प्रापर्टी टैक्स भरने की तिथि बढ़ी
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कनीना। कनीना नगर पालिका में कनीनावासियों के लिए प्रापर्टी टैक्स भरने की तिथि अब 31 मार्च 2021 हो गई है। अब तक दस लाख के करीब प्रापर्टी टैक्स जमा हो चुका है। विस्तृत जानकारी देते हुए नगर पालिका के प्रधान सतीश जेलदार ने बताया कि कनीनावासियों की मांग पर आप प्रापर्टी टैक्स 31 मार्च 2021 तक भरा जा सकता है। उन्होंने बताया कि लोगों का दिसंबर माह के अंतिम सप्ताह में टैक्स भरने के प्रति बेहतर रुझान देखने को मिला और दस लाख रुपए के करीब प्रापर्टी टैक्स जमा हो चुका है। उन्होंने कहा कि कनीना के 13 विभिन्न वार्ड है जिनके बकाया प्रापर्टी टैक्स किसी भी कार्य दिवस पर आकर न केवल देख सकते अपितु मौके पर ही भरा भी जा सकता है।
कर्मचारी यूनियन की बैठक में रखे अनेक मुद्दे
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कनीना। हरियाणा पीडब्ल्यूडी मैकेनिकल कर्मचारी यूनियन संबंधित हरियाणा कर्मचारी महासंघ के बैनर तले जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के कर्मचारियों की एक बैठक वाटर वक्र्स कनीना में आयोजित की गई जिसकी अध्यक्षता शाखा प्रधान कृष्ण कुमार पूनिया ने की। बैठक को संबोधित करते हुए कृष्ण कुमार पुनिया ने कहा कि 1 वर्ष के दौरान संगठन ने सभी कर्मचारियों की समस्त मांगों और समस्याओं को उच्चाधिकारियों के समक्ष रखा गया है जिनमें कर्मचारियों की बहुत ही मांग और समस्याओं का समाधान भी हो चुका है।
उन्होंने कहा कि कर्मचारियों के हितों के दृष्टिगत भविष्य में भी कार्य चलता रहेगा। इस मौके पर कर्मचारियों ने एक-एक करके अपनी मांगे रखी और समस्याएं नोट करवाई। समस्याओं के बारे में प्रधान कृष्ण कुमार पूनिया ने आश्वासन दिया कि जल्द से जल्द उनकी समस्याओं का समाधान उच्च अधिकारियों से प्रतिनिधि मंडल के रूप में मिलकर करवाएंगे। कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि फरवरी माह के अंत में पूरे हरियाणा के पीडब्ल्यूडी मैकेनिकल कर्मचारी यूनियन का एक महा सम्मेलन महेंद्रगढ़ में आयोजित होगा जिसमें जिला रेवाड़ी व जिला महेंद्रगढ़ पदाधिकारियों की जिम्मेदारी होगी। इस मौके पर कई अन्य मुद्दों पर भी चर्चा की गई। इस मौके पर चेयरमैन यज्ञपाल शर्मा, सचिव नरेंद्र गुर्जर,अशोक शर्मा, जसवंत शर्मा, जयपाल सिंह, सूबे सिंह, वेदपाल, सतपाल परमानंद, राजेंद्र, संजय सहित विभिन्न पदाधिकारी मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 13: कर्मचारी बैठक को संबोधित करते हुए केके पूनिया प्रधान।
मंगलवार को चक्का जाम को लेकर वकील एवं कस्बावासियों ने की दुकानदारों से अपील
-माइक द्वारा की गई बंद की उद्घोषणा
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कनीना। 12 जनवरी को जिला महेंद्रगढ़ बंद एवं चक्का जाम को लेकर अधिवक्ता एवं कस्बावासियों ने कमर कस ली है। दुकान दुकान जाकर दुकानें बंद रखने की अपील की वहीं माइक द्वारा दुकानें बंद रखने की उद्घोषणा की गई। विश्व हिंदू परिषद कनीना के अध्यक्ष महेश बोहरा के साथ नगर पालिका प्रधान राजेंद्र सिंह लोढ़ा, पूर्व प्रधान मास्टर दिलीप सिंह, भवन निर्माण कार्य समिति के अध्यक्ष महावीर सिंह अधिवक्ता नरेश एडवोकेट, कैलाश गुप्ता एडवोकेट, कुलदीप रामबास, ओपी रामबास, देशबंधु यादव, कनीना विनोद कुमार, विजय एडवोकेट, सुभाष सुभाष शर्मा एडवोकेट, दीपक चौधरी, मनोज शर्मा एडवोकेट, संदीप यादव सहित सभी ने कनीना के सभी दुकानदारों से अपील कर दुकानें पूर्ण रूप से बंद का रखने आह्वान किया।
महेश बोहरा ने कहा कि महेंद्रगढ़ मुख्यालय की मांग हमारा मौलिक अधिकार है। सरकार का नहीं मानना यह अन्याय है, अन्याय का विरोध करना हमारा काम है। उन्होंने कहा कि 50 दिन से महेंद्रगढ़ में अनिश्चितकालीन धरना चल रहा है और मंगलवार को पूर्ण रूप से बंद है, चक्का जाम है। अगर इससे भी इससे भी सरकार नहीं मानती है तो भविष्य में सड़क जाम तथा अनिश्चितकालीन धरना कनीना में रखने की योजना बनाई जाएगी।
फोटो कैप्शन 14: बंद का आह्वान करते कनीनावासी
15: दुकानों पर जाकर हाथ जोड़कर मंगलवार दुकानें बंद रखने की अपील करते हुये।
कनीना में बनने वाले प्रशासनिक व न्यायिक भवन के संबंध में उपायुक्त ने किया साइट निरीक्षण
-अधिकारियों के साथ की बैठक
रुकावटों पर बिंदुवार किया विचार-विमर्श
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कनीना। कनीना में बनने वाले प्रशासनिक व न्यायिक भवन के लेआउट प्लान तैयार करने के संबंध में उपायुक्त अजय कुमार ने आज कनीना के नगर पालिका कार्यालय तथा नेताजी सुभाष चंद्र बोस स्टेडियम का निरीक्षण किया। उनके साथ आर्किटेक्ट विनोद गौरी भी मौजूद थे।
सबसे पहले डीसी ने आज नगरपालिका के मीटिंग हाल में न्यायिक व प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की तथा इस संबंध में अब तक आ रही सभी रुकावटों पर बिंदुवार विचार विमर्श किया गया।
नगर परिषद के कार्यालय के साथ 18 फीट चौड़े रास्ते को 78 फिट करने के लिए आ रही परेशानी के संबंध में राजस्व तथा नगर परिषद के अधिकारियों से अब तक हुई प्रगति के बारे में रिपोर्ट ली। साथ ही वहां पर लगाए गए खोखे को हटाने के भी निर्देश दिए गए। उन्होंने कहा कि सरकार के आदेश अनुसार यहां पर जल्द से जल्द इन भवनों को बनाने का कार्य शुरू करवाया जाएगा।
प्रशासनिक अधिकारियों तथा न्यायिक अधिकारियों के लिए फेज वाइज आवास बनाए जाएंगे। शुरुआत में चार आवास न्यायिक अधिकारियों तथा चार आवास प्रशासनिक अधिकारियों के लिए होंगे। प्रशासनिक अधिकारियों में एसडीएम, डीएसपी, तहसीलदार तथा नायब तहसीलदार के आवास पहले फेज में बनाए जाएंगे। साथ ही इनके सहयोगी स्टाफ के लिए भी आवास बनेंगे। इसी प्रकार बाद में दूसरे पेज में जरूरत अनुसार अधिकारियों के आवास बनाए जाएंगे।
डीसी ने बताया कि इन भवनों में आधुनिक तकनीक का प्रयोग करते हुए सभी प्रकार की सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी।
इस बैठक में एसडीएम विश्राम कुमार मीणा के अलावा न्यायाधीश प्रतीक जैन एसडीजेएम, प्रवीण कुमार जेएमआईसी, बीडीपीओ देशबंधु, तहसीलदार सत्यपाल सिंह, सचिव नपा कनीना प्रदीप कुमार, नगरपालिका प्रधान सतीश जेलदार के अलावा विभिन्न विभागों के अधिकारी भी मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 11: अधिकारियों के साथ बैठक करते उपायुक्त अजय कुमार।
फोटो कैप्शन 10-साइट का निरीक्षण करते उपायुक्त अजय कुमार।
फिर से जमा पाला, तीसरी बार पड़ रहा है पाला
-31 हजार हेक्टेयर पर खड़ी है फसल
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कनीना। कनीना क्षेत्र में रविवार की रात को ठंड पडऩे के साथ साथ पाला पड़ा। कनीना क्षेत्र में पाला पडऩे की तीसरी घटना है। पाला किसानों का पीछा नहीं छोड़ रहा है। सब्जी की फसलों को नुकसान हो चुका है वहीं अब रबी फसलों को नुकसान होने का अंदेशा बना हुआ है।
इस वक्त फसल पर फलियां आ रहे हैं और पाला पडऩे से नुकसान होने का अंदेशा है। सब्जियों और फलों पर अधिक नुकसान होने की संभावना है। कनीना क्षेत्र में जहां करीब 31 हजार हेक्टेयर पर विभिन्न फसलें उगाई गई है वही पाला कई दिनों से पीछा नहीं छोड़ रहा है। 18 दिसंबर को पहली बार पाला पड़ा जो 29 दिसंबर तक जारी रहा। तत्पश्चात दो जनवरी एवं तीन जनवरी 2021 में भी पाला पड़ा।
पाला पडऩे से किसानों की समस्याएं बढ़ती जा रही है। यद्यपि कृषि विभाग के अधिकारी इस पाले को नुकसानदायक नहीं मान रहे हैं किंतु किसान चिंतित हैं।
कनीना के किसान राजेंद्र सिंह, देशराज यादव, महिपाल सिंह ने बताया किनके खेत में सब्जी उगाई हुई है तथा अमरूद, आम, चीकू आदि के फलदार पौधे लगे हुए हैं। इन पौधों के फल भी अब नष्ट हो रहे हैं। गमलों के पौधे तो पहले ही नष्ट हो चुके हैं। सब्जी भी धीरे-धीरे नष्ट हो रही है। हरी पत्तेदार सब्जियां जैसे मेथी, पालक, धनिया आदि को नुकसान हो रहा है और धीरे धीरे सर्दी से जल रहे है। उन्होंने बताया कि अब सरसों फसल में फलियां आने लग गई है और पाला फलियों के लिए घातक साबित होता है क्योंकि फलों में सरसों के दाने नहीं पनप पाते परंतु उन्होंने कहा कि प्रकृति के समक्ष असहाय हैं।
कृषि विस्तार सलाहकार डा देवराज यादव, डा देवेंद्र ने बताया कि लगातार पाला पडऩे से सब्जी की फसलों पर नुकसान अधिक हो सकता है, बाकी फसलों पर कोई नुकसान होने की संभावना अभी तक नजर नहीं आती है। लंबे समय तक पाला पड़ेगा तो नुकसान हो सकता है। ऐसे में उन्होंने फसलों, सब्जी आदि में ताजा पानी देने की अपील की है जिससे फसलों को नुकसान होने से बच सकता है वहीं फसलों में 200 मिली गंधक का अमल 200 लीटर पानी में मिलाकर एक एकड़ में छिड़काव कर देने की सलाह दी।
फोटो कैप्शन 8 एवं 9: कनीना क्षेत्र में पड़े पाले का नजारा।
उन्हाणी कालेज में मनाया सड़क सुरक्षा सप्ताह
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कनीना। राजकीय कन्या महाविद्यालय उन्हाणी में राष्ट्रीय सेवा योजना के तहत प्राचार्य डा विक्रम यादव की अध्यक्षता में तथा कार्यक्रम संयोजिका डा सीमा देवी निर्देशन में सड़क सुरक्षा सप्ताह का शुभारंभ किया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय में एक संगोष्ठी का आयोजन भी किया गया।
इस मौके पर डा सीमा देवी ने इस सप्ताह के दौरान की जाने वाली विभिन्न गतिविधियों का विस्तृत विवेचन किया है। प्राचार्य डा विक्रम यादव ने छात्राओं संबोधित करते हुए कहा कि सड़क सुरक्षा सप्ताह मनाने का उद्देश्य है कि छात्राओं को यातायात के नियमों से अवगत कराना ,क्योंकि प्रतिवर्ष हजारों लोग सड़क दुघर्टना में अपना बहुमूल्य जीवन गंवा देते हैं। उन्हें सार्वजनिक परिवहन में यात्रा करते समय धैर्यपूर्वक परिवहन के रुकने का इंतजार करना चाहिए तथा यह भी सुनिश्चित करें कि कोई अन्य वाहन आपके रास्ते में बाधा न डाले। उन्होंने छात्राओं से अपील की यह उनका सामाजिक दायित्व है कि वे अपने आस-पास के साधारण लोगों को भी सड़क सुरक्षा के नियमों की जानकारी दें। डा सुधीर यादव ने अपने उद्बोधन में सड़क सुरक्षा संकेतों के बारे में जानकारी दी। अन्य सभी प्रवक्ताओं ने भी इस विषय पर व्याख्यान दिया। इस कार्यक्रम के दौरान महाविद्यालय के सभी स्टाफ सदस्य डा कान्ता, डा अंकिता, नीतू, श्रीमती कविता, अनिल, सोमेश, श्री धनेश, हरपाल, राजेश, मोनू, कंवर सिंह, कविता आदि मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 14: डा विक्रम सिंह प्राचार्य सड़क सुरक्षा की जानकारी देते हुये।
युवा दिवस 12 जनवरी पर विशेष
एक नहीं दो-दो युवा बेटे वैज्ञानिक पद पर हैं रामावतार गुढ़ा के
-मिया बीवी भी जन सेवा में हैं जुटे
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कनीना। कनीना उपमंडल के गांव गुढ़ा निवासी रामावतार स्वयं ही प्रतिभावान नहीं हैं अपितु उनकी वर्तमान पत्नी भी समाजसेवा में नाम कमा चुकी है। उनके एक नहीं अपितु दो दो पुत्र युवा वैज्ञानिक हैं जो देश की ही नहीं अपितु विदेशों की सेवा भी दे रहे हैं।
रामावतार की शादी उस वक्त हुई जब वे एमएससी की शिक्षा पा रहे थे। उनकी शादी कांटी खेड़ी निवासी शकुन्तला से हुई । वह कुशाग्र बुद्धि की विदुषी थी जो अपने बेटों की पढ़ाई की ऐसी नींव डाल गई कि बच्चे प्रथम पंक्ति में ही रहे । अफसोस वह दो पुत्ररत्न (बड़ा भारत भूषण और छोटा योगेश्वर शर्मा) छोड़कर जब स्वर्ग सिधारी तब छोटे बच्चे की आयु सात वर्ष और बड़े की आयु चौदह वर्ष थी। भारत भूषण शुरू से ही पढ़ाई में तेज रहा था। उसे पढऩे की तकनीक वास्तव में उसकी मां से मिली थी । 1976 में जन्मा भारत भूषण ने पांचवीं में भी जिला स्तर पर वजीफा हासिल किया था । उसने सैनिक स्कूल परीक्षा पास की । लेकिन वहां पर वह पढ़ा नहीं । कुंजपुरा (करनाल) में सैनिक स्कूल में भी प्रवेश मिला लेकिन उसका दिल न जाने क्यों तैयार नहीं हुआ । दसवीं में भी राज्य स्तरीय वजीफा जीता । और अपनी मेहनत के बल पर बहुत अच्छे अंक लेकर कुछ समय बाद वह इंजीनियरिंग की पढाई करने के लिए मुरथल चला गया । वहां पर चार साल की पढ़ाई बिना किसी रुकावट के पूरी की और अपने पैरों पर खड़े होने की हिम्मत आ गई थी । देखते ही देखते भगवान ने मेहर की तो वह इसरो मे बतोर वैज्ञानिक 1998 में लग गया। वर्तमान में वे बैंगलोर स्थित स्पेस संस्थान में वैज्ञानिक पद पर विराजमान हैं। वे लगातार स्पेस संस्थान में सेवा दे रहे हैं और युवा प्रतिभावान वैज्ञानिक माने जाते हैं। उनका कहना है कि वे देश की सेवा में लगातार सेवा करते रहेंगे और देश को उन्नति के मार्ग पर ले जाने के लिए भरसक संकल्प लिये हुये हैं। वे गरीबों के लिए विभिन्न नेत्र चिकित्सा शिविर आदि करवा रहे हें।
रामावतार का छोटा लड़का योगेश्वर 1983 में जन्में तथा प्राइमरी स्कूली शिक्षा अपने गांव गुढ़ा जिला महेंद्रगढ़ से प्राप्त करने के बाद उनका चयन नवोदय विद्यालय करीरा में हो गया और वह आगे की पढ़ाई के लिए वहां चला गया । वहां जाकर उसने राष्ट्रीय इंडियन मिलिट्री कालेज देहरादून में दाखिले के लिए तैयारी की । वहां एक सेमेस्टर में केवल 25 विद्यार्थियों का चयन होता है। सौभाग्य से उसका चयन हुआ लेकिन मेडिकल के दौरान एक डाक्टर ने उसे (नोक नीज ) के कारण दाखिले के अयोग्य लिख दिया। जबकि नोक नीज कोई परमानेंट डिफोरमिटी नहीं है । उस समय वह सातवीं में पढ़ता था। लेकिन वह हतोत्साहित नहीं हुआ । अपना ध्यान बस पढ़ाई में ही रखा ।
दसवीं की परीक्षा में नवोदय विद्यालयों में आल इण्डिया टाप किया तो भारत सरकार ने उसको अपने पिता के साथ पंद्रह दिन का नि:शुल्क हवाई टूर दिया जो तत्कालीन विदेश राज्यमंत्री वसुंधरा राजे और इसरो चेयरमैन डाक्टर कस्तूरीरंगन की देख रेख में पूरा हुआ । तत्कालीन मानव संसाधन विकास मंत्री डा. मुरली मनोहर जोशी ने योगेश्वर शर्मा को फिक्की ओडिटोरियम में गोल्ड मैडल प्रदान किया। दो साल बाद वह आईआईटी कानपुर में दाखिल हुआ और वही पर राष्ट्रपति गोल्ड मेडल जीता फिर डाक्ट्रेट की पढाई के लिए अमेरिका की कोर्नेल युनिवर्सिटी में चयनित हुआ। वर्तमान में फेस बुक में बतौर वैज्ञानिक कैलिफोरनिया में कार्यरत हैं। वे फेस में लगातार नया अन्वकेषण कार्य में लालायित हैं। वे भारत का नाम विदेश में ऊंचा कर रहे हैं। उसी के प्रयास से मास्टर अकेले चार बार और पत्नी के साथ दो बार अमेरिका की यात्रा कर चुके हैं ।
दोनों वैज्ञानिकों के माता पिता भी देश सेवा में जुटे हुये हैं और बतौर लेखन कार्य नाम कमा चुके हैं।
मास्टर रामावतार का जन्म 02 जनवरी 1950 को गाव गुढ़ा जिला महेन्द्रगढ में एक साधारण से घर में जन्मे मास्टर रामअवतार ने निष्काम सेवा के संस्कार अपनी मां स्व.गिन्दोड़ी देवी , अपने पिता स्व. नत्थूराम ,अपने दादा स्व. हरदयाल से लिए ।
गरीबी का दौर था 1955-60 के दौरान इनकी माता इन्हें स्कूल जाते समय दादा जी के लिए रात की रोटी छाछ राबड़ी दे देती थी ।
अधिकांश बार दादा जी अपने लिए आई रोटी राबड़ी किसी राहगीर को खिला देते थे । बस निष्काम सेवा का भाव वहां से शुरू हुआ जो आज तक जारी है ।
यद्यपि घर की आर्थिक स्थिति बहुत बढिय़ा नहीं थी फिर भी माता पिता और बड़े भाइयों ने यथासंभव सहयोग कर विज्ञान स्नातक की पढ़ाई पूरी करवाई ।
फिर उनकी शादी शकुन्तला से हुई । वह कुशाग्र बुद्धि की विदुषी थी जो अपने बेटों की पढ़ाई की ऐसी नींव डाल गई कि दोनों शिक्षा के क्षेत्र में प्रथम पंक्ति में रहते हैं। लंबी बीमारी के चलते उनका देहांत नौ मार्च 1991 में हो गया किंतु रामावतार ने बच्चों का किसी प्रकार हौसला कम नहीं दिया।
आज से तेरह वर्ष पहले वे सेवानिवृत्त हुए तो उन्होंने अपना ध्यान जनसेवा और लेखन पर केन्द्रित कर दिया ।
उन्होंने अपने पिता जी की पुण्य तिथि पर पहला आँखों का फ्री कैम्प अपने ही गुढा में लगवाया । आप्रेशन और इलाज के तमाम खर्चे मास्टर जी ने बच्चों की नेक कमाई से किए । जब लाभार्थी रोगियों की संख्या 2314 हुई तो सेंटर युनिवर्सिटी जाट पाली में राष्ट्रपति के आगमन पर उन्हें बुला कर सम्मानित किया गया । आज यह संख्या 2884 हो गई है। इस कार्यक्रम में भी युवा बेटों का अहं योगदान रहा है।
मास्टर रामावतार सरकारी स्कूलों में जाकर मेधावी छात्रों को नकद पुरस्कार देते हैं और साथ ही गरीब बच्चों को वांछित सामान भी देते रहे हैं ।
लेखन तो इनकी दिनचर्या में शामिल है । लम्बे समय से इनके लेख , कहानियाँ , दोहे , रागिनियाँ और कुण्डलियाँ प्रकाशित हो रही हैं । इनकी पहली पुस्तक बाल विकास , समस्याएं और समाधान समाज के द्वारा काफी सराही गई थी । एक साल बाद ही इसका दूसरा संस्करण आ गया था । उसके बाद हरियाणा साहित्य अकादमी द्वारा इनकी नारी की सै दुश्मन नारी,बेट्टी बेट्टे तैं कम कौन्या,अवतार दोहावली ,अवतार सतसई हरियाणा साहित्य अकादमी से अनुदानित की हुई। इनकी दो पुस्तकें
कल्लो ताई की कलम तै और कोरोना काल की कुण्डलियाँ आने वाली हैं।
मास्टर रामावतार की इस साधना में उनकी अर्धांगिनी कमला देवी का विशेष योगदान है। कुल मिला कर यह कहा जा सकता है कि मास्टर रामअवतार जैसे निष्काम साधक कम ही मिलते हैं। इनकी भी दो पुस्तकें दिल का दर्द तथा भंवर हरियाणा साहित्य अकादमी से अनुदानित हो चुकी हैं।
फोटो कैप्शन: रामावतार , कमला देवी, भारत भूषण, योगेश्वर।
धनौंदा स्कूल के विद्यार्थियों का किया रैपिड टेस्ट
- शिक्षकों का भी हुआ टेस्ट
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कनीना। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय धनौंदा में जहां नारनौल की टीम ने विद्यार्थी और शिक्षकों का रेपिड टसट किया। करीब 80 विद्यार्थियों और अध्यापकों का रैपिड टेस्ट किया गया है। शुक्रवार को भी विद्यार्थियों का भी रैपिड टेस्ट किया जाएगा।
मिली जानकारी के अनुसार सत्येंद्र कुमार टीम इंचार्ज की अध्यक्षता में सोमबीर एलटी,अजय कुमार स्टाफ नर्स तथा हवा सिंह की टीम ने बारी-बारी से स्कूली विद्यार्थियों का टेस्ट किया वहीं शिक्षकों ने भी अपना टेस्ट करवाया। मौके से टीम सभी सैंपल लेकर नारनौल ले गई। जल्द ही इनका रिजल्ट आएगा।
उधर कोरोना की वैक्सीन भी जहां पूरे भारत में 16 जनवरी से उपलब्ध होने की संभावना है जिससे मरीजों को लाभ मिलेगा। उधर एसएमओ डा धर्मेंद्र यादव ने बताया कि जिलामहेंद्रगढ़ में जब भी वैक्सीन आएगी तो उस समय कनीना में भी उपलब्ध हो जाएगी। उन्होंने 16 जनवरी से दवा उपलब्ध होने की संभावना जताई है।
फोटो कैप्शन 6 व 7: शिक्षकों रेपिड टेस्ट करते हुए नारनौल की रेपिड टीम।
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Monday, January 11, 2021
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