ब्राह्मण सम्मेलन 19 को भोजावास में
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कनीना। रोहतक जिला के पहरावर गांव में गौड़ ब्राह्मण विद्या प्रचारिणी सभा को 33 साल के लिए पट्टे पर दी जमीन के रद्द पट्टानामा को बहाल करने में राज्य सरकार द्वारा की जा रही देरी के खिलाफ तथा समाज की अनेक मांगो को लेकर आगामी 19 जून को जिला के भोजावास गांव में ब्राह्मण सम्मेलन आयोजित किया जाएगा।
यह जानकारी देते हुए सम्मेलन के संयोजक लालचंद शर्मा ने कहा कि हरियाणा सरकार द्वारा पट्टानामा को बहाल करने में की जा रही लेटलतीफी तथा गौड़ ब्राह्मण विद्या प्रचारिणी सभा को कब्जा देने में लगाई जा रही गलत शर्तों के कारण ब्राह्मण समाज के साथ-साथ इलाके की 36 बिरादरी के लोगों में भारी रोष व्याप्त है। लीज जमीन पर शिक्षण संस्थान बनने से 36 बिरादरी तथा सभी वर्ग समाज के युवाओं को पढऩे का मौका मिलेगा। इसलिए सम्मेलन में सभी बिरादरी तथा वर्ग के लोगों को निमंत्रण दिया जा रहा है। सम्मेलन को लेकर समाज के लोगों में भारी उत्साह है। सम्मेलन में उठाए जाने वाली अन्य मांगों का जिक्र करते हुए कहा कि दोहली की जमीन का मालिकाना हक चढ़वाने तथा आर्थिक पिछड़ा प्रमाण पत्र बनवाने के लिए समाज के लोगों को अनेक कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। सम्मेलन में सरकार से इन कठिनाइयों को दूर कर समाज के लोगों की वाजिब मांगों को तत्काल पूरा करने की मांग की जाएगी।
यदुवंशी शिक्षा निकेतन स्कूल कनीना में समर कैंप के सातवें दिन हुई अनेक गतिविधियां
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कनीना। यदुवंशी शिक्षा निकेतन कनीना में समर कैंप के सातवें दिन अनेक गतिविधियां संपन्न हुई। बच्चों ने समर कैंप का भरपूर आनंद उठाया। बच्चों द्वारा सबसे बड़ा ड्रामा , फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी , पिरामिड व निशानेबाजी प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। आज बच्चों द्वारा अपने अंदर छुपे हुए अभिनय को सबसे बड़े ड्रामेबाज के रूप में अभिव्यक्त किया। सभी बच्चे अपने साथियों द्वारा किए गए इस ड्रामे को देखकर हंसी से लोटपोट हो गए। इसके साथ साथ उन्होंने आज फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी करने का भी आनंद लिया। उन्होंने जाना कि किस प्रकार हम अच्छी फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कर सकते हैं जो सभी के मन को भाएगी। आज पिरामिड के द्वारा बच्चों ने विभिन्न प्रकार की आकृतियों का सर्जन किया।
इस अवसर पर प्राचार्य योगेंद्र यादव ने कहा कि आज बच्चों द्वारा बेस्ट ड्रामेबाज को लेकर अभिनय किया गया जो बहुत ही सराहनीय प्रदर्शन था। उन बच्चों को देखकर यह अंदाजा लगाना बिल्कुल ही मुश्किल था कि यह किसी स्कूल के बच्चे हैं या किसी नाटक या फिल्म के अंदर अभिनय करने वाले बच्चे हैं। हमें निरंतर बच्चों के अंदर छुपी हुई इस कला को पहचानना है, वह इनको एक मंच प्रदान करना है।
फोटो कैप्शन 01: योग मुद्राएं करते यदुवंशी कनीना के विद्यार्थी।
तीन दिवसीय सत्संग भजन संपन्न
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कनीना। दिव्य ज्योति जाग्रति संस्थान द्वारा कृष्णा मंदिर ,कनीना में त्रिदिवसीय सत्संग कार्यक्रम का आध्यात्मिक आयोजन किया गया। जिसमें उपस्थित श्रद्धालुओं को आध्यात्मिक उन्नति के मार्ग पर असर किया गया। आशुतोष महाराजकी साध्वी शिष्या वन्दनी भारती ने बताया मानव अपने मूल्यों को खोता हुआ दिखाई दे रहा है। आज इंसान सुख और शांति की तलाश में इधर-उधर भाग रहा है। पर सांसारिक वस्तुएं उसे कुछ समय के सुख तो प्रदान करती है पर समय के साथ वह फीकी पड़ जाती है अहम प्रश्न यह है कि क्या सकारात्मकता एवं आनंद का कोई ऐसा चिर स्थायी स्रोत है जो मानस के भीतर से दु:ख व नकारात्मकता को नष्ट कर दें। हमारे संतों एवं महापुरुषों ने इस स्रोत को खोज निकाला है समय के पूर्ण गुरु की कृपा से प्राप्त ज्ञान पर आधारित ध्यान साधना ही इस नकारात्मक एवं अवसाद जैसी सार्वभौमिक समस्याओं को जड़ से मिटाने में सक्षम है। भगवान कृष्ण भगवद्गीता में कहते हैं, जैसे प्रज्वलित अग्नि लकड़ी को राख में बदल देती है उसी प्रकार है अर्जुन, ज्ञान की अग्नि कर्मों से उत्पन्न होने वाले समस्त फलों को भस्म कर देती है। गीता के ध्यान में दिखने वाला प्रकाश, मन के सभी रोगों को जड़ से नष्ट कर देता है। समय के पूर्ण गुरुओं द्वारा सिखाई गई शाश्वत् ध्यान विधि हर प्रकार के शारीरिक एवं मानसिक रोगों व कष्टों से हमारा बचाव करती है। कार्यक्रम में सुमधुर भजन गाये गए व अंत में मंगल आरती का आयोजन किया गया।
फोटो कैप्शन 02: साध्वी कनीना में भजन सत्संग करते हुए।
सांसद से बार एसोसिएशन ने की मुलाकात
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कनीना। भिवानी महेंद्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र के सांसद चौ धर्मवीर सिंह से उनके निवास स्थान भिवानी में कनीना बार एसोसिएशन के एक प्रतिनिधि मंडल ने प्रधान दीपक चौधरी की अध्यक्षता में मुलाकात की। प्रधान दीपक चौधरी ने बताया की सांसद निधि से पांच लाख की जो अनुदान राशि की घोषणा की थी वह अनुदान राशि को बार एसोसिएशन कनीना को उपलब्ध करवाई जाए। इस पर सांसद चौ धर्मवीर सिंह ने कहा की ये राशि जल्द ही उपलब्ध करवा दी जाएगी।इस मौके पर सांसद महोदय ने जल्द ही कनीना बार में आकर अनुदान राशि का चैक देने का आश्वासन दिया। सभी अधिवक्ताओं ने आभार जताया। इस मौके पर बार के प्रधान दीपक चौधरी, पूर्व प्रधान रमेश कौशिक, अधिवक्ता ओपी रामबास, बार सचिव सुनील राव ककरलिया, सतीश करीरा आदि अधिवक्ता मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 03: सांसद चौ धर्मवीर से बार एसोसिएशन कनीना पदाधिकारी मुलाकात करते हुए।
कई जगह लगाई गई मीठे पानी की छबीले
- निर्जला एकादशी के दिन सड़क चौराहों पर मीठे पानी की छबीले लगाई गई
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कनीना। निर्जला एकादशी के दिन सड़क चौराहों पर मीठे पानी की छबीले लगाई गई वहीं लोगों एवं राहगीरों को मीठा पानी पिलाया गया। मीठे जल के अतिरिक्त तरबूज, प्रसाद एवं फल खिलाए गए। यहां तक कि रास्ते से तभी गुजरने दिया गया जब उन्होंने मीठा जल पी लिया। मीठा पानी पिलाने का सिलसिला आगामी जुलाई माह तक चलता रहेगा।
गर्मी के इस मौसम में शनिवार को निर्जला एकादशी के दिन सुबह से ही सड़कों पर मीठा पानी पिलाने व फल खिलाने की होड़ लग गई थी। जगह जगह बच्चे एवं बूढ़े जल पिला रहे थे। कनीना के बाबा मोलडऩाथ आश्रम में भक्तों ने प्रसाद चढ़ाया। यहां पर प्रति शुक्ल एकादशी को अपार भीड़ जुटती है। शिवालय पर भी भक्तों की भीड़ रही। प्याऊ में सुबह से घड़े जल से भरकर रखे गए।
भीषण गर्मी के चलते आमजन लोगों को गर्मी से राहत पहुंचाने के लिए छबीले लगाई गयी थी। हर वर्ष निर्जला एकादशी को भारी संख्या में छबीले लगाई जाती है। छबीलों के दौरान मीठा ठंडा जल पीने वालों की कोई कमी नहीं देखी गई। इस मौके पर अनेक लोगों ने अपना सहयोग देकर धर्म में शामिल होकर लोगों को छबीले पिलाने का कार्य किया।
गांव धनौन्दा की बणी में स्थित श्रीकृष्णानन्द आश्रम पर में आने वाले भक्तों को मीठा पानी पिला कर फल वितरित किए ।
उधर जैनाबाद आश्रम स्थित संत लालदास महाराज ने कहा कि वैसे तो शुभ कर्म कभी भी किए जाए वह कभी निष्फल नही जाते लेकिन किसी पर्व पर किए गए शुभ कर्मों का फल अलग ही मिलता है जैसे निर्जला एकादशी के दिन किए गए शुभ कर्मों का विशेष ही महत्व होता है। इस लिए इस दिन अन्न, फल, जल तथा वस्त्र आदि दान करने के अलावा गायों को भोजन कराने का विशेष अवसर माना जाता है।
लालदास महाराज ने कहा कि वेद व्यास ने इसका महत्व बताया तो एक दिन पांडव भीम ने पूछा-गुरूदेव, में तो बगैर खाए पीए नहीं रह सकता। मेरे लिए व्रत करना तो अति कठिन होगा। मुझे कोई मार्ग सुझाओ ताकि स्वर्ग प्राप्त हो सके। वेद व्यास ने अविलंब कहा-आप एक दिन का व्रत अर्थात निर्जला एकादशी व्रत करके भी स्वर्ग प्राप्त कर सकते हैं। कहते हैं कि भीमसेन ने भी यह व्रत रखा और तभी से इसे भीमसेन एकादशी नाम से जाना जाता है। भीमसेन द्वारा चलाई गई प्रथा आज भी चली आ रही है।
उन्होंने महर्षि वेदव्यास द्वारा पांडवों को समझाते निर्जला एकादशी का जो महत्व बताया उसके अनुसार- निर्जला एकादशी का व्रत अन्य 24 एकादशियों में सर्वोत्तम एवं श्रेष्ठ फल देने वाला होता है। महर्षि की प्रेरणा से भीमसेन द्वारा चलाया गया व्रत भीमसेन एकादशी व्रत का आज भी उतना ही महत्व है।
निर्जला एकादशी को प्रचंड गर्मी रही। किंतु इस दिन ग्रामीण क्षेत्रों में ठंडा मीठा जल सुबह से ही जगह-जगह पिलाना शुरू हो गया जो देर शाम तक चला। स्त्री व पुरुष सुबह से शाम तक व्रत रख दान पुण्य करते नजर आए। गांवों में बर्फ, कुल्फी, तरबूज, खरबूजा आदि बांटकर जन हर्षित हुए और अपने को धन्य समझा। यही कारण है कि ग्रामीण जन इसे 'मीठली ग्यायस नाम से भी जानते है।
यदुवंशी शिक्षा निकेतन के चेयरमैन राव बहादुर सिंह ने मनाया जन्मदिन
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कनीना। कनीना के राव झूथर मैरिज पैलेस में यदुवंशी शिक्षा निकेतन ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन राव बहादुर सिंह ने अपना छात्रों 66वां का जन्मदिन मनाया। इस अवसर पर बड़ा केक काटा और सभी को बधाई दी।
इस मौके पर कनीना के शिक्षाविद दीपचंद यादव ने कहा कि जिंदगी के ऐसे हसीन पल सैंदा याद रखे जाते हैं। इस प्रकार के पलों को खुशी से बिताया जाए तो जिंदगी में एक नई जान आ जाती है। उन्होंने राह बहादुर सिंह को उनके 66वें जन्मदिन पर बधाई दी और लंबी उम्र की कामना की। इस अवसर पर अनिल कुमार शर्मा ने कहा कि जीवन खुशियां बहुत कम मिलती है वरना इंसान गम के साया में डूबा मिलता है। और खुशियों को यदि दूसरों साथ मिलकर बांट लें तो खुशियां हजार गुणा बड़ी हो जाती है। उन्होंने उन्हें बधाई दी। इस मौके पर कनीना के कवि डा होशियार सिंह ने लंबी कविता के जरिए राव बहादुर सिंह की जीवनी प्रस्तुत की और अपने शब्दों से उनके लंबे जीवन की कामना की। इस मौके पर उनके द्वारा लिखित एवं पढ़ी हुई कविता को बतौर स्मृति चिन्ह कनीना के विभिन्न शिक्षाविदों एवं उपस्थित लोगों ने राव बहादुर सिंह को भेंट किया। इस मौके पर प्रेस क्लब कनीना की ओर से भी उनको स्मृति चिन्ह दिया गया। जन्मदिन की खुशियां देर रात तक चलती रही। इस मौके पर कनीना प्रेस क्लब कार्यकारिणी एवं दूरदराज से भारी संख्या में पहुंचे गणमान्य जन उपस्थित थे। विभिन्न शैक्षणिक मुद्दों पर चर्चा भी हुई।
फोटो कैप्शन 04: राव बहादुर सिंह को उनके जन्म दिन पर स्मृति चिह्न भेंट करते हुए गणमान्य जन।
अमर शहीद रामप्रसाद बिस्मिल को उनके जन्मदिन पर किया याद
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कनीना। ग्राम झगड़ोली में अमर क्रांतिकारी रामप्रसाद बिस्मिल का 125वां जन्मदिन विद्यालय के प्रांगण में मनाया गया तथा महान क्रांतिकारी को अपने श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए। ग्राम झगड़ोंली से अंग्रेजी के प्रवक्ता मदन मोहन कौशिक तथा भगत सिंह युवा समिति के सदस्यों तथा ग्राम के अनेक युवाओं ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की मदन मोहन कौशिक ने अपने संबोधन में बताया कि राम प्रसाद बिस्मिल गजब के शायर, अनुवादक, क्रांतिकारी, प्रखर राष्ट्रवादी तथा हिंदू मुस्लिम एकता के जबरदस्त पक्षधर थे। महान क्रांतिकारी अशफाक उल्ला खान से उनकी दोस्ती सर्वविदित है। वे काकोरी कांड के प्रसिद्ध नायकों में से एक थे तथा 19 दिसंबर 1927 को उन्हें गोरखपुर जेल में फांसी दे दी गई थी। अपने क्रांतिकारी विचारों से उन्होंने अंग्रेज सरकार की नींद हराम कर दी थी। उनकी प्रसिद्ध पंक्तियां सरफरोशी की तमन्ना अब हमारे दिल में है देखना है जोर कितना बाजुए कातिल में है आज भी लोग अक्सर गुनगुनाते हैं। उन्होंने कहा कि इन्हीं शहीदों की बदौलत आज हम आजाद हैं तथा इन शहीदों को याद करना देश के नागरिकों का नैतिक कर्तव्य है। इस अवसर पर भगत सिंह युवा समिति के संयोजक जितेंद्र जोनी, रविंद्र भाटिया, सोमबीर, रवि, मनोज, विक्रम व भूपी समेत अनेक युवा उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 07: रामप्रसाद बिस्मिल को याद करते हुए झगड़ोली के लोग।
संत शिरोमणि मोलडऩाथ आश्रम से निकाली कलश यात्रा
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कनीना। कनीना के प्रसिद्ध संत शिरोमणि मोलडऩाथ आश्रम से कलश यात्रा निकाली। विस्तृत जानकारी देते हुए प्रवेश पंडित ने बताया की पूजा अर्चना कर यात्रा का विधि विधान से शुरुआत किया गया। जिसमें 650 कलश उठाए गए, कलश यात्रा में लगभग 1000 की संख्या भक्त जुड़े जो डीजे,मीठे पानी की छबील इत्यादि लगाते हुए पूरे कस्बा से होकर गुजरे। यात्रा वापिस और मोलडऩाथ आश्रम पर संपन्न हुई। संत शिरोमणि मोलडऩाथ पर पहली बार इस प्रकार की कलश यात्रा निकाली गई है। यद्यपि कनीना के सबसे पुराने और सबसे पूजनीय संतों में से एक मोलडऩाथ का नाम है। इस अवसर पर रामनिवास महाराज, राजेंद्र भेलिया, संजीत कुमार, दिनेश यादव, समाजसेवी होशियार सिंह सत्संग मंडल प्रधान, अशोक ठेकेदार, जॉनी, अनिल सहित विभिन्न जन उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 8: कलश यात्रा शुरू होने से पहले का दृश्य
09: कलश यात्रा दौरान प्रसाद वितरित करते हुए प्रवेश पंडित।
पक्षियों की देखभाल करना हमारा परम कर्तव्य-सत्यनारायण
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कनीना। कनीना प्रसिद्ध कावडिय़ा तथा सीहोर मार्ग पर अपने ट्यूबवेल पर पक्षियों के लिए लगातार जल प्रदान करने वाले समाजसेवी सत्यनारायण ने कहा कि पक्षियों की सेवा करना, देखरेख करना हम सभी का कर्तव्य बनता है। गर्मियों के दिनों में जहां पक्षियों के लिए पानी उपलब्ध होना कठिन हो जाता है ऐसे में हम सभी को पानी उपलब्ध करवाना चाहिए तथा जीवों के लिए अनाज भी प्रदान करना चाहिए।
सत्यनारायण ने बताया कि वे पूरे वर्ष पक्षियों के लिए एक दर्जन से अधिक शिकोरे पानी से भरे रखते हैं ताकि पक्षी पानी पी सके तथा उज्जवल अनाज का भी प्रबंध किया जाता है। यही नहीं उन्होंने ट्यूबवेल के सामने भी आम लोगों के लिए प्याऊ लगा रखी जहां से लोग ठंडा जल पीते हैं। सीहोर मार्ग पर ही सीएसडी कैंटीन स्थित है ऐसे में आवागमन अधिक है।
फोटो कैप्शन 05: पक्षियों के लिए पानी डालते सतनारायण 06: पानी पीते पक्षी
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