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Tuesday, November 14, 2023




 
ग्रामीण विकास बैंक के जोन 3 से उपेंद्र की जीत हुई निश्चित
-अशोक ठेकेदार कनीना ने दिया समर्थन
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कनीना की आवाज। महेंद्रगढ़ जिला प्राथमिक सहकरी कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक महेंद्रगढ़ के जोन तीन से ढाणा निवासी उपेंद्र की जीत निश्चित हो गई है। इस जोन से महज दो प्रत्याशी मैदान में हंै जिनमें से अशोक ठेकेदार ने उपेंद्र ढाणा को अपना समर्थन दे दिया है।
इस बैंक के 19 नवंबर के होने जा रहे चुुनावों के दृष्टिगत  जहां पूरे जिले से 7 जोन बनाए गए हैं तथा कनीना एवं आस पास के गांव जोन तीन में आते हैं। यहां से चुनाव हेतु कुल छह नामांकन किये गये थे।  किंतु तीन रद्द हो गए एक में 6 नवंबर को नाम वापस लेने वाले दिन नाम वापस ले लिया। ऐसे में दो नाम उपेंद्र और अशोक ठेकेदार के बचे हैं। अब उपेंद्र ढाणा की जीत निश्चित हो गई है क्योंकि अशोक ठेकेदार ने अपना समर्थन उपेंद्र को देने का निर्णय ले लिया किया है।
 अशोक ठेकेदार ने बताया कि उपेंद्र उनके ही परिवार में विजयपाल चेयरमैन कनीना के रिश्तेदार है। विजयपाल चेयरमैन  और अशोक ठेकेदार के परिवार के लोगों ने निर्णय लिया है कि इस वक्त उपेंद्र को समर्थन दिया जाए ताकि उपेंद्र जोन 3 से निदेशक बन सके। तत्पश्चात भविष्य में कनीना नगर पालिका चुनाव में प्रधान पद के लिए पूरा परिवार अशोक ठेकेदार की मदद करेगा जिससे अशोक ठेकेदार जीत की ओर बढ़ सकेगा। ऐसे में आपसी सहयोग के निर्णय से अशोक ठेकेदार ने अपना समर्थन उपेंद्र को देने का अंतिम निर्णय ले लिया है और इस प्रकार जोन 3 से उपेंद्र कुमार की जीत लगभग तय हो गई है।
 फोटो कैप्शन: उपेंद्र कुमार ढाणा




बच्चे मनुष्य को भगवान का दिया सबसे बड़ा आशीर्वाद -डा कौशिक
-कनीना के कन्या उच्च विद्यालय में आयोजित बाल दिवस
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कनीना की आवाज। बच्चे मनुष्य को  भगवान का दिया सबसे बड़ा आशीर्वाद है जो हमारा भविष्य निर्धारित करते हैं तथा देश, समाज व परिवार को आगे ले जाते हैं। ये विचार राजकीय कन्या उच्च विद्यालय में आयोजित बाल उत्सव कार्यक्रम के दौरान भक्त फूल सिंह महिला विश्वविद्यालय के मौलिक सिद्धांत विभाग के प्रोफेसर डॉ महेश कौशिक ने विद्यार्थियों व शिक्षकों को संबोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि आज के विद्यार्थियों में अपार ऊर्जा है सिर्फ उन्हें एक दिशा देने की जरूरत है वह बड़ी से बड़ी मंजिल को हासिल कर सकते हैं राजकीय कन्या उच्च विद्यालय कनीना में मनाए गए बाल उत्सव 2023 में अतिथियों का स्वागत हरियाणवी नृत्य द्वारा दूसरी कक्षा की छात्रा याचना ने किया।
अतिथियों का स्वागत करते हुए विद्यालय के मुख्य अध्यापक नरेश कुमार कौशिक ने बताया कि गत 6 माह के दौरान विद्यार्थियों ने जिला स्तर तक की प्रतियोगिताओं में सराहनीय उपलब्धि हासिल की है तथा शैक्षिक के साथ-साथ सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भी विशिष्ट  स्थान हासिल किया है।
इस अवसर पर बैंक आफ इंडिया के पंचकूला शाखा के मुख्य प्रबंधक  विनय शर्मा ने विद्यार्थियों को उनकी बेहतरीन उपलब्धि के लिए पुरस्कृत किया तथा भविष्य में और बेहतर परीक्षा परिणाम हासिल करने की प्रेरणा दी आज के कार्यक्रम की अध्यक्षता हिंदुस्तान कापर लिमिटेड के सेवानिवृत्त अभियंता प्रेम दत शर्मा ने की। उन्होंने विद्यार्थियों को कड़ी मेहनत का मूल मंत्र बताते हुए कहा कि उन्हें तब तक नहीं रुकना चाहिए जब तक उन्हें मंजिल प्राप्त न हो जाए।
अतिथियों का धन्यवाद बाल विकास परियोजना विभाग की सुपरवाइजर सुमन देवी ने किया तथा विद्यार्थियों को बाल दिवस की शुभकामनाएं दी। आज के कार्यक्रम में विनीता कौशिक, रिशु शर्मा ,राजेश शास्त्री तथा संदीप कुमार ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
इस अवसर पर विद्यालय के मेधावी विद्यार्थियों को प्रमाण पत्र व पुरस्कार देकर सम्मानित किया वहीं बच्चों को मिठाइयां व  लेखन सामग्री पुरस्कार के रूप में दी गई।
 इस अवसर पर  पुष्प लता कौशिक ,संतोष देवी ,विद्यालय प्रबंधन समिति की प्रधान सावित्री देवी ,वरिष्ठ शिक्षक सुभाष वर्मा ,राकेश कुमार,बस्तीराम यादव ,शुभ कुमारी ,तेजपाल यादव, शुभ कुमारी, सत्यवीर सिंह  ,शीला देवी ,शीतल चौहान ,राजबाला यादव ,सुनीता मेहरा ,आरती देवी  ,अंश कुमार ,कुमारी भानु ,सहित विद्यालय के सभी विद्यार्थी उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 07: डा कौशिक बच्चों को पुरस्कृत करते हुए।





छठ पूजा के लिए अपने राज्यों में जा रहे हैं लोग
-19 नवंबर को छठ पूजा, अवकाश करने की मांग
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कनीना की आवाज। क्षेत्र में बिहार एवं उत्तरप्रदेश के भारी संख्या में आए हुए लोग अपने राज्यों में लौट गए हैं। छठ पूजा का पर्व 19 नवंबर को है।
  कनीना क्षेत्र में दूसरे राज्यों से भारी संख्या में मजदूर एवं मिस्त्री आए हुए हैं जिनके यहां छठ पूजा का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है। ऐसे में ये लोग या तो छठ पूजा के लिए अपने राज्यों को लौट गए हैं। हर वर्ष सैकड़ों ये लोग छठ पूजा से वंचित रह जाते हैं। कनीना के आस पास रेवाड़ी में छठ पूजा मनाए जाने की प्रथा अधिक है। ऐसे में कुछ लोग तो रेवाड़ी में जाकर पूजा अर्चना करते हैं। विगत वर्ष तो नहर में पूजा अर्चना करते हुए ये लोग देखे गये थे।
  कई उत्तरप्रदेश एवं बिहार के लोगों ने बताया कि उनका यह प्रमुख पर्व होता है। इस दिन वे अकसर अपने गांव चले जाते हैं किंतु मजबूरी वश वे जब गांव नहीं जा पाते हैं तो यहीं पर पर्व मना लेते हैं।
सूर्योपासना का पर्व है छठ पूजा -
बिहार और उत्तर प्रदेश में जहां वैदिक आर्य संस्कृति की झलक छठ पूजा पर देखने को मिलती है। सूर्योपासना का यह पर्व माना जाता है। दीपावली के बाद षष्ठी को छठ पूजा का पर्व मनाया जाता है। यद्यपि छठ पूजा साल में दो बार मनाई जाती चैत्र मास में तथा दूसरी कार्तिक मास में । मां कात्यायनी के नाम से भी जाना जाता है।
 जब पांडव सारा कुछ राज पाट हार गए थे तब श्रीकृष्ण द्वारा द्रौपदी को छठ पूजा का पर्व मनाने की बात कही। तभी से उन्हें सारा राजपाट मिला था। यदि खगोल शास्त्रियों की बात माने तो सूर्य की हानिकारक छठ के समय अधिक मात्रा में धरती पर आती है जिससे रक्षा के लिए यह पर्व मनाया जाता है। जयपाल लगातार तीन दिन चलता रहता है जहां 36 घंटे तक व्रत रखा जाता है और इस दौरान पानी तक नहीं करते। किसी नदी में नहाते हैं प्रसाद वितरित करते हैं। पानी में खड़े होकर ही प्रसाद सूर्य का आराधना की जाती है। विभिन्न पुराणों में भी सूर्य की उपासना की बात कही गई है।
  कनीना क्षेत्र में करीब दो हजार लोग दूसरे राज्यों से भारी संख्या में मजदूर एवं मिस्त्री आए हुए हैं जिनके यहां छठ पूजा का पर्व धूमधाम से मनाया जाता है। ऐसे में ये लोग या तो छठ पूजा के लिए अपने वतन को लौट गए हैं या फिर जो नहीं जा पाए वो मायूस हैं और छठ पूजा से वंचित रह रहे हैं। कनीना के आस पास रेवाड़ी में छठ पूजा मनाए जाने की प्रथा अधिक है। ऐसे में कुछ लोग तो रेवाड़ी जाने की तैयारी में जुटे हुए हैं।
   उन्होंने हरियाणा सरकार से मांग की है कि प्रदेश में भी इस दिन का सार्वजनिक अवकाश घोषित किया जाए ताकि यह पर्व बेहतर ढंग से मनाया जा सके। मजदूरी करने बिहार से आए रमलू, शौनक, दानू तथा उत्तर प्रदेश से आए मुन्नीलाल, धर्मा, खेताराम तथा रेवती ने बताया कि उनके साथी उत्तर प्रदेश तथा बिहार जा चुके हैं। 19 नवंबर को छठ पूजा का पर्व मनाया जा रहा है। इस पर्व में शामिल होने चले गए हैं किंतु मजदूरी अभी जारी है ऐसे में वे मजदूरी छोड़कर अपने प्रदेश को नहीं जा सके और वे या तो पर्व कनीना में ही मनाएंगे या फिर रेवाड़ी जैसे शहर में जाकर पर्व का मना सकेंगे।




तीन दिवसीय क्रिकेट प्रतियोगिता शुरू
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कनीना की आवाज। गांव गुढ़ा में तीन दिवसीय दादा छज्जू पीर क्रिकेट प्रतियोगिता का उद्घाटन हुआ। जय बाबा छज्जू पीर क्रिकेट कमेटी गुढ़ा के सदस्यों ने खेल आयोजित करवाया है।
   प्रथम उद्घाटन मैच रसूलपुर तथा कनीना के बीच खेला गया। जिसमें रसूलपुर की टीम 4 विकेट से विजयी रही। दूसरा मैच पड़तल तथा सीगड़ा के बीच खेला गया। जिसमें सिगड़ा टीम 58 रन से विजयी रही। इस अवसर पर राजबीर, योगेश, सतीश कुमार, रोहित, अमित, विनय, टोनी शर्मा, हितेश दिक्षीत, तरूण, संदीप सोनी, जोगिन्द्र सोनी, दयाराम, दीपक, सतीश, प्रवीन, रोहित, राकेश, अमित, मनोज, विकास, हिमांशु, अतुल, हैप्पी, प्रवेश, सोनू, दीपक, दयाराम आदि खिलाड़ी रहे। अमित लारा तथा रवि कुमार ने अम्पायर की भूमिका बखूबी निभाई।






हनुमान मंदिर में किया अन्नकूट का वितरण
-चौधरी दीपक एडवोकेट रहे मुख्य अतिथि
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कनीना की आवाज। गोवर्धन के दिन कनीना के वार्ड 8 में हनुमान मंदिर स्थित कालोनी में अन्नकूट का प्रसाद वितरण किया गया। जिसमे सभी कालोनी वासियों ने आपसी सहयोग से प्रसाद की व्यवस्था कर सभी कालोनी वासियों को प्रसाद वितरण किया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि एडवोकेट दीपक चौधरी रहे । सभी ने मिलकर कन्याओं को प्रसाद अन्नकूट का प्रसाद वितरित किया।
 इस मौके पर शेर सिंह रिटायर्ड हरियाणा रोडवेज,धर्मपाल बिजली बोर्ड, चांदराम लंबरदार, होशियार मिस्त्री,देवेंद्र बिजली बोर्ड, नरेश वाटर सप्लाई, हरिओम, किरोड़ी, नवीन ,योगेश,नितेश,रोहित, प्रमोद, ,हरेंद्र, राकेश, वरुण दत्त, प्रदीप आर्य, खजान सिंह,धर्मेंद्र,अशोक,कपूर आदि मौके पर मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 05: प्रसाद वितरित करते मंदिर के भक्त।




कृष्णानंद धाम पर हुआ हवन
-अन्नकूट का प्रसाद भी वितरित
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कनीना की आवाज। गोवर्धन के पावन पर्व पर धनौंदा स्थित ब्रह्मचारी कृष्णानंद धाम पर अन्नकूट का वितरण किया गया। इस मौके पर भगवान श्रीकृष्ण की पूजा तथा कृष्णानंद की पूजा के लोगों को प्रसाद देकर गोवर्धन के बारे में जानकारी देते हुए स्वामी अनुराग देव ने कहा कि यह दिन बड़ा ही शुभ है। आज के दिन भगवान श्रीकृष्ण द्वारा इंद्र के अभिमान को तोड़कर अपने अनुयायियों की रक्षा की थी। इसलिए हमें आज भगवान श्रीकृष्ण के बताएं मार्ग पर चलना चाहिए और अपने से कमजोर वर्ग के लोगों की सेवा में सहायता करनी चाहिए क्योंकि भगवान श्री कृष्ण ने हमें इस दिन यही सिखाया था।
 हमें आज के दिन से शुभ कर्म करने के लिए आगे बढऩा चाहिए और गौ सेवा के लिए आगे बढऩा चाहिए। समाज में फैली बुराइयों को दूर करने गौ सेवा की रक्षा व सहायता करने के लिए आगे आना चाहिए। गुरु परंपरा के अनुसार चलकर व्यक्ति इस सांसारिक जीवन से छूटकर मोक्ष को प्राप्त हो सकता है। उन्होंने यह भी कहा गुरु और शिष्य का बड़ा ही गहरा नाता होता है। गुरु अगर अपने स्थूल शरीर को छोड़ भी देता है तो वह सूक्ष्म शरीर में शिष्यों की रक्षा करता है। इसलिए शिष्यों को अपने गुरु द्वारा बताई गई वाणी पर विश्वास करना चाहिए और उनके बताये मार्ग पर चलकर शुभ कर्म करते रहना चाहिए और उनके बताएं मार्ग पर कभी अवरोध पैदा नहीं करना चाहिए क्योंकि गुरु के बताए मार्ग में जो शिष्य अवरोध पैदा करते हैं वह नष्ट हो जाया करते हैं।
 इस अवसर पर अनिल यादव, ठाकुर रतन सिंह तंवर, ठाकुर कर्मवीर सिंह, ठाकुर घनश्याम सिंह, कंवर ऋषिराज, तंवर विजय कुमार आर्य, माखनलाल, ठाकुर पूर्ण सिंह तंवर,  घनश्याम शर्मा राम भगत शर्मा ,चौधरी दलबीर सिंह, नरेंद्र शर्मा, पुरुषोत्तम उर्फ सोनू शर्मा, मास्टर पवन लारा, रवि शर्मा एडवोकेट आदि उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 06: धनौंदा में अन्नकूट का प्रसाद ग्रहण करते भक्त।





किसानों में आक्रोश, 247वे  दिन जारी रहा धरना
-अनिश्चितकालीन धरने पर हैं किसान
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कनीना की आवाज। राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर सेहलंग -बाघोत के बीच कट के लिए ग्रामीणों का धरना मंगलवार को भी जारी रहा। धरने की अध्यक्षता सूबेदार हेमराज अत्रि बाघोत ने की और उन्होंने बताया कि जब तक केंद्र सरकार राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट का काम शुरू नहीं करती है, तब तक हम धरना स्थल पर बैठे रहेंगे।
 धरना संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय सिंह चेयरमैन  ने बताया कि धरने को चलते 247 दिन हो गए हैं। धरना स्थल पर बैठे बुजुर्ग  किसान प्रतिदिन यह सोच कर बैठते हैं कि केंद्र सरकार की तरफ से कोई नया समाचार मिलेगा। दिवाली का इंतजार था कि इस मौके पर सरकार की तरफ से संदेश मिल जाए, दीपावली का त्यौहार भी निकल गया है, केंद्र सरकार की तरफ से कट के बारे में कोई कार्यवाही भी नहीं की गई है। इन हालातों को देखते हुए धरना स्थल पर बैठे बुजुर्ग किसानों में आक्रोश पैदा होना स्वाभाविक है। किसान केंद्र सरकार के प्रति नाराज है, उन्हें लग रहा है कि केंद्र सरकार राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट की मांग को अनदेखी कर रही है। केंद्र सरकार किसानों की पीड़ा को समझे और जल्द से जल्द राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर  कट का काम शुरू  करवाया जाए। उन्होंने बताया कि हमें साफ दिखाई दे रहा है कि केंद्र सरकार हमारी मांग की तरफ ध्यान नहीं दे रही है। केंद्र सरकार के द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट की घोषणा पहले से की हुई है, लेकिन धरातल पर कट का काम शुरू नहीं किया गया है। केंद्र सरकार किसानों के दुख-दर्द को समझे और आगे की कार्रवाई अति शीघ्र होनी चाहिए।
 इस मौके पर संघर्ष समिति के सदस्य नरेंद्र शास्त्री छिथरौली  पंडित महावीर प्रसाद, पहलवान रणधीर सिंह, मास्टर विजयपाल ,सरपंच हरिओम पोता, पूर्व सरपंच बेड़ा सिंह, डॉ लक्ष्मण सिंह, बाबूलाल, करण सिंह,भागमल,  लाल सिंह, पहलवान धर्मपाल, रोशन लाल आर्य, थानेदार रामकुमार, सत्य प्रकाश, ठेकेदार शेर सिंह, सूबेदार भोले राम , पंडित संजय कुमार,  नंबरदार नाथूराम,  सीताराम, कृष्ण कुमार पंच, सुरेंद्र सिंह, मनफूल, मुंशी राम  ,ओम प्रकाश,  दाताराम, इंस्पेक्टर सतनारायण , सूबेदार भोले राम ,  वेद प्रकाश,    प्यारेलाल,   सूबे सिंह पंच , रामकिशन  व गणमान्य लोग मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 02: कट के लिए धरने पर बैठे ग्रामीण।




विभिन्न मंदिरों में मनाया गोवर्धन पर्व
-बांटा अन्नकूट, गौशालाओं में किया दान पुण्य
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कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र में मंगलवार को अन्नकुट का पर्व मनाया गया। इसे गोवर्धन नाम से भी जाना जाता है। इस दिन मंदिरों में खिचड़ी व कढ़ी बांटी गई जिसे लोगों ने चाव से खाई। कनीना क्षेत्र में पहली बार दीपावली के एक दिन बाद गोवर्धन पर्व मनाया गया वरना अक्सर दीपावली से अगले दिन यह पर्व मनाया जाता है।
 कनीना ही नहीं अपितु समीपी गांवों में भी यह पर्व मनाया गया। कनीना के बड़ा मंदिर में दिनभर अन्नकूट बांटा गया वहीं खाटू श्याम मंदिर, लेखराम बाग कनीना, कनीना मंडी के विश्वकर्मा मंदिर, राधाकृष्ण मंदिर में अन्नकूट का प्रसाद वितरित किया गया। गोवर्धन पर्व से जुड़ी है श्रीकृष्ण और इन्द्र देव के बीच का प्रसंग।
पंडित केएस वशिष्ठ ने जानकारी देते हुए बताया कि एक बार इंद्र देव भगवान् श्रीकृष्ण से कुपित हो गए और मूसलाधार वर्षा करने लगे। गोकुल में इतनी भारी वर्षा देखकर ग्रामीण भयभीत हो गए और चारों ओर त्राहि-त्राहि मच गई। जीव जल में डूबकर मरने लगे तो ग्रामीण दौड़कर भगवान् श्रीकृष्ण के पास आए। भगवान् श्रीकृष्ण ने उस वक्त गोवर्धन पर्वत ही अपनी अंगुली पर उठा लिया और गोकुलवासियों को उसके नीचे आने का आदेश दिया। इस प्रकार इंद्र का गर्व चूर-चूर हो गया और खुश होकर ग्रामीणों ने गोवर्धन पर्वत की पूजा की। इसी दिन आजकल गाय आदि की पूजा करने का विधान भी है। विश्वकर्मा जयंती भी मनाई जा रही है। इस दिन विभिन्न मंदिरों में अन्नकूट बनाकर वितरित किया गया। गौशालाओं में गायों को खिलाया मीठा भोजन। धनौंदा के कृष्णानंद आश्रम में जसवंत सिंह एवं अन्य भक्तों ने अन्नकूट का प्रसाद बांटा।
 उधर लालदास महाराज ने अपने हाथों से कढ़ी खिंचड़ी आदि वितरित की। उन्होंने बताया कि लंबे समय से उनके यहां गोवर्धन पूजा का पर्व मनाया जा रहा है।
उधर कनीना ठाकुर जी के मंदिर में अन्नकूट का ठाकुर का भोग लगाकर प्रसाद वितरण किया गया। इलाके में पैदा होने वाले बच्चों के मां सहित अनेक महिलाओं ने ठाकुर के मंदिर में आकर प्रसाद ग्रहण करती है और ठाकुर  से अपनी मनोकामना पूर्ण करने के लिए प्रार्थना करती हैं ।  कनीना में सबसे पहला ग्राम देवता ठाकुर ही है जिनके पुजारी को स्वामी कहा जाता है मंदिर में स्त्री पुरुष ने लाइन में लगकर प्रसाद ग्रहण किया।
  कनीना के खाटूश्याम मंदिर में अन्नकूट का प्रसाद वितरित किया। महेंद्र सिंह, दुलीचंद साहब ने बताया कि वर्षों से यहां अन्नकूट का प्रसाद वितरित किया जाता है। मंदिर कमेटी के सभी सदस्य सेवा करते हैं।
  कोटिया के पास स्थित भक्ति मंदिर में अन्नकूट वितरित किया गया। पुजारी घनश्यामदास ने अपने हाथों से प्रसाद वितरित किया। घनश्यामदास ने बताया कि विभिन्न पर्वों पर यहां धूम मची रहती है। कनीना के लेखराम बाग में अन्नकूट का प्रसाद वितरित किया। मनोज गुप्ता ने बताया कि विगत सात वर्षों से यहां यह परंपरा चली आ रही है।
फोटो कैप्शन 03: कनीना के खाटूश्याम मंदिर में अन्नकूट वितरित करते हुए
             04: भक्ति मंदिर कोटिया में अन्नकूटब् का प्रसाद ग्रहण करते हुए लोग।





15 नवंबर को मनेगा कनीना एवं आस पास भैया दोज
भाई बहन के प्रेम का प्रतीक है भैया दूज
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कनीना की आवाज। भाइयों के प्रति बहनों के प्रेम और विश्वास का पर्व भाई दूज कार्तिक शुक्ल पक्ष की द्वितीया को मनाया जाता है। भाई दूज के दिन बहने भाई को नारियल देकर टीका करती है, टीका करने के बाद बहने भाई आरती करती करती है, बदले में भाई अपने बहन को गिफ्ट देती है। ये विचार कनीना पंडित ऋरिूाराज शर्मा ने व्यक्त किये।
 वर्ष में दो बार भाई बहन के अटूट रिश्ते को दर्शाने वाले पर्व भैया दूज का आगाज होता है। होली एवं दीपावली के पर्व के बाद यह पर्व आता है। महिलाएं अपने भाई के आने का बेसब्री से इंतजार करती हैं और व्रत रखकर उनके आने पर खाना खाती है।
उन्होंने सुनाई पूरी कहानी-
पंडित ऋषिराज  शर्मा ने पूरी कथा सुनाते हुये बताया कि भगवान सूर्य नारायण की पत्नी का नाम छाया था। उनकी कोख से यमराज तथा यमुना का जन्म हुआ था। यमुना यमराज से बड़ा स्नेह करती थी। वह उससे बराबर निवेदन करती कि इष्ट मित्रों सहित उसके घर आकर भोजन करो। अपने कार्य में व्यस्त यमराज बात को टालता रहा। कार्तिक शुक्ला का दिन आया। यमुना ने उस दिन फिर यमराज को भोजन के लिए निमंत्रण देकर, उसे अपने घर आने के लिए वचनबद्ध कर लिया।अयमराज ने सोचा कि मैं तो प्राणों को हरने वाला हूं। मुझे कोई भी अपने घर नहीं बुलाना चाहता। बहन जिस सद्भावना से मुझे बुला रही है, उसका पालन करना मेरा धर्म है। बहन के घर आते समय यमराज ने नरक निवास करने वाले जीवों को मुक्त कर दिया। यमराज को अपने घर आया देखकर यमुना की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। उसने स्नान कर पूजन करके व्यंजन परोसकर भोजन कराया। यमुना द्वारा किए गए आतिथ्य से यमराज ने प्रसन्न होकर बहन को वर मांगने का आदेश दिया। यमुना ने कहा कि भद्र! आप प्रति वर्ष इसी दिन मेरे घर आया करो। मेरी तरह जो बहन इस दिन अपने भाई को आदर सत्कार करके टीका करें, उसे तुम्हारा भय न रहे। यमराज ने तथास्तु कहकर यमुना को अमूल्य वस्त्राभूषण देकर यमलोक की राह की। इसी दिन से पर्व की परम्परा बनी। ऐसी मान्यता है कि जो आतिथ्य स्वीकार करते हैं, उन्हें यम का भय नहीं रहता। इसीलिए भैयादूज को यमराज तथा यमुना का पूजन किया जाता है।
क्षेत्र में शनिवार को भाई बहने के अटूट प्रेम को दर्शाता भैया दूज का पर्व मनाया गया। बहनों ने भाइयों को तिलक किया।
  वर्ष में दो बार भाई बहन के अटूट रिश्ते को दर्शाने वाले पर्व भैया दूज का आगाज होता है।  दीपावली के पर्व के बाद यह पर्व आता है। महिलाएं अपने भाई के आने का बेसब्री से इंतजार किया और व्रत रखकर उनके आने पर खाना खाया।
  इस दिन बहनों ने भाइयों की लंबी उम्र की कामना के लिए यम से प्रार्थना की। भाई चलकर बहनों से मिलने के लिए गए। यह पर्व सभी पर्वों में सबसे बड़ा होता है। इस दिन बहना कहीं भी हो उससे मिलने भाई जरूर जाता है और बहने उन्हें तिलक कर अपने हाथों से मीठा भोजन कराकर फिर भोजन ग्रहण करती हैं। इस पर्व पर बहने अपने भाई की लंबी उम्र की कामना के लिए यमराज से प्रार्थना करती हैं।





बाल दिवस पर आयो

















जित की गई पेंटिंग प्रतियोगिता
-मोड़ी स्कूल में आयोजित कार्यक्रम
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कनीना की आवाज। कनीना उउप-मंडल के गांव मोड़ी स्थित राजकीय माध्यमिक विद्यालय में बाल दिवस पर पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमें कक्षा आठवीं के विद्यार्थियों ने भाग लिया।
 विस्तृत जानकारी देते हुए मुख्य अध्यापक मनोज कुमार ने बताया कि पंडित जवाहरलाल नेहरू भारत के प्रथम प्रधानमंत्री को याद करते हैं पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमें आठवीं के विद्यार्थियों ने भाग लिया। इस प्रतियोगिता में प्रतियोगिता में अव्वल रहे विद्यार्थियों को मुख्य अध्यापक एवं स्टाफ ने पुरस्कृत किया। इस मौके पर बलवंत सिंह, गोविंद सिंह सहित समस्त स्टाफ मौजूद रहा।
फोटो कैप्शन 01: विद्यार्थी अपने द्वारा बनाई हुई पेंटिंग दिखाते हुए

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