Not sure how to add your code? Check our installation guidelines **KANINA KI AWAZ **कनीना की आवाज**

Thursday, November 16, 2023





 
 अंतरराष्ट्रीय छात्र दिवस- 17 नवंबर
आज के दिन भी छात्र कई समस्याओं से रहे हैं जूझ
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कनीना की आवाज। 17 नवंबर को जहां अंतरराष्ट्रीय छात्र दिवस मनाया जाता है। बच्चा, युवा जो स्कूल में जा रहा है या घर पर शिक्षा पा रहा है वह छात्र की श्रेणी में आता है। 1939 की घटना के बाद अंतरराष्ट्रीय छात्र दिवस मनाया जाने लगा। 1939 में चेकोस्लोवाकिया पर नाजियों का कब्जा था जिसकी राजधानी में छात्र और शिक्षकों ने प्रदर्शन का आयोजन किया था। नाजियों प्रदर्शनकारी विद्यार्थियों पर गोलियां चला दीजिए ,एक मेडिकल छात्रा की मौत हो गई थी। इसके बाद विद्यार्थियों का आंदोलन चला और 12 छात्रों को गिरफ्तार किया जिनमें से 9 को फांसी दे दी गई थी। बाद कॉलेज और यूनिवर्सिटी विश्वविद्यालय को बंद कर दिया था। उनकी याद में आज भी विद्यार्थी सम्मेलन करते हैं परंतु आज के दिन विद्यार्थी कई समस्याओं से जूझ रहा है। कुछ विद्यार्थियों से बात हुई-
**शिक्षा का अधिकार कई देशों में संघर्ष बना हुआ है। यदि विद्यार्थियों को शिक्षा का पूर्ण अधिकार मिल जाए और विद्यार्थियों को संसाधन जुटाकर आगे बढ़ाया जाए तो विद्यार्थी कुछ कर गुजरने में सक्षम हैं। विद्यार्थियों को पर्याप्त जानकारी का अभाव भविष्य में नौकरी की चिंता होने परेशानी का कारण बनी हुई है।
--- हर्ष कुमार छात्र
 जिस प्रकार किसी बड़े भवन निर्माण की शुरुआत में ईंटों की जरूरत होती है उसी प्रकार एक बड़े इंसान की शुरुआत एक छात्र से होती है। किसी महापुरुष ने सही कहा है की यदि एक व्यक्ति  अच्छा छात्र नहीं बन सकता तो दुनिया किसी भी सफलता को प्राप्त नहीं कर सकता। ऐसे विद्यार्थियों को सबसे बड़ी समस्या अपने भविष्य को लेकर सताती रहती है और अपने भविष्य को लेकर ही वो पढ़ते हुए चिंतित हो जाते हैं। उनके रोजगार का कोई स्थायी समाधान किया जाना चाहिए।
    --नितीन छात्र
युवाओं के लिए एपीजे अब्दुल कलाम भारत में एक मिसाल थे जो महान वैज्ञानिक पद और राष्ट्रपति तक पहुंचे। उन्होंने नम्र स्वभाव कभी नहीं छोड़ा। उन्होंने न केवल गरीब हालात होते हुए भी वैज्ञानिक बनने का सपना देखा बल्कि सार्थक करके दिखाया। उनके दिन रात मेहनत करने की करने के परिणामस्वरूप मिसाइल बनाने के सपने को साकार किया और देश की रक्षा में उन्नति का पैगाम दिया।  ऐसे ही सोच हर विद्यार्थी की होनी चाहिए ताकि वह भविष्य में कुछ कर गुजर सके। यदि विद्यार्थी अपने लक्ष्य की ओर सही ढंग से बढ़ता रहे तो निश्चित रूप से एक दिन अपनी ऊंचाइयों को छुपाएगा।
--- अमीश कुमार छात्र
छात्रों को अपने विश्वविद्यालय में शिक्षा के अधिकार पर जोर  देना चाहिए। सोशल मीडिया पर संसाधन और सूचनाओं को साझा करें और दूसरे छात्रों को भी शक्ति प्रदान करें। आज के दिन विद्यार्थियों में कला और हुनर की कमी नहीं है बल्कि उन्हें सही मार्गदर्शन भविष्य की चिंता सताती है। यदि सही मार्गदर्शन और भविष्य उज्ज्वल नजर आए तो विद्यार्थी हर क्षेत्र में सफलता पा सकते हैं। विद्यार्थी ही भविष्य होता है। ऐसे विद्यार्थियों पर सरकार अधिक ध्यान देने की जरूरत है ताकि वह सही मायने में आगे बढ़ सके।
-- अश्वनी कुमार छात्र
फोटो कैप्शन: अश्वनी कुमार, अमीश कुमार, हर्ष कुमार, नितिन।





विधायक सुनेंगे विभिन्न गांवों में समस्याएं
-धनौंदा में 18 नवंबर के दिन जन संवाद
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कनीना की आवाज। 18 नवंबर को कनीना उपमंडल के गांव धनौंदा में जन संवाद कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। जिसमें हरियाणा की वर्तमान सरकार द्वारा कराए गए विकास कार्यों व जनहित कार्यों का लेखा-जोखा ग्रामीणों के बीच रखा जाएगा। यहजानकारी भाजपा नेता अरुण कुमार जानकारी देते हुए बताया उन्होंने यह भी बताया की आगामी 18 नवंबर को गांव धनौंदा ,खेडी  तलवाना, पोता, इसराना आदि गांव में अटेली  विधायक सीताराम व सोहना के विधायक कंवर संजय सिंह ग्रामीणों की समस्याएं सुनेंगे और सरकार द्वारा कराए गए विकास कार्यों की जानकारी देंगे। उन्होंने बताया वर्तमान सरकार ने आज प्रदेश में जो विकास कार्य किए हैं उनको जनता के बीच रखा जाएगा तथा जनता की जो मांगे रखी जाएगी उन पर विशेष ध्यान देकर अधिकारियों से तुरंत दूर करने के निर्देश दिए जाएंगे ताकि गांव में विकास के कार्य सुचारू रूप से हो सके।




सफाई कर्मचारियों की मांगे नहीं मानी जाएंगी तब तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा- पवन कुमार
-कर्मी रहे सांकेतिक धरने पर
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कनीना की आवाज। ग्रामीण सफाई कर्मचारी यूनियन द्वारा आज कनीना उप मंडल कार्यालय में धरना प्रदर्शन किया गया जिसकी अध्यक्षता पवन कुमार ने की।
 पवन कुमार ने जानकारी देते हो बताया कि गांव में 400 घरों की बस्ती पर एक सफाई कर्मचारी लगाया जाए, पक्के करने की पालिसी को लागू किया जाए, जब तक यह पॉलिसी तैयार नहीं होती है तब तक कम से कम वेतन का 26000 रुपये वेतन दिया जाए वहीं पीएफ, ईएसआई की स्कीम को स्थायी किया जाए तथा आई कार्ड जारी किया जाए। अध्यक्षता कर रहे पवन कुमार ने बताया सरकारी कर्मचारियों की तरह वेतन डेट फिक्स की जाए। अगर सरकारी हमारी यह मांग नहीं मानती है तो यह धरना आगे भी जारी रहेगा।  इस अवसर पर जिला कोष अध्यक्ष अमित कुमार, राजेंद्र सिंह राजपाल सिंह, सत्यवान, सोनू, दयाराम, सतीश कुमार ,रामानंद मूलचंद, पवन कुमार, विक्रम, कमलेश व शिवकुमार आदि सफाई कर्मचारियों ने भाग लिया।
फोटो कैप्शन 07: कनीना में धरना देते हुए सफाई कर्मी।





सर्दी पडऩे से सरसों फसल में आई आब
-किसान लगे निराई करने में, खाद की माग बढ़ी
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कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र में इस बार सरसों की बेहतर पैदावार होने के आसार बन गए हैं। सर्दी जल्दी पडऩे से सरसों की फसल में रौनक आ गई है।
कनीना क्षेत्र में विगत वर्ष के ही बराबर अर्था 19670 एकड़ पर सरसों फसल उगाई गई है। गेहूं की बिजाई करीब 8,250 हेक्टेयर पर की गई है। फसल लहलहाती नजर आने लगी है किंतु दिनरात आवारा जानवरों से सुरक्षा की जा रही है। सबसे अधिक भू-भाग पर कनीना क्षेत्र में सरसों अधिक उगाई है।
किसान राजेंद्र सिंह, सूबे सिंह, कृष्ण कुमार एवं अजीत सिंह ने बताया कि सरसों की फसल की दिन रात सुरक्षा करनी पड़ रही है क्योंकि आवारा जंतुओं ने धावा बोलना शुरू कर दिया है। इस बार बेहतर पैदावार होने के आसार बने हुए हैं। किसानों की आशा इसी फसल पर टिकी हुई है।    
क्या कहते हैं खंड कृषि अधिकारी-
कनीना कृषि अधिकारी डा. संदीप यादव ने बताया कि अकेले कनीना क्षेत्र में 19670 एकड़ पर सरसों उगाई गई है। उनका कहना है कि अब तक मौसम में ठंड का असर कम था किंतु अब चंद दिनों से सर्दी पडऩे से सरसों में रौनक आ गई है। उन्होंने कहा कि इसी प्रकार सर्दी पड़ती रही तथा मौसम अनुकूल रहा तो सरसों की रिकार्ड पैदावार होगी।
फोटो कैप्शन 06: सरसों की खड़ी फसल।  






राष्ट्रीय मिर्गी दिवस-17 नवंबर
 जन जागरूकता के कारण मिर्गी रोगियों में आई है कमी
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कनीना की आवाज।17 नवंबर को पूरे ही देश में मिर्गी जागरूकता दिवस मनाया जा रहा है। विश्व की 8 से 10 प्रतिशत लोगों को अपने जीवन काल में एक बार इसका दौरा पडऩे की संभावना रहती है। एक बार दौरे आने का मतलब यह नहीं होता कि बच्चे में मिर्गीं है। ऐसे लोग भी होते जिनके पूरे जीवन काल में सिर्फ एक दौरा या एक से अधिक दौरे पड़ते हैं। कई बार द्वारा अलग-अलग परिस्थितियों में भी दौरे आ सकते हैं।
 मिर्गी को एपिलेप्सी नाम से जाना जाता है। यह क्रानिक न्यूरोलाजिकल हालत है। लगभग विश्व के 5 करोड़ से अधिक लोग इससे परेशान हैं। यह एक दिमाग की बीमारी है जिसके कारण व्यक्ति को बार-बार मिर्गी के दौरे पड़ते हैं। मिर्गी में पडऩे पर माता-पिता को परेशान कर देते हैं। किशोरावस्था आते आते इनकी संख्या बढ़ जाती है। यदि सही तरीके से इलाज नहीं किया जाए तो आने वाले समय में समस्या बन सकती है। इस संबंध में डा मनीष एमडी पीजीएमइाईएस रोहतक से बात हुई।  उन्होंने बताया कि यह चौथी आम न्यूरोलॉजिकल बीमारी है। जब दौरे पड़ते हैं तो सोचने समझने की शक्ति खो देते हैं, यह बच्चों की उम्र पर भी निर्भर करता है। इसे दवा के माध्यम से आसानी से नियंत्रित किया जा सकता है। मिर्गी में कई बार व्यक्ति गिर सकता है, झटके आने लगते हैं, मुंह में झाग भी आ जाते हैं।
मिर्गी रोग में बच्चा एक ही जगह देखता रहता है, मांसपेशियों में दर्द, बेहोशी, बोलने की परेशानी, शरीर में सनसनाहट ,वस्तु की पहचान करना मुश्किल, डिप्रेशन, सांस लेने में समस्या, ऐसी गंध महसूस होना जो वास्तविक जीवन में नहीं है, समझने में परेशानी,त्वचा के रंगों में बदलाव आदि हो सकते हैं। मिर्गी के दौरे आने के पीछे बच्चों के सिर पर चोट लगना, संक्रमण, मस्तिष्क के आकार में बदलाव, ब्रेन ट्यूमर होना, मस्तिष्क संबंधित समस्याएं, स्ट्रोक, आटिज्म, जन्म से पहले की चोट, अनुवंशिकी कारण आदि हो सकते हैं। मिर्गी के दो मुख्य प्रकार होते हैं। मिर्गी के इलाज के लिए एंटी एप्लिटिक दवाई, वेगस तंत्रिका उत्तेजना, जीवन शैली में परिवर्तन, सर्जरी, मिर्गी की दवाई प्रमुख हैं। जब मिर्गी का दौरा पड़े तो बच्चे को फर्श पर लेट दे, सिर के नीचे आराम के लिए तकिया रख दे, यदि बदन पर टाइट कमीज है तो ढीला कर दे, मुंह में में कुछ भी नहीं डाले, ठीक होने तक उसके साथ रहे, डॉक्टर से संपर्क बनाए रखें।
फोटो कैप्शन : डा मनीष, एमडी पीजीआइएमएस रोहतक





नये पंजीकरण का काम 20 को होगा शुरू
--श्रमिक योजना का होगा शुभारंभ
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कनीना की आवाज। श्रम कल्याण बोर्ड 20 नवम्बर को मजदूरों के नये पंजीकरण के लिये कनीना में बाबा मोलडऩाथ मन्दिरके पास शिविर आयोजित करेगा।
जिला महेंद्रगढ़ के जिला सचिव शिव कुमार ने कहा कि 2018 के बाद से मजदूरों का नया पंजीकरण नही हो रहा। इस लिये भवन निर्माण कामगार यूनियन ने मजदूरों की नए पंजीकरण के लिये सहायक निर्देशक से मांग की है। भवन निर्माण में काम करने वालों को जल्द से जल्द पंजीकरण किया जाये।  इसलिये 20 नवम्बर को कनीना में कैंप लगाकर भवन निर्माण में काम करने वालों श्रमिकों को मौके पर ही पंजीकरण किया जाएगा। कैंप में सभी अधिकारी होंगे। जिस भवन निर्माण के श्रमिक अपना पंजीकरण करना है वह यह दस्तावेज  लेकर आये जिसमें आधार कार्ड, पेन कार्ड, राशन कार्ड, परिवार पहचान पत्र में वर्कर होना जरूरी हैं। इस संबंध में एक बैठक भी आयोजित की गई जिसमें श्रमिकों को शिव कुमार ने जानकारी दी।
फोटो कैप्शन 05: बैठक में शिव कुमार जानकारी देते हुए।




कनीना क्षेत्र में पड़ी धुंध एवं बढ़ी ठंड
-दीपावली पर्व से ठंड बढ़ी है
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कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र में दीपावली के पर्व के दिन से प्रतिदिन रात को धुंध पड़ रही है जो जो दोपहर तक चलती है।
 धुंध के चलते आवागमन परेशानी होने लगी है। खेतों में भी जहां दूर दराज तक धुंध देखने को मिली। क्षेत्र में मौसम बार-बार बदल रहा है। कभी धुंध पड़ती है तो कभी मौसम बिल्कुल साफ हो जाता है। धुंध पडऩा फसलों के लिए लाभप्रद माना जाता है।
  धुंध के कारण ताप में भी बदलाव आ गया है। गुरुवार को ताप 13 से 28 डिग्री के बीच रहा। इस वक्त खेतों में सरसों की फसल खड़ी है तथा गेहूं की अभी बीजाई चल रही है। विगत दिनों से हवा में प्रदूषण बढ़ गया था वा अब धीरे धीरे कम होने लगा है क्योंकि धुंध उसे कम कम रही है।  डाक्टरों का कहना है कि धुंध एवं बढ़ते धुएं से धूम कोहरा बन जाता है जो सांस लेने के लिए दिक्कत पैदा करता है वहीं रोगों का कारण गन जाता है।
फोटो कैप्शन 04:क्षेत्र में पड़ रही धुंध का नजारा।





आश्वासन के भरोसे पर 249वें दिन जारी रहा धरना
-ग्रामीण अनिश्चितकालीन धरने पर
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कनीना की आवाज। राष्ट्रीय राजमार्ग 15-डी पर सेहलंग -बाघोत के बीच कट के लिए ग्रामीणों का अनिश्चितकालीन धरना 249वें दिन भी जारी रहा। धरने की अध्यक्षता पहलवान रणधीर सिंह बाघोत ने की और उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट बनवाने की जिम्मेवारी केंद्र सरकार की है। केंद्र सरकार के द्वारा घोषणा की हुई है, आश्वासन दिया गया की कट बनेगा, लेकिन अब तक धरातल पर काम शुरू नहीं किया गया। हम सरकार को याद दिलाना चाहते हैं कि आपके द्वारा की गई घोषणा पर अमल करें और राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर कट का काम जल्द से जल्द शुरू किया जाए जिससे किसानों का सरकार के प्रति विश्वास बना रहे। जब तक कट का काम शुरू नहीं होगा, धरना जारी रहेगा।
 धरना संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय सिंह चेयरमैन  ने बताया कि धरने को चलते 249 दिन हो गए हैं।  बुजुर्ग किसान केंद्र सरकार के भरोसे पर शांतिप्रिय ढंग से धरना स्थल पर बैठे हुए हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट शुरू न होने के कारण किसानों को लग रहा है कि सरकार उनकी मांग को अनदेखी कर रही है। धरना स्थल पर बैठे किसानों को सवा आठ महीने हो गए हैं और  वे गर्मी, आंधी- तूफान, धूल -मिट्टी, बरसात, उमस और सर्दी का सामना कर रहे हैं। केंद्र सरकार किसानों की पीड़ा को समझे, इस इलाके के लिए कट की जरूरत है, मांग जायज है  और सरकार का भी मोटो है,सबका साथ-सबका विकास। इन 40-50 गांवों के विकास के लिए  राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत-सेहलंग के बीच कट का काम शुरू हो जाता है,तब हम यह मान सकते हैं कि सरकार जैसा कहती है वैसा करके दिखा रही है। कट का काम केंद्र सरकार के भरोसे पर है, सरकार ने किसानों को ऐसा लटका दिया है कि वे किसी भी ढंग में नहीं है। केंद्र सरकार किसानों के दुख दर्द को समझे और जल्दी से जल्दी राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट का काम शुरू किया जाए।
 इस मौके पर  नरेंद्र शास्त्री छिथरोली, मास्टर विजयपाल , पहलवान धर्मपाल,जिला पार्षद लीलाराम, रामकुमार,  पूर्व सरपंच बेड़ा सिंह, डॉ लक्ष्मण सिंह, बाबूलाल, करण सिंह, राम भक्त,  प्रधान कृष्ण कुमार,  रोशन लाल आर्य, थानेदार रामकुमार, सत्य प्रकाश,  सूबेदार भोले राम , पंडित संजय कुमार,  सूबेदार हेमराज,  सीताराम,  कृष्ण कुमार पंच, सुरेंद्र सिंह, मनफूल ,ओम प्रकाश,  दाताराम, इंस्पेक्टर सतनारायण ,   सूबेदार भोले राम, वेद प्रकाश, मास्टर विजय सिंह, प्यारेलाल,   सूबे सिंह पंच व गणमान्य लोग मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 02: कट की मांग को लेकर धरने पर बैठे ग्रामीण।





खेड़ा का स्कूल सौंदर्यीकरण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर
-स्कूल स्टाफ और विद्यार्थियों में खुशी की लहर, मिलेंगे 50 हजार  

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कनीना की आवाज।
मुख्यमंत्री स्कूल सौंदर्यीकरण पुरस्कार योजना के तहत राजकीय माध्यमिक विद्यालय खेड़ा ने माध्यमिक स्कूलों में खंड स्तर में प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
 मुख्य अध्यापक ईश्वर सिंह ने बताया कि सभी स्टाफ सदस्यों, विद्यार्थियों व ग्रामीणों के सहयोग से यह सफलता प्राप्त हुई। उल्लेखनीय है कि सरकार हर वर्ष प्राथमिक, माध्यमिक, उच्च तथा वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय से एक एक स्कूल को प्रथम स्थान पर आने पर प्रोत्साहन राशि देती है जिसके बल पर स्कूल का विकास कार्य हो सकता है। इसी कड़ी में जहां माध्यमिक स्तर के विद्यालय खेड़ा ने प्रथम स्थान हासिल किया है।
 मुख्यमंत्री योजना के तहत मिलने वाली राशि से स्कूल की गतिविधियों में सुधार किया जा सकता है। इस अवसर पर कर्ण सिंह, मंजू देवी, अनिल कुमार, सुनील कुमार लिपिक, सुरेश कुमार, शारदा देवी आदि उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 03: खेड़ा का स्कूल जो सौंदर्यीकरण में मिडिल स्कूलों में प्रथम स्थान पर रहर है।




कीटनाशक दवाइयां मिले बीज एवं पत्ते खाने से पक्षियों की हो रही है मौत
-जहरीले अन्न एवं फल खाते हैं जीव
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कनीना की आवाज। कनीना उप-मंडल के गांवों में जहरीले दाने व दवा छिड़की फसल के पत्ते खाने से पक्षियों की मौत हो रही है। चील, गिद्ध एवं कौवे दुर्लभ होते जा रहे हैं। मोर का भी अस्तित्व संकट में है। किसान फसल को बचाने के लिये दवा में भीगोंकर बीज उगाते हैं तथा फसल बड़ी होते ही दवा का छिड़काव करते हैं।
  मिली जानकारी के अनुसार उपमंडल के गांवों बीजाई के समय पक्षी मर जाते हैं चूंकि दानों को दवा में भिगोकर बिजाई करनी पड़ती है वहीं अब बड़ी फसल पर जहरीली दवा छिड़क देने से उनके पत्ते खा लेने से पक्षी मर जाते हैं। मोर मरने के पीछे एक कारण किसानों द्वारा खेतों में की जा रही बीजाई दौरान कई प्रकार के कीटनाशक मिलाकर बुआई की जाती है तथा जो बीज उस वक्त जमीन से बहार पड़ा रह जाता है उसे यह पक्षी खा लेता है।  यदि लगातार पक्षी मरते रहे तो जंगल राष्ट्रीय पक्षियों एवं अन्य पक्षियों से रहित हो जाएंगे। वहीं इस बारे में कृषि विभाग के पूर्व अधिकारी डा देवराज से बात की गई तो उनका कहना है कि किसान द्वारा जो बीजाई कि जाती है उसमें कीटनाशक दवाइयां मिली होती है जिसका बीजाई के समय बीज बहार रह जाता है और उसे कोई भी पक्षी द्वारा खाने पर वह अवश्य ही बीमार पड़ जाएगा तथा अगर उसको समय रहते हुए नही संभाला गया तो उसकी मौत भी हो जाती है। दवा छिड़के पत्ते खाने से भी पक्षी मर जाते हैं। पशु चिकित्सकों का यह भी कहना है कि ऐसी हालात में पक्षी को एट्रोपीन नामक इंजेक्शन दिलवाना चाहिए जिससे वह बच सकता है और किसान द्वारा बीजाई चार सेंटीमीटर गहरी करनी चाहिए जिससे कि वह बीज बहार न रहे और इस प्रकार के हादसे से पक्षियों को बचाया जा सके। बार बार फसलों में दवा का छिड़काव नहीं करना चाहिए। इस वक्त गेहूं की बीजाई की हुई है।
फोटो कैप्शन 01: गेहूं की बीजाई वाले खेतों से दाने ढूंढते राष्ट्रीय पक्षी।




चार लोगों के विरुद्ध मार पिटाई का मामला दर्ज
-मारपीट के पीछे पुरानी रंजिश
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कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के गांव नौताना निवासी नरेंद्र कुमार ने चार लोगों पर मारपीट करने एवं जान से मारने की धमकी देने का माला दर्ज करवाया है। चार लोगों के भी मारपीट करने का मामला दर्ज करवाया है।
 पुलिस में दी शिकायत में नरेंद्र कुमार नौतना ने कहा कि मैं ड्राइवर हूं तथा 12 नवंबर को शाम के करीब 6 बजे मेरी मौसी संतोष नौतना के घर जा रहा था। जब घर के पास पहुंचा तो विक्रांत, फंडी, सूबे सिंह तथा एक अन्य जा हाथों में लाठी, डंडे, चाकू, तलवार ले रखे थे, हमला बोल दिया। जब शोर मचाया तो महिपाल नौताना ने छुड़वाया। जाते वक्त जान से मारने की धमकी दे गये।  मौके पर पुलिस को सूचित किया तथा एंबुलेंस को बुलाया। एंबुलेंस से घायल नरेंद्र को सेहलंग के सरकारी अस्पताल में दाखिल करवाया जहां में मरहम पट्टी करके उन्हें हायर सेंटर रेफर कर दिया। स्वजन उसे पीजीआइएमएस रोहतक ले गए जहां उनके इलाज चल रहा है। उन्होंने मारपीट के पीछे पुरानी लड़ाई झगड़ा कारण बताया। कनीना पुलिस ने नरेंद्र के बयान पर चार लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया है।





ग्रामीण विकास बैंक के जोन 3 से उपेंद्र की जीत हुई निश्चित
-अशोक ठेकेदार कनीना ने दिया समर्थन
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कनीना की आवाज। महेंद्रगढ़ जिला प्राथमिक सहकरी कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक महेंद्रगढ़ के जोन तीन से ढाणा निवासी उपेंद्र की जीत निश्चित हो गई है। इस जोन से महज दो प्रत्याशी मैदान में हंै जिनमें से अशोक ठेकेदार ने उपेंद्र ढाणा को अपना समर्थन दे दिया है।
इस बैंक के 19 नवंबर के होने जा रहे चुुनावों के दृष्टिगत  जहां पूरे जिले से 7 जोन बनाए गए हैं तथा कनीना एवं आस पास के गांव जोन तीन में आते हैं। यहां से चुनाव हेतु कुल छह नामांकन किये गये थे।  किंतु तीन रद्द हो गए एक में 6 नवंबर को नाम वापस लेने वाले दिन नाम वापस ले लिया। ऐसे में दो नाम उपेंद्र और अशोक ठेकेदार के बचे हैं। अब उपेंद्र ढाणा की जीत निश्चित हो गई है क्योंकि अशोक ठेकेदार ने अपना समर्थन उपेंद्र को देने का निर्णय ले लिया किया है।
 अशोक ठेकेदार ने बताया कि उपेंद्र उनके ही परिवार में विजयपाल चेयरमैन कनीना के रिश्तेदार है। विजयपाल चेयरमैन  और अशोक ठेकेदार के परिवार के लोगों ने निर्णय लिया है कि इस वक्त उपेंद्र को समर्थन दिया जाए ताकि उपेंद्र जोन 3 से निदेशक बन सके। तत्पश्चात भविष्य में कनीना नगर पालिका चुनाव में प्रधान पद के लिए पूरा परिवार अशोक ठेकेदार की मदद करेगा जिससे अशोक ठेकेदार जीत की ओर बढ़ सकेगा। ऐसे में आपसी सहयोग के निर्णय से अशोक ठेकेदार ने अपना समर्थन उपेंद्र को देने का अंतिम निर्णय ले लिया है और इस प्रकार जोन 3 से उपेंद्र कुमार की जीत लगभग तय हो गई है।
 


17 को  होगा सीबीएसई राष्ट्रीय बाक्सिंग चैंपियनशिप का आगाज
-एसडी ग्रुप आफ स्कू




























ल करेगा तीसरी बार मेज़बानी
-28 राज्य, सभी केंद्र शासित प्रदेश और 6 अन्य देश लेंगे भाग
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कनीना की आवाज। सीबीएसई 2023 राष्ट्रीय बॉक्सिंग चैंपियनशिप का भव्य शुभ आरंभ एसडी विद्यालय ककराला के प्रांगण में 17 से 19 नवम्बर को होने जा रहा है। इस बॉक्सिंग चैंपियनशिप में लड़के व लड़कियां दोनों प्रतिभागी भाग लेंगे। विशिष्ट अतिथि के रूप में गिरीराज सिंह ,डिप्टी डायरेक्टर स्पोर्टस, गवर्नमेंट ऑफ हरियाणा, जो पैरालिम्पियन ध्यानचंद अवार्ड व भीम अवार्ड से सम्मानित है। विशिष्ट अतिथि के रूप में सुषमा यादव जो पहली महिला भीम अवार्डी है सिरकत करेंगी। चेयरमैन जगदेव यादव ने बताया कि एसडी ऑफ  स्कूल तीसरी बार सीबीएसई राष्ट्रीय बॉक्सिंग चैंपियनशिप की मेज़बानी करने जा रहा है। इस बाक्सिंग चैंपियनशिप के महाकुंभ के लिए एसडी विद्यालय कैंपस पूर्ण रूप से तैयार है। प्रतिभागियों के स्वागत के लिए चारों दिशाओं के मुख्य मार्गों पर स्वागत गेट के साथ रोड मैप को प्रतिभागियों की सुविधाओं व आगमन के लिए व्यवस्थित किया गया है। अन्य देशों व विभिन्न राज्यों से आने वाले बाक्सिंग खिलाडिय़ों व उनके कोच व मैनेजर के लिए ठहरने का विद्यालय में विशेष प्रबंध किया गया है। इस चैंपियनशिप में सीबीएसई द्वारा आवंटित कुल 9 जोन से 555 बाक्सर व फोर्न जोन से 2 बाक्सर अपने दमखम का प्रदर्शन करेंगे। 17 से 19 नवम्बर तक तीन दिन चलने वाले बाक्सिंग चैंपियनशिप के इस महाकुंभ में सभी प्रतिभागियों के लिए उनके खाने व मनोरंजन का विशेष प्रबंध किया गया है। बाक्सिंग चैंपियनशिप के द्वंद्व के लिए राष्ट्रीय मानकों पर आधारित तीन बाक्सिंग रिंग को तैयार कराया गया है।



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