Not sure how to add your code? Check our installation guidelines **KANINA KI AWAZ **कनीना की आवाज**: February 2021

Sunday, February 28, 2021

स्वच्छता से प्रसन्न होते हैं देवता-महिपाल सिंह
*************************************
**************************************************
***********************************
*****
कनीना। 'स्वच्छता भगवान को सर्वप्रिय है। ऐसे में अपने घरों से स्वच्छता का सबक लेकर हर जगह सफाई पर ध्यान देना चाहिए। ये विचार धनौंदा के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में चल रहे सात दिवसीय एनएसएस कैंप को संबोधित करते हुए मुख्याध्यापक महिपाल सिंह ने व्यक्त किये।
   उन्होंने कहा कि बताया कि इस तरह के कैम्प लगाकर सफाई के प्रति लोगों को जागरूक करना है। एक सच्चा स्वयं सेवक वही होता है जो अपने सहयोग से दूसरे लोगों को भी जागरूक करने का कार्य करे। उन्होंने बताया कि इस तरह के कैम्प में छात्रों को यही सिखाया जाता है कि वो खुद भी जागरूक हो सके तथा अपने आसपास के लोगों को भी जागरूक कर सके।
  इस मौके पर स्वयंसेवकों ने स्कूल प्रांगण में न केवल सफाई की अपितु विभिन्न मार्गों से पड़े हुए रोड़े आदि हटवाकर आने जाने के लिए सुगम बनाया। बच्चों ने रास्तों में खड़ी घास एवं गंदगी को हटाकर सुंदर बनाया।
  इस मौके पर एनएसएस प्रभारी अनूप सिंह प्रवक्ता ने बताया कि इस प्रकार के कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आत्म निर्भरता एवं किसी काम को छोटा न समझकर करने की सबक सिखाना है। उन्होंने कहा कि बच्चे पढ़ लिखकर अपने घर एवं आस पास साफ सफाई करने से हिचकिचााते हैं। यदि उनके दिलोदिमाग में गंदगी स्वयं साफ करने की प्रबल इच्छा हो जाए तो एक ना एक दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपने को साकार करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। उन्होंने सभी कार्यों को बराबर समझकर करने पर बल दिया। इस मौके पर प्रीति डीपीई ने भी संबोधित किया।  इस मौके पर  समस्त स्टाफ मौजूद था।  मुख्य अतिथि सहित अन्य जनों को स्मृति चिह्न भेंट किये गये।
फोटो कैप्शन  01: एनएसएस यूनिट को संबोधित करते
महिपाल सिंह

 

पहले डैडली और फिर फैंडली हो गई पीडि़ता

*****************************
कनीना। उपमंडल के गांव की एक महिला ने पुलिस में शिकायत देकर पहले दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था वही पुलिस ने पीडि़ता के बयान पर मामला दर्ज कर जांच आरंभ भी की थी लेकिन आरोपी पुलिस की पकड़ से बहार था। वही कुछ दिन बाद वही आरोपी एक बार फिर गांव पहुंचा और महिला से मिला तो परिजनों को इसकी भनक लग गई जिस पर उन्होंने आरोपी की घुनाई कर डाली थी। वही पुलिस ने पीडि़त महिला के 164 के बयान दर्ज कराए जहां पीडि़ता ने आरोपी के हक में बयान देकर मामले का रुख ही बदल दिया।



खुश होकर खोली दुकानदारों ने अपनी दुकानें
-20 दिनों से धरने पर बैठे थे
**********************************
***************************
 कनीना। कनीना पंचायत समिति की दुकानों में बैठे दुकानदारों का विगत 20 दिनों से चला आ रहा धरना प्रदर्शन तथा क्रमिक अनशन अचानक समाप्त हो जाने से रविवार को खुश होकर अपनी अपनी दुकानें खोली। रविवार होने से धरने से उठे करीब 80 फीसदी दुकानदारों ने दुकानें खोली। महेश बोहरा व्यापारी एकता मंच के अध्यक्ष ने कहा कि उनकी न्यायालय में 8 मार्च की सुनवाई थी वह अब 16 जुलाई की हो गई है। इसलिए उन्होंने सर्वसम्मति से फैसला लेकर धरना समाप्त कर दिया है।
अपना ही कुछ खोया है 20 दिनों में -
बेशक धरना अचानक समाप्त कर दिया है लेकिन विगत 20 दिनों में सरकार का कोई नुमाइंदा दुकानदारों मिलने नहीं आया और न ही उन्होंने किसी की कोई सुननी चाही। विगत 20 दिनों में उन्होंने जो कुछ कमाना था वह नहीं कमा पाए। अब तक की अपनी दुकान सुरक्षित करने की मांग कर रहे थे, वह मांग पूरी हुये बगैर धरना समाप्त कर दिया है।
 जहां धरना प्रदर्शन समाप्त होते ही सभी दुकानदारों के चेहरों पर मुस्कान आ गई क्योंकि बहुत सेे ऐसे दुकानदार धरने में शामिल हैं जिनकी रोटी रोजी दुकान से होने वाली आय है। उनकी 20 दिनों से आय नहीं हो रही थी।
अपनी मर्जी के मालिक बने रहे दुकानदार-
मध्यस्थता करवाने कुछ लोग इनके बीच धरने में आये किंतु इन्होंने किसी की एक भी नहीं सुनी। यहां तक कि इनको समझाया गया कि दुकान में कम से कम खोलकर भी आंदोलन किया जा सकता है किंतु इन्होंने किसी की एक नहीं मानी। दुकानदारों ने अपने मन की आवाज सुनी और अचानक धरना समाप्त कर दिया। खुशी खुशी सैकड़ों दुकानदारों ने अपनी दुकानों में काम शुरू कर दिया है।




सोमवार से पहली और दूसरी की लगेंगी कक्षाएं
-3 घंटों तक चलेगा स्कूल, चार चरणों में खोले गये हैं स्कूल
**********************************
***************************************
 कनीना।  करीब एक साल तक स्कूल बंद रहने के बाद आखिरकार सोमवार से शिक्षा विभाग ने पहली और दूसरी की कक्षाओं के लिए स्कूल खोले दिये हैं। प्रतिदिन 3 घंटे सुबह दस बजे से डेढ़ बजे तक लगेंगे। हाल ही में 24 फरवरी कक्षा 3 से पांच कक्षाओं के स्कूल खोले जा चुके हैं।
   विस्तृत जानकारी देते हुए वरिष्ठ प्राचार्य अभयराम यादव ने बताया कि  कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए विद्यार्थियों के अभिभावक लिखित में अनुमति देंगे लेकिन आनलाइन पढ़ाई जारी रहेगी। उन्होंने बताया कि स्कूल में प्रवेश करते ही विद्यार्थियों और अध्यापकों के ताप की जांच पूर्व के अनुसार जारी रहेगी। सभी की उपस्थिति मोबाइल एप पर भरी जाएगी।  उन्होंने बताया कि एसओपी के नियमों का पूर्ण रूप से पालन करना होगा। यदि कोई विद्यार्थी कोविड पाजिटिव पाया जाता है तो उच्च अधिकारियों के संज्ञान में लाया जाएगा तथा उसकी कक्षा के पूरे विंग को 10 दिन के लिए बंद करने का निर्णय लिया जाएगा। विद्यालय परिसर को सेनिटाइज किया जाएगा। यदि एक से अधिक विद्यार्थी पाजिटिव पाए जाते तो 10 दिनों के लिए बंद करने की प्रक्रिया पूरे विद्यालय के लिए अपनाई जाएगी।
 उन्होंने बताया किंतु विद्यार्थियों को दोपहर भोजन योजना के तहत पका पकाया भोजन नहीं दिया जाएगा। सूखा राशन ही बांटा जाएगा।
चार चरणों में खोले गये हैं स्कूल-
एक फरवरी 2021 से कक्षा 6 से आठ तक के स्कूल खोले गये थे। उनके स्कूल भी 3 घंटे ही लग रहे हैं वहीं कक्षा 3 से पांच के स्कूल 24 फरवरी 2021 से खुल हैं कक्षा 9 से 12 के विद्यार्थी 14 दिसंबर 2020 से स्कूल आ रहे हैं। चौथे चरण में कक्षा एक एवं दो के लिए स्कूल सोमवार से विधिवत लगेंगे।

मेला कमेटी में आय व्यय का किया हिसाब
-आरोग्य सप्तमी के मेले से बची है पांच लाख रुपये राशि
************************************
*************************
कनीना। खिमज माता मेले की आय-व्यय का ब्यौरा देने हेतु तथा आगामी मेले की व्यवस्था हेतु सुझाव देने के लिए बैठक बुलाई गई। बैठक की जानकारी देते हुए मेला कमेटी पदाधिकारी एवं पूर्व प्रवक्ता विजयपाल सेहलंगिया ने बताया कि आरोग्य सप्तमी पर आयोजित हुये मेले के दिन 3,58,004 रुपये की रसीद काटी गई जबकि भंडारे में 99,863 रुपये बचे। जनवरी 2021 तक आय 3,33,463 हुई जबकि कुल आय 7,93,440 रुपये तथा खर्च 2,93,236 रुपये. हुआ है। अब तक कमेटी के पास 5,00604 रुपये जमा है।


बढ़ रहा है ताप, किसानों की चिंता बढ़ी
-कृषि अधिकारी कह रहे हैं हल्की सिंचाई की बात
***********************************
***************************
 कनीना। कनीना क्षेत्र में जहां फरवरी माह में ताप बहुत अधिक रहा जिसके चलते फसलों के जल्दी पकने और कम पैदावार होने की संभावना बन गई है। 34 डिग्री सेंटीग्रेड तक फरवरी माह में ताप रहा है जिसका कु-प्रभाव पडऩा लाजमी है।
 उल्लेखनीय है कि कनीना क्षेत्र में इस बार सर्दी चाहे कम पड़ी हो वही धुंध भी कम दिनों तक पड़ी है किंतु पाला लंबे समय तक पड़ा है, वही मौसम में समय-समय पर बदलाव आया है। हल्की बारिश एक बार हुई है वहीं मौसम में बदलाव शनिवार को भी देखने को मिला लेकिन इक्का-दुक्का बूंद बारिश गिरने के बाद बादल छट गए। किसानों की चिंता बढ़ती जा रही है क्योंकि सरसों की फसल लगभग लावणी को तैयार खड़ी है। मार्च के प्रथम सप्ताह में ही लावणी आने की संभावना है। 10 मार्च तक सरसों की आवक खुली मंडियों में शुरू हो सकती है। वर्तमान में अनाज मंडी में सरसों के भाव अच्छे मिल रहे हैं जिसके चलते किसान भी चाहते हैं कि जल्दी से फसल पैदावार ली जाए। जहां सरकार ने गेहूं का समर्थन मूल्य 1975 रुपये रखा है सरसों का 4650 रुपये प्रति क्विंटल रखा गया है। क्षेत्र में जहां 19310 हेक्टेयर पर सरसों उगई है वहीं 10590 हेक्टेयर पर गेहूं उगाया गया है। यह दो प्रमुख फसलें क्षेत्र में अधिक उगाई गई है। इस बार गेहूं की फसल जल्दी लावणी आने की संभावना हैं। अक्सर होली के बाद ही गेहूं की लावणी आती है किंतु इस बार होली पर्व पर लावणी आने की संभावना बढ़ गई।
क्या कहते हैं कृषि अधिकारी -
कृषि विस्तार अधिकारी डा देवराज से इस बढ़ते मौसम के ताप के संबंध में चर्चा की गई। उन्होंने बताया कि अधिक ताप पडऩा अच्छा सुकून नहीं है। इसे सरसों और गेहूं जल्दी लावणी आ सकते हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को चाहिए कि रात के समय गेहूं की हल्की सिंचाई करें जिससे गेहूं के गिरने की संभावना भी नहीं रहेगी वहीं दीमक भी नहीं आएगी और पैदावार भी बढ़ सकती है। उन्होंने कहा इस बार कुल मिलाकर बंपर पैदावार गेहूं और सरसों की होने जा रही है। पहली बार इस क्षेत्र में फरवरी माह में इतना अधिक ताप देखने को मिल रहा है।
 किसानों से इस संबंध में चर्चा की तो किसान अजीत कुमार, सुधीर सिंह, राजेंद्र सिंह, रोहित कुमार आदि ने बताया कि अभी तक फसल सरसों की फसल खेतों में आने को तैयार खड़ी है। सरसों की लावणी का कार्य मार्च के प्रथम सप्ताह में होने की उम्मीद है जबकि कनीना मंडी के व्यापारी ओमप्रकाश निशानियां, रविंद्र बंसल आदि ने बताया कि गेहूं 10 अप्रैल तक जबकि सरसों की आवक 10 मार्च तक होने की संभावना है। ऐसे में किसान परेशान हैं वहीं ताप बढऩे से  गर्म वस्त्रों में लिपटे इक्का-दुक्का लोग ही नजर आ रहे हैं। दिन के समय धूप में बैठना भी कठिन हो गया है। इतनी तेज गर्मी पड़ती है कि छाया तलाशी जाती है।
फोटो कैप्शन 8: कनीना क्षेत्र में गेहूं की फसल।
 

एसडीवमा विद्यालय ककराला में अध्यापक- अभिभावक बैठक का हुआ आयोजन
**********************************
*******************************
कनीना। एसडीवमा विद्यालय ककराला में रविवार को अध्यापक-अभिभावक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में 968 पहुंचे। सभी अभिभावकों ने  अपनी व्यस्तता के बीच अपने बच्चों के भविष्य के लिये विद्यालय प्रबध्ंान व सभी संबधित अध्यापकों के साथ विचार विमर्श किया। सभी अभिभावकों ने अपने बच्चों की दिनचर्या, उनके व्यवहार, समय-सारणी, रुचि आदि से संबधित पहलुओं से प्रबंधन व संबधित अध्यापकों से परिचित करवाया। विद्यालय निदेशक व प्राईवेट स्कूल एसोसिएशन कनीना के प्रधान  जगदेव यादव ने अध्यापक-अभिभावक बैठक के महत्व पर प्रकाश डालते हुये कहा कि हम अपने आपको गौरवशाली समझते हैं कि हमारे अभिभावक इतने जागरूक व सजग है कि अध्यापक-अभिभावक बैठक के महत्व को समझते हैं तथा छात्र के भविष्य निर्माण में विद्यालय प्रबंधन के साथ महत्वपूर्ण जिम्मेदारी निभा रहे हैं। राष्ट्र शिक्षा पोलिसी 2020 में होने वाले बदलावों की जानकारी उपलब्ध करवाई गई।
   उन्होंने कहा कि यह बैठक केवल छात्र के केवल शैक्षिक पक्ष की जानकारी के लिये नहीं बल्कि छात्र के सम्पूर्ण व्यवहार, रुचियों व सामर्थता से संबधित बातों के आदान-प्रदान के लिये आयोजित की जाती है। इन चीजों के बिना अध्यापक-अभिभावक बैठक का मकसद पूरा नहीं हो सकता। छात्र अभिभावक का विचार-विमर्श छात्र के जीवन को एक नई दिशा प्रदान करता है। उसके जीवन के सकारात्मक व नकारात्मक पहलुओं की समीक्षा करके उसके अंदर सकारात्मकता का संचार करता है।  उन्होंने कहा कि शिक्षण एक त्रि-आयामी प्रक्रिया है। ये तीन पक्ष है अध्यापक, अभिभावक व विद्यार्थी। इनमें से कोई दो अक्सर साथ रहते हैं परंतु तीनों एक साथ इस प्रकार के आयोजनों में ही होते हैं जिसका प्रमुख केन्द्र बिंदु छात्र ही होता है।
फोटो कैप्शन 4: एसडीएम स्कूल ककराला में आयोजित पीटीएम।


किन्नर समाज ने कनीना गौशाला को दिये 51 हजार रुपये
-गायों को खिलाया मीठा खाना
***********************************
********************
कनीना। किन्नर समाज ने गायों को खाना खिलाया तथा दान स्वरूप 51,000 रुपये की राशि श्रीकृष्ण गौशाला कनीना को भेंट कर समाज को प्रेरणा दी। गौशाला के प्रधान हुकुम सिंह एवं अन्य पदाधिकारियों ने किन्नर समाज को शाल एवं 500 रुपये की राशि देकर सम्मानित किया तथा इस पुनीत कार्य के लिए किन्नर समाज का हृदय की गहराइयों से बहुत-बहुत आभार जताया। किन्नर समाज ने भी गौशाला के प्रधान एवं पदाधिकारियों को विश्वास दिलाया कि वे समय-समय पर गौशाला आते रहेंगे तथा दान स्वरूप गायों के लिए राशि एवं खाद्यान्न भी भेंट स्वरूप देते रहेंगे। उन्होंने यह भी बताया कि किन्नर समाज गौशाला से सदैव जुड़ा रहेगा।
रुखसार, महंत एवं उनके किन्नर साथियों ने प्रसन्नता व्यक्त की कि गायों के लिए वे कुछ कर पा रहे हैं। गायों की सेवा ही सच्ची सेवा होती है। इससे मन में प्रसन्नता तथा कुछ कर गुजरने की क्षमता पैदा होती है।
फोटो कैप्शन 5: किन्नर समाज गायों के लिए 51 हजार रुपये राशि प्रदान करते हुए
           6: गायों को मीठा खाना खिलाते किन्नर।


सिलाई कढ़ाई प्रवीणता सर्टिफिकेट्स वितरण चार को
***********************************
*****************
कनीना। भारत विकास परिषद शाखा कनीना की मासिक बैठक  नेताजी मेमोरियल क्लब कनीना में प्रधान कवर सैन वशिष्ठ की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में एक अप्रैल से सिलाई सेंटर स्कूल चुन्नी लाल शास्त्री के मकान में आरंभ किया जाएगा वहीं 4 अप्रैल को शिवलाल धर्मशाला कनीना में सिलाई सेंटर सर्टिफिकेट वितरण समारोह का आयोजन किया जाएगा। दाखिला पहले आने वाले 20 ट्रेनरो को ही सिलाई सिखाई जाएगी।
बैठक में गरीबों की शादी  में अनुदान देने की भी सहमति बनी। लखनलाल कैमला को अखिल भारतीय जांगड़ा महासभा की दिल्ली बैठक में राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाने पर भारत विकास परिषद का सदस्य होने के कारण बधाई दी। बैठक में शिव कुमार, मास्टर दिलीप, महेश बोहरा , पार्षद मोहन सिंह, लखनलाल कैमला ,धनपत साहब, संजय लाल ,गजराज साहब ,हेड मास्टर कृष्ण सिंह, प्रेम कुमार ,सरिता भारद्वाज,  उर्मिला कौशिक ,सुशीला यादव ,उषा जांगड़ा मौजूद थी।
फोटो कैप्शन 2: भाविप की आयोजित बैठक में पदाधिकारी निर्णय लेते हुए।



कनीना प्रखंड में निधि समर्पण अभियान संपूर्ण -सुरेंद्र सिंह








******************************
कनीना। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के लिए चल रहे निधि समर्पण एवं संपर्क अभियान संपूर्ण होने के उपलक्ष्य में कनीना खंड के गांव सेहलंग में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। अध्यक्षता विभाग मंत्री सुरेंद्र सिंह कनीना ने की।
सुरेंद्र सिंह कनीना ने बताया कि श्री ाम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के लिए निधि समर्पण एवं संपर्क अभियान 1 फरवरी से 27 फरवरी तक चला, जिसमें कनीना के 35 गांव में 49 टोलियों के माध्यम से प्रत्येक गांव के प्रत्येक घर तक संपर्क किया गया। जिसके लिए कूपन, पत्रक, स्टीकर के साथ सभी घरों में संपर्क हुआ संपर्क के दौरान लगभग 20,000 घरों में संपर्क किया गया ,जिससे कनीना प्रखंड के गांवो से लगभग 15 लाख के करीब राशि प्राप्त कर श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए न्यास के खाते में जमा कराई गई। कनीना खंड को 16050 कूपन प्राप्त हुए थे। जो सभी कूपन लोगों तक घर घर जाकर पहुंचाए गए और निधि प्राप्त कर राशि प्राप्त की गई। प्रखंड के संयोजक  शिवकुमार व सह संयोजक एवं निधि प्रमुख दिलावर सिंह ने बताया कि अभियान को सफल बनाने के लिए कनीना प्रखंड को पांच खंडों में बांटकर संयोजक तय किए। बाघोत से हेमराज साहब ,धनौंदा से लखनलाल, बूचावास से जितेंद्र जानी, रामबास से बलजीत सिंह और कनीना से हरिराम के द्वारा इस अभियान को संपूर्ण करवाया गया। बैठक में सभी गांव के ग्राम प्रमुख भी उपस्थित हुए जो इस अभियान के लिए ग्राम प्रमुख और टोली प्रमुख तय किए गए थे।
सेहलंग गांव के ग्राम प्रमुख विजय पाल सिंह प्रवक्ता और टोली प्रमुख वीरेंद्र सिंह ने अपने गांव का हिसाब देते हुए बताया कि गांव से 2,69,000 रुपये की राशि समर्पित की गई है। इस अवसर पर प्रखंड संयोजक शिवकुमार ने प्रखंड संचालन टोली खंड संचालन टोली ग्राम प्रमुखों और सभी टोली प्रमुखों का हृदय से आभार प्रकट करते हुए कहा कि भगवान श्री राम के कार्य में सब ने बहुत ही उत्साह और प्रमाणिकता के साथ कार्य किया है। सभी को भगवान श्री राम की कृपा प्राप्त हो। इस अवसर पर खंड संयोजकों के अलावा ग्राम प्रमुख संदीप बाघोत ,शेर सिंह , राजू, पोता ,हरि बल्लभ नोताना अमरजीत, रामनिवास बंसल  ओम प्रकाश बंसल तलवाना, विक्रम खेड़ी, रामविलास, ओमवीर धनौंदा, बूचावास से मदनलाल, झगडोली से महेंद्र सिंह, चेलावास से दिलपत, सीहोर से दयाराम, गाहडा से रामस्वरूप, करीरा से विनोद, ककराला से प्रताप साहब, मानपुरा से अभय सिंह, ढाणा से उपेंद्र आदि ग्राम प्रमुख उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 3: निधि समर्पण अभियान पूरा होने पर सेहलंग में लोग राशि सुरेंद्र सिंह को भेंट करते हुए। 

Saturday, February 27, 2021

 स्वच्छता भगवान को प्रिय-डा सुरेंद्र सिंह
*****************************************
**************************************************
************************************
**
कनीना। 'स्वच्छता भगवान को सर्वप्रिय है। ऐसे में अपने घरों से स्वच्छता का सबक लेकर हर जगह सफाई पर ध्यान देना चाहिएÓ। ये विचार धनौंदा के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में चल रहे सात दिवसीय एनएसएस कैंप को संबोधित करते हुए डा सुरेंद्र सिंह प्राचार्य रावमा विद्यालय देवराला(भिवानी)ने व्यक्त किये।
   उन्होंने कहा कि बताया कि इस तरह के कैम्प लगाकर सफाई के प्रति लोगों को जागरूक करना है। एक सच्चा स्वयं सेवक वही होता है जो अपने सहयोग से दूसरे लोगों को भी जागरूक करने का कार्य करे। उन्होंने बताया कि इस तरह के कैम्प में छात्रों को यही सिखाया जाता है कि वो खुद भी जागरूक हो सके तथा अपने आसपास के लोगों को भी जागरूक कर सके।
  इस मौके पर स्वयंसेवकों ने स्कूल प्रांगण में न केवल सफाई की अपितु विभिन्न मार्गों से पड़े हुए रोड़े आदि हटवाकर आने जाने के लिए सुगम बनाया। बच्चों ने रास्तों में खड़ी घास एवं गंदगी को हटाकर सुंदर बनाया।
  इस मौके पर एनएसएस प्रभारी अनूप सिंह प्रवक्ता ने बताया कि इस प्रकार के कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य आत्म निर्भरता एवं किसी काम को छोटा न समझकर करने की सबक सिखाना है। उन्होंने कहा कि बच्चे पढ़ लिखकर अपने घर एवं आस पास साफ सफाई करने से हिचकिचााते हैं। यदि उनके दिलोदिमाग में गंदगी स्वयं साफ करने की प्रबल इच्छा हो जाए तो एक ना एक दिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सपने को साकार करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। उन्होंने सभी कार्यों को बराबर समझकर करने पर बल दिया। इस मौके पर मुख्याध्यापक महिपाल सिंह, चौ सुमेर सिंह सेवानिवृत्त बैंक मैनेजर, समाजसेवी चांदराम, प्रीति डीपीई ने भी संबोधित किया।  इस मौके पर  समस्त स्टाफ मौजूद था।  मुख्य अतिथि सहित अन्य जनों को स्मृति चिह्न भेंट किये गये।
फोटो कैप्शन 4: चांदराम को स्मृति चिह्न देते अनूप सिंह एवं अन्य।
        5: एनएसएस यूनिट को संबोधित करते डा सुरेंद्र देवराला।


संत रविदास सामाजिक क्रांति के साथ स्वराज क्रांति के भी पुरोधा थे-अतरलाल
********************************
***************************
कनीना। संत रविदास सामाजिक क्रांति के साथ स्वराज क्रांति के भी पुरोधा थे। उन्होंने अपनी वाणी में पराधीनता को पाप बताकर लोगों को स्वराज के प्रति जागृत किया था।
ये विचार बहुजन समाज पार्टी के नेता सअतरलाल एडवोकेट ने ग्राम मोड़ी तथा पड़तल में संत शिरोमणि रविदास जयंती पर आयोजित समारोह को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। इससे पूर्व उन्होंने उपस्थित श्रद्धालुओं के साथ संत रविदास के चित्र पर माल्यार्पण कर समाज में समरसता तथा खुशहाली की कामना की। उन्होंने कहा कि भक्तिकाल में संत रविदास ने अपने दोहो, गीतों और पदों की रचना करके लोगों में सामाजिक समरसता तथा स्वाधीनता के भाव प्रकट किए। उन्होंने संत रविदास की शिक्षाओं को आज भी उपयोगी बताते हुए युवाओं से उनकी शिक्षाओं पर चलने की अपील की। इस अवसर पर श्रद्धालुओं ने संत रविदास द्वारा रचित शब्द, दोहो तथा पदों का पाठ किया तथा उनके पथ पर चलने पर संकल्प लिया। समारोह में पूर्व चेयरमैन भाग सिंह तंवर, नरेन्द्र सिंह, हरगोविंद, राजेश कुमार, जयप्रकाश, जसवंत, औमप्रकाश, रोहताश सिंह, सरदार सिंह, रिसाल सिंह, अजीत सिंह, दलीप सिंह, भौम सिंह, संदीप, गोपी, छोटूराम, रामस्वरूप, रामकुवार, हरी सिंह, हंसराज, ताराचंद, समीन कुमार पंच, कुलदीप, नरेश, जयप्रकाश, सतीश, ग्यारसी देवी, बनारसी, चन्द्रवाली, होशियार सिंह अनेक जन उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 6: मोड़ी में संत रविदास को याद करते ठाकुर अतरलाल।

पूर्णिमा के व्रत से सभी कष्ट होते हैं दूर-कृष्णानंद
***********************************
**********
कनीना। पूर्णिमा के व्रत से मानव के सभी कष्ट दूर होते है। मानव को अपने जीवन रूपी यात्रा में पूर्णिमा व्रत अवश्य ही करना चाहिए। ये विचार संत कृष्णानंद धनौंदा ने पूर्णिमा व्रत के अवसर पर व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि व्रत एक प्रतिज्ञा होती है और उस प्रतिज्ञा रूपी व्रत में प्रभु के बताए मार्ग पर चल कर उनके आचरण का अनुसरण करके अपने जीवन को सफल बनाना चाहिए। इस मौके पर कई जन मौजूद थे।


निधि प्राप्त करने में राष्ट्र सेविका समिति का अहं योगदान- सुनीता यादव
********************************
********************************
कनीना। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के लिए महेंद्रगढ़ जिले में राष्ट्र सेविका समिति की मातृ शक्ति का विशेष योगदान रहा है। ये विचार व्यक्त करते हुए राष्ट्र सेविका समिति की सह-विभाग कार्यवाही का सुनीता यादव ने खाटू श्याम मंदिर कनीना में व्यक्त किये।
उन्होंने बताया कि महेंद्रगढ़ जिले में समिति की महिलाओं ने भी अपना योगदान दिया। जिले के विभिन्न स्थानों पर समिति की मातृ शक्ति ने स्वयं प्रेरणा से अपने जिम्मे निधि समर्पण करवाने का कार्य लेते हुए कनीना नगर के वार्ड नंबर 13 में सुनीता यादव, शारदा यादव, शर्मिला यादव और 11 में अरुणा कौशिक राष्ट्र ने ही यह कार्य पूर्ण किया। उन्होंने बताया कि अटेली प्रखंड में के गांव कुंजपुरा में अनीता यादव की टीम ने हरसू की ढाणी में सुनीता यादव ने टोली बनाकर निधि प्राप्त करने का कार्य किया।वहीं महेंद्रगढ़ नगर में डॉ शोभा यादव ने वार्ड नंबर  एक और 15 को अपने जिम्मे लेते हुए कार्य पूर्ण कर शहर के दूसरे स्थानों पर भी टोलियों का सहयोग किया। डॉ शोभा यादव ने बताया कि घर घर जाकर विशेष लोगों से भी संपर्क किया और अपने वादों के प्रत्येक घर में संपर्क कर निधि प्राप्त करती। राम मंदिर के प्रति लोगों की श्रद्धा चरम पर है। पाली खंड के पाली गांव में मातृ शक्ति ने पाली गांव को पूरा किया। नारनौल नगर में सरिता और कुसुम की टोली ने अपना योगदान दिया। जिले में राष्ट्र सेविका समिति की मातृ शक्ति का निधि समर्पण एवं संपर्क अभियान में दिया गया सहयोग सभी के लिए और विशेष तौर पर महिलाओं के लिए समाज जागरण का कार्य एक प्रेरणा स्रोत के रूप में देखा जाएगा।
उन्होंने बताया कि निधि प्राप्त करने का यह कार्य श्रीश्याम मंदिर कनीना में एक बैठक का आयोजन कर संतों के आशीर्वाद और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक श्रीमान संजय के मार्गदर्शन के साथ एक जनवरी से 27 फरवरी तक सतत प्रयास करते हुए पूर्ण किया है।
फोटो कैप्शन 8:श्याम मंदिर कनीना में बैठक में जानकारी देते हुए सुनीता।

विभिन्न गांवो में मनाई संत रविदास जयंती
-मीराबाई भी संत रविदास की थीं शिष्या
***********************************
******************
कनीना। कनीना तथा आस पास गांवों में संत रविदास की 644वीं जयंती मनाई गई। संत के जीवन एवं मूल्यों को दर्शाने वाली अनेकों गांवों व शहरों में झांकियां आयोजित की गई। उनके चित्र पर पुष्प अर्पित किये गये।
    खंड के गांव रामबास में अंबेडकर भवन में समाजसेवी वेदप्रकाश नंबरदार की अध्यक्षता रविदास जयंती मनाई। उन्होंने कहा कि कृष्णभक्त मीराबाई के भी गुरू रविदास ही थे। महाकवि तुलसीदास भी रविदास का आदर करते थे। काशी के नरेश की पत्नी भी रैदास की शिष्या बताई जाती है।
    उन्होंने कहा कि संत रविदास यूं तो निर्गुण राम के उपासक थे किंतु उनके पदों में गोपाल, हरि, माधव, बनवारी, केशव आदि शब्दों का खुलकर प्रयोग हुआ है।  संत रविदास गृहस्थी होकर भी उनकी साधना प्रबल थी।  संत रविदास के विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं जितने  तत्कालीन समय में थे। उस समय भारत में जातिवाद चरम पर था ,ऐसे समय में एक चर्मकार के घर जन्में रविदास ने न केवल रूढि़वाद , मूर्तिपूजा, व जातिवाद जैसी कुरीतियों पर करारी चोट की बल्कि सभी वर्गों के लोगों को  अपना अनुयायी बनाया। एक प्रसंग सुनाते हुए कहा कि एक बार एक ब्राह्मण गंगा तीर्थयात्रा करने जा रहा था, वह  संत रविदास के पास आया व उन्हें साथ चलने को कहा तो सन्त रविदास ने कहा कि मैने एक सन्त मित्र को जूते बनाकर देने का वादा किया हुआ है,इसलिए में आज गंगा यात्रा नहीं कर सकता,क्योंकि यदि मैं वादाखिलाफी करता हूं तो यह घोर पाप होगा,आप गंगा जी को मेरी एक भेंट दे देना। यह कहकर रविदास ने उस ब्राह्मण को एक सुपारी भेंटस्वरूप दी। ब्राह्मण ने गंगा स्नान के बाद अनमने मन से वह सुपारी गंगा नदी में उछाल दी। उस ब्राह्मण ने वह सुपारी फेंकी तो थी अनमने मन से मगर उस वक्त वह आश्चर्यचकित रह गया जब तत्काल गंगा जी ने साक्षात देवी रूप में प्रकट होकर नदी जल में गिरने से पूर्व ही उस सुपारी को अपने दोनो हाथ में ग्रहण कर लिया और लुप्त हो गयी, ब्राह्मण भयभीत हो दौड़ा-दौड़ा संत रविदास के चरणों में जा गिरा तब संत रविदास ने कहा कि अगर आदमी का मन साफ नहीं है तो तीर्थ यात्राओं का कोई औचित्य नही है, यह कहते हुए उन्होंने दूसरा चमत्कार दिखाते हुए अपनी कटौती में ही गंगा जी को प्रकट कर दिया और कहा-- मन चंगा तो कटौती में गंगा। संत ने कहा कि उन्होंने न केवल इस प्रकार के चमत्कारों के द्वारा तत्कालीन समाज को अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया बल्कि समाज में अनेकों कुरीतियों का दमन कर लोगों को श्रेष्ठ रास्ता दिखाया। इस अवसर पर पूर्व सरपंच माया देवी, हरद्वारीलाल पूर्व पंच, डा राजेश, ज्ञानेश्वर निंभल, कपिल निंभल, सतवीर सिंह पंच, चांद सिंह, रमेश चौकीदार आदि मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 9: रामबास गांव में रविदास की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करते वेद प्रकाश एवं अन्य। 

 

 

 

 

 

पहले डैडली और फिर फैंडली हो गई पीडि़ता

*********************








कनीना। उपमंडल के गांव की एक महिला ने पुलिस में शिकायत देकर पहले दुष्कर्म करने का आरोप लगाया था वही पुलिस ने पीडि़ता के बयान पर मामला दर्ज कर जांच आरंभ भी की थी लेकिन आरोपी पुलिस की पकड़ से बहार था। वही कुछ दिन बाद वही आरोपी एक बार फिर गांव पहुंचा और महिला से मिला तो परिजनों को इसकी भनक लग गई जिस पर उन्होंने आरोपी की घुनाई कर डाली थी। वही पुलिस ने पीडि़त महिला के 164 के बयान दर्ज कराए जहां पीडि़ता ने आरोपी के हक में बयान देकर मामले का रुख ही बदल दिया।


दुकानदारों ने अचानक धरना किया समाप्त
-खुद धरने पर बैठे थे और खुद ही धरना किया समाप्त
********************************
****************************
 कनीना। कनीना पंचायत समिति की दुकानों में बैठे दुकानदारों का विगत 20 दिनों से चला आ रहा धरना प्रदर्शन तथा क्रमिक अनशन अचानक यू टर्न ले गया। धरने के 20वें दिन शाम को करीब चार बजे अचानक उन्होंने अपना आंदोलन समाप्त करने का निर्णय ले लिया। महेश बोहरा व्यापारी एकता मंच के अध्यक्ष ने कहा कि उनकी न्यायालय में 8 मार्च की सुनवाई थी वह अब 16 जुलाई की हो गई है। इसलिए उन्होंने सर्वसम्मति से फैसला ले लिया है कि धरना समाप्त किया जाए। सभी ने उनकी सराहना की और बिना किसी शर्त, बिना किसी दबाव के खुद ही धरना शुरू किया था और अब खुद ही धरना समाप्त कर दिया है।
अपना ही कुछ खोया है 20 दिनों में -
बेशक धरना अचानक समाप्त कर दिया है लेकिन विगत 20 दिनों में सरकार का कोई नुमाइंदा इनसे मिलने नहीं आया और न ही उन्होंने किसी की कोई सुननी चाही। यही कारण है कि जिस धरने की संभावना लंबा खींचने की हो गई थी वह अचानक इन्होंने अपना ही नुकसान करके समाप्त कर दिया है। विगत 20 दिनों में उन्होंने जो कुछ कमाना था वह नहीं कमा पाए। अब तक की अपनी दुकान सुरक्षित करने की मांग कर रहे थे, वह मांग पूरी हुये बगैर धरना समाप्त कर दिया है।
धरने समापन के अवसर पर उपस्थित थे अनेक जन-
 धरना आंदोलन समाप्त करते समय जहां कनीना के पूर्व प्रधान मास्टर दलीप सिंह, मुकेश रोकी  पार्षद, बसपा नेता अतरलाल सहित विभिन्न दुकानदार मौजूद थे।
बुरे फंसे मेहमान -यद्यपि धरना प्रदर्शन व क्रमिक अनशन का निर्णय लेकर एक प्रकार से बुरे फंस गए थे क्योंकि न तो कोई उनके धरने प्रदर्शन को समाप्त करवाने के लिए आए। इसके चलते उन्होंने स्वत: ही धरना प्रदर्शन समाप्त कर दिया। जहां धरना प्रदर्शन समाप्त होते ही सभी के चेहरों पर मुस्कान आ गई क्योंकि बहुत सेे ऐसे दुकानदार धरने में शामिल हैं जिनकी रोटी रोजी दुकान से होने वाली आय है। उनकी 20 दिनों से आय नहीं हो रही थी। कई दुकानदार मन से धरना समाप्त करना चाहते थे किंतु कहना कहीं भारी न पड़ जाये, वो चुप थे।
अध्यक्षता करने आए कुछ लोग-
मध्यस्थता करवाने कुछ लोग इनके बीच धरने में आये किंतु इन्होंने किसी की एक भी नहीं सुनी। समय-समय पर आए मास्टर दिलीप सिंह पूर्व प्रधान, मास्टर दिलीप सिंह पार्षद, कमल पार्षद, पालिका प्रधान सतीश जेलदार तथा कई अन्य जन इनकी मध्यस्थता करने और समझाने के लिए आए। यहां तक कि इनको समझाया गया कि दुकान में कम से कम खोलकर भी आंदोलन किया जा सकता है किंतु इन्होंने किसी की एक नहीं मानी। दुकानदारों ने अपने मन की आवाज सुनी और अचानक धरना समाप्त कर दिया।
बेशक दुकानदारों का अनिश्चितकालीन धरना 20वें दिन प्रवेश कर समाप्त हो गया परंतु बहुत कुछ गुरु दुकानदारों को सीखा गया है। इन दुकानदारों की हालात भी दिल्ली में धरने पर बैठे किसानों जैसी बनती जा रही है।
 कभी भी सभी दुकानें एक साथ बंद होते हुए नहीं देखी गई लेकिन वर्तमान परिप्रेक्ष्य में पंचायत समिति की दुकानों में बैठे सभी दुकानदार धरने पर एकमत होकर बैठे हुए हैं। सभी की दुकानें लगातार 20 दिनों तक बंद रही। इस प्रकार एकता का गुरु उनमें भर आया है।
सभी दुकानदार एक मत रहे चाहे घर में हालात बहुत गंभीर हो, घर में बीमार हो, खाने के लाले पड़ रहे हो किंतु सभी में यह बात देखने को मिली कि बेशक खाने के कुछ दुकानदारों के पास लाले पड़ रहे हो किंतु सभी एकमत धरने पर बैठे रहे।  इस प्रकार दुकानदारों में दृढ़ निश्चय भी यह अनिश्चितकालीन धरना सीखा गया है।
यह सत्य है कि बहुत से दुकानदार हैंड टू माउथ है जो जितना कमाते उसी से गुजर बसर करते थे, अब वे कमा नहीं रहे थे फिर भी धरने में एकता का परिचय देने में मददगार साबित हुये हें। जहां सबसे बड़ी बात देखने को मिली इन दुकानों के पास ठेले भी फटकने का नाम नहीं ले रहे थे और ये दुकानदार किसी ठेले को अपनी बंद दुकानों के आगे भी नहीं लगाने देंगे। और न ही दुकानदार चाहते कोई यहां आकर ठेला लगाए। उनमें यह गुण भी पैदा कर दिया है।
फोटो कैप्शन 10: धरना समाप्त करते हुए कनीना के दुकानदार।
 

 

निधि प्राप्त करने में राष्ट्र सेविका समिति का अहं योगदान- सुनीता यादव

**********************************
कनीना। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र न्यास के लिए महेंद्रगढ़ जिले में राष्ट्र सेविका समिति की मातृ शक्ति का विशेष योगदान रहा है। ये विचार व्यक्त करते हुए राष्ट्र सेविका समिति की सह-विभाग कार्यवाही का सुनीता यादव ने खाटू श्याम मंदिर कनीना में व्यक्त किये।
उन्होंने बताया कि महेंद्रगढ़ जिले में समिति की महिलाओं ने भी अपना योगदान दिया। जिले के विभिन्न स्थानों पर समिति की मातृ शक्ति ने स्वयं प्रेरणा से अपने जिम्मे निधि समर्पण करवाने का कार्य लेते हुए कनीना नगर के वार्ड नंबर 13 में सुनीता यादव, शारदा यादव, शर्मिला यादव और 11 में अरुणा कौशिक राष्ट्र ने ही यह कार्य पूर्ण किया। उन्होंने बताया कि अटेली प्रखंड में के गांव कुंजपुरा में अनीता यादव की टीम ने हरसू की ढाणी में सुनीता यादव ने टोली बनाकर निधि प्राप्त करने का कार्य किया।वहीं महेंद्रगढ़ नगर में डॉ शोभा यादव ने वार्ड नंबर  एक और 15 को अपने जिम्मे लेते हुए कार्य पूर्ण कर शहर के दूसरे स्थानों पर भी टोलियों का सहयोग किया। डॉ शोभा यादव ने बताया कि घर घर जाकर विशेष लोगों से भी संपर्क किया और अपने वादों के प्रत्येक घर में संपर्क कर निधि प्राप्त करती। राम मंदिर के प्रति लोगों की श्रद्धा चरम पर है। पाली खंड के पाली गांव में मातृ शक्ति ने पाली गांव को पूरा किया। नारनौल नगर में सरिता और कुसुम की टोली ने अपना योगदान दिया। जिले में राष्ट्र सेविका समिति की मातृ शक्ति का निधि समर्पण एवं संपर्क अभियान में दिया गया सहयोग सभी के लिए और विशेष तौर पर महिलाओं के लिए समाज जागरण का कार्य एक प्रेरणा स्रोत के रूप में देखा जाएगा।
उन्होंने बताया कि निधि प्राप्त करने का यह कार्य श्रीश्याम मंदिर कनीना में एक बैठक का आयोजन कर संतों के आशीर्वाद और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के विभाग प्रचारक श्रीमान संजय के मार्गदर्शन के साथ एक जनवरी से 27 फरवरी तक सतत प्रयास करते हुए पूर्ण किया है।
फोटो कैप्शन 8:श्याम मंदिर कनीना में बैठक में जानकारी देते हुए सुनीता। 


विभिन्न गांवो में मनाई संत रविदास जयंती
-मीराबाई भी संत रविदास की थीं शिष्या
***********************************
***********
कनीना। कनीना तथा आस पास गांवों में संत रविदास की 644वीं जयंती मनाई गई। संत के जीवन एवं मूल्यों को दर्शाने वाली अनेकों गांवों व शहरों में झांकियां आयोजित की गई। उनके चित्र पर पुष्प अर्पित किये गये।
    खंड के गांव रामबास में अंबेडकर भवन में समाजसेवी वेदप्रकाश नंबरदार की अध्यक्षता रविदास जयंती मनाई। उन्होंने कहा कि कृष्णभक्त मीराबाई के भी गुरू रविदास ही थे। महाकवि तुलसीदास भी रविदास का आदर करते थे। काशी के नरेश की पत्नी भी रैदास की शिष्या बताई जाती है।
    उन्होंने कहा कि संत रविदास यूं तो निर्गुण राम के उपासक थे किंतु उनके पदों में गोपाल, हरि, माधव, बनवारी, केशव आदि शब्दों का खुलकर प्रयोग हुआ है।  संत रविदास गृहस्थी होकर भी उनकी साधना प्रबल थी।  संत रविदास के विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं जितने  तत्कालीन समय में थे। उस समय भारत में जातिवाद चरम पर था ,ऐसे समय में एक चर्मकार के घर जन्में रविदास ने न केवल रूढि़वाद , मूर्तिपूजा, व जातिवाद जैसी कुरीतियों पर करारी चोट की बल्कि सभी वर्गों के लोगों को  अपना अनुयायी बनाया। एक प्रसंग सुनाते हुए कहा कि एक बार एक ब्राह्मण गंगा तीर्थयात्रा करने जा रहा था, वह  संत रविदास के पास आया व उन्हें साथ चलने को कहा तो सन्त रविदास ने कहा कि मैने एक सन्त मित्र को जूते बनाकर देने का वादा किया हुआ है,इसलिए में आज गंगा यात्रा नहीं कर सकता,क्योंकि यदि मैं वादाखिलाफी करता हूं तो यह घोर पाप होगा,आप गंगा जी को मेरी एक भेंट दे देना। यह कहकर रविदास ने उस ब्राह्मण को एक सुपारी भेंटस्वरूप दी। ब्राह्मण ने गंगा स्नान के बाद अनमने मन से वह सुपारी गंगा नदी में उछाल दी। उस ब्राह्मण ने वह सुपारी फेंकी तो थी अनमने मन से मगर उस वक्त वह आश्चर्यचकित रह गया जब तत्काल गंगा जी ने साक्षात देवी रूप में प्रकट होकर नदी जल में गिरने से पूर्व ही उस सुपारी को अपने दोनो हाथ में ग्रहण कर लिया और लुप्त हो गयी, ब्राह्मण भयभीत हो दौड़ा-दौड़ा संत रविदास के चरणों में जा गिरा तब संत रविदास ने कहा कि अगर आदमी का मन साफ नहीं है तो तीर्थ यात्राओं का कोई औचित्य नही है, यह कहते हुए उन्होंने दूसरा चमत्कार दिखाते हुए अपनी कटौती में ही गंगा जी को प्रकट कर दिया और कहा-- मन चंगा तो कटौती में गंगा। संत ने कहा कि उन्होंने न केवल इस प्रकार के चमत्कारों के द्वारा तत्कालीन समाज को अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया बल्कि समाज में अनेकों कुरीतियों का दमन कर लोगों को श्रेष्ठ रास्ता दिखाया। इस अवसर पर पूर्व सरपंच माया देवी, हरद्वारीलाल पूर्व पंच, डा राजेश, ज्ञानेश्वर निंभल, कपिल निंभल, सतवीर सिंह पंच, चांद सिंह, रमेश चौकीदार आदि मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 9: रामबास गांव में रविदास की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करते वेद प्रकाश एवं अन्य।

Friday, February 26, 2021

 

धरने पर बैठे दुकानदारों को समर्थन देने पहुंचे पूर्व विधायक नरेश यादव
-दुकानदारों ने दिया ज्ञापन
**********************************************************
*******************************************************
*******************************










*************************
 कनीना। पूर्व विधायक नरेश यादव कनीना में 19 दिनों से अनिश्चितकालीन धरने तत्पश्चात क्रमिक अनशन पर बैठे दुकानदारों को समर्थन देने पहुंचे। उनकी बात सुनकर उन्होंने अपना पूरा समर्थन देने की बात कही तथा कहा कि वे उनके साथ हैं। वे चाहते हैं कि न्यायिक परिसर भी यही बने और दुकानें भी नहीं तोड़ी जाए। इस संबंध में मुख्यमंत्री से 5 मार्च को सेशन दौरान मिलकर उनकी बात रखने का आश्वासन दिया। इस मौके पर दुकानदारों ने उन को ज्ञापन दिया जिसमें कहा गया है कि उनकी दुकानें न तोड़ी जाए।
नगर पालिका प्रधान सतीश जेलदार ने कहा कि पुराने नगरपालिका कार्यालय के पास बनाए बनाए जाने वाले शापिंग कांप्लेक्स के मुद्दे को आगे बढ़ाया जा रहा है। इसी संबंध में जिला उपायुक्त नारनौल अजय कुमार नगरपालिका कार्यालय पहुंचे। जिस जगह शापिंग कांप्लेक्स बनाया जाना है उसका निरीक्षण भी किया गया। सभी मौके परमौजूद अधिकारियों को शापिंग कांप्लेक्स बनाए जाने का रास्ता प्रशस्त करने के लिए सभी कदम उठाने की बात कही ह। उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में शापिंग कांप्लेक्स बनाए जाने के रास्ते खुल जाएंगे तत्पश्चात जिस किसी दुकानदार की दुकान टूटने की सूरत में सहानुभूतिपूर्वक दुकान देंगे। उन्होंने कहा कि बेशक दुकानदारों के बीच उनके जाने पर तथा समझाने पर उनकी बात3 नहीं मानी लेकिन वे उनके हित में हैं और एक दिन वो समय भी आएगा जब दुकानदार अपने मुख से उन्हें अच्छा कहेंगे। उन्होंने आश्वासन दिया कि वे दुकानदारों के हित में रहे हैं और सदा रहेंगे। उन्होंने विश्वास जताया कि जल्द ही कनीना में शापिंग कांप्लेक्स बनाए जाने के लिए द्वार प्रशस्त हो जाएंगे।
फोटो कैप्शन 13: धरने पर बैठे पूर्व विधायक नरेशयादव
 14: दुकानदार नरेश यादव को ज्ञापन देते हुए दुकानदार।


औचक निरीक्षण पर पहुंचे जिला उपायुक्त

 कनीना

 -कनीना में बनने वाले शापिंग कांप्लेक्स पर हुई चर्चा 

********************************
 कनीना। जिला उपायुक्त नारनौल अजय कुमार कनीना नगर पालिका में औचक निरीक्षण करने पहुंचे। जानकारी हासिल करने के पश्चात पुराने नगर पालिका कार्यालय के पास बनने वाले शापिंग कांप्लेक्स पर चर्चा की तथा किराया न भरने वाले दुकानदारों की दुकानें खाली करवाने की बात भी कही।  
प्रधान सतीश जेलदार ने बताया कि दुकानदारों की तरफ तीन करोड़ के करीब किराया बकाया है। यही कारण है कि कनीना के विकास कार्य बाधित हो रहे हैं। इस पर जिला उपायुक्त ने कहा कि उन्हें नोटिस देकर दुकान खाली करवाई जाए तथा फिर से दुकानों की बोली लगाई जाए। इस मौके पर दुकानदारों नोटिस जारी कर आगामी कार्रवाई की जा सके। उन्होंने बताया कि इस मौके पर शिक्षा समिति को दी गई करीब सात एकड़ अधिक जमीन वापस लेकर उस पर शापिंग कांप्लेक्स बनाने पर चर्चा की गई। जिला उपायुक्त ने इस संबंध में मौके पर उपस्थित सभी अधिकारियों को आगामी कार्रवाई करने की बात कही। उन्होंने जिला उपायुक्त को आश्वासन दिया कि न्यायिक परिसर में किसी दुकानदार की दुकान टूटती है तो वे शापिंग कांप्लेक्स में दुकान देने के लिए सहानुभूतिपूर्वक विचार करेंगे। इस संबंध में उन्होंने पहले ही प्रस्ताव पारित कर रखा है तथा उच्चाधिकारियों को प्रेषित किया हुआ है। इस मौके पर विश्राम कुमार मीणा डीएसपी राजीव कुमार हल्का पटवारी अनूप कुमार व अन्य अधिकारी गण नगर पालिका प्रधान सतीश जैलदार उपप्रधान अशोक ठेकेदार पार्षद संदीप धोलिया , सचिव नपा आदि मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 15: जिला उपायुक्त अजय कुमार कनीना पालिका का निरीक्षण करते हुए। जागरण

अपने परिचित से मिलने आए व्यक्ति को डंडों से पीटा
- हायर सेंटर रेफर

******************************
 कनीना। राजस्थान के के गांव खेड़ा निवासी रोहतास ने कनीना पुलिस में उसे लाठी डंडों से पीटने का मामला दर्ज करवाया है। घायल अवस्था में व्यक्ति को कनीना अस्पताल लाया गया जहां से उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया गया।
 रोहताश ने पुलिस में बताया कि वह अपनी परिचित शीला निवासी कपूरी के पास कुछ कागजात लेने आया था। जब वह कपूरी में शीला के बैठा था उसी समय बलवान एवं सतबीर कपूरी अपने हाथों में डंडा लेकर आए, बाहर बुलाया और उनके पैरों का हाथों पर वार किया। उसी दौरान अमर सिंह तथा राहुल भी अपने हाथों में डंडा लेकर आ गए जिन्होंने उनकी पिटाई कर डाली। झगड़े को देखकर शीला छुड़वाने के लिए घर से बाहर आई तो उनके साथ भी मार पीटाई की। शोर सुनकर काफी लोग इक_े हो गए। चोट लगने के कारण रोहताश बेहोश हो गया  जिसे जाते-जाते वे लोग जान से मारने की धमकी दे गए। उन्हें इलाज के लिए करीना अस्पताल लाया गया जहां डाक्टरों ने प्राथमिक उपचार कर हायर सेंटर रेफर कर दिया।  कनीना पुलिस ने बलवान, सतबीर, अमर सिंह तथा राहुल के विरुद्ध विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।



करीब 476 ग्राम गांजा बरामद
 -मामला दर्ज कर व्यक्ति को गिरफ्तार किया
**********************************
******************************
 कनीना। पुलिस ने सूचना के आधार पर भोजावास-बोहका सड़क मार्ग से एक व्यक्त को गिरफ्तार किया जिसके पास से करीब 476 ग्राम गांजा पत्ती बरामद की है। कनीना पुलिस ने नारकोटिक ड्रग एक्ट की धारा के तहत मामला दर्ज कर व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है।
 मिली जानकारी अनुसार एचसी सुरेश कुमार, ईएचसी भरत सिंह, ईएचसी अनिल कुमार, सीटी प्रवीन आदि पड़तल बस स्टैंड पर गश्त पर थे कि मुखबिरी के आधार पर सूचना मिली कि जोगेंद्र उर्फ भोला भोजावास बोहका रोड पर खड़ा है जिसके पास नशीला पदार्थ है।
पुलिस ने बोहका सड़क मार्ग के किनारे जोगिंदर्र उर्फ भोला को गिरफ्तार किया जिसके हाथ में सफेद व लाल रंग का पालीथिन था।
शक होने के बाद कनीना तहसीलदार नवजीत कौर बराड़ को बुलाया गया। आरोपी की तलाशी ली गई जिसमें कुछ नहीं मिला किंतु उनके हाथ से पालीथिन में करीब 476 ग्राम गांजा पत्ती पाई गई। पुलिस ने जोगिंद्र उर्फ भोला के विरुद्ध मामला एनडीपीसी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है।

राधेदास महाराज की मूर्ति स्थापना 9 को
**********************************
****************
कनीना। राधे दास महाराज सिरसवाला कनीना की मूर्ति की स्थापना उनके निर्वाण दिवस 9 मार्च को की जाएगी। विस्तृत जानकारी देते हुए पार्षद मोहन कुमार ने बताया कि 5 मार्च से मूर्ति की विधिवत रूप से पूजा अर्चना की जाएगी, हवन किया जाएगा तथा 8 मार्च को पूरे कस्बा में झांकी निकाली जाएगी। तत्पश्चात 9 मार्च को मूर्ति स्थापित की जाएगी।

कैद मांगी थी रिहाई तो नहीं मांगी थी........
-दुकानें तोड़े जाने का डर अंदरखाते दीमक की भांति खा रहा है
*********************************
**********************************************
 कनीना। एक पुराने चलचित्र प्यार बहुत चर्चित संगीत था- कैद मांगी थी रिहाई तो नहीं मांगी थी..... यह कहावत कुछ हद तक कनीना में 19 दिनों से अनिश्चितकालीन धरना एवं क्रमिक अनशन बैठे दुकानदारों पर लागू होती है। ये दुकानदार किसी के कहने से नहीं अपितु अपनी मर्जी से अनिश्चितकालीन धरने और क्रमिक अनशन पर बैठे हुए हैं। कहीं कनीना का बनने वाला न्यायिक परिसर उनकी दुकानें न छीन ले यह बात उन्हें कचोट रही है तथा अंदरखाते दीमक की भांति खा रही है। यहीं कारण है न्यायालय में मामला चलने के के बावजूद भी धरने पर बैठे हैं। बस इनकी तो आप इनकी मांग है कि उनकी दुकानें सुरक्षित रखी जाए और इनकी आपसी एकता के चलते यह धरना प्रदर्शन जारी है। यदि देखा जाए तो ने तो सरकार को इनके धरने प्रदर्शन से कोई नुकसान नजर नहीं आ रहा रहा है। रही ग्राहकों की बात अपना विभिन्न सामान यहां से नहीं तो दूसरी दुकानों से लेने को मजबूर हो रहे और धीरे-धीरे उनकी आदत भी बदलती नजर आ रही है जो लंबे समय तक ये दुकानें नहीं खुलने और ना ही भविष्य में निकट भविष्य में खुलती नजर आ रही है जिसके चलते ग्राहक किसी दूसरे दुकानदारों से अपना संबंध प्रगाढ़ कर रहे हैं। बहरहाल कुल मिलाकर प्रतिदिन नुकसान हो रहा है वो  सरकार का नहीं इन्हीं दुकानदारों का होता नजर आ रहा है। लोगों का कहना है कि सरकार का कोई नुकसान होता तो सरकार का कोई नुमाइंदा दखलअंदाजी करने जरूर पहुंचता। सबसे बड़ी बात है कि रिकार्ड में 153 दुकानें और खोखे शामिल है उनके दुकानदार ही धरने पर बैठे हैं यहां तक कि कुछ धरने पर बैठे दुकानदारों ने मजबूरीवश कनीना में अन्यत्र स्थापित दुकानों पर अपने परिजनों की सहायता से अपनी रोटी रोजी को पहले की भांति चलाने का प्रयास कर रखा है।
सबसे बड़ी बात है कि ये दुकानें पूर्ण रूप से बंद है और न ही इनके सामने किसी प्रकार के ठेले को लगने दिया जाता परंतु एक-एक दिन का नुकसान इनका अपना हो रहा है इसके पीछे यह दुकानदार एक ही बात कह रहे हैं कि यदि यह दुकान टूट जाएंगी तो वे रोड पर आ जाएंगे उससे बेहतर है कि अपनी दुकानों को बचाएंगे वरना हम भीख मांगने लायक भी नहीं रहेंगे। यही कारण है कि अपनी मर्जी से दृढ़ संकल्पित होकर एकमत होकर यह धरने पर बैठे हैं। यह इनकी बहुत बड़ी उपलब्धि है।
इनको समर्थन देने लोग जरूर पहुंच रहे हैं।
आज धरने पर बैठे दुकानदारों को ठोस सहारे की जरूरत है। दुकानदारों की एकता तारीफे काबिल है तथा एक मत होना यह सबसे बड़ी उपलब्धि है। धरना बेशक लंबे समय तक खींच जाए परंतु 8 मार्च को न्यायालय में सुनवाई पर नजरें सभी की टिकी हुई है। यह देखा जाना है कि न्यायालय का रुख क्या रहता है तत्पश्चात ही कुछ भावी कदम दुकानदार आगे बढ़ा सकते हैं। पर तब तब लोग गुनगुना रहे हैं-
कैद मांगी थी रिहाई तो नहीं मांगी थी......।

धर्मपाल को सब यूनिट कनीना के प्रधान मनोनीत
***********************************
**********************
 कनीना। 132 केवी उपकेंद्र कनीना के प्रांगण में सज्जन सिंह सब-यूनिट प्रधान की अध्यक्षता में एससी/बीसी पावर कारपोरेशन कर्मचारी यूनियन के वर्ष 2020-23 के चुनाव सर्वसम्मति से संपन्न करवाए गए जिसमें धर्मपाल एसएसए को सब- यूनिट प्रधान मनोनीत किया गया।
 इस अवसर पर राजेश आनावास एवं जोगिंद्र एएलएम को उप-प्रधान ,नरेश सचिव, सह-सचिव मनोज, सत्यवीर सिंह खजांची,  संगठन कर्ता बतौर रणजीत सिंह, अनिल, कोटिया, बृजलाल को मनोनीत किया गया वहीं प्रदीप कुमार को प्रेस प्रेस सचिव के रूप में दो साल के लिए सर्वसम्मति से मनोनीत किया गया। इस मौके पर राजेंद्र सिंह सर्कल आर्गेनाइजर,राजेंद्र सिंह नौताना, सत्यवीर सिंह सह-सचिव चुनाव कार्यकारिणी के रूप में मौजूद रहे। विनोद कुमार, बाबूलाल, साबुद्दीन, सतनाम, शिवलाल, वीर सिंह नवीन, राजेश, मनीष, सतीश, गोपाल इत्यादि मौजूद थे। इस मौके पर उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई गई।
फोटो कैप्शन 10: चुनाव संपन्न करवाने के पश्चात सभी पदाधिकारी शपथ लेते हुए। जागरण

अनिश्चितकालीन धरने पर रहे दुकानदार
- 5 दुकानदार बैठे क्रमिक अनशन पर
*********************************
********************************
 कनीना। पंचायत समिति कनीना की दुकानों में बैठे हुए दुकानदार 19 दिन से लगातार अनिश्चितकालीन धरने पर हैं। शुक्रवार को क्रमिक अनशन पर 5 दुकानदार क्रमिक अनशन पर बैठे जिनमें पवन आर्य, नवीन कुमार, राजेश, प्रभात, रतनलाल प्रमुख हैं। दुकानदारों का का कहना है कि सरकार उनकी एक ही बात मान ले कि दुकानें नहीं तोडेंग़े तो ही वे दुकानें खोल सकते हें वरना दुकानें यूं ही बंद रहेंगी। दुकानदारों का धरना लंबा चलने की उम्मीद बनती जा रही है।
कनीना पालिका प्रधान सतीश जेलदार ने फिर से कहा कि वे दुकानदारों के हित में जितना कुछ करना चाहते थे उससे कहीं अधिक किया है परंतु दुकानदार किसी की कोई बात नहीं सुनते जिसके चलते अब न्यायालय पर फैसला छोड़ दिया है। न्यायालय का जो भी निर्णय आएगा उसके बाद उसे लागू किया जाएगा उसे सरकार लागू करेगी। उन्होंने कहा कि वे हर प्रकार से दुकानदारों के हित में काम करते आ रहे हैं और करते रहेंगे। इससे पूर्व नेताजी मेमोरियल क्लब कनीना से धरना स्थल तक व्यापारी एकता जिंदाबाद के नारे लगाते हुए दुकानदार धरना स्थल पर पहुंचे।
अब तो सभी की नजरें हाईकोर्ट पर- अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे दुकानदारों की मध्यस्थता करने तथा विभिन्न लोग उन्हें समझाने के बावजूद जहां दुकानदार भी अपनी बात पर अडिग है तथा अपनी दुकानों को सुरक्षित करने की बात कह रहे हैं वहीं अब सभी की नजरें पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय की 8 मार्च पर होने वाली सुनवाई पर टिक गई हैं। उल्लेखनीय है कि दुकानदारों ने पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में मामला दायर किया था जिसकी सुनवाई 8 मार्च को होनी है वही विगत दिनों भी कुछ दुकानदारों ने पंचायत समिति के नाम अवमानना नोटिस भी जारी करवाया था। ऐसे में सभी की नजरें लेकर सुनवाई पर टिक गई है। बहरहाल सभी दुकानदार अनिश्चितकालीन धरने पर तत्पश्चात क्रमिक अनशन पर बैठे हैं।
फोटो कैप्शन 11: कनीना में क्रमिक अनशन पर बैठे पांच दुकानदार।

रविदास जयंती 27 फरवरी
मीराबाई भी संत रविदास की थीं शिष्या
***********************************
***********************************
कनीना। 27 फरवरी को संत रविदास की 644वीं जयंती मनाई जा रही है। संत के जीवन एवं मूल्यों को दर्शाने वाली अनेकों गांवों व शहरों में झांकियां आयोजित की जाती हैं। वाणी में कोमलता एवं मधुरता के साथ-साथ सीधी-साधी भाषा के धनी संत रविदास को रैदास या रयदास आदि नामों से जाना जाता है।
    कृष्णभक्त मीराबाई के भी गुरू रविदास ही थे। महाकवि तुलसीदास भी रविदास का आदर करते थे। काशी के नरेश की पत्नी भी रैदास की शिष्या बताई जाती है। संत रविदास ने भगवान् की सरल शब्दों में स्तुति की है तथा भगवान् के प्रति उनकी गहन आस्था एवं लग्न थी। उनकी वाणी में माधुर्य तथा जीवन चरित्र को दर्शाने वाली कई किताबें उपलब्ध हैं जिनमें भविष्य पुराण, रैदास पुराण, काशी महात्म्य, रैदास रामायण, कबीर-रैदास संवाद आदि प्रमुख हैं।
     संत रविदास यूं तो निर्गुण राम के उपासक थे किंतु उनके पदों में गोपाल, हरि, माधव, बनवारी, केशव आदि शब्दों का खुलकर प्रयोग हुआ है। उनकी जाति, निवास तथा परिवार का भी उनके पदों में वर्णन मिलता है। आज के युग में संत के चरित्र, वाणी तथा दोहों को बखूबी से गुनगुनाया जाता है जो तत्कालिन समाज में प्रेरणा के स्त्रोत थे।
  संत रविदास गृहस्थी होकर भी उनकी साधना प्रबल थी। काशी के एक मंदिर उनकी प्रयोग सामग्री उपलब्ध है वहीं उनकी एक कुटिया चितौडग़ढ़ में है। उनकी छंद आज भी आदर के साथ गुनगुनाई जाती है-अब कैसे छुटै राम नाम रट लागी। प्रभुजी तुम चंदन हम पानी, जाकी अंग-अंग बास सुहानी।
संत लालदास का कहना है कि संत रविदास के विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं जितने  तत्कालीन समय में थे। उस समय भारत में जातिवाद चरम पर था ,ऐसे समय में एक चर्मकार के घर जन्में रविदास ने न केवल रूढि़वाद , मूर्तिपूजा, व जातिवाद जैसी कुरीतियों पर करारी चोट की बल्कि सभी वर्गों के लोगों को  अपना अनुयायी बनाया। एक प्रसंग सुनाते हुए कहा कि एक बार एक ब्राह्मण गंगा तीर्थयात्रा करने जा रहा था, वह  संत रविदास के पास आया व उन्हें साथ चलने को कहा तो सन्त रविदास ने कहा कि मैने एक सन्त मित्र को जूते बनाकर देने का वादा किया हुआ है,इसलिए में आज गंगा यात्रा नहीं कर सकता,क्योंकि यदि मैं वादाखिलाफी करता हूं तो यह घोर पाप होगा,आप गंगा जी को मेरी एक भेंट दे देना। यह कहकर रविदास ने उस ब्राह्मण को एक सुपारी भेंटस्वरूप दी। ब्राह्मण ने गंगा स्नान के बाद अनमने मन से वह सुपारी गंगा नदी में उछाल दी। उस ब्राह्मण ने वह सुपारी फेंकी तो थी अनमने मन से मगर उस वक्त वह आश्चर्यचकित रह गया जब तत्काल गंगा जी ने साक्षात देवी रूप में प्रकट होकर नदी जल में गिरने से पूर्व ही उस सुपारी को अपने दोनो हाथ में ग्रहण कर लिया और लुप्त हो गयी, ब्राह्मण भयभीत हो दौड़ा-दौड़ा संत रविदास के चरणों में जा गिरा तब संत रविदास ने कहा कि अगर आदमी का मन साफ नहीं है तो तीर्थ यात्राओं का कोई औचित्य नही है, यह कहते हुए उन्होंने दूसरा चमत्कार दिखाते हुए अपनी कटौती में ही गंगा जी को प्रकट कर दिया और कहा-- मन चंगा तो कटौती में गंगा। संत ने कहा कि उन्होंने न केवल इस प्रकार के चमत्कारों के द्वारा तत्कालीन समाज को अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया बल्कि समाज में अनेकों कुरीतियों का दमन कर लोगों को श्रेष्ठ रास्ता दिखाया।

रेतीले क्षेत्र में उगाई ईख
-किसान नरेश लाखों रुपये ईख बेचकर लेता है कमा
*******************************
********************
कनीना। हिम्मत दिल में हो तो कठिन काम को सरल बनाया जा सकता है। महेंद्रगढ़ जिला में जहां रेतीली मिट्टी में किसान नरेश ने वर्षों से ईख उगाकर गन्ने बेचकर लाखो रुपये कमा लेता है।
महेंद्रगढ़ जिले में पानी की कमी होने के कारण ईख उगाना कठिन कार्य है। परंतु खेड़ी तलवाना का किसान नरेश विगत 3 वर्षों से 2 बीघा जमीन में ईख उगाता आ रहा है। ट्यूबवेल के पानी से ईख उगाता है और लाखों रुपये के गन्ने हर वर्ष बेच देता है। विगत वर्ष कोरोना के चलते लोगों ने गन्ना प्रयोग नहीं किया। नरेश कुमार ने बताया कि गन्ना 1 एकड़ में 400 क्विंटल तक पैदावार देता है जिसके पत्ते तथा ऊपरी भाग पशु चारे के रूप में काम लेते है तथा खाद भी बनाते हैं। 3 वर्ष पूर्व गन्ने की प्योद लगाई थी तब से लगातार गन्ने की बेहतर पैदावार हो रही है। लोग गन्ना खरीदने के लिए उनके पास चलकर आते हैं। आसपास गांव में गन्ना चूसने के प्रति रुझान है और किसान इसी काम से अपने परिवार की रोटी रोजी कमा लेता है। उन्होंने बताया कि जनवरी से गन्ना बेचा जा रहा है जो करीब 4 माह तक चलेगा।
क्या कहते हैं कृषि विशेषज्ञ-
कृषि विस्तार सलाहकार डा देवराज का कहना है कि गन्ना की फसल नहरी पानी और कठोर जमीन में अधिक होती है। जिला महेंद्रगढ़ राजस्थान से जुड़ा होने के कारण यहां जमीन नरम है, नहरी पानी कम है इसलिए गन्ना नहीं उगाते। गन्ना अप्रैल में उगाया जाता है और नंबर दिसंबर में काटना शुरू कर दिया जाता है। जूस के लिए अलग प्रकार होती है तथा चीनी मिलों के लिए गन्ने की अलग प्रकार उगाई जाती है।
क्या कहते हैं गन्ना चूसने वाले-
 गन्ने की मांग इस क्षेत्र में अधिक है। गन्ना चूसने के लोग शौकीन होते हैं। गन्ना चूसने वाले रवि कुमार, सुरेश कुमार, दिनेश कुमार, कृष्ण कुमार, योगेश कुमार आदि ने बताया कि गन्ना चूसने से उनकी दांतो की बढिय़ा कसरत हो जाती है। उधर डाक्टर वेद प्रकाश ने बताया कि गन्ना पीलिया, कैंसर, मधुमेह, वजन कम करने, प्रतिरोधकता बढ़ाने, यूरिन से जुड़ी समस्याओं में बहुत कारगर है। गन्ने के रस में जहां कैल्शियम, लोहा, मैग्नेशियम, पोटैशियम आदि भी पाए जाते हैं। इसलिए गन्ने के रस का उपयोग करना सेहत के लिए लाभप्रद है। यही कारण है कि गन्ने की मांग दक्षिण हरियाणा में अधिक है।
फोटो कैप्शन 06: नरेश कुमार खेड़ी की गन्ने की फसल। जागरण

अनिश्चितकालीन धरने पर रहे दुकानदार
- 5 दुकानदार बैठे क्रमिक अनशन पर
**********************************
************************
 कनीना। पंचायत समिति कनीना की दुकानों में बैठे हुए दुकानदार 18 दिन से लगातार अनिश्चितकालीन धरने पर हैं। गुरुवार को क्रमिक अनशन पर 5 दुकानदार अनशन पर बैठे जिनमें रोशनलाल, महेश, अर्जुन, मनोज और प्रभात प्रमुख हैं। दुकानदारों का का कहना है कि सरकार उनकी एक ही बात मान ले कि दुकानें नहीं तोउ़ेंगे तो ही वे दुकानें खोल सकते हें वरना दुकानें यूं ही बंद रहेंगी। दुकानदारों का धरना लंबा चलने की उम्मीद बनती जा रही है।
कनीना पालिका प्रधान सतीश जेलदार ने फिर से कहा कि वे दुकानदारों के हित में जितना कुछ करना चाहते थे उससे कहीं अधिक किया है परंतु दुकानदार किसी की कोई बात नहीं सुनते जिसके चलते अब न्यायालय पर फैसला छोड़ दिया है। न्यायालय का जो भी निर्णय आएगा उसके बाद उसे लागू किया जाएगा उसे सरकार लागू करेगी। उन्होंने कहा कि वे हर प्रकार से दुकानदारों के हित में काम करते आ रहे हैं और करते रहेंगे।

Thursday, February 25, 2021



अनिश्चितकालीन धरने पर रहे दुकानदार
- 5 दुकानदार बैठे क्रमिक अनशन पर
***********************************************
***************************************************
*********************************
****************
 कनीना। पंचायत समिति कनीना की दुकानों में बैठे हुए दुकानदार 18 दिन से लगातार अनिश्चितकालीन धरने पर हैं। गुरुवार को क्रमिक अनशन पर 5 दुकानदार अनशन पर बैठे जिनमें रोशनलाल, महेश, अर्जुन, मनोज और प्रभात प्रमुख हैं। दुकानदारों का का कहना है कि सरकार उनकी एक ही बात मान ले कि दुकानें नहीं तोउ़ेंगे तो ही वे दुकानें खोल सकते हें वरना दुकानें यूं ही बंद रहेंगी। दुकानदारों का धरना लंबा चलने की उम्मीद बनती जा रही है।
कनीना पालिका प्रधान सतीश जेलदार ने फिर से कहा कि वे दुकानदारों के हित में जितना कुछ करना चाहते थे उससे कहीं अधिक किया है परंतु दुकानदार किसी की कोई बात नहीं सुनते जिसके चलते अब न्यायालय पर फैसला छोड़ दिया है। न्यायालय का जो भी निर्णय आएगा उसके बाद उसे लागू किया जाएगा उसे सरकार लागू करेगी। उन्होंने कहा कि वे हर प्रकार से दुकानदारों के हित में काम करते आ रहे हैं और करते रहेंगे।

कृषि किसानों की रीढ़- सीताराम यादव
-आत्मा स्कीम तहत के तहत संपन्न हुआ किसान मेला
********************************
***************************
 कनीना। कृषि किसानों की रीढ़ होती है। किसानों को दिन रात एक करके अपने खेत से अन्न पैदा किया जाता है जिससे दुनिया का पेट भरते हैं। इसलिए वो अन्नदाता कहलाता है। ये विचार गुरुवार को कृषि एवं किसान कल्याण विभाग महेंद्रगढ़ द्वारा आत्मा योजना के तहत( अनुसूचित वर्ग) कनीना के फुटबाल खेल के मैदान में किसान मेले के आयोजन में व्यक्त किए। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता उपमंडल कृषि अधिकारी महेंद्रगढ़ डा अजय यादव ने की वहीं कार्यक्रम में सेवानिवृत्त निदेशक विस्तार निदेशालय हरियाणा कृषि विभाग हिसार के डा एचडी यादव तथा विशिष्ट अतिथि बतौर उपमंडल अधिकारी नागरिक महेंद्रगढ़ विश्राम कुमार मीणा उपस्थित रहे। करीब 1200 किसानों ने इस विशाल किसान मेले में भाग लिया।
 इस मौके पर सीताराम यादव ने कहा कि किसानों किसान दिन रात मेहनत करते हैं जिसके परिणामस्वरूप उन्हें भगवान के बाद दूसरा स्थान दिया गया है। इस अवसर पर मुख्य अतिथि सीताराम यादव ने किसानों को कृषि विभाग से जुड़ी योजनाओं का अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया तथा आनलाइन योजना के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बताया कि क्षेत्र में सूक्ष्म सिंचाई योजना के लिए सरकार कटिबद्ध है।
 इस अवसर पर डा रमेश यादव वरिष्ठ संयोजक कृषि विज्ञान केंद्र महेंद्रगढ़ ने आने वाली खरीफ फसलों में संपूर्ण खाद, बीज तथा बीज उपचार के बारे में विस्तार से जानकारी दी। डा जयलाल यादव कीट वैज्ञानिक कृषि विज्ञान केंद्र महेंद्रगढ़ ने रबी फसलों में कीट तथा बीमारियों के नियंत्रण के बारे में जानकारी दी वहीं डा भयराम यादव मृदा वैज्ञानिक ने किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड के बारे में विस्तार से बताया तथा उचित खाद इस्तेमाल करने को प्रोत्साहित किया। डा पूनम यादव जिला विस्तार विशेषज्ञ कृषि विज्ञान केंद्र महेंद्रगढ़ ने मेले में भाग लेने आई महिलाओं को अचार बनाने की विधि, सिलाई तथा विभिन्न तरीकों से आमदनी करने तथा गुजर-बसर करने की विधि बताई। भूप सिंह यादव उप मंडल पशुपालन अधिकारी कनीना ने पशुपालन विभाग की सभी योजनाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सीमन
स्टोरिंग के हिसाब से ही किसान अपने पशुओं में बीज रखवा रखवाए। अति विशिष्ट अतिथि विक्रम सिंह मीणा ने किसानों को प्रेरित किया कि ऐसे किसान मेलों से किसानों को फायदा होता है। डाक्टर एचडी यादव ने किसानों को जैविक खेती, बायोगैस संयंत्र लगाने के लिए प्रेरित किया।
इस कार्यक्रम क्षेत्र से लगभग 10 किसान उत्पादक संगठनों ने अपनी-अपनी स्टाल प्रदर्शित की, इसके अतिरिक्त 20  विभिन्न बीज कंपनी , ट्रैक्टर, कृषि यंत्रों/मशीनरी की स्टाल लगाई गई। इस किसान मेले में डाक्टर संजय यादव गुण नियंत्रण अधिकारी नारनौल में सभी किसानों का आभार जताया। इस किसान मेले में कृषि विभाग से कृषि विस्तार अधिकारी डा देवराज यादव,डा योगेश यादव, डा गजानंद, डा सज्जन सिंह, डाक्टर सुमित यादव, डा देवेंद्र, डा विकास, डा अरविंद डा मनीषा, डा सत्यवीर चौहान, अनिल बगदाणा सांख्यिकी सहायक, महाबीर करीरा, सूबे सिंह, अजीत कुमार, अजय किसान इसराणा गजराज सिंह आदि उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 9: सीताराम विधायक संबोधित करते हुए।
10:प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए सीताराम
11: विभिन्न कृषि अधिकारी मेले का अवलोकन करते हुए।
12:एसडीएम विश्राम कुमार मीणा प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए।


एनएसएस के विद्यार्थियों में नैतिक शिक्षा जरूरी-कृष्ण सिंह
****************************
************************
कनीना। धनौन्दा के वरिष्ठ माध्यमिक स्कूल में सात दिवसीय एनएसएस शिविर का उद्घाटन प्राचार्य कृष्ण सिंह ने करते हुए कहा कि इस शिविर का मतलब साफ-सफाई करना ही नहीं बल्कि अपने जहनों में छुपी बुराईयों को दूर करना होता है।
उन्होंने कहा कि एनएसएस के इस शिविर में भाग लेने वाले सभी छात्र-छात्राओं को मन लगा कर अपना कार्य करना चाहिए ताकि समाज में फैली बुराई को दूर किया जा सके। उन्होंने कहा कि आज का छात्र ही कल का भविष्य होता है इस लिए हमें अपनी अच्छी सोच रखकर ही अपने निजी व समाज के कार्य करने चाहिए।
  इस मौके पर एनएसएस प्रभारी अनूप सिंह ने विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि सात दिवसीय शिविर स्वयं सेवक प्रांगण की सफाई करने के अलावा सामाजिक बुराइयों को मिटाने के लिए प्रभात फेरियां भी लगाएंगे। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि जिस किसी में समर्पण भाव पाया जाता है वो देशभक्त एवं महान व्यक्तित्व बनता है। उन्होंने ऐसे कितने ही महान व्यक्तियों के नाम गिनाते हुए प्रेरणास्रोत की संज्ञा दी। उन्होंने स्वयंसेवकों से अपेक्षा की कि वे भी महान व्यक्तियों की तर्ज पर काम करते हुए आगे बढ़ेंगे।  
उन्होंने कहा कि विद्यार्थियों को हमेशा समाज सेवा के लिए तत्पर रहना चाहिए अपना व्यक्तित्व का विकास करके समाज और राष्ट्र का निर्माण करना चाहिए और राष्ट्रीय सेवा योजना के द्वारा आज का युवा समाज के लिए आदर्श स्थापित कर सकता हैं। उपस्थित छात्र और छात्राओं को स्वच्छता के महत्व पर प्रकाश डालते हुए प्रेरित किया कि जहां साफ और सफाई होती है वही देवता निवास करते हैं। इसी दौरान बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के अभियान को आगे बढ़ाते हुए कहा कि बेटियां आज समाज में सबसे आगे सर्वोपरि है बेटियां हर क्षेत्र में आज अपने देश का नाम रोशन कर रही है चाहे वो खेल का मैदान हो सह शिक्षा का क्षेत्र हो चाहे राष्ट्रीय सेवा योजना हो।
इस मौके पर राजकरण प्रवक्ता, राजेश कुमार यादव प्रवक्ता, मुख्याध्यापक महिपाल सिंह, महिपाल शास्त्री, महिपाल सिंह कनीना, राजबीर सिंह, संजय पीटीआई, नीलम कुमारी, सूबे सिंह, मैना देवी, प्रदीप कुमार,कविता, जगदीश कुमार क्लर्क के अलावा स्कूल स्टाफ उपस्थित था।
फोटो कैप्शन 6: मां सरस्वती को माल्यार्पण करते विद्यार्थी एवं स्टाफ।
             7: एनएसएस श्ििावर को संबंोधित करते प्राचार्य कृष्ण सिंह।

शांतिपूर्ण परीक्षाओं की शुरूआत
*******************************
************************
कनीना। इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय की चल रही स्नातक की परीक्षाएं राजकीय महाविद्यालय कनीना में शांतिपूर्ण आयोजित हुई। केंद्र अधीक्षक संदीप ककरालिया ने बताया कि महाविद्यालय में दो चरणों में परीक्षा का आयोजन हुआ। सुबह की पारी में बीए पांचवें सेमेस्टर की अंग्रेजी की परीक्षा का आयोजन किया गया जिसमें 555 उपस्थित रहे तथा 32 विद्यार्थी अनुपस्थित रहे। सायं के चरण में बीएससी पांचवें सेमेस्टर की रसायन शास्त्र की परीक्षा का आयोजन किया गया इसमें 364 विद्यार्थियों के लिए आयोजित हुई। केंद्र उप अधीक्षक डा यतेंद्र राव ने बताया परीक्षा शांतिपूर्ण आयोजित हुई तथा इसके साथ परीक्षा को लेकर दी गई गाइडलाइन के अनुसार  परीक्षा का आयोजन किया गया।


एटीएम से निकाले 82,221 रुपये, मामला दर्ज
*********************************
***************************
 कनीना। ककराला निवासी महिपाल ने कनीना पुलिस में उनके खाते से 82221 रुपये राशि निकाले जाने का मामला अज्ञात लोगों के विरुद्ध दर्ज करवाया है। कनीना पुलिस ने विभिन्न धाराओं के तहत अज्ञात लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
 महिपाल ककराला में बताया कि वे सेना में  जम्मू-कश्मीर में तैनाती दे रहे हैं। उन्होंने अपना पंजाब नेशनल बैंक का एटीएम जारी करवा रखा है। उनके खाते में 548 रुपये की राशि थी। 81,700 रुपये की बाजरे की फसल बेची थी। राशि उनके खाते में आई थी। इस प्रकार उनके खाते में 82,248 रुपये थे। उन्होंने बताया कि उनकी पत्नी विगत दिनों बैलेंस चेक कर रही थी तो 3 लड़के पास में खड़े थे। उन लड़कों ने उनकी पत्नी को पिन नंबर डालते समय देख लिया और राशि निकाल ली। जब वे छुट्टी आये तो पैसे निकालने बैंक में गया तो बैंक से पैसे नहीं मिले। उनके एटीएम कार्ड का पिन नंबर तीन अज्ञात लड़कों ने देख लिये और एटीएम का क्लोन तैयार करके धोखाधड़ी करके 82221रुपये खाते से निकलवा लिए। उन्होंने राशि दिलवाने की मांग की पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

दुकानदार अपनी मांग पर अडिग, अनिश्चितकालीन धरना और अनशन लंबा चलने की उम्मीद
******************************
*************************************
कनीना। कनीना में 8 फरवरी से सैकड़ों दुकानदार अनिश्चितकालीन धरने प्रदर्शन, क्रमिक अनशन पर एकजुट होकर लगे हुए हैं। अब तक दुकानें 18 दिनों से बंद है जो अपने आप में रिकार्ड है परंतु अब नहीं लगता कि यह दुकानें जल्द ही खुल पाएंगी। इनका धरना प्रदर्शन लंबा चलने की उम्मीद है क्योंकि यह दुकानदार अपनी बात पर अडिग है वहीं उनकी मांग को सुनने वाला सरकार की ओर से कोई नजर नहीं आ रहा है। इनकी एक ही मांग है कि दुकान में सुरक्षित हो परंतु धीरे-धीरे इनका मामला नेताओं तक पहुंचने लगा है। यद्यपि कनीना के कई गणमान्य जन उन्हें समझाने के लिए उनके बीच समय समय पर पहुंचे किंतु दुकानदारों ने उनकी ही नहीं अपितु नगरपालिका प्रधान सतीश जेलदार द्वारा अन्यत्र दुकानें बनाकर देने की बात तक नहीं मानी है। प्रशासन या सरकार का कोई नुमाइंदा बेशक न आया हो लेकिन नेता एवं लोग उन्हें समर्थन देने समय समय पर आ रहे हैं। इससे लगता है कि आगाज इनका अच्छा है अंजाम वक्त जाने।
दुकानदारों के धरने प्रदर्शन को लेकर कुछ लोग तो गुप्त भूमिका निभा रहे हैं जो कभी कनीना में ही न्यायिक परिसर बनने के लिए जी जान किए हुए थे परंतु अब उसके तेवर बदले-अदले नजर आ रहे हैं। इस गुट का कहना है कि दुकानदारों की रोटी रोटी बचनी चाहिए कोर्ट बनने के लिए बहुत सी जगह है। परिणाम न्यायिक परिसर एवं उपमंडल कार्यालय कनीना में ही बनाये जाने के लिए
21 फरवरी 2017 से शुरू हुआ कनीनावासियों का धरना जो 65 दिनों तक चलने के बाद अप्रैल में संपन्न हुआ था वो धीरे धीरे धूमिल होने लगा है परंतु अब ठीक उसी रास्ते पर पंचायत समिति के दुकानों में बैठे दुकानदार चल रहे हैं किंतु ये दुकानदार अपनी दुकानें बचाने के लिए यह रास्ता अपना रहे हैं। दुकानदार प्रथम सोपान धरने के साथ साथ क्रमिक अनशन पर चल रहे हैं। भविष्य में इनकी रणनीति और भी जटिल होने की संभावना जताई जा रही है। तब तक यह माना जा रहा है कि इनकी क्रमिक भूख हड़ताल और अनशन लंबा खींचने की उम्मीद है।

क्रमिक अनशन के चौथे दिन बैठे 5 दुकानदार  अनशन पर, अनिश्चितकालीन धरने का था 18वां दिन
*********************************
***********************************************
 कनीना। कनीना में पंचायत समिति की दुकानों में बैठे दुकानदारों का  अनिश्चितकालीन धरना 18वें दिन में प्रवेश कर गया। वहीं क्रमिक अनशन का चौथा दिन था। पांच दुकानदार गुरुवार को क्रमिक अनशन पर प्रात: दस बजे से पांच बजे तक बैठे। इससे पूर्व दुकानदारों ने नेताजी मेमोरियल क्लब से अपना अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया और व्यापारी एकता जिंदाबाद के नारे लगाते हुए धरना स्थल पर पहुंच। नेताजी मेमोरियल क्लब और धरना स्थल के बीच करीब 200 गज की दूरी है। वर्तमान में क्रमिक अनशन एसडीएम कार्यालय के करीब चल रहा है। दिनभर नेताओं का तांता लगा रहा और उन्हें समर्थन दिया। जहां बुधवार को बसपा नेता अतरलाल पहुंचे वहीं उनको समर्थन देने कांग्रेसी नेता अर्जुन राव भी धरना स्थल पर पहुंचे।
उन्होंने दुकानदारों की मांग पूरी करने की मांग की तथा दुकानदारों की मांग जायज बताई। उन्होंने कहा कि दुकानदारों की दुकान में सुरक्षित रहनी चाहिए।
नेता ने जिला उपायुक्त से दखल देने की मांग की- बसपा नेता अतरलाल ने दुकानदारों के बीच धरना स्थल पर पहुंचकर जिला उपायुक्त से मांग की कि दुकानदारों की दुकानें सुरक्षित रखने का आश्वासन देकर उनका आंदोलन खत्म करवाना चाहिए। उन्होंने कहा कि दुकान ने बचाने के कई विकल्प मौजूद है।
नगर पालिका प्रशासन दुकानदारों के साथ -
नगर पालिका प्रधान सतीश जेलदार ने बताया कि नगरपालिका प्रशासन इन दुकानदारों के साथ है। पहले भी उनके हित को ध्यान में रखकर दो बार प्रस्ताव पारित किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में पुरानी नगरपालिका कार्यालय के पास कालेज को दी गई करीब 7 एकड़ भूमि अधिक वापस लेने के लिए प्रशासन एवं सरकार को प्रस्ताव भेज दिया है जिसके चलते जल्दी यह जमीन उन्हें मिलने की उम्मीद है तथा यहां पर भविष्य में शापिंग कांप्लेक्स बनाया जा सकता है और जिस किसी दुकानदार की दुकान प्रभावित होगी उन्होंने आश्वस्त किया कि वे उन्हें दुकान देने के लिए भरसक प्रयास करेंगे।
1988-89 में बनी थी 26 पक्की दुकानें -
उधर धरने पर बैठे दुकानदार रवि कुमार, सुरेश कुमार, डाक्टर अजीत, महेश कुमार, प्रभात आदि ने बताया कि 1988 में पंचायत समिति का ने  सोलह दुकानें पक्की बनवाई थी जिन्हें खुली बोली पर दिया गया था। इसके बाद 1989 में 10 पक्की दुकानें और निर्मित की गई जो पशु अस्पताल के पास स्थित है। ये भी खुली बोली पर दी गई थी। उन्होंने कहा कि उनसे पट्टा राशि जमा करवाकर किराया बोली द्वारा निर्धारित किया गया था। उन्होंने कहा कि 3 दुकाने 1991 में ब्लाक समिति के रेस्ट हाउस के पास और बनवाई गई। इस प्रकार 153 दुकानों में से 29 दुकानों का पक्का निर्माण समिति द्वारा किया गया फिर भी उन्हें हटवाने का नोटिस पंचायत समिति ने जारी किया जो गलत है।
अब तो सभी की नजरें हाईकोर्ट पर- अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे दुकानदारों की मध्यस्थता करने तथा विभिन्न लोग उन्हें समझाने के बावजूद जहां दुकानदार भी अपनी बात पर अडिग है तथा अपनी दुकानों को सुरक्षित करने की बात कह रहे हैं वहीं अब सभी की नजरें पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय की 8 मार्च पर होने वाली सुनवाई पर टिक गई हैं। उल्लेखनीय है कि दुकानदारों ने पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में मामला दायर किया था जिसकी सुनवाई 8 मार्च को होनी है वही विगत दिनों भी कुछ दुकानदारों ने पंचायत समिति के नाम अवमानना नोटिस भी जारी करवाया था। ऐसे में सभी की नजरें लेकर सुनवाई पर टिक गई है। बहरहाल सभी दुकानदार अनिश्चितकालीन धरने पर तत्पश्चात क्रमिक अनशन पर बैठे हैं।
फोटो कैप्शन 2: धरने पर बैठे दुकानदार।

एक मार्च से एक व दो कक्षाएं लगेंगी
-3 घंटों तक चलेगा स्कूल, चार चरणों में खोले गये स्कूल
*********************
**********************************
 कनीना।  करीब एक साल तक स्कूल बंद रहने के बाद आखिरकार एक मार्च से हरियाणा शिक्षा निदेशालय ने कक्षा 3 से 5 तक के विद्यार्थियों के लिए स्कूल खोल दिये हैंं। प्रतिदिन 3 घंटे सुबह दस बजे से डेढ़ बजे के मध्य सरकारी तथा प्राइवेट विद्यालय फिर से शुरू कर दिए हैं। हाल ही में 24 फरवरी कक्षा 3 से पांच कक्षाओं के स्कूल खोले जा चुके हैं।
   विस्तृत जानकारी देते हुए वरिष्ठ प्रगाचार्य अभयराम यादव ने बताया कि  कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए सभी विद्यार्थियों के अभिभावक लिखित में अनुमति देंगे लेकिन आनलाइन पढ़ाई जारी रहेगी।  उन्होंने बताया कि स्कूल में प्रवेश करते ही विद्यार्थियों और अध्यापकों के ताप की जांच पूर्व के अनुसार जारी रहेगी। सभी की उपस्थिति मोबाइल एप पर भरी जाएगी।  उन्होंने बताया कि एसओपी के नियमों का पूर्ण रूप से पालन करना होगा। यदि कोई विद्यार्थी कोविड पाजिटिव पाया जाता है तो उच्च अधिकारियों के संज्ञान में लाया जाएगा तथा उसकी कक्षा के पूरे विंग को 10 दिन के लिए बंद करने का निर्णय लिया जाएगा। विद्यालय परिसर को सेनिटाइज किया जाएगा। यदि एक से अधिक विद्यार्थी पाजिटिव पाए जाते तो 10 दिनों के लिए बंद करने की प्रक्रिया पूरे विद्यालय के लिए अपनाई जाएगी।
 उन्होंने बताया किंतु विद्यार्थियों को दोपहर भोजन योजना के तहत पका पकाया भोजन नहीं दिया जाएगा। अभी तू सुखा राशन ही आगामी आदेशों तक बांटा जाएगा। 24 फरवरी से कक्षा तीन से पांच के स्कूल लगने लगे हैं।
11 माह बाद खुले थे कक्षा 6 से 8-
उल्लेखनीय है कि एक फरवरी 2021 से कक्षा 6 से आठ तक के स्कूल खोले गये थे। उनके स्कूल भी 3 घंटे ही लग रहे हैं किंतु लंबे समय तक घर पर शिक्षा पाने के पश्चात कक्षा छठी से आठवीं के विद्यार्थी स्कूल आ रहे हैं। यहां यह उल्लेखनीय है कि कक्षा 9 से 12 के विद्यार्थी पहले ही स्कूल आ रहे हैं। उनके 14 दिसंबर 2020 से स्कूल लग चुके हैं।

अजब है विद्यार्थियों की कला
**********************************
**************************
 कनीना। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय धनौंदा के विद्यार्थियों की कलाकारी मन को मोह रही है। सफेदे के बीजों के आवरण से मोर की कला धरती पर उकेरी है। यद्यपि उनको पढ़ाने वाली शिक्षिका लक्ष्मी यादव न्यायालय आदेशों के चलते प्रदेश में हटाए गए 816 कला शिक्षकों में से एक थी जो नौकरी से हाथ धोकर घर जा चुकी है किंतु उनके दिये गये ज्ञान को विद्यार्थी नहीं भुला पाए हैं। सीआरपी कार्यक्रम के तहत विभिन्न प्रकार की कलाकारी सीख रहे हैं। मुख्य अध्यापक महिपाल सिंह ने बताया की विद्यार्थियों ने मोर धरती पर मनाया है जिसमें किसी रंग आदि का प्रयोग नहीं किया गया अपितु विद्यालय परिसर में खड़े हुए सफेदे के पौधे से गिरने वाले बीज के खोल से यह सुनहरी चित्र बनाया है। ये खोल धरती पर गिर जाते हैं विद्यार्थियों ने इनको सहेजते हुए मोर की कलाकारी तैयार की जिसको देखकर प्राचार्य कृष्ण सिंह ने प्रशंसा की तथा कहा कि इस प्रकार की कला ही विद्यार्थियों में निखार लाती है। विद्यार्थियों की इस कला की शिक्षक प्रशंसा कर रहे हैं।
 फोटो कैप्शन तीन: विद्यार्थियों की धरती पर सफेदा के बीज के खोल से की गई मोर की कलाकारी। 










Wednesday, February 24, 2021

 

कनीना में कृषि मेला 25 को
**************************************
**************************************************
*********************************
***********
 कनीना। 25 फरवरी को कनीना के फुटबाल ग्राउंड में आत्मा स्कीम के तहत कृषि मेला आयोजित किया जाएगा। विस्तृत जानकारी देते हुए खंड कृषि अधिकारी डा गजानंद शर्मा तथा कृषि विस्तार अधिकारी डा देवराज ने बताया कि कृषि मेले में कृषि आदानों की प्रदर्शनी लगेगी जिनमें खाद, बीज आदि प्रमुख हैं। उन्होंने बताया कि मेले में विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं विभिन्न कृषि वैज्ञानिक पहुंच रहे हैं जो किसानों की मौके पर ही विभिन्न समस्याओं का समाधान करेंगे तथा उनको नए उत्पादों, बेहतर पैदावार तथा पैदावार बढ़ाने के बारे में जानकारी देंगे।

दुकानदार अपनी मांग पर अडिग, अनिश्चितकालीन धरना और अनशन लंबा चलने की उम्मीद
*******************************
*************************************************
कनीना। कहावत है- आगाज अच्छा है ,अंजाम ऊपरवाला जाने। यह कहावत दुकानदारों पर लागू होती है जो 8 फरवरी से लगातार अनिश्चितकालीन धरने प्रदर्शन, क्रमिक अनशन पर एकजुट होकर लगे हुए हैं। अब तक दुकानें 17 दिनों से बंद है जो अपने आप में रिकार्ड है परंतु अब नहीं लगता कि यह दुकानें जल्द ही खुल पाएंगी। इनका धरना प्रदर्शन लंबा चलने की उम्मीद है क्योंकि यह दुकानदार अपनी बात पर अडिग है वहीं उनकी मांग को सुनने वाला सरकार की ओर से कोई नजर नहीं आ रहा है। इनकी एक ही मांग है कि दुकान में सुरक्षित हो परंतु धीरे-धीरे इनका मामला नेताओं तक पहुंचने लगा है। प्रशासन या सरकार का कोई नुमाइंदा बेशक न आया हो लेकिन नेता एवं पंचायतें प्रारंभ से आ रही हैं। अब तो पंचायतें भी न रहने की सूरत में समाजसेवी आएंगे। इससे लगता है कि आगाज इनका अच्छा है अंजाम दाता जाने.....।
दुकानदारों के धरने प्रदर्शन को लेकर कुछ लोग तो गुप्त भूमिका निभा रहे हैं जो कभी कनीना में ही न्यायिक परिसर बनने के लिए जी जान किए हुए थे परंतु अब उसके तेवर बदले-अदले नजर आ रहे हैं। इस गुट का कहना है कि दुकानदारों की रोटी रोटी बचनी चाहिए कोर्ट बनने के लिए बहुत सी जगह है। परिणाम
21 फरवरी 2017 से शुरू हुआ धरना
65 दिनों तक चलने के बाद अप्रैल में संपन्न हुआ था वो धीरे धीरे धूमिल होने लगा है परंतु अब ठीक उसी रास्ते पर पंचायत समिति के दुकानों में बैठे दुकानदार अपना रहे हैं। जहां 65 दिन के धरने में क्रमिक अनशन, कनीना बंद, महापंचायत, नपा पार्षदों का सामूहिक इस्तीफा आदि आयोजित हुये थे ठीक उसी प्रकार ये दुकानदार भी पहले सोपान धरने को पूरा कर क्रमिक अनशन पर चल रहे हैं। भविष्य में इनकी रणनीति और भी जटिल होने की संभावना जताई जा रही है। ऐसे में अंजाम कोर्ट जाने? तब तक यह माना जा रहा है कि इनकी क्रमिक भूख हड़ताल और अनशन लंबा खींचने की उम्मीद है।


 न्यायालय ने किया चार जनों को किया भगोड़ा घोषित 

********************************
 कनीना। कनीना जेएमआईसी द्वारा चार व्यक्तियों को लंबे समय तक
विभिन्न मामलों में न्यायालय से अनुपस्थित रहने पर भगोड़ा घोषित कर दिया है।मिली जानकारी अनुसार अमित कुमार, असीन, इनाम और रईस न्यायालय में चल रहे मामलों मामलों में लंबे समय तक अनुपस्थित चल रहे हैं जिसके चलते उन्हें भगोड़ा घोषित कर दिया गया है। कनीना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।




अनिमिया से बचने के लिए हरी सब्जियां व खट्टे करे प्रयोग
***********************************
*********************
कनीना। शरीर में खून की कमी हो जाने पर अनिमिया नामक बीमारी हो जाती है। ऐसे में महिला पुरुष एवं बच्चों को भी इस बीमारी का ध्यान रखना चाहिए। ये विचार महिला एवं बाल विकास विभाग की वरिष्ठ सर्कल सुपरवाइजर मनीषा यादव ने गांव गुढ़ा में स्थित राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में कक्षा दसवीं, 11वीं तथा बारहवी की छात्राओं को व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि अनिमिया एक घातक बीमारी है जिसके कारण शरीर में खून की कमी हो जाती है जिससे मानव के शरीर में कमजोरी आ जाती है जिससे थकावट, कमजोरी व आँखों के नीचे धब्बे हो जाते हैं। एक स्वस्थ मानव के शरीर में 14 से 15 ग्राम खून होता है तथा जिसके शरीर में इससे कम खून होता है उस व्यक्ति के शरीर में अनिमिया होने के लक्षण हो सकते हैं। समय-समय पर अपने खुन की जांच सरकारी अस्पतालों में कराते रहनी चाहिए और अगर खून की कमी पाई जाती है तो चिकित्सकों से सलाह लेकर इसका इलाज लेना चाहिए। वही अनिमिया में हरी सब्जियां, वीटामीन सी की गोलियां ,नीबू, संतरे, छाछ-दही व खट़टे फलों का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल करना चाहिए। इस अवसर पर प्राचार्य अभयराम , वर्कर मंजु, सुनीता, अंजू, सुषमा, दर्शना, चन्दा और रामगिरी के अलावा अन्य स्टाफ मौजूद था।



बुढ़ापा पेंशन व विकलांग पेंशन बनवाने के नाम पर क्षेत्र में लूट
-कार्रवाई की मांग
***********************************
*************
कनीना। क्षेत्र के विभिन्न गांवो में बुढ़ापा पेंशन व विकलांग पेंशन बनवाने के नाम पर लोगों को लूटने का कार्य करने वालों के खिलाफ कार्रवाई कराने की मांग कनीना कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता वेदप्रकाश गुर्जर ने अपने हलफिया देकर की है तथा उच्चाधिकारियों के संज्ञान में मामला लाया गया है। उन्होंने अपने हलफिया बयान में बताया कि खंड के गांव बाघोत, सेहलंग, छितरोली, खेड़ी, धनौन्दा के अलावा अन्य गांवों में कुछ तथाकथित लोगों द्वारा गांव व क्षेत्र के गरीब लोगों को बुढ़ापा पेंशन व विकलांग पेंशन बनवाने के नाम पर ठगी कर उनको लूट रहे है लेकिन इस बात पर प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है।  उन्होंने जिला उपायुक्त व सरकार से मांग कर इस प्रकार से लूट करने वाले गिरोह का पर्दाफाश करने की मांग कि है ताकि लोगों को लुटने से बचाया जा सके।



एकादशी व्रत से सभी कष्ट होते हैं दूर-कृष्णानंद
*********************************
***************
कनीना। एकादशी व्रत से मानव के सभी कष्ट दूर होते है। मानव को अपने जीवन रूपी यात्रा में एकादशी व्रत अवश्य ही करना चाहिए। ये विचार संत कृष्णानंद धनौंदा ने बुधवार को एकादशी व्रत के अवसर पर व्यक्त किए।
उन्होंने कहा कि व्रत एक प्रतिज्ञा होती है और उस प्रतिज्ञा रूपी व्रत में भगवान विष्णु के बताए मार्ग पर चल कर उनके आचरण का अनुसरण करके अपने जीवन को सफल बनाना चाहिए। इस मौके पर कई जन मौजूद थे।

क्रमिक अनशन के तीसरे दिन बैठे 5 दुकानदार  अनशन पर,
-अनिश्चितकालीन धरने का था 17वां दिन
-*********************************
****************
 कनीना। कनीना में पंचायत समिति की दुकानों में बैठे दुकानदारों का  अनिश्चितकालीन धरना 17वें दिन में प्रवेश कर गया। वहीं क्रमिक अनशन का तीसरा दिन था। पांच दुकानदार प्रभात, संतलाल, पवन कुमार, सुरेश कुमार, दिनेश कुमार बुधवार को क्रमिक अनशन पर प्रात: दस बजे से पांच बजे तक बैठे। इससे पूर्व दुकानदारों ने नेताजी मेमोरियल क्लब से अपना अनिश्चितकालीन धरना शुरू किया और व्यापारी एकता जिंदाबाद के नारे लगाते हुए धरना स्थल पर पहुंच। नेताजी मेमोरियल क्लब और धरना स्थल के बीच करीब 200 गज की दूरी है। वर्तमान में क्रमिक अनशन एसडीएम कार्यालय के करीब चल रहा है। दिनभर नेताओं का तांता लगा रहा और उन्हें समर्थन दिया। जहां बसपा नेता अतरलाल पहुंचे वहीं उनको समर्थन देने कांग्रेसी नेता अर्जुन राव भी धरना स्थल पर पहुंचे।
उन्होंने दुकानदारों की मांग पूरी करने की मांग की तथा दुकानदारों की मांग जायज बताई। उन्होंने कहा कि दुकानदारों की दुकान में सुरक्षित रहनी चाहिए।
नेता ने जिला उपायुक्त से दखल देने की मांग की- बसपा नेता अतरलाल ने दुकानदारों के बीच धरना स्थल पर पहुंचकर जिला उपायुक्त से मांग की कि दुकानदारों की दुकानें सुरक्षित रखने का आश्वासन देकर उनका आंदोलन खत्म करवाना चाहिए। उन्होंने कहा कि दुकान ने बचाने के कई विकल्प मौजूद है।
नगर पालिका प्रशासन दुकानदारों के साथ -
नगर पालिका प्रधान सतीश जेलदार ने दूरभाष पर बताया कि नगरपालिका प्रशासन इन दुकानदारों के साथ है। पहले भी उनके हित को ध्यान में रखकर दो बार प्रस्ताव पारित किए जा चुके हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में पुरानी नगरपालिका कार्यालय के पास कालेज को दी गई करीब 7 एकड़ भूमि अधिक वापस लेने के लिए प्रशासन एवं सरकार को प्रस्ताव भेज दिया है जिसके चलते जल्दी यह जमीन उन्हें मिलने की उम्मीद है तथा यहां पर भविष्य में शापिंग कांप्लेक्स बनाया जा सकता है और जिस किसी दुकानदार की दुकान प्रभावित होगी उन्होंने आश्वस्त किया कि वे उन्हें दुकान देने के लिए भरसक प्रयास करेंगे।
1988-89 में बनी थी 26 पक्की दुकानें -
उधर धरने पर बैठे दुकानदार रवि कुमार, सुरेश कुमार, डाक्टर अजीत, महेश कुमार, प्रभात आदि ने बताया कि 1988 में पंचायत समिति का ने  सोलह दुकानें पक्की बनवाई थी जिन्हें खुली बोली पर दिया गया था। इसके बाद 1989 में 10 पक्की दुकानें और निर्मित की गई जो पशु अस्पताल के पास स्थित है। ये भी खुली बोली पर दी गई थी। उन्होंने कहा कि उनसे पट्टा राशि जमा करवाकर किराया बोली द्वारा निर्धारित किया गया था। उन्होंने कहा कि 3 दुकाने 1991 में ब्लाक समिति के रेस्ट हाउस के पास और बनवाई गई। इस प्रकार 153 दुकानों में से 29 दुकानों का पक्का निर्माण समिति द्वारा किया गया फिर भी उन्हें हटवाने का नोटिस पंचायत समिति ने जारी किया जो गलत है।
अब तो सभी की नजरें हाईकोर्ट पर- अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे दुकानदारों की मध्यस्थता करने तथा विभिन्न लोग उन्हें समझाने के बावजूद जहां दुकानदार भी अपनी बात पर अडिग है तथा अपनी दुकानों को सुरक्षित करने की बात कह रहे हैं वहीं अब सभी की नजरें पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय की 8 मार्च पर होने वाली सुनवाई पर टिक गई हैं। उल्लेखनीय है कि दुकानदारों ने पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में मामला दायर किया था जिसकी सुनवाई 8 मार्च को होनी है वही विगत दिनों भी कुछ दुकानदारों ने पंचायत समिति के नाम अवमानना नोटिस भी जारी करवाया था। ऐसे में सभी की नजरें लेकर सुनवाई पर टिक गई है। बहरहाल सभी दुकानदार अनिश्चितकालीन धरने पर तत्पश्चात क्रमिक अनशन पर बैठे हैं। क्रमिक अनशन का तीसरा दिन तथा अनिश्चितकालीन धरने का 17वां दिन था।
फोटो कैप्शन 12: क्रमिक अनशन पर बैठे 5 दुकानदार
13: कांग्रेसी नेता अर्जुन राव दुकानदारों को समर्थन देते हुये
 14: बसपा नेता अतरलाल दुकानदारों को समर्थन देते हुए।


शिक्षाविद दमन यादव को किया सम्मानित
**********************************
************************
कनीना। शिक्षाविद् तथा समाजसेवी दमन यादव के सम्मान में महाराणा प्रताप कालेज धनौंदा में अभिनंदन समारोह आयोजित किया गया। मुंडिया खेड़ा गांव के पूर्व सरपंच बनवारीलाल की अध्यक्षता में आयोजित समारोह में प्रजा भलाई संगठन के अतरलाल एडवोकेट ने दमन यादव को पगड़ी बांध कर शॉल ओढ़ा कर, प्रशस्ति पत्र तथा पुस्तक भेंट कर सम्मानित किया।
            अतरलाल ने दमन यादव द्वारा शिक्षा तथा समाज की उन्नति में किए गए उनके उल्लेखनीय योगदान की चर्चा करते हुए उन्हें प्रेरक, दृढ़ तथा आर्य संस्कृति का संवाहक इंसान बताया। उन्होंने अनेक बार श्रमदान व जागरूकता कैंप लगाकर समाज में समरसता तथा आर्य संस्कृति के प्रचार प्रसार में सराहनीय योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि दमन यादव ने समाजसेवा के साथ-साथ इलाके से बाहर पानीपत जिला में अच्छा शिक्षण संस्थान खोलकर इस इलाके का नाम रोशन किया है। अपने स्वागत से अभिभूत दमन यादव ने इलाके के लोगों का आभार व्यक्त करते हुए युवाओं से जातिवाद तथा संप्रदायवाद से ऊपर उठ कर समाजसेवा के कार्यों में बढ़-चढ़ कर भाग लेने की अपील की। उन्होंने युवाओं को मेहनत तथा लगन से काम करने की नसीहत देते हुए कहा मेहनत ही जादू है मेहनती आदमी को सफलता जरूर मिलती है। इस अवसर पर सुरेन्द्र सिंह, ओ.पी.कौशिक, भाग सिंह, कैलाश सेठ, पवन, शेर सिंह, दान सिंह, अशोक, सुरेश, दिनेश सिंह आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
फोटो कैप्शन 15: दमन यादव को सम्मानित करते बसपा नेता अतरलाल।

विद्यालय को किया सेनिटाइज
-कक्षा 3 से 5 की कक्षाएं लगी
********************************
****************
कनीना। राजकीय माध्यमिक विद्यालय कैमला में विभाग के निर्देश अनुसार कक्षा 3 से 5 तक की कक्षाओं के सभी विद्यार्थी कोराना महामारी के बाद विद्यालय में आए तो विद्यालय को पूर्णता ने  सेनिटाइजर किया गया और सभी विद्यार्थियों का सभी शिक्षकों के द्वारा स्वागत किया गया। इस अवसर पर विद्यालय की ओर से सभी बच्चों को मास्क वितरित किए गए और मौलिक मुख्याध्यापक वीरेंद्र सिंह ने सभी बच्चों को अपनी व अपने आसपास पूर्णतया साफ-सफाई रखने, मास्क लगाना ,सोशल डिस्टेंस बनाना , पानी व साबुन से बार-बार हाथ धोना आदि होने वाली अनेकों बीमारी से अपने आप को बचाने से संबंधित  आवश्यक जानकारी बच्चों को दी कि हमें अपने आप को बचाना हैं। सुरक्षित जीवन जीना है और दैनिक होमवर्क/गृहकार्य करने के प्रति प्रेरित किया कि सभी विद्यार्थी अपनी रुचि और विषय के अनुसार अपने कार्य को समय पर प्रतिदिन पूरा करें और अभिभावकों से भी सहयोग की अपील की। इस अवसर पर
 श्री देशराज यादव, सतवीर सिंह, भगत सिंह ,राधेश्याम शास्त्री, लाल सिंह ,संदीप ,राजेश कुमार व सुनील कुमार आदि उपस्थित रहें।
फोटो कैप्शन 10: स्कूल में आने पर जरूरी हिदायत देते मुख्याध्यापक विरेंद्र कुमार।


जवाहर नवोदय विद्यालय करीरा में प्रवेश परीक्षा संपन्न
-नौवीं की सीटों के लिए 186 विद्यार्थी उपस्थित हुए
***************************
***********************
 कनीना। जवाहर नवोदय विद्यालय करीरा में कक्षा 9वी में 23 रिक्त सीटों में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा संपन्न हुई। 68 प्रतिशत विद्यार्थी परीक्षा में उपस्थित हुए।
 विस्तृत जानकारी देते हुए प्राचार्य सुरेश कुमार यादव तथा परीक्षा प्रभारी अभय सिंह यादव ने बताया कि कुल 273 विद्यार्थी कक्षा 9वी में प्रवेश के लिए सीटों के लिए पंजीकृत हुये थे जिनमें से 186 विद्यार्थी परीक्षा देने नवोदय विद्यालय करीरा पहुंचे। 87 विद्यार्थी अनुपस्थित रहे। उन्होंने बताया कि परीक्षा दौरान कोविड-19 की गाइडलाइन का पालन हुआ है। जिला महेंद्रगढ़ में जवाहर नवोदय विद्यालय जिले का एकमात्र विद्यालय है जहां कक्षा छठी से 12वीं कक्षा तक की शिक्षा दी जाती है।
फोटो कैप्शन 11: कक्षा नौंवी में प्रवेश के लिए प्रवेश परीक्षा देते विद्यार्थी।


सतनाली फीडर नहर में पानी नहीं छोड़े जाने से सभी किसान मायूस
******************************
*****************************
कनीना। सतनाली फीडर में पानी न छोड़े जाने के चलते किसान परेशान हैं। करीब आधा दर्जन गांवों के लोग परेशान हैं।  
    समाजसेवी समशेर सिंह कोसलिया ने बताया कि महेंद्रगढ़ जिला में चार विधानसभा क्षेत्र पड़ते हैं जिनमें से नांगल चौधरी से विधायक डा अभय सिंह यादव पिछले छह सालों से नहरी पानी को नांगल चौधरी विधानसभा में ले जाने के लिए तत्पर रहें हैं जिससे कि नांगल चौधरी व नारनौल विधानसभा क्षेत्रों के प्रत्येक हिस्से में प्रत्येक बार 15 दिन लगातार पानी पहुंचता रहा है। साथ में अटेली व महेन्द्रगढ़ विधानसभा क्षेत्रों के अधिकतर हिस्सों में भी पानी पूरे 15 दिन लगातार पहुंचता रहा है किंतु महेन्द्रगढ़ के गांव बाघोत, उच्चत, पौता, नौताना, स्याणा (सभी अटेली विधानसभा), सतनाली के दर्जनों गांव (महेन्द्रगढ़ विधानसभा), रेवाड़ी जनपद के कारोली,बिसोहा,बव्वा, नयागांव, नया गांव, जलेरा, बहाला (सभी कोसली विधानसभा), झज्जर जनपद के खेड़ा थरू, बहु (सभी झज्जर विधानसभा), इत्यादि गांवों की सिंचाई के लिए सतनाली फीडर नहर ही जीवन संजीवनी बूटी है। यह नहर, जवाहरलाल नेहरू नहर के बिसोहा-कारोली पम्प हाउस से निकल कर सतनाली इलाके में राजस्थान सीमा तक पहुंचती है।
उन्होंने बताया कि पिछले छह सालों से यह होता आया है कि सतनाली फीडर नहर को छोड़कर, महेन्द्रगढ़ की शेष सभी नहरें हर बार 15 दिन लगातार चलती हैं। सतनाली फिडर नहर में 15 दिनों में से मात्र मुश्किल से 4-5 दिन ही पानी चलता रहा है और अब भी यही हाल है। सतनाली फीडर नहर चार जिलों रेवाड़ी, झज्जर, महेन्द्रगढ़, चरखी दादरी के पांच विधानसभा क्षेत्रों कोसली, झज्जर, अटेली,बाढडा, महेन्द्रगढ़ में छोटे माइनरों की मार्फत सिंचाई करती थी जो पिछले छह सालों से नहीं कर पा रही है।  नारनौल के अंतर्गत सतनाली फीडर नहर आती है सतनाली फिडर नहर में से लोहारू जल सेवाएं परिमंडल  अधीक्षक अभियंता भिवानी की पांच माइनरों को अंडरग्राउंड पाइप लाइन नहरों के माध्यम से वर्ष 2012 के लगभग जोड़ा गया था और अंडरग्राउंड जोड़ी गई नहरों के हिस्से का पानी आज भी लोहारू जल सेवाएं परिमंडल की नहरों में चल रहा है और सतनाली फीडर नहर में जोड़ी गई अतिरिक्त पांच नहरों के बावजूद भी पानी  केवल 4-5 दिन ही पानी चलाया जाता है। इस समय किसानों की गेहूं की फसल खराब होने के कगार पर है। इस नहर में 15 दिन पानी छोड़े जाने की मांग की है।
फोटो कैप्शन 8: सूखी पड़ी सतनाली फीडर नहर नजदीक स्याणा।












बुधवार को एक साल के बाद फिर से तीसरी से पांचवीं तक के स्कूल खुले
-3 घंटों तक चले स्कूल, हाजिरी सामान्य रही
***************************************************
 कनीना।  करीब एक साल तक स्कूल बंद रहने के बाद आखिरकार बुधवार से  कक्षा 3 से 5 तक के विद्यार्थियों के लिए निजी एवं सरकारी स्कूल खुल गये हैंं। तीन घंटे सुबह दस बजे से डेढ़ बजे के मध्य सरकारी तथा प्राइवेट विद्यालय फिर से लगे। स्कूलों में उपस्थिति सामान्य रही।
        कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए सभी विद्यार्थियों के अभिभावक लिखित में अनुमति ली गई है लेकिन आनलाइन पढ़ाई जारी रही वहीं स्कूलों में विद्यार्थियों को आने के लिए बाध्य नहीं किया जा रहा है और न हीं उनका नाम काटा जाएगा। स्कूल में प्रवेश करते ही विद्यार्थियों और अध्यापकों के ताप की जांच की गई। सभी की उपस्थिति मोबाइल एप पर भरकर विभाग को भेजी गई। कार्यकारी खंड शिक्षा अधिकारी अभयराम यादव ने बताया कि यदि कोई विद्यार्थी कोविड पाजिटिव पाया जाता है तो उच्च अधिकारियों के संज्ञान में लाया जाएगा तथा उसकी कक्षा के पूरे विंग को 10 दिन के लिए बंद करने का निर्णय लिया जाएगा। विद्यालय परिसर को सेनिटाइज किया जाएगा। यदि एक से अधिक विद्यार्थी पाजिटिव पाए जाते तो 10 दिनों के लिए बंद करने की प्रक्रिया पूरे विद्यालय के लिए अपनाई जाएगी।
 स्कूल तो लगे किंतु विद्यार्थियों को दोपहर भोजन योजना के तहत पका पकाया भोजन नहीं दिया गया। अभी तो सुखा राशन ही बांटा जा रहा है। उल्लेखनीय है कि निजी स्कूलों में विद्यार्थी न आने से विद्यालय प्रबंधन समिति परेशान नजर आ रही थी और बार बार विद्यालय खोले जाने की मांग कर रही थी। आखिरकार उनके लिए स्कूल खुल गये है किंतु अब कक्षा एलकेजी ,यूकेजी, प्रथम तथा द्वितीय के बारे में कोई निर्णय नहीं लिया गया है उनके स्कूल कब से खुल पाएंगे यह विभाग आदेश जारी करेगा।
11 माह बाद खुले थे कक्षा 6 से 8-
उल्लेखनीय है कि एक फरवरी 2021 से कक्षा 6 से आठ तक के स्कूल खोले गये थे। उनके स्कूल भी 3 घंटे ही लग रहे हैं किंतु लंबे समय तक घर पर शिक्षा पाने के पश्चात कक्षा छठी से आठवीं के विद्यार्थी स्कूल आ रहे हैं और उनकी सेट नामक परीक्षा भी अवसर एप पर चल रही हैं।  
 यहां यह उल्लेखनीय है कि कक्षा 9 से 12 के विद्यार्थी पहले ही स्कूल आ रहे हैं। उनके 14 दिसंबर 2020 से स्कूल लग चुके हैं।
फोटो कैप्शन 9: धनौंदा के प्राथमिक स्कूल में कक्षा तीन से पांच तक के विद्यार्थियों का ताप नोट करते शिक्षक।