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Wednesday, April 15, 2020

जेब से खर्च करना पड़े किंतु भूखा नहीं रहने दूंगा -जेलदार
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कनीना। चाहे अपनी जेब से भी कितना भी पैसा खर्च करना पड़े, लोगों से भीख मांगने पड़े परंतु  कनीना पालिका में आए हुए किसी भी व्यक्ति को भूखा नहीं जाने दिया जाएगा। ये विचार कनीना पालिका प्रधान सतीश जेलदार ने नगरपालिका व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि पूरा प्रशासन उनके इस नेक कार्य से खुश है वही गरीब व्यक्ति भी जो यहां दूसरे प्रांतों के आते हैं खाना खाकर प्रसन्न लौटते हैं किंतु कुछ लोग नहीं चाहते शेल्टर होम तथा अन्य लोगों के लिए खाना बने। उन्होंने कहा कि जब तक उनके दम में दम है इस कार्य से पीछे नहीं हटेंगे, चाहे जेब से पैसा खर्च करना पड़े, लोगों का भूखा नहीं जाने देंगे।
उन्होंने कहा कि पूरे प्रदेश में दूसरे प्रांतों के लोगों को खाना खिलाया जा रहा है तो हमें इस पुनीत कार्य में पीछे क्यों हटना है? ऐतिहात के सभी कदम उठाते हुए सेनिटाइजर, मास्क, हाथों की धुलाई करते हुए, नियमानुसार खाना खिलाते रहेंगे। खाने में किसी प्रकार की कोई कमी नहीं छोड़ेंगे। फोटो कैप्शन: सतीश जेलदार

5 सैंपल और भेजे, पहले भेजे गए कुछ सैंपल की रिपोर्ट नेगेटिव आई

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कनीना। कनीना के उप नागरिक अस्पताल से बुधवार को 5 सैंपल कोरोना जांच के लिए फिर से रोहतक भेजे हैं। जहां मंगलवार को भी 5 सैंपल भेजे गए थे वही विगत दिनों 25 सैंपल कोरोनावायरस की जांच के लिए भेजे गए थे।
 डा धर्मेंद्र एसएमओ कनीना ने बताया कि विगत दिनों भेजे गए 25 सैंपल में से कुछ की रिपोर्ट अभी तक आ चुकी है और कुछ की आनी बाकी है। जिनकी रिपोर्ट आई हैं वे सभी नेगेटिव आई है। जबकि बुधवार को पांच अन्य सैंपल भी भेजे गए हैं। ये संदिग्ध व्यक्तियों के सैंपल होते हैं जिनमें खांसी, जुकाम, बुखार आदि के लक्षण पाए जाते हैं। उन्होंने बताया कि ये रिपोर्ट भी जल्द ही आने की उम्मीद हैं। उल्लेखनीय है कि कनीना नगर पालिका के तहत जहां दो शेल्टर होम बनाए गए हैं वहां से भी सैंपल भेजे गए हैं किंतु जो भी रिपोर्ट आई है वे सभी नेगेटिव आई है।


पुलिस ने बढ़ाई सख्ती

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कनीना। जहां लॉकडाउन की अवधि बढ़ा दिए जाने के चलते पुलिस ने सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। इधर उधर घूमने वालों को सघनता से जांच की जा रही है तथा कुछ के चालान भी काटे जा रहे हैं। किसानों को खेतों में जाने की जरूरत होती है जो खेतों में जाने को मजबूर हैं। विभिन्न नाकों पर जहां पुलिसकर्मी बैठे रहते हैं जो वाहनों की जांच कर रहे हैं वही ठीकरी पहरा भी दिया जा रहा है।



 डॉक्टर की सलाह.........
खाली पेट में न घूमे 

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कनीना। कनीना उप नागरिक अस्पताल के एसएमओ धर्मेंद्र सिंह का कहना है कि खाली पेट नहीं रहना चाहिए और न घूमना चाहिए। खाली पेट से रोग होने की ज्यादा संभावना हो सकती है। उन्होंने कहा कि  कोरोना की महामारी के चलते ऐतिहात के सभी नियमों का पालन करना जरूरी है। जहां तक हो सके घर में आराम करें। बूढ़े बड़ों को घर से बाहर किसी भी सूरत में न जाने दे। बूढ़े बड़ों में जहां रोग रोधक क्षमता कम होती है इसलिए उन्हें बाहर नहीं जाने देना चाहिए।
डॉ धर्मेंद्र का कहना है कि फिजिकल डिस्टेंस बनाए रखनी चाहिए इससे रोग नहीं लगेगा। वहीं मास्क लगाकर इधर उधर जाना चाहिए, हाथों को बार-बार साबुन या डिटोल से धोना चाहिए। सैनिटाइजर का प्रयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि यदि किसी प्रकार की कोई खांसी सर्दी, जुकाम बुखार आदि की शिकायत है तो डॉक्टर की सलाह लेने से नहीं हिचकिचाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि खाना नियमित रूप से खाते रहना चाहिए। खाने के लिए कोई बंदिश नहीं है। लेकिन खाली पेट नहीं रहना चाहिए।
फोटो कैप्शन: डॉ धर्मेंद्र एसएमओ


फसल जली, की मुआवजा देने की मांग 

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 कनीना। कनीना खंड के गांव गाहड़ा निवासी संदीप पुत्र रामकिशन की गेहूं की कटी फसल मंगलवार रात्रि जल जाने पर मुआवजे की मांग की है। एसडीएम रणवीर सिंह को एक शपथ पत्र देते हुए उन्होंने कहा है कि शार्ट सर्किट से उनके खेत की फसल जलने की संभावना है। उन्होंने कहा कि फायर ब्रिगेड पहुंची किंतु तब तक फसल जलकर राख हो गई। उनके पास में खेती ही आय का स्रोत है वह भी नष्ट हो गया है। ऐसे में उन्होंने मुआवजा दिलवाने की मांग की है।


नवोदय विद्यालय करीरा के विद्यार्थियों का शुरू किया आनलाइन शिक्षण

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कनीना। कोविड-19 महामारी के कारण लॉकडाउन से देश भर के स्कूल-कालेज बंद हैं। इससे सरकारी स्कूलों के बच्चे सबसे ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। इस दौरान देश के निपुण एवं कुशल शिक्षक ऑनलाइन पढ़ाई के अलग-अलग उपाय कर रहे हैं। इसी कड़ी में नवोदय विद्यालय के कंप्यूटर शिक्षक डॉ. सुनील कुमार ने बच्चों की अधिगम प्रक्रिया को सरल बनाते हुए ऑनलाइन कक्षाएं शुरू कर घर बैठे बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाना शुरू किया है, जो बच्चों के लिए रामबाण साबित हो रहा है। इस अनोखे प्रयोग के प्रारंभ का नवोदय विद्यालय परिवार के ऑफिसरों ने अभिनंदन किया है और इस नवाचार को देश भर के विद्यार्थियों के लिए आधिकारिक रूप से खोल दिया है।
विद्यालय प्राचार्य सुरेश कुमार व समस्त स्टाफ  ने प्राध्यापक डॉ. सुनील कुमार की तारीफ की है जो शैक्षणिक दायित्वों के निर्वहन के लिए जी तोड़ कोशिश करने में लगे हैं। विद्यालय प्राचार्य सुरेश कुमार ने बताया कि पिछले तीन वर्षों से विद्यालय के छात्र सूचना व प्रौद्योगिकी विषय की विज्ञान प्रदर्शनी में अपना परचम फहराते हुए राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त किया है। उपरोक्त विषय पर जानकारी देते हुए डा. वत्स ने बताया कि कंप्यूटर विज्ञान विषय के कक्षा 11 व 12 के सभी लेक्चर एक ही जगह पर उपलब्ध होंगे। इसके लिए छात्र इस लिंक के माध्यम से अपनी पढ़ाई कर सकते है जरूरत होने पर छात्र दिए गए लिंक पर अपने उत्तर भी पा सकते है। वेबसाइट एचटीटीपीएसकोलनस्लैशडब्ल्यूडब्ल्यूडब्ल्यूडाटडीआरसुनीलवत्सडाट कामडेशविडियोलेक्चर है।
विद्यालय प्राचार्य सुरेश कुमार ने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि आज के समय में इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी का बहुत बड़ा योगदान है। इस तकनीक का इस्तेमाल करते हुए ऑनलाइन मीटिंग और वीडियो शेयरिंग के जरिये बच्चों को लाभान्वित कर रहे हैं। विद्यालय के प्राचार्य  ने कहा कि बच्चों की निरंतर पढ़ाई में यह कार्यक्रम बहुत उपयोगी साबित हो रहा है।
इसके कार्यक्रम अंतर्गत किसी भी विद्यालय के छात्र दिये गये लिंक के माध्यम से जुड़ सकते हैं। यह 11वीं से 12वीं कक्षा तक के लिए शुरू किया गया है। इस पोर्टल के जरिए लाखों छात्र बिना किसी शुल्क के ऑनलाइन पढ़ाई कर सकेंगे।
फोटो कैप्शन : डा सुनील वत्स।

 मुख्यमंत्री कोरोना रिलीफ फंड में दिए 11 हजार 

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कनीना। ब्राह्मण समाज बाघोत के युवाओं ने एसडीएम रणबीर सिंह को 11 हज़ार व नगर पालिका कनीना को 13800 रुपए का सहयोग किया ।
युवा मंजीत वशिष्ठ ने बताया कि नोवल कोरोना वायरस से आज पुरा विश्व संकट में खड़ा है, ओर इस बीमारी से निपटने के लिए जो भी प्रयास किए जा रहे है, सभी देश मिलजुल कर कर रहे है।  ब्राह्मण समाज की धार्मिक संस्था, परशुराम सेना बाघोत ने 11000 रुपए  मुख्यमंत्री कोरोना रिलीफ फंड में जमा कर देश को इस महामारी से लडऩे हेतु सहयोग का प्रयास किया गया है।
इस अवसर पर अमित अत्री, सुनील गौड़, सुनील अत्री, सुरेंद्र शर्मा उपस्थित रहे ।
 उधर बाघोत निवासी महिपाल नंबरदार जिला इनसो चेयरमैन ने अपने निजी कोष से 11000 रुपए शेल्टर होम में रुके प्रवासियों के भोजन के लिए नगर पालिका चेयरमैन सतीश जेलदार को दिए ।
महिपाल नंबरदार ने कहा की  कोरोना वायरस के खिलाफ सरकार की इस मुहिम में आप भी शामिल हो । आपके योगदान से सरकार के हाथ मजबूत होंगे।
फोटो कैप्शन 10: कनीना के एसडीएम को राहत राशि का चेक प्रदान करते हुए बाघोत के जन।


सरसों की खरीद शुरू 

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कनीना। कनीना अनाज मंडी में सरसों की खरीद शुरू हो गई है। वहीं कनीना सहित चार विभिन्न खरीद केंद्रों पर भी सरसों की खरीद बुधवार से शुरू हो गई है। जहां मजदूरों की कमी स्पष्ट झलक रही है वहीं खरीद का कार्य शुरू कर दिया गया है। पहले ही दिन 141 किसानों से 8091 बैग सरसों के खरीदे गए। सबसे अधिक सरसों करीरा में खरीदी गई जहां स्टेट वेयर हाउस सरसों की खरीद कर रहा है। बाकी तीन जगह हैफेड खरीद कर रहा है।
 विस्तृत जानकारी देते हुए हैफेड मैनेजर सत्येंद्र यादव ने बताया कि सुबह और शाम पारियों में सरसों की खरीद की जानी है। पहले राउंड में 450 क्विंटल सरसों की खरीद 4425 प्रति क्विंटल के हिसाब से की गई। जिन किसानों को संदेश प्राप्त हुआ है वे ही सरसों बेचने के लिए कनीना मंडी आ रहे हैं। कनीना के अतिरिक्त जहां तीन अन्य केंद्रों पर भी सरसों की खरीद हो रही है। कनीना अंगड़ाई व्यापार मंडल के उप प्रधान रविंद्र बंसल ने बताया की सबसे बड़ी समस्या मजदूरों की है। मजदूर न होने से परेशानी बढ़ सकती है। एक दुकान पर दस मजदूरों की जरूरत होती है किंतु चार दुकानों पर नौ मजदूर कार्यरत हैं।
 उधर कनीना मंडी में खरीद के लिए पर्याप्त मात्रा में बारदाना मंगवाया हुआ है। वही सरसों की खरीद है हैफेड तथा स्टेट वेयरहाउस दोनों द्वारा की जाएगी। खरीद के समय फिजिकल  डिस्टेंस तथा मास्क लगाकर ऐतिहात के सभी नियमों का पालन किया गया। कनीना मंडी से 17 हैंडलिंग एजेंट बनाए गए हैं जिनको 40 रुपये प्रति क्विंटल आढ़़त मिलेगी। वर्तमान में ढाई लाख बारदाना आया हुआ है। सरसों खरीद के वक्त हैफेड मैनेजर सत्येंद्र सिंह यादव, भरपूर सिंह, दशरथ सिंह, व्यापार मंडल के उपाध्यक्ष रविंद्र बंसल, महेंद्र कुमार आदि मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 7: कनीना मंडी में सरसों खरीद का एक नजारा।


एक एकड़ की गेहूं की फसल जलकर राख 

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कनीना। कनीना के गांव गाहड़ा में एक कएड़ गेहूं की काटकर डाली गई फसल जलकर राख हो गई। फायर ब्रिगेड भी मौके पर पहुंची।
  कनीना खंड के गांव का गाहड़ा में मंगलवार की अर्ध रात्रि किसान के गेहूं के खेत में आग लग गई आग बुझाने के लिए महेंद्रगढ़ से फायर ब्रिगेड को बुलाया गया। फायर ब्रिगेड के पहुंचने तक अधिकांश गेहूं जलकर राख हो गई। फायर ब्रिगेड ऑफिसर राकेश कुमार ने बताया कि करीब करीब 12:26 बजे उनको सूचना मिली कि गाहड़ा गांव के भगवान सिंह पुत्र घीसाराम के खेत में काटकर गेहूं की फसल में आग लग गई है। फायर ब्रिगेड तुरंत मौके पर पहुंची किंतु तब तक अधिकांश गेहूं जलकर राख हो गया। फायर ब्रिगेड ने कड़ी मशक्कत कर आग पर काबू पाया। खेत में आगे लगने के कारणों का कुछ पता नहीं चल पाया है।
फोटो कैप्शन 8: खेत में लगी आग का नजारा।


मासूम यश ने गुल्लक से निकालकर दान कर दिए 2100 रुपये 

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कनीना। आपदा की घड़ी में बड़ों के साथ मासूम बच्चे भी कोरोना को हारने और सरकार को आर्थिक सहयोग देने में आगे आ रहे हैं। बाघोत गांव का साढ़े चार वर्षीय यश पुत्र सत्यनारायण ऐसे ही परोपकारी मासूम छात्र हैं। वह पहली कक्षा में पढ़ता है।
यश ने कोरोना वायरस की रोकथाम और गरीब-जरूरतमंदों की सहायता के लिए नगर पालिका कनीना में अपनी गुल्लक दी है। गुल्लक खोलने पर उसमें 2100 रुपये निकले। यश ने यह राशि अपने परिवार के सदस्यों एवं रिश्तेदारों से भेंट में मिले रुपयों को गुल्लक में डालकर जोड़ी थी।
खेलने-कूदने की उम्र में अपने अनूठे योगदान से पीडि़त मानवता की मदद करने वाले यश ने बताया कि कोरोना के खिलाफ जारी जंग में आर्थिक सहयोग देने की भावना उसके अंतर मन में टीवी पर मुख्यमंत्री की अपील और देश-प्रदेश के हालात को देखकर जागी। लॉकडाउन की वजह से गरीब श्रमिकों, कमजोर वर्गों को हो रही परेशानी एवं राष्ट्रीय आपदा के समय शासन-प्रशासन को नागरिकों के द्वारा दिल खोलकर आर्थिक सहयोग करते देख उसने अपनी गुल्लक में जमा राशि देने की बात अपने परिवार वालों से कही। यश के इस नेक इरादे और जज्बे का पता जब परिवार के अन्य सदस्यों को चला तो सभी ने उसकी हौसला आफजाई की।
फोटो कैप्शन 9: गुल्लक तोड़कर राहत के लिए राशि देता यश।





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श्रेष्ठ रचनाकार सम्मान से हुए सम्मानित 
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कनीना। कनीना निवासी लेखक एवं साहित्यकार होशियार सिंह को श्रेष्ठ रचनाकार सम्मान से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान उनको कृषक और किसानी.........है भारत की पहचान नामक विषय पर श्रेष्ठ कविता लिखने के उपरांत दिया गया। प्रतियोगिता हिंदी दैनिक वर्तमान अंकुर द्वारा आयोजित करवाई गई थी जिसमें पूरे ही भारत के कवियों ने भाग लिया था।
      उन्हें यह सम्मान निर्मेश त्यागी मुख्य आयोजक तथा सुनीता सोनू संयोजक द्वारा प्रदान किया गया। उल्लेखनीय है कि 24 विभिन्न विषयों पर पुस्तकों की रचना करने वाले होशियार सिंह की चार पुस्तकें हरियाणा साहित्य अकादमी द्वारा अनुमोदित की गई है। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय धनौंदा में विज्ञान अध्यापक और भी कार्यरत है। पहले भी हरियाणा के राज्यपाल से सम्मानित किया गया था। समय-समय पर अनेकों पुरस्कार उन्हें प्राप्त हुए हैं।
 फोटो कैप्शन: होशियार सिंह  



कनीना खंड के सभी स्कूलों में चल रहा है ऑनलाइन शिक्षण 
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 कनीना। कनीना खंड के तहत 128 सरकारी स्कूल तथा निजी स्कूल मिलाकर 178 स्कूल बनते हैं और सभी स्कूलों में ऑनलाइन शिक्षण प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।
 कनीना खंड के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय गुढ़ा तथा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय खेड़ी तलवाना में 25 मार्च से ऑनलाइन शिक्षण कार्य शुरू हो गया था। शिक्षक भी विद्यार्थियों से फीडबैक ले रहे हैं तथा लगातार रोजाना गृृहकार्य भी दिया जा रहा है।
 राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय गुढ़ा में प्राचार्य अभयराम यादव की देखरेख में नितिन, कृष्णचंद्र तथा अन्य सभी शिक्षक जी जान से जुट रहे हैं और प्रतिदिन विद्यार्थियों को व्हाट्सएप, फेसबुक, यू-ट्यूब के जरिये ऑनलाइन शिक्षण करवा रहे हैं।
राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय खेड़ी तलवाना में प्राचार्य जयप्रकाश की अध्यक्षता में वेबसाइट बनाया हुआ है जहां व्हाट्सएप, यूट्यूब के जरिए शिक्षण कार्य जयपाल प्रवक्ता की देखरेख में चल रहा है। सभी शिक्षक अपना अपना शिक्षण मेटिरियल तथा प्रश्रोत्तर डालते हैं और विद्यार्थी उत्साह से उसका अध्ययन करते हैं। यह सत्य है कि ग्रामीण क्षेत्रों में अभिभावकों के पास एंड्रॉयड फोन नहीं है किंतु वे पड़ोसियों से एंड्रॉयड फोन की सहायता से अपने बच्चों को पढ़ा रहे हैं। यहां तक कि सीधा संवाद भी फोन के जरिए चल रहा है।
क्या कहते हैं खंड शिक्षा अधिकारी-
खंड शिक्षा अधिकारी अभयराम यादव ने बताया कि कक्षा 9 से 12 तक सभी स्कूलों में व्हाट्सएप ग्रुप बन चुके हैं और विद्यार्थियों को जोड़ा गया है। एबीआरसी इसमें माध्यम की भूमिका निभा रहे हैं। जिसमें प्रतिदिन सामग्री भेजी जा रही है। कक्षा 6 से 8 में भी बहुत बेहतरीन संदेश जा रहा है। उन्होंने बताया कि छोटे बच्चे कक्षा 1 से 5 में थोड़ी दिक्कत आ रही है। गरीब तबके के जन है लेकिन उनसे सीधे फोन पर संवाद हो रहा है और उनके बच्चों को सामान्य फोन से संवाद करके पढ़ाया जा रहा है।
फोटो कैप्शन 1 से 03: राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल खेड़ी तलवाना के वेबसाइट के स्क्रीनशॉट



आपकी पसंद हम समझते हैं...!

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कनीना। कनीना निवासी सुनील कुमार यादव वरिष्ठ गणित प्राध्यापक हैं वहीं उनकी पत्नी विनीता राव भी वरिष्ठ गणित प्रवक्ता हैं। दोनों में सराहनीय तालमेल देखा जा सकता है। क्षेत्र के श्रेष्ठ दंपतियों में से एक हैं जिनके महज दो पुत्रियां हैं। लॉकडाउन में दोनों के बीच सहजता से समय बीत रहा है। दोनों की पसंद है सुबह सुबह दैनिक जागरण पढऩा। कभी विनीता तो कभी सुनील कुमार पढ़कर समाचार सुना देते हैं और दोनों प्रसन्नचित रहते हैं। दोनों की पसंद टीवी पर रामायण एवं महाभारत देखना जिनसे बच्चे भी सीख ले रहे हैं और ज्ञान अर्जित कर रहे हैं।
दोनों का ही कहना है कि सोशल मीडिया हमेशा से ही कनेक्टिविटी का जरिया रहा है। लॉकडाउन की इस स्थिति में सोशल मीडिया ही एकमात्र साधन है, जो एक-दूसरे की खोज खबर दिलाने में मददगार साबित हो रहा है। यहां तक कि मेरे दो छोटे बच्चे भी मोबाइल से खेलकर अपना समय बिता रहें है। लॉकडाउन के कारण रिश्तेदार व दोस्त तो दूर आस-पड़ोस के लोग भी एक-दूसरे से कम ही मिलाप कर रहे हैं। ऐसे में सिर्फ सोशल मीडिया के जरिए ही उनके हाल-चाल पूछे जा रहे हैं।
इसके अलावा परिवार में बच्चों के साथ गेम खेलकर व टीवी देखकर समय बिताया जा रहा है। लॉकडाउन की वजह घर पर ही परिवार के साथ टीवी देखकर समय व्यतीत किया जा रहा है। बच्चों के साथ लूडो व कैरमबोर्ड खेल समय व्यतीत कर रहे है। इसके अलावा मोबाइल पर कोरोना को लेकर लगातार अपडेट ले रहे हैं। पहले जब अखबार की हैडलाइन ही पढऩे का समय मिल पाता था अब अखबार बहुत डिटेल्स से पढऩे का समय मिल पा रहा है । शिक्षा क्षेत्र से संबंधित होने के कारण सुबह के 2 से 3 घंटे बच्चों को व्हाट्सएप्प पे होमवर्क देने व उसकी मोनिटरिंग करने में व्यतीत हो रहे हैं। लॉक डाउन में समय ज्यादा मिलने के कारण योग व एक्सरसाइज पर ज्यादा ध्यान दिया जा रहा है सीढिय़ां चढऩा व उतारना भी एक्सरसाइज का एक प्रमुख हिस्सा है बच्चे अपनी पसंद के प्रोग्राम देखते है जबकि मुझे समाचार सुनना बहुत अच्छा लगता है। उस समय में मोबाइल से ही समाचार देख अपनी इच्छा पूरी कर लेते हैं। लॉक डाउन खुलने के बाद भी मेरी जिम्मेदारी और बढऩे वाली है क्योंकि शिक्षक होने के कारण मुझे स्कूल के बच्चों को साफ सफाई के बारे में ज्यादा जागरूक करना होगा।
फोटो कैप्शन 4: विनीता राव एवं सुनील यादव।



डॉक्टर की सलाह-----
घर में रहकर खुशी खुशी समय बीताए

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 कनीना। कनीना के डॉक्टर वेद प्रकाश का कहना है कि कोरोनावायरस पूरे ही जग में समस्या बनता जा रहा है। ऐसे में हम सभी का फर्ज बनता है कि इससे रोकथाम के उपाय अपनाए। रोग से बचने का सबसे सरल उपाय है फिजिकल डिस्टेंस बनाए रखें, घरों में रहकर सरकार के आदेश अनुसार आराम करें, बार-बार हाथों को साबुन या डिटोल से धोए,  सैनिटाइज करना हो तो अल्कोहल युक्त सैनिटाइजर से ही सैनिटाइज करें। उनका कहना है कि धातुओं पर लंबे समय तक यह कोरोना जीते हैं। इसलिए धातु के बर्तनों को छूने के बाद हाथों को जरूर धोए। उन्होंने कहा कि इधर-उधर घूमने से समस्या बनती है जब कोई काम ना हो तो अनावश्यक इधर-उधर न घूमे, रोग के लक्षण अगर किसी में नजर आए तो 1 मीटर की दूरी बनाए। अगर रोग के लक्षण नजर आए तो तुरंत डॉक्टर से सलाह करनी चाहिए।
  उन्होंने कहा कि मास्क जरूर पहने। मास्क पहनने से न केवल कोरोनावायरस अपितु उड़ती हुई राख, हवा में उड़ते भी कीट आदि से भी बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि रोगाणु से बचना ही सबसे बेहतरीन तरीका होगा। ऐसे में किसी भीड़ भाड़ वाले स्थानों पर न जाए, आसपास सभा आदि हो रहा हो तो उसमें भी नहीं जाना चाहिए। अपने पूरे परिवार के साथ बैठकर खुशी खुशी दिन बिताना चाहिए। खुशी-खुशी जीवन जिये, शुद्ध सात्विक भोजन खाए, ताजा सब्जी, दाल आदि जरूर प्रयोग कर।ें इससे रोग से बचा जा सकता है।
 डॉ वेदप्रकाश फिजिशियन कनीना



जरूरतमंद लोगों  को सामाजिक संस्था ने वितरित किया राशन 

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कनीना। कनीना खंड के गांव मोहनपुर नांगल में बीकेएन ग्रुप  व सर्व जन युवा वाहिनी के सदस्यों ने जरूरतमंद लोगों को राशन वितरण किया।
सर्व जन युवा वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नानकराम भारद्वाज ने बताया कि उन्हें सूचना मिली कि मोहनपुर गांव में कुछ ऐसे परिवार हैं जिनके पास खाने का एक वक्त का राशन भी नही है। सूचना मिलते ही तुरंत प्रभाव से उन परिवारों सहायता के लिए हमारी टीम पहुंची भारद्वाज ने बताया कि ये अच्छी बात है कि लोग व संस्थाएं लोगों की मदद कर रही परन्तु इस बात का खास ख्याल रखें कि उनके द्वारा दिये जाने वाले राशन को प्राप्त करने वाले लोग स्टाक व बिक्री का माध्यम न बना दे। हमने देखा है प्राय: सभी व्यक्ति व संस्थाएं एक ही क्षेत्र में रह रहे परिवारों की मदद कर रही हैं।  प्रत्येक गाँव में प्रत्येक कस्बे में ऐसे परिवारों की खोज करनी चाहिए जो लोकलाज के कारण व अपने स्वाभिमान के कारण इन संस्थाओं को अपनी स्थिति से अवगत कराने में संकोच महसूस करते हैं। ऐसे लोगों से निवेदन है ये एक आपदा की घड़ी है इसमें संकोच न करें और अपनी स्थिति से अवगत कराएं। इस अवसर पर रवि तंवर व सोनू शर्मा भी मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 6: मोहनपुर में गरीब लोगों को राशन देती बीकेएन संस्था।


जरूरतमंदों को भोजन मुहैया करवा रहा है चाइल्डलाइन

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कनीना। कोरोना महामारी के दौरान महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार के सहयोग से चाइल्डलाइन फाउंडेशन बच्चों की देखभाल व सुरक्षा के लिए पूरे भारत में चाइल्डलाइन नंबर 1098 चलाया गया है। चाइल्डलाइन महेन्द्रगढ़ ने जिले में विभिन्न जरूरतमंद बच्चों को खाने का सामान वितरित किया व चाइल्डलाइन के डायरेक्टर  ने कोविड-19 के बचाव के उपयोग बताएं व कहां कि  इस महामारी से अपने आपको सुरक्षित रखना है व किसी भी साथी को कोई भी बच्चा मुसीबत में मिलता है तो वह 1098 पर कॉल करे चाइल्डलाइन की टीम उन्हें हर संभव मदद प्रदान करेगी। शेल्टर होम से मिली जानकारी अनुसार डायरेक्टर ने दो स्ट्रीप सामान्य रोगों के लिए दान किए।


शिकायत के लिए बिजली केंद्र आने की जरूरत नहीं 

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कनीना। कनीना स्थित 132 के उप केंद्र के राम रतन गोमली जेई ने कहा कि बिजली संबंधित शिकायतों को लेकर के पावर हाउस आना जरूरी नहीं है। कोरोनावायरस के दृष्टिगत बिजली सुविधा केंद्र 1912 पर शिकायत दर्ज करवाई जा सकती है। शिकायत दर्ज होते ही कर्मी मौके पर पहुंच  दूर कर देंगे। उन्होंने बताया कि 3 शिफ्टों में कर्मचारी तैनाती निभा रहे हैं। सुबह शाम और रात की तैनाती चल रही है। कर्मचारी दिन रात एक किए हुए निर्बाध गति से बिजली आपूर्ति करने में जुटे हुए हैं।

आरोग्य सेतु एप प्रयोग करने पर दिया बल 

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 कनीना। नगरपालिका कनीना ने मुनादी करवाकर कस्बा कनीना के लोगों को हरियाणा सरकार के शहरी स्थानीय निकाय विभाग के आदेश अनुसार आरोग्य सेतु एप डाउनलोड करने पर बल दिया ताकि इस ऐप के जरिए लोग कोरोनावायरस महामारी से बच सके और इस रोग के बारे में अधिक से अधिक जानकारी प्राप्त कर सके।
सचिव नगरपालिका कनीना राजाराम ने बताया कि यह ऐप हरियाणा सरकार ने अपलोड किया है जिसको कोई भी जन अपने स्मार्टफोन पर  डाउनलोड करके प्रयोग कर सकता है। इस संबंध में कस्बा कनीना में मुनादी भी करवाई गई।



वर्दी वाले साथी......................
अमन चैन कायम करने में अहम भूमिका निभाई है गोविंद राम एसआई ने 

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 कनीना। कनीना सिटी प्रभारी/ चौकी प्रभारी गोविंद राम एएसआई ने कनीना क्षेत्र में अमन-चैन कायम करने में अहम भूमिका निभाई है। विशेषकर कोरोना महामारी के चलते लोगों को घरों के अंदर रहने की बार-बार प्रेरणा दी किंतु कोरोना महामारी में भी दुपहिया वाहन चालक नियमों को तोड़ते नजर आए तो उनके चालान भी काटे गए। अब तक का 60 चालान कोरोना महामारी दौरान काटकर करीब चार लाख राजस्व लाभ प्रदान किया है।
 दिन रात आने जाने वाले वाहनों पर नजर जुटाए  हुए हैं। जब भी कोई गाड़ी दूसरे प्रांतों से आती है तुरंत उस में बैठे हुए लोगों को अस्पताल तक पहुंचाते हैं ताकि उनकी जांच की जा सके। अब तक 100 के करीब ऐसे लोग कनीना अस्पताल तक पहुंचाए हैं ताकि उनकी जांच करके आगे की कार्रवाई की जा सके।
गोविंदाराम एएसआई दिन को तो तैनाती निभाते हैं वहीं रात को पूरे कस्बा की तीन गश्त लगाते हैं ताकि अमन-चैन कायम रहे। सभी दुकानें बंद रहती है। ऐसे में श्त और बढ़ा दी है। रात्रि के समय एक बार मोटरसाइकिल पर तथा दो पैदल गश्त लगाई जाती है ताकि सभी की बंद दुकानें सुरक्षित रहें। जब कभी कहीं ताश खेलने वाले और हुक्का पीने वालों की सूचना आती है तो तुरंत पहुंचते हैं किंतु जब तक पहुंचते हैं ताश पीटने वाले तथा हुक्का पीने वाले इधर-उधर गायब हो जाते हैं।
 उन्होंने बताया कि कोरोना के चलते अपनी जिंदगी को दाव पर लगा कर दिन रात लोगों की सेवा में जुटे रहते हैं। गोविंद राम एसआई का  कोरोना महामारी से पहले नियम तोडऩे वाले विशेषकर युवा पीढ़ी में खौफ रहा है। लड़कियों को सताने वाले, फब्तियां कसने वाले, बुलेट बाइक से  पटाखे छोडऩे वालों पर विशेष नजर रखते थे। उनसे भयभीत थे जिसके चलते पटाखे छोडऩे की घटनाएं और लड़कियों को छेडऩे, उन पर फब्तियां कसने वाले गायब हो गए थे।
 उनकी कार्यशैली अधिकारी भी प्रभावित है वही लोग भी खुश है। अब तो वे आम जन के चहेते बन रहे हैं। जब भी किसी को कहीं आवश्यकता होती है तुरंत उन्हें फोन से संपर्क कर लेते हैं।
 फोटो कैप्शन: गोविंदराम एएसआई



लॉक डाउन की अवधि बढ़ाना जनहित का कार्य 

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 कनीना। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लॉकडाउन की अवधि 3 मई तक बढ़ा देने पर क्षेत्र के लोगों ने संतोष जताया है। सभी का कहना है कि महामारी से बचने का एकमात्र उपाय लॉकडाउन ही है। उन्होंने कहा जान है जहान है, अगर लोग ही नहीं रहे तो व्यापार और कारोबार का क्या फायदा? ऐसे में क्षेत्र के विभिन्न लोगों ने असंतोष जताया और कहा कि जब 21 दिन का लॉकडाउन सहन किया है तो अब भविष्य में भी लॉकडाउन को सहन करेंगे।
डा अजीत कुमार शर्मा का कहना है कि जैसे तैसे लॉकडाउन को सहन किया है भविष्य में भी सहन करेंगे। वे जनहित में सदा लगे रहेंगे। उनका कहना है कि जो निर्णय प्रधानमंत्री ने लिया है वह हितेषी है। ऐसे में इसे गंभीरता से लेते हुए खुशी-खुशी जीवन जीना चाहिए।
 महेश बोहरा का कहना है कि प्रधानमंत्री सदा ही देश हित में कार्य करते हैं और उन्होंने जो निर्णय लिया है वह देश हित के लिए है। ऐसे में लॉकडाउन की अवधि बढ़ाना कोई बुरी बात नहीं है अपितु जन हित का कार्य है और उनके इस आदेश का बखूबी पालन करते हुए घरों में रहते हुए समय बिताना चाहिए।
 सूबे सिंह किसान का कहना है कि वे अन्न पैदा कर चुके हैं और अपना अनाज बेचने के लिए तैयार है किंतु प्रधानमंत्री अगर जो भी आदेश करेगा उसका पालन करने के लिए तैयार हैं। उनका कहना है कि जनहित और देश हित में सभी के साथ है। उन्होंने कहा कि उन्होंने मोदी ने जो फैसला लिया है वह बहुत सोच समझ कर ही लिया है।
 किसान अजीत कुमार का कहना है कि नरेंद्र मोदी कभी देश का अहित नहीं कर सकते। उनका निर्णय दूरगामी सोच का होता है। ऐसे में 3 मई तक लॉकडाउन की अवधि बढ़ाई उसके पीछे उद्देश्य लोगों को महामारी के चपेट से बचाना है। ऐसे में उनके आदेश का पालन बखूबी निभाएंगे। घरों में ही रहेंगे।
 मोहन कुमार का कहना है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जहां महामारी से बचने के लिए बहुत बेहतरीन कार्य करते आ रहे हैं । कभी ताली एवं थाली बजाकर बुरे दिनों को धकेलते हैं तो कभी दीये जलाकर रोगाणुओं का नाश करते हैं। इसके पीछे बहुत बड़ा लाभ होगा और वह लाभ है लोगों की जान को खतरे से बचाना। लॉकडाउन की अवधि बढ़ाने का निर्णय नरेंद्र मोदी ने सोच-समझकर लिया है।
 सुरेंद्र सिंह का कहना है कि भारत के प्रधानमंत्री की सोच सदा ही दूरगामी रही । उनकी सोच के आगे आम आदमी का पहुंचना बहुत मुश्किल है। उन्होंने जो निर्णय लिया था उससे हजारों जान बची हैं और अब लॉकडाउन की अवधि बढ़ाई है इससे भी भारी संख्या में लोगों के जीवन बचाया जाएगा। लॉकडाउन की अवधि बढ़ाना जनहित का कार्य है।
फोटो कैप्शन: सुरेंद्र बव्वा, डा अजीत शर्मा, महेश बोहरा, मोहन कुमार, अजीत सिंह, सूबे सिंह। 

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