प्रतिदिन कनीना बढ़ रहे कोरोना पीडि़त संख्या 12 हो गई
******************************
*************************************
********************
कनीना। कनीना उप-मंडल में दिनोंदिन कोरोना पीडि़तों की संख्या बढ़ती ही जा रही है। अब तक कोरोना पीडि़तों की संख्या 12 हो गई है। शुक्रवार को धनौंदा की सास तथा बहू कोरोना पोलिटिव पाई गई। दोनों दिल्ली में फाइनेंस का काम करती है लेकिन गत दिनों बहू को बच्चा होने वाला था जो 31 मई को चलकर धनौंदा आई। एक जून को उन्होंने सैंपल दिया था। बाद में बहू को लड़की भी हुई है। अब कोरोना के दृष्टिगत प्रशासन सक्रिय हो गया है। विभिन्न गांवों में कोरोना पोजिटिव मिले लोगों के संपर्क में आये लोगों का सैंपल लेना शुरू कर दिया गया है।
बहर हाल अब तक ककराला में दो, इसराना दो रामबास में 2 केस पॉजिटिव आए हैं वही 1-1 केस सीहोर, छितरोली, रसूलपुर तथा गोमला में मिला है।
उधर उप नागरिक अस्पताल कनीना के एसएमओ धर्मेंद्र सिंह का कहना है कि अधिकांश कोरोना पॉजिटिव केस दिल्ली या गुडग़ांव से आए हुए। वहां से आये हुए लोग रोग फैल रहे हैं। उनका कहना है कि कुछ लोगों की आइसोलेट करने के पश्चात भी वह घर में नहीं रुकते। अन्य लोगों से मिलते हैं। नियमों को तोड़ देते हैं जिसके कारण कोरोना केस घटने का नाम नहीं ले रहा है। उन्होंने कहा कि जब तक नियमों का पालन नहीं किया जाएगा कोरोना को कम नहीं किया जा सकता।
फोटो कैप्शन 1: कोरोना से संबंधित सैंपल लेती डाक्टरों की टीम।
नहरी पानी मिलने से खुशी जताई
**************************
********************************
कनीना। बवानिया स्थित बाबा खेमदास धाम खुडाली आश्रम पर मन्दिर परिसर के नजदीक बने जोहड़ में पंचायत व सिंचाई विभाग द्वारा डाली गई नई पाइपलाइन से पहली बार नहरी पानी पहुंचने पर महंत वीरेंद्र , मन्दिर समिति प्रधान रत्न , सरपंच प्रतिनिधि सुंदर द्वारा पूजा पाठ करके जल आगमन जैसे शुभ कार्य पर सभी को बधाई दी । साथ ही गांव की युवा संस्था सर्वोदय के लगातार इस मसले पर विभिन्न विभागीय स्तर पर तालमेल की तारीफ की।
सोनू यादव एसडीओ ने भी विचार व्यक्त करते हुए कहा की जोहड़ में साफ पानी पहुंचना अभिभूत करने जैसा है और जोहड़ में लगातार पानी बने रहने से खुडाली आश्रम स्थित बनी के फ़्लोरा फ्योना को नया जीवन मिलेगा। अनेकों प्रकार के जंतु , पेड़ अपने प्राचीन महत्व को दोबारा प्राप्त कर पाएंगे । उन्होंने बताया की खुडाली बणी व आश्रम प्राचीन समय से आस्था के केंद्र है एवं बणी में पंचायत व सर्वोदय संस्था के सहयोग से भरसक प्रयास है कि वन्य जीवन की सुंदरता को संजो कर रखा जाए जिसके लिये सभी गांव से व आस पास के अनेकों सुन्दरह , झिगावन , मुडायन , बेवल , गागड़वास ,बचीनी आदि से आने वाले श्रद्धालुओं से सहयोग की अपेक्षा की।
इस मौके पर प्रदीप , मा करण सिंह ,रामपत , जयभगवान , संजीव , अजित , अजित गुलजार आदि उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 2:नहरी पानी आने पर खुशी जताते बवानिया के लोग।
गेहूं की खरीद 6 तक
************************
************************
कनीना। कनीना में सरसों की खरीद से संबंधित अभी तक कोई आदेश नहीं है वहीं गेहूं की खरीद छह जून तक के आदेश हैं। विस्तृत जानकारी देते हुए हैफेड मैनेजर सत्येंद्र यादव ने बताया कि गेहूं की खरीद चल रही है जो छह जून तक के आदेश हैं वहीं सरसों की खरीद के अभी तक कोई आदेश नहीं हैं। उधर किसान परेशान हैं और गेहूं की खरीद किये जाने का इंतजार कर रहे हैं।
कबीर जयंती मनाई
***************************
*****************************
कनीना। प्रजा भलाई संगठन द्वारा गांव धनौन्दा में संत शिरोमणि कबीर महाराज की जयंती पर विचार गोष्ठी आयोजित की गई। मुख्य अतिथि एवं समाजसेवी ठाकुर अतरलाल एडवोकेट थे।
अतरलाल ने कहा कि संत कबीर को भक्ति काल में उनके साहित्य के लिए याद किया गया। सर्वसम्मति से संत कबीर के नाम पर कबीर सद्भाव सम्मान पुरस्कार शुरू करने का निर्णय किया गया।
फोटो कैप्शन 2: अतरलाल संत कबीर के चित्र पर माल्यार्पण करते हुए।
विश्व पर्यावरण दिवस मनाया गया
****************************
***************************
कनीना। कनीना क्षेत्र में विश्व पर्यावरण दिवस पर अनेक कार्यक्रम किए गए। कनीना के गांव बवानिया में एसडीओ बिजली सोनू यादव ने पौधारोपण किया और पौधों का महत्व बताया। उन्होंने कहा कि पौधे ही जीवन होते हैं। कैमला के मुख्याध्यापक वीरेंद्र सिंह ने स्कूल प्रांगण में पौधारोपण करके पर्यावरण दिवस मनाया और पर्यावरण दिवस का महत्व भी समझाया। उन्हाणी के राजेश कुमार ्िरशक्षक ने शहीदों के प्रतिमाओं के आसपास खड़ी हुई कांग्रेस घास एवं अन्य कबाड़ा हटाकर साफ सुथरा बनाया। उधर कनीना क्षेत्र के विभिन्न स्थानों पर पर्यावरण दिवस की धूम रही।
वृक्षमित्र आज चारपाई पर
***************************
***************************
कनीना। कनीना खंड के गांव उन्हाणी में 1995 में हरी भरी बगीचे बनाने वाला जगमाल सिंह आज 95 वर्ष की उम्र में महज चारपाई पर लेटा हुआ है। 23 सालों तक उन्होंने अपने परिवार से दूर महेंद्रगढ़ कनीना मार्ग सुंदर बगीची का निर्माण किया था। दूर दराज से पानी हाथों से लाकर पौधों को सिंचते रहे जिसके सिंचित कर विभिन्न फलदार और फूलदार पौधे लगाकर नाम कमाया। उधर से गुजरने वाला हर शख्स इस बगिया को देखकर शकुन महसूस करता था।
तत्पश्चात उन्हाणी के पूर्व सरपंच ने बगीची को छिन्न भिन्न कर दिया। और बुजुर्ग जगमाल सिंह दुखी होकर यहां से छोड़कर अपने घर चले गए और फिर उस बगीची में लौटकर नहीं आये। समय की मार झेल एक बार फिर से बगीची में पौधे विकसित हुए हैं परंतु जगमाल सिंह को कोई नहीं भुला पा रहा है। जगमाल सिंह की आस्था एवं पौधों से प्यार के चलते बहुत सुंदर बगीची का निर्माण हुआ था। आज उन्हें न तो सुनाई देता और न ही वे स्वास्थ्य है। चारपाई पर लेट कर समय व्यतीत कर रहे हैं। परंतु कनीना उपमंडल में अगर किसी ने पेड़ पौधे लगाकर नाम कमाया है तो वास्तव में उसका श्रेय जगमाल सिंह को जाता है
फोटो कैप्शन: बुजुर्ग जगमाल
No comments:
Post a Comment