पुलिस टीमों व कमांडो के जवानों ने कनीना क्षेत्र में चलाया सर्च आपरेशन, अवैध शराब सहित एक को पकड़ा
-सूचना देने वाले का नाम रखा जाएगा गुप्त
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कनीना की आवाज। थाना शहर कनीना की पुलिस टीमों व कमांडो के जवानों ने कनीना क्षेत्र में सर्च आपरेशन चलाया, अवैध शराब सहित एक को पकड़ा।
पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस अधीक्षक नितिश अग्रवाल के मार्गदर्शन में कार्य करते हुए थाना शहर कनीना की पुलिस टीम व कमांडो के जवानों ने कल बुधवार को कनीना क्षेत्र के गांव उन्हानी, धनौंदा व ककराला में सर्च आपरेशन चलाया। पुलिस ने यहां पर जाकर झुग्गी-झोपडिय़ों और संदिग्ध स्थानों पर जांच की।
थाना शहर कनीना प्रबंधक निरीक्षक कमलदीप ने जानकारी देते हुए बताया कि पुलिस की ओर से सुरक्षा के मद्देनजर और अवैध गतिविधियों में संलिप्त को काबू करने के लिए यह सर्च अभियान चलाया। उन्होंने बताया कि पुलिस अधीक्षक नितिश अग्रवाल के दिशा-निर्देश पर पुलिस की टीमें लगातार सर्च अभियान चला रही हैं और संदिग्ध स्थानों पर छापेमारी कर रही है। बुधवार सुबह जिला पुलिस द्वारा गठित थाना शहर कनीना और कमांडो की टीमों ने कनीना क्षेत्र में विभिन्न स्थानों पर काम्बिंग सर्च अभियान चलाया। इस दौरान पुलिस ने एक आरोपित को अवैध शराब के साथ पकड़ा। जिला में अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए इस तरह के अभियान भविष्य में भी जारी रहेंगे।
पुलिस अधीक्षक ने जनता से अपील है करते हुए कहा कि अगर कोई नशीला पदार्थ बेचता है तो उसकी सूचना पुलिस को दें, पुलिस तुरंत एक्शन लेगी। उन्होंने कहा कि यदि आपके आसपास कोई भी असामाजिक तत्व संदिग्ध व्यक्ति या वाहन दिखाई दे या किसी भी आपातकालीन स्थिति में तुरंत संबंधित थाना या डायल 112 पर इसकी सूचना दें। सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा।
गाहड़ा में भारतीय सेवा से सेवानिवृत्त सैनिक मुखराम शर्मा की दूसरी पुण्यतिथि पर श्रद्धा सुमन अर्पित
--निशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर में 56 लोगों ने जांच करवाई
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कनीना की आवाज। गुरुवार को उपमंडल के गांव गाहड़ा में भारतीय सेवा से सेवानिवृत्त सैनिक मुखराम शर्मा की दूसरी पुण्यतिथि पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए। भारतीय सेना में मुखराम शर्मा वर्ष 1961 में ज्वाइन करी तथा 1977 में सेवानिवृत्त हो गए। तत्पश्चात स्टेट विजिलेंस ब्यूरो हरियाणा में असिस्टेंट कमिश्नर के पद पर 1970 में ज्वाइन किया तत्पश्चात वर्ष 1996 में सेवानिवृत्त हो गए। इस दौरान विशाल निशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया गया। शिविर का उद्घाटन शिवचंद इष्टधारी ने किया। उन्होंने कहा कि मुखराम शर्मा ने भारत चीन युद्ध के दौरान नाथुला दर्रा के दुर्लभ पहाडिय़ों में हुई भयंकर लड़ाई में भाग लिया अपनी जान की परवाह किए बिना आखिरी आदमी को गोली तक लडऩे का प्रण लिया उनकी चुनौती चार वर्षों तक जम्मू कश्मीर की घाटियों में रही। ऐसे वीर को सादर नमन है। इस दौरान गांव के सरपंच श्रीपाल यादव ने आए हुए अतिथियों का स्वागत किया व उन्होंने कहा कि पुण्य तिथि पर निशुल्क स्वास्थ्य जांच शेयर लगाना एक अच्छी पहल है।
मुखराम शर्मा के बड़े बेटे राजपाल शर्मा ने बताया कि निशुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर में 56 लोगों ने जांच करवाई। यह शिविर पार्क अस्पताल की टीम के डा. गौरव के देखरेख में लगाया गया। इस दौरान मरीज को निशुल्क दवाइयां वितरित की गई। इस दौरान मुखराम शर्मा के पुत्र राजेश, तिलक राज, नंबरदार ऋषिराज पूर्व सचिव कृष्ण यादव, पंडित अरविंद पुजारी, शिवलाल, वीरेंद्र, अमित यादव, कमला, सरोज, निशा, पूजा, जाली, जोगिंद्र सहित अन्य मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 06: निशुल्क चिकित्सा सिद्धांत सीहोर का उद्घाटन करते हुए शिवचंद इष्टधारी।
अंतरिम बजट में लगी कर्मचारियों एवं पूर्व कर्मचारियों को निराशा
-आठवां वेतन आयोग एवं बजट में राहत के कोई संकेत नहीं
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कनीना की आवाज। कर्मचारी टैक्स सलैब तथा टैक्स छूट की सीमा बढ़ाने की आस में बैठे हुए थे किंतु अंतरिम बजट में उन्हें निराशा हाथ लगी है क्योंकि बजट में किसी प्रकार का कोई लाभ नहीं दिया गया है। इस संबंध में कुछ कर्मचारियों/पूर्व कर्मचारियोंया अधिकारियों से बात हुई तो उन्होंने बताया कि बजट से निराशा हाथ लगी है क्योंकि टैक्स में छूट की आशा लगाये हुये थे।
अंतरिम बजट में जहां कर्मियों को टैक्स में छूट मिलने के आसार थे तथा आठवां वेेतन आयोग स्थापना की संभावना थी किंतु दोनों में ही निराशा हाथ लगी है। महंगाई के जमाने में कर्मियों को दो माह तक का वेतन टैक्स में देना पड़ता है। परंतु कोई राहत न देने से मायूस हैं।
--- राजेश कुमार, उन्हाणी
चाहे अंतरिम बजट कुछ लोगों के लिए बहुत शानदार रहा हो किंतु कर्मचारी निराशा में बैठे नजर आए। कर्मचारियों को टैक्स में किसी प्रकार की कोई छूट नहीं मिली। टैक्स सलैब में भी बदलाव नहीं किया है जिससे छूट नहीं तो कर्मचारी मायूस हो गए। आशा निराशा हाथ लगी। कर्मियों को विश्वास था कि महंगाई के युग में टैक्स में कुछ छूट मिलेगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
-- नरेश कुमार शिक्षाविद
टैक्स में छूट एवं सलैब बदलाव की मांग लंबे समय से कर्मचारी करते आ रहे हैं किंतु कोई लाभ टैक्स में छूट संबंधित नहीं दिया गया। महंगाई बढ़ती ही जा रही है जिसके चलते गुजर बसर कर पाना कठिन है। महंगाई के युग में वेतन में से डेढ़ से दो माह तक का वेतन टैक्स में चला जाता है। कर्मचारी टैक्स में छूट की मांग कर रहे थे कि नहीं मिल पाई।
-- कृष्ण कुमार, पूर्व अधिकारी
कर्मचारियों के लिए टैक्स में छूट मायने रखता है। कर्मी टैक्स में दूट की आस लगाये हुये थे किंतु न तो सलैब में और न टैक्स में कोई छूट दी गई है जिससे कर्मचारी परेशान नजर आए। कर्मचारियों को की आशा निराशा में बदल गई। न ही आठवें वेतन आयोग गठन की कोई बात चली।
---बनवारीलाल शिक्षाविद
सरकार के अंतरिम बजट से सरकारी कर्मचारी और पेंशनर्स भी बेहद मायूस हैं, जिन्हें उम्मीद थी कि 8वें वेतन आयोग के गठन करने की घोषणा बजट में की जाएगी। एक जनवरी 2026 से 8वें वेतन आयोग की सिफारिशों को लागू किया जाना है। 8वें वेतन आयोग के गठन का समय आ चुका है इसके बावजूद सरकार ने वेतन आयोग बनाने के अब तक संकेत नहीं दिए हैं जिससे सभी में मायूसी है।
---लक्ष्मी देवी, शिक्षाविद।
फोटो कैप्शन: राजेश कुमार, कृष्ण सिंह, बनवारी लाल, नरेश कुमार, लक्ष्मी देवी।
खंभे सड़क के बीच से स्थानांतरित करने की मांग
-गुढ़ा से मोहनपुर रास्ते का मसला
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कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के गांव मोहनपुर से गुढ़ा सम्पर्क मार्ग के बीच में बिजली के लगभग 20 खंभे खड़े होने के कारण यातायात के साधनों के आने जाने में भारी परेशानी हो रही है। मोहनपुर और गुढ़ा के परेशान ग्रामीणों ने पक्का बनाए जा रहे सम्पर्क मार्ग पर पहुंचकर बीच में खड़े खंभों के पास इकट्ठे होकर नारेबाजी की। उन्होंने रोड़ के बीच में खड़े खंभो को तत्काल हटाने तथा बिजली विभाग होश में आओ के जोरदार नारे लगाए। खंभों को तत्काल हटाकर दूसरी तरफ साइड में स्थानांतरित करने की मांग की। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि मोहनपुर से गुढ़ा जो सम्पर्क मार्ग बनाया जा रहा है उस सम्पर्क मार्ग के बीच में 11 हजार केवी बिजली लाइन के बीस खंभे रोड़ के बीच में आते हैं। जिसके कारण आवागमन में दुर्घटनाएं होने का अंदेशा बना रहता है। उन्होंने चेतावनी दी कि बिजली विभाग ने तत्काल रोड़ के बीच में खड़े खंभों को तत्काल हटाने की कार्यवाही नहीं की तो ग्रामीण उपमंडल अधिकारी बिजली बोर्ड कनीना का घेराव करेंगे और बड़ा आंदोलन शुरू करने पर मजबूर होंगे। इस अवसर पर प्रदीप, पवन कुमार, संतोष कुमार, रोशनलाल, मदनलाल, पंकज शर्मा, अजीत सिंह, सोमदत्त, रणसिंह, छल्लूराम, विरेन्द्र सिंह, नरेन्द्र सिंह, जितेन्द्र सिंह आदि अनेकों ग्रामीण मौजूद थे।
हमारी संस्कृति में निहित धर्म तथा विज्ञान का समावेश सदैव मानव के कल्याणार्थ रहा है -दिनेश कुमार
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कनीना की आवाज। राजकीय कन्या महाविद्यालय उन्हाणी के सौजन्य से धनौंन्दा -खड़कड़ाबास में चल रहे राष्ट्रीय सेवा योजना के विशेष शिविर के छठे दिन योगा एवं प्राणायाम कराते हुए वर्तमान युग में उनके लाभों एवं सकारात्मक प्रभावों का विवेचन करते हुए अनिल कुमार ने कहा कि योग अमृतमयी औषधि है। प्राचीन काल से ही भारतवर्ष में योग का उदय चुका था। योगासन एवं प्राणायाम केवल शारीरिक दृष्टि से ही नहीं ही ,अपितु मानसिक और आध्यात्मिक प्रगति के लिए अत्यंत ही महत्वपूर्ण तथा उपयोगी हैं। वर्तमान युग में युवाओं के लिए दिन-प्रतिदिन बढ़ती प्रतिस्पर्धा, साथियों के दबाव से निपटना, यौवन का कठिन चरण, पाठ्येतर गतिविधियां तथा माता-पिता और शिक्षकों की अपेक्षाओं को पूरा करना उनके लिए बहुत तनावपूर्ण है। इस दबाव से निपटने का सबसे अच्छा तरीका है योग का अभ्यास तथा प्राणायाम के बारे में रोचक एवं ज्ञानवर्धक जानकारी दी। स्वयं सेविकाओं ने श्रमदान करते हुए ब्रह्मचारी कृष्णानंद संतगिरी आश्रम के परिसर को साफ-सफाई की।
जिला स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी में उन्हानी का माडल रहा सर्वश्रेष्ठ
-शराब पीकर या झपकी आने पर लगाया गया चश्मा बजाएगा साइरन
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कनीना की आवाज। जिला स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी में उन्हानी का माडल सर्वश्रेष्ठ रहा। प्राचार्य डा. विक्रम सिंह ने बताया कि
नारनौल महाविद्यालय में आयोजित जिला स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी में उन्हानी महाविद्यालय की छात्राएं साक्षी और हितेशी द्वारा दिनेश कुमार के मार्गदर्शन में निर्मित भौतिकी विज्ञान के माडल सड़क दुर्घटनाओं में मानवीय गलतियां और समाधान को सर्वश्रेष्ठ मॉडल चुना गया। इस प्रदर्शनी में महेंद्रगढ़ व रेवाड़ी जिले के सभी महाविद्यालयों ने भाग लिया। यह माडल छात्राओं की सृजनात्मक वैज्ञानिक प्रज्ञा को प्रदर्शित करने के कारण अपने आप में अनूठा है। छात्राओं ने अपने प्रस्तुतिकरण में मानव जीवन में मॉडल की उपयोगिता को सिद्ध करते हुए बताया कि वर्तमान समय में हमारे देश में सड़क हादसों के कारण सबसे ज्यादा मौतें हो रही हैं, जिसका एक मुख्य कारण चालक द्वारा शराब सेवन व नींद आ जाना रहता है।
इस माडल में तैयार चश्मा पहनकर गाड़ी चलाने पर जैसे ही चालक की आंखें बंद होंगी उसी वक्त तेज सायरन की आवाज होगी ,जिससे चालक सचेत हो जायेगा। दूसरा फायदा यह है कि व्यक्ति के मुंह से शराब की गंद आने पर भी सायरन बजेगा।
प्राचार्य डा. विक्रम सिंह ने कहा कि विज्ञान प्रदर्शनी के आयोजन का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों को एक मंच प्रदान करना है जहां वे विभिन्न मॉडलों के माध्यम से वैज्ञानिक विधियों को लागू कर सकें। उन्होंने छात्राओं को प्रथम स्थान प्राप्त करने पर मंगलकामनाएं व्यक्त की तथा उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। समेश चंद ने अपने संबोधन में कहा कि विज्ञान प्रदर्शनियां व इसमें भागीदारी छात्राओं में विज्ञान के प्रति रुचि पैदा करती हैं और विज्ञान को रोचक बनाती हैं। उन्होंने छात्राओं को इस उपलब्धि की बधाई दी और विश्वास जताया की आगे भी वो इसी तरह महाविद्यालय का नाम रोशन करती रहेंगी ।
फोटो कैप्शन 04: उन्हाणी कालेज की छात्राओं का सर्वश्रेष्ठ चुना गया माडल।
कैसे करें परीक्षा की तैयारी-
सकारात्मक सोच और मेहनत से पा सकते हैं मुकाम - नरेश कौशिक
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कनीना की आवाज। नरेश कौशिक मुख्याध्यापक बताते हैं कि परीक्षा की तैयारी दौरान प्रतिदिन 8 घंटे सोते है तो परीक्षा के समय 6 घन्टे की नींद अवश्य लेनी चाहिए । अगर आप नींद कम ले रहे हैं तो इसमें आप फायदा कम और नुकसान ज्यादा होगा। क्योंकि कम नींद से हमारी चिंतन एवं स्मरण शक्ति कम होती है। एक ही बार में लंबे समय तक पढऩे से बचें। ब्रेक लेने का तरीका है किसी दोस्त से बातचीत कर ले। एक- दिन में एक घंटा मनोरंजन के लिए जरूर रखें इसे दो या तीन हिस्सों में बांट सकते हैं। सुबह उठते ही एक कागज पर अपने दिनचर्या जिसमें पढ़ाई संबंधी बातें लिखे तथा कितने समय के लिए आपको पढऩा है यह उसमें शामिल रखें। साथ ही यह संभावना भी बनाए रखें कि यदि कोई लक्ष्य समय पर पूरा ना हो सके इतना समय अतिरिक्त जरूर रखे जिसमें उस लक्ष्य को समायोजित किया जा सके । अगर आप एक दिन में एक विषय को पढ़े या एक से अधिक विषय को साथ लेकर चले यह अपनी प्रकृति के अनुसार तय करना चाहिए।
अगर आप अपने दिन को दो तीन विषयों में विभाजित कर पाते हैं और ऐसी प्रणाली में सहज महसूस करते हैं तो यही व्यवस्था अपनाइए। अपनी समय सारणी का समय परीक्षा की समय सारणी से विपरीत रखें इसका अर्थ यह है कि जो प्रश्नपत्र जितना बाद में होगा उसे आप उतने ही पहले तैयार कर रख ले। अनिवार्य प्रश्नों को बिना समय गवाएं तेजी से हल करना चाहिए ।
जैसे-जैसे परीक्षा नजदीक आती है अ यर्थियों को यह तनाव होने लगता है कि उन्होंने जो कुछ याद किया है सब दिमाग से निकलता जा रहा है जिस समय याद करना चाहते हैं उस समय वह बिंदु याद नहीं आता यह दबाव होना स्वाभाविक है क्योंकि विस्तृत पाठ्यक्रम होने के कारण आपकी याददाश्त भी एक सीमा तक साथ छोड़ देगी। तथ्यों को एक दूसरे से संबंध कर ले। ऐसे में उन्हें याद करना आसान होगा। तथ्यों को याद करने का तरीका यह है कि उन्हें लिखकर याद करें। तीसरा सुझाव यह दिया जाता है कि कुछ विषय असंबंध प्रकृति के होते हैं। उन्हें याद करने के लिए फार्मूला तैयार कर ले। नकारात्मक स्वभाव के लोगों से यथासंभव दूरी बनाए रखें। गरिष्ठ भोजन लेते हैं तो कुछ दिनों के लिए छोड़ दें। आपकी तैयारी जितनी भी कम या अधूरी हो तनाव लेने से बचें। किसी भी परीक्षा की 50 प्रतिशत सफलता उसकी तैयारी पर टिकी है।
आज के दौर में अभिभावक विशेष रूप से अपने बच्चों में ऑलराउंडर की छवि देखना चाहते हैं तथा अपने सपने पूरे करने के लिए अधिकांश अभिभावक बच्चों की अभिरुचि ,उनका अपना, भविष्य के प्रति खुद का लक्ष्य निर्धारण मैं समझ कर अपनी इच्छा थोप देते हैं आज के दौर में विद्यार्थियों का परीक्षा में बैठना काफी पेचीदा है क्योंकि आज के विद्यार्थी पढ़ाई के प्रति गंभीर न होकर अपने पूर्वाग्रह से ग्रसित पाए जाते हैं परीक्षा को लेकर सकारात्मक सोच एक विद्यार्थी की होनी चाहिए वह नदारद है ।
बड़ी प्रतियोगी परीक्षाओं में भी विद्यार्थियों से जो अपेक्षाएं उनके माता-पिता ने लगा रखी हैं वे उसे पूरी करने में जब अपने आप को असमर्थ पाते हैं तो पलायन का रास्ता अपनाते हैं । जो काफी चिंताजनक है पढ़ाई वास्तव में मनोरंजन व उल्लासपूर्ण होनी चाहिए तथा परीक्षा भय व तनाव मुक्त होनी चाहिए।
फोटो कैप्शन-नरेश कौशिक मुख्याध्यापक
40 गांवों का एक ही नारा, कट बने हमारा, 326वें दिन जारी रहा धरना
-अनिश्चितकालीन धरने पर हैं ग्रामीण
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कनीना की आवाज। राष्ट्रीय राजमार्ग 152-डी पर सेहलंग -बाघोत के बीच कट के लिए अनिश्चितकालीन धरना जारी है। धरने की अध्यक्षता ओमप्रकाश बाघोत ने की और उन्होंने बताया कि हम राज्य सरकार और केंद्र सरकार को बताना चाहते हैं कि राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट के लिए धरना स्थल पर बैठे 11 महीने होने जा रहे हैं। प्रतिदिन हम धरना स्थल पर यह सोचकर बैठते हैं कि आज केंद्र सरकार के द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट का काम शुरू हो जाएगा, लेकिन शाम को निराशा ही हाथ लगती है। हमारा एक ही उद्देश्य है, जब तक केंद्र सरकार राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट का काम शुरू नहीं करती है, हमारा धरना जारी रहेगा।
धरना संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय सिंह चेयरमैन ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच 40 गांवों की कट की मांग जायज है और जरूरी भी है। अपंग आदमी पैरों के बिना चल नहीं सकता, उसी प्रकार राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर चढऩे के लिए और उतरने के लिए मार्ग नहीं बनता है तो इन गांवों का विकास नहीं हो सकता। किसान पक्के इरादे के साथ धरना स्थल पर बैठे हुए हैं, जब तक केंद्र सरकार राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट बनना शुरू नहीं करती है, तब तक धरना चलता रहेगा। कट बनने के बाद ही इस क्षेत्र में उद्योग धंधे स्थापित होंगे, शिक्षण संस्थाएं खुलेंगे, रोजगार के अवसर बढ़ेंगे और बाघेश्वर धाम पर्यटक स्थल होगा।
इस मौके पर बाबूलाल, नरेंद्र कुमार शास्त्री छिथरौली, डा लक्ष्मण सिंह, पहलवान रणधीर सिंह, पूर्व सरपंच बेड़ा सिंह, रामभज, पंडित मनीराम अत्री, दाताराम, सत्य प्रकाश, मास्टर विजय सिंह, पूर्व सरपंच हंस कुमार, पंडित संजय कुमार, रामकिशन, राम भक्त, चेयरमैन सतपाल , राजू, मास्टर विजयपाल, इंस्पेक्टर सत्यनारायण, आचार्य मक्खन लाल, मुंशीराम, सब इंस्पेक्टर रामकुमार, करतार,पहलवान धर्मपाल, सूबेदार हेमराज अत्रि, सीताराम, वेद प्रकाश, सूबेदार भूले राम, कृष्ण कुमार पंच, ओमप्रकाश, डा राम भक्त, रोशन लाल आर्य व गणमान्य लोग मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 05: कट की मांग को लेकर धरने पर बैठे किसान।
12 बोतल देसी शराब बरामद
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कनीना की आवाज। कनीना-ककराला रोड़ पर ट्यूबवेल से एक व्यक्ति से 12 बोतल शराब बरामद की। वह प्लास्टिक के कट्टे में शराब बेच रहा था। कनीना को कनीना पुलिस को मुखबिरी के आधार पर सूचना मिली तो बताये गये स्थान पर रेड की। एक व्यक्ति के व्यक्ति प्लास्टिक कट्टा लिए दिखाई दिया। पुलिस को देखकर भागने लगा किंतु पुलिस ने काबू कर लिया। प्लास्टिक के कट्टे से 12 बोतल शराब बरामद की हैं। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है।
मौसम में अचानक आया बदलाव, हुई बूंदाबांदी, छाए रहे बादल
-फसल को होगा लाभ, ठंड हुई कम
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कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र में अचानक मौसम में बदलाव आ गया। बुधवार दोपहर पश्चात बादल छा गए, हल्की बूंदाबांदी भी हुई। बुधवार की रात को फिर से हल्की बारिश हुइ्र्र। मौसम बदलने से गेहूं की फसल को लाभ हो सकता है क्योंकि गेहूं अभी छोटी है। सरसों की फसल पकान की ओर जा रही है।
किसान नरेंद्र कुमार, राजेश कुमार, महेंद्र कुमार, सूबे सिंह, राजेंद्र सिंह, अजीत कुमार आदि ने बताया कि अगर बारिश होती है तो पकी सरसों की फसल के लिए कोई विशेष लाभ नहीं है किंतु गेहूं की फसल को लाभ होने की पूरी संभावना है। कृषि विशेषज्ञ भी मानते हैं कि फसल को लाभ होगा।
कनीना के सुरेश कुमार, कृष्ण कुमार, रवि कुमार, दिनेश कुमार, सूबे सिंह आदि ने बताया कि इस सरसों की फसल पर अधिक ध्यान दिया गया है जिसके पीछे सरसों के अच्छे भाव मिलना एक कारण है। सरसों 20,000 एकड़ पर उगाई गई है वहीं गेहूं की पैदावार दूसरे नंबर पर दस हजार एकड़ के करीब है।
व्यापार मंडल प्रकोष्ठ के उपाध्यक्ष रविंद्र बंसल ने बताया कि इस बार गेहूं का एमएसपी 2275 रुपये तो सरसों प्रति 5650 रुपये प्रति क्विंटल रखा गया है। सरसों के प्रति किसानों में अच्छा रुझान देखने को मिल रहा है। कृषि वैज्ञानिक भी मानते कि इस बार अच्छी पैदावार होने के आसार हैं।
विगत एक माह से लगातार सूरज न दिखाई देने के कारण किसान फसलों में नुकसान होने की संभावना जता रहे है। वैसे भी विषम मौसम होने से कभी पाला,कभी तेज धूप के कारण फसलों पर कु-प्रभाव पड़ सकता है।
फोटो कैप्शन 01: आकाश में छाए बादल
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