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Friday, October 27, 2023

 
शहीद पुलिस कर्मियों की याद में स्कूल में पेंटिंग व निबंध प्रतियोगिता का किया आयोजन
-सुंदराह स्कूल में आयोजित हुआ कार्यक्रम
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कनीना की आवाज। पुलिस स्मृति दिवस व झंडा दिवस के अवसर पर राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सुंदरह में  पेंटिंग व निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर शहीद पुलिस कर्मचारियों की याद में 21 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक चलने वाले कार्यक्रम के उपलक्ष में शुक्रवार को राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सुंदरह में पेंटिंग व निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस दौरान स्कूल स्टाफ व विद्यार्थी हाजिर रहे।
जिला पुलिस की ओर से शहीद हुए पुलिस कर्मियों को श्रद्धांजलि देने के लिए जगह-जगह कर पर कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। ताकि समाज और आने वाले पीढ़ी को हमारे शहीद हुए पुलिस कर्मचारियों की बहादुरी का पता चल सके। उन्होंने कहा कि इन पुलिस कर्मचारियों ने अपराधियों को पकडऩे के लिए अपने प्राण न्योछावर कर दिए। इन पर हम सभी को गर्व होना चाहिए। एक पुलिसकर्मी जब वर्दी पहना तो उसके मन में समाज और देश की सुरक्षा हर समय रहती है। ड्यूटी पर रहते हुए कई बार उसे इस तरह की हालत से गुजरना पड़ता है जहां पर जान का जोखिम होता है। लेकिन पुलिसकर्मी कभी भी इस तरह के जोखिम से नहीं डरते। समाज और देश की सुरक्षा के लिए कभी जान देने से पीछे नहीं हटते। जो पुलिस कर्मी में शहीद हुए हैं हमें उनके बलिदान को कभी नहीं बुलाना चाहिए। उनके परिवारों का भी हमारे लिए बहुत बड़ा बलिदान है क्योंकि उन्होंने अपने परिवार का सदस्य खोया है। इसी कड़ी में शुक्रवार को शहीद पुलिस कर्मचारियों की याद में स्कूल में पेंटिंग व निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया, जिसमें काफी विद्यार्थियों ने भाग लिया। प्रतियोगिता में विजेता छात्रों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
फोटो कैप्शन 05: अव्वल रहे विद्यार्थियों को सम्मानित करते हुए पुलिस के अधिकारी।





29 अक्टूबर को खिलाई जाएगी खीर
 28 अक्टूबर की रात को शरद पूर्णिमा पर बनाई जाएगी खीर, श्वास रोगियों के लिए रामबाण
-वाल्मीकि जयंती भी 28 अक्टूबर को
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कनीना की आवाज।  28 अक्टूबर को क्षेत्र में शरद पूर्णिमा का पर्व मनाया जा रहा है। इस मौके पर रात के समय खीर बनाने तथा प्रसाद के रूप में अगले दिन बांटने की प्रथा चली आ रही है। मंदिरों में खीर बनाकर रात के समय चंद्रमा की किरणें डालकर खिलाने की परंपरा भी अनोखी है। 29 अक्टूबर को खिलाई जाएगी खीर। इसी दिन महर्षि वाल्मीकि जयंती भी मनाई जा रही है।
    घरों में तो खीर बनती ही है साथ में मंदिरों में भी खीर बनाने की परंपरा है। यह खीर रातभर रखी खुले आकाश के नीचे रखी जाती है तथा चंद्रमा की किरणें डालकर इसे रोग विनाशक बनाकर ही खिलाया जाता है। महंत लालदास का कहना है कि इस रात को चंद्रमा अपने आप में पूर्ण होता है बाकी किसी भी पूर्णिमा को इतना बेदाग नहीं होता है। यही कारण है कि इसकी किरणें डाली जाती है जो मन व मस्तिष्क पर अच्छा प्रभाव डालती हैं।
 उधोदास आश्रम के महंत लालदास ने बताया कि उनके यहां तो जो खीर बनाई जाती है उस मखमल के कपड़े से ढककर रख दिया जाता है ताकि अधिक मात्रा में चंद्रमा की किरणें गिर सके। इन्हीं किरणों के कारण खीर का स्वाद मधुर बन जाता है। तत्पश्चात इस खीरा को रात के बारह बजे बाद ही प्रसाद बतौर खिलाया जाता है। इस खीर का श्वास रोगियों के लिए बेहद लाभ होता है। उन्होंने बताया कि इस खीर में डालने के लिए कई प्रकार की औषधियां व पदार्थ मंगवाएं हैं ताकि खीर के प्रसाद से उनका रोग ठीक हो सके। रातभर भजन कीर्तन करते हुए ठाकुर जी का भोग लगाकर प्रसाद चखते हंै।  
क्या कहते हैं वैद्य-
वैद्य बालकिशन एवं श्रीकिशन का कहना है कि शरद पूर्णिमा का पर्व बहुत अहमियत रखता है। यह पर्व कई रोगों से छुटकारा दिलाने वाला ही नहीं अपितु इंसान में नया संचार जगाने वाला होता है। उन्होंने कहा कि श्रीकृष्ण ने भी इस पर्व का विशेष महत्व बताया है तथा इस पर्व से सर्दी का मौसम जुड़ा है। सर्दी प्रारंभ होने से सेहत के लिए लाभकारी होती हैं। उन्होंने कहा कि इस दिन से जल्दी उठकर स्नान ध्यान करने से सभी कष्टï स्वत: छूट जाते हैं तथा मोक्ष की प्राप्ति होती है।
  सुरेंद्र शर्मा ज्योतिषाचार्य ने बताया कि इसी पर्व से जुड़ी है कार्तिक स्नान करने की परंपरा। महिलाएं पूरे एक माह तक चलता रहता है। एक माह बाद इसे संपन्न करती हैं। स्वास्थ्य की दृष्टिï से भी यह समय अनुकूल माना जाता है।
28 अक्टूबर को कनीना क्षेत्र में वाल्मीकि जयंती मनाई जा रही है तथा भंडारे आयोजित किये जा रहे हैं।





2023 का अंतिम चंद्र ग्रहण 28 की रात को
-भारत में दिखाई देगा ग्रहण

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कनीना की आवाज।
साल 2023 का आखिरी चंद्र ग्रहण 28 अक्टूबर को लगने जा रहा है। इसी दिन शरद पूर्णिमा भी है. वैज्ञानिक रूप से किसी भी ग्रहण को खगोलीय घटना माना जाता है।
पंडित सुरेंद्र शर्मा के अनुसार चंद्रग्रहण 28 और 29 अक्टूबर की मध्यरात्रि में लगने जा रहा है। यह ग्रहण 28 अक्टूबर को रात को 01:05 बजे से लगेगा और रात  02:24 पर समाप्त होगा। यह ग्रहण मेष राशि और अश्विनी नक्षत्र में लगने जा रहा है. साल का आखिरी चंद्र ग्रहण भारत में भी दिखाई देगा।
यह चंद्रग्रहण आंशिक होगा। जब पृथ्वी की छाया चंद्रमा के कुछ हिस्से पर पड़ती है. तब इसे आंशिक चंद्र ग्रहण कहा जाता है। यह ग्रहण लंबे वक्त के लिए नहीं लगता है।  




वंश रागिनी प्रतियोगिता में जाएगा राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में
--जिला स्तरीय प्रतियोगिता में रह चुका है प्रथम
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कनीना की आवाज। कनीना के राजकीय माडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कनीना के विद्यार्थी वंश ने रागनी प्रतियोगिता में जिला स्तरीय प्रतियोगिता में प्रथम स्थान हासिल किया है। अब वह राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेगा।
 विस्तृत जानकारी देते हुए राजकीय मॉडल स्कूल के प्राचार्य सुनील खुडानिया ने बताया की वंश ने जिला स्तरीय कला उत्सव में प्रथम स्थान हासिल किया है। यह प्रतियोगिता राजकीय माध्यमिक विद्यालय शेखपुरा, नारनौल में आयोजित हुई थी। वह कक्षा 5 से 6 तक के विद्यार्थियों का प्रतिनिधित्व कर रहा है।  खंड स्तरीय प्रतियोगिता में भी वंश ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया था। अब राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में भाग लेगा।
 उन्होंने बताया कि अमृत सिंह राघव राजकीय मॉडल स्कूल में रागिनी के विशिष्ट कलाकार है जिनकी वजह से विद्यार्थी राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में पहुंचा है। वंश ने विद्यालय का नाम रोशन किया है। इस मौके पर वंश को विद्यालय में सम्मानित भी किया गया। इस मौके पर संगीत टीम में मास्टर प्रदीप नांगल मोहनपुर, मोनू भोजावास तथा निरंजन बवाना आदि शामिल थे।
 फोटो कैप्शन 3: वंश राजकीय मॉडल स्कूल के शिक्षकों के बीच में





सड़क सुरक्षा प्रतियोगिता में खरखड़ावास की निशा ने पाया प्रथम स्थान
-तीन स्तरों में आयोजित हुई परीक्षा
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कनीना की आवाज। खंड स्तरीय सड़क सुरक्षा प्रतियोगिता राजकीय वरिष्ठ माडल संस्कृति स्कूल कनीना में आयोजित हुई। तीन स्तरीय यह प्रतियोगिता आयोजित हुई जिनमें लेवल-एक, लेवल-दो तथा लेवल-3 नाम दिए गए थे। विस्तृत जानकारी देते हैं मॉडल स्कूल के प्राचार्य सुनील कुमार खुडानिया ने बताया कि लेवल-एक में 354 विद्यार्थियों ने भाग लेना था लेकिन 168 विद्यार्थी अनुपस्थित रहे जबकि लेवल-2 में 256 विद्यार्थियों ने भाग लेना था किंतु 78 विद्यार्थी अनुसूचित रहे। लेवल-3 में 206 विद्यार्थियों ने भाग लेना था किंतु 55 विद्यार्थी अनुपस्थित रहे। इस प्रकार कुल 816 में से 515 विद्यार्थियों ने परीक्षा दी। पुलिस प्रशासन की ओर से आयोजित यह प्रतियोगिता 50 शिक्षकों और अधिकारियों की उपस्थिति में संपन्न हुई। कक्षा प्रथम से बारहवीं तक तीन लेवल बनाये गये थे जबकि कालेज एवं आटीआई के विद्यार्थियों के लिए लेवल-4 नाम दिया गया था।
 इस प्रतियोगिता में जहां पुलिस के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे वहीं खंड शिक्षा अधिकारी डा विश्वेश्वर कौशिक भी मौजूद रहे। इस मौके पर अनेक विद्यार्थियों के समान अंक आने के बाद जन्म तिथि के आधार पर प्रथम तीन स्थानों का निर्णय हो पाया।
विस्तृत जानकारी देते हुए सुनील कुमार खुडानिया प्राचार्य ने बताया कि लेवल-2 में निशा राजकीय माध्यमिक विद्यालय खरखड़ाबास प्रथम रही वहीं मनीषा गैलेक्सी स्कूल से तथा हर्षिता राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय करीरा से खंड स्तर पर तृतीय स्थान पर रही।  लेवल-एक में भावेश कुमार ईवीएस ककराला प्रथम, हर्ष यादव आरसीएम द्वितीय तथा सोनू राजकीय प्राथमिक पाठशाला दौंगड़ा ने तृतीय स्थान हासिल किया। वहीं लेवल-3 की परीक्षा में माही एसडी स्कूल ककराला प्रथम, मोहित यूरो स्कूल कनीना द्वितीय तथा समीर राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल कनीना ने तृतीय स्थान हासिल किया।
 इस मौके पर कमल प्रसाद एएसआई ने बार-बार विद्यार्थियों को सुझाव दिए तथा परीक्षा को सुचारू रूप से संपन्न करवाया। इस मौके पर जहां परीक्षा को सुचारु रूप से संपन्न करवाने वालों में डा.विश्वेश्वर कौशिक खंड शिक्षा अधिकारी कनीना, सुनील खुडानिया प्राचार्य, उमेद सिंह प्राध्यापक, महिपाल प्राध्यापक, मदन मोहन कौशिक प्राध्यापक, ओमकार प्राध्यापक, विरेंद्र कैमला, अजय बंसल, विजय पाल प्राचार्य, नरेश कुमार वरिष्ठ प्राध्यापक,महिपाल सिंह, राजेश ककराला, कैलाश गुप्ता, सुमन गुढ़ा, सुरेंद्र कुमार प्राध्यापक, सुनीता सहित विभिन्न 50 शिक्षकों की तैनाती दी।
फोटो कैप्शन 04: परीक्षा को सुचारू रूप से संपन्न करवाने में उपस्थित अधिकारी और उनके पीछे परीक्षा देते विद्यार्थी।




किसानों में कट बनवाने के प्रति जुनून और जोश के साथ ग्रामीणों का धरना 229वें दिन रहा जारी
--अनिश्चितकालीन धरने पर हैं किसान
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कनीना की आवाज।  राष्ट्रीय राजमार्ग 152-डी पर सेहलंग -बाघोत के बीच कट के लिए ग्रामीणों का अनिश्चितकालीन धरना 229वें दिन जारी रहा। शुक्रवार को धरने की अध्यक्षता मास्टर विजयपाल सेहलंग ने की और उन्होंने बताया कि हमने अपना ईरादा पक्का बना लिया है कि जब तक केंद्र सरकार राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट का काम शुरू नहीं करती है,तब तक हम धरना स्थल पर तैनात रहेंगे।
  उन्होंने कहा कि धरने को चलते 229 दिन हो गए हैं, केंद्र सरकार राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट का काम शुरू न होने के कारण किसानों का जुनून और उनका जोश कट बनवाने के प्रति बढ़ता जा रहा है। किसानों ने सोच लिया है कि उनके सामने कितनी भी परेशानियां आए, उनका डट के मुकाबला करेंगे और राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत-सेहलंग के बीच कट का काम शुरू होने पर ही दम लेंगे।
 उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार बुजुर्ग किसानों की मांग की तरफ ध्यान दें, धरना स्थल पर बैठे सभी बुजुर्ग बुद्धिजीवी,अनुभवी और शिक्षित किसान हैं। अपने अनुभव के आधार पर केंद्र सरकार को यह याद दिलाना चाहते हैं कि राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट की जरूरत इस इलाके को है, कट नहीं बनेगा तो यह इलाका और पिछड़ जाएगा।  कट बनने के बाद इन गांवों में शिक्षा, उद्योग, पर्यटक स्थल और रोजगार के क्षेत्र में नए रास्ते खुल जाएंगे।
 इस मौके पर धरना संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय सिंह चेयरमैन, इंस्पेक्टर सत्यनारायण, सूबे सिंह पंच सेहलंग, पहलवान रणधीर सिंह, सरपंच हरिओम पोता, सरपंच वीरपाल स्याना, नरेंद्र शास्त्री छिथरौली, डॉ लक्ष्मण सिंह, डॉ राम भक्त, रामभज, मास्टर विजय सिंह, मुख्तार  सिंह, मुंशी राम , बाबूलाल,  राम भक्त, सूबेदार हेमराज अत्रि,वेद प्रकाश,  दाताराम ,  प्यारेलाल,  डॉ राम भक्त, रोशन लाल आर्य, कृष्ण कुमार पंच, सूबेदार भोले राम, पूर्व सरपंच हंस कुमार, ओम प्रकाश, सीताराम, सत्य प्रकाश व गणमान्य लोग मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 01: कट की मांग को लेकर धरना देते ग्रामीण।







मोलडऩाथ आश्रम पर भजनों की बही बयार
-विभिन्न सत्संग मंडलों ने प्रस्तुत किये भजन
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कनीना की आवाज। मोलडऩाथ आश्रम कनीना पर भजनों की रातभर बयार बहती रही। दूर दराज से आये भक्तों ने भजनों का रसपान किया। विभिन्न सत्संग मंडलों ने भजन प्रस्तुत किये।
बाबा भैया सत्संग मंडल कनीना ,भालखी सत्संग मंडल के सुरेंद्र सिंह बेदी, दर्शन सिंह गायक मंडोली, मोलडऩाथ सत्संग मंडल द्वारा मनमोहक भजनों द्वारा मोलडऩाथ आश्रम पर भजनों की प्रस्तुति दी। भजनों ने सभी का मन मोह लिया।
 दर्शन सिंह गायक नारनौल ने अपनी सरस्वती वाणी से जोर-जोर से भैया बाबा का  जयकारा लगाया, सब ने मिलकर आज बाबा को मनाया भगवान तेरी मां माया का भेद किसी ने न पाया, बड़े-बड़े विद्वान हो लिए भेद समय में समझ में न आया और मोलडऩाथ सत्संग मंडल द्वारा कनीना नगरी के रखवाले बार-बार प्रणाम कर, बाबा मोलडऩाथ कहूं तुझे मैं गाकर उपस्थित जन समूह का मन मोह लिया। भजनों का आनंद लेते हुए हजारों रुपये अपनी कमाई में से बाबा भैया के भंडारे के लिए दान दिये जिसके चलते शुक्रवार की सुबह हवन हुआ और बाद में भंडारे का आयोजन किया गया। जिसमें देसी घी का प्रसाद वितरण किया गया।
 इस मौके पर कंवरसेन वशिष्ठ, रतन सिंह शर्मा, राजेंद्र प्रसाद,  परमानंद शर्मा, संदीप शर्मा,  महेंद्र यादव, रामपाल यादव, रमेश यादव, कंवर सिंह यादव, अतर सिंह यादव, नरेंद्र यादव, नरेश यादव, रमेश, निहाल, माल्हाराम, होशियार सिंह, रविंद्र यादव, शीला देवी,फुला देवी, लाली यादव, माया यादव, शकुंतला देवी, विद्या देवी आदि उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 02: सत्संग करते हुए सत्संग मंडल।






नगर पालिका चुनाव बने हुये हैं पहेली
--अभी चुनाव होते नहीं नजर आ रहे
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कनीना की आवाज। कनीना नगर पालिका को भंग हुए करीब 6 माह बीत गए हैं किंतु अभी निकट भविष्य में चुनाव होते नजर नहीं आ रहे हैं। अगर निकट भविष्य में चुनाव नहीं होते तो तो यह तय है कि अप्रैल 2024 के बाद ही चुनाव होंगे। कनीना पालिका के चुनावों को लेकर यूं तो सभी वर्ग अपनी अपनी रुचि दिखा रहे हैं किंतु युवा वर्ग अधिक सक्रिय दिखाई पड़ रहा है।
  कनीना नगर पालिका के चुनाव जिला महेंद्रगढ़ की अन्य नगर पालिकाओं की बजाए अलग वक्त पर होने के कारण अब फिर से चुनावों की बाट जोह रहे हैं। 22 मई 2017 को नगरपालिका भंग कर दी गई थी तत्पश्चात 23 मई 2017 को तत्कालीन संदीप सिंह एसडीएम ने नगर पालिका कनीना का कार्यभार बतौर प्रशासक संभाल लिया था। करीब एक साल तक लंबे इंतजार के बाद 13 मई 2018 को कनीना पालिका के चुनाव संपन्न हुए थे जिसमें 13 पार्षद चुने गए थे दो मनोनीत पार्षद भी सरकार द्वारा भेजे गए थे।
 13 मई 2018 को चुनाव संपन्न होने के बाद फिर से करीब 5 महीनों तक पालिका प्रधान पद खाली रहा। पालिका प्रधान की तिथि बार-बार आती और चुनाव संपन्न नहीं हो पाए। आखिरकार 25 अक्टूबर 2018 को नगर पालिका प्रधान बतौर सतीश जेलदार ने शपथ ग्रहण की थी।
  कनीना पालिका वर्ष 2000 में भंग करने के बाद इसे जहां पंचायत का दर्जा दे दिया था। तभी से लोगों ने भारी आंदोलन किया। हालांकि  माना देवी को गांव की प्रथम महिला सरपंच माना देवी बनाया भी गया किंतु जीत के बाद त्यागपत्र दे दिया गया। जनांदोलन के बाद कनीना को फिर से पालिका का दर्जा तो दे दिया लेकिन चुनाव लडऩे का बेहतर अवसर नहीं मिला।
 नपा की विगत तीन योजनराओं पर नजर डाले तो  लगातार दो योजनाएं महिला को कनीना की अध्यक्ष बनाया गया। पहली योजना में वर्ष 2007 में शहीद अशोक कुमार की धर्मपत्नी संतोष देवी पालिका अध्यक्ष चुनी गई और 2012 तक प्रधान बनी रही
संतोष देवी को निर्विरोध महिला अध्यक्ष बनाया गया था जिसमें युवा बेशक अपना मन मसोसकर रह गया था किंतु दूसरी योजना में कनीना पालिका अध्यक्ष आरक्षित हो जाने से एकमात्र एससी महिला शारदा देवी को को कनीना पालिका का अध्यक्ष बनने से कोई नहीं रोक पाया। 27 अगस्त 2012 को पालिका प्रधान बनी। पालिका के निवर्तमान प्रधान सतीश जेलदार रहे हैं जिनका कार्यकाल मई 2023 तक रहा है।
 पालिका प्रधान सतीश जेलदार ने अपना पूरा दमखम दिखाया और उनका कार्यकाल भी पूरा हो चुका है। वर्तमान में एसडीएम कनीना सुरेंद्र सिंह के हाथ कनीना पालिका की डोर है।
  अब कनीना पालिका के लिए आने वाले समय में किसी युवा अध्यक्ष की जरूरत समझी जा रही है। ऐसे में युवा वर्ग बढ़ चढ़कर आगे आने की सोच रहा है। प्रत्येक वार्ड से रातोंरात विभिन्न कार्यों एवं जनहित के मुद्दों पर अपनी मौजूदगी दर्शा रहा है। विभिन्न पर्वों पर पोस्टरों एवं बैनरों पर अपना विज्ञापन छपवाकर पालिका चुनावों में अपनी उपस्थिति दर्ज करवा रहे हैं। अब देखना यह है कि युवा वर्ग कितना सफल हो पाता है या फिर किसी महिला को आरक्षण का कोटा मिल जाएगा?
  बहरहाल युवा वर्ग ही युवा वर्ग हर जगह सामने आ रहा है। किसी का कोई काम पूरा करवाना है या फिर किसी के सुख या दु:ख में युवा वर्ग अग्रणी है। लंबे समय से कनीनावासी चुनावों का इंतजार कर रहे हैं। वैसे चुनाव का इंतजार कस्बा कनीना के लोगों ने पालिका भंग होने से करीब 6 महीने पहले शुरू कर दिया था। उन्हें विश्वास था कि नगर पालिका के चुनाव जल्दी होंगे या पालिका भंग होते ही चुनाव होंगे किंतु नगर पालिका चुनाव अभी नजर नहीं आ रहे हैं। अभी तो प्रधान पद का ड्रा होगा उसके बाद ही सरकार कोई निर्णय ले पाएगी कि चुनाव होते हैं या नहीं।
युवा बुजुर्ग और चुनाव लडऩे की इच्छुक नर नारी लंबे समय से अपने पोस्टरों एवं बैनरों के अलावा विभिन्न शुभ एवं अशुभ अवसरों पर पहुंचकर चुनाव लडऩे का आभास कराते आये हैं परंतु अब वो भी थकने लगे हैं क्योंकि एक वर्ष के अर्से में चुनाव की कोई संभावना नजर आज नजर नहीं आई। जब चुनाव की संभावना थी तब एक वार्ड बढ़ा दिया गया। 14 वार्ड बना दिए, तत्पश्चात पांच वार्ड महिलाओं के लिए आरक्षण का कार्य चला और ड्रा निकाला गया। प्रधान पद का ड्रा होना है उसके बाद ही चुनाव होने की उम्मीद जताई जा सकती है।
 कनीना नगर पालिका के चुनाव अपने आप में सदा ही अहं रहे हैं। एक और जहां पूर्व पालिका प्रधान चुनाव लडऩे की होड़ लगाए बैठे हैं यहां तक कि स्वयं भी चुनाव लडऩे के लिए लोगों का मन टटोल रहे हैं। ये चुनाव लडऩे वाले बुजुर्ग होने के कारण या तो स्वयं या उनके परिवार के सदस्य चुनाव लड़ेंगे, वही युवा पीढ़ी इस बार जोर-शोर से आगे आ रही है और पहले से ही चुनाव में अपनी भागीदारी सुनिश्चित कर रही है। युवा पीढ़ी ही नहीं महिलाएं भी चुनाव लडऩे की इच्छुक हैं।
विगत एक वर्ष में दुकानों पर तथा व्यापारिक प्रतिष्ठानों पर भी चुनावी चर्चाएं चलती आई है कि कौन चुनाव लड़ेगा कौन नहीं?  सभी वार्डों में अपने-अपने भावी प्रत्याशी के कयास लगाये जा रहे है और इस बार 14 वार्ड होने से 14 प्रत्याशी विजयी होंगे वही दो प्रत्याशी सरकार द्वारा मनोनीत होकर भी आते रहे हैं। इस बार पालिका प्रधान पद का सशक्त पद बना दिया गया है।
 अभी तक प्रधान का चुनाव पार्षद करते आए हैं किंतु इस बार पार्षदों की बजाय सीधा वोट प्रधान पद का पड़ेगा। ऐसे में इस बार एक नहीं अपितु दो-दो वोट प्रत्येक मतदाता को डालने होंगे जिसमें एक वोट प्रधान का तथा दूसरा वोट संबंधित पार्षद का होगा। ऐसे में चुनावी चर्चाओं का माहौल समय-समय पर गर्माता आ रहा और फिर शांत होता चला जाता है। क्योंकि चुनावों का इंतजार लंबा हो गया है।
पालिका चुनाव लडऩे के लिए इस बार तीन ग्रुप आगे आ रहे हैं एक ग्रुप पूर्व प्रधानों एवं निवर्तमान प्रधान का है वहीं दूसरी ओर युवा वर्ग का है जबकि तीसरा ग्रुप महिलाओं का बन रहा है जो चुनाव में भागीदारी करेंगी। इस बार युवा वर्ग जोर शोर से लोगों का मन टटोल रहा है क्योंकि उनका कहना है कि इस बार युवा पीढ़ी को ही आगे लाया जाए तो बेहतर होगा। ऐसे में पहले ही एक पूर्व प्रधान तथा निवर्तमान प्रधान ने अपने-अपने पुत्रों को आगे लाने की घोषणा कर रखी हैं और संभावना जताई जा रही है कि दोनों के पुत्र चुनाव में उतरेंगे। विगत दिनों जहां एक के बाद एक अनेकों नये नये चेहरे उभर कर चुनाव लडऩे के लिए अपने आप को प्रस्तुत करते आये हैं। अब वो धीरे-धीरे चुनाव की आहट बंद होने से शांत हो गए हैं। जब भविष्य में चुनाव की घोषणा होगी तो ये सभी चुनाव लडऩे वाले चुनाव दंगल में कूद जाएंगे और इस बार चुनावी दंगल रोचक बन जाएगा।
फोटो कैप्शन: कनीना नगरपालिका।





 आंदोलन पर उतारू हो गया है स्टेट अवार्डी शिक्षक
-2020 वाली सभी सुविधाओं की मांग
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कनीना की आवाज। पूरे ही प्रदेश में जहां स्टेट अवार्ड प्राप्त शिक्षक आंदोलन की तैयारी कर रहे हैं क्योंकि हाल ही में शिक्षकों के तबादले होने जा रहे हैं और इस शिक्षकों के तबादला में जहां पहले पांच अंक स्टेट अवार्ड के मिले हुए थे वो अब खत्म कर दिए है जिसके कारण पूरे ही प्रदेश में स्टेट अवार्डी एवं नेशनल अवार्ड शिक्षकों में रोष है। जिला महेंद्रगढ़ के  प्रधान वीरेंद्र जांगिड़ एवं उप-प्रधान डा. जितेंद्र भारद्वाज ने बताया कि सभी जिलों में कार्यकारिणी गठित की गई है जिसके बाद अब राज्य स्तरीय कार्यकारिणी गठित की जाएगी। तत्पश्चात भावी रणनीति तय की जाएगी क्योंकि स्टेट अवार्डी शिक्षकों को अवार्ड का कोई लाभ नहीं मिल रहा है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2020 व इससे पहले स्टेट अवार्डी शिक्षकों को 2 साल की सेवा विस्तार के साथ-साथ दो अतिरिक्त वेतनवृद्धियां दी जाती थी और स्टेट अवार्ड के पांच अंक तबादला नीति में दिए जाते थे किंतु अब सारी सुविधाएं वर्ष 2021 के बाद बंद कर दी हैं। जिन शिक्षकों ने 2021 का सम्मान मिला है उन्हें इस समय कोई लाभ नहीं मिल रहा है। न तो दो अतिरिक्त वेतन वृद्धि दी जा रही है और न ही 2 साल की सेवा विस्तार दिया जा रहा है। रही सही कसर अब पांच अंक जो स्टेट अवार्ड के मिलते थे वो भी बंद कर दिए हैं।  प्रदेश भर के स्टेट अवार्डी शिक्षकों में भारी रोष है। स्टेट अवार्डी शिक्षकों ने बताया कि बड़ी मुश्किल से यह अवार्ड मिलता है जिसके लिये हर क्षेत्र में असाधारण प्रतिभा दिखानी पड़ती है और अब उस अवार्ड का कोई लाभ नहीं दिया जा रहा है। पहले जहां दो अतिरिक्त वेतन वृद्धि दी जाती थी वो भी बंद कर दी गई है। अब केवल एडवांस देने की बात कही है। परंतु वो भी सभी शिक्षकों को देने से इनकार किया जा रहा है।  विगत दिनों जहां स्टेट अवार्डी शिक्षकों को तबादलों के समय पांच अंक दिए थे अब हाल ही में वो पांच अंक भी काट दिए गए हैं जिसके कारण शिक्षकों को मायूसी हाथ लगी है। स्टेट अवार्डी शिक्षकों का कहना है कि जब अवार्ड दिया गया है तो क्यों न 2020 वाली सभी सुविधाएं प्रदान की जाए? सभी शिक्षकों को 2 साल का सेवा विस्तार दिया जाए साथ में दो अतिरिक्त वेतन वृद्धि आदि जानी चाहिए। तभी शिक्षक अवार्ड का कोई अर्थ होगा, वरना शिक्षक अवार्ड के प्रति में कोई उत्साह नहीं रहेगा और शिक्षक अवार्ड महज एक अवार्ड बनकर रह जाएगा।
 उन्होंने बताया कि हर वर्ष बेहतर काम करने वाले शिक्षकों का अवार्ड से सम्मानित किया जाता है परंतु अवार्ड अब तो महज औपचारिकता बनकर रह गया है और अवार्ड में दी जाने वाली 2020 से पहले वाली कोई सुविधा नहीं दी जा रही है जिसके कारण रोष पनप रहा है और विभिन्न जिलों के अवार्डी शिक्षक अपने-अपने क्षेत्र के विधायक को और सांसदों को ज्ञापन सौंप रहे हैं। तत्पश्चात एक बड़ा आंदोलन भी चल सकता है। ऐसे में स्टेट अवार्ड शिक्षकों ने सरकार और शिक्षा विभाग से मांग की है कि शिक्षकों को 2020 तक या इससे पहले दी जाने वाली सभी सुविधाएं प्रदान की जाए।
फोटो कैप्शन: वीरेंद्र जांगड़ा एवं डा जितेंद्र भारद्वाज





सीहोर गांव के एक घर से लाखों की चोरी
-अज्ञात चोर सोने चांदी के




















आभूषण ले उड़ा
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कनीना की आवाज। कनीना उप-मंडल के गांव सीहोर के एक घर से अज्ञात चोर लाखो रुपये के सोने चांदी के आभूषण चोरी कर ले गया। जयपाल सिहोर निवासी ने पुलिस में चोरी का मामला दर्ज करवा दिया है।
 जयपाल ने पुलिस में कहा है कि वह कंपनी में काम करता है जबकि बच्चे सीहोर गांव में रहते हैं। 21 व 22 अक्टूबर की रात को अज्ञात चोर घर से आभूषण चोरी ले कर ले गया जिसकी सूचना जयपाल को उसके लड़के दीपक ने दी। चोरी होने के बारे में सूचना पाकर जयपाल कंपनी से सीहोर गांव आया है। बच्चों से पूछताछ करने पर पता चला कि एक जोड़ी झुमकी सोने की, एक नथ सोने की, एक टीका सोने का, एक कंठी सोने की, एक नोज पिन सोने की, एक सोने का ओम, 6 अंगूठियां सोने की, चार जोड़ी पाजेब चांदी के, दो अंगूठी चांदी की, सात चांदी के सिक्के, चांदी का बिस्कुट, गणेश, लक्ष्मी, 5 जोड़ी चांदी चुटकी चोरी हो गई।  पुलिस ने अज्ञात चोरों के विरुद्ध चोरी का मामला दर्ज कर लिया है।

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