Not sure how to add your code? Check our installation guidelines **KANINA KI AWAZ **कनीना की आवाज**

Tuesday, February 20, 2024


 

कनीना कालेज परिसर से मोटरसाइकिल चोरी
-- चोरी का मामला दर्ज
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कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के गांव चेलावास निवासी विजेंद्र सिंह ने कनीना थाने में उनके लड़के की मोटरसाइकिल चोरी होने का मामला दर्ज करवाया है। विजेंद्र सिंह ने कहा कि उसका लड़का पवन कुमार कनीना कालेज पडऩे के लिए गया था। मोटरसाइकिल कालेज परिसर में खड़ी की थी। करीब दोपहर एक बजे जब कक्षाएं खत्म हुई तो बाइक नहीं मिली। उनके बयान पर अज्ञात चोरों के विरुद्ध मोटरसाइकिल चोरी का मामला दर्ज कर लिया है।



दो दिवसीय तीसरी विशाल सर्कल कबड्डी प्रतियोगिता का 
आयोजन चेलावास में बुधवार से
--दिये जाएंगे बड़े इनाम
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कनीना की आवाज। उप मंडल के गांव चेलावास स्थित खेल स्टेडियम में आदर्श क्लब चेलावास में तीसरी विशाल सर्कल कबड्डी प्रतियोगिता आयोजित की जा रही है। सचिव नवीन फौजी ने जानकारी देते हुए  बताया कि बुधवार व गुरुवार को दो दिवसीय खेल प्रतियोगिता का आयोजन करवाया जा रहा है। जिसमें बुधवार को वालीबाल प्रतियोगिता का आयोजन करवाया जाएगा। जिसमें प्रथम स्थान पर आने वाली टीम को 7100 रुपये दूसरे स्थान पर आने वाली टीम को 5100 रुपये तीसरे स्थान पर आने वाली टीम को 2100 रूपये चौथे स्थान पर आने वाली टीम को 1500 रुपये देकर सम्मानित किया जाएगा।  वाली कबड्डी सर्कल प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर आने वाली टीम को 81 हजार रुपये दूसरे स्थान पर आने वाली टीम को 61 हजारी पये तीसरे व चौथे स्थान पर आने वाली टीम को 31 हजार रूपये पांचवे से आठवें स्थान पर आने वाली टीम को 5100 पये, नौवें से 16 वें स्थान पर आने वाली टीम को 2100 पये देकर सम्मानित किया जाएगा।
बेस्ट रेडर व बेस्ट कैचर को 21 हजार रूपये देकर सम्मानित किया जाएगा। इस दौरान 100 मीटर, 400 मीटर, 1600 मीटर व बुजुर्गो की 100 मीटर दौड़ प्रतियोगिता भी आयोजित की जाएगी।
लड़कियों की दौड़, लड़कों के दौड़, मटका दौड़, रस्साकसी पुरुष वर्ग, रस्साकसी महिला वर्ग की भी होगी। उन्होंने बताया कि इस प्रतियोगिता में एक पंचायत में दो खिलाड़ी बाहर से खेल सकते है। प्रतियोगिता में भाग लेने आने वाले सभी खिलाडिय़ों को अपना आईडी प्रूफ आधार कार्ड साथ लेकर आना अनिवार्य है। किसी भी टीम का खिलाड़ी नशे का सेवन व चिकना पदार्थ लगाकर खेलता पकड़ा गया गया तो उस टीम को स्क्रैच कर दिया जाएगा। कमेटी पर रेफरी का फैसला मान्य होगा।





क्षेत्र में हुई एक एमएम बारिश
-तेज हवाओं से गेहूं एवं सरसों की फसल गिरी
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कनीना की आवाज। सोमवार की रात एक एमएम बारिश हुई। बारिश तथा तेज हवा के चलते जहां गेहूं एवं सरसों की फसल गिर गई है जिसमें नुकसान की संभावना बढ़ी है। सरसों की फसल पकान के पूरे यौवन पर है वहीं गेहूं में बालियां आ चुकी हैं।
किसान राजवीर सिंह, अजीत कुमार, राजेंद्र सिंह, कृष्ण कुमार, महिपाल सिंह करीरा आदि ने बताया कि सोमवार की रात को तेज हवा और बारिश के चलते सरसों एवं गेहूं की फसल गिर गई है जिसमें नुकसान होने की पूरी संभावना है
उन्होंने बताया कि सरसों पकान के पूरे यौवन पर है तथा गेहूं भी पकान की ओर जा रहा है। किसानों ने फव्वारों द्वारा सिंचाई की हुई थी जिस पर तेज हवाओं ने फसल को गिरा दिया है।
कनीना क्षेत्र में जहां करीब 11000 हेक्टेयर पर गेहूं उगाया हुआ है वही 20 हजार हेक्टेयर पर सरसों उगायी है। किसान सरसों की लावणी का इंतजार कर रहे हैं। एक सप्ताह में लावणी आने की संभावना है।
किसानों के लिए रबी फसल प्रमुख फसल मानी जाती है जिससे व घर के सभी काम पूर्ण करते हैं। खरीफ फसल तो चारे के लिए अधिक उगाई जाती है।
क्या कहते हैं कृषि अधिकारी- पूर्व कृषि विस्तार अधिकारी कनीना डा देवराज का कहना है कि जब फसल गिर जाती है तो नुकसान होने की संभावना होती है। उन्होंने बताया कि लेबर भी बढ़ जाती है तथा पकान भी सही ढंग से नहीं हो पाता।
फोटो कैप्शन 3: बारिश एवं हवा से गिरी फसल।





अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस -21 फरवरी
मातृभाषा ही सदा लगती है मधुर भाषा-अश्विनी ****************************************************
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कनीना की आवाज। अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस मनाने का विचार  बांग्लादेश की पहल थी । इसे  1999 के यूनेस्को सामान्य सम्मेलन में अनुमोदित किया गया था और 2000 से इसे दुनिया भर में मनाया जाता है। वह संस्कृतियों और भाषाओं में अंतर को संरक्षित करने के लिए काम करता है। पारंपरिक ज्ञान और संस्कृतियों को स्थायी तरीके से प्रसारित और संरक्षित करते हैं।
यूं तो हिंदी दिवस मनाया जाएगा। हिंदी ही हमारी मातृभाषा है। हिंदी पूरी दुनिया में बोली जाने वाली पांच भाषाओं में से एक है। विश्व भर के करोड़ों लोग आज हिंदी बोलते हैं। फिजी नाम का एक द्वीप है, जहां पर हिंदी को आधिकारिक भाषा का दर्जा प्राप्त है।
हिंदी भाषा अब विदेशों में भी लोकप्रिय हो रही है। विदेश में रहने वाले लोगों को भी अब हिंदी का महत्व पता लग रहा है।
दैनिक व्यवहार में हिन्दी के उपयोग करने आदि की शिक्षा दी जाती है। क्या कहते हैं शिक्षाविद-
**मातृभाषा दिवस पर हिन्दी के प्रति लोगों को प्रेरित करना चाहिए। हिंदी माथे की बिंदी होनी चाहिए। यह मातृभाषा है इसका सम्मान करना चाहिए। हिंदी में काम करने वाले लोगों को सम्मानित करना चाहिए।  हिन्दी भाषा के विकास और विस्तार हेतु हर संभव प्रयास करने चाहिए। मातृभाषा में बात करना सरस एवं आनंद देने वाला होता है।
        --डा मुनेश यादव शिक्षाविद
मातृभाषा हिंदी बोलने वालों की संख्या के अनुसार अंग्रेजी और चीनी भाषा के बाद हिन्दी भाषा पूरे दुनिया में तीसरी सबसे बड़ी भाषा है। लेकिन उसे अच्छी तरह से समझने, पढऩे और लिखने वालों में यह संख्या बहुत ही कम है। यह और भी कम होती जा रही। इसके साथ ही हिन्दी भाषा पर अंग्रेजी के शब्दों का भी बहुत अधिक प्रभाव हुआ है और कई शब्द प्रचलन से हट गए और अंग्रेजी के शब्द ने उसकी जगह ले ली है। जिससे भविष्य में भाषा के विलुप्त होने की भी संभावना अधिक बढ़ गयी है। हिंदी के प्रचार एवं प्रसार का प्रयास करना वाहिए।
     -  राजेश दहिया शिक्षाविद
मातृभाषा के रूप में हिन्दी के प्रति अपने कर्तव्य का बोध करवाने के लिए इस दिन को मातृभाषा दिवस के रूप में मनाया जाता है जिससे वे सभी अपने कर्तव्य का पालन कर हिन्दी भाषा को भविष्य में विलुप्त होने से बचा सकें। वर्ष में एक दिन इस बात से लोगों के समक्ष रखना है कि जब तक वे हिन्दी का उपयोग पूर्ण रूप से नहीं करेंगे तब तक हिन्दी भाषा का विकास नहीं हो सकता है। इसे आम बोलचाल की भाषा बनाना चाहिए तथा हर काम हिंदी में करने चाहिए।
 - शिक्षाविद सुरेश कुमार
हिंदी, भारत की एकता और विविधता का प्रतीक है। यह भाषा देशभक्ति, संस्कृति, और समृद्धि का प्रतीक है। हिंदी हमारे संविधान की अधिकारिक भाषा है और हमारी राष्ट्रीय भाषा के रूप में महत्वपूर्ण है। हिंदी दिवस के अवसर पर, हमें अपनी मातृभाषा के प्रति समर्पित रहना चाहिए। हमें इसे सीखना, उसका सदुपयोग करना, और उसका संरक्षण करना चाहिए। हमें हिंदी की बढ़ती उपयोगिता को समझना चाहिए, ताकि हम अपने विचारों को सही ढंग से व्यक्त कर सकें।
 -- शिक्षाविद नेमी सिंह
फोटो कैप्शन-डा मुनेश, नेमी सिंह, सुरेश कुमार, राजेश कुमार





ढाणा की अनीता ने किया नेट जेआरएफ किया उत्तीर्ण
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कनीना की आवाज। उप मंडल के गांव ढाणा निवासी अनीता पत्नी सौरभ कुमार ने रसायनशास्त्र विषय में नेट जेआरएफ में  सफलता प्राप्त की है। अनीता की उपलब्धि पर गांव व उनके परिवार में खुशी की लहर व्याप्त है। अनीता ने बताया कि उसने जयपुर नेशनल युनिवर्सिटी से एमएससी पास की है
उन्होंने प्रथम प्रयास में ही 155 रैंक के साथ नेट जेआरएफ उत्तीर्ण किया है। उन्होंने अपनी सफलता का श्रेय अपने गुरुजनों व अपने माता-पिता ,सास-ससुर को दिया है। वो महंत शीतलदास  को अपना मार्गदर्शक मानती है। महंत शीतलदास ने भी अनीता की इस  उपलब्धि पर बधाई देते हुए उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की है।
फोटो कैप्शन: अनीता।





भडफ़ बस स्टैंड पर बसें न रोकने के कारण विद्यार्थी परेशान
--परिवहनमंत्री सहित एसीएस को भेजा संदेश
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कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के गांव भडफ़ के बस स्टैंड सुबह सवेरे रेवाड़ी-महेंद्रगढ़ मार्ग पर चलने वाली प्राइवेट बसें नहीं रोकते जिससे परेशानी बढ़ती ही जा रही है। छात्राएं विशेषकर स्कूली बच्चों को बहुत परेशानी होती है।
 निवेदक हंसराज भाजपा नेता, देवदत्त भाजपा नेता, महेन्द्र सिंह पूर्व सरपंच, देशराज, लाल चन्द, बलराज समाज सेवी व स्कूली छात्र छात्राओं ने बताया कि सुबह सवेरे स्कूली बच्चों को स्कूल में जाना होता है किंतु उस वक्त प्राइवेट बसें नहीं रोकी जाती हैं जिसके कारण परेशानी बढ़ रही है।
 ट्विटर के माध्यम से समाज सेवी बलराज ने परिवहन मंत्री मूलचंद शर्मा व  एसीएस नवदीप सिंह विर्क परिवहन विभाग को शिकायत भेजी है तथा मांग की है कि सुबह सवेरे सभी निजी बसों को भडफ़ बस स्टैंड पर रोकने का आदेश दिया जाए ताकि विद्यार्थियों को सुविधा मिल सके।
फोटो कैप्शन 02: भडफ़ बस स्टैंड पर सुबह सवेरे बस का इंतजार करते हुए।






कट के लिए 345वें दिन जारी रहा धरना
-अनिश्चितकालीन धरने पर हैं ग्रामीण
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कनीना की आवाज। राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर सेहलंग -बाघोत के बीच कट के लिए ग्रामीणों का धरना जारी रहा। मंगलवार को धरने की अध्यक्षता मास्टर विजयपाल सेहलंग ने की और उन्होंने बताया कि हमें धरना स्थल पर बैठे 1 साल होने वाला है लेकिन राज्य सरकार और केंद्र सरकार की तरफ से राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत-सेहलंग के बीच कट के लिए धरातल पर अब तक कोई संज्ञान नहीं लिया गया है। केंद्र सरकार के प्रति किसानों में आक्रोश दिन प्रतिदिन बढ़ता जा रहा है। केंद्र सरकार के द्वारा कट की घोषणा की हुई है, उसके बाद आश्वासन भी दिया गया की कट का कम जल्द  शुरू हो जाएगा । किसानों को लग रहा है कि केंद्र सरकार कट को लेकर उनके साथ अनदेखी कर रही है। क्षेत्र के लोगों की मांग जायज है, इन 40-50 गांवों के विकास के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर चढऩे और उतरने का मार्ग बनना जरूरी है।
 धरना संघर्ष समिति के संयोजक पहलवान रणधीर सिंह बाघोत ने बताया कि केंद्र सरकार को किसानो  की पीड़ा को समझना चाहिए और जितना जल्दी हो सके राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट का काम शुरू करना चाहिए। कट बनने के बाद ही इस क्षेत्र का सर्वांगीण विकास हो सकता है।
 राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट बनना चाहिए, उसके लिए हर परेशानी का सामना करने के लिए तैयार हैं। जब तक कट का काम शुरू नहीं होगा, हमारा धरना जारी रहेगा।
इस मौके पर बाबूलाल,डॉ लक्ष्मण सिंह, धर्मपाल, पहलवान रणधीर सिंह, वेद प्रकाश, प्रिंस बाबू,मु तार सिंह, रामभज, राजू, पूर्व सरपंच हंस कुमार, कृष्ण कुमार पंच, डा राम भक्त, दाताराम, सुरेंद्र सिंह, रोशन लाल आर्य,  सूबेदार ज्ञान प्रकाश,सब इंस्पेक्टर रामकुमार, प्रधान कृष्ण कुमार, सूबेदार हेमराज अत्री,  इंस्पेक्टर सत्यनारायण, पंडित मनीराम अत्री, रामकिशन,  प्यारेलाल, करतार सिंह, अशोक कुमार, सज्जन सिंह व गणमान्य लोग मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 01: कट के लिए धरने पर बैठे ग्रामीण।






सीएसआईआर यूजीसी नेट भौतिकी परीक्षा में कपिल यादव को मिली सफलता, मिली बधाइयां
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कनीना की आवाज। राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी एनटीए द्वारा सीएसआईआर यूजीसी नेट परीक्षा में गाहडा निवासी कपिल यादव ने भौतिकी विषय मे सफलता हासिल की है। कपिल यादव ने आल इंडिया में 66वी रैंक हासिल की हैं। बता दें कि असिस्टेंट प्रोफेसर व लेक्चरर पदों के लिए पात्रता सुनिश्चित करने के लिए वर्ष में दो बार राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी द्वारा सीएसआईआर यूजीसी नेट परीक्षा आयोजित की जाती है। जिसमें कपिल यादव ने सफलता हासिल कर गांव का नाम रौशन किया। वन कर्मचारी संघ महेन्द्रगढ़ के प्रधान सुरेंद्र पाल  व सुनीता देवी के दो बच्चों में से बड़े कपिल यादव की इस सफलता पर परिवार व पूरा गांव में खुशी का माहौल है। सरपंच ऊषा देवी ने बताया कि बहुत कम उम्र में बड़ी सफलता हासिल कर कपिल यादव ने गांव का नाम रौशन किया है। वहीं कपिल यादव ने बताया कि कनीना के राजकीय महाविद्यालय कनीना से ग्रेजुएशन पूरा किया और बाबा मस्तनाथ यूनिवर्सिटी रोहतक से पोस्ट ग्रेजुएशन भौतिकी की पढ़ाई की हैं। कपिल यादव ने बताया कि किसी भी परीक्षा में सफल होने के लिए सेल्फ स्टडी बहुत जरूरी है। इस सफलता का श्रेय अपने गुरू डॉ. प्रवीण यादव, डा. सोमवीर सिवाच, डा. अशोक यादव,  दादी अनारकली देवी, दादा बलवंत सिंह आर्य, पिता सुरेंदर पाल, माता सुनीता देवी को दिया। कपिल यादव को इस सफलता पर न बरदार ऋषिराज, श्रीपाल यादव, डा मंजू यादव, अमित यादव, जगत सिंह, हवलदार विश्वदीप ,रोहताश सिंह, सतीश, कंवर सिंह, अनुज, अनिल ने बधाई दी हैं ।
फोटो कैप्शन: कपिल यादव




















परीक्षा की कैसे करें तैयारी
-मेहनत ही है सफलता की कुंजी-प्रो राजेश बंसल
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कनीना की आवाज। एक ओर जहां बोर्ड की परीक्षाएं सिर पर है वहीं विद्यार्थी दिन-रात परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं। परीक्षा की तैयारी के संबंध में कालेज के सहायक प्रो राजेश बंसल से चर्चा की गई।
 उनका कहना है कि परीक्षा से घबराने की जरूरत नहीं। सामान्य रूप में परीक्षा को ले, कक्षा में अध्यापक के सामने जिस प्रकार से प्रश्न का उत्तर दिया जा रहा है वैसी परीक्षा में हल करें। परीक्षा के समय विद्यार्थी को पूर्ण आत्मविश्वास के साथ तैयारी करनी चाहिए। जिस भी विषय की परीक्षा देनी है उसकी तैयारी के लिए मु य बिंदुओं को अलग से नोट बुक में उतारे, अलग से समय देकर दोहराये,ध्यान रहे उन्हें रटे नहीं। शिक्षा की तिथि की पूर्व संध्या को विद्यार्थी अधिक थकान एवं दिमाग पर परीक्षा का भूत सवार न होने दे। पूरी नींद ले, प्रसन्न चित्त होकर परीक्षा की तैयारी के लिए हर विषय के प्रत्येक टापिक का ध्यान लगाकर स्मरण करें तथा पूर्ण आत्मविश्वास के साथ परीक्षा दे।
उनके अनुसार बिना दबाव के पढ़ाई की जाती है तो परिणाम बेहतर होते हैं, स्वास्थ्य अच्छा रहता है। छात्र हर दिन को योजना बनाकर पढ़ाई करें जिनकी बेहतर तरीके से दोहराई होती है। थ्योरी के पेपर के लिए लिखकर देखे तो स्मृति टिकाऊ रहती है। परीक्षा के समय सही उत्तर देने में सक्षम बनाता है।  पढ़ाई को तनावमुक्त का आनंदमय बनाए। हर दिन की योजना बनाये और उसे पूर्ण करें।
उनका कहना है कि शिक्षा संस्कृति में परीक्षा मूल्यांकन का एक चरण होता है और कोई भी परीक्षा केवल अर्जित ज्ञान की ही परीक्षा नहीं होती बल्कि विद्यार्थी के स्वास्थ्य, मनोविज्ञान उसके धैर्य उसकी समझ और उसकी स्वाभाविक क्षमताओं की भी परीक्षा होती है। परीक्षा विद्यार्थियों के साथ-साथ अध्यापकों एवं पूरी शिक्षा पद्धति की भी होती है क्योंकि परीक्षा का स्वरूप का निर्धारण संपूर्ण शिक्षा व्यवस्था से जुड़े हुए सभी संस्थाओं के प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष कार्यशैली का भी मूल्यांकन होता है।  परीक्षार्थियों के लिए विशेष रूप से यह कहना चाहूंगा की परीक्षा की तैयारी के दौरान कंसेप्ट एवं विषयों को अच्छे से समझना अति महत्वपूर्ण है और विषय और संकल्पनाओं की अच्छी समझ बेहतर पाठ्यपुस्तक पढऩे से होती है। विशेष रूप से 12वीं तक के विद्यार्थियों के लिए पाठ्य पुस्तक के रूप में एनसीईआरटी अत्यंत आवश्यक पुस्तकें हैं जिनका गहराई से बार-बार अध्ययन करना चाहिए।
फोटो कैप्शन: राजेश बंसल प्रो.


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