नोडल अधिकारी ने किया होम शेल्टरों व उप नागरिक अस्पताल का निरीक्षण
**********************************
*****************************
********************************
कनीना। जिला नोडल अधिकारी आईएएस विकास यादव, जिला उपायुक्त जगदीश शर्मा व एसपी सुलोचना गजराज ने शुक्रवार को कनीना में श्रमिकों के होम शेल्टरों व उप नागरिक अस्पताल कनीना का निरीक्षण किया।
उन्होंने सभी विभागों के कर्मचारियों की बैठक आरएस वाटिका शेल्टर होम में ली और कहा कि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सभी का सहयोग जरूरी है। प्रधानमंत्री के लॉकडाउन निर्देशों का पालन करें।
एसएमओ डॉ धर्मेन्द्र से कनीना उप नागरिक अस्पताल के बारे में बताया कि कनीना अस्पताल में कोई भी स्पेशलिस्ट डाक्टर नहीं है। सभी डॉक्टर एमबीबीएस हैं। महज पांच आक्सीजन सिलेंडर हैं और 10 बेड हैं जो पुरानी बिल्डिंग से लाएं हुए हैं । जिनको रिपेयर करके काम में लिया जा रहा है। नया सामान अभी तक नहीं आया है ।
नोडल अधिकारी नेकनीना में दूसरे प्रांतों के लोगों के लिए की जाने वाली भोजन व्यवस्था उनके शेल्टर हाउसों का निरीक्षण किया। अधिकारियों से बातचीत की तथा उन्हें आदेश दिया कि किसी प्रकार भी उन लोगों को कोई समस्या नहीं आने पाए।
तत्पश्चात राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय शेल्टर होम का निरीक्षण किया और वहां पर सभी सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को आदेश दिए कि साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए। फिजिकल डिस्टेंस बहुत जरूरी है। नोडल अधिकारी विकास यादव ने एसडीएम रणबीर सिंह को निर्देश दिए कि हो सके तो इन कमरों में टीवी लगाया जाए जिससे इनका समय अच्छे से व्यतीत हो सके।
इस मौके पर जिला उपायुक्त जगदीश शर्मा, एसपी सुलोचना गजराज ने शुक्रवार कनीना में श्रमिकों के होम शेल्टरों व उप-नागरिक अस्पताल कनीना का निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ जिला उपायुक्त जगदीश शर्मा, जिला पुलिस अधीक्षक सुलोचना गजराज, एसडीएम रणबीर सिंह,यादराम डीएसपी महेंद्रगढ़ , खुफिया विभाग एसआई शशिकांत शर्मा, एसएमओ डा धर्मेंद्र यादव, नगर पालिका चेयरमैन सतीश जैलदार, लेखाकार शिवचरण शर्मा, पूर्व प्रधान राजेंद्र सिंह लोढ़ा थे।
फोटो कैप्शन 8 एवं 9। विकास यादव नोडल अधिकारी से संबंधित हैं।
21वीं सदी में सोलवीं सदी की बातें
-मूर्खता का परिचय दिया महिलाओं और कुछ लोगों ने
*****************************
**************************************
कनीना। कनीना यूं तो इंसान चांद पर पहुंच गया है लेकिन शुक्रवार रात को कुछ लोगों की मानसिकता धरती पर रेंगती नजर आ आई। कहने को 21वीं सदी में जी रहे हैं लेकिन सोलवीं सदी की बातें करके ऐसा सिद्ध कर रहे हैं कि मानो वे अज्ञानी और मूर्ख हैं। ऐसा माहौल उस वक्त देखने को मिला जो कुछ लोगों ने ग्रुप में अफवाह फैला दी कि आज चांद उल्टा नजर आ रहा है। देखते देखते न जाने कितने लोगों ने उल्टी-सीधी बातें फैला दी। चांद को अर्घ देना कैसे देना किस प्रकार देना कितनी ही बातें चली और लोगों ने मूर्खता का परिचय देते हुए नर नारी नजर आए। जमकर चंद्रमा को अर्घ दिया जबकि चंद्रमा नियमित रूप से सही गति करते हुए सीधे रूप में था लेकिन लोगों की बातों से ऐसा लगा कि वह विज्ञान में नहीं अज्ञान में जी रहे हैं। सच में ग्रामीण क्षेत्रों में तो यह अफवाह फैली कि महिलाएं लेकर लौटा और चांद को अर्घ देने लग गई। अर्घ देने से चंद्रमा सीधा हो जाएगा क्या किसी ने यह नहीं सोचा? चंद्रमा कभी उल्टा चल सकता है अर्घ देने वालों ने नहीं सोचा?
इस प्रकार की झूठी अफवाह फैला दी जिसमें लोग भ्रम में देखे गए। उनकी फैलाने वालों की मूर्खता कहे या चांद को अर्घ देने वाले लोगों की मूर्खता,परंतु कई लोगों ने जमकर चांद को अर्घ जरूर दिया। एक काम तो हुआ कि चांद को बहुत से लोगों ने देखा।
नाकेबंदी की,पूताछ करके आने जाने दिया
***********************************
*****************************************
कनीना। ग्राम करीरा की ग्राम पंचायत ने कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण की रोकथाम के लिए गांव में बाहर से आने वाले लोगों की रोकथाम के लिए बैरिकेट लगा कर पहरा देना शुरू कर दिया है।
इस बारे में पंच उदय सिंह ने बताया कि कोरोना वायरस को रोकने के लिए गांव के सभी मुख्य मार्गों को बंद कर दिया गया है तथा अगर किसी को कोई ज्यादा जरूरी काम है तो उसी व्यक्ति को गांव से बाहर जाने दिया जा रहा है व बाहर से आने वाले को गांव में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है ताश खेलने व एक जगह एकत्र होने पर पंचायत द्वारा जुर्माना लगाया जाएगा। इस अवसर पर सरपंच राकेश कुमार, पंच विजयपाल, जोरावर, ग्राम सचिव धर्मपाल व परमानंद शर्मा आदि अपनी पहरेदारी पर उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 2: नाकेबंदी करते करीरा के लोग।
गेहूं की लावणी शुरू
***************************
*********************************
कनीना। सरसों की कटाई जहां पूरे यौवन पर है वहीं किसान गेहूं की लावणी में लग गए हैं। मजदूर छह हजार रुपये एकड़ की कटाई कर रहे हैं।
कनीना की बावनी भूमि पर जहां सरसों की बीजाई करीब 19 हजार हेक्टेयर पर की गई थी वहीं गेहूं की बीजाई दूसरे नंबर पर करीब दस हजार हेक्टेयर पर है। सरसों की कटाई पूरे वेग से चल रही है। बाहरी मजदूरों की मदद से किसान कटाई का काम पूरा करवा रहे हैं। गेहूं की कटाई शुरू हो गई है। कोरोना के डर से किसानों को शायद इस बार मजदूर कम मिलने के आसार हैं। यही कारण है कि मजदूरों द्वारा गेहूं कटाई के रेट विगत वर्ष 4500 रुपये थे वे बढ़कर छह हजार रुपये प्रति एकड़ कर दिया है।
किसान अजीत कुमार, राजेंद्र सिंह, सूबे सिंह, कृष्ण कुमार, योगेश कुमार आदि ने बताया कि सरसों की पैदावार बेहतर होने के आसार थे किंतु विगत दिनों ओलावृष्टि एवं ठंड ने पैदावार घटा दी है। वहीं मटर की कटाई लगभग हो चुकी है। किसान सुबह खेतों में जाते हैं और देर शाम को ही लौटते हैं। कोरोनावायरस के चलते किसान खेतों में ही अधिक समय बीताना चाहते हैं।
किसानों ने बताया कि गेहूं की फसल से न केवल अन्न प्राप्त होता है अपितु पशुचारे के रूप में तूड़ी प्राप्त होती है। किसान पशु पालते हैं जिसके चलते गेहूं की फसल का अहं योगदान होता है।
फोटो कैप्शन 3: गेहूं की पकी हुई खेतों में खड़ी फसल।
बुराई का अंत, अच्छाई का शुभारंभ को इंगित करेगा दीया
*******************************
***********************************
कनीना। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 अप्रैल अमावस्या को रात नौ बजे 9 मिनट के लिए अपने घरों में अंधेरा करके दीया जलाने की बात को बहुत गंभीरता से लिया जा रहा है। जिस प्रकार 22 मार्च को लोगों ने ताली हो थाली बजाकर कोरोना से लडऩे वाले लोगों का हौसला आफजाई किया था उसी प्रकार अब रोगाणुओं का अंत करने का समय आ गया है। दीया जलाना शुभ संकेत माना जाता है जिसको लेकर के लोगों में अभी से उत्सुकता जागने लगी है। किसान से लेकर पढ़े-लिखे दम तक मोदी के इस फैसले का स्वागत कर रहे हैं। यह चर्चा का विषय बन गया है।
कनीना के सुरेंद्र शर्मा का कहना है कि जहां इस मौसम में कीट पतंगे, रोगाणु एवं अन्य जीव बढ़ जाते हैं। ये किसी न किसी प्रकार से हानिकारक होते हैं। इनको दीये द्वारा कुछ हद तक नष्ट किया जा सकता है। दीया विशेषकर घी का जलाना शुभ संकेत होता है वहीं रोगाणु जीवाणु को भी नष्ट कर देता है। उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि दिवाली की तरह दीये जलाकर बुराइयों को नष्ट कर दे तथा भगवान से प्रार्थना करें कि कोरोना वायरस से अविलंब छुटकारा दिलवाया जाए।
कनीना की ज्योतिषाचार्य अरविंद जोशी का कहना है कि दीपक जलाना साक्ष्य को इंगित करता है अर्थात इस कोरोनावायरस की बुराई से इतने देश के लोग लड़ रहे हैं, एक दीपक जलाकर साक्षी बनेंगे। कोरोना को देश से मिटाने के लिए प्रयास किया, जमकर लड़े इसका साक्षी यह दीया होगा। उन्होंने कहा कि विवाह शादी आदि पर दीया साक्षी माना जाता है। उसी प्रकार पांच अप्रैल के दिन जब यह दीपक जलाया जाएगा। जहां अंधेरा दूर होगा ही वही यह साक्षी होगा कि हमने इस बुराई को मिटाने के लिए दीपक को साक्षी मानकर भरसक प्रयास किया और इस बुराई से छुटकारा पाया।
जितेंद्र शास्त्री का कहना है कि दीपक जलाना अंधेरे को दूर करना होता है। मन का अंधेरा हो या देश का अंधेरा हो, यह दूर करना दीपक का कार्य होता है। दीपक जलाने से जहां मन का अंधेरा
आदि नष्ट हो जाएंगे। इस प्रकार जहां मन शुद्ध होगा वही अंधेरा भी दूर होगा। दीया जलाना अंधेरा समाप्त होने को इंगित करेगा।
आरडी शास्त्री गाहड़ा का कहना है कि दीपक जलाना वैज्ञानिक और वैदिक दृष्टि से भी बहुत महत्वपूर्ण है। जहां इसकी खुशबू फैलेगी, वातावरण शुद्ध होगा वहीं सूक्ष्म कीट नष्ट हो जाएंगे। वैसे भी कहा गया है कि अंधेरे से प्रकाश की ओर चलना चाहिए। अंधेरा था वह मिटने जा रहा है और अब हम प्रकाश की ओर चलना शुरू करेंगे। धीरे-धीरे कोरोना का अंधेरा मिटेगा और हम उज्ज्वल भविष्य की ओर जाएंगे। उन्होंने कहा कि दीपक जलाने से बेहतरीन और कोई कार्य हो ही नहीं सकता। दीपक जलाने से मन का, तन का संसार का अंधेरा दूर करेगा।
फोटो कैप्शन: अरविंद जोशी, जितेंद्र शास्त्री, आरडी शास्त्री, सुरेंद्र शर्मा।
पुलिस ने बरती शक्ति, दुकानें खुली दस बजे तक
******************************
*********************************
कनीना। कनीना प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन याद शक्ति बरतनी शुरू कर दी है। लोग बेवजह इधर-उधर घूमते देखे गए उनके लिए नाके लगाकर गहन पूछताछ की गई और उनके चालान भी काटे।
एसपी नारनौल सुलोचना गजराज ने गुरुवार को पुलिस को विशेष हिदायतें दी थी जिसके चलते पुलिस प्रशासन ने गुरुवार शाम से सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। कनीना प्रशासन द्वारा मुनादी करवाई गई थी कि दुकानें प्रात: सात से दस बजे तक ही खुलेंगी। शुक्रवार को दुकानें दस बजे तक खुली।
किसान जरूर इधर उधर आते जाते देखे किंतु कुछ लोग चोरी छिपे बेवजह इधर-उधर आते-जाते नजर आए। कनीना में दो आश्रय स्थल बनाए गए हैं जहां दूसरे प्रांतों के करीब 90 लोग प्रतिदिन रहते हैं लेकिन खाना खाने जाते समय दोपहर में लंबी लाइन लग जाती है जो दोपहर बाद दो बजे तक चलती रहती है तत्पश्चात शाम के खाने के लिए भी इन लोगों की कतार देखी गई है। कनीना तथा आसपास क्षेत्र से जितने भी लोग दूसरे प्रांतों के ठहरे हुए हैं वे सभी अपने बच्चों सहित खाना खाने के लिए पैदल आते हैं।
फोटो कैप्शन चार एवं पांच: सुनसान नजर आती सड़के ।
पुलिस ने काटे चालान
***************************
*************************************
कनीना। एसपी नारनौल के सख्त आदेश के चलते गुरुवार को शाम से चालान काटने का सिलसिला जारी है। अब तक जहां 19 चालान काटे गए जिनमें से 9 वाहन इंपाउंड भी किए गए।
एसपी के आदेश के चलते जहां सख्ती बढ़ाई गई है वहीं कनीना बस स्टैंड के मंडी तिराहे पर नाका लगाकर दुपहिया वाहन चालकों के वहां चालान काटे।
गोविंद सिंह एएसआई ने गुरुवार को ही 19 चालान काटे जिनमें से 9 गाडिय़ां इंपाउंड की गई और राजस्व इक_ा किया है। जबकि इंपाउंड किए गए तथा चालान काटे गए वाहनों में वे लोग शामिल हैं जिनके पास या तो हेलमेट नहीं था या नियमों की अवहेलना कर रहे थे। इधर उधर घूम रहे थे। पुलिस ने उनकी जांच करके उनके चालान काटे। पुलिस सख्ती से काम ले रही है पुलिस किसी भी दुपहिया वाहन चालक को बिना हेलमेट बिना, किसी ठोस कारण तथा बिना मास्क लगाए बगैर आने जाने नहीं दे रही है। माना जा रहा है पुलिस की सख्ती के बाद ही जहां आवागमन रुकेगा वही कोरोना रोग से अंकुश पाया जा सकेगा।
फोटो कैप्शन 5: वाहनों की जांच करती पुलिस।
पीडब्ल्यूडी मैकेनिकल यूनियन ने दिया राहत कोष में दान
****************************
*****************************
कनीना। आल हरियाणा पीडब्ल्यूडी मकैनिकल कर्मचारी यूनियन शाखा जन स्वास्थ्य अभियंत्रिकी विभाग कनीना के सब डिविजन नंबर तीन के सभी कर्मचारियों ने अपने वेतन की बेसिक का 3 प्रतिशत देने का ऐलान कार्यकारी अभियंता जन स्वास्थ्य अभियंत्रिकी मंडल नंबर 3 नारनौल को एक पत्र प्रेषित कर किया है।
प्रधान केके पूनिया ने बताया कि बेसिक का 3 फीसदी काटकर प्रधानमंत्री राहत कोष में देने का निर्णय लिया है। सभी कर्मचारी चाहते हैं कि कोरोना महामारी से निपटा जाए। श्री पूनिया ने सभी कर्मचारियों को अपील की है कि अपनी तैनाती के समय लाकडाउन के नियमों का पलन करे। अपने अपने घर मोहल्ले में रहने की अपील की है। उन्होंने बताया कि कनीना में करीब 44 कर्मचारी कार्यरत और सभी ने अपने वेतन का 3 फीसदी राहत कोष में दान दे रहे हैं। उनके साथ जयपाल एवं अन्य कर्मचारी भी मौजूद थे।
उधर ऋषि उद्दालक की तपोभूमि स्याणा गांव में धर्मवीर सिंह जेलदार और उनके भाई महावीर सिंह उर्फ पप्पू यादव ने गांव में रह रहे गाडिय़ा लुहारों जो बेघर मजदूर हैं को खाद्य सामग्री भेंट करते आ रहे हैं।
पप्पू यादव ये दोनों भाई आजाद हिंद फौज के जीवित सैनिक गुगन सिंह के सुपुत्र हैं।
फोटो कैप्शन एक: केके पूनिया के संग जयपाल वेतन का तीन प्रतिशत काटने संबंधित पत्र प्रेषित करते हुए।
मुख्य मार्ग पर खड़ा है गंदा पानी परेशानी
*****************************
**********************************
कनीना। संगम कॉलोनी में ईश्वर की दुकान समक्ष गंदा पानी मुख्य मार्ग पर खड़ा होने से आवागमन का रास्ता बंद हो चुका है। सभी इस गंदे पानी से होकर के गुजर रहे हैं।
ईश्वर, दिलीप, सत्यराज साहब, मा कंवर सिंह आदि ने बताया कि इस गली का निर्माण कार्य करीब 15 दिनों से रुका हुआ जिसके चलते जब भी नलों में जल आता हैं तो पानी गलियों में खड़ा हो जाता है और लोगों को आवागमन भी गलियों गंदे पानी से होकर करना पड़ रहा है। उधर पालिका प्रधान ने बताया कि कोरोनावायरस के चलते काम रुके हुए हैं माहौल सही होने पर तुरंत प्रभाव से का निर्माण कार्य पूर्ण करवा दिया जाएगा। वर्तमान में कहीं भी कार्य नहीं चल रहा है।
फोटो कैप्शन 2: गली में खड़ा गंदा जल।
**********************************
*****************************
********************************
कनीना। जिला नोडल अधिकारी आईएएस विकास यादव, जिला उपायुक्त जगदीश शर्मा व एसपी सुलोचना गजराज ने शुक्रवार को कनीना में श्रमिकों के होम शेल्टरों व उप नागरिक अस्पताल कनीना का निरीक्षण किया।
उन्होंने सभी विभागों के कर्मचारियों की बैठक आरएस वाटिका शेल्टर होम में ली और कहा कि कोरोना संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए सभी का सहयोग जरूरी है। प्रधानमंत्री के लॉकडाउन निर्देशों का पालन करें।
एसएमओ डॉ धर्मेन्द्र से कनीना उप नागरिक अस्पताल के बारे में बताया कि कनीना अस्पताल में कोई भी स्पेशलिस्ट डाक्टर नहीं है। सभी डॉक्टर एमबीबीएस हैं। महज पांच आक्सीजन सिलेंडर हैं और 10 बेड हैं जो पुरानी बिल्डिंग से लाएं हुए हैं । जिनको रिपेयर करके काम में लिया जा रहा है। नया सामान अभी तक नहीं आया है ।
नोडल अधिकारी नेकनीना में दूसरे प्रांतों के लोगों के लिए की जाने वाली भोजन व्यवस्था उनके शेल्टर हाउसों का निरीक्षण किया। अधिकारियों से बातचीत की तथा उन्हें आदेश दिया कि किसी प्रकार भी उन लोगों को कोई समस्या नहीं आने पाए।
तत्पश्चात राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय शेल्टर होम का निरीक्षण किया और वहां पर सभी सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने अधिकारियों को आदेश दिए कि साफ सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए। फिजिकल डिस्टेंस बहुत जरूरी है। नोडल अधिकारी विकास यादव ने एसडीएम रणबीर सिंह को निर्देश दिए कि हो सके तो इन कमरों में टीवी लगाया जाए जिससे इनका समय अच्छे से व्यतीत हो सके।
इस मौके पर जिला उपायुक्त जगदीश शर्मा, एसपी सुलोचना गजराज ने शुक्रवार कनीना में श्रमिकों के होम शेल्टरों व उप-नागरिक अस्पताल कनीना का निरीक्षण किया। इस दौरान उनके साथ जिला उपायुक्त जगदीश शर्मा, जिला पुलिस अधीक्षक सुलोचना गजराज, एसडीएम रणबीर सिंह,यादराम डीएसपी महेंद्रगढ़ , खुफिया विभाग एसआई शशिकांत शर्मा, एसएमओ डा धर्मेंद्र यादव, नगर पालिका चेयरमैन सतीश जैलदार, लेखाकार शिवचरण शर्मा, पूर्व प्रधान राजेंद्र सिंह लोढ़ा थे।
फोटो कैप्शन 8 एवं 9। विकास यादव नोडल अधिकारी से संबंधित हैं।
21वीं सदी में सोलवीं सदी की बातें
-मूर्खता का परिचय दिया महिलाओं और कुछ लोगों ने
*****************************
**************************************
कनीना। कनीना यूं तो इंसान चांद पर पहुंच गया है लेकिन शुक्रवार रात को कुछ लोगों की मानसिकता धरती पर रेंगती नजर आ आई। कहने को 21वीं सदी में जी रहे हैं लेकिन सोलवीं सदी की बातें करके ऐसा सिद्ध कर रहे हैं कि मानो वे अज्ञानी और मूर्ख हैं। ऐसा माहौल उस वक्त देखने को मिला जो कुछ लोगों ने ग्रुप में अफवाह फैला दी कि आज चांद उल्टा नजर आ रहा है। देखते देखते न जाने कितने लोगों ने उल्टी-सीधी बातें फैला दी। चांद को अर्घ देना कैसे देना किस प्रकार देना कितनी ही बातें चली और लोगों ने मूर्खता का परिचय देते हुए नर नारी नजर आए। जमकर चंद्रमा को अर्घ दिया जबकि चंद्रमा नियमित रूप से सही गति करते हुए सीधे रूप में था लेकिन लोगों की बातों से ऐसा लगा कि वह विज्ञान में नहीं अज्ञान में जी रहे हैं। सच में ग्रामीण क्षेत्रों में तो यह अफवाह फैली कि महिलाएं लेकर लौटा और चांद को अर्घ देने लग गई। अर्घ देने से चंद्रमा सीधा हो जाएगा क्या किसी ने यह नहीं सोचा? चंद्रमा कभी उल्टा चल सकता है अर्घ देने वालों ने नहीं सोचा?
इस प्रकार की झूठी अफवाह फैला दी जिसमें लोग भ्रम में देखे गए। उनकी फैलाने वालों की मूर्खता कहे या चांद को अर्घ देने वाले लोगों की मूर्खता,परंतु कई लोगों ने जमकर चांद को अर्घ जरूर दिया। एक काम तो हुआ कि चांद को बहुत से लोगों ने देखा।
नाकेबंदी की,पूताछ करके आने जाने दिया
***********************************
*****************************************
कनीना। ग्राम करीरा की ग्राम पंचायत ने कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण की रोकथाम के लिए गांव में बाहर से आने वाले लोगों की रोकथाम के लिए बैरिकेट लगा कर पहरा देना शुरू कर दिया है।
इस बारे में पंच उदय सिंह ने बताया कि कोरोना वायरस को रोकने के लिए गांव के सभी मुख्य मार्गों को बंद कर दिया गया है तथा अगर किसी को कोई ज्यादा जरूरी काम है तो उसी व्यक्ति को गांव से बाहर जाने दिया जा रहा है व बाहर से आने वाले को गांव में प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है ताश खेलने व एक जगह एकत्र होने पर पंचायत द्वारा जुर्माना लगाया जाएगा। इस अवसर पर सरपंच राकेश कुमार, पंच विजयपाल, जोरावर, ग्राम सचिव धर्मपाल व परमानंद शर्मा आदि अपनी पहरेदारी पर उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 2: नाकेबंदी करते करीरा के लोग।
गेहूं की लावणी शुरू
***************************
*********************************
कनीना। सरसों की कटाई जहां पूरे यौवन पर है वहीं किसान गेहूं की लावणी में लग गए हैं। मजदूर छह हजार रुपये एकड़ की कटाई कर रहे हैं।
कनीना की बावनी भूमि पर जहां सरसों की बीजाई करीब 19 हजार हेक्टेयर पर की गई थी वहीं गेहूं की बीजाई दूसरे नंबर पर करीब दस हजार हेक्टेयर पर है। सरसों की कटाई पूरे वेग से चल रही है। बाहरी मजदूरों की मदद से किसान कटाई का काम पूरा करवा रहे हैं। गेहूं की कटाई शुरू हो गई है। कोरोना के डर से किसानों को शायद इस बार मजदूर कम मिलने के आसार हैं। यही कारण है कि मजदूरों द्वारा गेहूं कटाई के रेट विगत वर्ष 4500 रुपये थे वे बढ़कर छह हजार रुपये प्रति एकड़ कर दिया है।
किसान अजीत कुमार, राजेंद्र सिंह, सूबे सिंह, कृष्ण कुमार, योगेश कुमार आदि ने बताया कि सरसों की पैदावार बेहतर होने के आसार थे किंतु विगत दिनों ओलावृष्टि एवं ठंड ने पैदावार घटा दी है। वहीं मटर की कटाई लगभग हो चुकी है। किसान सुबह खेतों में जाते हैं और देर शाम को ही लौटते हैं। कोरोनावायरस के चलते किसान खेतों में ही अधिक समय बीताना चाहते हैं।
किसानों ने बताया कि गेहूं की फसल से न केवल अन्न प्राप्त होता है अपितु पशुचारे के रूप में तूड़ी प्राप्त होती है। किसान पशु पालते हैं जिसके चलते गेहूं की फसल का अहं योगदान होता है।
फोटो कैप्शन 3: गेहूं की पकी हुई खेतों में खड़ी फसल।
बुराई का अंत, अच्छाई का शुभारंभ को इंगित करेगा दीया
*******************************
***********************************
कनीना। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 अप्रैल अमावस्या को रात नौ बजे 9 मिनट के लिए अपने घरों में अंधेरा करके दीया जलाने की बात को बहुत गंभीरता से लिया जा रहा है। जिस प्रकार 22 मार्च को लोगों ने ताली हो थाली बजाकर कोरोना से लडऩे वाले लोगों का हौसला आफजाई किया था उसी प्रकार अब रोगाणुओं का अंत करने का समय आ गया है। दीया जलाना शुभ संकेत माना जाता है जिसको लेकर के लोगों में अभी से उत्सुकता जागने लगी है। किसान से लेकर पढ़े-लिखे दम तक मोदी के इस फैसले का स्वागत कर रहे हैं। यह चर्चा का विषय बन गया है।
कनीना के सुरेंद्र शर्मा का कहना है कि जहां इस मौसम में कीट पतंगे, रोगाणु एवं अन्य जीव बढ़ जाते हैं। ये किसी न किसी प्रकार से हानिकारक होते हैं। इनको दीये द्वारा कुछ हद तक नष्ट किया जा सकता है। दीया विशेषकर घी का जलाना शुभ संकेत होता है वहीं रोगाणु जीवाणु को भी नष्ट कर देता है। उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि दिवाली की तरह दीये जलाकर बुराइयों को नष्ट कर दे तथा भगवान से प्रार्थना करें कि कोरोना वायरस से अविलंब छुटकारा दिलवाया जाए।
कनीना की ज्योतिषाचार्य अरविंद जोशी का कहना है कि दीपक जलाना साक्ष्य को इंगित करता है अर्थात इस कोरोनावायरस की बुराई से इतने देश के लोग लड़ रहे हैं, एक दीपक जलाकर साक्षी बनेंगे। कोरोना को देश से मिटाने के लिए प्रयास किया, जमकर लड़े इसका साक्षी यह दीया होगा। उन्होंने कहा कि विवाह शादी आदि पर दीया साक्षी माना जाता है। उसी प्रकार पांच अप्रैल के दिन जब यह दीपक जलाया जाएगा। जहां अंधेरा दूर होगा ही वही यह साक्षी होगा कि हमने इस बुराई को मिटाने के लिए दीपक को साक्षी मानकर भरसक प्रयास किया और इस बुराई से छुटकारा पाया।
जितेंद्र शास्त्री का कहना है कि दीपक जलाना अंधेरे को दूर करना होता है। मन का अंधेरा हो या देश का अंधेरा हो, यह दूर करना दीपक का कार्य होता है। दीपक जलाने से जहां मन का अंधेरा
आदि नष्ट हो जाएंगे। इस प्रकार जहां मन शुद्ध होगा वही अंधेरा भी दूर होगा। दीया जलाना अंधेरा समाप्त होने को इंगित करेगा।
आरडी शास्त्री गाहड़ा का कहना है कि दीपक जलाना वैज्ञानिक और वैदिक दृष्टि से भी बहुत महत्वपूर्ण है। जहां इसकी खुशबू फैलेगी, वातावरण शुद्ध होगा वहीं सूक्ष्म कीट नष्ट हो जाएंगे। वैसे भी कहा गया है कि अंधेरे से प्रकाश की ओर चलना चाहिए। अंधेरा था वह मिटने जा रहा है और अब हम प्रकाश की ओर चलना शुरू करेंगे। धीरे-धीरे कोरोना का अंधेरा मिटेगा और हम उज्ज्वल भविष्य की ओर जाएंगे। उन्होंने कहा कि दीपक जलाने से बेहतरीन और कोई कार्य हो ही नहीं सकता। दीपक जलाने से मन का, तन का संसार का अंधेरा दूर करेगा।
फोटो कैप्शन: अरविंद जोशी, जितेंद्र शास्त्री, आरडी शास्त्री, सुरेंद्र शर्मा।
पुलिस ने बरती शक्ति, दुकानें खुली दस बजे तक
******************************
*********************************
कनीना। कनीना प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन याद शक्ति बरतनी शुरू कर दी है। लोग बेवजह इधर-उधर घूमते देखे गए उनके लिए नाके लगाकर गहन पूछताछ की गई और उनके चालान भी काटे।
एसपी नारनौल सुलोचना गजराज ने गुरुवार को पुलिस को विशेष हिदायतें दी थी जिसके चलते पुलिस प्रशासन ने गुरुवार शाम से सख्ती बरतनी शुरू कर दी है। कनीना प्रशासन द्वारा मुनादी करवाई गई थी कि दुकानें प्रात: सात से दस बजे तक ही खुलेंगी। शुक्रवार को दुकानें दस बजे तक खुली।
किसान जरूर इधर उधर आते जाते देखे किंतु कुछ लोग चोरी छिपे बेवजह इधर-उधर आते-जाते नजर आए। कनीना में दो आश्रय स्थल बनाए गए हैं जहां दूसरे प्रांतों के करीब 90 लोग प्रतिदिन रहते हैं लेकिन खाना खाने जाते समय दोपहर में लंबी लाइन लग जाती है जो दोपहर बाद दो बजे तक चलती रहती है तत्पश्चात शाम के खाने के लिए भी इन लोगों की कतार देखी गई है। कनीना तथा आसपास क्षेत्र से जितने भी लोग दूसरे प्रांतों के ठहरे हुए हैं वे सभी अपने बच्चों सहित खाना खाने के लिए पैदल आते हैं।
फोटो कैप्शन चार एवं पांच: सुनसान नजर आती सड़के ।
पुलिस ने काटे चालान
***************************
*************************************
कनीना। एसपी नारनौल के सख्त आदेश के चलते गुरुवार को शाम से चालान काटने का सिलसिला जारी है। अब तक जहां 19 चालान काटे गए जिनमें से 9 वाहन इंपाउंड भी किए गए।
एसपी के आदेश के चलते जहां सख्ती बढ़ाई गई है वहीं कनीना बस स्टैंड के मंडी तिराहे पर नाका लगाकर दुपहिया वाहन चालकों के वहां चालान काटे।
गोविंद सिंह एएसआई ने गुरुवार को ही 19 चालान काटे जिनमें से 9 गाडिय़ां इंपाउंड की गई और राजस्व इक_ा किया है। जबकि इंपाउंड किए गए तथा चालान काटे गए वाहनों में वे लोग शामिल हैं जिनके पास या तो हेलमेट नहीं था या नियमों की अवहेलना कर रहे थे। इधर उधर घूम रहे थे। पुलिस ने उनकी जांच करके उनके चालान काटे। पुलिस सख्ती से काम ले रही है पुलिस किसी भी दुपहिया वाहन चालक को बिना हेलमेट बिना, किसी ठोस कारण तथा बिना मास्क लगाए बगैर आने जाने नहीं दे रही है। माना जा रहा है पुलिस की सख्ती के बाद ही जहां आवागमन रुकेगा वही कोरोना रोग से अंकुश पाया जा सकेगा।
फोटो कैप्शन 5: वाहनों की जांच करती पुलिस।
पीडब्ल्यूडी मैकेनिकल यूनियन ने दिया राहत कोष में दान
****************************
*****************************
कनीना। आल हरियाणा पीडब्ल्यूडी मकैनिकल कर्मचारी यूनियन शाखा जन स्वास्थ्य अभियंत्रिकी विभाग कनीना के सब डिविजन नंबर तीन के सभी कर्मचारियों ने अपने वेतन की बेसिक का 3 प्रतिशत देने का ऐलान कार्यकारी अभियंता जन स्वास्थ्य अभियंत्रिकी मंडल नंबर 3 नारनौल को एक पत्र प्रेषित कर किया है।
प्रधान केके पूनिया ने बताया कि बेसिक का 3 फीसदी काटकर प्रधानमंत्री राहत कोष में देने का निर्णय लिया है। सभी कर्मचारी चाहते हैं कि कोरोना महामारी से निपटा जाए। श्री पूनिया ने सभी कर्मचारियों को अपील की है कि अपनी तैनाती के समय लाकडाउन के नियमों का पलन करे। अपने अपने घर मोहल्ले में रहने की अपील की है। उन्होंने बताया कि कनीना में करीब 44 कर्मचारी कार्यरत और सभी ने अपने वेतन का 3 फीसदी राहत कोष में दान दे रहे हैं। उनके साथ जयपाल एवं अन्य कर्मचारी भी मौजूद थे।
उधर ऋषि उद्दालक की तपोभूमि स्याणा गांव में धर्मवीर सिंह जेलदार और उनके भाई महावीर सिंह उर्फ पप्पू यादव ने गांव में रह रहे गाडिय़ा लुहारों जो बेघर मजदूर हैं को खाद्य सामग्री भेंट करते आ रहे हैं।
पप्पू यादव ये दोनों भाई आजाद हिंद फौज के जीवित सैनिक गुगन सिंह के सुपुत्र हैं।
फोटो कैप्शन एक: केके पूनिया के संग जयपाल वेतन का तीन प्रतिशत काटने संबंधित पत्र प्रेषित करते हुए।
मुख्य मार्ग पर खड़ा है गंदा पानी परेशानी
*****************************
**********************************
कनीना। संगम कॉलोनी में ईश्वर की दुकान समक्ष गंदा पानी मुख्य मार्ग पर खड़ा होने से आवागमन का रास्ता बंद हो चुका है। सभी इस गंदे पानी से होकर के गुजर रहे हैं।
ईश्वर, दिलीप, सत्यराज साहब, मा कंवर सिंह आदि ने बताया कि इस गली का निर्माण कार्य करीब 15 दिनों से रुका हुआ जिसके चलते जब भी नलों में जल आता हैं तो पानी गलियों में खड़ा हो जाता है और लोगों को आवागमन भी गलियों गंदे पानी से होकर करना पड़ रहा है। उधर पालिका प्रधान ने बताया कि कोरोनावायरस के चलते काम रुके हुए हैं माहौल सही होने पर तुरंत प्रभाव से का निर्माण कार्य पूर्ण करवा दिया जाएगा। वर्तमान में कहीं भी कार्य नहीं चल रहा है।
फोटो कैप्शन 2: गली में खड़ा गंदा जल।
No comments:
Post a Comment