आरपी सहानी सीजीएम हैफेड पंचकूला ने किया कनीना मंडी का दौरा
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कनीना। कनीना अनाज मंडी तथा इसके तहत तीन अन्य खरीद केंद्रों पर सरसों और गेहूं की खरीद जारी है। मंगलवार को आरपी साहनी सीजीएम हैफेड पंचकूला ने कनीना अनाज मंडी का दौरा किया और अधिकारियों को हिदायत दी।
मिली जानकारी के अनुसार करीरा में में जहां 32 किसानों की 880 क्विंटल, दौं$गड़ा अहीर में 72 किसानों की 1621 क्विंटल, कनीना में 145 किसानों ने 4062 क्विंटल, सेहलंग में 43 किसानों की 1186 क्विंटल सरसों खरीदी गई वहीं 32 किसानों का 1211 क्विंटल गेहूं खरीदा गया। इस दौरान खरीद का जायजा लेने अनाज मंडी में राम कुमार डीएम नारनौल, जीआर यादव एसओ हैफेड सहित सीजीएम आरपी साहनी पहुंचे। उन्होंने अधिकारियों से बात की और लॉकडाउन में नियमों का पालन करवाने में अहम भूमिका निभाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि किसानों का एक-एक दाना खरीदा जाएगा। किसानों की कोई भी समस्या होगी उसे हल करने का हर संभव प्रयास किया जाएगा। इस मौके पर भरपूर सिंह तथा कनीना मार्केट कमेटी के विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 7:अनाज मंडी में दौरा करते आरपी साहनी।
लोग हैं कि मानते ही नहीं
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कनीना। एक और जहां हरियाणा सरकार ने तंबाकू चबाने और बीड़ी सिगरेट पर रोक लगा रखी है वही ठेके भी बंद कर रखे हैं किंतु लोग है कि बीड़ी, सिगरेट और शराब आदि खाए पिये बगैर रह नहीं सकते। ग्रामीण क्षेत्रों में कुछ दुकानदारों के पास अभी भी बीड़ी, सिगरेट और गुटका का स्टाक बाकी है। यूपी, बिहार तथा कुछ क्षेत्र के लोग इनके शौकीन हैं। यही कारण है कि 9 रुपये का बीड़ी का बंडल 15 रुपये तो 14 रुपये का बीड़ी का बंडल 25 रुपये में मिल रहा है वहीं पांच रुपये का गुटखा अब 40 रुपये में चोरी छिपे मिल रहा है और फिर भी लोग इन को बड़े चाव से लाकर खा पी रहे हैं। एक और जो शरीर को नुकसान कर रहे हैं वहीं अधिक धन देकर विषैली चीजों को प्राप्त कर रहे हैं।
जीआर स्कूल ने दिए 11 हजार रुपये
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कनीना। जीआर स्कूल कनीना के चेयरमैन विजयपाल ने कनीना नगर पालिका में बाहर के लोगों को खाना खिलाने के लिए 11 हजार रुपये की राशि का सहयोग किया है। विजयपाल चेयरमैन ने यह राशि नगर पालिका प्रधान सतीश जेलदार को दी।
कनीना में अब खुलेंगी पुस्तकों की दुकानें
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कनीना। कनीना में 26 अप्रैल से पुस्तकों की दुकानें खोले जाने का आदेश जारी हो चुका है। अब कनीना में शुक्रवार को छोड़कर बाकी सप्ताह दुकानें खुली रहेंगी लेकिन नियमों का पालन करना जरूरी होगा।
विस्तत जानकारी देते हुए सस्ता वस्तु भंडार कनीना मंडी के गणेश कुमार एवं शिव कुमार अग्रवाल ने बताया कि कस्बे की 7 दुकानों को प्रात: आठ से दोपहर 12 बजे तक दुकान खोलने के निर्देश दिया है। इस संबंध में एसडीएम कनीना ने एक पत्र पुलिस उपाधीक्षक को जारी करते हुए दुकान में निर्धारित समय पर खोले जाने का आदेश दिया है।
पत्र में कहा गया है कि कनीना की सस्ता वस्तु भंडार,,मदन बुक डिपो, अजय बुक डिपो,लक्ष्मी बुक डिपों, शंकर, अग्रवाल एवं रवि बुक डिपो की दुकानें केवल निर्धारित समय पर खुलेंगी। गृह मंत्रालय भारत सरकार के दिशा निर्देशानुसार विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित न हो इसलिए यह निर्णय लिया गया है जिसके तहत इन दुकानदारों को कोरोना से बचने के सभी नियमों का पालन करना जरूरी होगा। उधर खंड शिक्षा अधिकारी को भी आदेश दिया गया है कि वे इन दुकानों पर नियमों का पालन करवाएं तथा मास्क पहनकर, दूरी बनाए रखते हुए पुस्तक खरीद एवं बेचे। खरीददार पुस्तकें निर्धारित दूरी पर खड़े होकर खरीदे तथा कोरोना वायरस से बचने के लिए सभी नियमों का पालन किया जाए।
खंड शिक्षा अधिकारी को दुकानों की मोनिटरिंग की जिम्मेदारी सौंपी हैं। उन्होंने कहा है कि कोई भी दुकानदार नियमों का पालन नहीं करता या निर्धारित कीमत से अधिक आंकता है तो तुरंत एसडीएम कार्यालय को सूचित करें। विस्तृत जानकारी देते हुए सस्ता वस्त्र भंडार के गणेश कुमार ने बताया कि विगत दिनों उन्होंने एसडीएम दुकान खोलने का निवेदन किया था जिसके चलते उन्होंने कनीना के सात दुकानदारों को ही अनुमति दी है।
अब जंगली भांग के पौधे बने समस्या
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कनीना। कभी जंगली भांग के पौधे इक्का दुक्का नजर आते थे किंतु वर्तमान में जंगली भांग के पौधे समस्या बनते जा रहे और सड़क के किनारे, पुराने खेत, बंजर खेत, पुराने घर तथा नहर के किनारे पर भारी मात्रा में खड़े हैं। जिनका दुरुपयोग लोग करने लगे हैं।
उल्लेखनीय है जंगली भांग, भांग का ही रूप है जिसको लोग दुरुपयोग कर रहे हैं। नशे में काम लेने लगे हैं। विभिन्न पंचायतों एवं संस्थाओं को को यदि इस पौधे को उखाडऩे का आदेश जारी किया जाए तो भविष्य में होने वाली बुराइयों एवं पौधे से छुटकारा मिल सकता है। कभी कांग्रेस घास बड़ी समस्या बनी थी उसी प्रकार की यह समस्या भांग का पौधा बनता जा रहा है। बहुत तेजी से फैलती जा रही है। इसे देखकर लगता है कि आने वाले समय में संपूर्ण खेत इसी से घिर जाएंगे। कृषि विभाग के अधिकारी भी मानते हैं कि यह भांग का पौधा बहुत तेजी से वृद्धि करता है। ऐसे में इस पर रोक की रोक लगाई जानी जरूरी है। वरना धीरे-धीरे क्षेत्र में भारी मात्रा में फैल जाएगा और युवा पीढ़ी पर बुरा प्रभाव डाल सकता है। जिस प्रकार कांग्रेस घास उखाड़ी गई थी उसी प्रकार इस पौधे को उखाडऩा जरूरी हो गया है। कनीना के अजीत कुमार, राजेंद्र सिंह, सूबे सिंह, महेश कुमार, कुलदीप बोहरा ने इसे उखाडऩे का आह्वान किया है।
फोटो कैप्शन 7: नहर के साथ खड़े भांग के पौधे।
प्राइवेट स्कूल भोजावास ने बच्चों की 3 माह की फीस माफ
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कनीना। खंड के गांव भोजावास स्थित मून स्टार प्ले स्कूल ने शिक्षा जगत में अपनी अनूठी मिसाल पेश की कोरोनावायरस से लड़ाई में स्कूल के संचालक सुरेंद्र आंटला ने अपना मानवीय पहलू पेश करते हुए विद्यालय में पढऩे वाले विद्यार्थियों की अप्रैल से लेकर जून माह तक की ट्यूशन फीस सहित पूरी फीस माफ कर दी है। इसी के साथ अभिभावकों से एडमिशन फीस भी नहीं ली जाएगी।
श्री आंटला ने कहा कि एक ओर जहां पूरा देश कोरोना की चपेट में हैं वहीं विद्यार्थी भी आनलाइन शिक्षा पा रहे हैं। ऐसे में उनके अभिभावकों का भार घटाने के लिए यह कदम उठाया है। उन्होंने कहा कि देश के नागरिक इस समय बड़ी भयंकर स्थिति का सामना कर रहे हैं। अनेक परिवार ऐसे हैं जिनका समाज में रुतबा तो है किंतु आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है।
उन्होंने इस फैसले का उद्देश्य बताया कि शिक्षा व्यवसाय नहीं सेवा का माध्यम भी है
इनके इस प्रयास को सामाजिक कार्यकर्ता मोहित इसराना सहित अभिभावकों ने सराहनीय बताया।
फोटो कैप्शन 3: श्री आंटला फीस न लेने का पत्र दिखाते हुए।
आत्मा की शांति की की प्रार्थना
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कनीना। विश्व हिंदू परिषद के प्रखंड अध्यक्ष महेश बोहरा ने बताया कि महाराष्ट्र के पालघर में पूज्य संतों में उनके चालक के हुत महात्माओं को श्रद्धांजलि व महाराष्ट्र सरकार को सद्बुद्धि देने के लिए विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता व उनके परिजनों ने शोक जताया। श्री बोहरा ने कहा कि संतों के साथ हुई एक घटना की जितनी निंदा की जाए कम है।
उन्होंने कहा कि वैसे तो हर इंसान पूजा योग्य होता है किंतु संतों को तो समाज में एक अलग दृष्टि से देखा जाता है। ऐसे में उनकी निर्मम हत्या समाज के लिए कलंक का कार्य करेगी। उन्होंने उनकी आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की।
स्थानीय प्रशासन हुआ सख्त, बाहर के लोगों को नहीं आने दिया जाएगा कस्बा कनीना में
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कनीना। कोरोनावायरस के चलते अब दूसरे जिलों से कस्बा कनीना में आने वाले कर्मचारियों और लोगों को किसी भी सूरत में नहीं आने दिया जाएगा। ये लोग रोग फैला सकते हैं। विस्तृत जानकारी देते हुए नगर पालिका प्रधान सतीश जेलदार ने बताए कहा कि जिला उपायुक्त नारनौल के आदेशानुसार उन्होंने सख्ती से पेश आने का निर्णय लिया है। वे स्थानीय पुलिस प्रशासन से भी इस संबंध में जल्द ही बैठक आयोजित कर रहे हैं और इस संबंध में कस्बा कनीना की हर गली मोहल्ले में मुनादी करवा दी गई है कि किसी भी सूरत में किसी दूसरे जिलों विशेषकर गुडग़ांव मेवात आदि के लोगों को कस्बा कनीना में नहीं घुसने दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि बहुत से कर्मचारी विशेषकर पुलिस के कर्मचारी आते जाते हैं। उन पर भी प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस संबंध में पुलिस अधिकारियों से बैठक आयोजित करेंगे और उनसे सहयोग लेंगे। अगर उन्होंने कोई सहयोग नहीं किया तो वे अपने स्तर पर सख्त कदम उठाएंगे।
उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र में दूसरे प्रांतों के भारी संख्या में श्रमिक अब लावणी कार्य से मुक्त होने लगे हैं और भी अपने प्रदेशों में जाना चाहते हैं। उनके लिए पर्याप्त मात्रा में आश्रय और भोजन की व्यवस्था की गई है। प्रतिदिन 2000 लोग
खाना खा रहे हैं और जब तक प्रशासन और कस्बा कनीना का सहयोग मिलेगा इसी प्रकार लोगों को खाना खिलाते रहेंगे। उन्हें खुशी है कि कस्बावासी उन लोगों को खाना खिला रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोग भी बढ़-चढ़कर सहयोग कर रहे हैं।
पुलिस भी हुई सख्त--
उधर जहां स्थानीय प्रशासन सख्त हुआ है वहीं स्थानीय पुलिस भी सख्त होती जा रही है। जहां प्रतिदिन वाहनों के चालान काटे जा रहे हैं वहीं चालकों से गहन पूछताछ की जाती है। पुलिस बल के चलते अब तो किसान भी खेतों में जाने से कतराने लगे हैं।
फोटो कैप्शन 4। कनीना नगर पालिका परिसर में खाना खाते हुए लोग।
20 चालान काटे आठ इंपाउंड
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कनीना। कनीना चौकी इंचार्ज एसआई गोविंद सिंह ने नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों के चालान काटे जिनमें से 8 को इंपाउंड कर दिया गया। डेढ़ लाख के करीब जुर्माना वसूला है।
उल्लेखनीय है कि लॉकडाउन के समय नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जा रही है। एसपी नारनौल के आदेश अनुसार सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी सुनिश्चित है। ऐसे में नियमों का उल्लंघन करने पर पुलिस सख्ती से पेश आ रही है।
सेवा मंडल ने रखे 200 शिकोरे, जगह जगह रखे जा रहे हैं शिकोरे
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कनीना। बीइंग हुमैन सेवा मंडल ने कनीना एवं आस पास धार्मिक स्थानों पर 200 शिकोरे रखें। हैं इस मौके पर सुरेश कुमार यादव संदराह, नवीन कौशिक अध्यक्ष तथा मनजीत भोजावास साथ थे।
अवसर पर नवीन कौशिक ने बताया कि प्रतिदिन 50 से 60 परिंडे रखे जा रहे हैं। कनीना के संगम कॉलोनी में भी उन्होंने पांच शिकोरे रखें। उनका कहना है कि जब तक गर्मी का सीजन चलता है तब तक लगातार इस प्रकार के परिंडे रखते रहेंगे। उन्होंने बताया कि जुलाई माह में लाख 7 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य है। बारिश शुरू होते ही विभिन्न प्रकार के छायादार, फलदार तथा औषधि पौधे लगाने शुरू कर दिए जाएंगे। ब्लड डोनेशन कैंप भी लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पक्षी इस समय भीषण गर्मी की मार झेल रहे हैं उनके लिए पानी और अन्न उपलब्ध करवा पाना बहुत कठिन होता है ऐसे में पानी और उपलब्ध करवा कर ही चैन लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम सभी का फर्ज बनता है कि नियमित रूप से पानी और अन्न का प्रबंध करें।
कनीना के विकी पंसारी ने बताया वे प्रतिदिन पक्षियों के लिए छत पर दाना पानी डालते हैं। उन्होंने सभी को प्रेरित किया कि गर्मी के सीजन में छत पर पानी रखने का प्रबंध किया जाए ताकि पक्षियों का जीवन भी बच सके। वे जीवित रह सके। उन्होंने कहा कि पक्षी भी हमारे जीवन का एक अंग होते हैं। इसलिए इनसे प्यार की अनुभूति दिखानी चाहिए।
उधर कनीना पावर हाउस में रामरत्न जेई गोमली ने पावर हाउस परिसर में जीवों के लिए शिकोरे रखे हैं। सेवाराम सहित विभिन्न जन उपस्थित थे। जेई का कहना है कि गर्मी में जीवों के लिए पानी की समस्या होती है। ऐसे में उनके लिए पानी का प्रबंध करना हम सभी का दायित्व बनता है। उन्होंने अन्य लोगों को भी इस प्रकार पक्षियों की सेवा करने पर बल दिया।
फोटो कैप्शन 1: बीइंग हुमैन सेवा संस्था के लोग तथा विकी पंसारी।
2: रामरत्न जेई गोमली पानी का प्रबंध करते हुए।
कोरोना योद्धा
कोरोना योद्धा बनकर युवाओं के लिए मिशाल बना लक्कीराव सीगड़ा
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कनीना। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के दौरान लॉकडाउन जैसी सवेंदनशील स्थिति में पूरा देश एक तरह से ठहरा हुआ है वही कुछ ऐसे भी लोग हैं जो इस मुश्किल हालात में भी कोरोना चुनौती से निपटने के लिलए जी जान से लगे हैं। सीगड़ा के युवा समाजसेवी एवं बीएमडी क्लब चेयरमैन लक्कीराव सीगड़ा भी कोरोना से जंग लडऩे में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
लक्की सीगड़ा ने क्षेत्र को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए जनता कफ्र्यू के दिन से ही कोरोना योद्धा के रूप में नि:स्वार्थ भाव से लोगों एवं जरूरतमंदों की सेवा कर रहे हैं और सरकार ,प्रशासन एवं आमजन के सहयोग के लिए भी प्रयासरत हैं। लगातार आस-पास के क्षेत्र में जरूरतमंदों को चिह्नित कर खाद्य सामग्री किट वितरित के अतिरिक्त 1000 से ज्यादा मास्क वितरित कर चुके हैं। उनके बीएमडी क्लब द्वारा संचालित कान्हा जी स्कूल का भवन वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से बचाव उपाय हेतु नि:शुल्क उपलब्ध करवाने एवं इस दौर में हर संभव सरकार की सहायता करने हेतु भी एसडीएम कनीना के माध्यम से मुख्यमंत्री महोदय को ज्ञापन भी सौंपा था। आस-पास के कई गांवों को सैनेटाइज करवाने के साथ-साथ फिजिकल डिस्टन्सिंग पर भी लोगो को लगातार जागरूक किया जा रहा हैं। वे स्वंय भी नि:स्वार्थ भाव से इंडियन रेडक्रास सोसाइटी नारनौल के कोविड-19 वालंटियर के रूप में भी कार्यरत हैं। यही नहीं उनकी पत्नी डिम्पल यादव भी घर का काम पूरा करके बाकी का समय मास्क बनाने में लगी हुई हैं, जो मुफ्त में आस-पास के क्षेत्र के लोगों को बांटे जा रहे हैं।
लक्की का कहना हैं की धन कमाना और उसे खुद पर खर्च करना बहुत आसान है लेकिन दूसरों पर खर्च करना बहुत मुश्किल होता हैं। जरूरतमंदों को खाना खिलाना सबसे बड़ा धर्म है, दूसरों की सेवा करना ही सबसे बड़ी साधना होती है। वैश्विक महामारी से सभी को बचाने के लिए लोगों द्वारा संगठित रूप से हर संभव उपाय किए जा रहे हैं। हमारा फर्ज है कि एक टाइम खाना खाकर उन लोगों की सेवा करनी चाहिए। इस संवेदनशील परिस्थितियों में सामाजिक लोगों खासकर युवाओं को एक-दूसरे के सुख-दु:ख में भागीदार होना चाहिए। हम सभी का सांझा सहयोग दूसरों के लिए अनमोल साबित हो सकता है।
फोटो कैप्शन लक्की सिगड़ा।
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कनीना। कनीना अनाज मंडी तथा इसके तहत तीन अन्य खरीद केंद्रों पर सरसों और गेहूं की खरीद जारी है। मंगलवार को आरपी साहनी सीजीएम हैफेड पंचकूला ने कनीना अनाज मंडी का दौरा किया और अधिकारियों को हिदायत दी।
मिली जानकारी के अनुसार करीरा में में जहां 32 किसानों की 880 क्विंटल, दौं$गड़ा अहीर में 72 किसानों की 1621 क्विंटल, कनीना में 145 किसानों ने 4062 क्विंटल, सेहलंग में 43 किसानों की 1186 क्विंटल सरसों खरीदी गई वहीं 32 किसानों का 1211 क्विंटल गेहूं खरीदा गया। इस दौरान खरीद का जायजा लेने अनाज मंडी में राम कुमार डीएम नारनौल, जीआर यादव एसओ हैफेड सहित सीजीएम आरपी साहनी पहुंचे। उन्होंने अधिकारियों से बात की और लॉकडाउन में नियमों का पालन करवाने में अहम भूमिका निभाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि किसानों का एक-एक दाना खरीदा जाएगा। किसानों की कोई भी समस्या होगी उसे हल करने का हर संभव प्रयास किया जाएगा। इस मौके पर भरपूर सिंह तथा कनीना मार्केट कमेटी के विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 7:अनाज मंडी में दौरा करते आरपी साहनी।
लोग हैं कि मानते ही नहीं
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कनीना। एक और जहां हरियाणा सरकार ने तंबाकू चबाने और बीड़ी सिगरेट पर रोक लगा रखी है वही ठेके भी बंद कर रखे हैं किंतु लोग है कि बीड़ी, सिगरेट और शराब आदि खाए पिये बगैर रह नहीं सकते। ग्रामीण क्षेत्रों में कुछ दुकानदारों के पास अभी भी बीड़ी, सिगरेट और गुटका का स्टाक बाकी है। यूपी, बिहार तथा कुछ क्षेत्र के लोग इनके शौकीन हैं। यही कारण है कि 9 रुपये का बीड़ी का बंडल 15 रुपये तो 14 रुपये का बीड़ी का बंडल 25 रुपये में मिल रहा है वहीं पांच रुपये का गुटखा अब 40 रुपये में चोरी छिपे मिल रहा है और फिर भी लोग इन को बड़े चाव से लाकर खा पी रहे हैं। एक और जो शरीर को नुकसान कर रहे हैं वहीं अधिक धन देकर विषैली चीजों को प्राप्त कर रहे हैं।
जीआर स्कूल ने दिए 11 हजार रुपये
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कनीना। जीआर स्कूल कनीना के चेयरमैन विजयपाल ने कनीना नगर पालिका में बाहर के लोगों को खाना खिलाने के लिए 11 हजार रुपये की राशि का सहयोग किया है। विजयपाल चेयरमैन ने यह राशि नगर पालिका प्रधान सतीश जेलदार को दी।
कनीना में अब खुलेंगी पुस्तकों की दुकानें
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कनीना। कनीना में 26 अप्रैल से पुस्तकों की दुकानें खोले जाने का आदेश जारी हो चुका है। अब कनीना में शुक्रवार को छोड़कर बाकी सप्ताह दुकानें खुली रहेंगी लेकिन नियमों का पालन करना जरूरी होगा।
विस्तत जानकारी देते हुए सस्ता वस्तु भंडार कनीना मंडी के गणेश कुमार एवं शिव कुमार अग्रवाल ने बताया कि कस्बे की 7 दुकानों को प्रात: आठ से दोपहर 12 बजे तक दुकान खोलने के निर्देश दिया है। इस संबंध में एसडीएम कनीना ने एक पत्र पुलिस उपाधीक्षक को जारी करते हुए दुकान में निर्धारित समय पर खोले जाने का आदेश दिया है।
पत्र में कहा गया है कि कनीना की सस्ता वस्तु भंडार,,मदन बुक डिपो, अजय बुक डिपो,लक्ष्मी बुक डिपों, शंकर, अग्रवाल एवं रवि बुक डिपो की दुकानें केवल निर्धारित समय पर खुलेंगी। गृह मंत्रालय भारत सरकार के दिशा निर्देशानुसार विद्यार्थियों की पढ़ाई बाधित न हो इसलिए यह निर्णय लिया गया है जिसके तहत इन दुकानदारों को कोरोना से बचने के सभी नियमों का पालन करना जरूरी होगा। उधर खंड शिक्षा अधिकारी को भी आदेश दिया गया है कि वे इन दुकानों पर नियमों का पालन करवाएं तथा मास्क पहनकर, दूरी बनाए रखते हुए पुस्तक खरीद एवं बेचे। खरीददार पुस्तकें निर्धारित दूरी पर खड़े होकर खरीदे तथा कोरोना वायरस से बचने के लिए सभी नियमों का पालन किया जाए।
खंड शिक्षा अधिकारी को दुकानों की मोनिटरिंग की जिम्मेदारी सौंपी हैं। उन्होंने कहा है कि कोई भी दुकानदार नियमों का पालन नहीं करता या निर्धारित कीमत से अधिक आंकता है तो तुरंत एसडीएम कार्यालय को सूचित करें। विस्तृत जानकारी देते हुए सस्ता वस्त्र भंडार के गणेश कुमार ने बताया कि विगत दिनों उन्होंने एसडीएम दुकान खोलने का निवेदन किया था जिसके चलते उन्होंने कनीना के सात दुकानदारों को ही अनुमति दी है।
अब जंगली भांग के पौधे बने समस्या
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कनीना। कभी जंगली भांग के पौधे इक्का दुक्का नजर आते थे किंतु वर्तमान में जंगली भांग के पौधे समस्या बनते जा रहे और सड़क के किनारे, पुराने खेत, बंजर खेत, पुराने घर तथा नहर के किनारे पर भारी मात्रा में खड़े हैं। जिनका दुरुपयोग लोग करने लगे हैं।
उल्लेखनीय है जंगली भांग, भांग का ही रूप है जिसको लोग दुरुपयोग कर रहे हैं। नशे में काम लेने लगे हैं। विभिन्न पंचायतों एवं संस्थाओं को को यदि इस पौधे को उखाडऩे का आदेश जारी किया जाए तो भविष्य में होने वाली बुराइयों एवं पौधे से छुटकारा मिल सकता है। कभी कांग्रेस घास बड़ी समस्या बनी थी उसी प्रकार की यह समस्या भांग का पौधा बनता जा रहा है। बहुत तेजी से फैलती जा रही है। इसे देखकर लगता है कि आने वाले समय में संपूर्ण खेत इसी से घिर जाएंगे। कृषि विभाग के अधिकारी भी मानते हैं कि यह भांग का पौधा बहुत तेजी से वृद्धि करता है। ऐसे में इस पर रोक की रोक लगाई जानी जरूरी है। वरना धीरे-धीरे क्षेत्र में भारी मात्रा में फैल जाएगा और युवा पीढ़ी पर बुरा प्रभाव डाल सकता है। जिस प्रकार कांग्रेस घास उखाड़ी गई थी उसी प्रकार इस पौधे को उखाडऩा जरूरी हो गया है। कनीना के अजीत कुमार, राजेंद्र सिंह, सूबे सिंह, महेश कुमार, कुलदीप बोहरा ने इसे उखाडऩे का आह्वान किया है।
फोटो कैप्शन 7: नहर के साथ खड़े भांग के पौधे।
प्राइवेट स्कूल भोजावास ने बच्चों की 3 माह की फीस माफ
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कनीना। खंड के गांव भोजावास स्थित मून स्टार प्ले स्कूल ने शिक्षा जगत में अपनी अनूठी मिसाल पेश की कोरोनावायरस से लड़ाई में स्कूल के संचालक सुरेंद्र आंटला ने अपना मानवीय पहलू पेश करते हुए विद्यालय में पढऩे वाले विद्यार्थियों की अप्रैल से लेकर जून माह तक की ट्यूशन फीस सहित पूरी फीस माफ कर दी है। इसी के साथ अभिभावकों से एडमिशन फीस भी नहीं ली जाएगी।
श्री आंटला ने कहा कि एक ओर जहां पूरा देश कोरोना की चपेट में हैं वहीं विद्यार्थी भी आनलाइन शिक्षा पा रहे हैं। ऐसे में उनके अभिभावकों का भार घटाने के लिए यह कदम उठाया है। उन्होंने कहा कि देश के नागरिक इस समय बड़ी भयंकर स्थिति का सामना कर रहे हैं। अनेक परिवार ऐसे हैं जिनका समाज में रुतबा तो है किंतु आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं है।
उन्होंने इस फैसले का उद्देश्य बताया कि शिक्षा व्यवसाय नहीं सेवा का माध्यम भी है
इनके इस प्रयास को सामाजिक कार्यकर्ता मोहित इसराना सहित अभिभावकों ने सराहनीय बताया।
फोटो कैप्शन 3: श्री आंटला फीस न लेने का पत्र दिखाते हुए।
आत्मा की शांति की की प्रार्थना
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कनीना। विश्व हिंदू परिषद के प्रखंड अध्यक्ष महेश बोहरा ने बताया कि महाराष्ट्र के पालघर में पूज्य संतों में उनके चालक के हुत महात्माओं को श्रद्धांजलि व महाराष्ट्र सरकार को सद्बुद्धि देने के लिए विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ता व उनके परिजनों ने शोक जताया। श्री बोहरा ने कहा कि संतों के साथ हुई एक घटना की जितनी निंदा की जाए कम है।
उन्होंने कहा कि वैसे तो हर इंसान पूजा योग्य होता है किंतु संतों को तो समाज में एक अलग दृष्टि से देखा जाता है। ऐसे में उनकी निर्मम हत्या समाज के लिए कलंक का कार्य करेगी। उन्होंने उनकी आत्माओं की शांति के लिए प्रार्थना की।
स्थानीय प्रशासन हुआ सख्त, बाहर के लोगों को नहीं आने दिया जाएगा कस्बा कनीना में
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कनीना। कोरोनावायरस के चलते अब दूसरे जिलों से कस्बा कनीना में आने वाले कर्मचारियों और लोगों को किसी भी सूरत में नहीं आने दिया जाएगा। ये लोग रोग फैला सकते हैं। विस्तृत जानकारी देते हुए नगर पालिका प्रधान सतीश जेलदार ने बताए कहा कि जिला उपायुक्त नारनौल के आदेशानुसार उन्होंने सख्ती से पेश आने का निर्णय लिया है। वे स्थानीय पुलिस प्रशासन से भी इस संबंध में जल्द ही बैठक आयोजित कर रहे हैं और इस संबंध में कस्बा कनीना की हर गली मोहल्ले में मुनादी करवा दी गई है कि किसी भी सूरत में किसी दूसरे जिलों विशेषकर गुडग़ांव मेवात आदि के लोगों को कस्बा कनीना में नहीं घुसने दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि बहुत से कर्मचारी विशेषकर पुलिस के कर्मचारी आते जाते हैं। उन पर भी प्रतिबंध लगाया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इस संबंध में पुलिस अधिकारियों से बैठक आयोजित करेंगे और उनसे सहयोग लेंगे। अगर उन्होंने कोई सहयोग नहीं किया तो वे अपने स्तर पर सख्त कदम उठाएंगे।
उन्होंने कहा कि यह क्षेत्र में दूसरे प्रांतों के भारी संख्या में श्रमिक अब लावणी कार्य से मुक्त होने लगे हैं और भी अपने प्रदेशों में जाना चाहते हैं। उनके लिए पर्याप्त मात्रा में आश्रय और भोजन की व्यवस्था की गई है। प्रतिदिन 2000 लोग
खाना खा रहे हैं और जब तक प्रशासन और कस्बा कनीना का सहयोग मिलेगा इसी प्रकार लोगों को खाना खिलाते रहेंगे। उन्हें खुशी है कि कस्बावासी उन लोगों को खाना खिला रहे हैं। उन्होंने कहा कि लोग भी बढ़-चढ़कर सहयोग कर रहे हैं।
पुलिस भी हुई सख्त--
उधर जहां स्थानीय प्रशासन सख्त हुआ है वहीं स्थानीय पुलिस भी सख्त होती जा रही है। जहां प्रतिदिन वाहनों के चालान काटे जा रहे हैं वहीं चालकों से गहन पूछताछ की जाती है। पुलिस बल के चलते अब तो किसान भी खेतों में जाने से कतराने लगे हैं।
फोटो कैप्शन 4। कनीना नगर पालिका परिसर में खाना खाते हुए लोग।
20 चालान काटे आठ इंपाउंड
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कनीना। कनीना चौकी इंचार्ज एसआई गोविंद सिंह ने नियमों का उल्लंघन करने वाले वाहनों के चालान काटे जिनमें से 8 को इंपाउंड कर दिया गया। डेढ़ लाख के करीब जुर्माना वसूला है।
उल्लेखनीय है कि लॉकडाउन के समय नियमों का उल्लंघन करने वाले लोगों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जा रही है। एसपी नारनौल के आदेश अनुसार सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी सुनिश्चित है। ऐसे में नियमों का उल्लंघन करने पर पुलिस सख्ती से पेश आ रही है।
सेवा मंडल ने रखे 200 शिकोरे, जगह जगह रखे जा रहे हैं शिकोरे
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कनीना। बीइंग हुमैन सेवा मंडल ने कनीना एवं आस पास धार्मिक स्थानों पर 200 शिकोरे रखें। हैं इस मौके पर सुरेश कुमार यादव संदराह, नवीन कौशिक अध्यक्ष तथा मनजीत भोजावास साथ थे।
अवसर पर नवीन कौशिक ने बताया कि प्रतिदिन 50 से 60 परिंडे रखे जा रहे हैं। कनीना के संगम कॉलोनी में भी उन्होंने पांच शिकोरे रखें। उनका कहना है कि जब तक गर्मी का सीजन चलता है तब तक लगातार इस प्रकार के परिंडे रखते रहेंगे। उन्होंने बताया कि जुलाई माह में लाख 7 लाख पौधे लगाने का लक्ष्य है। बारिश शुरू होते ही विभिन्न प्रकार के छायादार, फलदार तथा औषधि पौधे लगाने शुरू कर दिए जाएंगे। ब्लड डोनेशन कैंप भी लगाया जाएगा। उन्होंने कहा कि पक्षी इस समय भीषण गर्मी की मार झेल रहे हैं उनके लिए पानी और अन्न उपलब्ध करवा पाना बहुत कठिन होता है ऐसे में पानी और उपलब्ध करवा कर ही चैन लेना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम सभी का फर्ज बनता है कि नियमित रूप से पानी और अन्न का प्रबंध करें।
कनीना के विकी पंसारी ने बताया वे प्रतिदिन पक्षियों के लिए छत पर दाना पानी डालते हैं। उन्होंने सभी को प्रेरित किया कि गर्मी के सीजन में छत पर पानी रखने का प्रबंध किया जाए ताकि पक्षियों का जीवन भी बच सके। वे जीवित रह सके। उन्होंने कहा कि पक्षी भी हमारे जीवन का एक अंग होते हैं। इसलिए इनसे प्यार की अनुभूति दिखानी चाहिए।
उधर कनीना पावर हाउस में रामरत्न जेई गोमली ने पावर हाउस परिसर में जीवों के लिए शिकोरे रखे हैं। सेवाराम सहित विभिन्न जन उपस्थित थे। जेई का कहना है कि गर्मी में जीवों के लिए पानी की समस्या होती है। ऐसे में उनके लिए पानी का प्रबंध करना हम सभी का दायित्व बनता है। उन्होंने अन्य लोगों को भी इस प्रकार पक्षियों की सेवा करने पर बल दिया।
फोटो कैप्शन 1: बीइंग हुमैन सेवा संस्था के लोग तथा विकी पंसारी।
2: रामरत्न जेई गोमली पानी का प्रबंध करते हुए।
कोरोना योद्धा
कोरोना योद्धा बनकर युवाओं के लिए मिशाल बना लक्कीराव सीगड़ा
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कनीना। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के दौरान लॉकडाउन जैसी सवेंदनशील स्थिति में पूरा देश एक तरह से ठहरा हुआ है वही कुछ ऐसे भी लोग हैं जो इस मुश्किल हालात में भी कोरोना चुनौती से निपटने के लिलए जी जान से लगे हैं। सीगड़ा के युवा समाजसेवी एवं बीएमडी क्लब चेयरमैन लक्कीराव सीगड़ा भी कोरोना से जंग लडऩे में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं।
लक्की सीगड़ा ने क्षेत्र को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए जनता कफ्र्यू के दिन से ही कोरोना योद्धा के रूप में नि:स्वार्थ भाव से लोगों एवं जरूरतमंदों की सेवा कर रहे हैं और सरकार ,प्रशासन एवं आमजन के सहयोग के लिए भी प्रयासरत हैं। लगातार आस-पास के क्षेत्र में जरूरतमंदों को चिह्नित कर खाद्य सामग्री किट वितरित के अतिरिक्त 1000 से ज्यादा मास्क वितरित कर चुके हैं। उनके बीएमडी क्लब द्वारा संचालित कान्हा जी स्कूल का भवन वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से बचाव उपाय हेतु नि:शुल्क उपलब्ध करवाने एवं इस दौर में हर संभव सरकार की सहायता करने हेतु भी एसडीएम कनीना के माध्यम से मुख्यमंत्री महोदय को ज्ञापन भी सौंपा था। आस-पास के कई गांवों को सैनेटाइज करवाने के साथ-साथ फिजिकल डिस्टन्सिंग पर भी लोगो को लगातार जागरूक किया जा रहा हैं। वे स्वंय भी नि:स्वार्थ भाव से इंडियन रेडक्रास सोसाइटी नारनौल के कोविड-19 वालंटियर के रूप में भी कार्यरत हैं। यही नहीं उनकी पत्नी डिम्पल यादव भी घर का काम पूरा करके बाकी का समय मास्क बनाने में लगी हुई हैं, जो मुफ्त में आस-पास के क्षेत्र के लोगों को बांटे जा रहे हैं।
लक्की का कहना हैं की धन कमाना और उसे खुद पर खर्च करना बहुत आसान है लेकिन दूसरों पर खर्च करना बहुत मुश्किल होता हैं। जरूरतमंदों को खाना खिलाना सबसे बड़ा धर्म है, दूसरों की सेवा करना ही सबसे बड़ी साधना होती है। वैश्विक महामारी से सभी को बचाने के लिए लोगों द्वारा संगठित रूप से हर संभव उपाय किए जा रहे हैं। हमारा फर्ज है कि एक टाइम खाना खाकर उन लोगों की सेवा करनी चाहिए। इस संवेदनशील परिस्थितियों में सामाजिक लोगों खासकर युवाओं को एक-दूसरे के सुख-दु:ख में भागीदार होना चाहिए। हम सभी का सांझा सहयोग दूसरों के लिए अनमोल साबित हो सकता है।
फोटो कैप्शन लक्की सिगड़ा।
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