंग असिस्टेंट, कांउटिंग सुपरवाइजर तथा एक माइक्रो आब्जर्वर होगा। ईटीपीबीएस की टेबल पर एक कांउटिंग असिस्टेंट, कांउटिंग सुपरवाइजर होगा। पोस्टल बैलट पर एक काउंटिंग सुपरवाइजर, दो काउंटिंग असिस्टेंट तथा एक माइक्रो आब्जर्वर होगा, 20 प्रतिशत स्टाफ रिजर्व रहेगा।
 मतगणना केन्द्र पर कोई भी वस्तु नहीं ले जा सकते। कोई मतगणना अधिकारी, कर्मचारी तथा एजेंट अपने साथ कागज व पैन भी नहीं ले जा सकता। इसके अलावा अंगूठी, चेन, कोई भी आभूषण, चाबी लेकर अंदर नहीं जा सकता। वहीं मोबाइल फोन व बेल्ट लेकर जाने पर भी रोक रहेगी।
  महेंद्रगढ़ विधानसभा क्षेत्र की मतगणना पीआर सेंटर नारनौल में, नारनौल विधानसभा क्षेत्र की राजकीय कालेज सभागार नारनौल में, नांगल चौधरी विधानसभा क्षेत्र की महिला आईटीआई सिलाई सेंटर नारनौल में तथा अटेली विधानसभा क्षेत्र की नारनौल ओलंपिक क्लब हाल में मतगणना होगी।
 विधानसभा चुनाव का परिणाम तथा ट्रेंड ईसीआई की वेबसाइट पर क्लिक करके देखा जा सकता है।
  मतगणना के दौरान पत्रकारों के लिए इस बार आईटीआई महिला के ब्लाक नंबर दो में मीडिया सेंटर स्थापित किया गया है। आईटीआई के स्मार्ट क्लास रूम में बनाए गए इस मीडिया सेंटर में आने के लिए निर्वाचन आयोग की ओर से जारी पहचान पत्र दिखाना होगा। इसके साथ अपनी कोई भी एक आईडी साथ रखनी होगी। मीडिया सेंटर के लिए डीआईपीआरओ कार्यालय की ओर से कर्मचारियों की ड्यूटी तय कर दी गई है। मतगणना की राउंड वाइज अपडेट मीडिया सेंटर में उपलब्ध करवाई जाएगी।
फोटो कैप्शन: मतगणना के लिए लगने वाले स्टाफ की द्वितीय रेंडमाइजेशन में मौजूद डीसी मोनिका गुप्ता व मतगणना पर्यवेक्षक।



























कैकेयी ने राजा दशरथ से भरत का राज्याभिषेक व राम को 14 वर्ष का वनवास मांगा
-भोजावास एवं कनीना में चल रही है रामलीला
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कनीना की आवाज। दि सियाराम डोमेट्रिक क्लब रामलीला  द्वारा आयोजित 43वें रामलीला मंचन के पांचवें दिन रविवार रात्रि राम राज्याभिषेक, मंथरा-कैकेयी संवाद व कोपभवन की लीला का मनमोहक मंचन मंझे हुए कलाकारों द्वारा किया गया।    
  रामलीला क्लब  के प्रधान बाबूलाल रोहिल्ला सचिव शीशराम रोहिल्ला ने बताया कि रविवार को नरेंद्र ,नीनू ने दशरथ, महेंद्र सिंह ने कैकेयी, सुनील रोहिल्ला ने राम, सोनू मनिहार ने सीता, पूर्व सरपंच बाबूलाल शर्मा ने आर्य सुमंत, बाबूलाल रोहिल्ला ने दासी मंथरा के किरदारों में अपने दमदार अभिनय से दर्शकों को भावविभोर कर दिया। रविवार को बाबूलाल रोहिल्ला , बाबूलाल शर्मा, रूनीराम रोहिल्ला ओर शीशराम रोहिल्ला रामलीला के वरिष्ठ कलाकार रहे।
  क्लब के प्रधान बाबूलाल रोहिल्ला ने बताया कि पांचवें दिन की लीला में राम-सीता विवाह के उपरांत अयोध्या में राम के राजतिलक की तैयारियां होने लगती हैं, तब महारानी कैकेयी की दासी मंथरा कैकेयी के पास जाकर उन्हें समझाती है कि अयोध्या का राजा राम को नहीं अपितु उनके पुत्र भरत को बनना चाहिए। रानी कैकेयी दासी मंथरा के इस अनर्गल वार्तालाप से रुष्ट हो उसे भला बुरा कहती है, किंतु मंथरा के बारम्बार समझाने पर रानी कैकेयी को भी यही उचित लगने लगता है और मंथरा कहती है कि राजा दशरथ द्वारा उन्हें दिए 2 वचन मांगने का यही उपयुक्त समय है। तब रानी कैकेयी महाराज दशरथ से रुष्ट होकर कोपभवन में जाकर कोहराम मचाती है।
   राजा दशरथ कोपभवन में जाकर उनसे इस कोप का कारण पूछते हैं, तब रानी कैकेयी उन्हे उनके दिए दो वचनों की याद दिलाती है और पहले वचन में राम की जगह उनके पुत्र भरत का राज्याभिषेक और दूसरे वचन के बदले राम को 14 वर्षों के वनवास की मांग राजा दशरथ के सामने रखती है। राम को वनवास भेजने की बात सुनते ही दशरथ अत्यंत क्रोधित होते हैं और कैकेयी को समझाने का अथक प्रयास करते हैं, किंतु कैकेयी अपनी मांग पर टस से मस नहीं होती, जिससे अधीर होकर राजा दशरथ अचेत अवस्था में चले जाते हैं, तब उनकी इस अवस्था का कारण जानकर उनके पुत्र राम अपने पिता के वचन की मर्यादा को निभाने हेतु स्वयं ही स्वेच्छा से वनवास जाना स्वीकार कर लेते हैं। रविवार की लीला को यहीं विराम दिया गया।
             इस अवसर पर प्रधान बाबूलाल रोहिल्ला सचिव शीशराम रोहिल्ला, खजांची बाबूलाल शर्मा, नरेंद्र शर्मा, रविंद्र शर्मा, सुनील कुमार, महेंद्र सिंह, रुनीराम रोहिल्ला, रोशन लाल, राजेश, इंद्र सेन, आदि उपस्थित रहे।
कनीना में कोप भवन नजारा रहा सराहनीय-
कोप भवन में कैकयी साहिल शर्मा व राजा दशरथ राहुल शर्मा के स्वाद कैकयी द्वारा राम वनवास को सुनकर भक्तों की आंखों में आंसू बह निकले। इसके बाद श्रीराम व माता सीता का किरदार निभाने वाले कुमार संजू सैनी की गायिकी सुनकर भारी भीड़ भक्ति भोर हो गई। वही लक्ष्मण का किरदार निभाने वाले प्रवक्ता सचिन शर्मा का श्री राम के साथ बनवास जाने के लिए मनाना उपस्थित भारी भीड़ भाव विभोर हो गई। वही मंथरा का रोल अभिषेक शर्मा व आर्य सुमंत के अभिनय सराहनीय रहा खूब तालियां बटोरी। कौशल्या माता का किरदार मुकेश कपूर द्वारा निभाया गया।
मुख्य अतिथि अटेली के पूर्व चेयरमेन संजय गोयल के छोटे भाई अंकित गोयल रहे। वही विशिष्ट अतिथि 34 साल पहले रामलीला में श्रवण कुमार, मेघनाथ व कैकयी का किरदार निभाने वाले शेरसिंह रोहिल्ला रहे। वही संदीप रोहिल्ला, कर्नल चिकारा सहित अन्य कलाकारों की भूमिका भी सराहनीय रही।
फोटो कैप्शन 02: भोजावास में रामलीला का नजारा
           01: कनीना रामलीला का नजारा


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