हरी सब्जी का विकल्प है खरपतवार बथुआ
--पशुओं का उत्तम चारा भी है बाथू-कांता
************************************************
***********************************************************
****************************************************
कनीना की आवाज। सब्जी महंगी होने के कारण किसान वर्ग न केवल खेतों में खरपतवार के रूप में उगने वाले बाथू/बथुआ को सब्जी के रूप में प्रयोग कर रहे हैं वहीं खेतों से उखाड़कर दूसरों को भी खाने की प्रेरणा दे रहे हैं। अब तो बाजार में भी दस से 15 रुपये किलो बिकता है।
बाथू मानव के काम तो आता है वहीं पशुओं के लिए भी उत्तम हरे चारे का काम करता है। सर्दियों में रबी फसल के साथ अपने आप उगने वाले इस हरे भरे शाक को ग्रामीण परिवेश के लोग बाथू,बथुआ या हरा नाम से पुकारते हैं जिसे आयुर्वेद में कई गुणों की खान व औषधियों में काम में लाया जाता है। इस संबंध में किसानों से चर्चा की गई-
किसान गजराज मोड़ी ने बताया बाथू का किसी जमाने में गरीब तबके के लोग ही प्रयोग में लाते थे जो महंगी बाजार की सब्जी खरीदने में असमर्थ थे किंतु आजकल बदलाव आ गया है और अमीर एवं रोगी जनों के लिए रामबाण दवा का काम कर रहा है विशेषकर पेट की बीमारी एवं एनिमिया के शिकार इसे ढूंढते फिरते हैं।
--गजराज सिंह किसान
वैद्य बालकिशन का कहना है कि पेट की बीमारियों एवं खून की कमी को दूर करने में सहायक है।कीटनाशकों के प्रयोग तथा आधुनिक कृषि के यंत्रों द्वारा जुताई के चलते बाथू की मात्रा कम होती जा रही है। दिसंबर से जनवरी माह में किसान खेतों में निराई करते हैं और इस शाक को उखाड़ फेंकते हैं क्योंकि यह पैदावार में बाधक बन जाता है। डाक्टर और हकीम इसे खून की कमी वाले व्यक्तियों और रक्त शोधक के रूप में उपयोग करने की सलाह देते हैं। इसके पत्ते गहरे हरे तथा टहनियां भी हरी होती हैं।
--वैद्य बालकिशन
वे इसे रायता, देसी सब्जी बनाने में प्रयोग कर रहे हैं वहीं आटे में मिलाकर रोटियां बना रहे हैं वहीं इससे जायकेदार पराठे भी बना रहे हैं। ये व्यंजन उनको बहुत अधिक भा रहे हैं। यही नहीं अपितु वे सरसों का साग व अन्य खेतों में पाई जाने वाली हरी सब्जियां प्रयोग में ला रहे हैं। खरपतवार के रूप में अपने आप खेतों में उगने वाला बाथू ग्रामीण क्षेत्रों में महत्वपूर्ण शाक माना जाता है। कई रूपों में मानव के काम आता है वहीं पशुओं के लिए भी उत्तम हरे चारे का काम करता है। सर्दियों में फसल के साथ अपने आप उगने वाले इस हरे भरे शाक को ग्रामीण परिवेश के लोग बाथू,बथुआ या हरा नाम से पुकारते हैं।
--कांता देवी
बाथू आजकल किसानों के लिए आय का साधन बनता जा रहा है। इसके गुणों को देखते हुए अमीर जन इसे बाजार से खरीद कर लाते हैं और बड़े ही चाव से खाते हैं जिससे सिद्ध होता है कि बीते जमाने की गरीबों की सब्जी अब अमीरों का भोजन बनती जा रही है। बाजार में किसान इसे उखाड़कर बेच रहे हैं और आमदनी कर रहे हैं।
खरपतवार के रूप में अपने आप खेतों में उगने वाला 'बाथूÓ ग्रामीण क्षेत्रों में महत्वपूर्ण शाक माना जाता है। कई रूपों में मानव के काम आता है वहीं पशुओं के लिए भी उत्तम हरे चारे का काम करता है। सर्दियों में फसल के साथ अपने आप उगने वाले इस हरे भरे शाक को ग्रामीण परिवेश के लोग बाथू, बथुआ या हरा नाम से पुकारते हैं जिसे आयुर्वेद में कई गुणों की खान व औषधियों में काम में लाया जाता है। यह बहेत तेजी से बढ़ता है तथा एक खरपतवार है।
-डा देवराज पूर्व कृषि अधिकारी
फोटो कैप्शन 5,6,7: बथुआ एवं उसके बने शाक
साथ में कांता, गजराज, डा देवराज, बालकिशन
कनीना -रेवाड़ी सड़क मार्ग पर उड़ती है धूल,बने हैं गड्ढे
---जगह जगह टूट चुकी है सड़क,कई जगह सड़क ही गायब
*********************************************************
************************************************************
*******************************************************
कनीना की आवाज। लंबे संघर्ष के बाद कनीना से महेंद्रगढ़ सड़क मार्ग की सुध तो ले ली किंतु कनीना से रेवाड़ी सड़क मार्ग की अभी तक कोई खैर खबर नहीं ली गई है जिसके चलते कनीना-रेवाड़ी मार्ग कई जगह सड़क ही गायब हो गई है। सड़क के स्थान पर रेत मिट्टी होने से वाहनों की गुजरने पर रेत मिट्टी के गुब्बार उठते हैं। रेवाड़ी कोसली कनीना मोड़ से लेकर भडफ़ तक सड़क मार्ग की तो हालात और भी खराब हो गई जिसके चलते आए दिन वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं। सुबह शाम दोपहर जब भी वाहनों की संख्या बढ़ती है सड़क मार्ग दिखाई नहीं देता क्योंकि धूल के गुब्बार उठते रहते हैं। यही कारण है कि दुर्घटना आए दिन होती है। करीरा मार्ग के सामने तो वाहनों को सड़क की बजाय कच्ची पगडंडी से गुजारना मजबूरी बन गई है। पगडंडी पर पैदल चलने वालों के लिए आफत बन गई है। कोई सुनने वाला नहीं है। कुछ कुछ लोगों से सड़क के बोर में चर्चा की गई जिन्होंने रोष जताया--
रेवाड़ी सड़क मार्ग अति महत्वपूर्ण मार्ग जो दिल्ली, गुरुग्राम और फरीदाबाद जाने के लिए सबसे सुगम मार्ग है जिसकी हालात जर्जर हो गई है। अगर इस मार्ग को पुन: निर्मित कर दिया जाए तो सड़क पर घटने वाली दुर्घटनाओं से बचा जा सकता है। आसपास के दुकानदार भी परेशान हैं। चूंकि दुकानदारों की दुकानों में भारी धूल घुस जाती है। मजबूरी में दुकानों के शीशे लगवाने पड़ रहे हैं क्योंकि वाहनों को पगडंडी से चलाना पड़ रहा है इसलिए दुर्घटनाएं घट रही है।
---मुकेश नंबरदार कनीना
कनीना-रेवाड़ी सड़क मार्ग नाम का सड़क मार्ग रह गया है। इस पर तो रोड़ी बची है। जगह-जगह गड्ढे बन गये हैं, आवागमन परेशानी बन गई है। सड़क मार्ग की सुध ली जाए ताकि बारिश के समय में जो सड़क मार्ग जर्जर हो गया था वह ठीक किया जा सके। यह सड़क मार्ग आज के दिन सबसे बदहाल में है।
---- योगेश अग्रवाल
रेवाड़ी से कनीना तक की दूरी करीब 35 किलोमीटर है। यह सड़क मार्ग अति महत्वपूर्ण है क्योंकि कनीना को दिल्ली और गुरुग्राम को जोड़ता है। ऐसे में इस मार्ग की सुध लेना बहुत जरूरी है। लंबे समय से सड़क मार्ग खराब हालत में पड़ा है। बार-बार अधिकारी ठीक करने की बात तो कर रहे हैं लेकिन अभी तक इस पर कोई कार्रवाई शुरू नहीं हुई है।
--- कुलदीप बोहरा
वर्तमान समय में रेवाड़ी मार्ग की सबसे अधिक आवश्यकता दिल्ली एवं चंड़ीगढ जाने के लिए होती है। इस मार्ग के बन जाने से विकास को नये आयाम लग जाएंगे। इस मार्ग की जरूरत अब बढ़ती ही जा रही है।
---भीम सिंह,कनीना
फोटो कैप्शन: कुलदीप बोहरा, योगेश अग्रवाल, मुकेश नंबरदार, भीम सिंह
फोटो कैप्शन 3 व 4: जर्जर रेवाड़ी मार्ग पर नजर आती रोड़ी
किसानों का कट के लिए जुनून, 254वें दिन जारी रहा धरना
--अनिश्चितकालीन धरना जारी
**************************************************
***********************************************************
**************************************************
कनीना की आवाज। राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर सेहलंग -बाघोत के बीच कट के लिए ग्रामीणों का अनिश्चितकालीन धरना 254वें दिन जारी रहा। धरने की अध्यक्षता दाताराम बाघोत ने की और उन्होंने बताया कि हमारा धरना बाघेश्वर धाम में चल रहा है। बाबा शिव भोले की हमारे ऊपर असीम कृपा है, पंडित हीरालाल अत्री ने बताया कि जो भक्त बाबा शिव भोले कि शरण में आ जाता है उसकी मुराद अवश्य पूरी होती है। बाबा शिव भोले अपने भक्तों को कभी निराश नहीं करते। बाघेश्वर धाम में बाबा शिव भोले का बहुत पुराना मंदिर है। देश और विदेशों से लाखों की संख्या में श्रद्धालु बाबा शिव भोले के दर्शन करने के लिए यहां पर पहुंचते हैं, दर्शन करके, आशीर्वाद लेते हैं। पंडित हीरालाल अत्रि ने बताया कि हमने भी बाबा शिव भोले के दर्शन करके, यही मांग मांगी है कि राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट का काम केंद्र सरकार के द्वारा जल्द शुरू करवाया जाए। हमें पूरा विश्वास है कि बाबा शिव भोले धरना स्थल पर बैठे किसानों की मांग अवश्य पूरी करेंगे।
धरना संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय सिंह चेयरमैन ने बताया कि धरने को चलते 254 दिन हो गए हैं किंतु मांग पूरी न होने से धरना स्थल पर बैठे किसानों में आक्रोश है कि केंद्र सरकार के द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट का काम शुरू नहीं किया गया है। किसानों को धूल- मिट्टी और ठंड के कारण परेशानी हो रही है, लेकिन कट के लिए वह जुनून चढ़ा है कि इसके अलावा उन्हें और कुछ नजर नहीं आता। किसानों ने सोच लिया है और उनका पक्का इरादा है कि कट बनना चाहिए और कट बनने के बाद ही हम चैन की सांस लेंगे। केंद्र सरकार के द्वारा जब तक राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट का काम शुरू नहीं होता है, हम धरना स्थल पर बैठे रहेंगे।
इस मौके पर पहलवान रणधीर सिंह, डॉ लक्ष्मण सिंह, नरेंद्र शास्त्री छिथरोली, पूर्व सरपंच बेड़ा सिंह, प्रधान कृष्ण कुमार,पूर्व सरपंच सतवीर सिंह, रामभज, प्रकाश, करण सिंह, दाताराम, डॉक्टर राम भक्त, मुख्तियार, सूबेदार श्रीराम, मास्टर विजयपाल, मास्टर विजय सिंह, पंडित जगदीश प्रसाद, भागमल, बाबूलाल, शेर सिंह, मास्टर विजयपाल , सूबेदार हेमराज, रोशन लाल आर्य, थानेदार रामकुमार, सीताराम, सुरेंद्र सिंह ,ओम प्रकाश, इंस्पेक्टर सतनारायण , वेद प्रकाश, करतार सिंह, पंडित संजय कुमार ,प्यारेलाल, सूबे सिंह पंच व गणमान्य लोग मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 02:कट के लिए धरने पर बैठे ग्रामीण।
जादूगर ने दिखाये जादू के खेल, विद्यार्थी हुए प्रसन्न
****************************************************
***********************************************************
****************************************************
कनीना की आवाज। रेडक्रास सोसाइटी से आए हुए जादूगर विक्रम सिंह ने जादू के तमाशा दिखाया और विभिन्न स्कूलों में विद्यार्थियों का मन मोह लिया। विद्यार्थियों ने भी खेलों का आनंद लिया। जादूगर ने जादू के खेल दिखाएं। उन्होंने बताया कि यह कहने में जादू है लेकिन पीछे विज्ञान छिपा हुआ है लेकिन असली जादू तो शिक्षा जो मानव जीवन की दशा और दिशा दोनों बदल देती है। जादूगर ने विभिन्न सरकारी स्कूलों के अतिरिक्त एसडी स्कूल खेड़ी में भी जादू का तमाशा दिखाया। स्कूल संचालक जगदेव यादव ने जादूगर के जादू की सराहना की।
फोटो कैप्शन 01: जादू का तमाशा दिखाता जादूगर
36 छात्राओं ने एडीशनल सिविल जज मेनका सिंह के कोर्ट की देखी लाइव कार्यवाही
-माडल स्कूल कनीना के विद्यार्थी गये लाइव देखने
************************************
***************************************
**********************************
कनीना की आवाज। राजकीय मॉडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कनीना की 36 छात्राओं ने एडीशनल सिविल जज मेनका सिंह के कोर्ट की लाइव कार्यवाही देखी। विद्यालय के प्राचार्य सुनील खुडानियां ने जानकारी देते हुए बताया कि जज मेनका सिंह के आह्वान पर छात्राओं को कोर्ट कार्यवाही देखने का अवसर मिला। जिसके तहत विद्यालय की 36 छात्राओं ने कोर्ट परिसर में पहुंचकर कोर्ट की लाइव कार्यवाही देखी। इस दौरान छात्राएं बहुत ही उत्साहित नजर आ रही थी। बार एसोसिएशन कनीना के प्रधान ओपी यादव, पूर्व प्रधान दीपक चौधरी, अधिवक्ता नरेश कुमार ने स्कूल स्टाफ व छात्राओं का स्वागत व सहयोग किया। इस दौरान छात्राओं के साथ प्राध्यापिका डॉ. ममता यादव, प्राध्यापिका पूनम गोस्वामी, रवि कुमार प्रवक्ता अंग्रेजी, सुरेन्द्र कुमार प्रवक्ता फाइन आर्ट व हिंदी प्रवक्ता नरेश कुमार भी मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 08: माडल स्कूल कनीना में जज की लाइव कार्रवाई देखने जाते हुए।
गौ-तस्करी के मामले में एक ओर आरोपित गिरफ्तार
-नूह का निवासी है आरोपित
**************************************************
****************************************************************
************************************************************************
कनीना की आवाज। महेंद्रगढ़ पुलिस की स्पेशल स्टाफ कनीना की टीम ने गौ तस्करी के मामले में एक ओर आरोपित को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार आरोपित की पहचान नवाबुदीन उर्फ नवाबु वासी ग्वारका थाना तावडू नूह के रूप में हुई है। आरोपित को न्यायालय में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। इस मामले में पुलिस द्वारा तीन आरोपितों शौकत, शौकीन उर्फ काला वासी पंचगावा, तावडू नूह, सदीक वासी गुवारका थाना तावडू ,नूह को पहले गिरफ्तार किया गया था। आरोपित कनीना क्षेत्र से गौ तस्करी कर रहे थे, पुलिस से भिड़ंत होने के बाद आरोपित गायों को गाड़ी से नीचे गिराकर पुलिस की गाड़ी को टक्कर मारकर फरार हो गए थे।
पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि आरोपितों के खिलाफ अक्टूबर 2019 में सीपी स्टाफ नूह की पुलिस टीम की शिकायत पर थाना कनीना में मामला दर्ज हुआ था। आरोपित जिला नूह पुलिस के कई मामलों में वांछित थे, सीपी स्टाफ नूह आरोपितों का पीछा कर रही थी। सीपी स्टाफ आरोपितों की तलाश करते हुए कनीना क्षेत्र में गांव नौताना में आए थे, टीम ने आरोपितों का पीछा किया तो आरोपितों ने गांव पोता में चलती हुई गाङी से दो गाय नीचे गिरा दी थी, आरोपित गाड़ी का टायर फटने के बावजूद गाड़ी को सेहलंग पुलिस नाका को तोङकर खेड़ी गांव के मन्दिर वाली बणी में ले गए और एक गाय को फिर गाड़ी से नीचे फेंक दिया तथा टीम की गाड़ी को टक्कर मारी। सीपी स्टाफ नूह की टीम की शिकायत पर कनीना पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी।
फोटो कैप्शन 10: पकड़ा गया गौ तस्कर
एक दिवसीय खंड स्तरीय महिला खेलकूद प्रतियोगिता संपन्न
-मुख्य अतिथि रहे एसडीएम
*********************************************************
*************************************************************
***********************************************************
कनीना की आवाज। फुटबाल खेल ग्राउंड में मंगलवार को एक दिवसीय खण्ड स्तरीय महिला खेल प्रतियोगिता हुई। जिसमें मुख्य अतिथि एसडीएम सुरेंद्र सिंह रहे। सीडीपीओ ने बताया कि एक दिवसीय खंड स्तरीय महिला खेलकूद प्रतियोगिता में 18 से 30 वर्ष व 30 वर्ष अधिक वर्ष की महिलाओं ने भाग लिया है। जिसमें कनीना उपमंडल के गांव पाथेड़ा, चेलावास, गाहड़ा खैराना, गोमला, कनीना, बाघोत, दों. अहिर, कोका सहित विभिन्न गांव की महिलाओं ने भाग लिया। उन्होंने बताया कि पहले स्थान पर आने वाली महिला को 2100 रुपये दूसरे स्थान पर आने वाली महिला को 1100 रुपये व तीसरे स्थान पर आने वाली महिला को 750 रुपये का चेक दिया जाएगा। एसडीएम सुरेंद्र सिंह ने कहा कि इस प्रतियोगिता का उद्देश्य महिलाओं में खेल के प्रति भावना पैदा करना स्वास्थ्य के प्रति स्फूर्ति पैदा करना है। उन्होंने कहा कि विभाग द्वारा हमारी लाडो स्कीम के तहत कुआं पूजन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि हमारी लाडो स्कीम में बीपीएल परिवार के कन्या होने पर विभाग द्वारा कुआं पूजन महिम के माध्यम से कुआं पूजन किया जाएगा। जिससे जिले में सेक्स रेसयो बढ़ेगा। 300 मीटर रेस में पहले स्थान प्रियंका पाथेड़ा, दूसरे स्थान पर आंचल गाहड़ा, तीसरे स्थान पर राखी खरखड़ा बास रही। आलू चम्मच दौड में पहले स्थान पर प्रियंका बाघोत, दूसरे स्थान पर पूनम कनीना, तीसरे स्थान पर सीमा चेलावास रही। साइकिल दौड़ में पहले स्थान पर रीना पड़तल, दूसरे स्थान पर मुस्कान खैराणा, तीसरे स्थान पर तन्नू कनीना रही। 100 मीटर दौड़ में पहले स्थान पर मंजू पाथेड़ा, दूसरे स्थान पर विनोद बाघोत, तीसरे स्थान निशू चेलावास रही। 400 मीटर दौड़ में पहले स्थान पर राजबाला कोका रही, दूसरे स्थान पर पूनम दौ. अहीर, तीसरे स्थान पर ज्योति पाथेड़ा रही। मटका दौड़ में पहले स्थान पर कमलेश खैराना, दूसरे स्थान पर उर्मिला चेलावास व तीसरे स्थान पर सरस्वती कनीना रही। इस दौरान डीपी शर्मिला, डीपी प्रीति, विशंभर दयाल, अमित सहित अन्य मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 08: दौड़ प्रतियोगिता का नजारा।
गांव गुढ़ा में आयोजित क
राई रस्साकशी प्रतियोगिता, नशे से दूर रहने का संदेश दिया
*********************************************************************
**********************************************************************
***********************************************************************
कनीना की आवाज। हरियाणा उदय मुहिम के तहत जिला पुलिस द्वारा कनीना के गांव गुढ़ा में टग ऑफ वार प्रतियोगिता का आयोजन कराया गया। इस कार्यक्रम में थाना सदर कनीना से एसआई नीलम, एसआई हरीश व अन्य कर्मचारी पहुंचे। रस्सा–कस्सी प्रतियोगिता में गांव गुढ़ा की टीम और पुलिस की टीम ने हिस्सा लिया, जिसमें गांव की टीम ने जीत हासिल की। जीतने वाली टीम को एसआई हरीश द्वारा ट्रॉफी देकर सम्मानित किया गया और गांव के सरपंच और गणमान्य व्यक्तियों को एसआई नीलम ने मूमेंटो भेंट कर सम्मानित किया। पुलिस ने इस कार्यक्रम का आयोजन कर युवाओं को नशे से दूर रहने का संदेश दिया, ताकि हमारी युवा पीढ़ी नशा से दूर रह सकें। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि नशा मुक्त हरियाणा अभियान में समाज की भागीदारी से नशा से नई पीढ़ी को बचा सकते हैं।
पुलिस टीम ने कहा कि युवा नशे से दूर रहें और जो नशे का सेवन कर रहा है, उसे सही राह पर लाया जा सके, इसके लिए सभी प्रयास करें। युवाओं एवं गांव के लोगों को नशीली दवाओं के दुरुपयोग के प्रभावों के बारे में निर्देशित किया और उन्हें खेल गतिविधियों में भाग लेने के प्रति जागरूक किया। उन्होंने कहा कि खेल में भागीदारी से नशा जैसे अवगुणों से बचा जा सकता है। उन्होंने युवाओं को समाज में नशाखोरी के खिलाफ संदेश फैलाने की भी सलाह दी।
कार्यक्रम के दौरान सरपंच वीरेंद्र ने कहा कि नशा का सेवन करने वालों को उसकी लत से बाहर निकालने के लिए सभी को मिलकर कार्य करना होगा। युवाओं को इस दलदल में फंसने से बचाने में समाज की भागीदारी बहुत जरूरी है।
अंत में पुलिस ने कहा कि हमारा यही प्रयास है कि जिले के हर क्षेत्र में इस तरह के कार्यक्रमों का आयोजन कर अधिक से अधिक युवाओं को जागरूक किया जाए। इस कार्य में परिवार के सदस्यों की भी भूमिका काफी अहम है। वह भी अपने बच्चों की हर गतिविधि के ऊपर नजर रखें। अगर बच्चा गलत रास्ते पर चल रहा है तो उसे उससे बाहर निकलने के लिए कार्य करे।
फोटो कैप्शन 07: गुढ़ा में रस्साकशी का नजारा।
No comments:
Post a Comment