Not sure how to add your code? Check our installation guidelines **KANINA KI AWAZ **कनीना की आवाज**

Sunday, February 25, 2024


 
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की परीक्षाएं 27 मार्च से
-सोमवार को पहुंचेंगे केंद्र अधीक्षक केंद्रों पर
****************************************************
*********************************************************
*************************************
***************
कनीना की आवाज। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी द्वारा आयोजित 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं 27 मार्च से शुरू होंगी। इसके लिए केंद्र अधीक्षकों की तैनाती कर दी गई है तथा सोमवार को परीक्षा केंद्रों पर केंद्र अधीक्षक पहुंचेंगे।
 हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा जारी दसवीं की डेट शीट के अनुसार 27 फरवरी पंजाबीआईटी/आईटीएस/ संस्कृत व्याकरण आदि की परीक्षाएं होगी। तत्पश्चात 2 मार्च को हिंदी, 5 मार्च को संस्कृत/उर्दू /ड्राइंग/ कृषि/कंप्यूटर साइंस/होम साइंस/डांस/पशुपालन संगीत/फिजिकल और हेल्थ एजुकेशन आदि की परीक्षाएं होंगी। 7 मार्च को अंग्रेजी 12 मार्च को गणित, 15 मार्च को एनएसक्यूएफ के तहत पडऩे वाले रिटेल/आईटी/ आईटीएस/बैंकिंग की परीक्षाएं होंगी। तत्पश्चात 19 मार्च को विज्ञान और 26 मार्च को सामाजिक विज्ञान की परीक्षा होगी। इस प्रकार दसवीं की परीक्षाएं 27 फरवरी से शुरू कर 26 मार्च तक चलेंगी। परीक्षाओं का समय दोपहर  12:30 बजे से शाम 3 बजे का होगा।
उधर 12वीं कक्षा की परीक्षाएं 27 मार्च को कंप्यूटर विज्ञान की परीक्षा होगी जबकि 28 फरवरी को एनएसक्यूएफ की परीक्षा होगी जिसमें इसमें कई विषय जैसे आईटी/आईटीइएस/ /कृषि/ मीडिया बैंकिंग आदि शामिल किए गए हैं। 1 मार्च को संस्कृत/उर्दू/ बायोटेक्नोलाजी, 4 मार्च को रसायन शास्त्र अकाउंटेंसी/पब्लिक एडम की परीक्षा होगी। 5 मार्च को कृषि/फिलासफी आदि की परीक्षा होगी, 6 मार्च को हिंदी को हिंदी इलेक्टिव आदि की परीक्षा होगी, 11 मार्च को भौतिक शास्त्र /अथ शास्त्र की परीक्षा जबकि 13 मार्च को राजनीति शास्त्र्र, 14 मार्च को गृह विज्ञान, 16 मार्च को पंजाबी/संस्कृतसाहित्यआदि की परीक्षा होगी, 18 मार्च को ज्योग्राफी की परीक्षा होगी, 20 मार्च को फिजिकल एजुकेशन, 22 मार्च को इंग्लिश कौर की परीक्षा होगी, 27 मार्च गणित, 28 मार्च समाजशास्त्र, 29 मार्च संगीत, 30 मार्च फाइन आर्ट, एक अप्रैल इतिहास/जीव विज्ञान 2 अप्रैल मिलिट्री साइंस/नृत्य/साइकोलाजी की परीक्षाएं होंगी। इस प्रकार 12वीं की परीक्षाएं भी दोपहर 12:30 से 3 बजे तक चलेंगे और 2 अप्रैल को संपन्न होगी।
जिला महेंद्रगढ़ में बनाए गए हैं 55 परीक्षा केंद्र -
मिली जानकारी अनुसार कनीना सब डिवीजन में 9, महेंद्रगढ़ सब डिवीजन में 16 तथा नारनौल सब डिवीजन में 30 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। कनीना सब डिवीजन में बवानिया, बेवल, भोजावास, दौंगड़ा अहीर ,ककराला, कनीना मंडी, खेड़ी तलवाना, पोता और सेहलंग परीक्षा केंद्र है जबकि महेंद्रगढ़ सब डिवीजन में आकोदा, बसई, बेरी, डिगरोता, डुलना, खुडाना, महेंद्रगढ़ शहर में तीन तीन परीक्षा केंद्र, साथ में नंगल सिरोही, नावां, पाली, पथरवा तथा सतनाली में दो परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इसी प्रकार नारनौल सब डिवीजन में अटेली मंडी, बाछोद, भुंगारका, बिहाली, बोचडिय़ा, बूढवाल, गावड़ी जाट, जैलाफ, कांटी, कोरियावास, कृष्ण नगर, कमानिया, नारनौल शहर में 6 परीक्षा केंद्र साथ में नांगल चौधरी में तीन परीक्षा केंद्र, नांगल दर्गु, निवाजनगर, निजामपुर, शेका, सहबाजपुर, सीहमा, सिलारपुर और सिरोही बहाली परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।







समाजसेवी सोमदत जांगड़ा की मां का निधन
-कनीना में किया अंतिम संस्कार
****************************************************
*********************************************************
*************************************
***************
कनीना की आवाज। समाजसेवी सोमदत जांगड़ा की मां मिश्री देवी का निधन हो गया वे करीब 91 वर्ष की थी। उनका अंतिम संस्कार कनीना में किया गया। मिश्री देवी धर्म पत्नी रूस्व. खुबाराम जांगडा उज्ज्वल कर्म और निर्मल वाणी की धनी थी।  जिनके चार बेटे ओमप्रकाश, बनवारीलाल , विजयपाल उर्फ बुधराम, सोमदत्त जांगडा व दो बेटियां है। उन्हें मांदीवाला परिवार नाम से भी जाना जाता है।
 फोटो कैप्शन: मिश्री देवी







होली का गाड़ा डांडा
डांडा गाडऩे के पीछे है फसल पैदावार का पूर्व अनुमान
-होली पर्व को लेकर तैयारियां शुरू

****************************************************
*********************************************************
*************************************
***************
कनीना की आवाज।
होलिका दहन की ग्रामीण क्षेत्रों में तैयारियां शुरू हो गई हैं। वैसे तो माघी पूर्णिमा को ही होली का डांडा गाडऩे का रिवाज है जबकि कनीना में होलिका दहन 24 मार्च होगा और होली का डांडा माघ शुक्ल पूर्णिमा को शनिवार होने के कारण रविवार को गाडऩा पड़ा।
  डांडा गाडऩे का अर्थ सीधे शब्दों में बताते हुए  बाबू वेदप्रकाश चौधरी बताते हैं कि विधि विधान से जल का घड़ा भूमि में दबाकर ईंधन डाल देते हैं जिसके बाद गांव में कोई पर्व नहीं मनाते जब तक कि होलिका दहन का काम पूर्ण न हो जाये। कुछ जगह सवा माह पहले तो कुछ जगह एक माह पूर्व ही डांडा गाडऩे का रिवाज है।
कहां गाड़ा जाता है डांडा-
कनीना में वर्षों से होलिका दहन रेवाड़ी रोड़ के पास एक जोहड़ के किनारे संपन्न होता है जिसे होलीवाला जोहड़ कहा जाता है। होली से एक माह पूर्व एक घड़े में पानी भरकर अच्छी तरह ढककर होलिका दहन स्थल पर गाड़ दिया जाता है जिसे होली का डांडा नाम से जाना जाता है।
सूबे सिंह, राव मोहर सिंह, राजेंद्र सिंह, पंकज एडवोकेट आदि बताते हैं कि डांडा गाडऩे के बाद बहुएं अपने ससुराल को नहीं छोड़ती उनके लिए मायके जाना भी अशुभ माना जाता है। तत्पश्चात डांडे पर ईंधन उपले व गोबर के बने हुए ढाल व तलवार कस्बावासी मिलकर डालते हैं।
होलिका दहन के बाद, एक निश्चित गहराई पर गाड़ी गए जल के घड़े को निकाला जाता है और इस में जल की मात्रा को देखा जाता है। यदि घड़ा जल से पूरा भरा मिलता है तो इसे बेहतर पैदावार होने की उम्मीद जताई जाती है जबकि घड़े में जितना पानी कम होता जाता उतनी फसल पैदावार कम मानी जाती है। सैकड़ों वर्षों से यही रिवाज चला रहा है। होलिका दहन स्थल पर यह प्रथा विधि विधान से पूर्ण की जाती है। जहां पकी हुई बालियों को होली में भूलकर लावणी शुरू करने की प्रथा है वही पानी की मात्रा देखकर पैदावार का पता लगाते हैं।
***उनके पूर्वजों से यही प्रथा चली आ रही है। पानी के घड़े को भूमि में दबाया जाता है और उस पर एक माह तक ईंधन डालकर होलिका दहन किया जाता है। जब होलिका दहन पूर्ण हो जाता है अगले दिन इसे निकालकर पानी की मात्रा देखी जाती है जिसे फसल पैदावार अर्थात शामत का अनुमान लगाते हैं। पुराने समय में किसानों के पास यही आधार था जिससे फसल पैदावार का अनुमान लगाते थे।
--कृष्ण कुमार कनीनावासी
 यह रिवाज उनके पूर्वजों से सुनते आ रहे हैं। उनका कहना है कि विज्ञान बेशक इसे न माने परंतु घड़े का पानी जितना काम होता है उतनी फसल पैदावार कम होती है। यह कनीना के होली वाला जोहड़ पर पूर्वजों से चला आ रहा एक रिवाज है।
---एडवोकेट पंकज यादव
 फोटो कैप्शन 04: डांडा गाडऩे का रिवाज पूर्ण करते हुए
साथ में वेदप्रकाश, कृष्ण कुमार एवं पंकज एडवोकेट






उपमंडल का दर्जा मिलने पर भी शिक्षा बोर्ड का मार्किंग सेंटर कनीना में नहीं
-जाना पड़ता है महेंद्रगढ़ व नारनौल

****************************************************
*********************************************************
*************************************
***************
कनीना की आवाज।
कनीना को उपमंडल का दर्जा मिले लंबा अरसा बीत गया है किंतु अभी तक हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा कनीना में मार्किंग सेंटर सुनिश्चित नहीं किया गया है और न ही सितंबर माह में आयोजित होने वाली परीक्षाओं के लिए यहां कोई सेंटर बनाया जाता है। उप-मंडल होते हुए भी सुविधा न मिलने से शिक्षकों में भारी रोष है।
  अध्यापक नेता केएस वशिष्ठ ने बताया कि कनीना खंड के 55 गांवों के शिक्षक जहां कनीना आना जाना सुविधाजनक समझते हैं किंतु उन्हें बोर्ड की मार्किंग के लिए या तो महेंद्रगढ़ या फिर नारनौल जाना पड़ता है या नारनौल जाना पड़ता है जिससे धन और समय की अधिक बर्बादी करनी पड़ती है। उन्होंने कहा कि कनीना उपमंडल है ऐसे में कनीना में मार्किंग सेंटर घोषित किया जाए वही सितंबर माह में आयोजित होने वाली विभिन्न प्रकार की बोर्ड की परीक्षाओं के लिए भी यहां सेंटर बनाया जाए।
**कनीना को मार्किंग सेंटर बना दिया जाए तो अध्यापकों का धन व समय बर्बाद होने से बच जाएगा वहीं आ पास के शिक्षक बेहतर सेवा दे पाएंगे। जाने आने में बहुत सा समय बर्बाद हो जाता है और धन भी बर्बाद होता है। ऐसे में मार्किंग सेंटर शिक्षकों की सुविधा के अनुसार कनीना में ही बने।
  ---अध्यापक नेता निर्मल
शिक्षा बोर्ड को चाहिए कि मार्किंग सेंटर कनीना में भी बनाया जाए। इससे सरकार को भी आर्थिक लाभ मिलेगा वहीं समस्त सुविधाओं वाले कनीना में मार्किंग सेंटर का काम बेहतर ढंग से चल पाएगा। सभी कैमरोंयुक्त तथा सुविधाओं से युक्त ऐ नहीं तीन स्कूल एवं कालेज हैं।
---सुनील कुमार शिक्षक नेता
फोटो कैप्शन: निर्मल शास्त्री एवं सुनील कुमार।





सीहोर की सपना को  मिली रसायनशास्त्र में पीएचडी की उपाधि
****************************************************
*********************************************************
************************************
****************
कनीना की आवाज। उपमंडल के गांव सीहोर निवासी सपना को दिल्ली विश्वविद्यालय में आयोजित 100वें दीक्षांत समारोह में पीएचडी की उपाधि मिली है। सपना के पिता सेवानिवृत्ति सूबेदार शुक्रमपाल ने बताया देते हुए दिल्ली विश्वविद्यालय में आयोजित  दीक्षांत समारोह में सपना को रसायनशास्त्र में एचडी की डिग्री से सम्मानित किया गया। उन्होंने बताया कि उसे दौरान मुख्य अतिथि उपराष्ट्रपति जगदीश धनखड़ रहे उन्होंने सपना को एचडी की उपाधि भेंट की सपना को प्रदान की गई है। इस अवसर पर आसपास क्षेत्र में खुशी का माहौल है।
फोटो कैप्शन: डा. सपना







किसान कट की मांग को लेकर अडिग, 350वें दिन जारी रहा धरना
-अनिश्चितकालीन धरने पर हैं किसान
****************************************************
*********************************************************
***************************************
*************
कनीना की आवाज।  राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर सेहलंग -बाघोत के बीच कट के लिए किसानों का अनिश्चितकालीन धरना जारी हे। रविवार को धरने की अध्यक्षता विनोद यादव सेहलंग  ने की और उन्होंने बताया कि हमें धरने पर बैठे हुए 12 महीने होने जा रहे हैं लेकिन राज्य सरकार और केंद्र सरकार हमारी परेशानियों को नहीं समझ रही है कि राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच चढऩे और उतरने के मार्ग कि लोगों को सख्त जरूरत है। कट बनने से इन 40- 50 गांवों के साथ जुड़े हुए सभी लोगों को इसका फायदा मिलेगा। जब तक केंद्र सरकार कट का काम शुरू नहीं करती है, तब तक हमारा धरना जारी रहेगा।
 डा प्रेमराज यादव प्रधान वेद प्रचार मंडल महेंद्रगढ़, भूपेंद्र सिंह आर्य और कोषाध्यक्ष रंगराव सिंह पालड़ी, महेंद्रगढ़ धरना स्थल पर पहुंचे और उन्होंने बताया कि आपका संघर्ष उचित है, इस क्षेत्र को राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट की जरूरत है, आने वाली पीढ़ी का भविष्य है, राज्य सरकार और केंद्र सरकार के संज्ञान में है। केंद्र सरकार को बताना चाहते हैं कि धरना स्थल पर बैठे बुजुर्ग किसानों को एक साल होने वाला है, इनकी पीड़ा को समझे और जितना जल्दी हो सके  राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट का काम शुरू किया जाए। हम तन-मन-धन से संघर्ष समिति के साथ हैं।
धरना संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय सिंह चेयरमैन ने बताया कि बार-बार याद दिला रहे हैं कि किसानों के धैर्य की परीक्षा न ले, यदि राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर  बाघोत -सेहलंग के बीच सरकार के द्वारा कट का काम शुरू नहीं किया गया तब सभी 50 गांव सरकार का विरोध करेंगे।
इस मौके पर  आचार्य मक्खन लाल स्वामी, नरेंद्र कुमार शास्त्री, ठेकेदार शेर सिंह, पहलवान रणधीर सिंह, मास्टर विजयपाल, डा लक्ष्मण सिंह, सरपंच हरिओम पोता, सतीश, सतपाल,  दाताराम,सूबेदार हेमराज अत्रि , पहलवान धर्मपाल,  मास्टर विजय सिंह,  प्रधान कृष्ण कुमार,  वेद प्रकाश, ओम प्रकाश , कृष्ण कुमार पंच, इंस्पेक्टर सत्यनारायण, अशोक चौहान, सज्जन सिंह,  रामकिशन, सीताराम, करतार, सब इंस्पेक्टर रामकुमार ,डा राम भक्त,  रोशन लाल आर्य  व गणमान्य लोग मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 03: कट की मांग को लेकर धरने पर बेठे किसान।





पूर्व प्राचार्य की मां का निधन, शोक
****************************************************
*********************************************************
**************************************
**************
कनीना की आवाज। कनीना मंडी निवासी एवं अपने समय के जाने-माने शिक्षक रामकिशन की पत्नी तुलसी देवी का निधन हो गया। वो 87 वर्ष की थी तथा अपने पीछे चार पुत्र, आठ पौत्र और पोतियों सहित भरा पूरा परिवार छोड़ गई है। जहां तुलसी देवी का एक पुत्र जीके बंसल 2018 में प्राचार्य भिवानी कालेज से सेवानिवृत हो चुके जबकि दूसरा पुत्र मोहनलाल 2016 में प्राचार्य पद से सेवा निवृत्त हो चुके हैं। तुलसी देवी का एक पुत्र कैलाश बंसल राजकीय कन्या उच्च विद्यालय में कार्यरत है वही तुलसी देवी के पति अपने समय के प्रसिद्ध शिक्षक रहे हैं जो वर्ष 1995 में सेवानिवृत्त हुये हैं। तुलसी देवी डाक्टरो,शिक्षकों एवं पूर्व प्राचार्यों से भरा परिवार छोड गई है।
 फोटो कैप्शन: तुलसी देवी




 किसानों के फव्वारा नोजल चोरी
-विगत दिनों हुई थी कई किसानों की केबल चोरी
****************************************************
*********************************************************
**************************************
**************
कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र में आए दिन किसानों के खेतों से जहां केबल तथा फव्वारा चोरी हो रहे हैं। विगत वर्ष भी इसी प्रकार की घटनाएं सामने आई थी। हर वर्ष अज्ञात चोर किसानों के यहां सेंध लगाते हैं।
 कनीना ककराला मार्ग पर कई किसानों के फव्वारा चोरी हो गए। कनीना पुलिस में सुमर सिंह वार्ड चार ने मामला दर्ज करवाते हुए कहा कि वह खेती-बाड़ी का काम करता है और ककराला सड़क मार्ग पर फाटक के पार उसका ट्यूबवेल है जहां रात्रि को फव्वारे लगाकर प्रतिदिन की तरह अपने घर आ गया। सुबह जाकर देखा तो 10 फव्वारा नोजल चोरी मिले। आसपास तलाश की किंतु कहीं नहीं मिले। इसी प्रकार सुरेंद्र किसान के 10 फव्वारा,  वेद प्रकाश के 10 फव्वारा नोजल, वीरेंद्र 10 फव्वारा नोजल, राजेंद्र सिंह 10 फव्वारा नोजल, हेमराज 11 फव्वारा नोजल, सुभाष 10 फव्वारा नोजल चोरी हो गए। तलाश करने पर कहीं नहीं पाए। सुमेर सिंह के बयान पर फवारा नोजल चेारी करने का अज्ञात चोरों  के विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया है।






परीक्षा की कैसे करें तैयारी
-परीक्षा को पर्व समझे न कि सिरदर्द-सचिन शर्मा
****************************************************
*********************************************************
**********************************
******************
कनीना की आवाज। एक और जहां 10वीं और 12वीं के परीक्षाएं 27 फरवरी से शुरू हो रही हैं वहीं विद्यार्थी दिन-रात परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। परीक्षा की तैयारी कैसे करें इस संबंध में विभिन्न शिक्षाविद प्राध्यापक सचिन शर्मा से चर्चा की गई।
उनका कहना है कि परीक्षा से घबराने की जरूरत नहीं। सामान्य रूप में ही परीक्षा को ले, कक्षा में अध्यापक के सामने जिस प्रकार से प्रश्न का उत्तर दिया जा रहा है वैसी परीक्षा में हल करें। परीक्षा के समय विद्यार्थी को पूर्ण आत्मविश्वास के साथ तैयारी करनी चाहिए। जिस भी विषय की परीक्षा देनी है उसकी तैयारी के लिए मुख्य बिंदुओं को अलग से नोट बुक में उतारे, अलग से समय देकर दोहराये,ध्यान रहे उन्हें रटे नहीं। शिक्षा की तिथि की पूर्व संध्या को विद्यार्थी अधिक थकान एवं दिमाग पर परीक्षा का भूत सवार न होने दे। पूरी नींद ले, प्रसन्न चित्त होकर परीक्षा की तैयारी के लिए हर विषय के प्रत्येक टापिक का ध्यान लगाकर स्मरण करें तथा पूर्ण आत्मविश्वास के साथ परीक्षा दे।
 सचिन शर्मा का कहना है कि हर दिन को प्लान करना और उसे पूरा करना पढ़ाई में चार चांद लगा देता है। इन दिनों में अपने को स्वस्थ रखना जरूरी है ताकि समय पर सभी कार्य पूर्ण कर सकें। पढ़ाई को तनावमुक्त का आनंदमय बनाए। हर दिन की योजना बनाये और उसे पूर्ण करें।
परीक्षा पर्व है न कि भय वाला कोई वातावरण। लगातार बिना ब्रेक अध्ययन से भी नीरसता आती है अत: बीच बीच में थोड़ा सा खेल या प्रकृति निहार वांछित है, क्योंकि कहा है। अत: जो भी तैयार करें वह लिखकर जरूर देखें ताकि विस्मृत न हो पावें। कहीं कोई जवाब/उत्तर में शंका हो तो तो सम्बन्धित अध्यापक से सुनिश्चित करें।
फोटो कैप्शन: सचिन शर्मा प्राध्यापक ।






 दुकान में घुसकर मारपीट करने का मामला दर्ज
-महिला ने दर्ज करवाया है मामला
****************************************************
*********************************************************
********************************
********************
कनीना की आवाज। दौंगड़ा पुलिस चौकी में एक महिला ने उसके साथ दुकान में जबरदस्ती घुसकर  तीन लोगों द्वारा धक्का मुक्ति करने, जान से मारने की धमकी देने का मामला दर्ज करवाया है। सुनीता नामक महिला ने दौंगड़ा अहीर चौकी में दी शिकायत में कहा है कि 24 फरवरी को वह दुकान में बैठी थी तभी विनोद और उसके दो साथी जिन्हें वह नहीं जानती शराब के नशे में दुकान में घुस गये, धक्कामुक्की की जिससे वह गिर गई। शोर मचाने पर रण सिंह नामक व्यक्ति पहुंचा। उसने भी शोर मचाया। इन लोगों ने सुनीता के साथ की हाथापाई की, कपड़े फाड़ दिए, जान से मारने की कोशिश की। शोर सुनकर घटनास्थल पर कुछ लोग आ गए। मौके पर खड़े सुनील नामक व्यक्ति पुलिस चौकी से पुलिस को बुलाकर लाया। पुलिस मारपीट करने वाले लोगों को साथ ले गई। तत्पश्चात हिमांशु नामक व्यक्ति पुलिस चौकी पहुंचा तो उसके साथ भी अच्छा व्यवहार नहीं किया। उन्होंने आरोप लगाया है कि पुलिस के सामने मारपीट करने वाले लोग उसे धमकियां दे रहे थे। महिला का आरोप है कि इन्हीं लोगों ने एक महीने पहले भी दुकान में लूटपाट और तोडफ़ोड़ की थी। उनकी शिकायत पर तीन लोगों के विरुद्ध मारपीट का मामला दर्ज कर लिया है।



























मनमोहक लगता है राजकीय कन्या स्कूल
-रविवार एवं अवकाश को भी उपस्थित रहते हैं मुख्याध्यापक
****************************************************
*********************************************************
************************************
****************
कनीना की आवाज। कनीना के पुराने राजकीय कन्या वरिष्ठ कन्या उच्च विद्यालय की तस्वीर वर्तमान में बदल कर रख दी है। महज एक लाख रुपये की लागत से स्कूल भवन ही नहीं दीवारें भी बोलती नजर आती है। हर सुविधा से स्कूल सुसज्जित है। किसी जमाने में यही स्कूल राजकीय हायर सेकेंडरी के नाम से होता था और झोपडिय़ों में विद्यार्थी शिक्षा पाते थे। कनीना के पूर्व पालिका प्रधान सहित न जाने कितनी प्रमुख हस्तियां इस विद्यालय से शिक्षा ग्रहण कर चुकी है।
कैसे बदली तस्वीर--
 करीब 10 महीने पहले नरेश कौशिक ने मुख्य अध्यापक बतौर कार्यभार ग्रहण किया था। उन्हें अपने पिता वाली ललक रहती है। उनके पिता स्व. नंदकिशोर शर्मा कभी इसी स्कूल के मुख्य अध्यापक होते थे। आज उनके पुत्र इस विद्यालय के मुख्य अध्यापक हैं जिन्होंने विकास के लिए कमर कस रखी है और अब तक मुख्यमंत्री सौंदर्यीकरण पुरस्कार  50 हजार रुपये भी प्राप्त हो चुके हैं। साथ में करीब 50,000 और लागत से न केवल पूरे विद्यालय को कैमरों से युक्त अपितु मां सरस्वती की प्रतिमा, घास के लान और संपूर्ण स्कूल को कमरों के अंदर नजर रखी जाती है।
जहां गर्मियों में ठंडा पेयजल, बच्चों के खाने के लिए अलग से प्रबंध, भोजन ग्रहण करने के लिए टीन शेड लगाकर उसे सजाकर मनमोहक बना दिया गया है ताकि बच्चे बैठकर आनंदित हो। यह क्षेत्र पहला राजकीय उच्च स्कूल है जो जहां संपूर्ण कमरों में शिक्षण कार्य और विद्यार्थियों की रिपोर्ट मुख्य अध्यापक कक्ष से देखी जा सकती है। विद्यालय की दीवारें रंग पेंट एवं मोटो और तस्वीरों के कारण बोलती हुई नजर आती हैं।
अपने खर्चे से भी करवाये हैं काम-
जब से नरेश कौशिक ने कार्यभार ग्रहण किया विद्यालय में मां सरस्वती की प्रतिमा नहीं होती थी किंतु उन्होंने प्रतिमा अपने खर्चे पर लगवाई, जहां मंच बनवाए वही सुंदर पार्कों का निर्माण करवा दिया है। सभी दीवारों पर रंग पेंट इतना सुंदर संजीदा है कि तस्वीर भी बातें करती नजर आती है। टीन शेड लगवा कर बैनर और शिक्षाप्रद पोस्टर, बैनर, बोर्ड सहित कक्ष का रूप दिया गया है जो बच्चों के शांतिप्रिय रूप से खाने के लिए बाध्य करता नजर आता है।
कस्बावासियों को है एक मलाल-
आज भी यह उच्च विद्यालय है कभी हायर सेकेंडरी होता था। क्योंकि अभी तक कनीना में एक माडल संस्कृति स्कूल बना दिया गया है जिसमें बच्चों की फीस लगती है, कनीना मंडी कन्या वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय है। ऐसे में लड़के  मुफ्त शिक्षा पाने के लिए कहां जाए? यही कारण है कि अब तो कनीनावासी इस राजकीय कन्या उच्च विद्यालय को सह-शिक्षा वाला राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय देखना चाहते हैं। इस संबंध में कार्रवाई भी की गई है। स्कूल जहां मुख्यमंत्री सौंदर्यीकरण प्रतियोगिता में नाम कमा चुका है।
अवकाश को भी हाजिर मिलता है मुख्याध्यापक-
वही निस्वार्थ भाव से नरेश कौशिक रविवार और अवकाश के दिन भी विद्यालय में हाजिर रहते हैं और अपने हाथों से न केवल पार्कों का निर्माण करते हैं अपितु पौधों को पानी देना, कमरों को सुसज्जित करना, कमरों की देखरेख करना तथा अन्य प्रकार की सुविधाओं पर नजर जमाये रहते है। यह ऐसा विद्यालय है जहां बच्चों के लिए सुझाव पेटिका भी रखी हुई है, जहां बच्चे किसी प्रकार की शिकायत कर सकते हैं। इस पेटिका से शिकायत मिलने पर उसे पर उचित कार्रवाई की जाती है। जहां दिव्यांगों के लिए अलग से शौचालय है स्वच्छ शौचालयों का निर्माण किया गया है।
नरेश कौशिक ने बताया कि वह चाहे तो अपने कक्ष से सभी कक्षा कक्ष को नियंत्रित कर सकते हैं वहीं बैठे आदेश दे सकते हैं वहीं बैठे कोई प्रकार की संदेश पहुंचा सकते हैं।
कई अधिकारी कर चुके हैं दौरा-
विगत 10 महीनों में हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड चेयरमैन सहित एसडीएम आदि कई अधिकारी आ चुके हैं। सभी की के मुख से बस एक ही बात निकलती है, वाह, क्या स्कूल है? उन्हें विश्वास है कि भविष्य में उन्हें जिला स्तरीय पुरस्कार भी जरूर मिलेगा। जहां नरेश कुमार कौशिक बतौर वक्ता के रूप में पूरे प्रदेश में नाम कमा चुके हैं वहीं अंग्रेजी के प्रवक्ता भी रह चुके हैं। ऐसे में स्कूल को बेहतरीन ढंग से चला रहे हैं अभिभावक और विद्यार्थी प्रसन्नचित नजर आते हैं।
 फोटो कैप्शन 01 व 02: मुख्याध्यापक नरेश कौशिक अवकाश स्कूल भवन दिखाते हुए।

 

आर्य समाज में आयोजित हुआ हवन
****************************************************
*********************************************************
************************************
****************
कनीना की आवाज।
रविवार को आर्य समाज मंदिर कनीना मे साप्ताहिक यज्ञ हवन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मोहन मनीषी सारस्वत, मोहर सिंह आर्य, बहन सरला लता आर्या, मनफूल सिंह आर्य, प्रेम कुमार, राजेश आर्य, ओमप्रकाश आर्य, मास्टर रविंद्र आर्य  सहित विभिन्न आर्य उपस्थित हुए।
फोटो साथ है।

 


No comments: