299 किसानों का 7695 क्विंटल बाजरा खरीदा गया
- रविवार को रहेगा अवकाश
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कनीना की आवाज। चेलावास स्थित कनीना की नई अनाज मंडी में बुधवार को 299 किसानों का 7695 क्विंटल बाजरा खरीदा गया। विस्तृत जानकारी देते हुए हेड मैनेजर वीरेंद्र को मारने बताया कि अब तक 159400 क्विंटल बाजरा खरीदा जा चुका है जबकि एक दिन में 10000 बैग की लिफ्टिंग की गई। कुल 260500 बैग की लिफ्टिंग की जा चुकी है। आज कनीना अनाज मंडी में पुराने और नये किसानों का बाजरा खरीदा गया किंतु किसानों ने बताया की बाजरे की खरीद के बारे में उनके पास कोई सूचना नहीं आती। न तो हैफेड कार्यालय से और न ही मार्केट कमेटी किसानों को सही समय पर सूचना नहीं दे पाती जिसके कारण उन्हें पता ही नहीं चलता कि कब नये किसने की बाजरे की खरीद होगी और कब पहले से टोकन प्राप्त किसानों का बाजरे की खरीद हो पाएगी। अभी भी सैकड़ो की संख्या में किसान टोकन लिए बाजरा बिकने का इंतजार कर रहे हैं।
सरस्वती पब्लिक स्कूल भडफ़ में अध्यापक अभिभावक संगोष्ठी का हुआ आयोजन
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कनीना की आवाज। शनिवार को सरस्वती पब्लिक स्कूल भडफ़ में अध्यापक अभिभावक संगोष्ठी का आयोजन किया गया। इस संगोष्ठी में 800 से अधिक अभिभावकों ने अपने बच्चों की शिक्षण गतिविधियों का आकलन किया। सभी अभीभावकों ने विद्यालय द्वारा इस तरह के सम्मेलन आयोजित करने की प्रशंसा की। अध्यापकों ने भी अभिभावकों से विचार विमर्श करके भविष्य में बच्चों की प्रगति को और बेहतर बनाने के लिए कृत संकल्प रहने का वादा किया। संस्था के चेयरमैन रमेश कुमार भारद्वाज ने अपने बच्चों की प्रगति को जांचने में विशेष रुचि दिखाने के लिए संपूर्ण अभिभावक गण का धन्यवाद किया और कहा कि बच्चे की प्रगति में अभिभावक और अध्यापक दोनों का पर्याप्त सहयोग अपेक्षित है। यदि इन दोनों कडिय़ों में से कोई एक कड़ी भी कमजोर हुई तो वहीं पर बच्चे का विकास रुक जाएगा। अत:अभिभावक अध्यापक सम्मेलन समय-समय पर होना अति आवश्यक है।
फोटो कैप्शन 08: भडफ़ में पीटीएम का नजारा।
सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा का समापन
-रविवार को होगा हवन व भंडारा
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कनीना की आवाज। पितृपक्ष में होलीवाला जोहड़ कनीना के समीप लाला लेखराम बाग में चल रही श्रीमद्भागवत कथा का समापन हुआ। रविवार को सुबह हवन यज्ञ करने के उपरांत प्रसाद वितरित किया जाएगा। कथा वाचक आचार्य जगदीश शास्त्री ने श्रीमद्भागवत कथा के सातवें दिन भगवान श्रीकृष्ण के संपूर्ण जीवनवृत पर चर्चा की और इससे मिली सीख को अपने जीवन में उतारने की नसीहत दी। वाचक आचार्य जगदीश शास्त्री ने श्रीकृष्ण और उनके पुत्रों के बीच के एक प्रसंग का वर्णन करते हुए कहा कि एक बार श्रीकृष्ण अपने पुत्रों के साथ ही जा रहे थे। इसी बीच एक कुंए में एक गिरगिट देख श्रीकृष्ण के पुत्र रुक गए। बच्चों ने तोतली आवाज में कहा कि कुयें में कोई बड़ा जानवर गिरा पड़ा है। भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन होते ही गिरगिट अपने स्वरूप में आ गया और कहा कि मैं राजा हूं और मैंने अपने जीवनकाल में सिर्फ दान किया। लेकिन एक छोटी सी गलती की वजह से आज मेरा स्वरूप बदल गया है। अपने अभिमान में मैंने एक ब्राह्मण का अपमान कर दिया। जिससे मेरी यह दुर्गति हुई। भगवान श्रीकृष्ण ने बच्चों को कहा कि सत्कर्म करना बेहद अच्छी बात है लेकिन अभिमान में चूर होना गलत। वाचक आचार्य जगदीश शास्त्री ने श्रोताओं से कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम चंद्र की भांति भगवान श्रीकृष्ण के जीवन से सीख लेकर हम खुद के जन्म को धन्य बना सकते हैं और मोक्ष की प्राप्ति कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि सच्ची श्रद्धा से किसी भी जीव की सेवा करने वाले कभी दुख नहीं भोगते। कथा वाचन कार्यक्रम के अंतिम दिन कथा परिसर में श्रोताओं की भारी भीड़ उमड़ी रही। कथा के संयोजक गणपत राम परिवार के छबिलचन्द व सुरेश गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया सात दिवसीय संगीत में श्रीमद् भागवत कथा का समापन हो गया। रविवार को हवन यज्ञ करके भंडारा किया जाएगा। इस दौरान सेठ छबील चंद, नरेंद्र कुमार विजय कुमार, देवकीनंदन, अभय कुमार, समाजसेवी रविंद्र यादव, पवन तंवर, मदन सिंह, लक्की सेठ, जगमाल सिंह, महावीर चौधरी, देवेंद्र, कैलाश चंद्र गुप्ता, पंडित कन्हैयालाल रमेश, ओमप्रकाश, रामचंद्र, सुरेश गुप्ता, फूलचंद, अमित कुमार, अंकुर, विकास, हितेश, लाल गणपत राम का परिवार, मूलचंद गुप्ता, पवन कुमार, पंडित डूंगरमल, मनोज, गीता देवी, इंद्रमणि, सुनीता, संजू, मोनिका, पूजा, पूनम, ममता, कुमकुम, भावना सहित अनेक श्रद्धालु मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 09: भागवत कथा के सातवें दिन कथा व्यास आचार्य जगदीश शास्त्री श्रद्धालुओं को कथा सुनाते हुए।
सत्य भारती स्कूल में हुई खेल प्रतियोगिता संपन्न
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कनीना की आवाज। भारती फाउंडेशन द्वारा संचालित सत्य भारती स्कूल के जिला समन्वयक रामकिशोर यादव के निर्देशानुसार आज वार्षिक खेल दिवस मनाया गया
सत्य भारती स्कूल, तलवाना ने 14 अक्टूबर को पूरे उत्साह के साथ अपना वार्षिक खेल दिवस आयोजित किया। छात्रों को भाग लेने और अपनी क्षमता दिखाने के लिए लड़कियों की खो-खो और लड़कों की कबड्डी, ट्रैक दौड़, टॉफिक संग्रह, मेंढक दौड़ जैसी विभिन्न खेल गतिविधियों का आयोजन किया गया। खेल की भावना को बनाए रखने के लिए, शिक्षकों और छात्रों ने वार्षिक कार्यक्रम में जोश और उत्साह दिखाया, जिससे समुदाय में खेल के महत्व और सर्वांगीण फिटनेस के बारे में जागरूकता फैल गई।
भारती फाउंडेशन अपने प्रमुख कार्यक्रम, सत्य भारती स्कूल के माध्यम से, ग्रामीण भारत में छात्रों के समग्र विकास पर ध्यान केंद्रित कर रहा है। खेल आदि जैसे सह-पाठ्यचर्या कार्यक्रमों के माध्यम से, फाउंडेशन का लक्ष्य फिट और स्वस्थ रहने के महत्व को रेखांकित करते हुए बच्चों में अनुशासन, धैर्य, खेल कौशल, टीम वर्क और कई अन्य मूल्यों को विकसित करना है। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में श्री मंजन कुमार भारती फाउंडेशन के क्लस्टर कार्डिनेटर श्री राजेश कुमार एवं मुख्य शिक्षक श्री नरवीर यादव एवं स्कूल स्टाफ शर्मिला, सीमा, पूनम, पवन कुमार, रजनी समुदाय के सदस्य शैल, सेतु अर्जुन, मनीष कुमार पधारे। खेलों के दौरान विकास, अमन स्कूल में उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 06: अव्वल रहे बच्चों को पुरस्कृत करते हुए।
नैनो यूरिया की बोतल खरीदने की बाध्यता हो तत्काल समाप्त
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कनीना की आवाज। बसपा के नेता अतरलाल एडवोकेट ने चेतावनी दी है कि राज्य सरकार ने डी.ए.पी. खाद के साथ नैनो यूरिया की बोतल खरीदने की बाध्यता तत्काल समाप्त नहीं की तो पार्टी आंदोलन करने पर मजबूर होगी। उन्होंने राज्य सरकार से बिना देर किए चालू रबी सीजन के लिए किसानों को पर्याप्त मात्रा में डी.ए.पी. खाद उपलब्ध करवाने के लिए कारगर कदम उठाने की मांग की है।
अतरलाल ने जिला के सुन्दरह गांव में किसानों से बातचीत करते हुए कहा कि राज्य सरकार अपने 9 साल के कार्यकाल में किसानों को वक्त पर उनकी मांग अनुसार डी.ए.पी. व यूरिया खाद उपलब्ध करवाने में पूर्णतया नाकाम रही है। अब चालू रबी सीजन की बिजाई सिर पर है परन्तु किसानों को डी.ए.पी. खाद लेने के लिए लाईनों में लगना पड़ रहा है। उन्हें डी.ए.पी. खाद के साथ नैनों यूरिया की बोतल लेनी पड़ रही है। इससे किसानों में भारी रोष व्याप्त है। उन्होंने कहा कि जब सरकार को पता है कि रबी सीजन में गेहूँ तथा सरसों की बिजाई के लिए डी.ए.पी. खाद की जरूरत होती है तो सरकार को किसानों की मांग अनुसार पर्याप्त डी.ए.पी. खाद उपलब्ध कराने की कारगर योजना बनानी चाहिए थी परन्तु पिछली बार की तरह अब भी किसानों को लाइनों में लगकर परेशानी उठानी पड़ रही है। उन्होंने चेतावनी दी कि सरकार ने डी.ए.पी. खाद के साथ नैनों यूरिया की बोतल खरीदने की बाध्यता समाप्त कर पर्याप्त मात्रा में किसानों को डी.ए.पी. खाद उपलब्घ नहीं करवाया तो बहुजन समाज पार्टी के कार्यकर्त्ता सड़कों पर उतरकर बड़ा आंदोलन छेडऩे को मजबूर होंगे। इस अवसर पर उनके साथ भाग सिंह चेयरमैन, शेर सिंह यादव, दानसिंह प्रजापत, राकेश यादव, लालचंद शर्मा आदि अनेक पार्टी कार्यकर्त्ता उपस्थित थे।
अव्वल रही छात्राओं को किया पुरस्कृत
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कनीना की आवाज। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय रामबास प्रांगण में केनरा बैंक की ओर छात्राओं को प्रोत्साहन योजना के तहत चेक वितरित किए। विस्तृत जानकारी देते हुए पूर्व सरपंच मराया देवी ने बताया की विभिन्न कक्षाओं में अव्वल रही छात्राओं को केनरा बैंक की ओर से पुरस्कार के रूप में चेक वितरित किए गए हैं। इस मौके पर माया देवी पूर्व सरपंच, वेद प्रकाश नंबरदार, राजेंद्र आचार्य और समस्त स्टाफ उपस्थित था।
फोटो कैप्शन 07: अव्वल रही छात्राओं को केनरा बैंक अधिकारी पुरस्कृत करते हुए
ग्रामीण महिलाओं के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस- 15 अक्टूबर
हर क्षेत्र में नाम कमा रही है ग्रामीण महिलाएं और लड़कियां
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कनीना की आवाज। कहने को तो ग्रामीण महिलाएं और लड़कियां है किंतु आज किसी से किसी प्रकार कम नहीं हैं। हर क्षेत्र में नाम कमा रही है जिसके चलते यह नहीं कहा जा सकता कि ग्रामीण महिलाएं पुरुषों से किसी प्रकार कम हैं। एक वक्त था जब लोग लड़कियों को पढऩा लिखाना कम चाहते थे किंतु आज लड़कियां पढ़ लिखकर लड़कों से भी आगे निकल चुकी है। नौकरी में हो या अंतरिक्ष में पहुंचने की बात हो या फिर किसी अन्य क्षेत्र की बातों लड़कियां और महिलाएं आगे मिलती हैं।
कनीना क्षेत्र की अनेक महिलाएं लड़कियां आज उच्च पदों पर नाम कमा रही है। यहां तक की हर कार्य को लड़कियां बखूबी से पूरा रही है। ऐसी कुछ महिलाएं और लड़कियां जो क्षेत्र में नाम कमा रही है, बातचीत हुई।
कांता मोड़ी से संबंध रखती है तथा कृषि क्षेत्र में अग्रणी किसान है। खेत के सभी कार्य अच्छे प्रकार कर लेती है तथा ट्रैक्टर चलाना सब्जी और फल पैदा करना यहां तक की अनाज पैदा करना सभी कार्यों में अग्रणी है। 18 सालों से कृषि कार्यों में जुटी हुई है और अपने इस क्षेत्र में नाम कमा रही है।
रितिका यादव पुत्री दिनेश कुमार ग्रामीण लड़की है जो खेती-बाड़ी के काम में लगी रहती थी किंतु आज एमबीबीएस करके जन सेवा में जुट गई है। मां-बाप अधिक पढ़े-लिखे न होने के कारण भी लड़की ने नाम कमाया है और आज के दिन रोहतक से एमबीबीएस कर डॉक्टर बन चुकी है। जनसेवा उनका ध्येय है।
अंशिका ग्रामीण क्षेत्र संबंध रखते हुए भी एमबीबीएस कर रही है। उसमें सिद्ध कर दिया है कि घर परिवार में कोई बहुत पढ़ा लिखा न हो तब भी लड़कियां नाम कमा सकती है। यही कारण है कि अंशिका के मां-बाप को उन पर गर्व है और वह डाक्टरी का कोर्स कर रही है।
उधर कनीना की एकता जो हाल ही में एसआई बनी है। घर परिवार के हालात बहुत बेहतरीन न होते हुए भी अपने
ही दम पर इस पद तक पहुंची है। कड़ी मेहनत का परिणाम है जिसके कारण वह एसआई पद पर पहुंच पाई है। परिवार को उन पर नाज है।
पूजा कौशिक ग्रामीण क्षेत्र से संबंध रखती है। खरखड़ा बास की यह लड़की आज के दिन स्कॉलर है। उन्होंने उन्होंने प्रशासनिक राजनीतिक हर क्षेत्र का ज्ञान प्राप्त है तथा स्कॉलर बनाकर नाम कमाया है।
डिंपल जांगड़ा महिला सरपंच है। कैमला की महिला सरपंच है। कितनी ही महिलाएं सरपंच का कार्य कर रही है। 2022 में निर्वाचित हुई डिंपल जांगड़ा स्वच्छता, जल शक्ति, ऊर्जा बचाओ, बालिका शिक्षा आदि क्षेत्र में नाम कमा रही है और पुरुषों को भी पीछे छोड़ दिया है।
आरजू माइनिंग इंस्पेक्टर है। अपने दम के चलते वह इस पद पर पहुंची है। ग्रामीण क्षेत्र से संबंध रखते हुए भी उन्होंने ऊंचा मुकाम हासिल किया है। परिवार की हालात चाहे अच्छी नहीं रही हो परंतु इस लड़की ने इस पद पर पहुंचकर सिद्ध कर दिया है की मेहनत के आगे सब कुछ शून्य हो जाता है और मेहनत करने वाला ऊंचाइयों को छूता है।
रितिका यादव पुत्री सवाई सिंह ग्रामीण लड़की ने एमबीबीएस कर ली है तथा अब पीजी की तैयारियों में जुटी है। परिवार अधिक लिखा पढ़ा नहीं है तथापि उन्होंने अपनी मेहनत के बल पर नाम कमाया है और डाक्टरी की पढ़ाई पूरी की है।
फोटो कैप्शन: कांता, रितिका, पूजा कौशिक, एकता ,डिंपल जांगड़ा, आरजू, रितिका यादव और अंशिका।
किसानों में आक्रोश के बीच धरना 216वें दिन जारी रहा
-अनिश्चितकालीन धरने पर अडिग हैं ग्रामीण
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कनीना की आवाज। राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर सेहलंग -बाघोत के बीच कट के लिए ग्रामीण अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं। शनिवार को धरने की अध्यक्षता मास्टर विजयपाल सेहलंग ने की और उन्होंने बताया कि धरना स्थल पर बैठे किसान निराश हैं, केंद्र सरकार की तरफ से आश्वासन मिलने के बाद भी धरातल पर कट का काम शुरू नहीं किया गया है।
धरना संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय सिंह चेयरमैन ने बताया की धरने को चलते 216 दिन हो गए हैं, किसान एक ओर रबी की फसल की बिजाई की तैयारी में लगे हुए हैं वहीं धरने पर बैठना पड़ रहा है। राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट शुरू ना होने के कारण किसानों में आक्रोश है। सरकार को किसानों के दर्द को समझते हुए कट का काम जल्द शुरू करना चाहिए।
रामकिशन फौजी बाघोत एवं कप्तान ओमप्रकाश नौताना धरना स्थल पर पहुंचे और उन्होंने बताया कि एक सैनिक देश की सुरक्षा के प्रति समर्पित है। सैनिक जीवन में अनुशासन का एक बहुत बड़ा महत्व है। राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट का होना हमारे क्षेत्र के लिए बहुत जरूरी है। हम अनुशासन और द्दर्ड निश्चय के साथ धरना स्थल पर बैठे हुए हैं, जब तक कट बनना शुरू नहीं होगा, तब तक हम यहीं पर डटे रहेंगे। उन्होंने बताया कि आप नेक काम के लिए यहां पर बैठे हुए हो। इन 40-50 गांवों के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर कट बनना बहुत जरूरी है। कट बनने के बाद ही इन गांवों का विकास हो सकता है। हम संघर्ष समिति का समर्थन करते हैं और तन-मन-धन से आपके साथ हैं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग कट के काम में देरी कर रही है। किसान धरना स्थल पर बैठे हुए ऊब चुके हैं ढ्ढ किसानों की मांग जायज है, इस पर जल्द से जल्द कार्रवाई होनी चाहिए।
इस मौके पर संघर्ष समिति के संयोजक पहलवान रणधीर सिंह बाघोत , नरेंद्र शास्त्री छिथरौली, जिला पार्षद लीलाराम, पूर्व सरपंच बेड़ा सिंह, पहलवान धर्मपाल,मनोज कुमार करीरा, मुंशी राम,मास्टर ओम प्रकाश, डॉ राम भक्त, सूबेदार श्री राम, सत्यप्रकाश, भागमल,
डॉ सुरेंद्र सिंह, रामकिशन, हंस कुमार, रामकुमार, करण सिंह, सतनारायण साहब,ओम प्रकाश, भोले राम साहब, प्रधान कृष्ण कुमार, बाबूलाल, वेद प्रकाश, सूबेदार हेमराज अत्रि, प्यारेलाल, रोशन लाल आर्य, शेर सिंह, सीताराम व गणमान्य लोग मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 05: कट के लिए धरने पर बैठे ग्रामीण
5 लोगों के विरुद्ध मार पिटाई का मामला दर्ज
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कनीना की आवाज। जमीन जोतते समय पांच लोगों ने हमला बोलकर दो लोगों को घायल कर दिया। पांच लोगों के विरुद्ध दौंगड़ा अहीर चौकी में मामला दर्ज किया गया है। मामला देवेंद्र सिंह दौंगड़ा अहीर ने दर्ज करवाया है।
देवेंद्र सिंह ने कहा है कि उन्होंने दो मरला जमीन 29 अक्टूबर 2021 को रामकिशन और राजेश गांव कोटिया व गांवड़ी वालों से खरीदी थी। यह जमीन बबीता एवं सुमित्रा देवी के नाम पर खरीदी गई थी जिसका इंतकाल भी हो चुका है। रजिस्ट्री के बाद कब्जा समय पर ले लिया था। 9 अक्टूबर 2023 को सुबह पीडि़त और उसका चाचा जगदीश प्रसाद ट्रैक्टर लेकर जुताई करने खेत गए थे। जब जुताई का काम शुरू किया तब बनी सिंह, दयानंद, अरविंद जितेंद्र और नितिन कुल्हाड़ी, लाठी-डंडे लेकर पहुंचे और मारपीट शुरू कर दी। मारपीट में जगदीश प्रसाद एवं शिकायतकर्ता को चोट लगी। जब शोर मचाया तो रास्ते जाते कुछ लड़के छुड़ाने के लिए आ गये। जिनको देखकर ये लोग भविष्य में जान से मारने की धमकी देकर चले गए। पुलिस को फोन किया, पुलिस की गाड़ी की मदद से सरकारी अस्पताल कनीना पहुंचाया जहां मरहम पट्टी करके महेंद्रगढ़ रेफर कर दिया वहां पर दोनों का इलाज चला। अब उन्होंने पुलिस में पांच लोगों के खिलाफ मामला दर्ज करवा दिया है।
हस्त प्रक्षालन दिवस-15 अक्टूबर
कम से कम 30 सेकंड और अधिकतम 1 मिनट हाथों को धोना चाहिए
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कनीना की आवाज। 15 अक्टूबर को हस्तप्रक्षालन/हस्त धावन दिवस मनाया जा रहा है। इस दिन लोगों को हाथ धोने के प्रति जागरूकता उत्पन्न कराई जाती है हाथ धोना बहुत महत्वपूर्ण है।। भारतीयों के लिए तो विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि हाथों से खाना खाने की संस्कृति है। मल त्याग के बाद तथा बाहर से आने पर हाथों को जरूर धोना चाहिए। इससे अनेकों रोगाणु जो हाथों से चिपके होते हैं नष्ट हो जाते हैं। हाथों की स्वच्छता हर संक्रमण से बचाती है। इस संबंध में डॉक्टर जितेंद्र मोरवाल उप-नागरिक अस्पताल कनीना से हाथ धोने की विषय में बात हुई।
** हाथों को कम से कम से कम 30 सेकंड और अधिकतम 1 मिनट तक धोना चाहिए। हाथों को सीधा, फिर उल्टा, फिर नाखून फिर हथेली, फिर अंगूठा ,और फिर बाजू छह सोपानों से होकर हाथों को धोना चाहिए। हाथों को धोने से बीमारी फैलने वाले वायरस और जीवाणु जो नंगी आज से नहीं दिखाई देते, नष्ट हो जाते हैं। हाथों को धोने से अनेक बीमारियों से बचा जा सकता है। जब-जब मलमूत्र त्याग करते हैं, बाहर कहीं घूम कर आते हैं या कोई गंदगी आदि उठाकर आते हैं, सुबह, शाम दोपहर जब भी हाथों से कोई खाने पीने का कार्य करते हैं उसे समय हाथों को धोना जरूरी होता है। हाथों को यदि नहीं धोया जाए तो बीमारियां घर कर जाती है। बीमारियों से बचने का सबसे सरल उपाय हस्त प्रक्षालन या हैंड वॉश, हाथ धोवन नाम से जाना जाता है। खाना बनाने से पहले, बाथरूम इस्तेमाल करने पर, खाना खाते समय अपने हाथों को जरूर साफ करना चाहिए जिससे कई बीमारियों से बचा जा सकता है। वर्ष 2008 में विश्व हस्त प्रक्षालन दिवस की शुरुआत की गई थी तब से लगातार लोगों को जागरूक किया जा रहा है। हाथों को अच्छी प्रकार धोने से दस्त एवं निमोनिया सहित कई बीमारियों का खतरा कम हो जाता है। एक अन्वेषण के दौरान पता लगाया कि हाथों के धोने से बच्चों में दस्त से होने वाला खतरा 40 फीसदी कम हो जाता है। लोगों को हाथ धोने के बारे में जानकारी देने से स्वास्थ्य का अच्छा बनाने में मदद मिलती है। न केवल लीवर संबंधी समस्या का समाधान होता है बल्कि सर्दी, बुखार एवं वायरल आदि दूर हो जाते हैं। कई बार ऐसे जीवाणु और विषाणु जो नग्न आंखों से नहीं देखे जा सकते हैं, मोबाइल फोन या टूथ ब्रश में सबसे ज्यादा पाए जाते हैं, ऐसे में खाने से पहले नियमित रूप से हाथ धोना जरूरी है। अच्छी तरह हाथ धोने से खसरा, चिकन पाक्स के चकते आदि इन्फेक्शन नहीं होता क्योंकि ये संक्रमण जानलेवा हो सकते हैं। हर समय कोई काम करते हैं और खाने पीने का काम हाथों करते हैं उस समय हाथों को धो लेना चाहिए।
-- डा. जितेंद्र मोरवाल
फोटो कैप्शन: डॉक्टर जितेंद्र मोरवाल उप नागरिक अस्पताल कनीना
शारदीये नवरात्रे 15 अक्टूबर से
नौ रूपों में पूजा होती है दुर्गा की
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कनीना की आवाज। 15 अक्टूबर से शारदीय नवरात्रे प्रारंभ हो रहे हैं। वैसे तो वर्ष में दो बार आने वाले नवरात्रों में माता के मंदिरों को सजाया जाता है वहीं दिनभर व्रत आदि करके नौ दिनों तक माता की पूजा की जाती है।
इन नवरात्रों का सौभाग्यवती महिलाओं के लिए विशेष महत्व होता है। प्राचीन ग्रंथों में दुर्गा के नौ रूपों की पूजा होती आ रही है। ये नौ रूप महाकाली, महालक्ष्मी, महासरस्वती, योगमाया, रक्तदंतिका, शाकुंभरी देवी, दुर्गा, भ्रामरी देवी तथा चंडिका प्रमुख हैं। इन नौ रूपों को शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मांडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी, सिद्धिदात्री नामों से जाना जाता है। इन नौ रूपों के दर्शनों के लिए मंदिरों में जाकर पूजा की जाती है।
वासंतीय नवरात्र चैत्र माह में आते हैं। इन नवरात्रों में वसंत ऋतु आती हैं और सर्दी से गर्मी के मौसम में प्रवेश होता है वहीं शारदीय नवरात्रों में गर्मी से सर्दी में प्रवेश किया जाता है साथ में फसल पैदावार लेने के बाद ये पर्व दो बार मनाए जाते हैं। खरीफ एवं रबी की फसल पैदावार के बाद उन्हें शरीर में ग्रहण करने से पूर्व पुराने अन्न को पूर्णरूप से शरीर से निकाला जाता है इसलिए व्रत किए जाते हैं। नौ दिनों में पुराना अन्न शरीर से निकल जाता है और नया अन्न ग्रहण किया जाता है जो एलर्जी आदि रोग नहीं करेगा।
क्या कहते हैं वैद्य-
वैद्य बालकिान एवं हरिकिशन करीरा ने बताया कि वैसे भी नवरात्रों में रातों में परिवर्तन आ जाता है। शारदीय नवरात्रों में गर्मी से सर्दी के मौसम में प्रवेश होना माना जाता है। नवरात्रों में जहां नौ रूपों में मां दुर्गा ने राक्षसों का संहार किया था उन नौ रूपों में नौ कन्याओं को नवरात्रे पूर्ण होने पर भोजन कराया जाता है। साथ में नवरात्रों में जौ उगाए जाते हैं जो समृद्धि के प्रतीक होते हैं। गंगा में जौ उगाना एक कहावत भी है। वैसे भी नौ दिनों में उगे हुए जौ को ऊपर से काटकर ज्वारे रस का पान किया जाए तो घातक रोगों में भी लाभकारी माना जाता है।
पर्व से जुड़ा है सांझी का पर्व-
ग्रामीण क्षेत्रों में इस पर्व को लेकर अति प्रसन्नता होती है वहीं दुकानदार सामान बेचने को लालायित रहते हैं। छह माह के बाद नवरात्रे आने से उनके सामान की बिक्री छह माह बाद ही नवरात्रों के सामान की हो पाती है। मंदिरों को ग्रामीण क्षेत्रों में सजाकर पूजा अर्चना करने का विशेष प्रावधान होता है। नवरात्रों में शुभ काम करने की प्रथा भी चली आ रही है। इसी के साथ ही शुरू हो जाती है सांझी पूजा। बच्चियां दीवार पर सांझी बनाकर उसकी नौ दिनों तक पूजा करती हैं। दशहरे के दिन सांझी को पानी में बहाया जाता है।
क्या कहते हैं सुरेंद्र शर्मा -
पंडित सुरेंद्र शर्मा का कहना है कि माता के नवरात्रों में व्रत का विशेष विधान हैं। नौ दिनों तक व्रत करते हैं। विधि विधान से माता की पूजा करके ही व्रत करना चाहिए। कुछ लोग सात दिन में ही नवरात्रे संपन्न कर देते हैं जबकि पूरे नौ दिन चलना चाहिए। नवरात्रों में कुट्टू का आटा खाया जाता हे। इस आटे का खाने से पहले अच्छी प्रकार चेक कर ले कही यह पुराना तो नहीं है। हर वर्ष कहीं न कहीं इस आटे के खाने से परेशानी देखी गई है।
फोटो कैप्शन: बालकिशन वैद्य एवं पंडित सुरेंद्र शर्मा।
नवरात्रि मेले के अवसर पर कनीनाखास स्टेशन पर ट्रेनों का शुरू हुआ ठहराव
-24 अक्टूबर तक रुकेंगी ट्रेन
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कनीना की आवाज। नवरात्रि मेले के अवसर पर यात्रियों की सुविधा के लिए बीकानेर-दिल्ली सराय-बीकानेर रेल सेवाओं का कनीनाखास स्टेशन अस्थाई ठहराव शुरू हो गई है।
कनीना स्टेशन अधीक्षक प्रदीप कुमार ने बताया कि गाडी संख्या 22471 बीकानेर-दिल्ली सराय रेलसेवा 15 से 24 अक्टूबर तक कनीनाखास स्टेशन पर दोपहर 2.36 बजे आगमन और 2.38 बजे प्रस्थान करेगी। इसी प्रकार गाडी संख्या 22472 दिल्ली सराय-बीकानेर रेलसेवा 15 से 24 अक्टूबर तक कनीना खास स्टेशन पर प्रात 10.34 बजे आगमन और 10.36 बजे प्रस्थान करेगी।
उन्होंने बताया कि गाडी संख्या 12458 बीकानेर-दिल्ली सराय रेल सेवा 15 अक्टूबर 2023 से 24 अक्टूबर 2023 तक कनीनाखास स्टेशन पर प्रात 03.25 बजे आगमन और 03.27 बजे प्रस्थान करेगी। इसी प्रकार गाडी संख्या 12457 दिल्ली सराय-बीकानेर रेलसेवा 15 अक्टूबर 2023 से 24 अक्टूबर 2023 तक कनीनाखास स्टेशन पर रात्रि 01.29 बजे आगमन और 01.31 बजे प्रस्थान करेगी। कनीनावासियों ने इन गाडिय़ों के अतिरिक्त सभी गाडिय़ों के कनीना खास रेलवे स्टेशन पर स्थायी ठहराव की मांग की है।
फोटो कैप्शन 01: कनीना खास रेलवे स्टेशन
मेले में 70 लोगों ने किया विभिन्न योजनाओं के लिए आवेदन
---मेले में लिया 15 विभागों से संबंधित योजनाओं का लाभ
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कनीना की आवाज। आमजन को सरकार की योजनाओं का लाभ देने के लिए आज जिला कल्याण कार्यालय की ओर से नगर पालिका कनीना में कैंप का आयोजन किया गया। एसडीएम सुरेंद्र कुमार ने कैंप का निरीक्षण किया। मेले में 15 विभागों से संबंधित योजनाओं का लाभ लेने के लिए 70 लोगों के आवश्यक दस्तावेज के लिए कार्यवाही की गई।
यह जानकारी देते हुए जिला कल्याण अधिकारी अनिल कुमार ने बताया कि आमजन को सरकार की योजनाओं का लाभ देने के लिए समय-समय पर विभिन्न स्थानों पर ऐसे कैंपों व मेलों का आयोजन किया जाता रहता है ताकि अधिक से अधिक लोग सरकार की योजनाओं का लाभ उठा सकें। हरियाणा सरकार का उद्देश्य है की अंतिम आदमी तक विकास पहुंचे। उन्होंने कहा कि लोगों को बार-बार किसी कार्यालय के चक्कर न काटना पड़े इसीलिए इस प्रकार के कैंपों का आयोजन किया जाता है।
उन्होंने बताया कि संबंधित विभागों की विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ देने के लिए मेले का आयोजन किया गया है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व में चल रही हरियाणा सरकार लगातार हर वर्ग के लिए कार्य कर रही है।
इस मौके पर तहसील कल्याण अधिकारी एयर सिंह, आंकड़ा सहायक यशवंत, संजय यादव स्टेनो, बिजेंद्र कुमार लिपिक, सतेंद्र, कृष्ण कुमार, ललीता देवी,के अलावा अन्य विभागों के अधिकारी व कर्मचारी मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 02: मेले में विभिन्न योजनाओं का लाभ उठाते आमजन ।
प्रवक्ता सुषमा यादव बनी कालेज की प्रोफेसर
---खेड़ी तलवाना में का
र्यरत थी
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कनीना की आवाज। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय खेड़ी तलवाना में कार्यरत राजनीति शास्त्र की प्रवक्ता सुषमा यादव ने राजकीय कन्या महाविद्यालय उन्हानी में सहायक प्रोफेसर लोक प्रशासन के पद पर कार्य भार ग्रहण किया।
इस अवसर पर राजकीय कन्या महाविद्यालय उन्हानी के प्राचार्य डॉ विक्रम यादव ,प्रवक्ता अनिल यादव ,दिनेश यादव ,वीरेंद्र यादव , ईश्वर सिंह, विक्रम यादव ,जयपाल सिंह,विनोद यादव , हसला के खंड प्रधान अरविंद यादव, मनीषा कुमारी,नीतू शर्मा ,संजय कुमार ,प्रशांत यादव , मनीषा कुमारी ,संदीप यादव ,सहायक प्रोफेसर राजेश कुमार ,मुख्य शिक्षक देशराज, झमनलाल ,सुरेश गुप्ता ,सहित स्टाफ सदस्य उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 04: सुषमा यादव कालेज की प्रोफेसर बनने पर बधाई देते हुए।
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