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Wednesday, January 6, 2021

 


दस लाख रुपये प्रापर्टी टैक्स जमा करने पर मिली बधाइयां
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 कनीना। कनीना नगर पालिका द्वारा भी कुछ समय तक चले टैक्स भरो अभियान के तहत करीब दस लाख रुपये प्रापर्टी टैक्स  लोगों से जमा करने के चलते डीएमसी(नगरपालिका जिला आयुक्त) जेके आभीर ने प्रधान नगर पालिका सतीश जेलदार बधाई दी है। सतीश जेलदार ने बताया कि उनके अथक प्रयासों के चलते यह प्रापर्टी टैक्स मात्र 1 सप्ताह में जमा किया है। जिसके लिए उन्हें बधाइयां मिल रही हैं।

ड्राइ रन सात जनवरी को
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कनीना। उप नागरिक अस्पताल में तीसरी मंजिल में कोविड-19 वैक्सीन का ड्राइ रन चलेगा। विस्तृत जानकारी देते हुए डा धर्मेंद्र एसएमओ ने बताया कि एक प्रकार की माक ड्रिल है जिसमें स्वास्थ्य कर्मियों को समस्त उपकरणों के रखरखाव, विभिन्न प्रकार की एप्लीकेशन संचालन तथा समस्त उन बातों की जानकारी दी जाएगी जो कोविड-19 की वैक्सीन लगाते वक्त ऐतिहात के रूप में प्रयोग की जानी है। इस मौके पर मुख्य अतिथि बतौर एसएमओ डा धर्मेंद्र उपस्थित रहेंगे।



अध्यादेश किसान हित में-डा अभय सिंह
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,कनीना। मंडल प्रशिक्षण योजना के अंतर्गत भारतीय जनता पार्टी जिला महेंद्रगढ़ ने दूसरे दिन के प्रशिक्षण शिविर की शुरुआत की। इसी कड़ी में कनीना मंडल के प्रशिक्षण वर्ग की शुरुआत आर एस वाटिका  कनीना में नांगल चौधरी के विधायक डा अभय सिंह ने दीप प्रज्वलित करके  की। नांगल चौधरी के विधायक डॉ अभय सिंह ने नए आए तीन अध्यादेश के बारे में खुलकर पार्टी के कार्यकर्ताओं को बताया कि यह अध्यादेश किसान के हित में है। राजनीतिक पार्टियां किसानों को भड़का रही है । यह सब  राजनीतिक विरोधियों ने मिथ्या प्रचार कर रहे हैं।  उन्होंने एक-एक बिंदु पर खुलकर विवेचना की । प्रशिक्षण के द्वितीय सत्र में श्रीमती पूर्व डिप्टी स्पीकर संतोष यादव ने पार्टी की विचारधारा को खुलकर बोर्ड पर लिखकर समझाया कि भाजपा की विचारधारा जो हमारी पुरानी भारत की विचारधारा थी। उसी पर आधारित है। प्रशिक्षण के तृतीय सत्र में पूर्व प्रदेश महासचिव वीर कुमार यादव आत्मनिर्भर भारत और राष्ट्रीय सुरक्षा पर कार्यकर्ताओं को बताया कि हमें अपने भारत को आत्मनिर्भर करने के लिए विदेशी सामान का त्याग करें स्वदेशी को अपनाए और स्वदेशी सामान को यही बनाएं ।जिससे हम आत्मनिर्भर बनेंगे। श्री वीर कुमार जी ने पत्रकार वार्ता की जिसमें उनके साथ  अटेली विधानसभा प्रशिक्षण प्रमुख नरेंद्र झिमरिया, जिला उपाध्यक्ष नागर तंवर, मंडल प्रभारी मुन्नी लाल शर्मा ,मीडिया प्रभारी दीपक कुमार वशिष्ठ, जिला विस्तारक राजेंद्र शर्मा ,मंडल अध्यक्ष अतर सिंह कैमरा रहे। प्रशिक्षण के चतुर्थ स्तर में हरियाणा में मंत्री ओमप्रकाश यादव ने अंत्योदय के बारे में बताया कि हमारी केंद्र की सरकार ने पंक्ति में खड़े अंतिम व्यक्ति का विकास किस प्रकार किया जाए व केंद्र सरकार द्वारा चलाई गई  योजना जैसे गैस सिलेंडर, आयुष्मान भारत आदि। उन्होंने कहा कि इन सब से गरीब लोगों को बड़ा लाभ मिला है इसके बारे में विस्तार से बताया । समापन सत्र में वक्ता पूर्व जिला अध्यक्ष कंवर सिंह यादव जी ने सोशल मीडिया के बिंदु पर अपना प्रकाश डाला। समापन की कड़ी में मंडल अध्यक्ष अतर सिंह ने मंडल प्रभारी मुन्नीलाल शर्मा और कंवर सिंह यादव और मंडल के सभी कार्यकर्ताओं का आभार प्रकट किया।
फोटो कैप्शन 14: दीप प्रज्वलित कर भाजपा मंडल प्रशिक्षण करते वीर कुमार प्रदेश अध्यक्ष।


पार्टी कार्यकर्ता धरातल पर जाकर पार्टी की नीतियों और विचारधाराओं से लोगों को कराएं अवगत-ओम प्रकाश यादव
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कनीना। बुधवार को कनीना आरएस वाटिका व भोजावास मंडल में आयोजित दो दिवसीय भाजपा कार्यकर्ता व पदाधिकारियों के प्रशिक्षण वर्ग शिविर के समापन अवसर पर प्रदेश के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ओमप्रकाश यादव ने कहा कि कांग्रेस व अन्य विपक्षी दलों ने देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किसान हित में लाए गए तीनों कृषि विधेयकों को लेकर तरह तरह की भ्रांतियां फैलाकर किसानों को गुमराह करने का काम किया है। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सत्ता संभालने के बाद जम्मू कश्मीर से धारा 370 व राम मंदिर निर्माण सहित अनेकों ऐसे जनहित के फैसले लिए है। जिससे देश की 135 करोड़ जनता को लाभ पहुंचा है।  कार्यकर्ताओं की जिम्मेवारी है कि वे जनता में जाकर बताएं कि तीनों कृषि विधेयकों से जनता को होने वाले फायदे से अवगत कराएं। उन्होंने कहा कि सरकार द्वारा शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबों के उत्थान के लिए अंत्योदय योजना का 2014 में शुभारंभ किया गया था, जिसका उद्देश्य कौशल विकास और अन्य उपायों के माध्यम से आजीविका के अवसरों को वृद्धि कर शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबी कम करना है। उन्होंने बताया कि पार्टी की नीतियों और विचारधाराओं को लेकर जिले में प्रशिक्षण शिविर चलाए जा रहा है। भोजावास व कनीना मंडल के कार्यकर्ताओं को मंत्री ने पार्टी की नीतियों से अवगत कराया। वहीं उन्होंने भाजपा कार्यकर्ताओं को कहा कि वे धरातल पर जाकर किसान भाइयों को जागरूक करने का कार्य करें और बारीकी से किसानों के फायदे के लिए बनाए गए नियमों की जानकारी दें। वहीं उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा बिजली के क्षेत्र में हरियाणा को आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। हरियाणा प्रदेश देश का पहला ऐसा राज्य होगा जहां किसान व आम जनता के लिए कुछ समय बाद 24 घंटे बिजली उपलब्ध रहेगी। प्रशिक्षण शिविर में नांगल चौधरी के विधायक डॉ अभय सिंह यादव व पूर्व डिप्टी स्पीकर संतोष यादव ने भी पार्टी की नीतियों को जन जन तक पहुंचाने के लिए कार्यकर्ताओं से आह्वान किया। साथ ही केंद्र सरकार व प्रदेश सरकार की 6 वर्षों की नीतियों को लेकर बारीकी से अवगत कराया। इस अवसर पर पार्टी के पूर्व प्रदेश प्रवक्ता वीर कुमार यादव, प्रशिक्षण शिविर प्रमुख नरेंद्र झिमरिया, भाजपा विस्तारक  राजेंद्र शर्मा, कनीना मंडल अध्यक्ष अतर सिंह कैमला, भोजावास मंडल अध्यक्ष थान सिंह उर्फ राजेंद्र सिंह, ओमप्रकाश, हरिराम मित्तल, अन्नू प्रधान से सेहलंग , सतबीर नौताना, भारत विकास परिषद के प्रधान कवरसेन वशिष्ट, मुनीलाल शर्मा, बाबूलाल मुंडिया खेड़ा, लख्मी चंद महामंत्री, मामन दोंगड़ा, वरिष्ठ भाजपा नेता मनोज यादव व पूर्व नपा प्रधान राजेंद्र सिंह लोढ़ा  सहित अनेक भाजपा कार्यकर्ता व पदाधिकारी उपस्थित रहे।
फोटो केप्शन 9:कनीना आरएस वाटिका में भाजपा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते मंत्री ओम प्रकाश यादव


बाबा धुनीगर मेले में होंगी खेल प्रतियोगिता
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कनीना। उपमंडल के गांव छितरोली 13 व 14 जनवरी को बाबा धुनीगर की 72वीं वर्षगांठ पर धार्मिक मेले का आयोजन किया जाएगा। इस मेले में विभिन्न प्रकार के खेल प्रतियोगिताएं करवाई जाएंगी। छितरोली गांव के सरपंच प्रतिनिधि प्रदीप ने जानकारी देते हुए बताया कि हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी ग्राम वासियों व ग्राम पंचायत के माध्यम से इस धार्मिक मेले का आयोजन सामूहिक रूप से कराया जाएगाा। जिसमें 13 जनवरी को हरियाणा स्टाइल ओपन कबड्डी प्रतियोगिता कराई जाएगी। इस कबड्डी प्रतियोगिता में प्रथम आने वाली टीम को
81हजार रुपये व दूसरे नंबर वाली टीम को 61 हजार रुपये व तीसरे नंबर पर आने वाली टीम को 41 हजार रुपये का इनाम दिया जाएगा। प्रदीप ने आगे बताया कि इस कबड्डी प्रतियोगिता में बेस्ट रेडर बेस्ट कैचर को 31 हजार रुपये अलग से देकर उनका सम्मान किया जाएगा। हरियाणा स्टाइल कबड्डी प्रतियोगिता 13 जनवरी को ही संपन्न कराई जाएगी तथा 14 जनवरी को लड़के व लड़कियों की नेशनल कबड्डी प्रतियोगिता कराई जाएगी। जिसमें लड़कों के नेशनल कबड्डी प्रतियोगिता में प्रथम आने वाली टीम को
21 हजार रुपये दूसरे नंबर पर आने वाली टीम को 15 हजार रुपये व तीसरे नंबर पर आने वाली टीम को 11 हजार रुपये का इनाम दिया जाएगा। वहीं लड़कियों की नेशनल कबड्डी प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर आने वाली टीम को 11 हजार रुपये दूसरे स्थान पर आने वाली टीम को 8100 रुपये तथा तीसरे नंबर पर आने वाली टीम को 51 सौ रुपये का नकद इनाम दिया जाएगा। प्रदीप ने आगे बताया कि कुश्ती दंगल के अलावा विभिन्न प्रकार की खेल प्रतियोगिता जैसे कि हाई जंप, लोंग जंप, रस्साकशी, बुड्ढों की दौड़, लड़के लड़कियों की दौड़ सभी का आयोजन भी 14 जनवरी को सुबह से ही शुरू कर दिया जाएगा तथा यह सभी खेल कार्यक्रम शाम को संपन्न करवा दिए जाएंगे। देश के किसी भी गांव की टीम इस खेल प्रतियोगिता में एंट्री फीस 12 जनवरी सुबह तक फोन करके जमा करा सकते हैं।

कनीना क्षेत्र में हो चुकी है चुकी है 32 एमएम बारिश
-मंगलवार की रात को भी बूंदाबांदी हुई
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कनीना। लगातार पांच दिनों से क्षेत्र में रुक रुककर बूंदाबांदी हो रही है। कनीना क्षेत्र में जहां मंगलवार की रात को बूंदाबांदी हुई अब तक 32 एमएम बारिश हो चुकी है जो सावन माह को भी मात दे रही है। सावन माह में कभी इतने लंबे समय तक झड़ नहीं लगा। किंतु सर्दियों के मौसम में इस प्रकार का झड़ लगा हुआ है। बुधवार को यहां एक बार फिर से मौसम खराब हो गया। सुबह से धुंध के चलते आवागमन धीमा पड़ गया। लोग आग जलाकर आग के पास बैठे देखे गए। यद्यपि बारिश फसलों के लिए लाभकारी मानी जा रही है किंतु लंबे समय तक झड़ लगा रहने और सूर्य नहीं दिखाई देने से फसलों को नुकसान हो सकता है। उल्लेखनीय है कि करीब 5 दिनों से क्षेत्र में जहां बूंदाबांदी रुक-रुक कर हो रही है वहीं कुछ गांवों में हल्की ओलावृष्टि भी हुई। यद्यपि ओलावृष्टि का कोई नुकसान अभी तक देखने में नहीं आया है।
यह बारिश और ठंड एवं धुंध आदि मौसम फसलों के लिए अनुकूल बताये जा रहे हैं। कृषि अधिकारी इस धुंध को सरसों और गेहूं की फसल के लिए बहुत लाभकारी बता रहे हैं। उनका कहना है कि यदि यूं ही मौसम चलता रहेगा तो फसलों को लाभ होगा। किसान भी अपनी फसल पर लगातार नजरें टिकाए हुए हैं।
 किसान अच्छी बारिश के लिए  इंद्रदेव से प्रार्थना कर रहे थे। उनकी इच्छा भी पूरी हो गई है। किसान धर्मेंद्र, देशराज, कुलदीप, महेश आदि ने बताया कि अब उनकी पैदावार अच्छी होगी। उधर पाले द्वारा कुछ नुकसान फल और सब्जियों को हो चुका है किंतु अब फसल में लाभ ही लाभ नजर आ रहा है। किसान खुश है और भविष्य पर उनकी नजरें टिकी हुई हैं।
फोटो कैप्शन 4: कनीना क्षेत्र में लहलहाती सरसों



नहर का पुल जर्जर, बरसात का पानी जमा आफत
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 कनीना। कनीना उपमंडल के गांव धनौंदा के पास से गुजरने वाली बड़ी नहर का पुल लंबे समय से जर्जर होने तथा बरसात का पानी भरा रहने से आवागम में परेकशानी बना हुआ है। उन्हाणी से चरखी दादरी मार्ग को पुऩ: निर्मित हुये छह माह बीत जाने के बाद भी पुल जर्जर चल रहा है।
जब से चरखी दादरी मार्ग पुन: निर्मित हुआ है तब से इस सड़क का हिस्सा नहरी पुलि को ठीक कर सड़क मार्ग बनाये जाने की उम्मीद जगी थी किंतु सउ़क मार्ग पूर्ण भी कर दिया गया है और पुल के ऊपर से गुजरने वाली सड़क को पुन: निर्मित भी नहीं किया गया। इस पुल की दुर्दशा देखकर लगता है कि इससे बुरी सड़क कहीं नहीं होगी। धनौंदा तथा आसपास गांव के रवि कुमार, दिनेश कुमार, महेश कुमार, सुरेश कुमार, कृष्ण कुमार आदि ने बताया कि इस मार्ग से गुजरना कठिन हो गया है। दुपहिया वाहन चालक तो कीचड़ में गिर जाते हैं। जब कभी बारिश होती है तब पुल पर बने गड्ढे हरे हो जाते हें और पानी से भरकर जोहड़ का रूप ले लेते हैं।
इन गड्ढों से गुजरते वक्त कोई भी बड़ी घटना घट सकती है। ऐसे में इस पुल की दुर्दशा पर तरस खाने की मांग बार बार उठ रही है। एक बार बारिश हो जाती तो कई दिनों तक पानी नहीं सूखता। नहर पर बने पुल के पास तथा पुल पर भी ये गड्ढे बने हुये हैं। सड़क निर्माण का कार्य भी यहां अधूरा पड़ा है तथा इस पुल को ठीक नहीं किया गया है जिसके चलते करीब आधा दर्जन गांव के लोग परेशान हैं तथा चरखी दादरी एवं भिवानी जाने वाली रोडवेज बसें भी गड्ढे से गुजरती हैं।
इस संबंध में सरपंच धनौंदा रूपेंद्र सिंह से बात हुई। उन्होंने कहा कि यह समस्या उन तक आ चुकी है किंतु उनके दायरे में नहीं आती। इस संबंध में उन्होंने उच्च अधिकारियों से बात की है जिन्होंने जल्द ही इसे ठीक करने की बात कही हैं किंतु अभी तक इसको ठीक नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि गर पंचायत के दायरे में होता तो वे तुरंत इसको ठीक करवा देते।
इस संबंध में महिपाल शिक्षक का कहना है कि  इस मार्ग पर स्थित विभिन्न स्कूलों के विभिन्न शिक्षक अपने दोपहिया वाहनों से इधर से आवागमन करते हैं। उन्होंने कहा एक दिन तो वे बहुत मुश्किल से भी बच पाए। कभी भी कोई हादसा हो सकता है।  प्रतिदिन उन्हें स्कूल में आना पड़ता है।
उधर विजयपाल अधिकारी ने बताया कि वह अपनी वैन से प्रतिदिन खेड़ी जाते हैं किंतु जब गड्ढ़ा आता है तो उन्हें बड़ी परेशानी होती है। जब कभी उनकी गाड़ी में उनके साथी बैठे होते हैं तो इस गड्ढे को पार करना भी कठिन हो जाता है। उन्होंने कहा कि लंबे समय से इन गड्ढों से जूझ रहे हैं किंतु न तो  सड़क का निर्माण किया जा रहा है और न ही नहर के पुल को ठीक किया जा रहा है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि जो सड़क निर्माण कार्य बीच में छोड़ दिया कोई बात नहीं किंतु इन गड्ढोंको अविलंब भरा जाए ताकि आवागमन सुचारू रूप से होता रहे वहीं किसी दुर्घटना घटने से बचा जा सके।
फोटो कैप्शन 4 व 5:धनौंदा नहर के पुल के पास जमा गंदा पानी व गुजरते वाहन।

धनौंदा की नहर पर भरा है बरसात का गंदा जल
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 कनीना। धनौंदा के पास से गुजरने वाली बड़ी नहर पर बरसात के पानी के जोहड़ बन गये हैं। यहां से गुजर पाना भी खतरे से खाली नही है।
धनौंदा के पास से बड़ी नहर गुजर रही है। इस नहर का पुल कमाल का है जहां बारिश का पानी दिन रात बरसात का पानी भरा रहता है। कहने को तो उन्हाणी-चरखीदादरी सड़क निर्माण कार्य पूर्ण हो चुका है किंतु इस पुल की दुर्दशा देखकर लगता है कि इससे बुरी सड़क कहीं नहीं होगी। धनौंदा तथा आसपास गांव के रवि कुमार, दिनेश कुमार, महेश कुमार, सुरेश कुमार, कृष्ण कुमार आदि ने बताया कि इस मार्ग से गुजरना कठिन हो गया है। दुपहिया वाहन चालक तो कीचड़ में गिर जाते हैं और यह समस्या लंबे समय से चल रही है। जैसे ही बारिश शुरू हुई है तब से ये गड्ढे जोहड़ बने हुए हैं। सड़क मार्ग पर दूर से जोहड़ जैसे दिखाई देते हैं ।
जिसको देखकर वहां चालक घबरा जाते हैं। यहां कोई भी बड़ी घटना घट सकती है। ऐसे में इस पुल की दुर्दशा सुधारने की मांग की गई है। एक बार बारिश हो जाती तो कई दिनों तक पानी नहीं सूखता जिससे आवागमन बाधित होता है। नहर पर बने पुल के पास ही ये गड्ढे बने हुये हैं। सड़क निर्माण का कार्य भी यहां अधूरा पड़ा है तथा इस पुल को ठीक नहीं किया गया है जिसके चलते करीब आधा दर्जन गांव के लोग तथा चरखी दादरी जाने वाली रोडवेज बसें भी गड्ढे से                  गुजरती हैं।
इस संबंध में सरपंच धनौंदा रूपेंद्र सिंह से बात हुई। उन्होंने कहा कि यह समस्या उन्हें भी आ सकती है किंतु उनके दायरे में नहीं आती। इस संबंध में उन्होंने उच्च अधिकारियों से बात की है वह जल्द ही इसे ठीक करने की बात कह रहे हैं किंतु अभी तक इसको ठीक नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि सर पंचायत के दायरे में होता तो वे तुरंत इसको ठीक करवा देते। उन्होंने कहा कि इधर से गुजरना भी कठिन हो रहा है तथा परेशानी बन रही है। उन्होंने माना कि भारी समस्या के चलते कोई दुर्घटना यहां घट सकती है।
इस संबंध में महिपाल शिक्षक का कहना है कि  इस मार्ग पर स्थित विभिन्न स्कूलों के विभिन्न शिक्षक अपने दोपहिया वाहनों से इधर से आवागमन करते हैं। उन्होंने कहा एक दिन तो बहुत मुश्किल से भी बच पाए। कभी भी कोई हादसा हो सकता है। उन्होंने कहा कि वे परेशान है। प्रतिदिन उन्हें स्कूल में आना पड़ता है। यहां तक की आवागमन में परेशानी होती है। उन्होंने कहा कि पूरा धनौंदा गांव के अतिरिक्त दर्जनों गांवों के लोग इधर से गुजरते हैं।
उधर विजयपाल अधिकारी ने बताया कि वह अपनी वैन से प्रतिदिन खेड़ी जाते हैं किंतु जब गड्ढ़ा आता है तो उन्हें बड़ी परेशानी होती है। जब कभी उनकी गाड़ी में उनके साथी बैठे होते हैं तो इस गड्ढे को पार करना भी कठिन हो जाता है। उन्होंने कहा कि लंबे समय से इस गड्ढे से जूझ रहे हैं किंतु न तो  सड़क का निर्माण किया जा रहा है और न ही नहर के पुल को ठीक किया जा रहा है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि जो सड़क निर्माण कार्य बीच में छोड़ दिया कोई बात नहीं किंतु इन गड्ढोंको अविलंब भरा जाए ताकि आवागमन सुचारू रूप से होता रहे वहीं कोई बड़ी दुर्घटना घटने से बचा जा सके।
फोटो कैप्शन 4 व 5:धनौंदा नहर पर जमा गंदा पानी व गुजरते वाहन।

7 को किया जाएगा प्रदर्शन
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कनीना। किसानों की मांगों के समर्थन में  बहुजन समाज पार्टी तथा प्रजा भलाई संगठन  7 जनवरी को कनीना में उपमंडल अधिकारी (ना.) के कार्यालय के सामने प्रदर्शन कर ज्ञापन देंगे।
           बसपा नेता ठाकुर अतरलाल ने उक्त जानकारी देते हुए कहा कि केन्द्र सरकार किसानों की मांगों की अनदेखी कर अन्नदाता का अपमान कर रही है। उन्होंने कृषि कानूनों को किसान विरोधी तथा जनविरोधी बताते हुए कहा कि सरकार पूंजीपतियों के दबाव में आकर किसानों के आंदोलन को अलोकतांत्रिक तरीके से दबा रही है। उन्होंने केन्द्र सरकार से राष्ट्रहित में तत्काल किसानों की मांगों को मानने तथा आंदोलन में जान गंवा चुके किसानों के प्रत्येक परिवार को एक करोड़ रूपए तथा सरकारी नौकरी देने की मांग की।


14 वर्षीय बच्ची मिली कोरोना संक्रमित
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 कनीना। कनीना के वार्ड नंबर 8 में एक 14 वर्षीय बच्ची कोरोना संक्रमित पाई गई है। लंबे अरसे के बाद कनीना क्षेत्र में कोरोना का यह केस पाया गया है। कनीना उप नागरिक अस्पताल के सुनील कुमार ने बताया कि उन्हें घर पर ही आइसोलेट कर दिया गया है तथा आगामी सारी कार्रवाई कर दी गई है। एक और जहां कोरोना की दवा जल्द ही टिके के रूप में आ रही है जिसको लेकर राहत महसूस की जा रही है।


सर्दियों का उपहार है बेर, गरीबों की रोटी रोजी का साधन बना है बेख्
-जिले में कई किसान बेर से कमा रहे हैं लाखों रुपये 

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कनीना। कहने को तो बेर है किंतु दक्षिण हरियाणा के किसानों के लिए वरदान साबित हो रहा है। लाखों रुपए देर से कमा लिए जाते हैं। अधिक देखरेख की भी जरूरत नहीं है। इसे गरीबों का सेव और सर्दियों का उपहार माना जाता है। हर इंसान की पहुंच में बेर हो सकते हैं। यहां तक कि रामायण में भी भीलनी द्वारा श्री राम को बेर खिलाए जाने का वर्णन मिलता है।
कौन-कौन किसान कर रहे हैं बेरी पर काम-
जिला महेंद्रगढ़ के अनेकों किसान बेर से लाखों रुपए कमा रहे हैं। महावीर सिंह करीरा जो 1 एकड़ में 73 बेरी के पौधे उग आ रखे हैं। 2009 में उन्हें अपना बेरी लगाने का कार्यक्रम शुरू किया। प्रति एकड़ सवा लाख रुपए वार्षिक विशुद्ध बचत हो जाती है। उन्होंने 11 पौधे एप्पल बेरी के तथा 62 पौधे गोला बेरी के लगा रखे हैं।
अजय इसराणा ने 322 पौधे बेरी के लगाए हैं जो बेहतर पैदावार दे रहे हैं। बीगोपुर के कृष्ण कुमार डेढ़ एकड़ में बेरी लगा रखी है जो प्रतिवर्ष तीन लाख रुपये तक कमा लेते हैं। बेरी के कभी बाग लगाए जाते थे। खेतों में मिलने वाली बेरी जंगली बेरी तथा छोटे-छोटे झाडिय़ों पर बेर लगते हैं जिन्हें झाड़ी बेरी नाम से जाना जाता है। वर्तमान में वजनी बेर एप्पल बेर नई किस्म है किंतु इसमें मिठास कम होता है।
पौष्टिक गुण-
बेर पौष्टिक गुणों से भरपूर फल है जिसमें कार्बोहाइड्रेट, रुक्षांस/फाइबर, प्रोटीन, विटामिन, विटामिन बी ,खनिज लवण, कैल्शियम, लोहा, फास्फोरस,पोटेशियम आदि भरपूर मात्रा में मिलते हैं। यह लगातार खाने से जहां मसूड़े स्वस्थ रहते हैं एवं दांतों की एक्सरसाइज हो जाती है।
क्या कहते हैं वैद्य -
करीरा के  बाल किशन और श्रीकिशन वैद्य का कहना है कि बेर शरीर में कैंसर कोशिकाओं को पनपने से रोकने, वजन कम करने, विटामिन-सी और ए, पोटैशियम आदि प्रदान करते हैं। ये एंटीआक्सीडेंट का खजाना होने के साथ साथ त्वचा में चमक लाने में कारगर होते हैं। इसलिए बेर जरूर खाने चाहिए।
क्या करता है बागवानी विभाग-
 बागवानी विभाग का कहना है कि पेड़ रेतीली मिट्टी में बेहतर पैदावार दे सकता है। जिला महेंद्रगढ़ का विशेषकर नांगल चौधरी क्षेत्र बेर के लिए ज्यादा कारगर है। वैसे तो बेर के अनेकों प्रकार है लेकिन गोला नामक प्रकार सबसे बेहतर माना जाता है । तत्पश्चात उमरान और कैथली नामक बेर अच्छे माने जाते हैं। बेर के लिए सबसे तार बाड़ जरूरी-
बेरी के लिए सबसे बड़ी समस्या नील गाय की है। यूं तो पक्षी तोता, कौवा, चिडिय़ा, बुलबुल आदि परेशानी करते हैं किंतु सबसे मोटी समस्या नीलगाय है। नील गाय बेरी को सबसे ज्यादा पसंद करती है इसलिए नीलगाय बेरी के पौधों को चट कर जाती है। जब तक तार और बाढ़ नहीं हो बेरी लगाना बहुत कठिन काम है। सारी मेहनत नीलगाय चौपट कर जाती है, जो दक्षिण हरियाणा में नीलगाय की भरमार है। ऐसे में किसान तार एवं बाड़ लगाकर ही बेरी उगा रहे हैं।
रोटी रोजी का साधन-
बेर रोटी रोजी का साधन भी बना है। ये
 खट्टे मीठे, लाल पीले विभिन्न रंगों के बाजार में ठेलों पर बिकते हैं। देवेंद्र और संतू ने बताया कि वे ठेले पर बेर बेचते हैं। प्रतिदिन 300 रुपये तक कमा लेते हैं। बेर की मांग बढ़ती ही जा रही है। अमीर व्यक्ति तो विशेषकर बेर जरूर पसंद करते हैं।
क्या कहते हैं विषय वस्तु विशेषज्ञ --
बागवानी विभाग गुरुग्राम के विषय वस्तु विशेषज्ञ डा मनदीप यादव ने बताया कि गोला नामक बेर सबसे बेहतर है। सरकार तार बाड़ पर कोई अनुदान नहीं देती लेकिन एक एकड़ में बेरी लगाने पर 3400 रुपये पहले साल, दूसरे साल 1133 तथा तीसरे साल 1133 रुपये का अनुदान देती है।
कई किसानों ने उगाई है बेरी-
बेरी लगाना लाभप्रद है। डा देवेंद्र यादव एवं डा देवराज कृषि विभाग कनीना ने बताया कि बीगोंपुर में कृष्ण कुमार, महाबीर कसंह करीरा, सत्श्वीर सिंह मोड़ी, सुभाष मोडी, गजराज सिंह










मोड़ी, नरदेव नांगल, जुगेंद्र गोमला, राजबीर सिंह आदि बेरी लगाकर पैदावार लेने लगे हैं।

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