मोटा अनाज स्कीम के तहत जागरूकता कैंप आयोजित
-धनौंदा में आयोजित हुआ शिविर
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कनीना की आवाज। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय धनौंदा में कृषि एवं किसान कल्याण विभाग कनीना की तरफ से अंतरराष्ट्रीय मोटा अनाज स्कीम के तहत एक दिवसीय जागरूकता कैंप आयोजित किया गया। कृषि विभाग की तरफ से खंड तकनीकी प्रबंधक डॉ मनीष यादव ने विद्यार्थियों को मोटा अनाज ज्वार, बाजरा, रागी के उपयोग के बारे में बताया, साथ ही मोटे अनाज से बनने वाली अन्य खाद्य सामग्रियों के उपयोग करने पर भी बल दिया।
इस मौके पर प्राचार्य सतीश कुमार ने कहा कि मोटा अनाज सेहत के लिए जरूरी है। रोगों से भी हमें बचाता है। मोटे अनाज से विभिन्न प्रकार के पदार्थ बनाए जाने लगे हैं जिनका उपयोग किया जा सकता है। सौभाग्य है कि दक्षिण हरियाणा में मोटे अनाज के रूप में बाजार सबसे अधिक उगाया जाता है। बाजरे की पैदावार अधिक होने के कारण इसके विभिन्न उपयोग किए जाते हैं। सरकार ने भी जहां मिड डे मील योजना में बाजरे के खाद्य पदार्थ प्रयोग करने पर बल दिया है वहीं बाजरा सेहत के लिए सर्दियों में बेहतर माना जाता है। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के मोटे अनाज का उपयोग करने से इंसान के भोजन में बदलाव आता है वही रोगों से भी बचा जा सकता है। इस मौके पर विद्यार्थियों ने भी मोटे अनाज का प्रयोग करने का विश्वास दिलाया। इस मौके पर कृषि विभाग कनीना से राहुल एग्री सुपरवाइजर, शंकर फील्ड में रवि कुमार आदि उपस्थित है।
फोटो कैप्शन 04: मोटे अनाज पर जानकारी देते हुए कृषि विभाग के अधिकारी
पेयजल से संबंधित अभी भी कई समस्या पड़ी है अधर में
-10 एकड़ जमीन की है जरूरत
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कनीना की आवाज। कनीना में जल से संबंधित समस्याओं का निजात दिलाने के लिए अभी भी अनेकों समस्याएं अधर में लटकी हुई हैं। यदि जमीन उपलब्ध हो जाए तो भविष्य में जल संबंधित समस्याएं नहीं आएगी। अभी भी कनीना -महेंद्रगढ़ सड़क मार्ग पर पेयजल की सप्लाई पर्याप्त प्रेशर से नहीं हो रही है, वहीं कनीना में 3.5 मिलियन लीटर जल के वाटर स्टोरेज तो बने हुए हैं किंतु एक मिलियन लीटर की योजना और आई हुई है। इसके लिए जमीन की जरूरत है। यही नहीं पीपल वाली बणी में वाटर सीवरेज वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के लिए भी भूमिगत पाइप का आदेश दिया हुआ है, जल्द ही निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। दूसरी ओर उपभोक्ता पेयजल का बिल उपभोक्ता नहीं भरा रहे हैं जिसके कारण भी समस्या पैदा हो रही है।
इस संबंध में कनिष्ठ अभियंता जन स्वास्थ्य विभाग सुरेंद्र सिंह से बात हुई। उन्होंने बताया कि कनीना में वर्तमान में बड़ी-बड़ी में 3.5 मिलियन लीटर जल के टैंक बने हुए हैं जिनमें पानी स्टोर करके साफ करके कनीना मंडी सहित कई वार्डों में पहुंचाया जा रहा है। भविष्य को ध्यान में रखते हुए सरकार द्वारा अमरूत योजना-2 के तहत तहत एक मिलियन लीटर का वाटर स्टोरेज और बनाया जाना है जिसके लिए बड़ी-बणी में 10 एकड़ की जरूरत है। यदि 10 एकड़ जमीन मिल जाती है तो उसमें 6 से 7 एकड़ पर वाटर स्टोरेज टैंक बनाए जाएंगे और बाकी जमीन पर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट लगाकर नहर के पानी को साफ करके उपभोक्ताओं तक पहुंचाया जाएगा। ताकि भविष्य में कनीना में पेयजल की कोई समस्या नहीं होगी। जहां ग्रामीण क्षेत्रों में अमृत जल योजना चल रही है वही शहरों में अमरूत- दो योजना चल रही है। उन्होंने बताया कि इस संबंध में उच्च अधिकारियों से, कनीना के एसडीएम से भी मिल चुके हैं परंतु अभी तक यह जमीन उपलब्ध नहीं करवाई गई है।
उधर पीपल वाली बणी में सीवरेज वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का एक्सटेंशन बनाया जा रहा है। जहां पानी को साफ पानी को इक_ा किया जाएगा क्योंकि कोसली सड़क मार्ग पर बना हुआ सीवेज वाटर ट्रीटमेंट प्लांट और पीपल वाली बणी के बीच 3 किलोमीटर की दूरी है इस 3 किलोमीटर दूरी तक जमीन खुदाई करके पाइपों को दबाया जाएगा। इसके लिए पाइपों के आदेश दिए हुए हैं ज्यों ही पाइप आ जाएंगे पीपल वाली बणी में वाटर स्टोरेज टैंक निर्माण और भूमिगत पाइप दबाने का कार्य शुरू हो जाएगा उन्होंने विश्वास दिलाया है कि जल्द यह कार्य शुरू हो जाएगा। उधर कनीना के महेंद्रगढ़ सड़क मार्ग पर वार्ड 13, अटेली मोड़ तक पेयजल सप्लाई का दाब कम होता है, अधिक दाब पहुंचने के लिए वर्तमान में मिनी सचिवालय के पास 50 बाई 50 की एक जगह की जरूरत है जहां बूस्टर टैंक मनाया जाएगा जिससे पेयजल सप्लाई पूरे दाब सहित सभी वार्डों में पहुंच पाएगी। इसके लिए भी विभाग बार-बार सूचित किया है परंतु अभी तक यह जगह भी उपलब्ध नहीं हो पाई है। रही सही समस्या उपभोक्ताओं ने पैदा कर रखी है कि पेयजल प्रयोग कर रहे हैं किंतु पेयजल बिल नहीं भरा रहे हैं। उन्होंने उपभोक्ताओं से निवेदन किया है कि आवश्यकता अनुसार जल प्रयोग करें, जितनी पेयजल को नालियों, सड़कों पर ने भाई, पशुओं को नहलाने, वाहनों को धोने मिलने प्रयोग करें तथा नियमित समय पर बिल भरा करें। फोटो कैप्शन: सुरेंद्र सिंह जेई
करीरा की सिमरन बनी गांव की पहली अग्निवीर
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कनीना की आवाज। राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कनीना में 12वीं कक्षा की विज्ञान की छात्रा का चयन बतौर अग्रिवीर के रूप में भारतीय नौसेना में हुआ है।
प्राचार्य सुनील खुडानिया ने बताया कि उनके विद्यालय की करीरा की छात्रा सिमरन का भारतीय नौसेना में अग्नि वीर के रूप में चयन हो गया है। छात्र के पिता सुनील कुमार ने फोन पर प्राचार्य सुनील खुडानिया को सूचना देते हुए कहा कि करीरा गांव की पहली लड़की है जिनका पढ़ते पढ़ते ही चयन अग्रि वीर सिंह के रूप में हुआ है। खंड शिक्षा अधिकरी डा विश्वेश्वर कौशिक ने स्कूल प्राचार्य, स्टाफ, छात्रा एवं उसके अभिभावकों को शुभकामनाएं देते हुए स्कूली विद्यार्थियों से उनके पदचिह्नों पर चलने की प्रेरणा दी है।
फोटो कैप्शन: सिमरन
वाटर टैंक की चारदीवारी ऊंची करने या जाली लगाने की उठ रही है मांग
-आधा दर्जन मौत हो चुकी हैं चंद वर्षों में
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कनीना की आवाज। कनीना की बड़ी-बणी स्थित नहर पर आधारित पेयजल योजना के लिए बनाए गए दो वाटर टैंक नहर आने पर पानी से भर दिये जाते हैं। इन टैंकों की चारदीवारी बहुत छोटी है ,कहीं-कहीं तो 2 फुट से भी कम है। ऐसे में उधर से आवागमन करने वाले या थक कर बैठने वाले लोग टैंकों में गिर जाते और मौत हो जाती है। अब तक 6 लोगों की मौत विगत वर्षों में हुई है। पास में कनीना की श्रीकृष्ण गौशाला एवं कान्ह सिंह पार्क है।
गर्मियों के दिनों में तो गर्मी से राहत पाने के लिए लोग इस जल में घुस जाते हैं वहीं आवारा जीव जंतु भी घुसने का खतरा बना रहता है। वैसे भी ये टैंक बड़ी बणी के बीच में स्थित हैं, ऐसे में कोई भी हादसा होने की संभावना सदा ही बनी रहती है। इस संबंध में कुछ लोगों से चर्चा की गई तो विचार निम्र सामने आये।
*** वाटर टैंक की सरकार द्वारा चारदीवारी कम से कम 6 फीट ऊंची करवानी चाहिए या फिर जाली लगवा देनी चाहिए जिससे लोगों की जान बचाई जा सके। वैसे भी इन टैंकों में पानी भूमिगत पाइप से आता है जिससे चारदीवारी या जाली लगाने में कोई दिक्कत नहीं आएगी। बार-बार लोगों ने मांग उठाई है कि टैंकों की जालियां लगाई जाये या चारदीवारी ऊंची बनाकर जान माल का नुकसान रोका जाए।
---भगत सिंह गौसेवक एवं समाजसेवी
गर्मियों के दिनों में तो वैसे भी जीव जंतु प्यासे पानी के टैंकों में घुस जाते हैं उसके पास कारण मौत हो जाती है। दोनों वाटर टैंक जहां स्थित है उनके पास ही कान्ह सिंह पार्क बना हुआ है जिस पर करोड़ों रुपये का खर्चा आया है। पास में श्रीकृष्ण गौशाला है। यहां सुबह शाम भारी संख्या में लोग सैर करने के लिए जाते हैं। जहां सड़क के एक और पार्क है वहीं दूसरी ओर वाटर टैंक हैं। इन वाटर टैंकों की चारदीवारी छोटी होना समस्या बना बनी हुई है। चारदीवारी ऊंची की जाए।
------कृष्ण प्रकाश समाजसेवी कनीना
वाटर सप्लाई विभाग के कनिष्ठ अभियंता सुरेंद्र सिंह ने बताया कि सड़क के साथ साथ चारदीवारी ऊंची उठाने के लिए प्रस्ताव भेजा हुआ है और अगले माह तक संभावना है कि काम शुरू हो जाएगा किंतु शेष वाटर टैंक के लिए जाली या चारदीवारी की कोई योजना अभी तक नहीं है।
फोटो कैप्शन 03: कनीना के नहर पर आधारित पेयजल योजना के वाटर टैंक।
साथ में कृष्ण प्रकाश एवं भगत सिंह
ग्रामीणों का धरना 262वें दिन रहा जारी
-रजाई ओढ़े बैठते हैं धरना देने वाले
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कनीना की आवाज। राष्ट्रीय राजमार्ग 152-डी पर सेहलंग -बाघोत के बीच कट के लिए ग्रामीणों का धरना 262वें दिन जारी रहा। बुधवार को धरने की अध्यक्षता प्रधान कृष्ण कुमार सेहलंग ने की। धरने पर बैठ उन्होंने बताया कि चंडीगढ़ से किसी भी वाहन से आने वाला यात्री जो इस इलाके का रहने वाला है, वह कोशिश करता है, राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट के लिए धरने पर बैठे हैं, वहीं से उतरा जाए। रोड के साथ लोहे की ग्रिल लगी हुई है, ऊंचाई के कारण रोड से नीचे उतरना भी मुश्किल है। रोड से उतरने और चढऩे में कभी भी कोई हादसा हो सकता है। उतरने -चढऩे का कारण है कि गांव पास में पड़ता हैढ्ढ केंद्र सरकार को लोगों की जरूरत को देखते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट का काम जल्द शुरू करना चाहिए।
धरना संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय सिंह चेयरमैन ने बताया कि धरने को चलते 262 दिन हो गए हैं। बढ़ती हुई ठंड और बरसात के कारण किसान बीमार पड़ रहे हैं। किसानों का हौसला बुलंद हैं। बरसात होने के कारण किसानों को खेती में राहत मिल गई है। सरसों की सिंचाई के लिए पानी की सख्त जरूरत थी, यह चिंता खत्म हो गई है और बीमारी की भी कोई परवाह नहीं है। अब किसानों के सामने सबसे बड़ी समस्या है राष्ट्रीय राजमार्ग 152 डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट का काम शुरू न होने पर केंद्र सरकार के द्वारा कट की घोषणा की हुई है, केंद्र सरकार को जमीनी हालातों और इस क्षेत्र की जरूरतों को देखते हुए इस कट का निर्माण वरीयता के आधार पर किया जाए।
इस मौके पर पहलवान रणधीर सिंह, नरेंद्र कुमार शास्त्री छिथरोली, पंडित नंदकुमार, पूर्व सरपंच बेड़ा सिंह, सुरेंद्र सिंह, सब इंस्पेक्टर रामकुमार, मास्टर विजय सिंह, चेयरमैन सतपाल , डॉ लक्ष्मण सिंह, ओमप्रकाश, इंस्पेक्टर सतनारायण, पूर्व सरपंच सत्यवीर सिंह, कृष्ण कुमार पंच, सूबेदार हेमराज अत्रि, रोशन लाल आर्य, सीताराम, प्यारेलाल, जय सिंह पंच,सूबे सिंह पंच, भागमल, मुख्तार यादव, रामभज, करतार व गणमान्य लोग मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 02: कट की मांग को लेकर धरने पर बैठे ग्रामीण।
नशीले पदार्थ गांजा सहित एक गिरफ्तार, करीब192 ग्राम गांजा बरामद
--आरोपित को किया न्यायालय में पेश
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कनीना की आवाज। जिला पुुलिस द्वारा नशीले पदार्थों का व्यापार करने वालों पर कार्रवाई की जा रही है। महेंद्रगढ़ जिले में पुलिस ने 192 ग्राम गांजा बरामद कर एक आरोपित को गिरफ्तार किया है। जानकारी के अनुसार इस मामले में पुलिस ने गुप्त सूचना के आधार पर भोजावास से रेड कर सलीम वासी भोजावास को गिरफ्तार किया। आरोपित के मकान के कमरे से गांजा बरामद हुआ। आरोपित को आज न्यायालय में पेश किया गया।
पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि थाना शहर कनीना की पुलिस टीम गश्त के दौरान बस अड्डा पड़तल पर मौजूद थी, उसी समय टीम को गुप्त सूचना मिली कि सलीम वासी भोजावास गांजा बेचने का काम करता है और उसके घर में गांजा रखा हुआ है। अगर तुरंत रेड की जाए तो आरोपित को नशीले पदार्थ सहित पकड़ा जा सकता है। इस सूचना पर टीम ने बतलाए हुए स्थान पर पहुंचकर रेड की, जहां पर एक युवक को काबू कर नाम पता पूछा तो उसने अपना नाम सलीम उपरोक्त बतलाया। जिसके मकान की तलाशी लेने पर कमरा से गांजा बरामद हुआ। पुलिस ने अवैध नशीले पदार्थ को कब्जे में ले लिया और आरोपित के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत थाना शहर कनीना में मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया।
फोटो कैप्शन 01: पकड़ा गया आरोपित।
आग लगाकर सामान जलाने का मामला करवाया दर्ज
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कनीना की आवाज। कनीना पुलिस में उदयराम नामक व्यक्ति ने उनके खेत में लगाई हुई कड़बी, पुला और खोखा को एक महिला द्वारा आग लगाने की शिकायत कनीना पुलिस में दर्ज करवाई है। कनीना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
पुलिस में दी शिकायत में उदय राम ने कहा है कि वह घीसा की ढाणी, रेवाड़ी का निवासी है तथा मोड़ी गांव में 42 कनाल 16 मरला जमीन खरीदी हुई है जिसमें फव्वारा सेट लगा रहे थे तभी सावित्री देवी नाम की महिला ने खेत में कड़बी, पुला और साथ में धोखे को आग लगाकर जला डाला। उन्होंने कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है जिसके आधार पर कनीना पुलिस ने सावित्री देवी के विरुद्ध मंगलवार को मामला दर्ज कर लिया और पुलिस जांच में जुटी है।
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