Not sure how to add your code? Check our installation guidelines **KANINA KI AWAZ **कनीना की आवाज**

Monday, November 16, 2020

 भारत जानों प्रतियोगिता में कमाया नाम

********************************

**********************************

******************************
कनीना। भारत विकास परिषद् द्वारा आयोजित भारत  जानो प्रतियोगिता में आरआरसीएम पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों ने बेहतर प्रदर्शन किया।
   चेयरमैन रोशनलाल ने बताया कि प्रतियोगिता के कनिष्ठ वर्ग में कक्षा 8वी की छात्रा कीर्ति ने 50 में से 50 अंक प्राप्त कर के खंड स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त किया वहीं छात्रा पूजा ने 46 अंक प्राप्त कर दूसरा स्थान प्राप्त किया। प्रतियोगिता के वरिष्ठ वर्ग में कक्षा 10वी के छात्र प्रशांत ने 100 में से 96 अंक प्राप्त कर खंड स्तर पर दूसरा स्थान प्राप्त किया।
  उन्होंने कहा कि भारत विकास परिषद् द्वारा आयोजित प्रतियोगिता अपने आप में एक विशेष महत्व रखती है।  प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों में भारतीय संस्कृति की समझ उसके प्रति रुचि एवं लगाव की भावना का भी विकास होता है। उन्होंने सफल विद्यार्थियों को हार्दिक बधाई एवं शुभ-कामनाएं दी। इस मौके पर निदेशक संजय यादव,प्राचार्य नरेन्द्र गौतम ने भी संबोधित किया।
फोटो कैप्शन 10: विद्यार्थियों को सम्मानित करते रोशनलाल चेयरमैन।

कनीना स्कूल के पूर्व सुख सहाय ओमप्रकाश का निधन 

********************************
कनीना। अपने जमाने के जाने माने इंसान एवं नांगल हाथनाथ निवासी ओमप्रकाश यादव का हृदय गति रुक जाने से निधन हो गया। वे 67 वर्ष के थे।  आज उनका अंतिम संस्कार नांगल हरनाथ में कर दिया गया है। उनके अंतिम संस्कार में आसपास क्षेत्र के भारी संख्या में जन मौजूद थे।
विस्तृत जानकारी देते हुए निर्मल शास्त्री नांगल हरनाथ ने बताया कि वे अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ गये हैं। उनके दो लड़के और 3 लड़कियां पत्नी हैं। उनके लड़के और लड़कियों की शादी हो चुकी है। वे कनीना के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय से बतौर सुख सहाय 30 अप्रैल 2013 को सेवानिवृत्त हुये थे। उन्हें तकलीफ होने पर जयपुर ले जाया गया था जहां उनका निधन हो गया।
फोटो: ओमप्रकाश फाइल फोटो

बाजरे की खरीद रुक जाने से किसानों ने सरकार व प्रशासन के खिलाफ किया रोष जताया

********************************
कनीना। सोमवार को सुबह किसानों के बाजरे की खरीद रोक देने के कारण किसानों ने रोष जताया।
 मिली जानकारी के अनुसार खंड के विभिन्न गांव से सैकड़ों किसान बाजरे की पैदावार लेकर कनीना मंडी पहुंचे तो उनको प्रशासन द्वारा आदेश सुनाया गया कि खरीद बंद हो गई है। जिसको लेकर किसानों का रोष पनपा।  किसान सुरेंद्र, अजीत, रविंद्र, अक्षय, बलवान सिंह, खेड़ी गांव के विनय पाल सिंह, अजीत कुमार,  हरपाल सिंह, नरेश, धनोंदा से अभय सिंह, सत्यवीर सिंह, चेलावास से नवीन कुमार, राज सिंह आदि ने बताया कि खरीद एजेंसी द्वाराबाजरा गत 14 नवंबर को खरीदने के लिए संदेश किया गया था लेकिन दो-तीन दिन की बीच में छुट्टी होने के कारण हमारा बाजरा नहीं बिका जिसको लेकर मंडी पहुंचे तो प्रशासन द्वारा बताया गया कि आज खरीद बंद हो गई है। वहीं किसानों ने यह भी बताएं कई गांवों के किसानों के बाहरी की बिक्री का नंबर दो बार भी आ चुका है। लेकिन हमारा एक बार भी नंबर नहीं आया है वही किसानों का यह भी कहना है कि रविवार की रात से ही अपने बाजरे की बिक्री को लेकर मंडी के गेट के सामने ट्रैक्टर को लेकर खड़े हैं तथा ऊपर से बारिश का मौसम है। कुछ किसानों ने उपमंडल अधिकारी रणबीर सिंह को ज्ञापन देकर सरकार से खरीद कराने की गुहार भी लगाई है। वही इस बारे में जब खरीद एजेंसी के जगदीश यादव पर परचेजर गौशाला रोड से बात की गई तो उनका कहना था कि सरकार द्वाराउन्हें शाम को चार बजे एक पत्र मिला है जिसमें लिखा गया है कि जिला उपायुक्त जिस भी शेड्यूल को वेरीफाई करेंगे उसी का बाजरा खरीदा जाएगा। हालांकि मौसम को देखते हुए किसानों का  बाजरे  की ढेरियां बनवा दी गई हैं। उधर खरीद का शेड्यूल 27 नवंबर तक का जारी हो चुका है।
फोटो कैप्शन 11: खरीद न होने से किसान नारेबाजी करते हुए।

जिला विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा भडफ़ में लगाया जागरूकता शिविर

**********************************
कनीना। हरियाणा राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के दिशा निर्देश अनुसार एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के सचिव एवं मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी कीर्ति जैन के निर्देशानुसार सोमवार गांव भडफ़़ में कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान विधवा महिलाओं के लिए चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के तहत एक जागरूकता शिविर का आयोजन किया गया। इस मौके पर जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की पैनल अधिवक्ता मीनाक्षी यादव व बाल विकास विभाग शिक्षक एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता और गांव के विधवा महिलाएं और सरपंच मौजूद रहे। सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी देते हुए अधिवक्ता मीनाक्षी एडवोकेट ने बताया कि प्राधिकरण द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को सरकार द्वारा चलाई गई योजनाओं के विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी देना है और वंचितों को जोडऩा है। उन्होंने कहा कि प्राधिकरण द्वारा महिलाओं को निशुल्क कानूनी सहायता प्रदान करने का प्रावधान है। कोई भी महिला अपने किसी भी विवाद में कानूनी सहायता के लिए प्राधिकरण के कार्यकाल कार्यालय में संपर्क कर सकते हैं। पैनल अधिवक्ता मीनाक्षी ने बताया कि समाज कल्याण विभाग की ओर से विधवा महिला और उसके दो अरशद बच्चों को पेंशन देने का प्रावधान है। इसके अतिरिक्त महिला पति की दुर्घटना में मौत हो जाती है तो भी सरकार द्वारा उसे मुआवजा दिया जाता है।
फोटो कैप्शन 9: अधिवक्ता मीनाक्षी यादव महिलाओं को जागरूक करती हुई।


ककराला में मतदाता जागरूकता अभियान की शुरुआत

******************************
कनीना। उपमंडल के गांव ककराला में मतदाता जागरूकता अभियान के लिए बाबा ढालोड़ मंदिर परिसर में ग्रामवासियों द्वारा बैठक का आयोजन किया गया। इस अभियान के तहत बाबा भैया सेवा दल रामबाबू आमजन को विचार साझा करने के लिए गांव में मंच उपलब्ध करवा रहा है। इस अभियान में ग्रामवासी व स्वयंसेवक अभियान में विशेष भूमिका अदा करने के लिए आगे आ रहें हैं। बैठक में अगले ही रविवार को गांव में जागरूकता रैली चलाने का फैसला लिया गया।
पंचायत चुनावों के दौरान चुनावी प्रत्याशियों द्वारा अलग-अलग तरह के लालच प्रलोभनों को रोकने हेतु इस बार ग्रामवासी मिलकर जागरूकता मुहिम शुरू कर रहें हैं। इसको लेकर ग्राम में जगह-जगह बैनर्स, होर्डिंग्स व सोशल मीडिया के जरिये प्रचार किया जा रहा है।
बैठक में पहुंचे सेवानिवृत्त मास्टर रामचन्द्र ने कहा कि उनका जीवन इस बात और विचारों पर समर्पित रहा कि गांव में ऐसा माहौल बनें कि हम अपनी गाँव की सबसे अहम अपनी सरकार को स्वच्छ तरीके से चुन सके।
 हर ग्रामवासी वोटर को जाकर बतायेंगे कि
गांव में आप उम्मीदवार का चुनाव अपने विवेक से करें और किसी भी प्रलोभन या लालच में आकर किसी को वोट न दें। जो उम्मीदवार लालच प्रलोभनों जैसे हथियार प्रयोग करता है उसको वोट न दें।
सेना से  छुट्टी पर आये सैनिक  बिरेन्द्र ने कहा कि वह बहुत खुश हैं हम सामूहिक रूप से गांव के विकास में अपना महत्वपूर्ण योगदान दे रहें हैं। इस बैठक में आनलाइन माध्यम से भी ग्रामवासी जुड़ें। वीर, अमित, संदीप, नरेंद्र सोनी, मदनपाल और इंद्रपाल ने अपने विचार आनलाइन माध्यम से सबके साथ सांझा किये।
फोटो कैप्शन 10: वोटर को जागरूक करने के  लिए ककराला में चलाया गया अभियान।

अधिवक्ता गरीब व बेसहारा लोगों को सस्ता न्याय दिलवाने में अपनी भूमिका निभाएं:ओम प्रकाश यादव
-कनीना बार एसोसिएशन की नवनियुक्त कार्यकारिणी के शपथ ग्रहण कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए मंत्री ओम प्रकाश यादव
-मंत्री ओमप्रकाश यादव ने कनीना बार एसोसिएशन को 11 लाख रुपए का दिया अनुदान।

*****************************
कनीना ।  अधिवक्ता गरीब व बेसहारा लोगों को सस्ता न्याय दिलाने में अपनी भूमिका निभाए  क्योंकि अधिवक्ता न्यायालय में पीडित लोगों को न्याय दिलाने में एक विशेष कड़ी का कार्य करते हैं। उक्त बातें प्रदेश के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ओमप्रकाश यादव ने कनीना बार एसोसिएशन के नवनियुक्त पदाधिकारियों के शपथ ग्रहण समारोह में बतौर मुख्य अतिथि बोलते हुए कहीं। इस मौके पर अटेली के विधायक सीताराम यादव, एसडीजेएम प्रतीक जैन व जेएमआईसी प्रवीण कुमार विशेष रूप से उपस्थित थे।
इस अवसर पर पीओ रामकुंवार यादव अधिवक्ता ने कनीना बार एसोसिएशन के प्रधान कुलदीप यादव व उप प्रधान मीनाक्षी यादव सहित कनीना बार एसोसिएशन की पूरी कार्यकारिणी को शपथ दिलाई। मंत्री ओमप्रकाश यादव ने कहा कि भगवान के बाद अगर किसी को न्याय दिलवाने की जिम्मेवारी होती है, तो वो अधिवक्ता है। मंत्री ओमप्रकाश यादव ने कहा कि  कनीना न्यायालय के लिए नए भवन की प्रपोजल बनाकर सरकार को भेज दी गई है जल्द ही नये भवन का कार्य शुरू हो जायेगा। इस अवसर अवसर पर अटेली के विधायक सीताराम यादव ने कहा कि भाजपा के  शासनकाल में  कनीना में  न्यायालय की स्थापना की गई। जिससे क्षेेत्र के लोगों को न्यायालय से सम्बधित कार्य के लिए दूसरी जगह नही जाना पडेगा। उन्होंने कहा कि जल्द ही कनीना  न्यायालय को अपना खुद का भवन मिलेगा जो आधुनिक सुविधाओं से युक्त होगा। भवन के बन जाने से अधिवक्ताओं की अधिकांश समस्याए हल हो जायेगी। कनीना बार एसोसिएशन द्वारा मंत्री ओमप्रकाश यादव के सम्मुख बार की समस्याओं का एक मांग पत्र सौंपा जिस पर मंत्री ओमप्रकाश यादव ने सभी मांगे मानने के साथ ही 11 लाख रुपए का अनुदान भी कनीना बार को देने की घोषणा की। इस मौके पर एसडीएम रणवीर सिंह,सचिव अखिल अग्रवाल,सहसचिव सुमन यादव,कोषाअध्यक्ष सोमबीर यादव, नगर पालिका कनीना के प्रधान सतीश जैलदार, नारनौल बार एसोसिएशन के प्रधान अशोक यादव, महेंद्रगढ़ बार एसोसिएशन के प्रधान अजीत यादव, सुमेर चेयरमैन सीहमा, मदनलाल गोगिया, राजेंद्र लोढ़ा,गिरवर लाल कौशिक,जयबीर यादव पोता,परमेन्द्र चिथरौली,मुनीलाल शर्मा सुन्दरह,राजेन्द्र उर्फ थान सिंह व मनोज कनीना सहित अनेकों अधिवक्ता मौजूद थे।
फोटो कैप्शन: कनीना बार एसोसिएशन में शपथ ग्रहण समारोह में मंत्री ओमप्रकाश यादव को स्मृति चिन्ह भेंट करते हुए बार प्रधान व अन्य अधिवक्ता

न्यायिक परिसर कनीना में बनाने जाने की कार्रवाई हो रही है तेज 

********************************
 कनीना। मंत्री ओमप्रकाश एडीओ ने कनीना में बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों को शपथ दिलाते हुए कहा कि न्यायिक परिसर और लघु सचिवालय कनीना में ही बनाए जाने की कार्रवाई जारी है। फाइल आदि पर कार्रवाई चल रही है और जल्द ही रास्ता साफ हो जाएगा और दोनों भवन कनीना में ही बन सकेंगे। उन्होंने कहा कि बार एसोसिएशन लगातार बेहतरीन कार्य कर रही है। ऐसे में बार एसोसिएशन को जन समस्याओं को सुधारने का प्रयास करना चाहिए तथा कार्ट केस में दोनों पार्टियों को बैठाकर भाईचारा कायम करवाने के प्रयास करने चाहिए।
उन्होंने इस मौके पर बार एसोसिएशन के समस्त पदाधिकारियों को शपथ दिलवाई। बार एसोसिएशन में कुलदीप एडवोकेट रामबास प्रधान, उप प्रधान मीनाक्षी यादव, सचिव अखिल अग्रवाल, सह सचिव सुमन यादव ,खजांची सोमबीर को पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।
 इस अवसर पर बार एसोसिएशन ने टीन शेड पानी की व्यवस्था, टायलेट आदि की व्यवस्था के लिए मांग पत्र सौंपा जिसमें  मंत्री ने 11 लाख रुपए देने की घोषणा की और कहा कि जब भी कोई और समस्याएं हो तो उन्हें अवगत करवाये। वे हर समय हाजिर रहेंगे।
 इस अवसर पर सीताराम विधायक ने कहा कि किसानों की एक-एक दाना बाजरा खरीदा जाएगा। किसान परेशान नजर आते हैं। उनके पास
बाजरा बेचने की समस्या है लेकिन सभी का बाजरा खरीदा जाएगा किसी भी किसान को का बाजरा घर में नहीं पड़ा रहने दिया जाएगा। इस अवसर पर किसानों की समस्याएं तुरंत प्रभाव से हल करने की उन्होंने अपील अधिकारियों से की। इस मौके पर प्रतीक जैन एसडीजेएम, प्रवीण कुमार जेएमआईसी, एसडीएम रणवीर सिंह, अजीत यादव, अशोक यादव बार एसोसिएशन प्रधान,  सतीश जेलदार कनीना पालिका प्रधान ,सुभाष शर्मा एडवोकेट,रामकुमार यादव, राकेश मानपुरा एडवोकेट, कैलाश गुप्ता ,राम अवतार कनीनवाल आदि हाजिर थे।
 फोटो कैप्शन 4/5/6/7/8: शपथ ग्रहण से संबंधित कनीना पर एसोसिएशन।

दो दिनों से ठंड बढ़ी 

***************************
संवाद सहयोगी, कनीना। कनीना क्षेत्र में विगत दो दिनों से फिर से ठंड तथा हल्की धुंध पडऩे लगी है। किसान प्रसन्न है। गेहूं की बीजाई जारी है तथा सरसों की बीजाई का काम पूर्ण हो चुका है।
उल्लेखनीय है कि कनीना की बावनी भूमि पर इस बार सर्वाधिक सरसों उगाई गई है। 20 हजार हेक्टेयर पर सरसों तथा अब तक 9000 हेक्टेयर पर गेहूं की बिजाई होनी है। गेहूं की बिजाई का कार्य भी चल रहा है। रविवार को बूंदाबांदी के बाद ठंड बढ़ रही है। सोमवार को दोपहर बाद तक सूर्य के दर्शन नहीं हुये।
 उल्लेखनीय है कि विगत दिनों मौसम बहुत बेहतर रहा था तत्पश्चात दिन के समय तापमान बढऩे से धोलिया नामक रोग लगने की संभावना बढ़ गई थी किंतु दो दिनों अर्थात रविवार और सोमवार से फिर से सुबह ठंड पडऩे लगी है तथा धुंध पड़ रही है जिससे किसानों की उम्मीद जगी है। सरसों की बिजाई का कारण पूर्ण हो गया है जबकि गेहूं की बीजाई का काम अभी चल रहा है। मौसम अभी तक दोनों फसलों के लिए अनुकूल चल रहा है।
गर्म वस्त्रों की मांग बढ़ी-
सर्दी के क्षेत्र में दस्तक देते ही गर्म वस्त्रों की मांग बढऩे लगी है। विभिन्न कपड़ों की दुकानों पर गर्म कपड़े आ गए हैं जिसके चलते कपड़े खरीददारों की लाइन लगने लगी है। स्कूली बच्चों के गर्म वस्त्र भी दुकानों पर खरीदे जा रहे हैं वहीं आम आदमी गर्म वस्त्र खरीद रहा है। उल्लेखनीय है कि इस नवंबर माह के प्रथम सप्ताह में ही ठंड होने लग गई है जबकि बाकी वर्षों नवंबर के अंतिम सप्ताह में सर्दी महसूस हुआ करती थी। इस बार जल्दी सर्दी आने से दुकानदार प्रसन्न है क्योंकि उनके ऊनी वस्त्रों की मांग बढ़ गई है। ऊनी वस्त्र विके्रेता राम कुमार, महेश कुमार, नरेश कुमार ने बताया कि दिनों दिन ऊनी वस्त्रों की मांग बढ़ती ही जा रही है क्योंकि सर्दी जल्दी दस्तक दे चुकी है।
 सुबह सवेरे सर्दी के दस्तक देने से पार्कों में युवा वर्ग की हलचल बढऩे लगी है वहीं ऊनी कपड़ों की मांग बढऩे लगी है। ऊनी वस्त्र बेचने वाले महेंद्र शर्मा ने बताया कि एक तो सर्दी उस पर विवाह शादियों का सीजन शुरू होने के कारण ऊनी कपड़ों की मांग बढ़ गई है। ऊनी कपड़ों के साथ साथ नए सीले हुए कपड़े भी जमकर बिक रहे हैं। देव उठावनी एकादशी के बाद की शादियां सर्दी की शादियां नाम से जानी जाती है। 25 नवंबर को देव उठावनी एकादशी है।
फोटो कैप्शन 3: कनीना क्षेत्र में आसमान पर छाये बादल।


प्रेस निभाती है अहं जिम्मेदारी -समाजसेवी

******************************
 कनीना। राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर विभिन्न क्षेत्र के समाजसेवियों से प्रेस के बारे में जानकारी हासिल की तो सभी का एक ही मत था कि प्रेस अहं जिम्मेदारी निभाती है।
 उल्लेखनीय है कि 4 जुलाई 1966 को भारत में प्रेस परिषद की स्थापना की गई थी जिसमें 16 नवंबर 1966 से अपना विधिवत रूप से कार्य शुरू किया था। 16 नवंबर को राष्ट्रीय प्रेस दिवस के रूप में मनाया जाता रहा है। क्षेत्र के प्रमुख जनों से इस संबंध में चर्चा की गई।
प्रमुख समाजसेवी भगत सिंह का कहना है कि प्रेस दुनिया में प्रमुख भूमिका निभाती है। अगर प्रेस न हो तो जीना मुश्किल हो जाए। प्रेस ने सदा अहं भूमिका निभाई है। प्रेस दिवस पर उन्होंने सभी पत्रकार को बधाई दी है।
 लकी शीघ्र का कहना है कि आजादी से पहले भी प्रेस का योगदान था उतना ही आजादी के बाद है। योद्धाओं के हाथ में जहां कलम होती थी और दूसरे हाथ में तलवार भी होती थी। अंग्रेजों के विरुद्ध लडऩे वाले लोगों को मौत से नहीं डर लगता था। कितने ही अत्याचार सहे, बंदूकों का मुकाबला अपनी कलम से किया। उन्होंने कहा कि प्रेस आजादी से पहले भी भूमिका निभाई और वर्तमान में भी अहम भूमिका निभाती है। और भविष्य में भी निभाएगी।
मनोज एडवोकेट का कहना है कि प्रेस न हो तो शायद आम आदमी का जीना दूभर हो जाए। भ्रष्टाचार को रोकना हो, समाज में नई क्रांति लानी हो या देशभक्ति की भावना जागृत करनी हो हर प्रकार की जानकारी बखूबी से प्रकाशित करती है। देश के योगदान में उनको कभी नहीं भुला सकते।  
मोहन कुमार पार्षद कनीना का कहना है कि पत्रकार दिन रात एक करते हैं। उन्हें किसी प्रकार का लोग लालच नहीं होता। अपनी जिंदगी की परवाह किए बगैर समाज की हर अच्छी और बुरी खबर को प्रकाशित करते हैं। उन्होंने ऐसे पत्रकारों को नमन किया जिन्होंने अपनी जान तक की कुर्बानी दे दी किंतु अपने कर्तव्य से पीछे नहीं हटे। उन्होंने कहा कि प्रेस न हो तो बहुत बुरा हाल हो जाएगा।
राव मोहर सिंह प्रधान नेताजी मेमोरियल क्लब का कहना है कि प्रेस की देन है कि किसानों की समस्या तक छपती हैं। किसानों को हर प्रकार की जानकारी उपलब्ध करवाती है। देश के सर्वोच्च शिखर से किसान स्तर की सभी जानकारी प्रेस के माध्यम से उपलब्ध होती है। प्रेस न हो हम अंधेरे में घूमते नजर आएंगे। अपनी भूमिका निभाकर समाज को दोष रहित बनाने, भ्रष्टाचार रहित बनाने का कार्य किया है। उन्होंने कहा कि देश की सीमाओं पर लडऩे वाले योद्धा तक प्रेस पहुंचती है और अपनी भूमिका बखूबी से प्रका्िरात करती है।
फोटो कैप्शन: भगत सिंह, लक्की सीगड़ा, मनोज एडवोकेट, मोहन कुमार, राव मोहर सिंह।
 

सरकारी स्कूल में पांच विद्यार्थी एवं दो शिक्षक कोरोना संक्रमित

************************
संवाद सहयोगी, कनीना। कनीना क्षेत्र में दिनोंदिन कोरोना संक्रमित बढ़ते ही जा रहे हैं। दो दिनों में 16 संक्रमित मिले हैं जिनमें से पांच विद्यार्थी एवं दो कर्मी अकेले राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कनीना से हैं। सैंभी को घर पर आइसोलेट कर दिया गया है। डा धर्मेंद्र यादव एसएमओ ने बताया कि रविवार तथा सोमवार को कनीना क्षेत्र में 16 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं। कनीना में वार्ड 11 से 4 वर्षीय बच्ची,  तथा 30 वर्षीय पुरुष, वार्ड 3 से 58 वर्षीय महिला कोरोना संक्रमित पाए गए। उन्होंने 11 व 14 नवंबर को मोबाइल टीम से टेस्ट करवाया था जो कोरोना संक्रमित पाये गये।  राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय से 5 विद्यार्थी तथा दो कर्मी कोरोना संक्रमित मिले हैं जिनमें 17 वर्षीय,16 वर्षीय,15 वर्षीय विद्यार्थी, 14 वर्षीय,12 वर्षीय विद्यार्थी तथा 34 वर्षीय एक पुरुष कर्मचारी,39 वर्षीय महिला कर्मी कोरोना संक्रमित मिले हैं। उनका 12 नवंबर को मोबाइल टीम ने सैंपल लिया था। उधर  सिगड़ा में सेहलांग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के तहत 67 वर्षीय महिला तथा 64 वर्षीय पुरुष पाए संक्रमित पाये गये। 13 नवंबर को इनका सैंपल लिया था। झाड़ली में 30 वर्षीय पुरुष कोरोना संक्रमित पाया गया है 13 नवंबर को इनका सैंपल लिया गया था। उधर उन्हाणी में 37 वर्षीय पुरुष संक्रमित मिला है। गांव गाहड़ा में 54 वर्षीय पुरुष तथा 60 वर्षीय महिला कोरोना संक्रमित मिले जिन्होंने 14 नवंबर को मोबाइल टीम से जांच करवाई थी जो अब संक्रमित मिले हैं। विस्तृत जानकारी देते हुए डा धर्मेंद्र यादव ने बताया कि त्योहारों के चलते भीड़ में न जाए अगर मजबूरी हो तो मास्क लगाकर ही जाए, हाथों में ग्लव्ज हो। डा धर्मेंद्र ने कहा कि भीड़ वाले स्थानों पर हो सके न जाए बुजुर्गों को बाहर नहीं घूमना चाहिए। उन्होंने कहा कि त्योहारों पर कोरोना बढऩे की संभावना बन जाती है। ऐसे में भीड़ वाले क्षेत्रों से बचकर रहें। ऐतिहात के सभी सावधानियां बरतें। उधर सुनील कुमार ने बताया कि कनीना के सभी कोरोना संक्रमितों को होम आइसोलेट कर दिया गया है और आगामी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।


भाई बहन के प्रेम का प्रतीक है भैया दूज-प्रदीप

**************************************
कनीना। भाइयों के प्रति बहनों के प्रेम और विश्वास का पर्व भाई दूज कार्तिक शुक्ल पक्ष की द्वितीया को मनाया जाता है। भाई दूज के दिन बहने नारियल भाई को देकर टीका करती है, टीका करने के बाद बहने भाई आरती करती करती है, बदले में भाई अपने बहन को गिफ्ट देती है। ये विचार कनीना खाटूश्याम मंदिर में पुजारी प्रदीप शास्त्री ने व्यक्त किये।
  उन्होंने उपस्थित जनसमूह को कहा कि उत्तर भारत में अलग-अलग क्षेत्रों में कई अनोखी परंपराएं प्रचलित हैं, जिनका निर्वहन करते हुए बहनें अपने भाइयों की लंबी उम्र की कामना करती हैं।
उन्होंने सुनाई पूरी कहानी-
पंडित प्रदीप शास्त्री ने पूरी कथा सुनाते हुये बताया कि भगवान सूर्य नारायण की पत्नी का नाम छाया था। उनकी कोख से यमराज तथा यमुना का जन्म हुआ था। यमुना यमराज से बड़ा स्नेह करती थी। वह उससे बराबर निवेदन करती कि इष्ट मित्रों सहित उसके घर आकर भोजन करो। अपने कार्य में व्यस्त यमराज बात को टालता रहा। कार्तिक शुक्ला का दिन आया। यमुना ने उस दिन फिर यमराज को भोजन के लिए निमंत्रण देकर, उसे अपने घर आने के लिए वचनबद्ध कर लिया।अयमराज ने सोचा कि मैं तो प्राणों को हरने वाला हूं। मुझे कोई भी अपने घर नहीं बुलाना चाहता। बहन जिस सद्भावना से मुझे बुला रही है, उसका पालन करना मेरा धर्म है। बहन के घर आते समय यमराज ने नरक निवास करने वाले जीवों को मुक्त कर दिया। यमराज को अपने घर आया देखकर यमुना की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उसने स्नान कर पूजन करके व्यंजन परोसकर भोजन कराया। यमुना द्वारा किए गए आतिथ्य से यमराज ने प्रसन्न होकर बहन को वर मांगने का आदेश दिया। यमुना ने कहा कि भद्र! आप प्रति वर्ष इसी दिन मेरे घर आया करो। मेरी तरह जो बहन इस दिन अपने भाई को आदर सत्कार करके टीका करें, उसे तुम्हारा भय न रहे। यमराज ने तथास्तु कहकर यमुना को अमूल्य वस्त्राभूषण देकर यमलोक की राह की। इसी दिन से पर्व की परम्परा बनी। ऐसी मान्यता है कि जो आतिथ्य स्वीकार करते हैं, उन्हें यम का भय नहीं रहता। इसीलिए भैयादूज को यमराज तथा यमुना का पूजन किया जाता है।

 

भूला दिया है मोटे अन्न उपजाना

*********************************













कनीना। तीन दशक पूर्व मोटे अन्न की पैदावार कनीना क्षेत्र में बहुत अधिक होती थी जो अब लगभग समाप्त हो चुकी हैं। किसी एक या दो क्यारी में किसान चना उगाते हैं। अब दाल के भावों में तेजी आने के पीछे भी यही कारण माना जाता है। क्षेत्र में सबसे अधिक चने की खेती होती थी जो विगत 2014 में महज तीस हेक्टेयर में चना उगाया था। वर्ष 2015 में 52 हेक्टेयर पर चने की बीजाई की गई थी। 2015 से 2018 तक भी चने की महज 70 से 80 हेक्टेयर बिजाई की जाती रही है। विगत दो वर्षों से चने की खेती दस हेक्टेयर से कम रह गई है। इस वर्ष चना 6 हेक्टेयर तो जौ 15 हेक्टेयर पर बीजाई की गई है।
  कनीना की भूमि बावनी नाम से जानी जाती है। 52 हजार हेक्टेयर पर खरीफ एवं रबी की कृषि की जाती है। कनीना क्षेत्र में चने की खेती आज के दिन महज इतनी रह गई है कि कभी कभार बुजुर्गों को चटनी के लिए हरे चने की पत्तियां चाहिए तो किसी किसान के खेत में एक या दो क्यारियां ही मिल सकती हैं। यही कारण है कि बाजार में चने के पौधे भीबिकते देखे जला सकते हैं।
  किसानों का कहना है कि दालों के भावों में निरंतर तेजी के पीछे कारण है कि किसान अपने खेतों में मोटे अन्न जिनमें चना आदि तथा दाल देने वाली फसल नहीं उगाते हैं। एक वक्त था जब विवाह शादी में अवश्य लड्डू बनाए जाते थे किंतु अब जब किसी के शादी होती है तो लड्डू के लिए चने दूर दराज से लाने पड़ते हैं या फिर खरीदकर लाते हैं।
   किसानों का कहना है कि वे भी किसी वैज्ञानिक से कम नहीं होते हैं और नई नई फसल उगाकर लाभ व हानि का अनुभव करते हैं। अब जब खेतों में कुओं द्वारा सिंचाई की जाती है तो चने के लिए प्रतिकूल है। किसान अजीत सिंह कहते हैं कि पूर्णरूप से वर्षा के जल पर चने की कृषि आधारित है। अब किसान कम खेत में अधिक पैदावार लेने के चक्कर में होते हैं और पुराने अन्न को उगाना भूल गए हैं।
 बुजुर्ग राम सिंह, दुलीचंद, धनपती का कहना है कि कभी इस क्षेत्र में चने की खेती की जाती थी तो चने की सब्जी, चने की रोटी, मेसी रोटी, हरे चने की चटनी, खाटा का साग, कढ़ी, परांठे व कई अन्य सब्जियों में डालकर जायका लिया जाता था। जब तक चना सूख न जाता था तब तक चने को खाते रहते थे किंतु अब दर्शन दुर्लभ हो गए हैं। कृषि अधिकारी डा देवराज का कहना है कि इस क्षेत्र में चने की कृषि घटती ही जा रही है जिसके पीछे बरानी (असिंचित) क्षेत्र न होना माना जाता है। जहां सिंचाई हो जाती है वहां चना नहीं होता है। अभी भी पूर्व खंड शिक्षा अधिकारी डा रामानंद यादव चने की खेती कर रहे हैं।
फोटो कैप्शन 2: चने की खेती करता किसान।

No comments: