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Wednesday, April 1, 2020



15 लोगों को पकड़कर पहुंचाया शेल्टर मे
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  कनीना। कनीना पुलिस ने जहां लॉकडाउन में सख्ती बरतनी शुरू कर दी है वहीं दूसरे प्रदेशों के लोग जो बच बचाकर इधर उधर से भागने का प्रयास करते हैं, उनको भी पकडऩा शुरू कर दिया है।
 कनीना के मुख्य मार्ग रेवाड़ी महेंद्रगढ़ मुख्य मार्ग पर नाका लगाकर आवागमन करने वाले दुपहिया वाहन और अन्य वाहनों पर पुलिस ने सख्ती दिखाई। वही रेलवे लाइन के साथ.साथ दूसरे प्रदेशों के छुपकर जा रहे 15 लोगों को पकड़ा और उन्हें पकड़कर राजकीय राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय के आश्रय स्थल पर उन्हें छोड़ा। प्राध्यापक ईश्वर सिंह व अमरजीत कोच ने बताया कि 15 लोग नहर के साथ.साथ रेवाड़ी की ओर जा रहे थे। पुलिस ने इन्हें पकड़ा और विद्यालय में रहने का आदेश दिया है। 14 दिनों के लिए ये लोग यहां रहेंगे।
विभिन्न अधिकारी कर रहे हैं दौरा-
 शेल्टरों में विभिन्न अधिकारी दिन रात एक किए हुए हैं। एडीजीपी डॉ आरसी मिश्रा ने जिला उपायुक्त जगदीश शर्मा, जिला पुलिस अधीक्षक सुलोचना गजराज, एसडीएम रणवीर सिंह डीएसपी यादराम, एसएमओ कनीना डॉ धर्मेंद्र यादव, पालिका प्रधान सतीश जेलदार के साथ इन सेंटरों का निरीक्षण किया और यहां रह रहे लोगों का हालचाल जाना।
दो शेल्टरों पर रह रहे हैं 80-
कनीना में दूसरे प्रदेशों के लोगों के लिए दो शेल्टर बनाएं हैं जहां करीब 80 लोग रह रहे हैं किंतु अकेले नगरपालिका कार्यालय में खाना खाने के इनकी संख्या बढ़कर एक हजार के करीब पहुंच जाती है। इसके अतिरिक्त अन्य स्थानों पर भी खाने का प्रबंध किया गया है। इस प्रकार इन शेल्टरों तथा खाने के लिए किए गए प्रबंधक स्थानों पर भारी संख्या में दूसरे प्रदेशों के ये लोग खाने के समय पहुंच रहे हैं।
दुर्गा अष्टमी पर पहुंचाए पैकेट-
 दुर्गा अष्टमी पर जहां कन्या पूजन के स्थान पर जिन घरों में कन्याएं उनके यहां खाना पहुंचाने का कार्य दिनभर चलता रहा। कुछ लोग जहां दूसरे प्रदेशों के लोग रहते हैं वहां पर कन्याओं को खाना दे रहे हैं तो कुछ गौशाला में गायों खाना खिलाने जाते हैं वहीं कुछ लोग जिन घरों में कन्या है उनके नाम पर भोजन पहुंचा रहे हैं। अब तो हालात यह है कि कोरोनावायरस से घर में कन्याओं को भी नहीं बुला रहे हैं और जिन लोगों के घर में कन्याएं है वहीं उनके नाम पर भोजन भेज रहे हैं।
बढ़ रही है महंगाई-
जहां लाकडाउन के कारण बाजार में अधिकांश खाद्य पदार्थों की कमी खलने लगी है। वही फल एवं सब्जियां भी महंगी रही है फलो के भाव बुधवार को आसमान छू रहे थे। जहां केले संतरा अंगूर आदि महंगे हो गए हैं। वहीं दुकानदारों का कहना है कि उनके पास आवक कम हो गई है। उन्हें थोक में फल एवं सब्जियां नहीं मिल रहे है।
खुशी जताई-
 प्रदेश सरकार द्वारा गुटका, पान मसाला और तंबाकू आदि पर 1 साल के लिए प्रतिबंध लगाने पर कनीना क्षेत्र में खुशी जताई है। लोगों का कहना है कि इससे गंदगी कम होगी वही जहरीले और नशीले पदार्थों की बिक्री नहीं होने से लोगों विशेषकर युवा पीढ़ी पर बुरा प्रभाव नहीं पड़ेगा।
डाक्टरो ने की मेडिकल-एसडीएम कनीना रणवीर सिंह  को भोजावास में नमाज पढऩे संबंधी शिकायत मिलने पर भोजावास पहुंचे जहां एक व्यक्ति के घर में  दो व्यक्तियों ने नमाज पढ़ी थी। उन लोगों की जांच की गई वही भोजावास में गुडग़ांव से आए हुए कुछ लोगों की भी मेडिकल मेडिकल जांच करवाई। वे भी सही पाए गए। ऐतिहात के तौर पर उन्हें 14 दिनों के लिए घर में रहने का आदेश दिया है। ये लोग गोल्डन गैस कंपनी गुडग़ांव में कार्य करते थे जो लाकडाउन के कारण अस्थाई रूप से बंद कर दी है।
फोटो कैप्शन 4: रेलवे लाइन के साथ-साथ सामान सहित रेवाड़ी की ओर जा रहे 15 लोगों को पकड़कर स्कूल में छोड़ते हुए।


हर नागरिक अपने घर में रहकर वायरस की चैन को तोड़े- राजेश उन्हाणी।

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कनीना। कोरोनावायरस दिन प्रतिदिन पैर पसार रहा है।इस महामारी से निपटने का एक ही तरीका है कि हम अपने अपने घरों में रहकर वायरस की चैन को तोड़े। ये विचार शिक्षक व सोशल एक्टिविस्ट राजेश उन्हाणी के हैं।
उन्होंने बताया कि विश्व के विकसित देश इस महामारी के चपेट में आकर हिल चुके हैं। हमारे देश में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उचित समय पर उचित निर्णय लेते हुए इस चुनौती से निपटने व नागरिकों की हिफाजत के लिए अनेक कारगर कदम उठाए हैं।
इस नाजुक दौर में आम जनता को सरकार के साथ सहयोग करके चलना चाहिए। ऐसी गंभीर स्थिति में समय की नजाकत को देखते हुए कोई बेवजह कोई बाहर ना निकले और लाकडाउन का पूर्ण पालन करें। प्रधानमंत्री के द्वारा दिए गए संदेशों का आत्मसात करते हुए इस जंग से जितने का प्रयास करें। धैर्य का परिचय देते हुए सरकार के निर्देशों का पालन करते हुए अपने अंदर बेचैनी या भय उत्पन्न न होने दें। एक जगह इकट्ठा न हो और न होने दे देशहित का परिचय दे  एकता का संदेश दे।
 फोटो कैप्शन: राजेश उन्हाणी।





भारी मात्रा में शराब पकड़ी

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कनीना। कनीना थाना पुलिस द्वारा मिली सूचना के आधार पर अवैध शराब से भरी पिकअप को गांव मालडा से पकड़ा है। जिसमें कुल 64 पेटी अवैध शराब बरामद हुई।  पुलिस ने कार्रवाई करते हुए व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया ।
कनीना थाना पुलिस ने गश्त के दौरान एक वाहन को शराब ले जाते काबू किया है। जिसमें अंग्रेजी शराब की 55 पेटी 6 बोतल पव्वा कुल 666 बोतल शराब बरामद हुई। देशी शराब 6 पेटी, 27 पव्वा, 3 पेटी बियर   मिली है। पुलिस के आबकारी विभाग ने कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार किया।
 पुलिस ने कोरोना के चलते अलग अलग एरिया में नाके लगाए हैं। आधी रात पुलिस ने मालडा बास सड़क मार्ग एक वाहन को रुकवाया तो उसमें शराब भरी थी। वाहन चालक गांव मालडा बास निवासी रिशाल पुत्र गणेशी लाल को वाहन सहित कब्जे में लिया।





कप्तान हुकमचन्द पाथेड़ा ने  दिए 51 हजार रुपये राहत कोष में

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कनीना। जिला महेन्द्रगढ़ के गांव पाथेड़ा निवासी कप्तान हुकमचन्द पाथेड़ा ने हरियाणा सरकार की आर्थिक सहायता एवं जन सुविधाओं के लिए सहयोग करते हुए एसडीएम कनीना रणबीर सिंह को हरियाणा कोरोना रिलीफ फंड में 51 हजार रुपये का योगदान दिया। एसडीएम रणबीर सिंह ने कप्तान हुकमचन्द का हार्दिक धन्यवाद करते हुए अन्य सामाजिक एवं जागरूक लोगों से भी आमजन की सहयोग करने की अपील की। देश में फैल रहे कोरोना वायरस से बचाव को लेकर एक ओर राज्य की सरकार सक्रिय है।  उधर सुनील कुमार प्रवक्ता ने 5360 रुपये उनकी पत्नी प्रवक्ता विनीता राव ने 5529 रुपये राहत कोष में दिए हैं। शहर में चल रहे लाकडाउन के दौरान झुग्गी झोपडिय़ों में रहने वाले लोगों के लिए हमारी संस्था बीएमडी क्लब प्रतिदिन सूखा आटा अचार भी  उपलब्ध करवा  रही हैं ।


स्कूल भवन निशुल्क  देने की पेशकश

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कनीना। कान्हाजी स्कूल कनीना के फाउंडर इन्द्रजीत शर्मा एवं चेयरमैन लक्की सीगड़ा ने एसडीएम रणबीर सिंह के माध्यम से मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से बचाव उपाय हेतु कान्हा जी स्कूल कनीना का भवन नि:शुल्क उपलब्ध करवाने एवं इस दौर में हर संभव सरकार की सहायता करने हेतु ज्ञापन सौंप।
 चेयरमैन लक्की सीगड़ा ने ज्ञापन में कहा की इस वैश्विक महामारी कोरोना की रोकथाम हेतु सरकार को विभिन्न स्तर पर संसाधनों एवं सहयोग की आवश्यकता है। सरकार के साथ हम सब का भी यह दायित्व है कि इस संकट की घड़ी में अपने संसाधनों के साथ सरकार को सांझा करे व प्रधानमंत्री के 21 दिन के संपूर्ण लोक डाउन को सफल बनाने में अपना योगदान दें। ग्रुप की संपूर्ण कार्यकारिणी इस भारत बंद का स्वागत करते हुए इस विकट समय में केन्द्र सरकार,राज्य सरकार,पुलिस विभाग,स्थानीय प्रशासन,स्वास्थ्य विभाग सहित समस्त सामाजिक संस्थानों एवं कार्यकर्ताओं का दिल की गहराइयों से भी हार्दिक स्वागत करती है। समस्त कार्यकारिणी इस प्रकार की विकट स्थिति में सरकार एवं प्रशासन के साथ कंधे से कंधा मिलाकर सहायता करने के लिए तैयार हैं। यदि प्रशासन आपातकालीन सेवा के लिए स्कूल के भवन का उपयोग करता है तो हम उपलब्ध करवाने के लिए तैयार हैं। जिला प्रशासन आवश्यकतानुसार स्कूल के भवन का उपयोग कर अनुगृहीत करने की कृपा करे इससे सम्पूर्ण कार्यकारिणी अपने आपको भी कृतज्ञ महसूस करेगी। इस ज्ञापन की एक प्रति उपायुक्त महोदय,महेन्द्रगढ़ स्थित नारनौल की सेवा में सूचनार्थ एवं आगामी कार्रवाई हेतू भी प्रेषित की गई हैं। 
फोटो कैप्शन 3: स्कूल के फाउंडर  इन्द्रजीत शर्मा एवं चेयरमैन लक्की सीगड़ा  एसडीएम रणबीर सिंह को ज्ञापन सौंपते हुए ।

अप्रैल फूल भी भेंट चढ़ गया कोरोना की 

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कनीना। ग्रामीण क्षेत्रों में एक अप्रैल को अक्सर कुछ लोग अप्रैल फूल मनाते आ रहे हैं जो कोरोनावायरस की भेंट चढ़ गया है। इस बार अप्रैल फूल के दिन जहां किसी प्रकार को की कोई हंसी मजाक संभव नहीं हो सकेगी वहीं यदि हंसी मजाक की जाएगी तो वह भारी पड़ सकती है।
अक्सर ग्रामीण क्षेत्रों में 1 अप्रैल को एक दूसरे से हंसी मजाक किए जाते रहे हैं और हंसी मजाक कई बार परेशानी का कारण बनते आए हैं। इस बार अप्रैल फूल पर जहां कोरोनावायरस रही है। पहले ही लोग घरों में छुपे हुए हैं। ऐसे में मजाक भूलकर लोग कोरोनावायरस से लडऩे के तरीके ढूंढ रहे हैं।



विभिन्न संस्थाएं आगे आ रही है, सहायता के लिए 

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 कनीना। कनीना क्षेत्र में दूसरे राज्यों के रह रहे लोग जिनके पास कोई अब काम धंधा नहीं बचा है उनकी सहायतार्थ विभिन्न संस्थाएं आगे आ रही हैं। आर्य समाज मंदिर की ओर से जहां कोरोना राहत कोष में एसडीएम कनीना के मार्फत 11000 रुपये को भेंट किए हैं वहीं उन्होंने 100 बैग आटे, दाल, तेल, चावल आदि भी ऐसे लोंगों के घर घर जाकर प्रदान किए गए। राव मोहर सिंह प्रधान ने बताया कि उन्होंने पहले इन लोगों की सूची बनाई और उनके घर के पास जाकर प्रत्येक परिवार को 10 किलो आटा, 5 किलो चावल, 1 किलो दाल, 1 लीटर तेल प्रदान किया और भविष्य में भी वे इस प्रकार की सहायता करते रहेंगे। इसमें विनय कुमार एडवोकेट 51 हजार रुपये का सहयोग किया है जबकि 25000 रुपये का सहयोग राव मोहर सिंह ने किया है। बाकी अन्य लोगों ने भी सहयोग किया है। कच्ची खाद्य सामग्री राव मोहर सिंह,विनय एडवोकेट,  राम भगत, महावीर सिंह, अभय राव, पवन शर्मा आदि मौजूद थे। उधर बीइंग हुमन सेवा मंडल ने अपनी रसोई कनीना के गाहड़ा रोड के पास शुरू की है। इस रसोई में खाने के पैकेट तैयार कर उन लोगों  तक पहुंचाए जा रहे हैं जिन्हें इसकी जरूरत है। इस कार्य में नवीन कौशिक, राहुल राव, साकेत राव, ऋषिराज जांगिड़, गजे सिंह, हितेंद्र, रणजीत सिंह आदि मदद कर रहे हैं।
 उधर श्रीश्याम मित्र मंडल कनीना की ओर से अटेली टी-प्वाइंट पर बाहर से आकर ठहरे हुए लोगों के लिए खाने का प्रबंध किया गया है। पार्षद मुकेश, रविंद्र बंसल, सचिन शर्मा, मोहित जेलददार, मनोज रोहिल्ला आदि ममद कर रहे हैं। कनीना नगर पालिका में भी ऐसे लोगों के लिए खाने का सुबह-शाम प्रबंध किया गया है। कनीना के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय तथा आरएस वाटिका में भी इन लोगों के खाने और रहने का प्रबंध किया है जबकि विभिन्न अन्य संस्थाएं और लोग भी इनकी सेवार्थ आगे आ रहे हैं।  उधर पूर्ण सिंह शिक्षक, सचिन कुमार प्रवक्ता ने अपनी बेसिक का दस फीसदी राहत कोष में दिया है।
 फोटो कैप्शन 5: बीइंग ह्यूमेन सेवा मंडल के लोग खाने के पैकेट बांटते हुए
6 आर्य समाज के लोग कच्ची खाद्य सामग्री बांटते हुए आर्य समाज के लोग
7: कनीना पालिका परिसर में खाना खिलाते हुए लोग।
 



दो शेल्टरों पर रुके हैं 83 लोग
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कनीना। कनीना में दूसरे राज्यों से आए हुए लोगों के लिए दो सेंटर बनाए गए जिनमें 83 लोग ठहरे हुए हैं जिनके खाने और भोजन के लिए खाने और रहने के लिए व्यापक प्रबंध किए हुए। विभिन्न अधिकारी उन केंद्रों का दौरा कर रहे हैं। कनीना की आरएस वाटिका में 21 लोग ठहरे हुए हैं जिनके लिए खाने-पीने का और रहने के बेहतर प्रबंध किया हुए है। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कनीना में
62 लोग ठहरे हुए। इनके लिए भी व्यापक प्रबंध किए गए हैं। इन लोगों से किसी कमी के बारे में पूछा तो उन्होंने दी जाने वाली सुविधाओं पर संतोष जताया। कोरोनावायरस को लेकर पूरी सावधानियां बरती जा रही है।
 आरएस वाटिका में प्रबंध करने वाले सुशील कुमार मित्तल ने बताया इन लोगों के खाने पीने, चाय, पानी, नाश्ता, रहने सहने आदि सभी सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई है। समय पर भोजन दिया जा रहा है। बार-बार किसी प्रकार की  परेशानी हो तो उनके बारे में पूछा जा रहा है। इन लोगों का कहना है जब तक उन्हें रोकना चाहे वे रुके रहेंगे फिर अगर सुविधाएं उपलब्ध कराई गई तो वे अपने घर को चले जाएंगे।
उधर कनीना की राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय 62 लोग ठहरे हुए हैं। यहां पर अमरजीत तथा रमन शास्त्री ने बताया कि उनके नहाने के लिए साबुन भी उपलब्ध करवा रखी है वहीं रहने की व्यवस्था बहुत बेहतर है। खाने पीने का प्रबंध नगर पालिका परिसर में किया गया है जहां पर सचिव राजाराम एमई चमनलाल, पालिका प्रधान सतीश जेलदार, पूर्व प्रधान राजेंद्र सिंह लोढ़ा,लेखाकार शिवचरण शर्मा सहित कम से कम दो दर्जन समाजसेवी नियमों में बंधकर इनको सुबह-शाम खाना खिला रहे हैं।
 उन्होंने बताया कि प्रतिदिन खाना खाने वाले लोगों की संख्या सुबह-शाम मिलाकर दो हजार के करीब पहुंच गई है। ये वो लोग हैं जिनके पास इस वक्त कोई धंधा नहीं बचा है तथा झुग्गी झोपडिय़ों में रहते हैं। आस-पास किसी पुराने घर में रहते हैं, उनके लिए व्यापक प्रबंध किए हैं। कनीना में भी कुछ संस्थाएं श्रीश्याम मित्र मंडल, बीइंग ह्यूमेन सेवा मंडल सहित सामाजिक लोग इस कार्य को अंजाम दे रहे हैं ताकि किसी प्रकार की कोई समस्या इन लोगों के सामने न आए।
फोटो कैप्शन 1: राजकीय स्कूल के शेल्टर में रुके हुए लोग एवं उनकी सेवा में खड़े शिक्षक।


  किसानों की नजर गेहूं की ओर 

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कनीना। सरसों की कटाई जहां पूरे यौवन पर है वहीं किसानों की नजर पककर तैयार गेहूं की फसल पर टिकी हुई है। गेहूं की फसल की कटाई दो तीन दिनों में शुरू हो जाने की संभावना है।
  कनीना की बावनी भूमि पर जहां सरसों की बीजाई करीब 19 हजार हेक्टेयर पर की गई थी वहीं गेहूं की बीजाई दूसरे नंबर पर करीब दस हजार हेक्टेयर पर है। सरसों की कटाई पूरे वेग से चल रही है। बाहरी मजदूरों की मदद से किसान कटाई का काम पूरा करवा रहे हैं।  गेहूं की कटाई दो तीन दिनों में शुरू होने की संभावना है। कोरोना के डर से किसानों को शायद इस बार मजदूर कम मिलने के आसार हैं।
  किसान अजी कुमार, राजेंद्र सिंह, सूबे सिंह, कृष्ण कुमार, योगेश कुमार आदि ने बताया कि सरसों की पैदावार बेहतर होने के आसार थे किंतु विगत दिनों ओलावृष्टि एवं ठंड ने पैदावार घटा दी है। वहीं मटर की कटाई लगभग हो चुकी है। किसान सुबह खेतों में जाते हैं और देर शाम को ही लौटते हैं। कोरोनावायरस के चलते किसान खेतों में ही अधिक समय बीताना चाहते हैं।
  किसानों ने बताया कि गेहूं की फसल से न केवल अन्न प्राप्त होता है अपितु पशुचारे के रूप में तूड़ी प्राप्त होती है। किसान पशु पालते हैं जिसके चलते गेहूं की फसल का अहं योगदान होता है। सरसों की पैदावार को जहां तक किसान बेचकर लाभ प्राप्त करते हैं वहीं तेल के रूप में भी प्रयोग करते हैं। अब किसानों के खेतों में सरसों हो या गेहूं फसल के सभी भाग उपयोगी हैं तथा उन्हें भी बेचकर आय प्राप्त की जाती है। गेहूं से अन्न एवं तूड़ी तो सरसों से धांसे, सरसों, पदाड़ी आदि सभी उपयोगी हैं।
फोटो कैप्शन 2: गेहूं की पकी हुई खेतों में खड़ी फसल।

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