Not sure how to add your code? Check our installation guidelines **KANINA KI AWAZ **कनीना की आवाज**

Sunday, October 22, 2023

 
कनीना में एक एकड़ की कड़बी जलकर राख
-फायर ब्रिगेड ने आकर आग पर काबू पाया
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कनीना की आवाज। कनीना से रेवाड़ी रोड पर बेजगराज बेंकट हाल के सामने कृषि भूमि में लगी हुई एक एकड़ कर भी जलकर राख हो गई। ग्रामीणों ने सबसे पहले डायलॉग 112 को सूचना दी डायल में 112 व फायर ब्रिगेड की गाड़ी मौके पर पहुंची तब तक कड़वी जलकर राख हो चुकी थी। कनीना के वार्ड नंबर एक निवासी वीरेंद्र सिंह ने रेवाड़ी रोड पर संगम कॉलोनी के पास डेढ़ एकड़ की कड़वी लगा रखी थी। जिसमें एक एकड़ की कड़वी अज्ञात कारणों के जलकर राख हो गई। वीरेंद्र सिंह ने जानकारी देते बताया कि अज्ञात कारणों के चलते आग लग गई। ग्रामीणों ने 112 पर कॉल करके आग की सूचना दी। सूचना के बाद दमकल विभाग की एक गाड़ी  व 112 भी मौके पर पहुंच गई। ग्रामीणों का कहना है कि दमकल विभाग की गाड़ी के पहुंचने से पहले ही कड़बी जलकर राख हो चुकी थी। डायल 112 की टीम में मौके पर पहुंची एएसआई सतबीर सिंह की टीम पहुंची।  कनीना फायर स्टेशन के फायरमैन नरेश, फायरमैन सुखवीर, ड्राइवर ओमप्रकाश ने बताया कि आग की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंच गए थे। और आग पर काबू पाया लिया है। आसपास में लगी हुई कड़वी को बचा लिया गया है।
फोटो कैप्शन 01: आग बुझाते हुए फायर ब्रिगेड के कर्मचारी।





कनीना पालिका हेतु चुनावों की हुई सुगबुगाहट
-प्रधान पद के ड्रा पर टिकी है नजर
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कनीना की आवाज। करीब 6 महीने से कनीना पालिका भंग चली आ रही है जिसके प्रशासनिक अधिकारी एसडीएम कनीना है। जब नगरपालिका जून 2023 में भंग की गई थी तत्पश्चात कनीना की चुनावी राजनीति पूरे यौवन पर रही।  यह माना जा रहा था कि चुनाव जल्द ही कराए जाएंगे किंतु लंबे समय तक चुनाव की घोषणा न होने से एक बार फिर से कनीनावासियों की राजनीति सुषुप्त होने लगी। तत्पश्चात कनीना का एक वार्ड और बढ़ा दिया, अब तक 13 वार्ड विगत चुनावों से चले आ रहे थे उनकी जगह 14 वार्ड बना दिए गए। जब 14वां वार्ड मनाया गया तत्पश्चात फिर से चुनावी राजनीति में गर्माहट आई और यह समझा गया कि चुनाव जल्दी होंगे परंतु ऐसा फिर से नहीं हुआ और फिर से कनीना की राजनीति से सुसुप्त अवस्था की ओर बढऩे लगी।
 तत्पश्चात कनीना के पांच वार्ड महिलाओं के लिए आरक्षित कर दिये गये। जब नारनौल में आरक्षण का ड्रा निकाला गया फिर से कनीना की राजनीति में गर्माहट आ गई है परंतु सभी के नजरें प्रधान पद के ड्रा पर टिकी हुई है क्योंकि कनीना पालिका प्रधान सबसे सशक्त पद रहा है। अब तक प्रधान का चुनाव पार्षद करते आये हैं किंतु इस योजना में प्रधान पद का चुनाव सीधे होगा। पार्षदों का कोई विशेष योगदान नहीं होगा।
कनीना नगर पालिका के इतिहास में सबसे सशक्त पद प्रधान का  रहा है। अभी भी नगर पालिका के पूर्व एवं निवर्तमान पांच प्रधान जीवित है जिनमें से दो महिलाएं हैं। सभी टकटकी लगाकर कनीना नगरपालिका के चुनावों की ओर देख रहे हैं। यद्यपि इन पांच पूर्व प्रधानों में से दो प्रधान नगर पालिका के चुनाव में कोई दिलचस्पी नहीं दिख रहे हैं परंतु शेष तीन पूर्व प्रधानों के  दिलों में अभी भी चुनाव लडऩे की टीस बनी हुई है। या तो वे स्वयं या फिर अपने परिवार के सदस्यों को चुनाव में हर हाल में उतरेंगे। यही कारण है की सभी कनीना वासियों की नजरें प्रधानों पर भी टिकी हुई है। अनेक युवा प्रधान पद के दावेदारी जाता रहे हैं परंतु
यह सोच कर फिर से शांत हो जाते हैं कि अभी प्रधान पद का ड्रा ही नहीं निकला है। जब प्रधान पद का ड्रा निकाल दिया जाएगा तभी निर्णय हो पाएगा कि प्रधान पद के लिए कितने दावेदार होंगे परंतु यह भी माना जा रहा है कि नगर पालिका कनीना के चुनाव कम से कम फरवरी 2024 के बाद होंगे। ऐसे में अभी तो कनीना पालिका के प्रधान का ड्रा होना है। प्रदेश की 22 नगर पालिकाओं में हलचल चल रही है और एक साथ चुनाव कराए जाने की उम्मीद है। कनीना वासियों का यह भी कहना है कि विधानसभा चुनाव के बाद भी यह चुनाव कनीना नगर पालिका के चुनाव हो सकते हैं क्योंकि सरकार इन चुनाव के पचड़े में नहीं पडऩा चाहती। अगर ऐसा हुआ तो कनीना वासियों को नगर पालिका के चुनावों के लिए लंबाई इंतजार करना पड़ेगा। तब तक चुनाव लडऩे की इच्छा रखने वाले लोग परेशान हो चलेंगे। बहरहाल इस बार 13 वार्डों की बजाय 14 वार्डों में 14 पार्षद बनाए जाने हैं। इसके अतिरिक्त दो पार्षद मनोनीत होकर भी आते रहे हैं। चुना भविष्य के गर्भ में छुपे हैं।
ये वार्ड होंगे आरक्षित--
कनीना नगर पालिका में भविष्य में होने वाले चुनावों के दृष्टिगत 14 विभिन्न वार्डों में से 5 वार्ड महिलाओं के लिए आरक्षित हो गए हैं। जिसमें वार्ड नंबर 8 एससी महिला के लिए, वार्ड नंबर 6 एससी पुरुष के लिए, वार्ड नंबर 4 बीसी  महिला के लिए, वार्ड नंबर 3,7 और 12 सामान्य महिला के लिए आरक्षित हो गए हैं। उन्होंने बताया कि विगत योजना में कनीना नपा में 13 वार्ड होते थे।  वार्ड 8 सामान्य के लिए, 6 एससी पुरुष के लिए, 10 नंबर एससी महिला के लिए आरक्षित था। वार्ड नंबर 4 सामान्य महिला के लिए,वार्ड 3 महिला के लिए, 7 और 12 सामान्य के लिए आरक्षित किया गया था। वार्डों के आरक्षण के बाद ही चुनावी चर्चाओं में तेजी आ गई है।
फोटो कैप्शन: कनीना नगरपालिका






कनीना की तीन परीक्षा केंद्रों पर सीइटी की परीक्षा में बैठे 892 परीक्षार्थी
-दो दिनों तक डबल शिफ्ट में चली हैं परीक्षाएं

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कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र में दो पारियों में 21 और 22 अक्टूबर को ग्रुप डी की सीईट की परीक्षा शांतिपूर्वक संपन्न हुई। परीक्षा के दूसरे दिन कनीना के तीन परीक्षा केंद्रों पर 892 परीक्षार्थी बैठे, किसी प्रकार की कोई गड़बड़ किसी परीक्षा केंद्र पर नहीं देखने को मिली।
 मिली जानकारी अनुसार एसडी स्कूल ककराला में सुबह की शिफ्ट में 456 तो शाम की शिफ्ट पर 436 परीक्षार्थी बैठे वहीं आरआरसी स्कूल में सुबह 340 तो शाम को 356 परीक्षार्थी बैठे वहीं यूरो स्कूल में सुबह 216 तो शाम को 248 परीक्षार्थियों ने सीइटी की परीक्षा दी।
दूसरे जिलों से आए हुए परीक्षार्थियों ने कनीना के इन तीन परीक्षा केंद्रों पर परीक्षा दी। परीक्षा देने आये परीक्षार्थी बेहद परेशान नजर आए सुबह जल्दी अंधेरे में परीक्षा केंद्र ढूंढते नजर आए वही शाम के समय। घर पहुंचने में भी उन्हें काफी परेशानी महसूस हुई।  हर वर्ष परीक्षार्थी मांग करते आ रहे कि उनके गृह जिले के आसपास ही कहीं परीक्षा केंद्र बनाए जाए जिससे सरकार को कम आर्थिक नुकसान उठाना पड़े किंतु प्रयासों के बावजूद भी परीक्षार्थियों को घर के आसपास परीक्षा केंद्र नहीं मिले। सबसे बड़ी समस्या देखने को मिली कि केवल कुछ ही गिने-चुने स्टेशनों से बसें उपलब्ध हो पाई। जिला महेंद्रगढ़ में केवल महेंद्रगढ़ और नारनौल से ही रोडवेज की मुफ्त बसे उपलब्ध हो पाई किंतु इन बसों को पकडऩे के लिए परीक्षार्थी पूरी पूरी रात नहीं सो सके। शाम की परीक्षा जो शाम 3 बजे शुरू होनी थी, के लिए बस स्टैंड महेंद्रगढ़ पर 5 बजे ही बुलाया गया था 12 घंटे पहले परीक्षार्थियों को बस पकडऩी पड़ी और बेहद परेशानियों को झेलते नजर आए।  परीक्षार्थी हर्ष, अमीश, सुरेश, नरेश, रेखा, जितेंद्र आदि ने बताया कि उन्हें दूर दराज सोनीपत फरीदाबाद तथा पानीपत स्टेशन मिले हुए थे। यहां तक पहुंचाने के लिए भारी दिक्कत आई। यही नही वापस घर आते समय भी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा है।
  कनीना से नारनौल बस स्टैंड 45 किमी दूर पड़ता है जहां से बसें पकडऩी पड़ी। इतनी दूरी अपने निजी साधनों से जाना पड़ा। वापस आते वक्त भी परेशानी उतनी झेलनी पड़ी।







शहीद पुलिस जवान सूबे सिंह की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए
--शहीद सूबे सिंह की पत्नी श्रीमती कौशल्या देवी को शाल किया भेंट
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कनीना की आवाज। हरियाणा पुलिस द्वारा 21 अक्टूबर से 31 अक्टूबर तक पुलिस शहीद दिवस और झंडा दिवस मनाया जा रहा है। रविवार को थाना सदर कनीना के गांव सुंदरह में पुलिस स्मृति दिवस और झंडा दिवस पर थाना कनीना पुलिस ने शहीद सूबे सिंह की पत्नी श्रीमती कौशल्या देवी को साल भेंट किया और शहीद सूबे सिंह की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए। इस दौरान वहां पर मौजूद लोगों को शहीद सूबे सिंह के बलिदान के बारे में बताया गया। पुलिस विभाग में उनके द्वारा दिए गए योगदान के बारे में भी विस्तार से बताया गया, ताकि युवा पीढ़ी उनकी शिक्षाओं को ग्रहण कर अच्छे रास्तों पर चलकर अपना मुकाम हासिल कर सके। नई पीढ़ी जो पुलिस विभाग में जुड़ी है, अपने कर्तव्यों का शहीदों की गौरवगाथा के बारे में बताया। उन्होंने युवाओं को संबोधित कर जागरूक करते हुए कहा कि देश की सुरक्षा करते हुए शहीद होना बहुत गर्व की बात है। उन्होंने लोगों को बताया कि चीन से हुए युद्ध में सीआरपीएफ जवानों ने चीनी सेना के आक्रमण को विफल कर दिया था। इसमें सीआरपीएफ के 10 जवान शहीद हुए थे। उनके बलिदान को पूरे देश में पुलिस स्मृति दिवस के रूप में मनाया जाता है।
फोटो कैप्शन 12: कौशल्या देवी को साल भेंट करते हुए।







राज्य शिक्षक पुरस्कार प्राप्त शिक्षकों को 2 साल का सेवा विस्तार देने की अध्यापक नेताओं ने की मांग
-विधानसभा में भी गूंज चुका है सेवा विस्तार का मुद्दा-वीरेंद्र सिंह जांगिड़
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कनीना की आवाज। हरियाणा सरकार से राज्य एवं राष्ट्रीय शिक्षक विजेता शिक्षकों को 2 साल का सेवा विस्तार बहाल करने की मांग तेज हो गई है। जहां 2021 तक के स्टेट अवार्ड शिक्षकों को 2 साल का सेवा विस्तार दिया गया था। किंतु सरकार ने वर्ष 2021 में निर्णय लेते हुए 2 साल का सेवाकाल बंद कर दिया है जिसके चलते अब राज्य शिक्षक पुरस्कार पाने वाले मायूस हैं। नव चयनीत प्रधान अवार्डी शिक्षक वीरेंद्र सिंह  ने  सरकार से मांग की है कि 2 साल का सेवा विस्तार न देने के आदेश को वापस लिया जाए। उनका कहना है कि यह पुरस्कार समाज सेवा एवं शिक्षा में महत्वपूर्ण सराहनीय सेवाएं देने पर मिलता है जिसके चलते अब शिक्षकों का रुझान घटता जा रहा है। यदि 2 साल की सेवा विस्तार बहाल कर दिया जाए तो शिक्षक इस अवार्ड को पाकर अपने को धन्य समझेंगे।
 उन्होंने बताया कि ऐसे में विभिन्न एसोसिएशन भी इस मांग को उठा रही है और सरकार से बार-बार पत्र लिखकर मांग कर रही है। विधानसभा में भी यह प्रश्र उठाया गया है किंतु अभी तक इस पर कोई अमल नहीं किया जा रहा है। ऐसे शिक्षकों की संख्या नगण्य में होती है।
  स्टेट अवार्डी डा जितेंद्र भारद्वाज, वीरेंद्र सिंह, प्रमिला देवी  आदि ने बताया कि वर्ष 2021 से स्टेट अवार्ड पाने वाले शिक्षक को एक लाख रुपये नकद, दो अग्रिम वेतनवृद्धि, मेडल ,शाल एवं प्रशस्तिपत्र प्रदान किया जाता है।
2021 से पहले क्या मिलता था-
 उन्होंने बताया कि वर्ष 2021 से पहले स्टेट अवार्डी शिक्षकों को 21 हजपार रुपये नकद, दो अतिरिक्त वेतनवृद्धि, दो साल का सेवा विस्तार अर्थात अतिरिक्त सेवा का मौका, शाल, प्रशस्तिपत्र एवं मेडल मिलता था। जिसको लेकर शिक्षकों में खुशी का माहौल मिलता था किंतु अब सभी लाभ समाप्त कर दिये गये हैं।
अध्यापक नेताओं ने बताया कि अब तो दो अग्रिम वेतनवृद्धियां भी तो बहुत से शिक्षकों को इसलिये नहीं दी जा रही हैं क्योंकि सरकार ने यह लाभ देने का कोई आदेश जारी नहीं किया है। अवार्डी शिक्षक मारे मारे फिर रहे हैं और बार बार मांग कर रहे हैं कि उन्हें दो साल का सेवा लाभ अतिरिक्त दिया जाए अर्थात वर्ष 2021 से पहले अवार्डी शिक्षकों को जो-जो लाभ मिलते थे वो उन्हें दिये जाएं तथा उन लाभों को बहाल किया जाए।
  उन्होंने बताया कि पूरे प्रदेश में मुहिम को तेज किया जाएगा। सबसे पहले विधायकों को ज्ञापन दिये जाएंगे। उन्होंने खेद जताया कि आनलाइन तबादलों में भी अवार्डी शिक्षकों को मिलने वाले पांच अंक काट दिये गये हैं जो बड़ा अन्याय है। ये पांच अंक वापस लेने के लिए भी उच्चाधिकारियों से लगातार मिल रहे हैं।






सूर्पनखां की नाक काटने का बदला लेने के लिए रावण ने किया सीता हरण
-आदर्श रामलीला भोजावास में रामलीला मंचन
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कनीना की आवाज। श्रीआदर्श रामलीला क्लब में शनिवार रात्रि सूर्पनखा की नाक, खर, दूषण, वध सीता हरण, वह शबरी मिलन की लीला का मनमोहक मंचन कलाकारों द्वारा किया गया।
श्रीआदर्श रामलीला क्लब के  संरक्षक रण सिंह रोहिल्ला व बाबूलाल रोहिला ने बताया रामलीला के आठवें दिन की लीला में प्रभु श्री राम, लक्ष्मण व माता सीता को पंचवटी में ठहरा देखकर वहां से गुजरती रावण की बहन राक्षसी सूर्पनखा उन पर मोहित हो जाती है और अपना मोहिनी रूप धारण कर उनके पास जाकर उनसे विवाह का प्रस्ताव रखती है।
 तब श्री राम उन्हें लक्ष्मण के पास और लक्ष्मण श्री राम के पास भेजते रहते हैं। श्री राम लक्ष्मण द्वारा बार-बार तिरस्कृत किए जाने पर सूर्पनखां अपने राक्षसी रूप में आकर लक्ष्मण पर आक्रमण करती है और इस दौरान लक्ष्मण सूर्पनखा की नाक काट देते हैं जिस पर सूर्पनखां अपनी कटी हुई नाक को लेकर वहीं जंगल में अपने भाई खर, दूषण, के पास जाकर कटी हुई नाक का बदला लेने के लिए उनको  उकसाती  है अपनी बहन का बदला लेने आए खर, दूषण का श्रीराम पलक झपकते ही अंत कर देते हैं।
 तब सूर्पनखा अपनी कटी नाक की दुहाई लेकर राक्षस राज रावण के दरबार में पहुंचती है और उन्हें सारा वृत्तांत सुनकर अपनी बहन की कटी नाक का बदला लेने के लिए हाहाकार मचाती है।
 इसके बाद रावण मारीच को साथ लेकर पंचवटी पहुंचता है और मारीच सुंदर स्वर्ण मृग का वेश धारण कर सीता को लुभाता है और सीता के बार-बार आग्रह पर श्री राम हरिण के पीछे जाते हैं और लक्ष्मण को सीता की देखभाल हेतु छोड़ जाते हैं कुछ समय बाद प्रभु श्री राम की चीत्कार सुन सीता व्यथित हो जाती है और लक्ष्मण को जिद करके उनकी सहायता हेतु उनके पीछे भेज देती है।
 उसी समय रावण साधु का वेश धारण कर पंचवटी प्रवेश करता है तथा भिक्षा के धोखे से सीता का जबरदस्ती हरण कर अपने पुष्पक विमान से वायु मार्ग द्वारा लंका ले रहा होता है तो जटायु उनकी रक्षा करने के लिए आता है किंतु रावण वायु मार्ग से ले जाते समय जटायू के पंख काट उन्हें घायल कर देते हैं और रावण सीता का हरण कर लंका ने ले जाकर अशोक वाटिका में उन्हें बंदी बना लेते हैं और राक्षसों के बीच सीता को डराया धमकाया जाता है
इस मौके पर रामायण कथा वाचक सत्य प्रकाश मास्टर, किशोरी रोहिल्ला, सुंदरलाल नायक, बाबूलाल पूर्व सरपंच, शीशराम रोहिल्ला, पुनीत रोहिल्ला, जितेंद्र रोहिल्ला, बली सेन, रवि सेन, नवीन रोहिल्ला आदि कलाकार व ग्रामीणों की भारी भीड़ उपस्थित रही।
फोटो कैप्शन 10: सूर्पणखां का नाक काटने से पहले का रामलीला मंचन दृश्य।







वीरेन्द्र सिंह जांगिड़ बने राज्य एवं राष्ट्रीय शिक्षक अवार्डी संघ के जिला प्रधान
-अवॉर्डी शिक्षकों की मांगों से संबंधित ज्ञापन जिले के विधायकों को देने का लिया गया निर्णय
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कनीना की आवाज। महेंद्रगढ़ के चौधरी रणवीर सिंह हुड्डा पार्क में राज्य एवं राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार से पुरस्कृत कल्याणकारी संघ हरियाणा की जिला महेंद्रगढ़ की कार्यकारिणी की एक बैठक प्राचार्य डॉ ईश्वरचंद्र शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में जिला महेंद्रगढ़ की नई कार्यकारिणी का सर्वसम्मति से गठन किया गया जिसमें राज्य शिक्षक अवॉर्डी वीरेंद्र सिंह जांगिड़ मुख्य अध्यापक राजकीय माध्यमिक विद्यालय कैमला को सर्वसम्मति से जि़ला प्रधान चुना गया। साथ ही राजकीय मॉडल संस्कृति धोलेडा के अंग्रेजी शिक्षक डॉ जितेंद्र भारद्वाज को उपप्रधान,  प्राचार्य डॉ ईश्वरचंद शर्मा को महासचिव  तथा बूचावास विद्यालय की अध्यापिका प्रमिला को  कोषाध्यक्ष चुना गया। साथी रिटायर्ड प्राचार्य डॉ अश्विनी राव तथा  संकुल संसाधन समन्वयक  दिलबाग सिंह को विशेष सलाहकार एवं डा. होशियार सिंह विज्ञान अध्यापक को मीडिया प्रभारी चुना गया। बैठक में अवार्डी शिक्षकों के हितों पर चर्चा की गई तथा मुख्य रूप से अवॉर्डी शिक्षकों को ट्रांसफर ड्राइव में पांच अंको का लाभ तथा 2021 से 2023 के अवॉर्डी शिक्षकों को दो वर्ष का सेवाकाल विस्तार, सभी  अवार्डी को दो वेतनवृद्धि, पदोन्नति में आरक्षण कोटा, मुफ्त बस यात्रा व सड़क टोल फ्री आदि मांगों पर चर्चा की गई । बैठक में चुनी गई कार्यकारिणी को आगे के कार्यों के लिए अधिकृत किया गया तथा सरस्वती से जिले के सभी विधायक एवं मंत्रियों को मांग संबंधी ज्ञापन देने का निर्णय लिया गया। बैठक में जिले के राज्य एवं राष्ट्रीय अवॉर्डी शिक्षक सम्मिलित रहे।
फोटो कैप्शन 11: स्टेट अवार्डी शिक्षक संघ के चयनीत पदाधिकारी।







जोर शोर से चल रही है सरसों की बीजाई, गेहूं बीजाई पर टिकी नजरें
-खाद की नहीं है कमी
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कनीना की आवाज। क्षेत्र में जहां डीएपी की मांग बढ़ रही है किंतु खाद की कमी नहीं है। वहीं किसान जोर शोर से सरसों की बिजाई कर रहे हैं। सरसों बिजाई का समय 10 अक्टूबर से 25 अक्टूबर तक का होता है किंतु किसान अभी सरसों की बीजाई में जुटे हैं तथा एक नवंबर से शुरू होने वाली गेहूं की बीजाई पर नजरें टिकाये हुये हैं। 60 प्रतिशत किसानों ने सरसों की बीजाई कर दी है तथा शेष बीजाई के काम में जुटे हुए हैं तथा किसानों का कहना है कि दो तीन दिनों में बचे हुये खेतों की बीजाई कर दी जाएगी।
तत्पश्चात एक नवंबर से गेहूं की बीजाई शुरू हो जाती है। किसान सुनील कुमार,रमेश, अजीत कुमा, सूबे सिंह, दिनेश, सुरेश, राजू आदि ने बताया कि अभी तक डीएपी की कोई कमी नहीं है। देरी से बीजाई करने से फसल पैदावार पर बुरा प्रभाव पड़ता है ऐसे में जितना जल्दी हो बीजाई कर रहे हैं।  कनीना क्षेत्र में इस बार करीब 20000 हेक्टेयर पर सरसों की तथा 9000 हेक्टेयर पर गेहूं की बिजाई की जाने की संभावना है।
क्या कहते कृषि अधिकारी-
 पूर्व कृषि अधिकारी डॉ देवराज का कहना है कि कनीना क्षेत्र करीब 20000 हेक्टेयर पर सरसों की बीजाई तथा 9000 हेक्टेयर के करीब गेहूं की बीजाई की जानी है। अधिकांश किसान सरसों की बीजाई में जुटे हुए हैं।  उन्होंने बताया कि वैसे तो 25 अक्टूबर तक सरसों की बीजाई करना उचित है। इसके बाद तो प्रतिदिन प्रति एकड़ 18 किलो सरसों पैदावार कम होती चली जाती है। ऐसे में देरी से बीजाई करना नुकसानदायक साबित होता है। उन्होंने बताया कि अधिकांश किसान सरसों की बीजाई में लगे हुए हैं। 60 फीसदी किसानों ने सरसों की बीजाई कर दी है । इसके बाद गेहूं की बिजाई चलेगी। बीजाई पूर्णरूप से ट्यूबवेलों की सिंचाई पर निर्भर है। चने की खेती लगभग खत्म हो चुकी है। चना पैदावार नहीं देता है।
फोटो कैप्शन 08: सरसों की बीजाई करते किसान।






खेड़ी में समाजसेवी की पत्नी की प्रतिमा का हुआ अनावरण
--महंत चरणदास महाराज थे मुख्य अतिथि
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कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के गांव खेडी तलवाना में समाजसेवी की पत्नी की मूर्ति का अनावरण किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि महंत चरणदास महाराज व विशिष्ट अतिथि नारनौल से सैन समाज के संस्थापक प्रधान बाबूलाल सैन मौजूद थे।
खेड़ी में स्व.नीलम देवी धर्मशाला में समाजसेवी तेजपाल रजलीवाल की पत्नि की प्रतिमा का अनावरण किया गया वहीं रात्रि  में नारायणी माता मन्दिर में जागरण का आयोजन किया गया। रविवार को मंदिर में प्रसाद वितरण किया गया। स्व नीलम देवी के सुपुत्र कर्नल डा. विकास कुमार, विनय कुमार आईएएस व एडवोकेट विजय कुमार ने बताया कि मां के चरणों में तो स्वर्ग होता है। विनय कुमार ने बताया कि माता पिता के सतत प्रयासों से ही हम सभी इस मुकाम तक पहुंच पाये है। इस अवसर पर डा रविंद्र कुमार सैन, सूबेदार मनोज कुमार व गांव के गणमान्य लोग उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 08: खेड़ी में मूर्ति स्थापना के समय मौजूद जन।










कट का काम केंद्र सरकार के भरोसे पर, 224वें दिन जारी रहा धरना
-ग्रामीण धरने पर अडिग
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कनीना की आवाज। राष्ट्रीय राजमार्ग 152-डी पर सेहलंग -बाघोत के बीच कट के लिए ग्रामीणों का अनिश्चितकालीन धरना 224वें दिन भी जारी रहा। धरने की अध्यक्षता बाबूलाल सेहलंग ने की और उन्होंने बताया जब तक केंद्र सरकार के द्वारा कट का काम शुरू नहीं होता है, तब तक धरना जारी रहेगा। उन्होंने बताया कि धरने को चलते 224 दिन हो गए हैं ढ्ढ प्रतिदिन किसान धरना स्थल पर यह सोचकर बैठते हैं कि राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट का काम शुरू हो जाएगा लेकिन शाम को निराशा हाथ लगती है। केंद्र सरकार के द्वारा घोषणा की हुई है और उसके बाद आश्वासन दिया गया कि कट का काम जल्दी शुरू किया जाएगा। धरातल पर कट का काम शुरू नहीं किया गया है, केंद्र सरकार के भरोसे पर है।
  पूर्व चेयरमैन अशोक बूचोली, मनोज यादव जांजरियावास और सतवीर सिंह कोटिया धरना स्थल पर पहुंचे और उन्होंने बताया कि आप नेक काम के लिए संघर्ष कर रहे हैं, आपकी मेहनत रंग लाएगी। हम आपके धरने को समर्थन देते हैं और तन -मन- धन से आपके साथ हैं।
 धरना संघर्ष समिति के अध्यक्ष  विजय सिंह चेयरमैन,संघर्ष समिति के सदस्य नरेंद्र शास्त्री छिथरौली ने बताया कि धरने पर बैठे किसानों को साढ़े सात महीने होने जा रहे हैं। किसानों को सरकार पर पूरा विश्वास था कि राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट बनेगा और जल्दी से जल्दी बनाया जाएगा लेकिन अब ऐसा लग रहा है, जैसे किसानों के साथ अनदेखी की जा रही है। सरकार किसानों की पीड़ा को समझे और जितना जल्दी हो सके कट का काम शुरू करवाया जाए।
 इस मौके पर पहलवान रणधीर सिंह बाघोत, सरपंच हरिओम पोता, पूर्व सरपंच बेड़ा सिंह, मुख्तार सिंह, सत्य प्रकाश, मास्टर विजयपाल, डॉ लक्ष्मण सिंह,पहलवान धर्मपाल, ठेकेदार शेर सिंह, प्रधान कृष्ण कुमार, सूबेदार हेमराज अत्री,मुंशी राम,वेद प्रकाश, रामकुमार,  दाताराम , ओम प्रकाश,  प्यारेलाल,  डॉ राम भक्त, रोशन लाल आर्य, कृष्ण कुमार पंच, पूर्व सरपंच हंस कुमार, सीताराम,सूबे सिंह पंच,  राम भक्त, रामकिशन, भागमल  व गणमान्य लोग मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 07: अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे ग्रामीण





कंजकों को कराया गया भोजन,  ढूंढते रहे लड़कियों को
-सरकारी एवं गैर सरकारी स्कूलों का रहा अवकाश, सोमवार को भी कराएंगे भोजन
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कनीना की आवाज। दुर्गा अष्टमी पर कंजकों को भोजन कराया और उन्हें दान पुण्य किया। सोमवार को भी भोजन कराया जाएगा । दोपहर तक कंजकों को भोजन कराने का सिलसिला जारी रहा। यही नहीं अपितु कुत्तों एवं कौवों ने भी जी भर के भोजन किया। एक-एक लड़की को दो तीन जगह भोजन करना पड़ा।
शनिवार से कंजकों को भोजन कराने का सिलसिला जारी है। दुर्गा सप्तमी से सिलसिला शुरू हुआ था और दुर्गा नवमी सोमवार को भी जारी रहेगा। वैसे तो कंजकों की कमी रही वहीं उन्हें जबरन खाना खाना पड़ा। पूरे वर्ष यूं तो भ्रूण हत्या की सूचनाएं मिलती रहती हैं किंतु इस दिन ही लड़कियों की मांग रहती है।
  नवरात्रों के आठवें दिन मंदिरों में पूजा अर्चना का जोर रहा वहीं मां की कढ़ाई की गई। विभिन्न मंदिरों में रौनक देखने को मिली। रविवार को क्षेत्र में नवरात्रे पूर्ण होने जा रहे हैं। विभिन्न स्थानों पर हवन, कढ़ाई, भजन एवं सत्संग होते रहे। नवरात्रों के अंतिम दिन तो कन्याओं को स्कूलों से, घुमंतू जाति की बस्ती से लाया जाएगा और खाना खिलाने की औपचारिकताएं पूर्ण की जाएगी। कहीं हलवा पूड़ी तो कहीं फास्ट फूड खिलाए गए।
समय के साथ बदल गया कंजकों को हलवा पूड़ी------
 इस हाइटेक युग में जहां खानपान में तीव्र गति से बदलाव आ रहा है वहीं नवरात्रों में कंजकों को खाना खिलाने में भी बदलाव आ गया है। हलवा पुड़ी की बजाय उन्हें फास्ट फूड खिलाकर प्रसन्न किया जाता है। कंजकों ने चिप्स का भी आनंद लिया।
  हाइटेक युग में जहां हलवा पुड़ी एवं शुद्ध देशी घी से बनी वस्तुओं से इंसान का मोह भंग हो रहा है। नवरात्रों पर कंजकों को भी अब फास्ट फूड खिलाकर प्रसन्न किया जाता है। एक एक कंजक को कई कई जगह खाना पड़ता है। बेचारे कंजक मीठा हलवा पूड़ी, खा खाकर, तंग आ चुके होते हैं और वे फास्ट फूड खाने की चाहत रखते हैं। अब तो लोग भी हाइटेक हो गए हैं। तैयार फास्ट फूड  खिलाएं जाते हैं जिनको वे खाकर प्रसन्न रहते हैं। कुरकुरे, लेज, ठंडा आदि खिलाकर बच्चों को प्रसन्न किया जाता है। बच्चे भी इन चीजों को खाकर प्रसन्न होते हैं और यहां तक कि उनको भेंट में मिले पैसों से भी वे फास्ट फूड अधिक खाते हैं। अब तो घर घर में फास्ट फूड खिलाने का प्रचलन बढ़ गया है।
कंजकों को सोमवार को भी कराया जाएगा भोजन-
 नवरात्रों के समापन उपलक्ष्य पर कंजकों को भोजन कराने और उन्हें दान पुण्य करने का सिलसिला शनिवार से शुरू हो चुका है। गुरुवार को भी कंजकों को भोजन कराया जाएगा।  एक-एक लड़की को दस-दस जगह भोजन करना पड़ सकता है।
  तीन दिनों तक कंजकों को भोजन कराने का सिलसिला जारी रहेगा। शनिवार दुर्गा सप्तमी से सिलसिला शुरू हुआ और दुर्गा नवमी सोमवार तक जारी रहेगा। वैसे तो कंजकों की कमी रहती है वहीं उन्हें जबरन खाना खाना पड़ता है। सीइटी परीक्षा के चलते सभी सरकारी एवं गैर सरकारी स्कूलों का अवकाश होने से कुछ कंजक मिल पाये।
 नवरात्रों के दिनों में फल एवं सब्जियां महंगी रही हैं। दिनोंदिन फलों के भाव बढ़ रहे हैं। केले से लेकर सेब तक महंगे हैं। इन चीजों की जरूरत हर घर में रहती है। कढाइयों एवं उद्घाटनों का जोर रहा।
फोटो कैप्शन 3 व 4: कंजक भोजन करते हुए।







न्यायालय में हाजिर न होने पर घोषित किया भगोड़ा मामला
दर्ज
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कनीना की आवाज। कनीना एसडीजेएम के आदेश पर सतीश कुमार नामक व्यक्ति को भगोड़ा घोषित कर दिया है और कनीना पुलिस में मामला दर्ज करवा दिया है। कनीना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है। 11 अगस्त 2023 सतीश कुमार न्यायालय में हाजिर नहीं हो रहा है जिसके चलते यह कदम उठाया गया है।


























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