एक और कोरोना पॉजिटिव आने से कनीना में संख्या बढ़कर दस हुई
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कनीना। कनीना में लगातार कोरोना केस बढ़ते ही जा रहे हैं। रसूलपुर गांव का एक और केस पॉजिटिव आने से अब कोरोना पॉजिटिव की संख्या बढ़कर 10 हो गई है।
यह युवक गढ़ोली सरस्वती एनक्लेव गुडग़ांव से 30 मई को अकेले बाइक पर आया था। उन्होंने घर आकर अपने आपको आइसोलेट कर दिया। उन्होंने बड़ी समझदारी से दिखाते हुए किसी के संपर्क में नहीं आया। एसएमओ डॉक्टर धर्मेंद्र ने 32 को सैंपल दिया था रिपोर्ट गुरुवार को आई जो पॉजिटिव है जबकि उनके भाई की भी रिपोर्ट साथ में आई है किंतु उनके भाई की रिपोर्ट नेगेटिव आई है।
पूरे देश भर में किया जा रहा हैं लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक
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कनीना । बीएमडी ग्रुप द्वारा विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर कान्हाजी स्कूल कनीना में पौधा लगाकर हर वर्ष की भांति राष्ट्रीय स्तरीय मिशन एक परिवार -एक पौधा का शुभारम्भ किया गया। इस मिशन के शुभारम्भ के साथ ही हरियाणा में अलग -अलग स्थानों पर पौधरोपण कार्यक्रम
क्लब के सचिव इंद्रजीत शर्मा ने बताया की संस्था द्वारा पूरे देश भर में एक लाख पौधे लगाने का संकल्प लेकर लोगों में पर्यावरण संरक्षण के प्रति जागरूकता लाई जाएगी। यह मिशन परिवारों को कम से कम एक पौधा लगाने की प्रेरणा देगा। पेड़-पौधों के बिना जीवन असंभव है। पेड़-पौधों की वजह से हीं आज इस संसार में हरियाली है और इन्हीं की वजह से आज हम जीवित हैं।
उन्होंने कहा की आज देशभर में जिस तरह प्रदूषण का प्रभाव बढ़ता जा रहा है, उस पर नियंत्रण पाने के लिए पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सक्रिय भागीदारी निभाना बहुत जरूरी है। मगर इस प्रक्रिया को सफल बनाने के लिए हर उम्र वर्ग व हर क्षेत्र के लोगों को आगे आना होगा। पर्यावरण संरक्षण की मुहिम को सफल बनाने में युवाओं की भूमिका भी बेहद अहम हैं।
क्लब के अध्यक्ष लक्की सीगड़ा ने पर्यावरण को बचने की अपील करते हुए कहा की पर्यावरण को संरक्षित करना भारत की सांस्कृतिक विरासत रही हैं। प्रकृति का शोषण करना भी एक तरह का क्राइम हैं और यह हमारे चिंतन का हिस्सा भी हैं। प्रकृति को हमारी संस्कृति एवं संस्कारों में भी शामिल किया गया हैं। हमें ज्यादा से ज्यादा पीपल एवं बरगद के पौधे लगाने का संकल्प लेना चाहिए। हमें दैनिक जीवन में से समय निकलकर पर्यावरण संरक्षण जैसे महत्वपूर्ण कार्यों में समय देना चाहिए।
फोटो कैप्शन 5:पौधालब सदस्य।
कनीना में दवा का किया छिड़काव
-कई बार हो चुकी है फोगिंग
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कनीना। कनीना में जहां दसवीं बार दवा का छिड़काव करवाया वहीं दो बार फोगिंग करवाई जा चुकी है।
कनीना नगरपालिका प्रधान सतीश जेलदार ने बताया कि यह दसवीं बार दवा का छिड़काव किया गया है। सोडियम हाइपोक्लोराइट दवा का छिड़काव ट्रैक्टर द्वारा पूरे कस्बे में किया गया है ताकि सूक्ष्म जीव और कीटों का नाश हो सके।
उल्लेखनीय है कि कनीना में दो बार फागिंग भी करवाई जा चुकी है तथा सेनिटाइज भी किया गया है। विभागीय निर्देशों के अनुसार नालों सड़क के दोनों तरफ दवा का छिड़काव करवाया गया है और सेनिटाइज करवाया गया है। उन्होंने बताया कि मास्क लगाकर, हैंड वाश करने आदि की समस्त जानकारी लोगों को दी जा रही है। डीएसपी, पुलिस, पावर हाउस आदि विभिन्न कार्यालयों में दवा का छिड़काव किया गया।
फोटो कैप्शन 6: कनीना में दवा का छिड़काव करते हुए।
कनीना क्षेत्र में बढ़े हैं कोरोना पोजिटिव केस
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संवाद सहयोगी, कनीना। जहां कनीना क्षेत्र में अब कोरोना के केस बढ़ते जा रहे हैं। वर्तमान में संख्या बढ़कर 10 हो गई है जो दो दिन पहले महज दो केस कोरोना पाजिटिव होते थे।
मंगलवार से पहले महज 2 केस कोरोना पोजिटिव होते थे लेकिन मंगलवार को पांच केस कोरोना पाजिटिव पाए गए जिसके पश्चात बुधवार को फिर से 2 केस कोरोना पाजिटिव मिले है। एक प्रकार से कोरोना बम फूटने लगा है।
जहां उनका दिनों तक रामबास और इसराना में 1-1 केस कोरोना पाजिटिव था वहीं मंगलवार को गोमला में एक, रामबास में एक, ककराला में दो सीहोर में एक केस कोरोना पॉजिटिव पाया गया। वहीं बुधवार को इसराना में एक और छीथरोली में एक एक केस पाया गया।
तत्पश्चात प्रशासन पूरी सख्ती बरत रही है तथा गांव को कोरोना कोंटेंमेंट जोन बना रखा है। घर-घर जाकर लोगों की स्कैनिंग कर रही है तथा बचाव के लिए हर प्रकार की सावधानी बरती जा रही है। उन्हें संशमनी वटी भी वितरित की गई है ताकि शरीर में रोग रोधक क्षमता बढ़ सके। कोरोना केस बढऩे से जहां परेशानी बढ़ी है। लोग परेशान है और एक दूसरे से मिलते वक्त भी परेशानी महसूस कर रहे हैं। उधर उप नागरिक अस्पताल कनीना के एसएमओ धर्मेंद्र सिंह का कहना है कि अधिकांश कोरोना पॉजिटिव केस दिल्ली या गुडग़ांव से आए हुए। वहां से आये हुए लोग रोग फैल रहे हैं। उनका कहना है कि कुछ लोगों की आइसोलेट करने के पश्चात भी वह घर में नहीं रुकते। अन्य लोगों से मिलते हैं। नियमों को तोड़ देते हैं जिसके कारण कोरोना केस घटने का नाम नहीं ले रहा है। उन्होंने कहा कि जब तक नियमों का पालन नहीं किया जाएगा कोरोना को कम नहीं किया जा सकता।
बहर हाल अब तक ककराला में दो, इसराना दो रामबास में 2 केस पॉजिटिव आए हैं वही 1-1 केस सीहोर, छितरोली तथा गोमला में मिला है।
स्वास्थ्य विभाग की टीमें डॉ दिनेश कुमार इंचार्ज पीएचसी भोजावास की देखरेख में गोमला और भोजावास में जाकर स्क्रीनिंग की वही
शीशराम एचआई, राजेश कुमार एमपीएचडब्ल्यू रामवीर, राकेश एमपीएचडब्ल्यू ,संतोष एएनएम, संजोग आशा वर्कर आकि ने ककराला में जाकर स्क्रीनिंग की है।
फोटो कैप्शन 1 और 2 गांव ककराला एवं गोमला में स्क्रीनंग करती स्वास्थ्य विभाग टीम।
गाहड़ा गांव के मुख्य मार्ग पर भरा पानी, राहगीर हो रहे परेशान
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कनीना। कनीना खंड के गांव गाहड़ा के मुख्य मार्ग पर पानी भर जाने से राहगीर परेशान हो रहे है।
बरसात के मौसम में अक्सर इस मार्ग पर पानी भर जाता है। जिससे राहगीरों को काफी रेशानी हो रही है। गंदे पानी की वजह से कई बार पैदल चलने वाले राहगीर गिरकर चोटिल तक हो जाते है। यह एक गांव का ही मार्ग नहीं अपितु सीहोर, बव्वा, करोली, नयागांव, घड़ी सहित आधा दर्जन से अधिक गांव के लोग निकलते है।
वैसे तो कुछ समय पहले इस सड़क का निर्माण करवाया गया था। जिस पर निर्माण कार्य पर ऐतराज उठे थे। अब आने जाने वाले लोग बहुत परेशान हो रहे हैं। ग्राम पंचायत से लोगों से शिकायत कर नाली बनवाने की मांग कर चुके है। लेकिन इसके बाद भी कोई ध्यान नहीं दे रहे है। ग्रामीणों का कहना है कि इस मार्ग का समाधान नहीं हुआ तो जल्दी ही मुख्यमंत्री तक इसकी शिकायत की जाएगी ।
फ़ोटो कैप्शन 3: गाहड़ा मुख्य मार्ग पर भरा हुआ पानी।
प्रभु भक्ति है सरल मार्ग
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कनीना। उधोदास आश्रम के महंत लाल दास महाराज का कहना है कि कोरोना ने इंसान का जीवन पंगु करके रख दिया है किंतु इंसान को इसे सामान्य रूप में लेते हुए ईश्वर भक्ति में मन लगाना चाहिए। ईश्वर भक्ति सबसे सरल मार्ग है तथा इस पर चलकर इंसान अपने समय को सही ढंग से सही दिशा में लगा सकता है। इंसान के लिए संसार पहले ही दुखों का घर बताया है, उसमें इस प्रकार की बीमारियां भी परेशानी बढ़ा देती है परंतु दुखों में ही जो इंसान सुख को ढूंढता है तो वह प्रकृति का की महान कृति माना जाता है। घर में बैठे बैठे समय बिताना जिनके लिए कठिन है उन्हें प्रभु भक्ति में भजन कर समय बिताना चाहिए।
सुबह शाम दो वक्त कुछ समय निकालना चाहिए, परिवार संग प्रभु भक्ति में लीन होकर समय बिताना चाहिए। विषम परिस्थितियों में जो इंसान हौसला खो बैठता है अपनी नैया को पार नहीं लगाया जा सकता है। जब कोई कष्ट दुख तकलीफ आती है और मन को सताए तो उस समय इंसान को सब कुछ मालिक पर छोड़ देना चाहिए और प्रभु भक्ति में लीन हो जाना चाहिए।
लाकडाउन में लोग नियमों का पालन न करने से रोग फैलता है। ऐसे समय में जो सरकार आदेश देती है तो उन नियमों का पालन जरूर करना चाहिए। नियम पालन से ही जहां सुख मिल सकते हैं और नियम पालन से ही प्रभु भक्ति प्राप्त होती है। नियम का पालन नहीं करने से इंसान दुख तकलीफ उठाता है। दुख तकलीफ उठाने से बचने का सरल मार्ग है कि नियमों का पालन करें। नियम पालन से इंसान महान बनता है और उसे अपने इष्ट परिणाम की प्राप्ति होती है।
बीमारी छोटे बच्चों को भी नहीं बख्शती तो बड़े बूढ़ों को भी नहीं छोड़ती।, ऐसे बड़े बूढ़े बच्चे यदि घर में आराम करें ,प्रभु में ध्यान लगाए तो बुरे दिन गुजर पाएंगे। इंसान आगे बढ़ पाएगा, जीवन सफल होगा।
फोटो कैप्शन: लाल दास महाराज
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