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Thursday, October 19, 2023

 
वेयरहाउस ने खरीदा 1939 क्विंटल बाजरा
- गुरुवार से वेयरहाउस ने शुरू की खरीद
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कनीना की आवाज। कनीना की नई अनाज मंडी में गुरुवार से वेयरहाउस द्वारा बाजरे की खरीद 2500 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से शुरू कर दी है। अब जिन किसानों ने आज से बाजरे की खरीद कर रही है उनके खाते में कोई पैसा नहीं आएगा।
विस्तृत जानकारी देते हुए रूबी हुड्डा ने बताया कि पहले ही दिन 1939 क्विंटल बाजरा 2500 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से खरीदा है। उल्लेखनीय अब तक है हैफेड द्वारा 2250 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से बाजरा खरीदा जा रहा था जिसके तहत 250 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से हरियाणा सरकार किसानों खाते में डालेगी किंतु अब हैफेड की खरीदार संपन्न हो गई। अब शेष खरीद वेयरहाउस द्वारा की जाएगी। वेयरहाउस 2500 रुपये प्रति क्विंटल के हिसाब से बाजरा खरीद रहा है। किसानों में आज खुशी नजर आई परंतु किसने की संख्या घटने लगी है। धीरे-धीरे आवक भी घट गई है। इस मौके पर कनीना व्यापार मंडल प्रकोष्ठ के उप- प्रधान रविंद्र बंसल ने खुशी जाहिर की की आज से वेयरहाउस बाजरे की खरीद कर रही है।
फोटो कैप्शन 11: बाजरे की खरीद करते वेयरहाउस अधिकारी एवं कर्मी।






मां का छठा रूप
कात्यायनी देवी कात्यायनी मंत्र की देवी हैं-ऋषिराज
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कनीना की आवाज। कात्यायनी देवी कात्यायनी मंत्र की देवी हैं। कात्यायनी देवी नवदुर्गा के नौ रूपों में छठा रूप है। पंडित ऋषि राज शर्मा का कहना है  कि महर्षि कात्यायन की तपस्या से प्रसन्न होकर आदिशक्ति ने उनके यहां पुत्री के रूप में जन्म लिया था। इसलिए वे कात्यायनी कहलाती हैं। कात्यायनी शब्द का शाब्दिक अर्थ ही है  जो दृढ़ और घातक दंभ को दूर करने में सक्षम है । देवी कात्यायनी बृहस्पति ग्रह को नियंत्रित करती है। देवी कात्यायनी सिंह पर विराजमान हैं ; उनको तीन नेत्र और चार भुजाएं है। एक भुजा में चन्द्रहास नामक तलवार है, एक भुजा में कमल का पुष्प है और शेष दो भुजाएं अभयमुद्रा और वरदमुद्रा में हैं। देवी कात्यायनी अमोद्य फलदायिनी हैं इनकी पूजा अर्चना द्वारा सभी संकटों का नाश होता है।
महर्षि कात्यायन के यहां पुत्री के रूप में उत्पन्न हुई आश्विन कृष्ण चतुर्दशी को जन्म लेकर शुक्ल सप्तमी, अष्टमी तथा नवमी तक तीन दिन उन्होंने कात्यायन ऋषि की पूजा ग्रहण कर दशमी को महिषासुर का वध किया था। इनका स्वरूप अत्यंत ही भव्य एवं दिव्य है। इनका वर्ण स्वर्ण के समान चमकीला, और भास्वर है। इनकी चार भुजाएं हैं। माता जी का दाहिनी तरफ का ऊपर वाला हाथ अभयमुद्रामें है तथा नीचे वाला वरमुद्रा में, बाई तरफ के ऊपर वाले हाथ में कमल पुष्प सुशोभित है। इनका वाहन सिंह है
भगवान श्री कृष्ण की क्रीड़ा भूमि श्रीधाम वृन्दावन में भगवती देवी के केश गिरे थे, इसका प्रमाण प्राय: सभी शास्त्रों में मिलता ही है। ब्रह्म वैवर्त पुराण एवं आद्या स्तोत्र आदि कई स्थानों पर उल्लेख है- वृन्दावन स्थित पीठ में ब्रह्मशक्ति महामाया श्री माता कात्यायनी के नाम से प्रसिद्ध है। वृन्दावन स्थित श्री कात्यायनी पीठ भारतवर्ष के उन अज्ञात 108 एवं ज्ञात 51 शक्ति पीठ में से एक अत्यन्त प्राचीन सिद्धपीठ है।
पंडित ऋषि राज शर्मा का कहना है  कि गोधूली वेला के समय पीले अथवा लाल वस्त्र धारण करके इनकी पूजा करनी चाहिए। - इनको पीले फूल और पीला नैवेद्य अर्पित करें। इन्हें शहद अर्पित करना विशेष शुभ होता है। - मां को सुगंधित पुष्प अर्पित करने से शीघ्र विवाह के योग बनेंगे साथ ही प्रेम संबंधी बाधाएं भी दूर होंगी।
फोटो कैप्शन: पंडित ऋषिराज शर्मा




लोक नृत्य प्रतियोगिता में प्रथम स्थान राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मुंडिया खेड़ा ने पाया
-- विभिन्न कार्यक्रम आयोजित
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कनीना की आवाज। एससीईआरटी गुरुग्राम के निर्देशन व जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान महेंद्रगढ़ के मार्ग  दर्शन में चल रहे  खंड स्तरीय रोल मॉडल व लोक नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कनीना मंडी में किया गया।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि राजकीय कन्या उच्च विद्यालय के मुख्य अध्यापक नरेश कुमार कौशिक थे तथा कार्यक्रम की अध्यक्षता विद्यालय के प्राचार्य ब्रह्मप्रकाश यादव ने की।
मुख्य अतिथि ने अपने संबोधन में कहा कि आज के शैक्षणिक माहौल में लोकगीतों लोक नृत्य व विभिन्न विधाओं से विद्यार्थी दूर होते जा रहे हैं उन्हें पुन इस मुख्य धारा में लाने के लिए इस प्रकार की सह शिक्षण क्रियाएं अति आवश्यक हैं। इस क्षेत्र में अनेक प्रतिभाएं छिपी है तथा उन्हें आगे लाने के लिए शिक्षा विभाग का यह सराहनीय प्रयास है। विद्यालय के प्राचार्य ब्रह्म प्रकाश यादव ने कहा कि आज विद्यार्थियों द्वारा इन कार्यक्रमों में रुचि लेकर आगे बढऩा निश्चित रूप से शिक्षा के क्षेत्र में अभूतपूर्व क्रांति लाने में सहयोगी होगा तथा राजकीय विद्यालयों के विद्यार्थी सभी क्षेत्रों में आगे आएंगे। आज हुई लोक नृत्य प्रतियोगिता में प्रथम स्थान राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय मुंडिया खेड़ा को दूसरा स्थान राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कनीना मंडी को तथा तीसरा स्थान राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सेहलंग को मिला ,रोल प्ले प्रतियोगिता में प्रथम स्थान राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सेहलंग को, द्वितीय स्थान राजकीय कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कनीना मंडी को तथा तीसरा स्थान राजकीय कन्या उच्च विद्यालय कनीना को मिला। निर्णायक मंडल की भूमिका में दीपक कुमार राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय खेड़ी तलवाना तथा चेतन शर्मा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय सुंदरह उपस्थित थे। आज के कार्यक्रम में एबीआरसी  ओम रति ,श्रुति आर्या, मनोज कुमार,प्रवक्ता  सुनीता देवी सहित अनेक विद्यालयों के शिक्षक व विद्यार्थी उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 03 व 04: लोक नृत्य करते बच्चे कनीना मंडी।





राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सीहोर में हुआ मां सरस्वती की मूर्ति का अनावरण
--अटेली विधायक सीताराम रहे मुख्य अतिथि
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कनीना की आवाज। शहीद सतपाल सिंह राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सीहोर में मां सरस्वती की मूर्ति का अनावरण अटेली के विधायक सीताराम यादव ने किया विद्यालय के प्राचार्य हरीश यादव द्वारा अपनी दादी स्वर्गीय सुखदेई (सिहोर)की याद में प्रतिस्थापित मूर्ति के अनावरण  के साथ-साथ ग्रामीणों द्वारा  विद्यालय परिसर में बनवाए गए 11 लाख 50 हजार रुपये के विशाल हाल का भी उद्घाटन किया।
 इस अवसर पर विधायक ने उपस्थित ग्रामीण व विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय दर्शन में विद्या की देवी मां शारदे का बहुत बड़ा महत्व है तथा आज इस मूर्ति का अनावरण उन्हें गौरव अनुभूति हो रही है। उन्होंने विद्यालय परिसर में प्रार्थना स्थल पर इंटरलाकिंग टाइल का फर्श व टीन शेड शीघ्र बनवाने की घोषणा की तथा विद्यालय में लंबित 35.50 लाख रुपये से बनने वाले भवन की ई- टेंडरिंग जल्दी शुरू करवाने की घोषणा की उन्होंने कहा कि सीहोर वीरों की भूमि है तथा यहां के अनेक बहादुर सैनिकों ने देश पर कुर्बानी दी है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता रेवाड़ी के पूर्व जिला शिक्षा अधिकारी धर्मवीर बडोदिया ने की उन्होंने कहा कि आज ग्रामीण क्षेत्र में अनेक प्रतिभाएं सामने आ रही है तथा देश- विदेश  के उच्च पदों पर विराजमान है इस अवसर पर गांव के  11.50 लाख रुपये  देने वाले दानवीरों को भी सम्मानित किया गया।  इस अवसर पर विद्यालय के मेधावी विद्यार्थियों ,खेल एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं ,विद्यालय के पूर्व विद्यार्थियों  तथा विद्यालय में बड़े हाल के निर्माण में  दानदाताओं को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में सेवानिवृत प्राचार्य डॉ.आरके शर्मा ,राजकीय कन्या उच्च विद्यालय के हेड मास्टर नरेश कौशिक ,केंद्रीय विश्वविद्यालय की प्रोफेसर कविता यादव ,जिला बागवानी अधिकारी डॉ नेहा यादव  ने भी विचार रखें  ,करीरा के प्राचार्य रामस्वरूप ,धनौंदा के प्राचार्य सतीश कुमार ,गुड़ा के प्राचार्य सतपाल सिंह ,पोता के प्राचार्य सतीश कुमार भागोत के प्राचार्य महेंद्र गोयल ,  जिला राजस्व अधिकारी नौरंग लाल ,सूरत सिंह ,सेवानिवृत्ति इंस्पेक्टर जगदीश यादव ,मंच संचालक हिम्मत सिंह यादव,निगरानी समिति के सदस्य मनोज कुमार ,ठेकेदार थान सिंह ,शाहिद सतपाल सिंह व शहीद अशोक कुमार के परिजन,राजवीर यादव ,महेंद्र सिंह प्रवक्ता ,प्राचार्य ब्रह्म प्रकाश ,रामेश्वर दयाल शैतान एक विद्यालयों के प्राचार्य ,अध्यापक ,सैकड़ो ग्रामीण ,महिलाएं व समस्त स्टाफ उपस्थित था।
फोटो केप्शन 10: मेधावी विद्यार्थियों को सीहोर में सम्मानित करते हुए विधायक अटेली।







सीता स्वयंवर में प्रभु श्रीराम ने शिव धनुष तोड़कर सीता जी से किया विवाह
--भोजावास रामलीला मंचन
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कनीना की आवाज। श्रीआदर्श रामलीला क्लब भोजावास द्वारा रामलीला के मंचन में विश्वामित्र जी और ऋषि मुनि राक्षसों के द्वारा अत्यधिक उत्पादन से परेशान होने पर विश्वामित्र जी राजा दशरथ के पास गए।
उन्होंने ऋषि मुनियों के उदार के लिए राजा दशरथ से राम  मांगा राजा दशरथ ने विश्वामित्र जी को राम एवं लक्ष्मण सौंप दिए रास्ते में श्रीराम ने ताड़का का वध किया और उनके साथ ऋषि विश्वामित्र के आश्रम पहुंचे।
आश्रम पहुंचने पर ऋषि विश्वामित्र ने रामचंद्र जी को दिव्यास्त्र प्रदान किया उसके बाद श्री राम ने मारीच और सुबाहु हो का वध किया मिथिला जाते वक्त श्रीराम ने अहिल्या का उद्धार किया उसके बाद राजा जनक के दरबार पहुंचे। सीता स्वयंवर में प्रभु श्रीराम ने शिव धनुष तोड़कर सीता जी से विवाह किया और परशुराम के  अभियान को तोड़ा।
आदर्श रामलीला क्लब के संरक्षक रूणीराम ने बताया आज की लीला जनक द्वारा से धनुष यज्ञ तक संपन्न की गई लक्ष्मण परशुराम संवाद भी किया गया जिसमें रावण का रोल रविंद्र कौशिक, लक्ष्मण का रोल विजय शर्मा, परशुराम का रोल बाबूलाल पूर्व सरपंच, जनक का रोल शीशराम रोहिल्ला, ने बखूबी से निभाया तथा उपस्थित लोगों की खूब तालियां बटोरी।
इस अवसर पर साथ लगते गांव राता जननायक जनता पार्टी के  कार्यकर्ता बेदू राता व डा. अनिल पुरोहित मुख्य अतिथि के तौर पर शिरकत की तथा अपनी देख कमाई में से दोनों लोगों ने 5100 -5100 रुपये भगवान राम की लीला में भेंट किए।
फोटो कैप्शन 02: धनुष तोडऩे का मंचन करते हुए श्रीराम।




आस्टियोपोरोसिस दिवस- 20 अक्टूबर
युवा और बूढ़ों में आम समस्या बन गई है आस्टियोपोरोसिस- डॉक्टर वरुण
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कनीना की आवाज। 20 अक्टूबर को आस्टियोपोरोसिस दिवस मनाया जा रहा है। यह एक आम समस्या बनती जा रही है। हर दूसरे या तीसरे व्यक्ति में हड्डियों से संबंधित यह समस्या देखने को मिलती है क्योंकि इंसान धूप में काम बैठता है तथा काम में अधिक व्यस्त रहता है इस वजह से हड्डियों में यह विकार देखने को मिलता है। इस संबंध में हड्डी एवं जोड़ रोग विशेषज्ञ डाक्टर वरुण राव से चर्चा हुई।
 उन्होंने बताया आस्टियोपोरोसिस खानपान और रहन-सहन की आदतों में बदलाव के कारण देखने को मिलता है। इस विकार में कमजोरी महसूस होती है तथा जोड़ों में दर्द मिलता है और यह जवानों में भी देखने को मिलता है। इस विकार से बहुत अधिक लोग प्रभावित हैं। उन्होंने कहा कि इस विकार से बचने के लिए  विटामिन डी प्राप्त करने के लिए धूप में बैठना चाहिए तथा  मछली का तेल, सूखे मेवे आदि अधिक मात्रा में लेने चाहिए। यदि आवश्यकता हो तो कैल्शियम की गोलियां, विटामिन-डी की गोलियां लेनी चाहिए। उन्होंने बताया कि विटामिन-डी यदि शरीर में अधिक होगा तो कैल्शियम का अधिक अवशोषण हो पाएगा।  जिसके कारण हड्डियों में होने वाले यह विकार दूर हो सकता है। बहुत से लोगों के जोड़ों में दर्द रहता है तथा गतिविधियों में व्यवधान आता है। उन्होंने इस प्रकार के विकार से बचने के लिए प्रतिदिन कुछ समय धूप में बैठने की बात कही। उन्होंने कहा बहुत सी मछलियों का तेल आता है जिसमें विटामिन-डी पर्याप्त मात्रा में मिलती है। हरी पत्तेदार सब्जियां एवं सूखे मेवे नियमित रूप से प्रयोग करें। साथ में उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि ज्यादा जरूरत हो तो कैल्शियम एवं विटामिन डी की गोली प्रयोग करें।
फोटो कैप्शन: डाक्टर वरुण राव





कट की संभावना के बाद भी किसानों में आक्रोश,  221वें दिन जारी रहा धरना
-अनिश्चितकालीन धरने पर हैं ग्रामीण
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कनीना की आवाज। राष्ट्रीय राजमार्ग 152-डी पर सेहलंग -बाघोत के बीच कट के लिए ग्रामीणों का अनिश्चितकालीन धरना जारी है। गुरुवार को धरने की अध्यक्षता नरेंद्र कुमार शास्त्री छिथरोली ने की और उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार के द्वारा दिए गए आश्वासन से किसान खुश थे और उन्हें पूरी संभावना थी कि राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग  के बीच कट का काम जल्द शुरू हो जाएगा लेकिन अब तक सरकार के द्वारा कट काम शुरू नहीं किया गया है। लोगों में आक्रोश है, उन्हें लग रहा है कि सरकार हमारी मांग को अनदेखी कर रही है। जब तक राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत-सेहलंग के बीच कट का काम शुरू नहीं होता है, धरना जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि धरने को चलते 221 दिन हो गए हैं। केंद्र सरकार के दिशा-निर्देशों के अनुसार हम शांतिप्रिय तरीके से धरना स्थल पर बैठे हुए हैं लेकिन अब तक केंद्र सरकार के द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट का काम शुरू नहीं किया गया है। केंद्र सरकार बुजुर्ग  किसानों के दर्द को समझे  और कट के कार्य को जल्द शुरू करवाए।
 पूर्व सरपंच बेड़ा सिंह बाघोत ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट न बनने से हमारे क्षेत्र का विकास नहीं हो सकता। खेती के लिए,व्यापार के लिए, उद्योग धंधों के लिए, रोजगार के लिए, शिक्षा के लिए, इन सभी बातों की तरफ तभी ध्यान दिया जा सकता है,जब केंद्र सरकार के द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर कट बनकर तैयार हो जाए।   केंद्र सरकार के द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट बनने से बुजुर्ग किसानों को आत्मिक शांति मिलेगी और नई पीढ़ी के लिए दिशा और बुजुर्गों के प्रति आत्म सम्मान बुजुर्ग किसानों के द्वारा किए गए अच्छे काम,आने वाली पीढियों के द्वारा याद किए जाएंगे।
इस मौके पर धरना संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय सिंह चेयरमैन, संघर्ष समिति के सदस्य पहलवान धर्मपाल, प्रधान कृष्ण कुमार  सेहलंग ,पंच हरिओम पोता, पहलवान रणधीर सिंह, मुंशी राम, डॉ लक्ष्मण सिंह,  रामभज,सूबेदार श्रीराम,ओम प्रकाश, पंडित संजय कुमार, दाताराम,  मास्टर विजयपाल, डा राम भक्त, सूबे सिंह पंच, मास्टर विजय सिंह, सीताराम, राम भक्त, राज,सीताराम, रामकिशन, सतपाल,  पूर्व सरपंच हंस कुमार, रामकुमार, सतनारायण साहब,  धर्म सिंह, डॉ सुरेंद्र सिंह, मनोज कुमार करीरा,
 प्यारेलाल,  रोशन लाल आर्य, शेर सिंह, रघुवीर पंच, करतारसिंह,  बाबूलाल, वेद प्रकाश  व गणमान्य लोग मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 09: कट की मांग को लेकर ग्रामीण धरने पर बैठे हुये।





पैरालाइज होने के बाद भी नहीं छोड़ा साहस
-अभी भी खराब सीएफएल को ठीक करके कमा रहे हैं रोटी रोजी
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कनीना की आवाज। कनीना बस स्टैंड के पीछे एक ऐसी शख्सियत है। जिन्होंने कनीना क्षेत्र में वर्ष 2007 में खराब सीएफएल को ठीक करके महज 10 रुपये में देना शुरू किया था जिसके  चलते उन्होंने अच्छा खासा  नाम कमाया। उनका काम लंबे समय तक चलता रहा। धुआं रहित  चिमनी बनाई तथा नए-नए अविष्कार करके लोगों को चकित करते रहे किंतु वर्ष 2017 में पैरालाइज हो गए। 2020 तक उनका काम ठप्प रहा।  अब एक बार फिर से पैरालाइज होने के बाद भी अपनी ट्राई साइकिल पर दुकान तक आते है और सुबह से शाम तक काम में जुट जाता है। पैरालाइज का प्रभाव कानों पर तथा पैरों पर पड़ा है परंतु हाथ अभी भी काम करते हैं जिसके चलते एक बार फिर से उन्होंने सीएफएल सुधारने का काम शुरू कर दिया है।  विजय वधवा ने बताया कि वे सस्ते दामों पर 1 साल की गारंटी के साथ सीएफएल सुधारते हैं। चाहे वह पैरों एवं कानों से परेशान हैं किंतु उनकी हिम्मत की दाद देनी पड़ेगी ।कानों से कम सुनाई देने कारण मशीन लगा ली है, ट्राई साइकिल द्वारा अपनी छोटी सी दुकान में आते हैं और सीएफएल सुधारने का काम करते हैं। उनका कहना है कि वह प्रतिदिन एक हजार रुपए तक सीएफएल में कमा लेते हैं तथा भविष्य में वो नये आविष्कार करने की बात कह रहे हैं। पहले भी कई आविष्कार कर चुके हैं। उनका कहना है कि वो प्रतिदिन एक हजार रुपये तक कमा लेते हैं जिससे उनकी रोटी रोजी का काम निकल आता है वहीं दुकान का किराया भी। दूसरों के लिए उदाहरण बना है।
फोटो कैप्शन 05: विजय वधवा सीएफएल सुधारते हुए।




खूनी नहर नाम से जानी जाती है धनौंदा की करीब 200 गज तक की नहर
-पांच सालों में एक दर्जन लोग गंवा चुके हैं जान
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कनीना की आवाज। कनीना चरखी दादरी मार्ग पर करीब 6 किलोमीटर दूर धनौंदा गांव से पहले जवाहरलाल नेहरू नहर आती है। इस बड़ी नहर पर वैसे तो पुल बना हुआ पुल से करीब 200 गज दूरी पर वाटर पंप बना हुआ है। पुल से वाटर पंप तक की दूरी ने गत 5 वर्षों में करीब एक दर्जन लोगों को लील लिया है। जब भी कोई व्यक्ति आस पास गांवों से गुम होता है तो पहले इस नहर के आसपास तलाश की जाती है। यही नहीं इस नहर के आसपास दुर्घटनाएं भी अधिक घटित होती है। यहां का पुल लंबे समय तक खराब था तत्पश्चात ठीक तो कर दिया परंतु लोगों के आत्महत्या करने का सिलसिला अभी तक जारी है।   इस नहर में गाद भरी हुई है जिसके चलते भी समस्या बनी है वहीं दोनों तरफ जहां झाड़ तथा सरकंडे खड़े हैं और इसी जगह जहां तीन दिनों के बाद धनौंदा के युवक का तैरता हुआ शव मिला है। इस युवक की तलाश तीन दिनों से जारी थी। नहर का पानी रुकवा कर भी नांव द्वारा तलाश की गई किंतु परिणाम शून्य रहा। अंतत अपने आप ही युवक की मृत शरीर पानी तैरता पाया गया। इससे पहले भी एक स्कूल के कर्मचारी ने यहां आत्महत्या कर ली थी। यदि पिछला रिकार्ड देखा जाए तो हर साल दो और तीन मौतें यहां आत्महत्या या अन्य कारणों से हो जाती है। दुर्घटनाओं का भी यही स्थल बना हुआ है। ऐसे में प्रशासन द्वारा नहर का पूर्ण रूप से साफ करने एवं गाद निकलवा कर झाड़ झंकार साफ करवा देने चाहिए ताकि कोई बचाव संभव हो तो डूबता हुआ बचाया जा सके।  वर्तमान में नहर कम दिखाई देती है तथा झाड़ अधिक। माना जाता है कि  इसमें अधिक गाद  होने के कारण गिरने वाला व्यक्ति बाद में घुस जाता है और ऊपर नहीं आ पाता। बहरहाल इस नहर में वाटर पंप तक कई लोगों को लील लिया है। वैसे तो धनौंदा एक अग्रणी गांव है पर इसकी यह नहर कांटे की तरह चुभ रही है।
फोटो कैप्शन 7 : धनौंदा की खूनी नहर।





21 अक्टूबर को रहेगा सभी स्कूलों में अवकाश
--सीईटी ग्रुप डी परीक्षा को लेकर अवकाश
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कनीना की आवाज। हरियाणा शिक्षा विभाग में जहां पहले 21 अक्टूबर को केवल उन स्कूलों में अवकाश घोषित किया था जहां ग्रुप डी का परीक्षा केंद्र है किंतु अब अपना फैसला बदलते हुए सभी सरकारी और निजी स्कूलों में 21 अक्टूबर को अवकाश घोषित कर दिया है क्योंकि ग्रुप डी की परीक्षा 21 एवं 22 अक्टूबर को निर्धारित की गई है साथ में यह भी कहा गया है कि इस अवकाश के बदले यदि आवश्यक हुआ तो किसी  राजपत्रित अवकाश के दिन कक्षाएं लगाई जा सकेगी। इस संबंध में नरेश कौशिक मुखिया अध्यापक ने बताया कि स्कूलों में अवकाश घोषित हो चुका है।



शारदीय नवरात्रों में बढ गये फलों के भाव
-अनार में आई सबसे अधिक तेजी
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कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र में नवरात्रों पर फल एवं सब्जी महंगी हो गई हैं। सब्जियों के मुकाबले फलों में अधिक तेजी आई है ।  ऐसे में व्रत करने वाले बेहद परेशान हो गये हैं। केले में 20 रुपये, अनार में 80 रुपये, पपीते में 20 रुपये,सेब 50 रुपये, सिंघाड़ा में 20 रुपये तेजी आ गई है। सब्जियों में तेजी देखने को मिल रही है। अदरक में जरूर 30 रुपये की तेजी आई है।
क्या कहती व्रत करने वाली गृहणियां .....
गृहणी शकुंतला, नीलम, आशा आदि ने बताया कि व्रत न होने पर सब्जियां खाना कठिन हो गया है। फल खरीदने वाले सूबे सिंह, इंद्रजीत, महेश कुमार, कुलदीप सिंह आदि ने बताया कि फलों के भाव आसमान छू रहे। इसलिए अधिक नहीं, बहुत कम फल खाकर कर गुजारा कर रहे हैं या फिर फल नहीं भी खरीदते।
 दुकानदार रमेश, दिनेश, मुकेश आदि ने बताया कि उन्हें थोक में महंगे दामों पर सब्जियां मिल रही हैं। यही कारण है कि वह मजबूरन वे महंगे दामों पर सब्जियां बेच रहे हैं। उधर फल विक्रेता शिव कुमार ने बताया कि फल महंगे मिल रहे हैं।
 पूर्व जिला बागवानी अधिकारी डा मनदीप यादव ने बताया कि इन दिनों जहां रबी और खरीफ दोनों के बीच फसलों के बीच की अवस्था होती है। इसलिए फल सब्जियां कम हो जाती है और यह महंगे दामों पर बिकती है। अब रबी फसल बतौर सब्जियां आने पर फिर से दाम घट जाएंगे। उन्होंने बताया कि इस हर वर्ष इस मौसम में भाव बढ़ते हैं।
 फोटो कैप्शन 08: फल बेचते हुए दुकानदार





बस स्टैंड से सरकारी स्कूल तक सड़क मार्ग पर कड़बी ही कड़बी
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कनीना की आवाज। वैसे तो धनौंदा का स्कूल और गांव अग्रणी  गिने जाते हैं किंतु यहां के बस स्टैंड से अगर कोई सरकारी स्कूल तक पहुंचाना चाहे तो चारों ओर खड़ी हुई झाड़ झंकार, सड़क के बीच में डाली हुई कड़बी दूर दराज तक दिखाई पड़ती है। यह इंगित करती है कि  सरकारी स्कूल आने वाला है। एसडीएम ने इसे हटवाने का आश्वासन दिया था किंतु अभी तक समस्या समाधान नहीं हुआ है।
 एक और पहले ही सड़क मार्ग अति संकीर्ण है उस पर ग्रामीण कड़बी डाल-डाल कर और संकीर्ण बनाते ले जा रहे हैं। प्रतिदिन सैकड़ों विद्यार्थी सरकारी एवं निजी स्कूलों में जाते हैं तथा निजी वाहन एवं स्कूली वाहन इधर उधर गुजरते हैं। विद्यार्थी जब स्कूल जाते हैं और स्कूल की छुट्टी होती तो कोई भी बड़ी दुर्घटना होने से इनकार नहीं किया जा सकता परंतु कोई सुनने वाला नहीं है। इस सड़क मार्ग के दोनों और कड़बी इस कद्र तथा भारी मात्रा में डाली हुई है जैसे कि किसानों के पास फालतू कड़बी हो और यहां पटक कर चले गए हैं । यदि इनसे बच भी जाए तो विलायती कीकर की भरमार एवं कटीली झाडिय़ां खड़ी है। सड़क पर ही गंदे पानी का भरा जोहड़ है। एक और झाड़ झंखाड़ खड़े हैं वही इस जोहड़ के साथ में किसानों ने कडबी डाल-डाल कर पूरे रास्ते को ब्लॉक करने का मन बना रखा है। इस संबंध में विधायक
फोटो कैप्शन 6: किसानों द्वारा रास्ते में डाली गई कड़बी




 





















पूर्व सरपंच ने करवाया करीब एक दर्जन लोगों के विरुद्ध मारपीट का मामला दर्ज
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कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के गांव धनौंदा के पूर्व सरपंच रूपेंद्र सिंह ने मारपीट के मामले में करीब एक दर्जन लोगों के विरुद्ध मारपीट का मामला दर्ज करवाया है ।कनीना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
 पुलिस में दी गई शिकायत में रूपेंद्र सिंह पूर्व सरपंच ने कहा है कि 14 अक्टूबर को मेरी मां घर पर अकेली थी। घर के बाहर पवन नामक व्यक्ति गंदी-गंदी और अभद्र गालियां दे रहा था। मेरी मां ने गाली देने से मना किया तो थप्पड़ मुक्के मारने शुरू कर दिए। डर के मारे वह घर के अंदर चली गई।
पीछे पीछे पवन जबरन घर में घुस गया और मेरी मां के मुंह थप्पड़ मुक्के मारे। इस समय पूर्व सरपंच रूपेंद्र सिंह शिकायतकर्ता खेत से काम करके आया तो बाइक के लाइट देखकर पवन घर से भाग गया। इस समय शिकायतकर्ता के पिता घर पर आ गए। उन्होंने पुलिस कंट्रोल रूम पर 112 नंबर पर फोन किया पुलिस मौके पर पहुंच गई और यह कहकर चले गए कि सुबह थाने में शिकायत देना। पूर्व सरपंच की मां को स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया जहां मेडिकल करवा कर घर पहुंचे कि पवन, मनोज उर्फ पुसी, प्रताप, उदय, आशु, अनीता, सरोज ललिता, रिंकी, गीता आदि  एकत्रित होकर जबरदस्ती घर में घुस गए। आते ही कहा कि कल रात को तुम्हें छोड़ दिया आज मजा चखाएंगे। उन्होंने हाथों में जेली, कुल्हाड़ी डेडे आदि ले रखे थे। जेली पेट में घोंप दी, एक ने कुल्हाड़ी सिर पर दे मारी। इसी दौरान पूर्व सरपंच के पिता ने छुड़ाने की कोशिश की तो उसे पीछे से पकड़ लिया और सिर में बांकड़ी मारी। डंडों से मेरे पिता से पिटाई कर दी।
जब जब शोर मचाया तो वे भाग खड़े हुए। तत्पश्चात शिकायतकर्ता का भाई जितेंद्र घर आया। इलाज के लिए सेहलंग ले गया। शिकायतकर्ता ने कहा है कि चुनावी रंजिश के चलते ऐसा हो रहा है। ऐसे में सख्त से सख्त कार्रवाई की जाए। कनीना पुलिस ने करीब तक एक दर्जन लोगों के विरुद्ध विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है।

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