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Tuesday, January 12, 2021

 
जिला मुख्यालय महेंद्रगढ़ में बनाए जाने की मांग को लेकर कनीना रहा पूर्णरूप से बंद
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- विभिन्न समाजसेवियों ने अटेली टी-प्वाइंट से रेवाड़ी टी-प्वाइंट तक  किया रोष प्रदर्शन
- एक ज्ञापन तहसीलदार के मार्फत भिजवाया
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 कनीना। अधिवक्ताओं तथा विभिन्न समाजसेवियों द्वारा सोमवार को विभिन्न दुकानों पर जाकर मंगलवार का बंद सफल बनाने की अपील तथा माइक द्वारा प्रचार करने के चलते मंगलवार को शत प्रतिशत कनीना बंद रहा। कुछ आवश्यक सेवाओं को छोड़कर सभी दुकानें पूर्ण रूप से दोपहर पश्चात तक बंद रही। यद्यपि चक्का जाम करने घोषणा नहीं की थी जिसके चलते साधन सुचारू रूप से विभिन्न मार्गों पर चलते रहे। पुलिस प्रशासन मुस्तैदी से यहां वहां खड़ा नजर आया।
अधिवक्ताओं की ओर से पकनीना बार एसोसिएशन प्रधान कुलदीप यादव रामबास ने बताया कि बार एसोसिएशन महेंद्रगढ़ ने उनसे समर्थन मांगा था जिसके चलते उन्होंने पूरा समर्थन दिया है और वे चाहते हैं कि जिला मुख्यालय कनीना से 45 किलोमीटर दूर नारनौल में न होकर 20 किलोमीटर दूर महेंद्रगढ़ बनाया जाए। उन्होंने पुरजोर समर्थन दिया लेकिन उनके इस समर्थन में कनीना के समाजसेवियों का भी अहम योगदान रहा। दोनों पूर्व पालिका प्रधान, कनीना के विश्व हिंदू परिषद के महेश बोहरा ठाकुर, अतर लाल, कामगार यूनियन के प्रधान महावीर प्रसाद ठेकेदार, व्यापार मंडल के रविंद्र बंसल तथा विभिन्न संगठनों द्वारा समर्थन दिया। मंगलवार सुबह से हीहलचल बढ़ गई, सभी दुकानें बंद रही, दुकानों पर विभिन्न जनों की आंखें जमी रही लेकिन दुकानदारों ने भी कोई दुकान नहीं खोली।
 उधर बार एसोसिएशन कनीना के प्रधान कुलदीप यादव की अध्यक्षता में विभिन्न पदाधिकारी एवं विभिन्न संगठनों ने कनीना के न्यायिक परिसर से अपना रोष प्रदर्शन शुरू किया और अटेली टी-प्वाइंट पर जाकर नारे लगाते हुए हाथों में बैनर पट्टियां कर रेवाड़ी टी-प्वाइंट तक पहुंचे। इस एक किमी लंबे रोष प्रदर्शन के चलते यातायात ठप हो गया जिसके चलते वाहनों की लंबी कतारें विभिन्न मार्गों पर लग गई। सभी संगठन एक ही मांग कर रहे थे कि जिला मुख्यालय महेंद्रगढ़ हो, इस मांग को लेकर रहेंगे। अगर हक नहीं मिला तो भविष्य में बड़ा आंदोलन करेंगे।
इस अवसर पर महेश बोहरा विश्व हिंदू परिषद ने कहा कि पूर्वज कुछ जागरूक नहीं थे जिसके चलते मुख्यालय महेंद्रगढ़ की बजाय नारनौल रहा जिसको लंबा अरसा हो गया है किंतु अब युवा पीढ़ी जागरूक है और उनका मुख्यालय जिला महेंद्रगढ़ में ही होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि यह मांग उनकी पुरानी है और इस मांग को भी लेकर ही रहेंगे। तत्पश्चात सभी अधिवक्ता एसडीएम कार्यालय परिसर में रोष प्रकट करते हुए जमा हुये और भावी रणनीति बनाते हुए एक ज्ञापन एसडीएम के मार्फत सरकार को भिजवाया। किंतु एसडीएम मौके पर न होने पर तहसीलदार सत्यपाल के मार्फत ज्ञापन उच्च अधिकारियों को प्रेषित किया जिसमें उन्होंने मांग की है कि जिला मुख्यालय महेंद्रगढ़ ही हो वरना भविष्य में बड़ा आंदोलन छेड़ा जाएगा। इस अवसर पर भारी संख्या में जन मौजूद थे।
इस मौके पर महेश बोहरा के अलावा राजेश कनीनवाल एडवोकेट, मास्टर दिलीप सिंह पूर्व प्रधान, पूर्व प्रधान राजेंद्र सिंह लोढ़ा, महावीर सिंह ठेकेदार अधिवक्ता कैलाश गुप्ता, दीपक एडवोकेट, विक्रम यादव एडवोकेट, रामनिवास शर्मा रामबास एडवोकेट, सुभाष शर्मा एडवोकेट स्याणा सहित बार एसोसिएशन कनीना विभिन्न पदाधिकारी एवं भारी संख्या में कनीना के लोग उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 11 से 17: कनीना में जिला मुख्यालय महेंद्रगढ़ की मांग पर बंद, रोष मार्च, तथा वाहन जाम, बंद दुकानें आदि।


किसान वैज्ञानिक परिचर्चा आयोजित
-60 किसानों ने लिया भाग
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 कनीना। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की ओर से उप कृषि निदेशक डा सुरेंद्र यादव, उपमंडल कृषि अधिकारी डा अजय यादव के मार्गदर्शन में पाथेड़ा गांव में किसान-वैज्ञानिक परिचर्चा का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता डा विकास कृषि विकास अधिकारी खेड़ी ने की।
 किसान वैज्ञानिक परिचर्चा में डाक्टर रमेश यादव वरिष्ठ संयोजक केवीके महेंद्रगढ़, डा आशीष शिवराण रहे। जिन्होंने किसानों को खेती से अच्छी पैदावार लेने के गुण बताएं, साथ ही उन्होंने गेहूं की फसल के आने वाली बीमारी पीला रतुआ के बारे में विस्तार से जानकारी दी। डा रमेश ने किसानों को गेहूं के पीला रतुआ बीमारी की रोकथाम के लिए प्रोपिकोनाजोल दवाई इस्तेमाल करने के लिए बल दिया। वहीं डा आशीष शिवराण ने किसानों को बायोगैस प्लांट तथा अच्छी गोबर की खाद तैयार करने के बारे में उपाय बताया। विकास कृषि विकास अधिकार खेड़ी डा विकास  ने किसानों को आनलाइन पोर्टल पर पंजीकरण कर विभाग की विभिन्न योजनाओं का फायदा उठाने के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि इस वक्त पोर्टल खुला हुआ जहां किसान मेरी फसल मेरा ब्यौरा भी भर सकते हैं। सभी योजनाओं का लाभ पाने के लिए पोर्टल पर रजिस्टे्रशन जरूरी है।
इस मौके पर डाक्टर देवेंद्र यादव एडीओ, डाक्टर मनीषा मनीषा बीटीएम, डा अरविंद एटीएम, राहुल, शंकर, रमेश फिल्डमैन आदि मौजूद रहे। इस परिचर्चा में गांव के 60 से ज्यादा किसानों ने भाग लिया और अपने प्रश्नों का मौके पर ही हल करवाया।
फोटो कैप्शन 8: किसान गोष्ठी में जानकारी देते हुए डा रमेश। फोटो विकास एडीओ खेड़ी।



फिर पड़ा पाला किसान हुये चिंतित
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 कनीना। एक बार फिर से मंगलवार को कनीना क्षेत्र में पाला जमा है पाला। यह चौथी बार पाला पडऩे की घटना घटी है। सुबह सवेरे पाले से फव्वारा पाइप भी जम गए, पेड़ पौधों के पत्तों पर सफेद पाला नजर आया। वहीं बाजरे के भुट्टे तथा बाजरे के अवशेष पर बहुत अधिक मात्रा में पाला जमा देखा गया। 18 दिसंबर से पाला पडऩा शुरू हुआ था परंतु बीच में 32 एमएम बारिश होने से सरसों एवं गेहूं का पाले से बचाव हो गया है। किसान चिंतित है लेकिन कृषि विभाग के अनुसार अभी तक वाले का कोई नुकसान नहीं है। जहां किसान कृष्ण कुमार, रोहित कुमार, योगेश कुमार आदि ने बताया कि खेतों में जमकर पाला पड़ रहा है और यह पाला सरसों के पत्तों पर गेहूं की पत्तियों पर देखने को मिलता है जिसको देखकर उनके माथे पर चिंता की रेखाएं नजर आई। परंतु मंगलवार को दिन भर सूर्य चमकते रहने से पाले का जल्द ही प्रभाव कम हो गया किंतु बुधवार को और भी अधिक पाला पडऩे की संभावना किसानों ने व्यक्त की है।
 उधर किसान सुनील कुमार, राजेंद्र सिंह, अजीत कुमार, सूबे सिंह, महेंद्र सिंह आदि ने बताया कि उनके फव्वारा पाइप भी पाले के कारण जम गए। फवारा पाइप में पानी भी जमा पाया गया। उन्होंने बताया कि इस वक्त गेहूं और सरसों की अच्छी पैदावार होने की संभावना है किंतु लगातार पाला उनकी फसल को नुकसान पहुंचा सकता है।
वर्तमान में कनीना क्षेत्र में जहां करीब 20 हजार हेक्टेयर पर सरसों, 11000 हेक्टेयर पर गेहूं, करीब 200 हेक्टेयर पर विभिन्न प्रकार की सब्जी एवं फल आदि उगाए गए हैं। अन्य फसलें उगाई गई हैं। किसान पाले से बचने के लिए विभिन्न प्रकार की स्प्रे भी करने लगे है। अभी पाला और पडऩे की संभावना से मौसम विभाग भी इनकार नहीं कर रहा है।
क्या कहते हैं कृषि अधिकारी -
कृषि अधिकारी डा देवेंद्र यादव, डा देवराज से इस संबंध में बात की गई उन्होंने बताया कि अभी पाले का कोई नुकसान संभव नहीं है क्योंकि जब तक फसल पकने नहीं लगती तब तक नुकसान की संभावना नाम मात्र होती है किंतु 20 जनवरी के बाद फसल पकने लग जाएगी उस समय वाले का नुकसान हो सकता है। किंतु सब्जी की फसलों में पाले का नुकसान देखा जा सकता है। इसराणा के किसान अजय कुमार ने बताया कि उनकी हजारों रुपए की उगाई गई टिंडा, टमाटर तथा बैंगन की फसल पाले ने बर्बाद कर दी।
यह भी माना जा रहा है कि 14 जनवरी मकर संक्रांति तक ठंड अधिक पड़ती है। इसके बाद उत्तरायण शुरू हो जाता है और सूर्य उदय होते वक्त उत्तर की ओर बढऩे लगाता है। ऐसे में अब सभी की नजरें 14 जनवरी पर टिकी हुई हैं।
 फोटो कैप्शन 9/10 एवं 11: पाले से जमी हुई फव्वारा पाइप तथा पौधों एवं बाजरे की अवशेषों पर जमा हुआ पाला। फोटो दैनिक जागरण

स्वामी विवेकानंद जयंती एवं युवा दिवस पर पर आयोजित हुई विचार गोष्ठी
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कनीना। जीआर इंटरनेशनल स्कूल में स्वामी विवेकानंद जयंती एवं राष्ट्रीय युवा दिवस के उपलक्ष्य में एक विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम विद्यालय प्रधानाचार्य एवं समस्त स्टाफ ने स्वामी विवेकानंद जी के चित्र पर पुष्प अर्पित किये।
विद्यालय की कक्षा नौवीं की छात्रा हर्षा, इच्छा, गरिमा व निर्जला ने स्वामी विवेकानंद के जीवन एवं उनके कार्य पर प्रकाश डाला। छात्रा  सेजल  ने स्वामी विवेकानंद द्वारा दी गई उक्ति उठो जागो बढ़ते रहो जब तक मंजिल न मिले जैसे प्रेरक प्रसंग को अपने भाषण में शामिल करते हुए विद्यार्थियों को प्रेरित किया।
 विद्यालय प्रधानाचार्य दीपक वशिष्ठ ने बताया कि स्वामी विवेकानंद ने जहां रामकृष्ण मिशन जैसी संस्था की स्थापना कर हमें मानवता की सेवा का संदेश दिया वही शिकागो में अपने भाषण के माध्यम से भारतीय दर्शन संस्कृति एवं सभ्यता को संपूर्ण विश्व में पहचान दिलायी। उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की कि ऐसे महान संत के आदर्शों को अपनाएं एवं जीवन में आगे बढ़े तथा अपना लक्ष्य प्राप्त करें। कार्यक्रम में  अध्यापक यशपाल, धर्मवीर सिंह, अभिजीत बनर्जी, ज्योति यादव, अनिता कुमारी व सोनिया आदि अध्यापक व अध्यापिका मौजूद रहे। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में समस्त स्टाफ  का योगदान रहा विद्यालय संचालक विजय पाल यादव ने सभी विद्यार्थियों एवं स्टाफ को युवा दिवस की बधाई दी।
फोटो कैप्शन 6: विवेकानंद को याद करते जीआर स्कूल के शिक्षक।


कनीना कालेज में एनसीसी के लिए दी परीक्षा
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,कनीना। कनीना के राजकीय महाविद्यालय में 155 विद्यार्थियों ने एनसीसी कैडेट्स बनने के लिए फिजिकल परीक्षा दी जिनमें से 53 पास हुये जिनकी फिर लिखित परीक्षा आयोजित की गई जिसमें से महज 24 विद्यार्थियों का चयन किया जाना है।  
विस्तृत जानकारी देते हुए एनसीसी अधिकारी रमन शास्त्री ने बताया कि कालेज के खेल ग्राउंड में इच्छुक विद्यार्थियों की दौड आयोजित करने के बाद हाईट ,फिजिकल करवाई गई। उसके बाद लिखित परीक्षा ली गई जिसमें कार्यकारी  प्राचार्य सुरेंद्र कुमार व रमन शास्त्री  के द्वारा पेपर को खोला गया उसके बाद परीक्षा पारदर्शी तरीके से ली गई। जिसमें विद्यार्थियों में भारी जोश देखा गया।   
  इस मौके पर 16 हरियाणा बटालियन नारनौल से कर्नल एचएस भिंडर, सूबेदार मेजर जगमाल सिंह, सूबेदार चंदन सिंह, नायब सुमेर सिंह, बीएचएम धर्मेंद्र सिंह,हवलदार सुनील, सुरेश, देवेंद्र एवं सुनील सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 7: विभिन्न अधिकारी एनसीसी के कैडेट्स की परीक्षा आयोजित कराते हुए। फोटो रमन शास्त्री एनसीसी अधिकारी।





रंग















लाया सात साल पुराना मसला
--लंबे संघर्ष का परिणाम है कनीना में न्यायिक परिसर और प्रशासनिक भवन निर्माण
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 कनीना। कनीना में जहां न्यायिक परिसर और प्रशासनिक कार्यालय बनना  तय हो चुका है। अब निर्माण कार्य कितनी जल्द हो पाता है यह देखना बाकी है लेकिन न्यायिक परिसर और उपमंडल कार्यालय बनाना एक निवासियों के लंबे संघर्ष का परिणाम है। कनीना उपमंडल बने सात साल बीत गये हैं अब धीरे धीरे रंग आया है। लंबे संघर्ष के बाद कनीना में ही कार्यालय बनने फाइनल हो पायेे हैं।
कनीना को उपमंडल का दर्जा 2013 में दिया और 15 अगस्त का झंडा तत्कालीन एसडीएम सुभिता ढाका एवं तत्कालीन विधायक अनीता यादव ने फहराया था।  1955 में बने खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यालय परिसर में ही उपमंडल एवं न्यायिक परिसर भवन चल रहे हैं। दर्जनों बार उच्चाधिकारी एवं न्यायाधीश आकर प्रस्तावित जगह का दौरा कर चुके हैं। उच्च न्यायालय के न्यायाधीश के दौरे के बाद कनीनावासियों का संघर्ष रंग लाता नजर आने लगा था जो अब हकीकत बन गया है।
 लंबे संघर्ष की दास्तान में 2013-14 में कनीना न्यायिक परिसर तथा उपमंडल कार्यालय पीपल वाली बनी(जंगल) में बनाए जाने की कार्रवाई पूर्ण कर दी गई थी किंतु अपरिहार्य कारणों से वहां पर उपमंडल कार्यालय नहीं बना और उन्हाणी  में तो कभी कनीना में कार्यालय बनाए जाने को लेकर के कवायद चली।  पूर्व मंत्री नरबीर सिंह तथा पूर्व डिप्टी स्पीकर संतोष यादव ने समस्त कार्यालय कनीना में अविलंब बनाए जाने की घोषणा राजकुमार कनीनवाल मार्केट कमेटी के पूर्व चेयरमैन के फार्म हाउस पर की थी तब से लेकर अब तक आशा बलवती होती जा रही थी।
उपमंडल कार्यालय का कनीना में बनाए जाने का वर्ष 2019 में चंडीगढ़ से ही शिलान्यास भी किया गया किंतु हकीकत में भवन निर्माण शुरू नहीं हो पाया है। वर्तमान में जिस जगह कार्यालय चल रहा है वहां लाइब्रेरी,ड्रेसिंग रूम, क्लाइंट के बैठने आदि की सुविधा उपलब्ध नहीं है। टीन शेड में विभिन्न वकील ग्राहकों को अटेंड कर रहे हैं। न फैमिली कोर्ट बनी है।   
संघर्ष की दास्तान.....
  2013 में तत्कालीन सीपीएस एवं अटेली विधायक अनीता यादव के भरसक प्रयासों के उपमंडल का दर्जा दिया गया। जहां प्रारंभ में पीपल वाली बणी/जंगल में पर तत्पश्चात कालर वाली जोहड़ पर तत्पश्चात खंड विकास पंचायत अधिकारी कार्यालय के पीछे भवन बनाए जाने की चर्चा जोर शोर से चली। वर्ष 2013 के बाद खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी कार्यालय में उपमंडल कार्यालय अस्थायी रूप से स्थापित करवा दिया गया जो आज तक वहीं चल रहा है। वर्ष 2017 में न्यायिक परिसर उन्हाणी गांव में बनाए जाने की चर्चा चलते ही 67 दिन एसडीएम कार्यालय समक्ष धरना प्रदर्शन चला। 21 फरवरी 2017 एवं 27 फरवरी 2017 को तत्पश्चात अगस्त 2018 को महापंचायत आयोजित करवाई गई ताकि सभी कार्यालय कनीना में ही बनवाए जाए। एसडीएम से बार बार मिले, 21 फरवरी से लगातार धरना जारी रहा जुलूस चला, कनीना बंद रखा गया,उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों लोग मिले, जिला उपायुक्त से तत्कालीन समय में लोग मिले, अनशन जारी रहा यहां तक कि कनीना में ही सभी कार्यालय बनाए जाने को लेकर के वर्ष 2017 में 13 पार्षदों में से 12 ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया। 6 जुलाई 2015 को मनोहर लाल खट्टर ने कनीना कालेज में एक जनसभा आयोजित करते हुए फायर ब्रिगेड, सब्जी मंडी, उप मंडल कार्यालय परिसर, स्टेडियम सभी कनीना में बनाए जाने की घोषणा की थी तब से लोग चैन से नहीं बैठे हैं। आखिरकार अब दोनों भवन कनीना में बनाये जाने को अंतिम रूप दे दिया गया है।
कहां क्या भवन हो सकते हैं-
नगरपालिका प्रधान सतीश जेलदार ने बताया कि वर्तमान में जहां न्यायालय चल रहा है यहीं पर उपमंडल कार्यालय एवं न्यायिक परिसर बनाये जाने की उम्मीद हैं वहीं अधिकारियों के आवास या तो नगरपालिका भवन के पास या फिर फुटबाल खेले के मैदान में बन सकते हैं। उन्होंने खुशी जताई कि कनीनावासियों की मेहनत रंग लाई है। उधर खुशी जताने वालों में महेश बोहरा, मोहन पार्षद, सुमेर सिंह पूर्व चेयरमैन सहित विभिन्न जनों ने खुशी जताई है।
 फोटो कैप्शन 5 एवं 6 उपमंडल कार्यालय एवं पुलिस अधिकारी कार्यालय को दर्शाते बोर्ड।

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