37 सालों की सेवा करके राजेंद्र सिंह पोस्टमैन सेवानिवृत्त
-शुक्रवार को पूरे स्टाफ ने दी उन्हें सेवानिवृत्ति विदाई
*******************************************************
****************************************************************
*********************************************************
कनीना की आवाज। कनीना उप-डाकघर में कार्यरत पोस्टमैन/जीडीएसएमडी ग्रामीण डाक सेवा मेल डिलीवर राजेंद्र सिंह 37 सालों की सेवा करके शुक्रवार को सेवानिवृत्त हो गए। उनका सेवानिवृत्ति समारोह कनीना के उपप-डाकघर में आयोजित हुआ। इस मौके पर उन्हें सेवानिवृत्ति पर उन्हें सेवानिवृत्ति विदाई दी। 65 वर्ष की उम्र में तथा 37 सालों की सेवा करके सेवानिवृत्त हुये राजेंद्र सिंह प्रसन्न नजर आये।
इस अवसर पर विशाल यादव सब पोस्ट मास्टर ने कहा कि सेवानिवृत्ति हर कर्मचारी के जीवन का एक आवश्यक अंग है। सेवानिवृत्ति के बाद कर्मी एक नई सेवा में जुट जाता है। राजेंद्र सिंह ने साइकिल पर 20-20 किलोमीटर दूरी तय करते हुए प्रतिदिन डाक वितरण का कार्य किया, वह कार्य अति सराहनीय रहा है। इन्हें कस्बे का बच्चा-बच्चा जानता है। उनकी यादें सदा सभी के दिलों में अमर रहेंगी। पूर्व पोस्टमास्टर अमर सिंह ने कहा कि राजेंद्र सिंह का कार्य अति सराहनी रहा है। उन्होंने कनीना में ही 37 सालों की सेवा देकर नाम कमाया है।
इस अवसर पर विपुल यादव, प्रदीप कुमार, गौतम, नंदलाल सेन, सुरेश कुमार ,ताराचंद, शिवचरण, डा श्रीकिशन करीरा, सतबीर अत्रि आदि मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 07: राजेंद्र सिंह को सेवानिवृत्ति विदाई देते हुए स्टाफ।
गर्भवती महिलाओं को निशुल्क इलाज के साथ मुफ्त में दिया जाता है राशन-डा.सुंदरलाल
--प्रधानमंत्री सुरक्षा मातृत्व योजना के तहत बांटी खुराक
*******************************************************
****************************************************************
*********************************************************
कनीना की आवाज। प्रधानमंत्री सुरक्षा मातृत्व योजना के तहत कनीना उप-नागरिक अस्पताल कनीना में गर्भवती महिलाओं की सुरक्षा के लिए कैंप का आयोजन किया गया। जिसमें आस-पड़ोस के 50 गांव की 117 महिलाओं ने अपने स्वास्थ्य की जांच कराई और उपचार लिया।
मिली जानकारी के अनुसार उप नागरिक अस्पताल के एमओ डा. सुंदरलाल ने जानकारी देते हुए बताया कि हर महीने की 9 तारीख को उप नागरिक अस्पताल कनीना में प्रधानमंत्री सुरक्षा मातृत्व योजना के तहत कैंप का आयोजन किया जाता है जिसमें अस्पताल की वरिष्ठ महिला चिकित्सकों द्वारा गर्भवती महिलाओं की जांच कर उनको निशुल्क दवाइयां वितरित की जाती है। डा सुंदरलाल ने यह भी बताया कि इस कैंप का मुख्य उद्देश्य गर्भवती महिलाओं के पेट में पल रहे बच्चे को स्वस्थ रखना व उनकी माताओं को स्वस्थ रखना है ताकि स्वस्थ माता ही स्वस्थ शिशु को जन्म देती है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को स्वस्थ रखने के लिए उनकी सभी प्रकार की जांच वह दवाइयां दी जाती हैं तथा उनका निशुल्क पोषक आहार भी दिया जाता है।
उन्होंने यह भी बताया की उनकी शुगर, थायराइड, हिमोग्लोबिन आरबीसी एचआइवी के अलावा अन्य कई प्रकार की जांच स्थानीय अस्पताल में ही कराई जाती हैं ताकि इस बात का पता लगाया जा सके की। महिलाओं व उनके गर्भ में पल रहा बच्चा कितना स्वस्थ है, कैंप में आई महिलाओं को संबोधित करते हुए डा. रितु ने बताया इस समय में महिलाओं को मानसिक रूप से व शारीरिक रूप से स्वस्थ होना अति आवश्यक है क्योंकि मानसिक व शारीरिक रूप से स्वस्थ रहने वाली महिलाओं के पेट में पल रहे शिशुओं पर उनका गहरा असर पड़ता है। उन्होंने कैंप में महिलाओं को स्वस्थ रहने के भी कई नुसखे बताएं। उन्होंने कहा हरी सब्जियां, फल, दूध व जल्दी हजम होने वाले अनाज के साथ अंडे तथा ताजा फल का प्रयोग गर्भवती महिलाओं के लिए अति उत्तम होता है। इसलिए उनको समय-समय पर यह सभी चीज लेते हुए नजदीक के सरकारी अस्पतालों में अपनी वह अपने पेट में पल रहे शिशु की जांच करती रहना चाहिए ताकि भविष्य में उनको इसी प्रकार की समस्या का सामना नहीं करना पड़े। वही अस्पताल के लैब टेक्नीशियन सुरेंद्र ने बताया आज 117 महिलाओं ने इस कैंप में भाग लिया और उन्होंने अपने विभिन्न प्रकार के टेस्ट भी कराये। लैब अटेंडेंट नरेंद्र कुमार काउंसलर रणधीर सिंह अन्य स्टाफ ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रत्येक महीना लगने वाले कैंप में सैकड़ों से ऊपर महिलाएं आती हैं और अपनी जांच करा इलाज लेती है उन्होंने यह भी बताया कि खान-पान सही नहीं होने के कारण महिलाओं को हिमोग्लोबिन वह अन्य प्रकार की कमियां देखी जाती हैं जिसके लिए वरिष्ठ चिकित्सकों द्वारा हरी सब्जी दूध अंडा व अन्य प्रोटीन का सामान खाने की सलाह दी जाती है ताकि महिलाओं में पाई जाने वाली कमी पूरी हो सके और वह गर्भ में पल रहे शिशु को स्वास्थ्य रखा जा सके।
फोटो कैप्शन: डाक्टर रितु गर्भवती महिलाओं की जांच करते हुए
टेलेंट सर्च स्पर्धा-
धनौंदा की रीतिका ने आर्ट में पाया प्रथम स्थान
*******************************************************
****************************************************************
*********************************************************
कनीना की आवाज। राजकीय माडल संस्कृति प्राथमिक विद्यालय कनीना में खण्ड स्तरीय टेलेंट सर्च प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय सुंदरह के विद्यार्थियों ने चेतन शर्मा एक्टिविटी इंचार्ज के मार्गदर्शन में भाग लेकर विभिन्न विधाओं में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया। जिसमें कक्षा 9 से 12 सोलो डांस में छात्रा सुनीता ने प्रथम स्थान , सोलो डांस 6 से 8 में एकता ने द्वितीय स्थान , थिएटर में 6 से 8 में अभिषा ने द्वितीय स्थान तथा आकांक्षा 9 से 12 थिएटर में तीसरे स्थान एवं 2-डी पेंटिंग में अभिषा ने तीसरे स्थान प्राप्त करके विद्यालय का गौरव बढ़ाया। प्राचार्य मनजीत कुमार ने इस सफलता का श्रेय चेतन शर्मा के सफल मार्गदर्शन और छात्रों की मेहनत को दिया । उन्होंने कला अध्यापक भीम सिंह का विशेष आभार प्रकट किया।
आयोजित हुई विभिन्न प्रतियोगिताएं-
माडल स्कूल में आयोजित विभिन्न प्रतियोगिताओं के परिणाम इस प्रकार रहे-
कक्षा 6 से 12 तक की आयोजित की विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित की गई। मिली जानकारी अनुसार कक्षा 6 से आठ में सोलो डांस प्रतियोगिता में मनीषा कनीना मंडी प्रथम, एकता सुंदरह द्वितीय तथा करीना खेड़ा तीसरे स्थान पर रही। कक्षा 9 से 12 सोलो डांस में सुनीता सुंदरह प्रथम, रेनू मुंडिया खेड़ा द्वितीय तथा कशिश रामबास तीसरे स्थान पर रही। इसी प्रकार थिएटर 9 से 12 में नेहा रामबास प्रथम, खुशबू मुंडिया खेड़ा दूसरे तथा आकांक्षा सुंदरह तीसरे स्थान पर रही। थिएटर कक्षा 6 से 8 में ऋषिका कनीना मंडी प्रथम, अभिशा सुंदरह द्वितीय स्थान पर रही। पेंटिंग प्रतियोगिता कक्षा 6 से 8 में रितिका धनौंदा प्रथम, पलक कनीना मंडी द्वितीय तथा अभिशा सुंदरह तृतीय स्थान पर रही।
फोटो कैप्शन 01: नृत्य करती बाला।
कनीना क्षेत्र में जमा पाला, किसान चिंतित
-मौसम लगातार रहा है बदल
*******************************************************
****************************************************************
*********************************************************
कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र में चाहे दिन भर धूप खिली किंतु सुबह सवेरे पाला जमा।
गजराज सिंह, अजय, कांता मोड़ी ने बताया कि उनके फसलों पर सुबह सवेरे पाला देखने को मिला। विगत एक माह से मौसम विषम चल रहा है तथा फसल पर बुरा प्रभाव पड़ा है। वहीं एक महीने से धूप नहीं खिली है।
उल्लेखनीय की हर वर्ष करीब 10 फरवरी के आसपास पाला जमने की घटना कई वर्षों से देखने को मिल रही है। मोड़ी, भोजावास तथा आसपास गांवों में जहां सुबह सवेरे घास एवं फसलों पर पाला जमा देखा गया। किसानों की चिंता की रेखा नजर आने लगी है। किसानों का कहना है कि यूं ही पाला जमा तो आने वाले समय में बड़ी समस्या उत्पन्न हो सकती है। पहले ही किसानों की फसलों को नुकसान हो चुका है।
मौसम लगातार बदल रहा है। कभी ठंड, कभी पाला, कभी धूप कभी अन्य समस्या उत्पन्न होती है। किसान पहले ही समस्याओं से जूझ रहे हैं उस पर मौसम पल-पल बदल रहा है और किसानों की समस्या को बढ़ा रहा है।
फोटो कैप्शन 5 एवं 6: मोड़ी गांव में पाला जमने की घटना का नजारा।
दाल दिवस-10 फरवरी
प्रोटीन का है हम योगदान -डा विनय शर्मा
*******************************************************
****************************************************************
*********************************************************
कनीना की आवाज। प्रोटीन का हमारे जीवन में अहम योगदान होता है। दाल प्रोटीन का बेहतर स्रोत है। यहां तक की शाकाहारी लोगों के लिए प्रोटीन दाल से प्राप्त होती है। यहां तक कि कुछ लोग दूध पीते हैं तो दूध से भी प्राप्त होती है। यदि प्रोटीन न मिले तो हमारा शरीर रोगग्रस्त हो जाता है।
डॉक्टर विनय कुमार ने बताया कि प्रोटीन बालों, आंखों और शरीर के लिए बहुत जरूरी है। इसलिए प्रोटीन नियमित रूप से लेना चाहिए और प्रोटीन का अच्छा स्रोत है दाल। यदि हम दाल हमारे खाने में शामिल कर ले तो शरीर की रोगों से बचा जा सकेगा।
डा शर्मा अनुसार दालें जल्दी तैयार हो जाती हैं और इनमें ग्लूटेन नहीं होता। दालें आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं क्योंकि इनमें प्रोटीन और फाइबर की मात्रा अधिक होती है। वे हृदय, पाचन तंत्र और गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य को लाभ पहुंचाते हैं।
दाल का उपयोग विभिन्न प्रकार के पारंपरिक भारतीय व्यंजनों में किया जाता है शाकाहारियों को अपनी प्रोटीन की बहुत सी जरूरतें दालें खाकर पूरी हो सकती हैं। दाल रक्तचाप कम करती हैं,हृदय रोग कम करती हैं,इनमें शामिल अघुलनशील आहार फाइबर की मदद से कब्ज और अन्य पाचन रोगों जैसे चिड़चिड़ा आंत्र सिंड्रोम से बचा जा सकता है। इनके फाइबर के कारण, वे निरंतर ऊर्जा प्रदान करते हैं। दाल में मौजूद आयरन पूरे शरीर में आक्सीजन पहुंचाने और ऊर्जा के निर्माण के लिए आवश्यक है। शरीर की चर्बी कम करने, रक्त शर्करा स्थिरता में सुधार करती हैं। ऐसे में दालों का अहं योगदान होता है। जो लोग मांस नहीं खाते एवं दूध नहीं पीते उनके लिए दालों का अहं योगदान मिलता है। दाल नियमितरूप से खाये।
फोटो कैप्शन:डा. विनय
दुकाने तोडऩे के मसले में दुकानदारों को मिली राहत
-5 मार्च 2019 के पंचायत समिति कनीना के आदेश को किया रद्द
*******************************************************
****************************************************************
*********************************************************
कनीना की आवाज। 2019 में बीडीपीओ द्वारा दुकान खाली करने के लिए नोटिस देने के बाद दुकानदारों का संघर्ष शुरू हो गया। उन्होंने हाईकोर्ट में तो शरण ली ही उसके बावजूद धरातल पर भी धरना प्रदर्शन कर लगातार संघर्ष करते रहे। धरना संघर्ष समिति के प्रधान महेश बोहरा ने बताया कि पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता मनोज तंवर ने कानूनी लड़ाई लडऩे में दुकानदारों का सहयोग किया। जरूरत पडऩे पर एडवोकेट मनोज तंवर ने सीनियर एडवोकेट चेतन मित्तल का भी सहयोग लिया। उनकी मेहनत रंग लाई और गुरुवार को हाईकोर्ट ने दुकानदारों को जारी नोटिस रद्द करके दुकानदारों के हक में फैसला दे दिया। इसके लिए धरना संघर्ष समिति के सदस्यों ने अधिवक्ता मनोज तंवर का आभार व्यक्त किया। महेश बोहरा, गोविंद यादव, नीरज यादव, मुकेश सेठ, चंचल अरोड़ा, नवीन यादव, संदीप जाजू, विजय सेठ, प्रभात यादव, श्याम सुंदर माहसय, रतन सिंह, बजरंग सेठ, चौधरी श्री चंद, संतलाल अरोड़ा, अमर सिंह ठेकेदार, विकास शर्मा, रूप शर्मा, विक्रम सेन, दिनेश शर्मा, दरियाव सिंह, डॉ मुकेश वर्मा, मनोज सेठ, अमित, चौधरी बहादुर सिंह, मुल्तान सिंह, आदि दुकानदारों ने एडवोकेट मनोज तंवर का धन्यवाद किया।
क्या कहते हैं एडवोकेट--एडवोकेट हाई कोर्ट मनोज तंवर ने बताया कि यह मामला 154 दुकानों का है जो एमसी ने कनीना ने 1981 में अलाट की थी। इन दुकानों के जरिए लोग अपने अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे थे। 5 मार्च 2019 को पंचायत समिति कनीना ने एक नोटिस निकाला इसके तहत हरियाणा सरकार ने 54 कनाल छह मरला जमीन एसडीओ कार्यालय के को निर्माण के लिए अलाट कर दी और दुकानों को हटाकर खाली करने के आदेश पारित कर दिए। इसके बाद 154 लोगों के परिवार के भूखे मरने की नौबत आ गई थी क्योंकि इसके अलावा आय का कोई साधन नहीं था। मामला पंजाब हरियाणा हाई कोर्ट चंडीगढ़ पहुंचा। जहां दुकानदारों की तरफ से मुकदमे की पैरवी मनोज तंवर ने की। चार साल बाद हाई कोर्ट ने मुकदमे की सुनवाई की और यह फैसला दिया कि नोटिस 5 मार्च 2019 को दुकान खाली करने के लिए दिया था वह अवैध है। यह फैसला दिया कि सरकार इन दुकानों कोई नुकसान नहीं पहुंचाएगी।
फोटो कैप्शन: मनोज तंवर
महेंद्रगढ़ की चार विधानसभाओं के एससी सेल के अध्यक्ष नियुक्त
*******************************************************
****************************************************************
*********************************************************
कनीना की आवाज। इनेलो के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओम प्रकाश चौटाला, अजय चौटाला चौधरी नफे सिंह राठी, प्रकाश भारती, वेद सिंह मुंडे आदि से सलाह करके रोशन लाल पड़तल निवासी को विधानसभा अटेली, सुंदरलाल बसई को विधानसभा महेंद्रगढ़, राजेंद्र कुमार विधानसभा नारनौल, नंदराम चिन्ह विधानसभा चौधरी नांगल का एससी सेल का अध्यक्ष नियुक्त किया है। विस्तृत जानकारी वेद प्रकाश नंबरदार रामबास ने दी और बताया कि अब ये चारों विधानसभा क्षेत्रों के अध्यक्ष नियुक्त हो गए हैं।
फोटो कैप्शन 04:बायें से दायें रोशनलाल, सुंदरलाल, राजेंद्र कुमार,नंदराम छीलरो।
मिलन कार्यक्रम में पड़तल स्कूल के बच्चों ने किया भ्रमण
--पड़तल स्कूल के बच्चे मिलन के लिए पहुंचे ककराला
*******************************************************
****************************************************************
*********************************************************
कनीना की आवाज। हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद, पंचकुला के दिशा निर्देशानुसार समग्र शिक्षा अभियान के तहत सरकारी स्कूलों में विद्यार्थियों के परस्पर मिलन कार्यक्रम आयोजित किया जा रहे हैं। इसी कड़ी में आज राजकीय स्कूल पड़तल के विद्यार्थियों ने ककराला स्कूल का भ्रमण किया। बच्चों ने उनके एजुकेशन सिस्टम को समझा तथा साइंस लैब, कंप्यूटर लैब, लाइब्रेरी को बारीकी से जाना।
स्कूल के मु य अध्यापक राजकुमार राव ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रमों से बच्चों के ज्ञान में वृद्धि होती है, विचारों का आदान-प्रदान होता है और विद्यार्थी एक- दूसरे से मिलकर जानकारी साझा करते हैं। ककराला स्कूल की प्राचार्या शकुंतला राव व मुनेश्वर दयाल ने कहा कि इस प्रकार के कार्यक्रम से बच्चों का चहुंमुखी विकास होता है। फिलहाल इस माह में वार्षिक परीक्षा होनी है। इसलिए आपको मन लगाकर पढऩा चाहिए। इस अवसर पर बच्चों ने कई प्रकार के खेल स्पर्धाओं के साथ झूले में गीत- संगीत का आनंद भी उठाया। बच्चों के साथ स्कूल से हंसराज, राजेन्द्र कुमार विज्ञान अध्यापक भी थे।
फोटो कैप्शन 02: छात्र मिलन समारोह में विद्यार्थी।
कट के लिए 334वें दिन जारी रहा धरना
-धरने पर बैठे किसानों में रोष
*******************************************************
****************************************************************
*********************************************************
कनीना की आवाज। राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर सेहलंग -बाघोत के बीच कट के लिए ग्रामीणों का धरना 334वें दिन भी जारी रहा। धरने की अध्यक्षता मास्टर विजयपाल सेहलंग ने की और उन्होंने बताया कि धूप निकलने से धरना स्थल पर बैठे किसानों को सर्दी से राहत मिल गई है। राज्य सरकार और केंद्र सरकार के आश्वासन के बाद किसान उस दिन का इंतजार कर रहे हैं, जब केंद्र सरकार आफिशियल कार्रवाई करके राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच धरातल पर कट का काम शुरू कर दिया जाए। कट के बिना इन 40 गांवों की हालत एक अपंग इंसान की तरह है। राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी हमारे क्षेत्र से गुजर रहा है, यदि इस पर चढऩे और उतरने का मार्ग नहीं है, तब इस क्षेत्र को इसका कोई फायदा नहीं है। केंद्र सरकार इस क्षेत्र के लोगों की परेशानी को देखें और समझे और जितना जल्दी हो सके राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट का काम जल्द शुरू करवाया जाए। जब तक कट का काम शुरू नहीं होता है तब तक हमारा धरना जारी रहेगा।
धरना संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय सिंह चेयरमैन ने बताया कि धरने को चलते 334 दिन हो गए हैं। हम बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं कि केंद्र सरकार जल्दी से अपनी कार्रवाई करके राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट का काम शुरू किया जाए। कट बनने के बाद ही इस क्षेत्र में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, उद्योग धंधे स्थापित होंगे, शिक्षण संस्थाएं खुलेंगी और बाघेश्वर धाम पर्यटक स्थल बन जाएगा।
इस मौके पर मास्टर विजय सिंह,नरेंद्र कुमार शास्त्री, चेयरमैन सतपाल,डा लक्ष्मण सिंह, पहलवान रणधीर सिंह, नंबरदार नाथूराम, पहलवान धर्मपाल, प्रधान कृष्ण कुमार, ओम प्रकाश , कृष्ण कुमार पंच, पूर्व सरपंच हंस कुमार, इंस्पेक्टर सत्यनारायण, मुंशी राम, पंडित मनीराम अत्रि, रामभज, रामकुमार, रामकिशन, दाताराम, प्यारेलाल, सीताराम, मनफूल, सतवीर, सब इंस्पेक्टर रामकुमार , ओमप्रकाश, डा राम भक्त, रोशन लाल आर्य व गणमान्य लोग मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 03: कट की मांग को लेकर धरने पर बैठे ग्रामीण।
कैसे करें परीक्षा की तैयारी-
परीक्षा से आया हुआ तनाव परीक्षा की अच्छी तैयारी से ही दूर होता है-डा जितेंद्र
*******************************************************
****************************************************************
*********************************************************
कनीना की आवाज। परीक्षाओं का समय नजदीक है तथा 10वीं 12वीं बोर्ड परीक्षा हो या कालेज या विश्वविद्यालय की परीक्षा के साथ-साथ कोई भी प्रतियोगी परीक्षा हो हम सभी को परीक्षा के नाम से ही एक भय का सामना करना पड़ता है। इसलिए आज परीक्षा के इस भय से किस प्रकार से अपने आप को मुक्त कर सकते हैं, उसके लिए कुछ बातें का ध्यान रखना आवश्यक है।
प्राध्यापक एवं स्टेट अवार्डी डा जितेंद्र भारद्वाज बताते हैं कि परीक्षा की तैयारी करने के लिए निम्न बातों का ध्यान रखना अति आवश्यक है -
सभी विषयों के पाठ्यक्रम को देखकर रिवीजन की योजना बनाए तथा पूरा पाठ्यक्रम रिवाइज कराने के लिए समय सारिणी बनाकर तैयारी करें। सभी विषयों को समय निश्चित करें। सबसे पहले पूरी सिलेबस की जानकारी रखें यदि कोई टापिक या पाठ अब तक नहीं पढ़ा है या विद्यालय में नहीं पढ़ाया गया है तो उसे अवश्य पढ़ ले क्योंकि प्रश्नपत्र के सभी प्रश्नों को हल करने के लिए पूरा पाठ्यक्रम पढऩा अति आवश्यक होता है। तभी हम प्रश्नपत्र के सभी प्रश्नों के उत्तर दे सकते हैं तथा अच्छे अंक प्राप्त कर सकते हैं तथा पढ़ाई शुरू करने से पहले बोर्ड परीक्षा का पाठ्यक्रम जरूर देख ले। नियमित पढ़ाई करें। पढ़ाई के बीच में ब्रेक लेना आवश्यक है। एक बार में 2 घंटे की बैठक पर्याप्त रहती है उसके बाद जलपान भोजन आदि के लिए अंतराल अवश्य ले तथा अन्तराल के बाद फिर से पढ़ाई पर लौटे।
*लगातार एक ही विषय ना पढ़े।
*प्रत्येक विषय के माडल टेस्ट पेपर के माध्यम से परीक्षा का पैटर्न समझ ले।
*इसके साथ-साथ पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों के प्रश्न भी हल करें पिछले वर्षों के प्रश्न पत्रों में आए प्रश्न महत्वपूर्ण माने जा सकते हैं।
*हर दिन रिवीजन करें।
*अपना ध्यान तथा बैठने की क्षमता बढ़ाएं
*विषय विशेष का पाठ्यक्रम के सभी शीर्षकों को कम से बड़ी-बड़ी परीक्षा के पूर्व दिन या अगली परीक्षा के लिए मिले गए अंतराल के दिनों में अच्छी प्रकार प्रश्नों का अभ्यास करें।
*किसी भी प्राकार का तनाव ना ले। अन्य सभी समस्याओं तथा कार्यों को बाद के लिए छोड़ दें। याद रखें की परीक्षा से आया हुआ तनाव परीक्षा की तैयारी से ही दूर होता है।
*अपना ध्यान केवल पढ़ाई पर ही केंद्रित रखें
*परीक्षा के दिनों में अपना स्वास्थ्य का ध्यान रखना अति आवश्यक है होता है क्योंकि यदि हमारा स्वास्थ्य ही ठीक नहीं रहेगा तो हम हमारा मस्तिष्क स्वस्थ नहीं होगा तथा हम ठीक प्रकार से पढ़ाई नहीं कर सकेंगे हम अपना पूरा ध्यान पढ़ाई पर नहीं लगा सकेंगे।
*हल्का सुपाच्य पौष्टिक भोजन करें।
*समय पर भोजन करें नाश्ता अवश्य लें।
*रात के समय भरपेट न खाएं।
*हर दिन अच्छी नींद लेना आवश्यक है।
*रोजाना सुबह शाम लगभग 15 मिनट छत पर या घर के नजदीक अवश्य घूमे। इससे मूड तरोताजा होता है तथा स्वास्थ्य भी ठीक रहता है। एक ही स्थान पर बैठे रहने से पाचन क्रिया के साथ स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं उत्पन्न हो सकती हैं। घूमने से इस तरह की परेशानियों से बचाव रहता है।
फोटो कैप्शन: डा जितेंद्र भारद्वाज प्राध्यापक
No comments:
Post a Comment