उन्हाणी महाविद्यालय की छात्रा काजल ने 95 प्रतिशत अंकों से किया यूनिवर्सिटी टाप...
--काजल को मिल रही हैं बधाइयां
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कनीना की आवाज। इंदिरा गांधी विश्वविद्यालय , मीरपुर द्वारा घोषित कला संकाय के तृतीय सेमेस्टर के परीक्षा परिणाम में राजकीय कन्या महाविद्यालय उन्हाणी की छात्रा काजल ने 95 प्रतिशत अंकों के साथ विश्वविद्यालय मेरिट सूची में शीर्ष स्थान हासिल कर तथा छात्रा नैंसी ने द्वितीय स्थान व छात्रा तन्नू ने आठवां स्थान हासिल कर अपनी बौद्धिक श्रेष्ठता का परचम लहराया है। ग्रामीण क्षेत्र व सीमित संसाधनों के बावजूद भी इन छात्राओं ने अदम्य बुद्धिमता का परिचय देते हुए सफलता की बुलंदी को छुआ है।
प्राचार्य डॉ. विक्रम सिंह ने छात्राओं को बधाई देते हुए कहा कि हमारी छात्राएं प्रत्येक क्षेत्र में असाधारण प्रदर्शन के दम पर अपनी सार्थक पहचान बना रही हैं। उन्होंने इस विशिष्ट उपलब्धि का श्रेय महाविद्यालय के सभी अनुभवी व निष्ठावान प्राध्यापकों को दिया। जिन्होंने नवीन शैक्षिक विधियों से अधिगम करवाकर छात्राओं की क्षमताओं का विस्तार किया और उनमें आत्मविश्वास तथा सतत अभ्यास करने का भाव पैदा किया। महाविद्यालय परिवार के सभी सदस्यों ने इन छात्राओं को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की मंगलकामना की।
महाविद्यालय में विश्व युवा केंद्र और ग्रामीण विकास मण्डल के तत्वावधान में एक कार्यक्रम का आयोजन प्राचार्य डा. विक्रम सिंह की अध्यक्षता में किया गया, जिसमें मुख्य अतिथि के रूप मे राजेंद्र सिंह ने शिरकत की। मुख्य अतिथि ने छात्राओं को महिला उत्थान के प्रति जागरूक होने का संदेश दिया तथा बताया कि आज देश में महिलाएं हर क्षेत्र में उच्च मुकाम हासिल कर रही हैं, ऐसे क्षेत्र जो महिलाओं के योग्य नहीं माने जाते थे, जिन पर पुरुषों का ही अधिकार रहा है उन क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर अपनी योग्यता को सिद्ध किया है। इस अवसर पर विश्वविद्यालय मेरिट सूची में आने वाली छात्राओं को प्राचार्य व मुख्य अतिथि ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया ।
फोटो कैप्शन 07: विश्वविद्यालय में नाम कमाने वाली छात्राओं को पुरस्कृत करते प्राचार्य एवं अन्य।
एम्स दक्षिणी हरियाणा के लिए अनमोल तोहफा- दीपक चौधरी
--दीपक चौधरी ने की मंऋी से मुलाकात
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कनीना की आवाज। हरियाणा की राजनीति के केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत सिंह के अथक प्रयासों से जो एम्स का शिलान्यास होना अपने आप में दक्षिणी हरियाणा के लिए अनमोल तोहफा है। निसंदेह राव इंद्रजीत सिंह ने इस कठिन कार्य को अपनी लगन और मेहनत के बलबूते पर दिन रात प्रयास करके जनता के हितों को ध्यान में रख कर इस कार्य को सफलता दिलवाई। इस नेक कार्य को करने के लिए राव इंद्रजीत सिंह का धन्यवाद करने के लिए दीपक चौधरी पूर्व प्रधान कनीना बार एसोसिएशन ने उनसे मिलकर उनका धन्यवाद किया और आभार व्यक्त किया। एडवोकेट दीपक चौधरी ने कहा कि राव आया एम्स लाया का ,कथन सत्य करके दिखाया है। जनता में इस बात से चारों तरफ खुशी की लहर है।
फोटो कैप्शन 06: राव इंद्रजीत सिंह से मिलते दीपक चौधरी।
गर्मी के दस्तक देते ही मक्खी, मच्छर बढ़ऩे लगे
-चश्मे, फिनाइल आदि से बचाव करे-शीशराम एचआई
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कनीना की आवाज। गर्मी के दस्तक देते ही कनीना क्षेत्र में मक्खी, मच्छर एवं छिपकली आदि बढऩे लगे हैं। जहां सरसों पकान पर पहुंच गई है और सरसों से बारीक बारीक कीट निकलने लगे हैं जो दुपहिया वाहन चालकों के लिए भारी परेशानी का कारण बन रहे हैं। सुबह सवेरे तो सरसों के खेतों के पास से निकलना भी कठिन हो जाता है। यही नहीं शाम के समय मक्खी, मच्छर भिनभिनाने लग जाते हैं। ऐसे में निकट भविष्य में अधिक गर्मी पड़ेगी और मक्खी, मच्छरों से परेशानी बढ़ेगी। यद्यपि इन जीवों पर काबू पाया जा सकता है किंतु परेशानी और दुर्घटनाओं का कारण छोटे-छोटे कीट भी होते हैं।
इस संबंध में हेल्थ इंस्पेक्टर कनीना शीशराम से बात की गई। उन्होंने बताया कि छोटे-छोटे कीट जो फसल पकने पर और लावणी के समय निकलते है जो आंखों में गिरकर बहुत दर्द देते हैं, वहीं इनमें बदबू आती है। उन्होंने कहा कि इन छोटे छोटे कीटों का कोइ्र इलाज नहीं है। महज अच्छी प्रकार चश्मा, मुंह पर मास्क लगाकर चले तो ज्यादा कारगर सिद्ध होगा, वरना आंखों में गिर जाते हैं तो आंखों को साफ पानी से धोना चाहिए।
उनका कहना है कि कई वर्षों से मलेरिया का कोई भी केस कनीना क्षेत्र में नहीं आया है। ऐसे में उनका कहना है कि मच्छरों से बचने के लिए विभिन्न प्रकार की क्रीम, क्वायल आदि प्रयोग करने चाहिए। वहीं खिड़कियों दरवाजा पर जालियां लगा लेने से इन मच्छरों से बचा जा सकता है जहां तक डेंगू मच्छर दिन के समय काटता है ऐसे में पूरी बाजू के कपड़े ।,पैरों और हाथों को ढक कर रखना चाहिए ताकि इन मच्छरों से बचा जा सके। उन्होंने बताया कि मक्खी, मच्छर होना स्वाभाविक है। ज्यों ज्यों फसल बड़ी होती जाएगी इनकी संख्या बढ़ती चली जाएगी। जहां छिपकली आदि को भगाने के लिए भी विभिन्न तरीके विशेषकर घरेलू तरीके अपनाते हैं। इस संबंध में जानकारों का कहना है कि मोर की पंख लगा देने से यहां तक की प्याज ,सरसों का तेल आदि का दीया जला देने से भी छिपकली, मच्छर ,मक्खी आदि पर काबू पा सकते हैं। इन जीवों से बचाव में ही बचाव होता है।
फोटो कैप्शन: एचआई शीशराम
खण्ड स्तरीय सर्वोत्तम माता पुरस्कार का आयोजन
-प्रथम स्थान पर धनौंदा की रेणु रही
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कनीना की आवाज। बुधवार को खंड स्तरीय सर्वोत्तम माता पुरस्कार प्रतियोगिता का आयोजन महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी कार्यालय कनीना में किया गया। जिसकी अध्यक्षता महिला एवं बाल विकास परियोजना अधिकारी सरला यादव अतिरिक्त प्रभार ने की। मुख्य अतिथि जिला कार्यक्रम अधिकारी नारनौल संगीता यादव रही।
प्रतियोगिता का शुभारंभ मुख्य अतिथि संगीता यादव ने किया। प्रतियोगिता में कनीना ब्लाक के 8 सर्कल कनीना एक, कनीना दो, बुचावास, बवानिया, धनौंदा, भोजावास, मुंडिया खेड़ा सहीत अन्य गांवो की महिलाओं ने भाग लिया। लिपिक जितेंद्र ने जानकारी देते हुए बताया कि फरवरी महीने में सर्कल प्रतियोगिता का आयोजन कराया गया था। जिसमें पहले स्थान व दूसरे स्थान तीसरे स्थान पर आने वाली महिलाओं को खंड स्तरीय सर्वोत्तम माता पुरस्कार प्रतियोगिता में हिस्सा लेने के लिए आमंत्रित किया गया था। सर्किल प्रतियोगिता में आवल आने वाली महिला को 2000 रुपये दूसरे स्थान पर आने वाली को 1200 तीसरे स्थान पर आने वाले को 800 रुपये की इनामी राशि विभाग द्वारा दी गई थी। उसके बाद में खंड स्तरीय सर्वोत्तम माता पुरस्कार प्रतियोगिता का आयोजन करवाया गया है। जिसमें पहले स्थान पर रेनू धनौंदा रही जिसको 4000 रुपये की इनामी राशि देकर सम्मानित किया गया। वहीं दूसरे स्थान पर दूसरे स्थान पर निशा भोजावास रही जिसको 3000 रुपये की इनामी राशि देकर सम्मानित किया गया। वहीं तीसरे स्थान पर निशा डोंगड़ा अहीर रही जिसको 2000 रुपये की ईनामी राशि देकर सम्मानित किया गया। जिला कार्यक्रम अधिकारी संगीता यादव ने संबोधित करते हुए कहा कि विभाग द्वारा महिलाओं के लिए विभिन्न प्रकार की स्कीम चलाई जा रही है जिसमें रजिस्ट्रेशन करवा कर महिलाएं लाभ ले सकती हैं। उन्होंने बताया कि इस प्रकार की प्रतियोगिताओं का मुख्य उद्देश्य मां की जिम्मेदारी तथा बच्चों को पोषण तथा शिशुओं के लालन-पालन के बारे में जागरूकता लाना होता है। इस दौरान उप नागरिक अस्पताल कनीना के डा नेहा यादव ने महिलाओं को बच्चों के पालन पोषण में रखने वाली सावधानियां के बारे में जागरूक किया। इसके साथ ही महिलाओं को माता की जिम्मेदारी सिखाई गई।
फोटो कैप्शन 05: सर्वोत्तम माता पुरस्कार में माताएं।
मार्च माह में बहुरेंगे कनीना मंडी के दिन
-विगत वर्ष गेहूं की हुई थी पुरानी अनाज मंडी में खरीद
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कनीना की आवाज। वर्ष में दो बार हलचल होने वाली अनाज मंडी कनीना सूनी-सूनी नजर आ रही है। जहां गेहूं एवं सरसों की हर वर्ष खरीद की जा रही है वहीं 2018 से हर वर्ष बाजरे की सरकारी खरीद की जा रही है। इस वर्ष सरसों मार्च माह के अंतिम सप्ताह से खरीद होने तथा गेहूं एक अप्रैल से 15 अप्रैल के बीच होने की संभावना है। अनाज मंडी के करीब 40 आढ़ती अनाज की आवक का इंतजार कर रहे हैं। विगत वर्षों से कनीना की नई तथा पुरानी दोनों अनाज मंडियों में खरीद होने लगी है। नई अनाज मंडी में सरसों तो पुरानी अनाज मंडी में गेहूं की खरीद विगत वर्ष हुई थी। नई अनाज मंडी चेलावास गांव की बणी में स्थित है।
वर्ष में दो बार अनाज मंडी में हलचल बढ़ती है। एक अप्रैल से सरसों की आवक होती है वहीं एक अक्टूबर से 15 नवंबर तक बाजरे की आवक होती है। इस वर्ष गेहूं का समर्थन मूल्य 2275 रुपये प्रति क्विंटल किया हुआ है जो जबकि सरसों का समर्थन मूल्य 5650 रुपये प्रति क्विंटल रखा हुआ है।
व्यापार मंडल के उप प्रधान रविंद्र बंसल ने बताया कि मार्च माह के अंतिम सप्ताह में खुली मंडियों सरसों की आवक शुरू हो जाती है। एक अप्रैल से 15 अप्रैल के बीच गेहूं के आने की संभावना बढ़ जाती है। से सरकारी खरीद शुरू होगी। इसके लिए सरकार शेड्यूल जारी करेगी जिसके अनुसार ही किसान अपनी पैदावार बेचने के लिए कनीना मंडी आएंगे। विगत वर्षों फूड एंड सप्लाई तथा हरियाणा वेयरहाउस एवं हैफेड बारी बारी से बाजरे की खरीद की थी। इस वर्ष खरीद दो एजेंसियां हैफेड तथा वेयर हाउस करेगी। कनीना अनाज मंडी में बाजरे की सरकारी खरीद दस वर्षों तक बंद रहने के बाद विगत तीन वर्षों से हो रही है।
कनीना क्षेत्र में इस वर्ष गेहूं की फसल करीब 12000 हेक्टेयर पर खड़ी है। किसान सरसों फसल कटाई में जुटने वाले हैं। वहीं सरसों की बीजाई करीब 20 हजार हेक्टेयर पर की हुई है। हर वर्ष गेहूं के मुकाबले सरसों अधिक क्षेत्रफल पर उगाई जाती है।
बहरहाल कनीना मंडी सूनी सूनी नजर आ रही है। आढ़ती ग्राहकों के आने का इंतजार कर रहे हैं। ज्यों ही पैदावार मंडियों में आती है तब हलचल बढ़ जाती है। इस वक्त सरसों पककर तैयार खड़ी है तथा कभी भी लावणी की शुरुआत हो सकती है।
फोटो कैप्शन 04: सूनी पड़ी कनीना अनाज मंडी का नजारा।
तलवाना में विज्ञान प्रदर्शनी आयोजित
--अव्वल रहे विद्यार्थियों को किया पुरस्कृत
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कनीना की आवाज। भारती एयरटेल फाउंडेशन द्वारा संचालित, सत्य भारती स्कूल तलवाना में राष्ट्रीय विज्ञान दिवस के अवसर पर एक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। इन प्रदर्शनी में विद्यार्थियों ने विभिन्न वैज्ञानिक गतिविधियों, परियोजनाओं, और माडलस को प्रदर्शित किया।
विद्यार्थियों ने बनाए गए वैज्ञानिक प्रयोगों के माध्यम से विज्ञान के अनेक पहलुओं को समझाया और दिखाया। इसमें विभिन्न विषयों पर बनाए गए माडल्स, चार्ट्स, और पोस्टर्स शामिल थे। प्रदर्शनी में सबसे अधिक ध्यान रखा गया विषय जल संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण, राकेट साइंस, और नवाचारों पर था। विद्यार्थियों ने इस अवसर पर अपनी विचारशीलता और नवाचार क्षमता को प्रदर्शित किया।
जिला समन्वयक रामकिशोर ने बताया, इस प्रदर्शनी का उद्देश्य विज्ञान को सरल और रोचक तरीके से समझाना है और छात्रों को विज्ञान में रुचि पैदा करना है। विद्यार्थियों ने इस मौके पर विज्ञान से जुड़े उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए प्रशंसा प्राप्त की है और स्कूल को गर्वित कराया है।
इस अद्भुत प्रदर्शनी ने छात्रों में विज्ञान के प्रति रुचि बढ़ाने का एक शानदार मंच प्रदान किया है और उन्हें नए और रोचक विज्ञानिक अनुसंधानों की ओर प्रेरित किया है। इस अवसर पर गांव के गणमान्य व्यक्तियों का सक्रिय भाग रहा। इस समारोह में भारती फाउंडेशन के जिला समन्वयक श्री राम किशोर यादव और संकुल प्रभारी श्री राजेश कुमार मुख्याध्यापक नरवीर अध्यापक सीमा , पूनम , रजनी , पवन कुमार उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 03: विज्ञान प्रदर्शनी में अव्वल रहे विद्यार्थी।
कट की मांग को लेकर 353वें दिन जारी रहा धरना
-अनिश्चितकालीन धरने पर हैं किसान
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कनीना की आवाज। राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर सेहलंग -बाघोत के बीच कट के लिए अनिश्चितकालीन धरना जारी है।। धरने की अध्यक्षता डा लक्ष्मण सिंह सेहलंग ने की और उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार के द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट शुरू न होने के कारण किसानों की नाराजगी दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। यदि केंद्र सरकार कट के लिए जल्दी कार्रवाई शुरू नहीं करती है तब 50 गांव मिलकर सरकार के विरोध में आंदोलन शुरू करेंगे। केंद्र सरकार के द्वारा कट की घोषणा की हुई है, राज्य सरकार, केंद्र सरकार और इस क्षेत्र की जनता भी चाहती है कि राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट बनना चाहिए लेकिन फिर भी कट का काम शुरू नहीं हो रहा है। जब तक केंद्र सरकार कट का काम शुरू नहीं करती है, हमारा धरना जारी रहेगा।
धरना संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय सिंह चेयरमैन ने बताया कि धरने को चलते 353 दिन हो गए हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच चढऩे - उतरने का मार्ग न होने के कारण नारनौल और चंडीगढ़ जाने वाले यात्रियों के लिए बूचावास- महेंद्रगढ़ और संसपुर -चरखी दादरी कट से राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर चढ़ा जा सकता है। वहां तक पहुंचने में समय भी ज्यादा लगता है और दूरी भी अधिक तय करनी पड़ती है। केंद्र सरकार को लोगों की पीड़ा को समझना चाहिए और जितना जल्दी हो सके राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट का काम जल्द शुरू करना चाहिए, जिससे इस क्षेत्र में उद्योग धंधे स्थापित होंगे, शैक्षणिक संस्थाएं खुलेंगी, व्यापार बढ़ेगा, लोगों को रोजगार मिलेंगा और बाघेश्वर शिव धाम पर्यटक स्थल होगा।
इस मौके पर बाबूलाल, नरेंद्र कुमार शास्त्री, चेयरमैन सतपाल,धर्मपाल, पहलवान रणधीर सिंह, मुंशी राम, मास्टर विजय सिंह, पूर्व सरपंच हंस कुमार, पूर्व सरपंच सतवीर सिंह, सतपाल,अशोक कुमार, वेद प्रकाश, मु तार सिंह, कृष्ण कुमार पंच, डॉ राम भक्त, दाताराम, पंडित संजय सिंह, रोशन लाल आर्य, मनफूल , पंडित मनीराम अत्री, रामकिशन, ओम प्रकाश, करतार सिंह, अशोक चौहान, सज्जन सिंह व गणमान्य लोग मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 02: धरने पर बैठे किसान।
लंबे संघर्ष के बाद आखिरकार होलीवाला सड़क मार्ग निर्माणकार्य शुरू
- क्षेत्र के लोगों ने जताई खुशी
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कनीना की आवाज। लंबे समय तक होलीवाला जोहड़ स्थित मार्ग के लिए संघर्ष करने के बाद आखिरकार सड़क मार्ग का निर्माण कार्य शुरू हो गया है। इस मार्ग को लेकर क्षेत्रवासियों नेे बार बार ज्ञापन दिया, संघर्ष किया। सड़क मार्ग पर गंदा पानी भरता था जिसके कारण अवागमन प्रभावित हो रहा था। वहीं कई लोगों के फोन एवं खाने-पीने की वस्तुएं आदि पानी में गिरकर खराब हो गई थी।
परेशान लोगों ने बार-बार प्रशासन से इस सड़क मार्ग की सुध लेने की बात की थी। यह सड़क मार्ग इसलिए भी प्रमुख है क्योंकि इस पर होलिका दहन चलता है। 24 मार्च को होली का दहन भी यहां होगा। इसके लिए डांडा गाड़ा जा चुका है। उधर पंकज एडवोकेट एवं वेद प्रकाश बाबू ने बताया कि इस सड़क निर्माण कार्य में जहां विभिन्न लोगों का योगदान है वहीं पूर्व डीएमसी वैशाली सिंह ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हुए इस सड़क मार्ग को निर्माण करवाने में अहं योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि सड़क निर्माण के बाद यह है सड़क करीरा से सीधी जुड़ जाएगी। करीरा की ओर से आने वाले कनीना में प्रवेश करने के लिए इसी सड़क मार्ग का उपयोग करते हैं। यह सड़क मार्ग अति जर्जर हो गई थी तथा पास के होलीवाला जोहड़ का पानी भी जमा हो जाता था जिसके चलते आवागमन में दिक्कत आती रही है। ऐसे में अब इस समस्या से जल्द ही निजात पाया जाएगा।
फोटो कैप्शन 01: सड़क मार्ग पर शुरू हुआ निर्माण कार्य
किसानों के जमकर हो रही है चोरियां
-अज्ञात चोर बना रहे किसानों को निशाना
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कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र में जहां विगत दिनों से किसानों के यहां जमकर चोरियां हो रही है। कभी उनके फव्वारा नोजल तो कभी उनके ट्यूबवेलों से केबल काट ली जाती है। यह इसी वर्ष नहीं अपितु हर वर्ष सर्दियों में इस प्रकार की घटनाएं देखने को मिलती है। किसान बेहद परेशान है और सुबह सवेरे उठकर सभी किसान अपने खेतों में ट्यूबवेल को देखने के लिए जाते हैं कि उनका ट्यूबवेल सही सलामत है या नहीं। किसानों ने अपना दुख दर्द भी सुनाया परंतु चोरी होने का सिलसिला कम नहीं हो रहा है।
इसी क्रम में चेलावास में जगदेव, संदीप एवं जयभगवान ने उनके यहां नोजल चोरी होने का मामला दर्ज करवाया है। जगदेव ने कहा कि ग्राम पंचायत चेजलावास की पंचायती जमीन को एक साल के लिए पट्टे पर ले रखा है जिसमें उन्होंने गेहूं की फसल उगा रखी है जहां 21 फरवरी की रात को 12 नोजल और एक बैंड, एक स्टार्टर तथा बोरवेल तक केबल कोटरी का ताला तोड़कर चोरी कर ले गए। यही नहीं संदीप चेलावास के 12 नोजल चोरी हो गए। जय भगवान चेलावास के यहां खेत से 11 फव्वारा नोजल, एक टी तथा एक गिलासी चोरी हो गए। तीनों ने पुलिस में मामला दर्ज करवा दिया है। उनके बयान पर अज्ञात चोरों के युद्ध मामला दर्ज कर लिया है।
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