धरने पर बैठे दुकानदारों को समर्थन देने पहुंचे पूर्व विधायक नरेश यादव
-दुकानदारों ने दिया ज्ञापन
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कनीना। पूर्व विधायक नरेश यादव कनीना में 19 दिनों से अनिश्चितकालीन धरने तत्पश्चात क्रमिक अनशन पर बैठे दुकानदारों को समर्थन देने पहुंचे। उनकी बात सुनकर उन्होंने अपना पूरा समर्थन देने की बात कही तथा कहा कि वे उनके साथ हैं। वे चाहते हैं कि न्यायिक परिसर भी यही बने और दुकानें भी नहीं तोड़ी जाए। इस संबंध में मुख्यमंत्री से 5 मार्च को सेशन दौरान मिलकर उनकी बात रखने का आश्वासन दिया। इस मौके पर दुकानदारों ने उन को ज्ञापन दिया जिसमें कहा गया है कि उनकी दुकानें न तोड़ी जाए।
नगर पालिका प्रधान सतीश जेलदार ने कहा कि पुराने नगरपालिका कार्यालय के पास बनाए बनाए जाने वाले शापिंग कांप्लेक्स के मुद्दे को आगे बढ़ाया जा रहा है। इसी संबंध में जिला उपायुक्त नारनौल अजय कुमार नगरपालिका कार्यालय पहुंचे। जिस जगह शापिंग कांप्लेक्स बनाया जाना है उसका निरीक्षण भी किया गया। सभी मौके परमौजूद अधिकारियों को शापिंग कांप्लेक्स बनाए जाने का रास्ता प्रशस्त करने के लिए सभी कदम उठाने की बात कही ह। उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में शापिंग कांप्लेक्स बनाए जाने के रास्ते खुल जाएंगे तत्पश्चात जिस किसी दुकानदार की दुकान टूटने की सूरत में सहानुभूतिपूर्वक दुकान देंगे। उन्होंने कहा कि बेशक दुकानदारों के बीच उनके जाने पर तथा समझाने पर उनकी बात3 नहीं मानी लेकिन वे उनके हित में हैं और एक दिन वो समय भी आएगा जब दुकानदार अपने मुख से उन्हें अच्छा कहेंगे। उन्होंने आश्वासन दिया कि वे दुकानदारों के हित में रहे हैं और सदा रहेंगे। उन्होंने विश्वास जताया कि जल्द ही कनीना में शापिंग कांप्लेक्स बनाए जाने के लिए द्वार प्रशस्त हो जाएंगे।
फोटो कैप्शन 13: धरने पर बैठे पूर्व विधायक नरेशयादव
14: दुकानदार नरेश यादव को ज्ञापन देते हुए दुकानदार।
औचक निरीक्षण पर पहुंचे जिला उपायुक्त
कनीना
-कनीना में बनने वाले शापिंग कांप्लेक्स पर हुई चर्चा
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कनीना। जिला उपायुक्त नारनौल अजय कुमार कनीना नगर पालिका में औचक निरीक्षण करने पहुंचे। जानकारी हासिल करने के पश्चात पुराने नगर पालिका कार्यालय के पास बनने वाले शापिंग कांप्लेक्स पर चर्चा की तथा किराया न भरने वाले दुकानदारों की दुकानें खाली करवाने की बात भी कही।
प्रधान सतीश जेलदार ने बताया कि दुकानदारों की तरफ तीन करोड़ के करीब किराया बकाया है। यही कारण है कि कनीना के विकास कार्य बाधित हो रहे हैं। इस पर जिला उपायुक्त ने कहा कि उन्हें नोटिस देकर दुकान खाली करवाई जाए तथा फिर से दुकानों की बोली लगाई जाए। इस मौके पर दुकानदारों नोटिस जारी कर आगामी कार्रवाई की जा सके। उन्होंने बताया कि इस मौके पर शिक्षा समिति को दी गई करीब सात एकड़ अधिक जमीन वापस लेकर उस पर शापिंग कांप्लेक्स बनाने पर चर्चा की गई। जिला उपायुक्त ने इस संबंध में मौके पर उपस्थित सभी अधिकारियों को आगामी कार्रवाई करने की बात कही। उन्होंने जिला उपायुक्त को आश्वासन दिया कि न्यायिक परिसर में किसी दुकानदार की दुकान टूटती है तो वे शापिंग कांप्लेक्स में दुकान देने के लिए सहानुभूतिपूर्वक विचार करेंगे। इस संबंध में उन्होंने पहले ही प्रस्ताव पारित कर रखा है तथा उच्चाधिकारियों को प्रेषित किया हुआ है। इस मौके पर विश्राम कुमार मीणा डीएसपी राजीव कुमार हल्का पटवारी अनूप कुमार व अन्य अधिकारी गण नगर पालिका प्रधान सतीश जैलदार उपप्रधान अशोक ठेकेदार पार्षद संदीप धोलिया , सचिव नपा आदि मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 15: जिला उपायुक्त अजय कुमार कनीना पालिका का निरीक्षण करते हुए। जागरण
अपने परिचित से मिलने आए व्यक्ति को डंडों से पीटा
- हायर सेंटर रेफर
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कनीना। राजस्थान के के गांव खेड़ा निवासी रोहतास ने कनीना पुलिस में उसे लाठी डंडों से पीटने का मामला दर्ज करवाया है। घायल अवस्था में व्यक्ति को कनीना अस्पताल लाया गया जहां से उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया गया।
रोहताश ने पुलिस में बताया कि वह अपनी परिचित शीला निवासी कपूरी के पास कुछ कागजात लेने आया था। जब वह कपूरी में शीला के बैठा था उसी समय बलवान एवं सतबीर कपूरी अपने हाथों में डंडा लेकर आए, बाहर बुलाया और उनके पैरों का हाथों पर वार किया। उसी दौरान अमर सिंह तथा राहुल भी अपने हाथों में डंडा लेकर आ गए जिन्होंने उनकी पिटाई कर डाली। झगड़े को देखकर शीला छुड़वाने के लिए घर से बाहर आई तो उनके साथ भी मार पीटाई की। शोर सुनकर काफी लोग इक_े हो गए। चोट लगने के कारण रोहताश बेहोश हो गया जिसे जाते-जाते वे लोग जान से मारने की धमकी दे गए। उन्हें इलाज के लिए करीना अस्पताल लाया गया जहां डाक्टरों ने प्राथमिक उपचार कर हायर सेंटर रेफर कर दिया। कनीना पुलिस ने बलवान, सतबीर, अमर सिंह तथा राहुल के विरुद्ध विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
करीब 476 ग्राम गांजा बरामद
-मामला दर्ज कर व्यक्ति को गिरफ्तार किया
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कनीना। पुलिस ने सूचना के आधार पर भोजावास-बोहका सड़क मार्ग से एक व्यक्त को गिरफ्तार किया जिसके पास से करीब 476 ग्राम गांजा पत्ती बरामद की है। कनीना पुलिस ने नारकोटिक ड्रग एक्ट की धारा के तहत मामला दर्ज कर व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है।
मिली जानकारी अनुसार एचसी सुरेश कुमार, ईएचसी भरत सिंह, ईएचसी अनिल कुमार, सीटी प्रवीन आदि पड़तल बस स्टैंड पर गश्त पर थे कि मुखबिरी के आधार पर सूचना मिली कि जोगेंद्र उर्फ भोला भोजावास बोहका रोड पर खड़ा है जिसके पास नशीला पदार्थ है।
पुलिस ने बोहका सड़क मार्ग के किनारे जोगिंदर्र उर्फ भोला को गिरफ्तार किया जिसके हाथ में सफेद व लाल रंग का पालीथिन था।
शक होने के बाद कनीना तहसीलदार नवजीत कौर बराड़ को बुलाया गया। आरोपी की तलाशी ली गई जिसमें कुछ नहीं मिला किंतु उनके हाथ से पालीथिन में करीब 476 ग्राम गांजा पत्ती पाई गई। पुलिस ने जोगिंद्र उर्फ भोला के विरुद्ध मामला एनडीपीसी एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
राधेदास महाराज की मूर्ति स्थापना 9 को
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कनीना। राधे दास महाराज सिरसवाला कनीना की मूर्ति की स्थापना उनके निर्वाण दिवस 9 मार्च को की जाएगी। विस्तृत जानकारी देते हुए पार्षद मोहन कुमार ने बताया कि 5 मार्च से मूर्ति की विधिवत रूप से पूजा अर्चना की जाएगी, हवन किया जाएगा तथा 8 मार्च को पूरे कस्बा में झांकी निकाली जाएगी। तत्पश्चात 9 मार्च को मूर्ति स्थापित की जाएगी।
कैद मांगी थी रिहाई तो नहीं मांगी थी........
-दुकानें तोड़े जाने का डर अंदरखाते दीमक की भांति खा रहा है
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कनीना। एक पुराने चलचित्र प्यार बहुत चर्चित संगीत था- कैद मांगी थी रिहाई तो नहीं मांगी थी..... यह कहावत कुछ हद तक कनीना में 19 दिनों से अनिश्चितकालीन धरना एवं क्रमिक अनशन बैठे दुकानदारों पर लागू होती है। ये दुकानदार किसी के कहने से नहीं अपितु अपनी मर्जी से अनिश्चितकालीन धरने और क्रमिक अनशन पर बैठे हुए हैं। कहीं कनीना का बनने वाला न्यायिक परिसर उनकी दुकानें न छीन ले यह बात उन्हें कचोट रही है तथा अंदरखाते दीमक की भांति खा रही है। यहीं कारण है न्यायालय में मामला चलने के के बावजूद भी धरने पर बैठे हैं। बस इनकी तो आप इनकी मांग है कि उनकी दुकानें सुरक्षित रखी जाए और इनकी आपसी एकता के चलते यह धरना प्रदर्शन जारी है। यदि देखा जाए तो ने तो सरकार को इनके धरने प्रदर्शन से कोई नुकसान नजर नहीं आ रहा रहा है। रही ग्राहकों की बात अपना विभिन्न सामान यहां से नहीं तो दूसरी दुकानों से लेने को मजबूर हो रहे और धीरे-धीरे उनकी आदत भी बदलती नजर आ रही है जो लंबे समय तक ये दुकानें नहीं खुलने और ना ही भविष्य में निकट भविष्य में खुलती नजर आ रही है जिसके चलते ग्राहक किसी दूसरे दुकानदारों से अपना संबंध प्रगाढ़ कर रहे हैं। बहरहाल कुल मिलाकर प्रतिदिन नुकसान हो रहा है वो सरकार का नहीं इन्हीं दुकानदारों का होता नजर आ रहा है। लोगों का कहना है कि सरकार का कोई नुकसान होता तो सरकार का कोई नुमाइंदा दखलअंदाजी करने जरूर पहुंचता। सबसे बड़ी बात है कि रिकार्ड में 153 दुकानें और खोखे शामिल है उनके दुकानदार ही धरने पर बैठे हैं यहां तक कि कुछ धरने पर बैठे दुकानदारों ने मजबूरीवश कनीना में अन्यत्र स्थापित दुकानों पर अपने परिजनों की सहायता से अपनी रोटी रोजी को पहले की भांति चलाने का प्रयास कर रखा है।
सबसे बड़ी बात है कि ये दुकानें पूर्ण रूप से बंद है और न ही इनके सामने किसी प्रकार के ठेले को लगने दिया जाता परंतु एक-एक दिन का नुकसान इनका अपना हो रहा है इसके पीछे यह दुकानदार एक ही बात कह रहे हैं कि यदि यह दुकान टूट जाएंगी तो वे रोड पर आ जाएंगे उससे बेहतर है कि अपनी दुकानों को बचाएंगे वरना हम भीख मांगने लायक भी नहीं रहेंगे। यही कारण है कि अपनी मर्जी से दृढ़ संकल्पित होकर एकमत होकर यह धरने पर बैठे हैं। यह इनकी बहुत बड़ी उपलब्धि है।
इनको समर्थन देने लोग जरूर पहुंच रहे हैं।
आज धरने पर बैठे दुकानदारों को ठोस सहारे की जरूरत है। दुकानदारों की एकता तारीफे काबिल है तथा एक मत होना यह सबसे बड़ी उपलब्धि है। धरना बेशक लंबे समय तक खींच जाए परंतु 8 मार्च को न्यायालय में सुनवाई पर नजरें सभी की टिकी हुई है। यह देखा जाना है कि न्यायालय का रुख क्या रहता है तत्पश्चात ही कुछ भावी कदम दुकानदार आगे बढ़ा सकते हैं। पर तब तब लोग गुनगुना रहे हैं-
कैद मांगी थी रिहाई तो नहीं मांगी थी......।
धर्मपाल को सब यूनिट कनीना के प्रधान मनोनीत
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कनीना। 132 केवी उपकेंद्र कनीना के प्रांगण में सज्जन सिंह सब-यूनिट प्रधान की अध्यक्षता में एससी/बीसी पावर कारपोरेशन कर्मचारी यूनियन के वर्ष 2020-23 के चुनाव सर्वसम्मति से संपन्न करवाए गए जिसमें धर्मपाल एसएसए को सब- यूनिट प्रधान मनोनीत किया गया।
इस अवसर पर राजेश आनावास एवं जोगिंद्र एएलएम को उप-प्रधान ,नरेश सचिव, सह-सचिव मनोज, सत्यवीर सिंह खजांची, संगठन कर्ता बतौर रणजीत सिंह, अनिल, कोटिया, बृजलाल को मनोनीत किया गया वहीं प्रदीप कुमार को प्रेस प्रेस सचिव के रूप में दो साल के लिए सर्वसम्मति से मनोनीत किया गया। इस मौके पर राजेंद्र सिंह सर्कल आर्गेनाइजर,राजेंद्र सिंह नौताना, सत्यवीर सिंह सह-सचिव चुनाव कार्यकारिणी के रूप में मौजूद रहे। विनोद कुमार, बाबूलाल, साबुद्दीन, सतनाम, शिवलाल, वीर सिंह नवीन, राजेश, मनीष, सतीश, गोपाल इत्यादि मौजूद थे। इस मौके पर उन्हें पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई गई।
फोटो कैप्शन 10: चुनाव संपन्न करवाने के पश्चात सभी पदाधिकारी शपथ लेते हुए। जागरण
अनिश्चितकालीन धरने पर रहे दुकानदार
- 5 दुकानदार बैठे क्रमिक अनशन पर
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कनीना। पंचायत समिति कनीना की दुकानों में बैठे हुए दुकानदार 19 दिन से लगातार अनिश्चितकालीन धरने पर हैं। शुक्रवार को क्रमिक अनशन पर 5 दुकानदार क्रमिक अनशन पर बैठे जिनमें पवन आर्य, नवीन कुमार, राजेश, प्रभात, रतनलाल प्रमुख हैं। दुकानदारों का का कहना है कि सरकार उनकी एक ही बात मान ले कि दुकानें नहीं तोडेंग़े तो ही वे दुकानें खोल सकते हें वरना दुकानें यूं ही बंद रहेंगी। दुकानदारों का धरना लंबा चलने की उम्मीद बनती जा रही है।
कनीना पालिका प्रधान सतीश जेलदार ने फिर से कहा कि वे दुकानदारों के हित में जितना कुछ करना चाहते थे उससे कहीं अधिक किया है परंतु दुकानदार किसी की कोई बात नहीं सुनते जिसके चलते अब न्यायालय पर फैसला छोड़ दिया है। न्यायालय का जो भी निर्णय आएगा उसके बाद उसे लागू किया जाएगा उसे सरकार लागू करेगी। उन्होंने कहा कि वे हर प्रकार से दुकानदारों के हित में काम करते आ रहे हैं और करते रहेंगे। इससे पूर्व नेताजी मेमोरियल क्लब कनीना से धरना स्थल तक व्यापारी एकता जिंदाबाद के नारे लगाते हुए दुकानदार धरना स्थल पर पहुंचे।
अब तो सभी की नजरें हाईकोर्ट पर- अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे दुकानदारों की मध्यस्थता करने तथा विभिन्न लोग उन्हें समझाने के बावजूद जहां दुकानदार भी अपनी बात पर अडिग है तथा अपनी दुकानों को सुरक्षित करने की बात कह रहे हैं वहीं अब सभी की नजरें पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय की 8 मार्च पर होने वाली सुनवाई पर टिक गई हैं। उल्लेखनीय है कि दुकानदारों ने पंजाब एवं हरियाणा उच्च न्यायालय में मामला दायर किया था जिसकी सुनवाई 8 मार्च को होनी है वही विगत दिनों भी कुछ दुकानदारों ने पंचायत समिति के नाम अवमानना नोटिस भी जारी करवाया था। ऐसे में सभी की नजरें लेकर सुनवाई पर टिक गई है। बहरहाल सभी दुकानदार अनिश्चितकालीन धरने पर तत्पश्चात क्रमिक अनशन पर बैठे हैं।
फोटो कैप्शन 11: कनीना में क्रमिक अनशन पर बैठे पांच दुकानदार।
रविदास जयंती 27 फरवरी
मीराबाई भी संत रविदास की थीं शिष्या
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कनीना। 27 फरवरी को संत रविदास की 644वीं जयंती मनाई जा रही है। संत के जीवन एवं मूल्यों को दर्शाने वाली अनेकों गांवों व शहरों में झांकियां आयोजित की जाती हैं। वाणी में कोमलता एवं मधुरता के साथ-साथ सीधी-साधी भाषा के धनी संत रविदास को रैदास या रयदास आदि नामों से जाना जाता है।
कृष्णभक्त मीराबाई के भी गुरू रविदास ही थे। महाकवि तुलसीदास भी रविदास का आदर करते थे। काशी के नरेश की पत्नी भी रैदास की शिष्या बताई जाती है। संत रविदास ने भगवान् की सरल शब्दों में स्तुति की है तथा भगवान् के प्रति उनकी गहन आस्था एवं लग्न थी। उनकी वाणी में माधुर्य तथा जीवन चरित्र को दर्शाने वाली कई किताबें उपलब्ध हैं जिनमें भविष्य पुराण, रैदास पुराण, काशी महात्म्य, रैदास रामायण, कबीर-रैदास संवाद आदि प्रमुख हैं।
संत रविदास यूं तो निर्गुण राम के उपासक थे किंतु उनके पदों में गोपाल, हरि, माधव, बनवारी, केशव आदि शब्दों का खुलकर प्रयोग हुआ है। उनकी जाति, निवास तथा परिवार का भी उनके पदों में वर्णन मिलता है। आज के युग में संत के चरित्र, वाणी तथा दोहों को बखूबी से गुनगुनाया जाता है जो तत्कालिन समाज में प्रेरणा के स्त्रोत थे।
संत रविदास गृहस्थी होकर भी उनकी साधना प्रबल थी। काशी के एक मंदिर उनकी प्रयोग सामग्री उपलब्ध है वहीं उनकी एक कुटिया चितौडग़ढ़ में है। उनकी छंद आज भी आदर के साथ गुनगुनाई जाती है-अब कैसे छुटै राम नाम रट लागी। प्रभुजी तुम चंदन हम पानी, जाकी अंग-अंग बास सुहानी।
संत लालदास का कहना है कि संत रविदास के विचार आज भी उतने ही प्रासंगिक हैं जितने तत्कालीन समय में थे। उस समय भारत में जातिवाद चरम पर था ,ऐसे समय में एक चर्मकार के घर जन्में रविदास ने न केवल रूढि़वाद , मूर्तिपूजा, व जातिवाद जैसी कुरीतियों पर करारी चोट की बल्कि सभी वर्गों के लोगों को अपना अनुयायी बनाया। एक प्रसंग सुनाते हुए कहा कि एक बार एक ब्राह्मण गंगा तीर्थयात्रा करने जा रहा था, वह संत रविदास के पास आया व उन्हें साथ चलने को कहा तो सन्त रविदास ने कहा कि मैने एक सन्त मित्र को जूते बनाकर देने का वादा किया हुआ है,इसलिए में आज गंगा यात्रा नहीं कर सकता,क्योंकि यदि मैं वादाखिलाफी करता हूं तो यह घोर पाप होगा,आप गंगा जी को मेरी एक भेंट दे देना। यह कहकर रविदास ने उस ब्राह्मण को एक सुपारी भेंटस्वरूप दी। ब्राह्मण ने गंगा स्नान के बाद अनमने मन से वह सुपारी गंगा नदी में उछाल दी। उस ब्राह्मण ने वह सुपारी फेंकी तो थी अनमने मन से मगर उस वक्त वह आश्चर्यचकित रह गया जब तत्काल गंगा जी ने साक्षात देवी रूप में प्रकट होकर नदी जल में गिरने से पूर्व ही उस सुपारी को अपने दोनो हाथ में ग्रहण कर लिया और लुप्त हो गयी, ब्राह्मण भयभीत हो दौड़ा-दौड़ा संत रविदास के चरणों में जा गिरा तब संत रविदास ने कहा कि अगर आदमी का मन साफ नहीं है तो तीर्थ यात्राओं का कोई औचित्य नही है, यह कहते हुए उन्होंने दूसरा चमत्कार दिखाते हुए अपनी कटौती में ही गंगा जी को प्रकट कर दिया और कहा-- मन चंगा तो कटौती में गंगा। संत ने कहा कि उन्होंने न केवल इस प्रकार के चमत्कारों के द्वारा तत्कालीन समाज को अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया बल्कि समाज में अनेकों कुरीतियों का दमन कर लोगों को श्रेष्ठ रास्ता दिखाया।
रेतीले क्षेत्र में उगाई ईख
-किसान नरेश लाखों रुपये ईख बेचकर लेता है कमा
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कनीना। हिम्मत दिल में हो तो कठिन काम को सरल बनाया जा सकता है। महेंद्रगढ़ जिला में जहां रेतीली मिट्टी में किसान नरेश ने वर्षों से ईख उगाकर गन्ने बेचकर लाखो रुपये कमा लेता है।
महेंद्रगढ़ जिले में पानी की कमी होने के कारण ईख उगाना कठिन कार्य है। परंतु खेड़ी तलवाना का किसान नरेश विगत 3 वर्षों से 2 बीघा जमीन में ईख उगाता आ रहा है। ट्यूबवेल के पानी से ईख उगाता है और लाखों रुपये के गन्ने हर वर्ष बेच देता है। विगत वर्ष कोरोना के चलते लोगों ने गन्ना प्रयोग नहीं किया। नरेश कुमार ने बताया कि गन्ना 1 एकड़ में 400 क्विंटल तक पैदावार देता है जिसके पत्ते तथा ऊपरी भाग पशु चारे के रूप में काम लेते है तथा खाद भी बनाते हैं। 3 वर्ष पूर्व गन्ने की प्योद लगाई थी तब से लगातार गन्ने की बेहतर पैदावार हो रही है। लोग गन्ना खरीदने के लिए उनके पास चलकर आते हैं। आसपास गांव में गन्ना चूसने के प्रति रुझान है और किसान इसी काम से अपने परिवार की रोटी रोजी कमा लेता है। उन्होंने बताया कि जनवरी से गन्ना बेचा जा रहा है जो करीब 4 माह तक चलेगा।
क्या कहते हैं कृषि विशेषज्ञ-
कृषि विस्तार सलाहकार डा देवराज का कहना है कि गन्ना की फसल नहरी पानी और कठोर जमीन में अधिक होती है। जिला महेंद्रगढ़ राजस्थान से जुड़ा होने के कारण यहां जमीन नरम है, नहरी पानी कम है इसलिए गन्ना नहीं उगाते। गन्ना अप्रैल में उगाया जाता है और नंबर दिसंबर में काटना शुरू कर दिया जाता है। जूस के लिए अलग प्रकार होती है तथा चीनी मिलों के लिए गन्ने की अलग प्रकार उगाई जाती है।
क्या कहते हैं गन्ना चूसने वाले-
गन्ने की मांग इस क्षेत्र में अधिक है। गन्ना चूसने के लोग शौकीन होते हैं। गन्ना चूसने वाले रवि कुमार, सुरेश कुमार, दिनेश कुमार, कृष्ण कुमार, योगेश कुमार आदि ने बताया कि गन्ना चूसने से उनकी दांतो की बढिय़ा कसरत हो जाती है। उधर डाक्टर वेद प्रकाश ने बताया कि गन्ना पीलिया, कैंसर, मधुमेह, वजन कम करने, प्रतिरोधकता बढ़ाने, यूरिन से जुड़ी समस्याओं में बहुत कारगर है। गन्ने के रस में जहां कैल्शियम, लोहा, मैग्नेशियम, पोटैशियम आदि भी पाए जाते हैं। इसलिए गन्ने के रस का उपयोग करना सेहत के लिए लाभप्रद है। यही कारण है कि गन्ने की मांग दक्षिण हरियाणा में अधिक है।
फोटो कैप्शन 06: नरेश कुमार खेड़ी की गन्ने की फसल। जागरण
अनिश्चितकालीन धरने पर रहे दुकानदार
- 5 दुकानदार बैठे क्रमिक अनशन पर
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कनीना। पंचायत समिति कनीना की दुकानों में बैठे हुए दुकानदार 18 दिन से लगातार अनिश्चितकालीन धरने पर हैं। गुरुवार को क्रमिक अनशन पर 5 दुकानदार अनशन पर बैठे जिनमें रोशनलाल, महेश, अर्जुन, मनोज और प्रभात प्रमुख हैं। दुकानदारों का का कहना है कि सरकार उनकी एक ही बात मान ले कि दुकानें नहीं तोउ़ेंगे तो ही वे दुकानें खोल सकते हें वरना दुकानें यूं ही बंद रहेंगी। दुकानदारों का धरना लंबा चलने की उम्मीद बनती जा रही है।
कनीना पालिका प्रधान सतीश जेलदार ने फिर से कहा कि वे दुकानदारों के हित में जितना कुछ करना चाहते थे उससे कहीं अधिक किया है परंतु दुकानदार किसी की कोई बात नहीं सुनते जिसके चलते अब न्यायालय पर फैसला छोड़ दिया है। न्यायालय का जो भी निर्णय आएगा उसके बाद उसे लागू किया जाएगा उसे सरकार लागू करेगी। उन्होंने कहा कि वे हर प्रकार से दुकानदारों के हित में काम करते आ रहे हैं और करते रहेंगे।
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