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Monday, June 13, 2022

 
एसडी स्कूल के विद्यार्थी हुए राज्यपाल से सम्मानित
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कनीना। एसडी विद्यालय के छात्रों को राज्य स्तरीय पुरस्कार वितरण समारोह में महामहिम बंडारु दत्ता राज्यपाल हरियाणा द्वारा कला के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शित करने पर पंचकुला में सम्मानित किया गया है। राज्यपाल द्वारा सम्मान प्राप्त करना एसडीवमावि ककराला के साथ-साथ पूरे क्षेत्र के लिए गौरव का विषय है। विद्यालय निदेशक जगदेव यादव ने पूरे एसडी परिवार को इस उपलब्धि के लिए हार्दिक बधाई दी व पुरस्कार प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों के उज्ज्वल भविष्य की कामना की। विद्यालय निदेशक ने बताया कि सफलता के लिए बच्चे का स्वार्गिण विकास आवश्यक है शैक्षिक कार्य के साथ कला एव सांस्कृतिक एवं खेल आदि के लिए भी पर्याप्त अवसर प्रदान कर उसका सर्वांगीण विकास संभव है। एसडी विद्यालय नियमित सर्वांगीण विकास के आधार पर शिक्षा उपलब्ध करवाता है। सम्मान समारोह में महामहिम राज्यपाल के साथ  ज्ञानचन्द गुप्ता अध्यक्ष हरियाणा विधानसभा,  रतनलाल कटारिया सांसद , रंजीता मेहता, महासचिव बाल कल्याण परिषद चण्डीगढ , महावीर कोशिक उपायुक्त पंचकूला एवं अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 01:एसडी स्कूल के विद्यार्थी राज्यपाल से सम्मानित होते हुए।





कनीना बार एसोसिएशन के प्रांगण में ठंडे पानी व कोल्ड ड्रिंक की लगाई छबील
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कनीना। कनीना बार एसोसिएशन के प्रांगण में ठंडे पानी व कोल्ड ड्रिंक की छबील लगाई। बार एसोसिएशन कनीना के प्रधान दीपक चौधरी ने बताया कि इस  तपती हुई गर्मी में लोगों को ठंडा व जल पिलाने से लोगों को शकुन का एहसास होता है और वह अपनी प्यास बुझाते हैं यह एक सामाजिक एवं धार्मिक कार्य है। कनीना न्यायालय के जज वीरेन कादयान स्वयं जल पीकर इस छबील का शुभारंभ किया और कहा कि जो लोग कोर्ट में परेशान होकर आते हैं उनको जल पीने से राहत मिलती है और ऐसे सामाजिक कार्य हर संस्था को करते रहना चाहिए। यह धर्म का कार्य है। इस कार्य से लोगों में ऐसे कार्य करने के लिए प्रेरणा मिलती है। बार के प्रधान के द्वारा ऐसे सामाजिक कार्य करना प्रशंसा का विषय है। इस मौके पर सेवा करने वालों में सुधीर कुमार पंकज यादव,  केवल कुमार, बिरेंदर चौधरी, रवि, मुंशी, अनिल एडवोकेट, ओपी रामबास, विशाल कर्मचारी, सुभाष शर्मा, एडवोकेट ऋषि राज, स्टांप विक्रेता संदीप, स्टांप विके्रेता नवीन, विजय कल्याण एडवोकेट, नरेश कनीनवाल एडवोकेट आदि मौजूद रहे और सुबह 8 बजे से 3 बजे तक लगातार लोगों को जल पिलाया।
फोटो कैप्शन 2: लोगों को जल पिलाते हुए बार एसोसिएशन के पदाधिकारी।





यदुवंशी शिक्षा निकेतन स्कूल कनीना में समर कैंप के नौवें दिन हुए कई कार्यक्रम
-अभिभावकों को भी दिया सम्मान
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कनीना। यदुवंशी शिक्षा निकेतन कनीना में समर कैंप कक्षाओं के नौवें दिन बच्चों द्वारा धागे से पेंटिंग करना , ग्लास पेंटिंग , मटका रेस , बैलून म्यूजिक गेम , एक मिनट में बिस्किट खाना गेम इत्यादि का सफल आयोजन हुआ।  प्राचार्य ने बताया कि बच्चों ने जाना कि कैसे धागे का उपयोग करके पेंटिंग बनाई जाए व  ग्लास की सहायता से कैसे पेंटिंग बनाते हैं। बच्चे होने वाली मटका रेस के लिए भी बहुत ही उत्साहित नजर आए।  बच्चों ने मटका रेस में बढ़ चढ़कर भाग लिया। बच्चों द्वारा बैलून म्यूजिक गेम भी खेला गया। इस गेम को देखकर बच्चे हंसी से लोटपोट हो गए। एक मिनट में बिस्कुट खाने का गेम भी रखा गया था। इस गेम ने भी बच्चों को बहुत हंसाया।
  इस अवसर पर प्राचार्य योगेंद्र यादव ने कहा कि हमें बच्चों को पढ़ाई के लिए बाध्य नहीं करना  चाहिए ,बल्कि उनके अंदर अपने आप पढऩे की ललक पैदा करनी चाहिए। शैक्षणिक प्रभारी नरेंद्र यादव ने बताया कि इस प्रकार की गतिविधियां बच्चों को पढ़ाई के लिए प्रेरित करते हैं व उनमें आत्मविश्वास की भावना उत्पन्न करती है।  इस प्रकार की गतिविधियों में भाग लेने से बच्चों का सामाजिक और बौद्धिक विकास होता है। अत: हम सभी को अपने बच्चों के उज्ज्वल भविष्य के लिए इस प्रकार के समर कैंप में बच्चों को अवश्य भेजना चाहिए।
फोटो कैप्शन 3: यदुवंशी स्कूल में अभिभावकों को सम्मानित करते प्राचार्य योगेंद्र यादव।





राजकीय कन्या हाई स्कूल कनीना में टैब वितरित किए गए
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कनीना। राजकीय कन्या हाई स्कूल कनीना में सरकार द्वारा दसवीं कक्षा के लिए दिए गए टैब , कनीना शिक्षा समिति के चेयरमैन मास्टर दलीप सिंह ने नगर के गणमान्य व्यक्तियों व स्कूल प्राचार्य और स्टाफ सदस्यों के समक्ष दसवीं कक्षा की 30 छात्राओं और 5 प्राध्यापकों को  वितरित किए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि सरकार की एक सराहनीय योजना के तहत हरियाणा में 10वीं व 12वीं कक्षा को टैब दिए गए हैं। इससे विद्यार्थियों को आधुनिक शिक्षा ग्रहण करने में सहायक सिद्ध होंगे। इससे गरीब बच्चे जो स्वयं यह सिस्टम नहीं खरीद सकते थे। उनके लिए यह बहुत ही सराहनीय कदम है। इस अवसर पर प्राचार्य रामपाल ने बच्चों को टैब से संबंधित जानकारियां रखरखाव और शैक्षणिक कार्यों को अच्छे से करने की हिदायतें देते हुए, सभी गणमान्य व्यक्तियों का विद्यालय में पहुंचने और छात्राओं का हौसला अफजाई करने पर धन्यवाद दिया। मंच संचालन करते हुए हैं सुरेंद्र सिंह प्राध्यापक ने बताया कि कनीना शिक्षा समिति ने विद्यालय में भवन का नवीनीकरण कराते हुए 13 लाख 61 हजार रुपए की राशि से स्कूल का सौंदर्यकरण करवाया और शिक्षा समिति चेयरमैन से आगे भी स्कूल में कार्य करवाने की प्रार्थना की। इस अवसर पर आर्य समाज के प्रधान राव मोहर सिंह, दिलावर सिंह, कंवर सैन वशिष्ठ, मास्टर दलीप सिंह पार्षद , धनपत साहब ,अरुणा कौशिक पार्षद, कमल पार्षद ,डॉ रविंद्र , कृष्णा सीहोर, एसएमसी प्रधान होशियार सिंह  व समस्त स्टाफ उपस्थित रहा।
फोटो कैप्शन 4: कनीना में गणमान्य जनों की उपसिथति में टैब वितरित करते हुए।





पुलिस विभाग ने चलाया नशामुक्ति एवं महिला जागरुकता शिविर
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कनीना। राजकीय कन्या महाविद्यालय उन्हाणी में सहयोगी प्राचार्य डॉ. सुधीर यादव की अध्यक्षता में पुलिस प्रशासन विभाग द्वारा नशा मुक्ति एवं महिला जागरूकता अभियान के तहत एक  कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमें डीएसपी राजीव, सिटी थाना प्रभारी कनीना मूलचंद  सदर थाना प्रभारी महाबीर सिंह व  स्नेह लता तथा अन्य पुलिस विभाग कर्मचारियों द्वारा अपनी उपस्थित देकर कार्यक्रम को बहुत ही रोचक बनाया। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य युवाओं को नशा मुक्त भारत की ओर  अग्रसर करना  था।  उन्होंने युवा वर्ग को जागृत करते हुए कहा कि नशा एक ऐसी लत है  जो हमारे वर्तमान को ही नहीं, बल्कि भविष्य को भी खत्म कर रहा है।नशे का मूल कारण -अज्ञानता है । युवा मस्ती करने के लिए नशा करते हैं, लेकिन वह नशा कब उनकी लत बनकर  उनकी जिंदगी को तबाह कर देता है। इसके बारे में उन्हें खुद भी पता नहीं चलता ।उन्होंने कहा  कि आज हमें नशे से  वर्तमान को बचाते हुए  अपने आने वाले भविष्य को भी सुरक्षित रखना है। इसके लिए हमें ज्यादा जागरूकता फैलाने की जरूरत है। इस जागरूकता अभियान में नारी शक्ति भी अपने महत्वपूर्ण भूमिका का निर्वहन कर सकती है, क्योंकि नारी दो परिवारों को संभालने में अपनी भूमिका निभाती है। उन्होंने सरकार की ओर से नशा उन्मूलन के लिए दी जाने वाली विभिन्न सरकारी सुविधाओं के बारे में भी छात्राओं को अवगत कराया तथा छात्राओं से अपील की कि वे अपने आस-पास के लोगों को भी इस सुविधाओं के बारे में  अवगत कराएं। उन्होंने सभी महाविद्यालय परिवार सदस्यों  व युवा वर्ग को  नशे से दूर रहने की शपथ दिलाई। उन्होंने महिलाओं की सुरक्षा के लिए विभिन्न प्रकार की सरकारी योजनाओं ,महिला हेल्पलाइन, दुर्गा शक्ति एप, महिलाओं के अधिकारों के बारे में भी विस्तार पूर्वक जानकारी दी।  इस अवसर पर प्राचार्य महोदय ने पुलिस प्रशासन विभाग द्वारा इस प्रकार ज्ञानवर्धक जानकारी देने के लिए आभार व्यक्त किया तथा समय-समय पर महाविद्यालय में आकर इस प्रकार के महत्वपूर्ण तथ्यों से अवगत कराने के लिए  अनुरोध किया तथा छात्राओं से अपील की कि वे समाज के विभिन्न ज्वलंत मुद्दों  पर जागरूक होकर आस-पास के लोगों को भी जागरूक करने में अपना यथासंभव योगदान दें।  इस अवसर पर महाविद्यालय परिवार के सभी स्टाफ सदस्य  डॉ. सीमा देवी, डॉ. अंकिता यादव,नीतू , सुश्री सीमा,  समेश चंद, राजेश,  हरपाल, दिनेश,अनिल,  मोनू यादव, कंवर सिंह उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 5: पुलिस प्रशासन उन्हाणी कालेज में महिला जागरूकता शिविर चलाते हुए।




ग्वार की फसल को खराब ना कर दे माहू कीट
-ग्वार की फसल के बारे में कनीना में कृषि विभाग के कार्यालय में दी जानकारी, रोग और उपचार के बारे में बताया
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कनीना। खंड कृषि कार्यालय कनीना में ग्वार उत्पादन तकनीकी प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया।  ग्वार की फसल के बारे में एक निजी कंपनी द्वारा कुछ किसानों को सैंपल के तौर पर बीज भी दीया गया। प्रशिक्षण शिविर में मुख्य रूप से डॉक्टर अजय यादव उप कृषि निदेशक नारनौल, डॉ योगेश यादव पौध संरक्षण अधिकारी नारनौल, सेवानिवृत्त डा बीडी यादव कृषि वैज्ञानिक हिसार, डॉक्टर जगदेव कृषि वैज्ञानिक हिसार, डॉ मनोज खंड कृषि अधिकारी मौजूद रहे। कार्यक्रम में तकनीकी सहयोग के रूप में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग रहा। डॉ अजय यादव उप कृषि निदेशक नारनौल ने बताया कि ग्वार की पैदावार बड़ी तादाद में नगद फसल के रूप में की जाती है। ग्वार की फसल किसानों की आमदनी का एक बेहतरीन जरिया है। जहां ग्वार की कच्ची फली को सब्जी के रूप में बेचते है। ग्वार को पशु चारे और हरी खाद के रूप में फसल में भी काम लिया जाता हैं। पशुओं को ग्वार खिलाने से ताकत आती है और दुधारू पशुओं के दूध देने की क्षमता में बढ़ोतरी होती है। ग्वार का व्यवसायिक उपयोग गोंद का निर्माण किया जाता है और ग्वार गम से अनेक उत्पाद बनाए जाते हैं। ग्वार की फसल का बीमारियों के अलावा कुछ कीड़ों का प्रकोप होता है। समय रहते इनका उपचार नहीं किया गया तो किसानों को आर्थिक नुकसान होने की संभावना बढ़ जाती है। डॉ योगेश यादव पौध संरक्षण अधिकारी ने ग्वार में लगने वाले कीट पतंगों की पहचान व उपचार के बारे में बताया कि
माहू- यह एक छोटा,भूरे या काले रंग का कीट है। कीट ग्वार फसल में पौधे के कोमल भागों को नुकसान पहुंचाता है। खासकर पत्तियों का रस चूसता है। जब ये कीट ज्यादा संख्या में होते हैं। तो ये विकसित कलियों पर आक्रमण करते हैं। जिससे पौधे का विकास अवरुद्ध कर देते हैं। ये कीट मोजेक रोग फैलाने में भी सहायता करते हैं।
ग्वार की फसल में लगने वाले रोग के उपचार
कीट रोकथाम के लिए मिथाइल डेमेटान या रोगोर 2 मिलीलीटर प्रति लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें।
अधिक प्रकोप होने पर मेलाथियान 50 ईसी, 2 ग्राम दवा प्रति लीटर पानी में घोलकर छिड़काव करें। कृषि वैज्ञानिक डा बी यादव ने बताया कि सबसे पहले बीज का उपचार कर के बीज की बिजाई करे। कृषि अधिकारी से संपर्क करके सही समय पर स्प्रे करने का तरीका व अन्य जानकारी किसानों को लेनी चाहिए। उन्होंने बताया कि ग्वार में उखेड़ा नामक बीमारी का बहुत अधिक प्रकोप रहता है। उखेड़ा (जडग़लन) बीमारी के जीवाणु जमीन में पनपते हैं व ग्वार के उगते हुए पौधों की जड़ें प्रभावित होकर काली हो जाती है। जिससे पौधें जमीन से नमी व खुराक लेना बंद कर देते हैं। उखेड़ा बीमारी के शुरूआती लक्षण पत्ते पीले होना शुरू हो जाते हैं तथा धीरे-धीरे पौधें मुरझाकर सुख जाते हैं। ऐसे पौधों का जब उखाड़ कर देखते हैं तो उनकी जड़े काली मिलती हैं। उखेड़ा बीमारी से 20 से 45 प्रतिषत ग्वार की फसल खराब हो जाती है।
 विशेषज्ञ डॉ. अजय यादव ने किसानों को बताया कि सीजन में ग्वार की किसान जब बिजाई करें बीज उपचार करना कदापि न भूलें, क्योंकि बीज उपचार करने से उखेड़ा बीमारी पर 80-95 प्रतिशत तक काबू पाया जा सकता है। ग्वार की खड़ी में यह बीमारी आती है तो उसकी रोकथाम के लिए करीबन 20 किलो सूखी भूरभूरी मिट्टी में 500 ग्राम कार्बान्डाजिम 50 प्रतिशत (बेविस्टीन) मिला कर खड़ी फसल में छिटा मार कर नहरी/टयूबैल का अच्छी किस्म वाला पानी लगाएं या बारिश के तुरन्त बाद खड़ी फसल में छिटा लगाएं जिससे यह दवाई पौधों की जड़ों में जा कर असर करेगी। ऐसा करने से इस रोग पर काफी हद तक काबू पाया जा सकता है। खड़ी फसल में इस बीमारी के रोकथाम के लिए यही एक मात्र समाधान है।  इस बीमारी के रोकथाम में बीज उपचार ही एक मात्र समाधान, जो सस्ता व सरल उपाय है। इस अवसर पर 110 किसानों ने भाग लिया। इस दौरान वार्ड नंबर 12 के पार्षद राजेंद्र, कृषि विभाग के एटीएम अरविंद यादव फिल्डमैन सतीश सुबह सिंह देवेंद्र हरीश पाठक सांवरमल मास्टर कंवर सिंह अजीत सहीत 15 गांवों के किसान मौजूद रहे।कनीना खंड में आयोजित प्रशिक्षण शिविर में ,खंड के किसानों ने उप कृषि निदेशक डॉक्टर अजय का पगड़ी पहनाकर सम्मान किया।
फोटो कैप्शन:06: किसानों को जानकारी देते हुए कृषि विभाग के विशेषज्ञ।
07: कृषि अधिकारी डा अजय यादव का पगड़ी पहनाकर सम्मान करते हुए।





10 बोतल देसी शराब बरामद
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कनीना। कनीना उपमंडल के गांव ढाणा में अवैध शराब बेचते हुए एक व्यक्ति से 10 बोतल देसी शराब की बरामद की है। पुलिस को मुखबिरी के आधार पर सूचना मिली जिसके बाद छापामारी की और 10 बोतल देसी शराब सहित अनिल कुमार को पकड़ा। जिसके बाद आबकारी अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया है।









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