Not sure how to add your code? Check our installation guidelines **KANINA KI AWAZ **कनीना की आवाज**

Friday, November 24, 2023




 

करीब एक दर्जन लोगों के विरुद्ध मारपीट का मामला दर्ज
-एसडीजेएम कोर्ट के दखल पर हुआ मामला दर्ज
**************************************************************
**********************************************************************
**************************************
*************************
कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के गांव खैराणा निवासी निहाल सिंह के इस्तगासा के आधार पर पुलिस ने करीब एक दर्जन लोगों के विरुद्ध विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है।
निहाल सिंह ने कनीना एसडीजीएम में दायर इस्तगासा में कहा है कि 24 जून 2023 को पीडि़त सुबह महेश खैराणा के ट्रैक्टर को लेकर कपास की फसल बिजाई के लिए जा रहा था। यह जजमीन मेरे पिता ने खरीदी थी। जब खेत की ओर जा रहा था तो रास्ते में करीब एक दर्जन लोग ट्रैक्टर के सामने खड़े होकर रास्ता रोक लिया, धमकी दी कि ट्रैक्टर वापस ले जा वरना तुझे ट्रैक्टर के आगे डालकर ट्रैक्टर चढ़कर खत्म मार देंगे । इन लोगों की संख्या अधिक होने के कारण वापस घर आ गया। 24 जून 2023 को शाम के समय खेत की तरफ ट्रैक्टर की आवाज सुनकर लगा कि कहीं कोई मेरी कपास की फसल को ट्रैक्टर से नष्ट नहीं कर रहा है। जब अपनी पत्नी सहित खेत पर जाकर देखा तो जगरूप, सुमन, आरती एवं वर्षा  ने अचानक हमला बोल दिया। उनके हाथों में ली हुई लाठी डंडे थे, तभी सोनू, सुशीला, निर्मला, दमन, पूजा मौके पर आ गए और मेरी पत्नी को चोट मारी, जान से मारने की धमकी दी, जिसकी वीडियो रिकॉर्डिंग बनाई हुई है। पुलिस को कॉल किया पुलिस मौके पर पहुंची, घायल को अस्पताल ले जाकर मेडिकल करवाने की बात कही। गांव के राजपाल नामक व्यक्ति की गाड़ी से अस्पताल जाने लगे तो फिर से वे लोग गाड़ी के सामने खड़े हुए, पुलिस को फोन किया पुलिस ने आकर उन्हें धमकाया। कनीना अस्पताल में इलाज चला इसके बाद गंभीर चोट होने के कारण हायर सेंटर रेफर कर दिया, इलाज नारनौल करवाया। 26 जून तक शाम के समय तक अस्पताल भर्ती रही, तत्पश्चात घर जाकर आराम किया। पुलिस में एक मामला भी उन लोगों ने दर्ज करवा दिया। 28 जून को पुलिस में शिकायत देने गया पुलिस ने अगले दिन आने के लिए कहा इसलिए 29 जून को शिकायत दी किंतु कोई कार्रवाई नहीं हुई। पुलिस कार्रवाई करने का आश्वासन देती रही किंतु उनके विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं की। तत्पश्चात उन्होंने इस्तगासा दायर किया। एसडीएम ने उनके विरुद्ध मामला दर्ज करने का आदेश दिया। पुलिस ने करीब एक दर्जन लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया।






विश्व मांसाहार निषेध दिवस -25 नवंबर
शाकाहार भोजन ही सर्वश्रेष्ठ भोजन है-नरेश कुमार
********************************************
********************************************************
**************************************
*********
कनीना की आवाज। प्रत्येक वर्ष 25 नवंबर को मांसाहार निषेध दिवस मनाया जाता है। इसका उद्देश्य जानवरों के प्रति हिंसा का बर्ताव न करने और शाकाहार के प्रति लोगों को प्रेरित करना है। एक सभ्य और बेहतर समाज का निर्माण करने के लिए भी ऐसा किया जाता है। इतिहास में अहिंसा जैसी विचारों की पूजा होती रही है। महापुरुषों को बड़े ही सम्मान की नजर समाज देखा गया है, जब वे अहिंसा पर चले। महात्मा बुद्ध एवं महात्मा गांधी जैसे महापुरुषों को आज भी याद किया जाता है, उन्होंने अहिंसा के प्रति लोगों को जागरूक किया। आज भी शहर से लेकर गांव तक शाकाहार के प्रति रुझान बढ़ा है। मांस खाना शरीर के लिए कोई विशेष लाभकारी नहीं है। मांस खाने वाले इसके लाभ बता रहे हैं जबकि शाकाहारी लोग शाकाहार को बेहतर बता रहे हैं।
यह दिवस 25 नवंबर 1986 को साधु वासवानी के जन्मदिन पर प्रस्तावित किया गया था। इसके बाद शुरुआत जोर पकड़ा और आज शाकाहारी बनने पर जोर दिया जाता है। इस संबंध में कुछ लोगों से चर्चा की गई तो उन्होंने शाकाहार भोजन विश्व का सर्वश्रेष्ठ भोजन बताया। जो सिर्फ पौधों से प्राप्त होता है। इसमें प्राकृतिक रूप से मिलने वाले खाद्य उत्पाद होते हैं, शाकाहारी भोजन में मांसाहार भोजन को शामिल नहीं किया जाता। लोग भोजन खाने की आदतें बदलते रहते हैं।  80 साल तक के लोग हैं जो शाकाहार भोजन करते आ रहे हैं और शाकाहार भोजन कैंसर, डायबिटीज, हृदयघात  आदि बीमारियों से भी बचाता है। कुछ लोग पशु कल्याण और पर्यावरण संबंधित चिंताओं को लेकर चिंतित रहते हैं और शाकाहार भोजन खाते हैं।  तीन प्रतिशत अमेरिका के शाकाहारी भोजन का पालन करते हैं जबकि भारत देश में शाकाहारी भोजन सेवन करने वाले लोगों की संख्या 40 प्रतिशत से अधिक पाई जाती है। भारत में सब्जियां और जड़ी बूटियों की भरमार है। शाकाहारी भोजन बहुत लोकप्रिय हो रहा है। शाकाहारी भोजन खाने वाले लोगों से चर्चा की गई।
पूरा शहकारी भोजन करना सेहत के लिए लाभकारी है।  इसमें फल, सब्जियां आदि प्रयोग करते हैं। मांस प्रयोग नहीं करते। यही कारण है कि उम्र 50 वर्ष के करीब हो चुकी हैं किंतु कभी कोई रोग नहीं हुआ है। एक कच्चा शाकाहारी भोजन के साथ-साथ पकाकर शाकाहार भोजन भी करते हैं। उनका कहना है कि रोगों से बचने का एकमात्र कारण शाकाहारी भोजन इस संसार का बेहतर भोजन है।
---  नरेश कुमार समाजसेवी
शाकाहारी भोजन में कभी मांसाहार पदार्थ नहीं शामिल किये जाते। मांसाहारी भोजन खाने से  पशु और जंतुओं के प्रति क्रूरता देखने को मिलती है। जब शाकाहार भोजन और वह भी स्वादिष्ट भोजन हमारे सामने है तो हम पशुओं को अपना आहार क्यों बनाए? यही कारण है कि शाकाहार भोजन खाने से शरीर दुरुस्त और शरीर रोगों से दूर रहता है। शाकाहार भोजन में आने को विटामिन, एंटीआक्सीडेंट, फाइबर और जल पर्याप्त मात्रा मिलते हैं। इस प्रकार का भोजन सर्वश्रेष्ठ भोजन होता है। वे इसे प्रयोग करने की मैं सलाह देते हैं।
---मनोज कुमार
शाकाहार भोजन बीमारियों से हमें बचाता है। यह बेहतर रक्त शर्करा, बेहतर कोलस्ट्राल के स्तर को बढ़ावा देता है। इसके अलावा शाकाहार भोजन हृदय के रखरखाव करता है। शाकाहार भोजन का सबसे बड़ा योगदान है वो जिन लोगों में डायबिटीज होती है, वह भी शाकाहार भोजन खाने की सलाह देते हैं। शाकाहारी भोजन में ओमेगा-3 आलसी, वनस्पति तेल आदि से प्राप्त होता है। विटामिन बहुत मात्रा मिलते हैं। शाकाहार भोजन  नियमित सेवन करने के रोगों से बचाएगा अपितु इंसान की उम्र भी बढ़ाएगा। यदि शाकाहारी लोगों को पर नजर डालें तो मांसाहारी लोग उनके मुकाबले कई रोगों से पीडि़त होते हैं। दिन रात दुखी मिलते हैं। ऐसे में शाकाहार भोजन श्रेष्ठ भोजन है।      
 --बलवंत सिंह ग्रामीण
लंबे समय से उनके पूर्वज भी शाकाहार भोजन खाते आए हैं। शाकाहार भोजन खाने से लोगों में किसी प्रकार की बीमारी नहीं होती, जीवो की हत्या भी नहीं करनी पड़ती। शाकाहार भोजन दुनिया में सर्वश्रेष्ठ भोजन है। शाकाहार भोजन विश्व ने भी माना है। इस भोजन को खाकर इंसान स्वस्थ रहता है अधिक फुर्ती दायक माना गया है।  
-------राजेश कुमार शिक्षक
फोटो कैप्शन: राजेश कुमार, बलवंत सिंह, मनोज कुमार, नरेश कुमार।







अंतर्राष्ट्रीय महिला हिंसा उन्मूलन दिवस -25 नवंबर
एकजुट होकर महिला और लड़कियों के खिलाफ होने वाली हिंसा को किया जा सकता है काबू
********************************************
********************************************************
**************************************
*********
कनीना की आवाज। महिला और लड़कियों के प्रति हिंसा के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। पूरे विश्व में तीन में से एक महिला अपने जीवन में काम से कम एक बार शारीरिक हिंसा का शिकार हो चुकी होती है। महिला और लड़कियों के खिलाफ हिंसा में साथी की हिंसा, यौन हिंसा और उत्पीडऩ, मानव तस्करी, महिला बाल विवाह आदि अनेक समस्याएं घर कर चुकी है। महिलाओं को मनोवैज्ञानिक रूप से हानि और पीड़ा सहनी पड़ती है। 25 नवंबर 1981 से लगातार यह दिवस मनाया जा रहा है।
 भारत में महिलाओं के खिलाफ लगातार अपराध बढ़ते जा रहे हैं जिसमें न्याय में देरी, खत्म होता सजा का डर, अश्लील सामग्री प्रकाशित आदि कई कारण हो सकते हैं। महिलाओं के खिलाफ हिंसा को रोकने के कुछ कदम उठाए जा रहे हैं किंतु वे नाकाफी हैं। यद्यपि महिलाओं के अधिकार हेतु अनेक संवैधानिक प्रावधान बनाए गए हैं किंतु अपराधी फिर भी बच निकलते हैं। इस संबंध में  कुछ जागरूक महिलाओं से बात की गई जिसमें उन्होंने महिलाओं पर अत्याचार हिंसा की बातें स्वीकार की।
*** ग्रामीण क्षेत्रों में भी दहेज एक गंभीर समस्या बनता जा रहा है। दहेज के कारण अनेकों उत्पीडऩ सहने पड़ते हैं। इसके अतिरिक्त कितने ही लोग अश्लील गाने बजाकर महिलाओं को प्रताडि़त करते हैं, उनके साथ अनैतिक कार्य और दुष्कर्म की शिकायतें मिलती हैं।  ऐसे में विद्यमान कानून को मजबूत किया जाए। सभी स्तरों पर महिलाओं के प्रतिनिधित्व को बढ़ाया दिया जाना चाहिए।
---रचना शर्मा, जागरूक महिला
महिलाओं के प्रति हिंसा को रोकने के लिए फास्ट ट्रैक कोर्ट की स्थापना की जानी चाहिए। मानव तस्करी के विरुद्ध कानून, राष्ट्रीय तस्करी विरोधी ब्यूरो की स्थापना की जानी चाहिए निर्भया फंड का कुशल क्रियान्वयन किया जाना चाहिए तथा दहेज, बाल विवाह के प्रति सख्त कदम उठाने चाहिए। महिलाओं के प्रति हिंसा की घटना मिलने पर अपराधी के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
---बबीता जागरूक महिला
 महिलाओं के प्रति अपराधों को रोकने के लिए महिला थाना, महिला पुलिस अधिकारियों की संख्या बढ़ाना, हेल्पलाइन नंबर फारेंसिक लैब की स्थापना, सार्वजनिक परिवहन में सीसीटीवी, पैनिक बटन लगाना आदि कदम उठाये जा सकते हैं। वही लैंगिक शिक्षा और जागरूकता को बढ़ावा देना चाहिए जिससे इस दिवस की सार्थकता उजागर हो सके। हर महिला को नियम कानून की जानकारी दी जानी चाहिए।
---कविता यादव, जागरूक महिला
दुनिया भर में महिलाओं में जागरूकता पैदा करने के लिए हिंसा से बचेे लोगों को आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए यह दिवस मनाना चाहिए। ग्रामीण क्षेत्रों में भी महिलाओं के प्रति हिंसा बढ़ती जा रही है। ऐसे में महिलाओं को उन नियम और कानूनों के प्रति जानकारी देनी चाहिए जो उन्हें मिले हुए हैं। उनके साथ हिंसा की गतिविधियों होने पर सख्त से सख्त कार्रवाई का प्रावधान किया जाना चाहिए वरना आने वाले समय में समस्या और भी गंभीर बन सकती है।
--कविता, जागरूक महिला
फोटो कैप्शन: कविता, बबीता, रचना एवं प्रवीन।







फिर से प्रदूषण रफ्तार पकडऩे लगा
-ठंड बढ़ती ही जा रही है
********************************************
********************************************************
****************************************
*******
कनीना की आवाज। हरियाणा एनसीआर दिल्ली में लगातार मौसम शुष्क और साफ बना हुआ। दिन और रात के तापमान में हल्की गिरावट दर्ज हुई है। जिसकी वजह से सुबह शाम  हल्की ठंड अपने रंग दिखा रही है । परन्तु अगले 24-48 धंटो में सम्पूर्ण इलाके में मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा। मौसम विशेषज्ञ और पर्यावरणविद् डॉ चंद्रमोहन ने बताया कि लगातार उत्तरी हवाओं से सम्पूर्ण इलाके में तापमान में गिरावट और  सुबह के समय हल्का कोहरा साथ ही साथ हरियाणा एनसीआर दिल्ली में एक बार फिर से वायु प्रदूषण रफ्तार पकडऩे लगा है। जिसकी वजह से सम्पूर्ण इलाके में वायु गुणवत्ता सूचकांक में गिरावट जारी है आज हरियाणा एनसीआर दिल्ली में हरियाणा राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों अनुसार 300-400 के बीच वायु गुणवत्ता सूचकांक  रहा जो बहुत ही खराब स्थिति में पहुंच गया है अभी भी  सम्पूर्ण इलाके धुंध धुआं धूल से दमघोंटू हवाएं  जीवन पर प्रतिकूल प्रभाव डाल रहीं हैं। जबकि जिला महेंद्रगढ़ में नारनौल का वायु गुणवत्ता सूचकांक 304 पहुंच गया है जो बहुत खराब स्थिति में पहुंच गया है। परन्तु आने वाले दिनों में हरियाणा एनसीआर दिल्ली  और विशेषकर जिला महेंद्रगढ़ में मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा सम्पूर्ण इलाके में आंशिक बादल वाही और सीमित स्थानों पर छिटपुट बूंदाबांदी देखने को मिलेगी। परन्तु इस मौसम प्रणाली द्वारा उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों पर भारी मात्रा में बर्फबारी होने से  28 नवंबर से सम्पूर्ण मैदानी राज्यों विशेषकर हरियाणा एनसीआर दिल्ली में तापमान में गिरावट और ठंड अपने तीखे तेवरों से आगाज़ करेगी। इस दौरान हवाओं में बदलाव से  सम्पूर्ण हरियाणा एनसीआर दिल्ली में एक बार फिर वायु प्रदूषण का खात्मा होगा। 25 नवंबर को उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों पर एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहा है। परन्तु  पश्चिमी जेट के दक्षिणायन होने से यह पश्चिमी विक्षोभ थोड़ा दक्षिण की ओर आएगा  जिसकी वजह  अरब सागर के उत्तर में एक परिसंचरण तंत्र विकसित होगा। जिसके कारण राजस्थान गुजरात पश्चिमी मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के क्षेत्रों में बारिश ओलावृष्टि और 40-60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से आंधी हवाएं चलेगी। जबकि इस मौसमी प्रणाली का हरियाणा एनसीआर दिल्ली पर केवल आंशिक प्रभाव ही देखने को मिलेगा। जिसकी वजह से 25-27 नवंबर के दौरान सम्पूर्ण इलाके पर आंशिक बादलवाही देखने को मिलेगी और हरियाणा एनसीआर दिल्ली पर सीमित स्थानों पर छिटपुट बुंदाबांदी  और तेज गति से हवाएं चलने की संभावना है। परन्तु इस दौरान हवाओं में बदलाव से वायु प्रदूषण में आंशिक राहत मिलेगी। जैसे ही मौसम प्रणाली आगे निकल जाएगी वैसे ही एक बार फिर से सम्पूर्ण इलाके में उत्तरी हवाओं का आगाज देखने को मिलेगा और उत्तरी मैदानी राज्यों विशेषकर हरियाणा एनसीआर दिल्ली में धुंध कोहरा और ठंड अपने तीखे तेवरों से आगाज करेगी। आज हरियाणा एनसीआर दिल्ली में अधिकतर स्थानों पर दिन और रात के तापमान में हल्की गिरावट दर्ज हुई है।





दीनबंधु चौधरी छोटूराम की जयंती मनाई
-कई गांवों में चला कार्यक्रम
********************************************
********************************************************
***************************************
********
कनीना की आवाज।  किसान मजदूर के मसीहा, रहबरे आजम, दीनबंधु  चौधरी छोटूराम की जयंती जिला के उन्हाणी, झिंगावन, धनौन्दा, दौंगड़ा जाट गांवों में धूमधाम से मनाई गई। मुख्य अतिथि बसपा नेता अतरलाल ने  चौधरी छोटूराम के चित्र पर माल्यापर्ण कर समारोह का शुभारम्भ किया।
  उन्होंने कहा कि महापुरुषों की जयंतियां मनाना राष्ट्र भक्ति है। महापुरुषों से हमें देशभक्ति की प्रेरणा मिलती है। उन्होंने चौधरी छोटूराम को युवाओं का आइकान बताते हुए उनके जीवन से प्रेरणा लेने की अपील की। इस अवसर पर उन्होंने राष्ट्र निर्माण में उल्लेखनीय योगदान देने वाले इलाके के 31 किसान, मजदूरों को साफा पहनाकर सम्मानित किया। बसपा जिला प्रभारी लालचंद शर्मा, शेर सिंह यादव, पवन चौधरी ने चौधरी छोटूराम के व्यक्तित्व तथा कृतित्व पर प्रकाश डालते हुए राज्य सरकार से ऋण की अदायगी में असमर्थ किसान, मजदूरों को गिरफ्तार करने के कानून को रद्द करने, किसानों को एमएसपी. की गारंटी देने तथा मनरेगा के तहत मजदूरों की दिहाड़ी बढ़ाने तथा रोजगार गारंटी दिवस 100 दिन से बढ़ाकर 300 दिन करने की मांग की। इस अवसर पर अमर सिंह, हीरा सिंह, सतपाल, कृष्ण, रघुबीर सिंह, धर्मेन्द्र, कबूल सिंह, जितेन्द्र सिंह, चौधरी  मंदरूप, रामचन्द्र सरपंच, अतर सिंह, प्रताप सिंह, गुलाबचंद, गोपीराम, कैलाश मिस्त्री, मुकेश कुमार, हरिप्रकाश, जयनारायण, सुनिल कुमार, रामसिंह आदि सैकड़ों जन उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 05: किसान मसीहा चौधरी छोटूराम के चित्र पर माल्यार्पण करते हुए।






25 व 26 नवंबर को बनवा सकते हैं नए वोट
-दो व तीन दिसंबर की तिथि में कर दिया है बदलाव
********************************************
********************************************************
****************************************
*******
कनीना की आवाज। लोकसभा चुनाव 2024 से पहले वोट बनाने की कार्रवाई जारी है। 1 जनवरी 2024 को जिनकी आयु 18 वर्ष से अधिक है वो बूथ लेवल अधिकारी से मिलकर फार्म नंबर 6 भर कर बनवा सकते हैं। विस्तृत जानकारी देते हुए सुनील कुमार बीएलओ ने बताया कि 25 व 26 नवंबर 2023 को बूथों पर बैठेेंगे तथा इससे पहले यह कार्यक्रम दो व 3 दिसंबर 2023 को निर्धारित किया गया था किंतु अब दो व तीन दिसंबर की तिथियां बदल दी हैं। इस दौरान सभी बीएलओ अपने-अपने मतदान केंद्र पर सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे से उपस्थित रहेंगे। उस समय भी वोट बनवाई जा सकती हैं।
  उन्होंने बताया कि इस प्रक्रिया के तहत नया वोट बनवाने के लिए 6 नंबर फार्म, शुद्धिकरण के लिए फार्म आठ तथा वोट कटवाने के लिए फार्म नंबर 7 भर सकते हैं। उनको आधार कार्ड की एक प्रति, एक जन्मतिथि का प्रमाण , एक फोटो तथा एक रिफ्रेंस के लिए परिवार के किसी भी सदस्य का वोटिंग कार्ड की प्रति देना जरूरी है।





25 नवंबर को डेढ़ घंटा बिजली आपूर्ति रहेगी बाधित
********************************************
********************************************************
*************************************
**********
कनीना की आवाज। 25 नवंबर को सुबह 9 बजे से 10:30 बजे तक कनीना के 132 केवी सब स्टेशन से चलने वाली सभी लाइन बंद रहेंगे और 33 केवी बवानिया पावर हाउस की भी सभी सप्लाई बाधित रहेंगी।
विस्तृत जानकारी देते हुए 132 केवी पावर हाउस के इंचार्ज पवन कुमार रोहिल्ला एवं एसएसई बीर सिंह ने बताया कि धनौंदा-कनीना लाइन पर कार्य चलेगा। इसलिए विद्युत आपूर्ति बंद रहेगी।





बालिकाओं का किया सम्मान समारोह कार्यक्रम
--आंगनबाड़ी केंद्र कैमला ने चलाया अभियान
********************************************
********************************************************
****************************************
*******
कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के गांव कैमला में बाल एवं महिला विकास विभाग के तत्वाधान में आंगनबाड़ी केंद्र कैमला के द्वारा 1 अक्टूबर से 15 अक्टूबर के बीच जन्म लेने वाली बालिकाओं का सम्मान समारोह कार्यक्रम किया गया। जिसमें क्रमश:  कंचन देवी , मोनिका और मोनिका आदि को उनके घर पर जाकर जच्चा -बच्चा आदि का सम्मान समारोह कार्यक्रम कुसुम लता सुपरवाइजर व प्रियंका आंगनबाड़ी केंद्र संचालिका की देख-रेख में संपन्न किया गया। कार्यक्रम की सफलता में  डिंपल जांगड़ा सरपंच का विशेष रूप से सहयोग रहा एवं गांव की सभी सम्मानित महिलाओं ने बढ़-चढ़कर के भाग लिया जिसमें  विभाग के द्वारा बालिका जन्मोत्सव के अवसर पर और  आंगनबाड़ी केंद्र में दी जाने वाली सभी सुविधाओं को विस्तार से सुपरवाइजर ने बताया।
उन्होंने बताया कि बच्चों का अच्छा स्वास्थ्य, कुपोषण से बचाव, साफ -सफाई और समय पर उपचार होने से प्रत्येक बालक का पालन -पोषण अच्छे ढंग से संभव हो पाता है। हम सब महिलाओं का यह दायित्व बनता है कि अपने घर वातावरण में स्वच्छ और खुशहाल वातावरण प्रदान करें। मौलिक मुख्य अध्यापक वीरेंद्र सिंह जांगिड़ ने बताया कि विभाग के द्वारा संचालित इस प्रकार की प्रोत्साहन एवं लाभान्वित योजनाओं को क्रियान्वित करने के लिए लड़का -लड़की में कोई भेद नहीं है। आज गिरता लिंग अनुपात चिंता का विषय बना हुआ है इसलिए सरकार द्वारा विभिन्न योजनाएं बालिकाओं के लिए चलाई हुई हैं हमें बालिकाओं को भी उचित सम्मान देना चाहिए आज बालिकाओं  को आत्मनिर्भर बनाने के लिए सरकार ने व्यापक योजनाएं चलाई हुई है। इस प्रकार सम्मान समारोह कार्यक्रम ,भव्य ,आकर्षक एवं प्रेरणादायक रहा सरपंच ने सभी का आभार व्यक्त किया इस अवसर पर मंजु सुपरवाइजर , सुबे सिंह पंच, बृजलाल सेठ, दर्शना, सुनीता पंच, रेखा देवी पंच ,सपना पंच ,सुनीता जांगड़ा, परमेश्वरी देवी, संतरा देवी , रेखा देवी आशा वर्कर , कुसुम लता सुपरवाइजर , मंजु , सावित्री देवी, साहब कौर देवी, कमला देवी कलावती देवी सुमन देवी आदि उपस्थित रही।
फोटो कैप्शन 04: जच्चा बच्चा को सम्मानित करते हुए आंगनबाड़ी वर्कर।




शिलान्यास के समय से ही विवादों में रहा है हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय
********************************************
********************************************************
************************************
***********
कनीना की आवाज। महेंद्रगढ़ जिले के गांव जाट पाली में स्थित हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय अपने शिलान्यास के समय से ही विवादों में रहा है विवादों और विश्वविद्यालय का चोली दामन का साथ है 25 फरवरी2009 को तत्कालीन मानव संसाधन मंत्री स्वर्गीय अर्जुन सिंह ने इस विश्वविद्यालय का शिलान्यास किया उसी के अगले दिन जाट- पाली के ग्राम वासियों ने ग्राम पंचायत के मांग पत्र ने पढने पर स्थानीय विधायक राव दान सिह के पुतले फूककर विरोध किया। ग्रामीणों का आरोप था की विधायक ने उनके द्वारा जो नौकरियां और दाखिलों में आरक्षण की मांग इस मांग पत्र के जरिए रखी थी उसे विधायक ने जानबूझकर नहीं पढ़ा। अभी कुछ ही समय बीता था कि उस समय के मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने इस विश्वविद्यालय का मुख्य केंद्र रोहतक में बनवाने के लिए केंद्र सरकार से अनुरोध किया। इसके विरोध में क्षेत्र के लोगों की एक पंचायत उसी शिलान्यास  स्थल पर हुई और फिर एक आंदोलन की चेतावनी सरकार को दी गई। चुनाव का समय नजदीक होने के कारण हरियाणा सरकार ने अपने कदम वापस ले लिए और उस पत्र पर कोई कार्रवाई नहीं हुई विश्वविद्यालय का कार्य इस भूमि पर प्रारंभ हो गया जाट पाली की पंचायत ने सरकार के इस आश्वासन के बाद की इस विश्वविद्यालय में स्थानीय ग्रामीणों को नौकरियां और दाखिलों में आरक्षण दिया जाएगा, 525 एकड़ जमीन निशुल्क विश्वविद्यालय को उपलब्ध करवाई थी परंतु कक्षाएं प्रारंभ होने के बाद स्थानीय ग्रामीणों को जब कोई वरीयता नहीं दी गई तो ग्रामीणों द्वारा एक संघर्ष समिति का गठन किया जिसने 2 जुलाई 2012 से विश्वविद्यालय के सामनेअनिश्चितकालीन धरना प्रारंभ कर दिया 3 सितंबर को कप्तान लक्ष्मण सिंह मलखान सिंह ,महेंद्र सिंह, कैलाश पाली, प्रकाश चंद, सुभाष क्रांतिकारी, विनोद पाली के नेतृत्व में संघर्ष समिति ने विश्वविद्यालय निर्माण कार्य रुकवा दिया। स्थानीय विधायक की पहल पर मुख्यमंत्री भूपेंद्र हुड्डा ने संघर्ष समिति को बातचीत करने के लिए दिल्ली स्थित अपने आवास पर बुलवाया परंतु बातचीत सिरे नहीं चढ़ पाई लेकिन राजनेता ग्रामीणों में फूट डालने में सफल हो गए और संयोजक कैलाश पाली ने धरने को कुछ समय के लिए स्थगित कर दिया। थोड़े समय बाद ही 2 दिसंबर 2012 को पुन:दोनों गांवों के ग्रामीणअपनी मांगों को लेकर धरने पर बैठ गए। 12 दिसंबर 2012 को दिल्ली जंतर मंतर चलने काआह्वान ग्रामीणों ने किया किस तारीख को दोनों गांव के 500 ग्रामीण अपनी मांगों के प्रति सरकार का ध्यान आकृष्ट करने के लिए जंतर मंतर पहुंचे, जहां राजनाथ सिंह उस समय के केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह और वर्तमान में मंत्री और उसे समय राज्यसभा सदस्य भूपेंद्र यादव ने ग्रामीणों की मांगों का समर्थन करते हुए धरने पर आकर अपनी सहानुभूति व्यक्त की। ग्रामीणों का यह आंदोलन निरंतर चल रहा था, वही विश्वविद्यालय के अंदर इसी समय नियुक्तियों और निर्माण कार्यों में धांधली को लेकर  भी इसके प्रशासन पर  आरोप लगने  प्रारंभ हो गए।  इन सब विवादों के बीच 28 फरवरी 2014को महामहिम राष्ट्रपति महोदय का विश्वविद्यालय में आने का कार्यक्रम तय हुआ वर्तमान कुलपति मेजर रंजीत सिंह का कार्यकाल समाप्ति की ओर था। वह इस कार्यक्रम के माध्यम से अपना कार्यकाल आगे बढऩा चाहते थे कार्यक्रम में किसी प्रकार की कोई व्यवधान उत्पन्न हो इसके लिए उन्होंने प्रशासन को संघर्ष समिति के तीन सदस्य कैलाश पाली, पूर्व सरपंच मलखान सिंह और जाट निवासी रुद्रपाल को हाउस अरेस्ट करने के लिए कहा। उनका यह दाव उल्टा पड़ा और ग्रामीणों में रोष  उत्पन्न हो गया जिसके कारण राष्ट्रपति का कार्यक्रम रद्द हो गया। एक वर्ष तक विश्वविद्यालय कार्यकारी कुलपतियों के भरोसे चलता रहा फिर रमेश चंद्र को कुहाड़ ने स्थाई कुलपति के नाते कार्यभार ग्रहण किया। स्थानीय लोग समझते थे कि शायद उनकी समस्या का समाधान हो जाए।  वे इस दौरान केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी और हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल से भी मिले परंतु नतीजा वही ढाक के तीन पात रहा। इसी बीच भारतीय सेनाओ को रेप करता दिखाने वाला नाटक द्रोपदी का मंचन विश्वविद्यालय रंगमंच पर हुआ और  पुन:हरियाणा केंद्रीय विश्वविद्यालय संघर्ष समिति तथा स्थानीय लोगों ने संघर्ष का बिगुल बजा दिया विश्वविद्यालय द्वारा जांच कमेटी बिठाने पर यह आंदोलन समाप्त हुआ इसके उपरांत देश विरोधी नारे लिखे जाने पर पुन: स्थानीय लोग आक्रोसित हो गए। इसी बीच वर्तमान कुलपति पर संघ की आड़ लेकर जाति विशेष के लोगों को नियुक्तियां देने पर विश्वविद्यालय की साख को बट्टा लगा। साथ  ही निर्माण कार्य में भारी अनियमितता और करोड़ों के हेर फेर के आप भी उसे समय के प्रशासन पर लगे परंतु सरकार में हाथ होने के कारण किसी भी प्रकार की जांच नहीं हो पाई वर्तमान कुलपति टकेश्वर कुमार ने 2 साल पहले अपना कार्य भार संभाला स्थानीय लोगों को आरक्षण देने का उन्होंने वादा किया और आंतरिक विरोध के बावजूद दोनों गांव के लिए दाखिलों में आरक्षण का प्रावधान ।उन्होंने किया जिसके स्थानीय लोगों  स्थापना के समय से चल रहा   विरोध कुछ काम हो गया परंतु प्रशासन पर ढीली पकड़ के कारण विश्वविद्यालय में अनुशासनहीनता जन्म लेने लगी एक बेनामी रेप की शिकायत भी हुई जिसमे शिकायतकर्ता न मिलने के कारण कोई कार्यवाही नही हुई। आऊटसोर्सिग नौकरियों में भी लेन देन के आरोप लगे। विश्वविद्यालय के कर्मचारी दो गुटों में बटे हुए नजर आने लगे इस माह के प्रारम्भ कप्तान शेर सिंह के नेतृत्व में आए स्थानीय लोगों के  एक शिष्ट मण्डल और कुलपति के अंगरक्षक के बीच उन्हीं के सामने जबरदस्त आरोप प्रत्यारोप लगे उसके तुरंत बाद फीस में हेरा फेरी का करोड़ों का आरोप निलंबित कुलसचिव ने लगाए हैं। उन्होंने भी इसमें कुलपति की सम्मिलित होने का अंदेशा जाहिर किया है दूसरी तरफ कुलपति ने कुल सचिव को कार्य में कोताही और लापरवाही के आरोप लगाते हुए निलंबित कर दिया है। कुल मिलाकर देखा जाए तो यह विश्वविद्यालय 14 वर्ष में प्रगति कम और विवाद अधिक से घिरा हुआ है आने वाले समय में किस प्रकार यह उन्नति करता है यह बात कल की गर्त में समाई हुई है।





30 दिव्यांग बच्चों के बनाए गए पहचान पत्र-अमृत
-नारनौल में लगा शिविर
********************************************
********************************************************
***************************************
********
कनीना की आवाज। कनीना खंड के 30 दिव्यांग बच्चों के यूडीआईडडी कार्ड बनाए गए। अलिमको संस्था द्वारा इन बच्चों को चिन्हित करके विशेष उपकरण दिए जाएंगे।
 विस्तृत जानकारी देते हुए विशेष शिक्षक अमृत सिंह ने बताया कि हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद के तहत समावेशित शिक्षा के अंतर्गत दिव्यांग बच्चों के लिए  विशेष शिविर का आयोजन सरकारी अस्पताल नारनौल में किया गया जिसमें कनीना खंड से 30 बच्चों ने भाग लिया। इन बच्चों के यूडीआईडी कार्ड बनाए जाएंगे। उन्होंने बताया कि इन बच्चों को चिन्हित करके विशेष उपकरण भी दिए जाने की सिफारिश की है जिनमें कान की मशीन, व्हीलचेयर आदि मौके पर ही प्रदान करने की अनुमति दी गई। इस अवसर पर एपीसी विक्रम, खुशीराम, अमृत सिंह सरिता राजेश महावर अशोक कुमार बृजेश राजेश नायक, प्रीतम, दिनेश विशेष शिक्षक मौजूद रहे। फोटो कैप्शन 03: कैंप में दिव्यांगों के यूडीआईडी कार्ड बनाते हुए।







कट की मांग को लकर ग्रामीणों में जोश
-धरना 257वें दिन रहा जारी
********************************************
********************************************************
*************************************
**********
कनीना की आवाज। राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर सेहलंग -बाघोत के बीच कट के लिए ग्रामीणों का अनिश्चितकालीन धरना 257वें दिन जारी रहा।  शुक्रवार को धरने की अध्यक्षता पहलवान रणधीर सिंह बाघोत ने की और उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार के द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट के काम में देरी होने से, बुजुर्ग किसानों में आक्रोश है, कट के प्रति उनका हौसला और बढ़ रहा है। किसानों ने पक्का इरादा बना लिया है, जब तक केंद्र सरकार कट का काम शुरू नहीं करती है, तब तक हम धरना स्थल पर डटे रहेंगे। केंद्र सरकार को हम याद दिला रहे हैं कि आपके द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट की घोषणा की हुई है, इस काम को जल्द से जल्द शुरू किया जाए, जिससे सरकार के प्रति लोगों का विश्वास बना रहे।
 धरना संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय सिंह चेयरमैन  ने बताया कि धरने को चलते 257 दिन हो गए हैं।  धरना स्थल पर बैठे किसानों मैं आक्रोश है और केंद्र सरकार के प्रति नाराज हैं। धरना स्थल पर बैठे किसानों को साढ़े आठ महीने से ज्यादा समय हो गया है, केंद्र सरकार किसानों की मांग को अनदेखा कर रही है। चेयरमैन ने बताया कि आपकी मेहनत बेकार नहीं जाएगी, कट बनेगा और केंद्र सरकार के द्वारा बनवाया जाएगा। धरना स्थल पर बैठे हुए सभी किसानों ने एक साथ हाथ उठाकर विक्ट्री का निशान दिखाते हुए एक सुर में बोले कि हम कट शुरू होने के बाद ही चैन की सांस लेंगे। हमारे 50 गांवों के विकास के रास्ते कट बनने के बाद ही शुरू हो जाएंगे।
 इस मौके पर  सरपंच हरिओम पोता, डॉ लक्ष्मण सिंह,  नरेंद्र शास्त्री छिथरोली, प्रकाश, ठेकेदार शेर सिंह, ओमप्रकाश, प्रधान कृष्ण कुमार, सत्य प्रकाश, रामस्वरूप आर्य, पूर्व सरपंच सतवीर सिंह, सब इंस्पेक्टर रामकुमार, राम भक्त, पूर्व सरपंच हंस कुमार, रामभज,  करण सिंह, पंडित मनीराम अत्रि, दाताराम, डॉक्टर राम भक्त,  भरत सिंह कमांडो, मास्टर विजयपाल,  मास्टर विजय सिंह,  बाबूलाल, सूबेदार हेमराज अत्री,  रोशन लाल आर्य,  सीताराम,   इंस्पेक्टर सतनारायण ,  पंडित संजय कुमार ,प्यारेलाल,  सूबे सिंह पंच, अशोक चौहान, सज्जन सिंह व गणमान्य लोग मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 02: कट की मांग को लकर धरने पर बैठे किसान।





हैफेड के सरकारी केंद्रों पर अब मिलेगा चंबल यूरिया-सुशांत
-नहीं रहेगी यूरिया की कमी




















********************************************
********************************************************
***********************************************
कनीना की आवाज। हैफेड के साथ चम्बल फर्टिलाइजर का टाइअप हुआ है ,हैफेड के सरकारी केंद्रों पर भी चम्बल यूरिया किसानों को मिल सकेगा। कनीना अनाज मंडी स्थित हैफेड केन्द्र पर यूरिया के 1100  बैग खाद पहुंचा जो पहले ही दिन किसानों को बांटा गया।
 चम्बल फर्टिलाइजर के सहायक विपणन प्रबंधक सुशांत ने बताया कि किसानों को आधार कार्ड पर पीओएस मशीन से अंगूठा लगाकर खाद दिया गया। हैफेड  सेंटर पर अब तक सरकारी कम्पनियां आइपीएल, कृभको, इफको की ही खाद दिये जाते थे, इस बार चम्बल फर्टिलाइजर के साथ हैफेड का टाइअप होने के साथ कंपनी का यूरिया भी हैफेड सेंटर पर बांटा जाएगा। इससे जि़ले के किसानों को कमी नहीं आएगी एवं सरकारी केंद्रों पर भी चम्बल फर्टिलाइजर का यूरिया किसानों को मिल पाएगा।
चम्बल फर्टिलाइजर के सहायक विपणन प्रबंधक सुशांत ने बताया कि किसानों की डिमांड देखते हुए हैं दिसंबर के पहले सप्ताह में एक रैक  लिया जाएगा जिससे कि किसानों को यूरिया में दिक्कत ना आए। अभी किसान यूरिया का प्रयोग सरसों एवं गेहूं की फ़सल में कर रहे हैं। इसके साथ चम्बल फर्टिलाइजर का यूरिया सभी प्राइवेट दुकानों में भी दिया गया है, किसान  वहा से भी चम्बल यूरिया ले सकते हैं।
फोटो कैप्शन 01: हैफेड केंद्र पर चम्बल फर्टिलाइजर का कनीना में रैक लगाते हुए।

No comments: