राष्ट्रीय एनजीओ दिवस-27 फरवरी
एनजीओ का समाज में होता है अहं योगदान
****************************************************
*******************************************************
***********************************************************
कनीना की आवाज। दुनिया भर में गैर-सरकारी संगठनों के बेहतरीन योगदान के विषय में जागरूकता फैलाने और सार्वजनिक एवं निजी दोनों क्षेत्रों में सामाजिक कार्यकत्र्ताओं के अथक प्रयासों का सम्मान करने हेतु इस दिवस की कल्पना की गई थी। भारत में कुल 187,395 पंजीकृत एनजीओ हैं। इस संबंध में एनजीओ के काय्रकर्ताओं से बात की गई।
बीएमडी फाउंडेशन द्वारा समाज सेवा के साथ-साथ स्वास्थ्य जागरूकता के क्षेत्र में बहुत योगदान दिया जा रहा हैं। फाउंडेशन द्वारा अब तक 40 से ज्यादा रक्त दान शिविरों का आयोजन किया जा चुका है। जिससे जरुरतमंद व्यक्तियों को रक्त उपलब्ध होने से जीवन दान मिलता हैं। नि:शुल्क स्वास्थ्य जांच शिविर के आयोजन से लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता पैदा हुई हैं। लोगों को अपने स्वास्थ्य की जांच करवाने में बहुत सहायता मिली हैं। लगभग 30 से ज्यादा नि:शुल्क योगा कैम्प का आयोजन कर लोगों को योगा करने एवं योगा को जीवन में ढालने के लिए प्रेरित किया जा चुका हैं । व्यक्ति का जब स्वास्थ्य होगा तो उसका जीवन भी बहुत अच्छा गुजरता हैं। साथ-साथ सामाजिक चेतना के कार्यक्रमों में भी ग्रामीण स्तर पर योगदान दिया जा रहा हैं।
--कुलदीप यादव, बीएमडी फाउंडेशन एनजीअओ
महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में बीएमडी फाउंडेशन महिलाओं को व्यवसायिक प्रशिक्षण के प्रति जागरूक कर नि:शुल्क सिलाई केंद्र चलवाकर जरूरतमंद महिलाओं की आजीविका के लिए भी कार्य कर रही हैं। कैम्पेन कल्पना मिशन के तहत बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओं पर भी आज की युवा पीढ़ी को जागरूक कर रही हैं ,इस मुहीम से समाज में बेटियों के प्रति सम्मान भी बढ़ता नजर आ रहा हैं। इस कैंपेन कल्पना मिशन में नवजात पेटी के कुआं पूजन पर परिवार को सम्मानित भी किया जाता है । इस मिशन के फलस्वरूप लिंगानुपात में भी बहुत बड़ा बदलाव देखने को मिला । साथ ही उन परिवारों को बेटियों को शिक्षा दिलाने की दिशा में लगातार कार्य किया जा रहा है। बीएमडी फाउंडेशन ने देश के सामने वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के दौरान लाकडाउन की स्थिति में भी कपड़े के मास्क सिलकर नि:शुल्क वितरण कर समाजसेवा एवं महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में उत्कृष्ट भी उदाहरण पेश किया था।
--एडवोकेट रेखा यादव, बीएमडी फाउंडेशन एनजरओ सदस्य
फोटो कैप्शन: रेखा एवं कुलदीप
शराब पीते हुए मोटरसाइकिल पर लगा रहा था चक्कर मामला दर्ज
****************************************************
*******************************************************
***********************************************************
कनीना की आवाज। कनीना बस स्टैंड के पास शराब का अध्धा अपने हाथ में लेकर व्यक्ति मोटरसाइकिल पर सवार होकर चक्कर लगा रहा था जिसके चलते कनीना पुलिस ने उसके विरुद्ध मामला दर्ज कर लिया। व्यक्ति का नाम हंसराज कनीना वासी है। साथ में कनीना पुलिस ने उसका कनीना अस्पताल से मेडिकल परीक्षण करवा दिया है।
पेंटिंग प्रतियोगिता छात्रा वेदिका ने पाया नाम
-अव्वल हुये पुरस्कृत
****************************************************
*******************************************************
***********************************************************
कनीना की आवाज। इंडिया अमेरिका फाउंडेशन व आईबीएम के तत्वावधान में राजकीय कन्या उच्च विद्यालय कनीना में एक पेंटिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि मुख्य अध्यापक नरेश कुमार कौशिक ने अपने संबोधन में कहा कि आज के दौर में विद्यार्थियों को साइबर सुरक्षा तथा वित्तीय जागरूकता के बारे में अपने को सचेत करना होगा तथा अपने परिवारजनों में व आसपास के लोगों को भी जागरूक बनाना होगा तभी सही मायने में एक सभ्य और जागरूक समाज बन सकता है। उन्होंने कहा कि आज चारों तरफ प्रदूषित वातावरण तथा साइबर अटैक समाज में भय का माहौल पैदा कर रहे हैं सूझबूझ के साथ विद्यार्थी अपने आसपास के वातावरण को सुरक्षित व सुखमय बने यही विद्यार्थियों का पहला कर्तव्य है। फाउंडेशन की प्रभारी प्रतीक्षा यादव ने कहा कि हमारे विद्यार्थियों को सचेत व संवेदनशील बनाना हमारा प्रथम कर्तव्य है इसीलिए विद्यार्थियों की भावनाओं को पेंटिंग के माध्यम से उजागर करना संस्था का मुख्य लक्ष्य है।
इस अवसर पर एक पेंटिंग प्रतियोगिता आयोजित की गई जिसमें प्रथम स्थान सातवीं कक्षा की छात्रा वेदिका को मिला दूसरा स्थान स्थान इशिका को मिला तथा तीसरा स्थान नौवीं कक्षा की छात्रा दीक्षा को मिला को मिला विजेता छात्रों को संस्था की तरफ से स्मृति चिन्ह व पुरस्कार प्रदान किए गए। इस अवसर पर मुख्य अध्यापक देशराज यादव कोटिया, संदीप कुमार, राकेश कुमार डीपी, कश्मीरी, निर्मल, राजबाला, रूबी यादव, एसएमसी प्रधान सावित्री देवी, आरती देवी, रिंकी यादव, शालिनी प्रधान,सुभाष चंद्र वर्मा, सहायक बाबूलाल यादव सहित अनेक लोग मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 05: अव्वल रहे विद्यार्थियों को पुरस्कृत करते हुए मुख्याध्यापक एवं अन्य।
राष्ट्रीय प्राटीन दिवस-27 फरवरी
शरीर की कार्यप्रणाली और मांसपेशियों की मजबूती के लिए प्रोटीन आवश्यक -डा विनय
****************************************************
*******************************************************
***********************************************************
कनीना की आवाज। शरीर की आंतरिक कार्यप्रणाली और मांसपेशियों की मजबूती के लिए संतुलित मात्रा में प्रोटीन आवश्यक है। प्रोटीन का हमारे जीवन में अहम योगदान होता है। दाल प्रोटीन का बेहतर स्रोत है। यहां तक की शाकाहारी लोगों के लिए प्रोटीन दाल से प्राप्त होती है। यहां तक कि कुछ लोग दूध पीते हैं तो दूध से भी प्राप्त होती है। यदि प्रोटीन न मिले तो हमारा शरीर रोगग्रस्त हो जाता है।
डाक्टर विनय कुमार ने बताया कि प्रोटीन बालों, आंखों और शरीर के लिए बहुत जरूरी है। इसलिए प्रोटीन नियमित रूप से लेना चाहिए और प्रोटीन का अच्छा स्रोत है दाल। यदि हम दाल हमारे खाने में शामिल कर ले तो शरीर के कई रोगों से बचा जा सकेगा।
डा शर्मा अनुसार दालें खाने बतौर जल्दी पक जाती हैं और इनमें ग्लूटेन नहीं होता। दालें आपके स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं क्योंकि इनमें प्रोटीन और फाइबर की मात्रा अधिक होती है। वे हृदय, पाचन तंत्र और गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य को लाभ पहुंचाते हैं।
प्रोटीन का उपयोग विभिन्न प्रकार के पारंपरिक भारतीय व्यंजनों में किया जाता है शाकाहारियों को अपनी प्रोटीन की बहुत सी जरूरतें दालें खाकर पूरी हो सकती हैं। दाल रक्तचाप कम करती हैं, हृदय रोग कम करती हैं,इनमें शामिल अघुलनशील आहार फाइबर की मदद से कब्ज और अन्य पाचन रोगों जैसे चिड़चिड़ा आंत्र सिंड्रोम से बचा जा सकता है। इनके फाइबर के कारण, वे निरंतर ऊर्जा प्रदान करते हैं। दाल में मौजूद आयरन पूरे शरीर में आक्सीजन पहुंचाने और ऊर्जा के निर्माण के लिए आवश्यक है। शरीर की चर्बी कम करने, रक्त शर्करा स्थिरता में सुधार करती हैं। ऐसे में दालों का अहं योगदान होता है। जो लोग मांस नहीं खाते एवं दूध नहीं पीते उनके लिए दालों का अहं योगदान होता है। शरीर को स्वस्थ रखने के लिए नियमित रूप से प्रोटीन ले।
फोटो कैप्शन-डा. विनय
महाशिवरात्रि मेला -8 मार्च
कावडिय़ें हरिद्वार से चल दिये हैं बाघेश्वरधाम पर कावड़ अर्पित करने को
****************************************************
*******************************************************
***********************************************************
कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के गांव बाघोत पर 08 मार्च को महाशिवरात्रि मेला लगेगा। वर्ष में दो बार मेला लगता है। बाघोत जिसे बाघेश्वर धाम नाम से पूरे भारत में जाना जाता है,का पौराणिक महत्व एवं अपने अंदर इतिहास समेटे हुए है। महाशिवरात्रि पर कांवड़ कम अर्पित की जाती हैं।
इतिहास-
बाघोत का पुराना नाम हरयेक वन था। यहां दधि ऋषि के पुत्र पीपलाद ने भी तप किया। उनका आश्रम भी तो यहीं था। किंवदंती अनुसार उनके कुल में राजा दलीप के कोई संतान नहीं थी। वे दु:खी थे और दुखी मन से अपने कुलगुरु वशिष्ठ के पास गए। उन्होंने अपना पूरा दु:ख का वृतांत मुनिवर को सुनाया। वशिष्ठ ने उन्हें पीपलाद ऋषि के आश्रम में नंदिनी नामक गाय एवं कपिला नाम की बछिया निराहार रहकर चराने का आदेश दे दिया। राजा ने गाय व बछिया को निराहार रहकर चराते वक्त एक दिन भगवान् भोलेनाथ ने बाघ का रूप बनाकर राजा की परीक्षा लेने का निर्णय लिया। बाघ ने बछिया पर धावा बोल दिया। गाय को बचाने के लिए अपने प्राण न्यौछावर करने को राजा तैयार हुए। परंतु जब वे ऐसा करने लगे तो बाघ के स्थान पर शिवभोले खड़े थे। बाघ के कारण ही गांव का नाम बाघोत पड़ा जो आज बाघेश्वर धाम नाम से जाना जाता है।
बाघोत स्थित शिवालय का निर्माण कणाणा के राजा कल्याण सिंह रैबारी ने करवाया था। स्वयंभू शिवलिंग पर शिवालय का निर्माण करवाया। स्वयं गंगाजल लाकर शिवलिंग का अभिषेक किया।
बाघोत स्थित शिवालय उन भक्तों के लिए भी प्रसिद्ध माना जाता है जिनके कोई संतान नहीं होती है। मेले में आकर दंपति अपने हाथों से एक विशाल वटवृक्ष को कच्चा धागा बांधकर सुंदर संतान होने की कामना करता है। जब संतान हो जाती है तो यहां आकर ही धागा खोलता है। यही कारण है कि शिवलिंग के पास ही खड़ा एक वटवृक्ष कच्चे धागों से लदा मिलता है। हरियाणा सरकार की पुस्तकों में भी बाघोत का छोटा उल्लेख है वहीं लेखक एचएस यादव की कृति में संपूर्ण इतिहास दिया गया है। बाघोत के शिवालय का शिवलिंग स्वयंभू होने के कारण यहां अपार भीड़ भक्तों की वर्षभर चलती है। छोटा सा गांव है किंतु ठहरने के लिए अनेक धर्मशालाएं हैं। प्राकृतिक शिवलिंग के भक्त दर्शन कर प्रसन्न हो जाते हैं।
महाशिवरात्रि-
इस दिन अमरनाथ गुफा में भोलेनाथ ने पार्वती को अमर कथा सुनाई थी किंतु पार्वती को नींद आ गई और कबूतरों ने इसे सुन लिया और वे इंसान जैसी आवाज में हुंकारें भरते रहे किंतु बाद में शिवभोले को पता चला तो कबूतरों को मारना चाहा किंतु वे अमर हो चुके थे। ये कबूतर अमरनाथ गुफा में दिखाई पड़ते हैं।
क्या कहते हैं भक्त-
45 कांवड़ चढ़ाने वाले 60 वर्षीय सुमेर सिंह का कहना है कि उनके पूर्वज कभी से यहां मेले में जाते रहे हें तथा कांवड़ भी अर्पित करते रहे हैं। वर्षभर छोटे छोटे मेले सोमवार को लगते रहते हैं। यह ऐतिहासिक शिवालय है। यहां का स्वयंभू शिवलिंग है।
भरपूर सिंह 14 कांवड़ अर्पित कर चुके हैं और कनीना में शिवालय का निर्माण करवाया है। उनका कहना है महाशिवरात्रि पर जन मेले में अपार भीड़ जुटती है जबकि गर्मियों में यहां कांवड़ मेला मन को हर्षाता है। अपार भक्ति का केंद्र बाघोत हैं।
कावडिय़े रवाना--
बाघेश्वर धाम मंदिर समिति प्रमुख सदस्य महीपाल नंबरदार बागोत ने बताया 8 मार्च महाशिवरात्री पर्व पर हर साल की तरह बाघेश्वर धाम के मठाधीश महंत रोशन पुरी महाराज ने हर हर महादेव के जयकारे के साथ हरिद्वार हरकी पौड़ी से कावडिय़ों को रवाना किया। ये आठ मार्च को बाघोत पर कांवड़ अर्पित करेंगे।
इस अवसर पर पैदल कांवड़ यात्रा संघ गंगानगर के प्रधान नरेश लीला, संयम गोयल, मुन्ना लीला,पवन गोयल, शुभम लीला, भूपेंद्र शर्मा व महादेव कावड़ संघ, बाघेश्वर धाम से मोनी बाबा प्रदीप पुरी महाराज, सुंदर पुरी महाराज, विनोद मास्टर ,नरेंद्र पंच, राजेश पहलवान, संतोष पहलवान, मास्टर राजकुमार, हिरालाल, सुनील मिस्त्री आजाद शर्मा आदि सकड़ों कावडिय़े रवाना हो चुके हैं।
फोटो कैप्शन 03: कांवड़ लेकर बाघोत के लिए रवाना होते भक्त।
फोटो कैप्शन 04: बाघेश्वर धाम बाघोत
साथ में सुमेर सिंह एवं भपूर सिंह भक्त
हर हर महादेव के जयकारे के साथ, कट को लेकर किसानों का 351वें दिन जारी रहा धरना
-अनिश्चितकालीन धरने पर हैं किसान
****************************************************
*******************************************************
***********************************************************
कनीना की आवाज। राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर सेहलंग -बाघोत के बीच कट के लिए अनिश्चितकालीन धरना जारी है। धरने की अध्यक्षता सूबेदार हेमराज अत्रि बाघोत ने की और उन्होंने बताया कि बाघेश्वर धाम बाघोत में बाबा शिव भोले का पुराना मंदिर है। साल में दो बार मेला भरता है, लाखों की संख्या में श्रद्धालु देश और विदेशों से बाबा शिव भोले के दर्शन करने के लिए बाघेश्वर धाम पहुंचते हैं। अब आठ मार्च को भी महाशिवरात्रि का मेला है। राज्य सरकार और केंद्र सरकार के द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर चढऩे और उतरने का मार्ग बनने से किसान चैन की सांस ले सकेंगे।
धरना संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय सिंह चेयरमैन ने बताया कि हम हर परेशानी का सामना करने के लिए तैयार हैं। जब तक राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट का काम शुरू नहीं होता है तब तक हमारा धरना जारी रहेगा।
इस मौके पर डा. लक्ष्मण सिंह, नरेंद्र कुमार शास्त्री, पहलवान रणधीर सिंह, मास्टर विजयपाल, ठेकेदार शेर सिंह,रामकिशन, दाताराम, चेयरमैन सतपाल, प्रधान कृष्ण कुमार,अशोक चौहान, रामकुमार, सीताराम, करतार, मास्टर विजय सिंह, , पूर्व सरपंच बेड़ा सिंह, बाबूलाल, पहलवान धर्मपाल, सब इंस्पेक्टर रामकुमार, सुरेंद्र सिंह, कृष्ण कुमार पंच, इंस्पेक्टर सतनारायण, वेद प्रकाश, ओमप्रकाश, डा राम भक्त, रोशन लाल आर्य व गणमान्य लोग मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 02: कट के लिए धरने पर बैठे किसान।
परीक्षा की तैयारी के लिए सुनियोजित रणनीति होना जरूरी-प्राचार्य
****************************************************
*******************************************************
***********************************************************
कनीना की आवाज। दसवीं एवं 12वीं की परीक्षाएं 27 फरवरी से शरू हो रही हैं तथा विद्यार्थी दिन रात परीक्षाओं की तैयारियों में लगे हुए हैं। वे अच्छी तैयारी कैसे करें इसके शिक्षाविद उनको राय दे रहे हैं।
प्राचार्य बृजेशचंद्र शर्मा का कहना है कि बोर्ड परीक्षाओं में अच्छा प्रदर्शन करने के लिए एक व्यवस्थित दृष्टिकोण और एक सुनियोजित रणनीति होना जरूरी है। पाठ्यक्रम और परीक्षा पैटर्न को समझकर प्रारंभ करें, जिससे आपको स्पष्ट पता चल जाएगा कि किस विषय को कवर करना है और किस प्रकार के प्रश्नों की अपेक्षा की जानी चाहिए। इस जानकारी का उपयोग अध्ययन कार्यक्रम बनाने, प्रत्येक विषय के लिए पर्याप्त समय आवंटित करने और महत्वपूर्ण विषयों को प्राथमिकता देने के लिए किया जा सकता है। विषयों की अपनी समझ को गहरा करने के लिए, अपनी पाठ्यपुस्तकों और कक्षा के नोट्स के साथ-साथ अन्य अध्ययन सामग्री का उपयोग करें। पिछले वर्ष के प्रश्नपत्रों का अभ्यास करने और मॉक टेस्ट लेने से आपको अपनी ताकत और कमजोरियों की पहचान करने में मदद मिल सकती है, साथ ही आपको परीक्षा के दिन किस प्रकार के प्रश्नों का सामना करना पड़ सकता है, इसका अंदाजा भी हो सकता है। नियमित ब्रेक और शारीरिक गतिविधियां आपके दिमाग को तरोताजा करने और आपको ऊर्जावान बनाए रखने में मदद कर सकती हैं। आपके मन में जो भी शंकाएँ हों उन्हें दूर करना और अपने शिक्षकों और सहपाठियों से प्रश्न पूछना भी महत्वपूर्ण है। परीक्षा के दिन, अपने समय का कुशलता से प्रबंधन करें और केवल उन प्रश्नों का प्रयास करें जिन्हें आप जानते हैं। यदि आपके सामने कोई ऐसा प्रश्न आता है जिसका उत्तर आपको नहीं पता है, तो घबराएं नहीं। अगले पर जाएं और इसका प्रयास करें। पढ़ाई के लिए सबसे अच्छा समय वह होता है जब आप सबसे अधिक सतर्क और केंद्रित होते हैं। अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का ख्याल रखना महत्वपूर्ण है। पर्याप्त नींद लें, पौष्टिक भोजन करें और तनावमुक्त रहने की कोशिश करें। एक शांत दिमाग और एक स्वस्थ शरीर आपको परीक्षा के दिन बेहतर प्रदर्शन करने में मदद कर सकता है।
फोटो कैप्शन: बृजेशचंद्र प्राचार्य।
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की परीक्षाएं 27 मार्च से
-सोमवार को पहुंचें केंद्र अधीक्षक केंद्रों पर
****************************************************
*******************************************************
***********************************************************
कनीना की आवाज। हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड भिवानी द्वारा आयोजित 10वीं और 12वीं की परीक्षाएं 27 मार्च से शुरू होंगी। इसके लिए केंद्र अधीक्षकों की तैनाती कर दी गई है तथा सोमवार को परीक्षा केंद्रों पर केंद्र अधीक्षक पहुंच 3, द्दस्ड्ड(
हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड द्वारा जारी दसवीं की डेट शीट के अनुसार 27 फरवरी पंजाबीआईटी/आईटीएस/ संस्कृत व्याकरण आदि की परीक्षाएं होगी। तत्पश्चात 2 मार्च को हिंदी, 5 मार्च को संस्कृत/उर्दू /ड्राइंग/ कृषि/कंप्यूटर साइंस/होम साइंस/डांस/पशुपालन संगीत/फिजिकल और हेल्थ एजुकेशन आदि की परीक्षाएं होंगी। 7 मार्च को अंग्रेजी 12 मार्च को गणित, 15 मार्च को एनएसक्यूएफ के तहत पडऩे वाले रिटेल/आईटी/ आईटीएस/बैंकिंग की परीक्षाएं होंगी। तत्पश्चात 19 मार्च को विज्ञान और 26 मार्च को सामाजिक विज्ञान की परीक्षा होगी। इस प्रकार दसवीं की परीक्षाएं 27 फरवरी से शुरू कर 26 मार्च तक चलेंगी। परीक्षाओं का समय दोपहर 12:30 बजे से शाम 3 बजे का होगा।
उधर 12वीं कक्षा की परीक्षाएं 27 मार्च को कंप्यूटर विज्ञान की परीक्षा होगी जबकि 28 फरवरी को एनएसक्यूएफ की परीक्षा होगी जिसमें इसमें कई विषय जैसे आईटी/आईटीइएस/ /कृषि/ मीडिया बैंकिंग आदि शामिल किए गए हैं। 1 मार्च को संस्कृत/उर्दू/ बायोटेक्नोलाजी, 4 मार्च को रसायन शास्त्र अकाउंटेंसी/पब्लिक एडम की परीक्षा होगी। 5 मार्च को कृषि/फिलासफी आदि की परीक्षा होगी, 6 मार्च को हिंदी को हिंदी इलेक्टिव आदि की परीक्षा होगी, 11 मार्च को भौतिक शास्त्र /अर्थं शास्त्र की परीक्षा जबकि 13 मार्च को राजनीति शास्त्र्र, 14 मार्च को गृह विज्ञान, 16 मार्च को पंजाबी/संस्कृतसाहित्यआदि की परीक्षा होगी, 18 मार्च को ज्योग्राफी की परीक्षा होगी, 20 मार्च को फिजिकल एजुकेशन, 22 मार्च को इंग्लिश कौर की परीक्षा होगी, 27 मार्च गणित, 28 मार्च समाजशास्त्र, 29 मार्च संगीत, 30 मार्च फाइन आर्ट, एक अप्रैल इतिहास/जीव विज्ञान 2 अप्रैल मिलिट्री साइंस/नृत्य/साइकोलाजी की परीक्षाएं होंगी। इस प्रकार 12वीं की परीक्षाएं भी दोपहर 12:30 से 3 बजे तक चलेंगे और 2 अप्रैल को संपन्न होगी।
जिला महेंद्रगढ़ में बनाए गए हैं 55 परीक्षा केंद्र -
मिली जानकारी अनुसार कनीना सब डिवीजन में 9, महेंद्रगढ़ सब डिवीजन में 16 तथा नारनौल सब डिवीजन में 30 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। कनीना सब डिवीजन में बवानिया, बेवल, भोजावास, दौंगड़ा अहीर ,ककराला, कनीना मंडी, खेड़ी तलवाना, पोता और सेहलंग परीक्षा केंद्र है जबकि महेंद्रगढ़ सब डिवीजन में आकोदा, बसई, बेरी, डिगरोता, डुलाना, खुडाना, महेंद्रगढ़ शहर में तीन तीन परीक्षा केंद्र, साथ में नंगल सिरोही, नावां, पाली, पथरवा तथा सतनाली में दो परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं। इसी प्रकार नारनौल सब डिवीजन में अटेली मंडी, बाछोद, भुंगारका, बिहाली, बोचडिय़ा, बूढवाल, गावड़ी जाट, जैलाफ, कांटी, कोरियावास, कृष्ण नगर, कमानिया, नारनौल शहर में 6 परीक्षा केंद्र साथ में नांगल चौधरी में तीन परीक्षा केंद्र, नांगल दर्गु, निवाजनगर, निजामपुर, शेका, सहबाजपुर, सीहमा, सिलारपुर और सिरोही बहाली परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं।
हवन आयोजित, दी पूर्ण आहुति
****************************************************
*******************************************************
***********************************************************
कनीना की आवाज। आर्य समाज मंदिर कनीना मे साप्ताहिक यज्ञ हवन का आयोजन किया गया। इस मौके पर मोहन मनीषी सारस्वत ने हवन का महत्व समझाया। उन्होंने घर पर भी छोटे हवन प्रतिदिन करने की सलाह दी। इस अवसर पर मोहन मनीषी सारस्वत, मोहर सिंह आर्य, बहन सरला लता आर्या, मनफूल सिंह आर्य, प्रेम कुमार, राजेश आर्य, ओमप्रकाश आर्य, मास्टर रविंद्र आर्य सहित विभिन्न आर्य उपस्थित हुए।
फोटो कैप्शन 01: हवन करते हुए आर्य समाजी।
सड़क दुर्घटना में दो लोगों की मौत
--पुलिस मामले की जांच में जुटी
****************************************************
*******************************************************
***********************************************************
कनीना की आवाज। करीरा से कोटिया जाने वाले लिंक मार्ग पर सोमवार को सड़क हादसे में एक महिला व एक युवक की मौत होने का मामला प्रकाश में आया है। सोमवार को दोपहर में करीरा से कोटिया जाने वाले लिंक मार्ग पर एक बाइक पेड़ से टकरा गई। बाइक पर सवार महिला की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। जिसे उपचार के लिए कनीना अस्पताल लाया गया। जहां पर चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद घायल की गंभीर स्थिति के चलते उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया। उपचार के लिए हायर सेंटर ले जाते समय रास्ते में ही घायल युवक ने दम तोड़ दिया। अस्पताल से प्राप्त जानकारी के अनुसार भडफ़ निवासी ममता व धनिया निवासी जयकिशन सड़क हादसे में घायल हो गए थे। ममता की मौके पर ही मौत हो गई थी। वहीं घायल जयकिशन को प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर किया गया था। जिसकी भी रास्ते में ही मौत हो गई है। समाचार लिखे जाने तक पुलिस कार्रवाई में जुटी हुई थी।
No comments:
Post a Comment