निमोठ बाबा बिशनदास के रही भीड़
--बाल उतरवाने का रिवाज किया पूर्ण
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कनीना की आवाज। कनीना के समीपी गांव निमोठ में मेला लगा तथा बच्चों के बाल उतरवाये गये। बिशनदास मंदिर निमोठ, जैनाबाद का उधोदास आश्रम तथा सीहा आदि स्थानों पर बाल उतरवाए गये तथा मेले लगे। परंतु बव्वा की माता पर बासौड़ा को ही बाल उतरवाएं जाते हैं।
कनीना बिशनदास मंदिर गये अमीश कुमार, रोहित कुमार, कृष्ण कुमार, टिंकू आदि ने बताया कि कनीना से भारी संख्या में भक्त दुलेंडी को पहुंचे तथा बच्चों के बाल उतरवाये। बाबा की धाक लगाई तथा दिनभर मेला लगा।
फोटो केप्शन 13 से 18: बिशनदास निमोठ में बाल उतरवाते भक्त एवं मंदिर
गोमली गांव की ओर से आयोजित हुए बालीबाल खेल
--नीरज शर्मा मैन आफ द टूर्नामेंट घोषित
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कनीना की आवाज। होली के पावन अवसर पर ग्राम पंचायत गोमली की तरफ से बालीवाल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसमें गांव की 4 टीमों ने भाग लिया। खेलों का शुभारंभ गांव की ही समाजसेवी दादी केशर ने किया। इस मौके पर सुरेश शास्त्री ने बच्चों को संबोधित किया व नशे से दूर रहने का आह्वान किया। नीरज शर्मा मैन आफ द टूर्नामेंट घोषित किया तथा टी-शर्ट दे कर सम्मानित किया गया व सभी को रिफ्रेशमेंट प्रदान की गई।
फोटो कैप्शन 08 व 09: खेलों से संबंधित हैं।
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रंगों की होली पर ग्रामीणों में आक्रोश, 379वें दिन जारी रहा धरना
-अनिश्चितकालीन धरना रहा जारी
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कनीना की आवाज। राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर सेहलंग -बाघोत के बीच कट के लिए धरने कि अध्यक्षता डॉ लक्ष्मण सिंह सेहलंग ने की और उन्होंने बताया कि हमें धरना स्थल पर बैठे एक साल से ज्यादा समय हो गया है, राज्य सरकार और केंद्र सरकार ने कट को लेकर अब तक कोई साकारात्मक कदम नहीं उठाया है। धरना स्थल पर बैठे ग्रामीणों ने यह फैसला लिया है कि हम रंगों की होली का त्यौहार नहीं मनाएंगे और सरकार का विरोध करेंगे ।
धरना संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय सिंह चेयरमैन ने बताया कि धरने को चलते 379 दिन हो गए है। रंगों की होली का त्यौहार न मनाते हुए ग्रामीणों का आक्रोश राज्य सरकार और केंद्र सरकार के प्रति बढ़ता जा रहा है। ग्रामीणों का एक ही उद्देश्य है कि राष्ट्रीय राजमार्ग 152डी पर बाघोत -सेहलंग के बीच कट का काम जल्द से जल्द शुरू होना चाहिए। जब तक कट का काम शुरू नहीं होगा, हमारा धरना जारी रहेगा।
इस मौके पर ठेकेदार शेर सिंह, सतपाल चेयरमैन, नरेंद्र शास्त्री, रामकिशन, बाबूलाल, पूर्व सरपंच सतवीर सिंह, मनफूल, ओमप्रकाश, मास्टर विजयपाल, वेद प्रकाश, मुंशी राम, सीता राम, रामावतार, सतपाल, इंस्पेक्टर सत्यनारायण वीरेंद्र सिंह, पूर्व सरपंच हंस कुमार, अशोक चौहान, शेर सिंह, सज्जन सिंह, ओम प्रकाश, रामकिशन, राजू उर्फ राजेश, राम भक्त, वेद प्रकाश, प्रधान कृष्ण कुमार, सूबेदार हेमराज अत्री, रोशन लाल आर्य व गणमान्य लोग मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 02: कट की मांग को लेकर धरने पर बैठे लोग।
शांति से मनाया प्रेम एवं भाईचारे का पर्व धुलेंडी
--दिनभर चला दुलेंडी का पर्व
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कनीना की आवाज। कनीना में धुलेंडी का पर्व होली धूमधाम से संपन्न हुआ। होली के पर्व पर किसी अप्रिय घटना का समाचार नहीं मिला है। दिन भर लोग रंग गुलाल से होली खेलते नजर आए।
उल्लेखनीय है कि युवा वर्ग में पहली बार देखने को मिला कि पानी की बचत कर रहे थे तथा प्राकृतिक रंग एवं गुलाल आदि से होली खेल रहे थे। कृष्ण कुमार, सुरेंद्र कुमार, सुनील कुमार ने बताया कि उन्होंने पहली बार हल्दी, टेसू के फूल, चुकंदर का रस, पत्तों के रस एवं मेहंदी आदि से होली खेली और पानी को बचत की पहली बार क्षेत्र में सूखी होली खेलने को मिली। वहीं यदाकदा कुछ लोग पानी बिखेरते भी नजर आए। वहीं दुुलेंडी के दिन तो दिन भर सड़कों, गलियों में होली खेलते लोग नजर आए। क्षेत्र में भडफ़ एवं जैनाबाद,सीहा, निमोठ, बवानिया आदि गांवों में मेले लगे वहीं जैनाबाद आश्रम में लाल दास महाराज ने होली खेली और भक्तों पर रंग डाला। भक्तों ने भी महाराज पर रंग डाला। होली का पर्व धूमधाम से विभिन्न संस्थाओं में भी मनाया गया। होली खेलते महिलाएं, पुरुष एवं बच्चे देखे गए।
कनीना के सामान्य बस स्टैंड पर तथा अनाज मंडी में सभी दुकानें बंद रही और वे होली खेलते देखे गए। विभिन्न संस्थानों एवं समाजसेवियों के अनुरोध पर इस बार कम पानी का प्रयोग हुआ। बच्चे एवं युवा ही अधिक संख्या में होली खेलते मिले।
दुलेंडी पर अकसर लड़ाई झगड़ा होता रहा है किंतु इस बार शांतिपूर्वक पर्व संपन्न हो गया। पत्रकार, समाजसेवी, नेता एवं सामान्य जन बढ़ चढ़कर गुलाल लगा रहे थे। कनीना में धुलेंडी का पर्व होली का पर्व धूमधाम से संपन्न हुआ। होली के पर्व पर किसी अप्रिय घटना का समाचार नहीं मिला है। दिन भर लोग रंग गुलाल से होली खेलते नजर आए।
उल्लेखनीय है कि युवा वर्ग में पहली बार देखने को मिला कि पानी की बचत कर रहे थे तथा प्राकृतिक रंग एवं गुलाल आदि से होली खेल रहे थे। अजीत कुमार, सूबे सिंह, राजेंद्र सिंह आदि ने बताया कि उन्होंने पहली बार हल्दी, टेसू के फूल, चुकंदर का रस, पत्तों के रस एवं मेहंदी आदि से होली खेली और पानी को बचत किया पहली बार क्षेत्र में सूखी होली खेलने को मिली। वहीं यदाकदा कुछ लोग पानी बिखेरते भी नजर आए। विगत वर्षों से कनीना क्षेत्र में गंदे पानी डालने कीचड़ में डालने आदि की घटनाएं घटती रहती थी किंतु इस बार होली पर ऐसी कोई घटना नहीं देखने को मिली। सरकारी स्कूलों में होलिका दहन के दिन अवकाश न होने के कारण शिक्षण संस्थाओं में रंगों की होली खेलते नजर आए। वहीं दुुलेंडी के दिन तो दिन भर सड़कों, गलियों में होली खेलते लोग नजर आए। क्षेत्र में भडफ़ एवं जैनाबाद,सीहा, निमोठ, बवानिया आदि गांवों में मेले लगे वहीं जैनाबाद आश्रम में लाल दास महाराज ने होली खेली और भक्तों पर रंग डाला। भक्तों ने भी महाराज पर रंग डाला। होली का पर्व धूमधाम से विभिन्न संस्थाओं में भी मनाया गया। होली खेलते महिलाएं, पुरुष एवं बच्चे देखे गए।
फोटो कैप्शन 01 व 07,10 व 11: होली खेलते युवा
रात्रि को घर के बाहर सो रहे युवक के मुंह पर जंगली जानवर ने किया हमला
--युवक गम्भीर रूप से घायल
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कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के गांव निवासी एक युवक पर रात्रि के समय जंगली जानवर ने हमला कर दिया।मिली जानकारी के अनुसार चेलावास निवासी दीपक पर रात्रि के समय घर के बाहर सो रहा था। सो रहे युवक पर किसी अज्ञात जंगली जानवर ने हमला बोल दिया। घायल युवक दीपक ने बताया कि कुत्ते से बड़े साइज का जंगली जानवर था। जिसने अचानक से मुंह पर काट भर लिया। मैं नींद से एक दम कूदा ओर बचाव किया तो जानवर खेतों में खड़ी फसल में भाग गया। जिससे युवक के मुंह पर गम्भीर चोटे आई है।परिजन घायल युवक को सामान्य नागरिक अस्पताल कनीना लेकर गए। लेकिन युवक की गम्भीर हालात के चलते उसे पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया। फिलहाल पीजीआई में ईलाज के बाद युवक को छुट्टी मिल गई है। ग्रामीणों द्वारा जंगली जानवर होने की सूचना पुलिस व वन्य प्राणी विभाग को दी गई। पुलिस व वन्य प्राणी विभाग के कर्मचारियों ने मौके पर पहुंचकर जंगली जानवर के पैरों के निशान देखे।वन्य प्राणी विभाग से आये कर्मचारी रवि ने बताया कि पगमार्क के हिसाब से कुत्ता, बिल्ली या गीदड़ हो सकता है।
फोटो कैप्शन 12: घायल युवक।
दुलेंडी पर लगा मेला, महाराज ने स्वयं खेली होली
-दूर दराज से भक्त पहुंचे, बराल भी उतरवाये गये
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कनीना की आवाज। बाबा उधोदास मंदिर पर होली मेला लगा। बाबा उधोदास की याद में वर्षों से विशाल मेला लगता आ रहा है। भक्तों की भीड़ यहां जमा होती है वहीं संत लालदास स्वयं भक्तों के संग होली खेलते हैं।
रणधीर सिंह भक्त ने बताया कि कनीना से नौ किमी दूर बाबा उधोदास का भव्य मंदिर स्थित है। इसी मंदिर के सामने बाबा की समाधि तथा बाबा के बाद में आए उनके शिष्यों की समाधियों वाला मंदिर है। इन समाधियों में सबसे पहले बाबा उधोदास की समाधि है। इस समाधि के ऊपर की ओर झांक कर देखे तो सैकड़ों वर्ष पुरानी पेंट व ब्रुश से की हुई कलाकारी दिखाई पड़ती है जो आज भी अपनी आब नहीं खो पाई है। यह वही स्थान है जहां अनवरत पूजा अर्चना का सिलसिला चलता रहता है तथा दीप जलते रहते हैं।
होली के दिन भजन-कीर्तन के समय यहां भारी भीड़ जुटती है। प्रत्येक पूर्णिमा के दिन यहां का नजारा देखने लायक होता है जब प्रवचन, भजन एवं कीर्तन का आगाज किया जाता है किंतु रंगों के त्योहार होली की रात को यहां विशेष जागरण चलता है तथा दिन के समय ढोल एवं नगाड़ों के बीच होली जमकर खेली जाती है। महंत लालदास के साथ होली खेलते भक्तों को देखा गया। यहां पर हरियाणा ही नहीं अपितु दूसरे राज्यों के भक्तजन भी आकर मन्नतें मांगते हैं। माना जाता है कि उनकी मन्नत पूर्ण हो जाती है जिसके चलते वे दंपति यहां गठ जोड़े की जात देने आते हैं। गांव जैनाबाद के पास से कंशावती नदी बहती थी। इसी नदी के किनारे पर उधोदास का जन्म हुआ। उधोदास धुन के पक्के और मन के सच्चे थे। उनके गुरू का नाम दाताराम था। उधोदास ने कंशावती नदी के किनारे एक वृक्ष के नीचे तप और ध्यान लगाते हुए दु:खियों के दर्द को मिटाया।
बाबा उधोदास की समाधि बनी हुई है जहां अनवरत दीपक जलता रहता है। ढफ और नगाड़ों के बीच हर्षोल्लास के साथ महंत लालदास जी धुलेंडी खेली। बाबा लालदास ने गायों के लिए बाबा के नाम पर एक गौशाला बनवाई हुई है। संत लालदास की देखरेख में गांव ही नहीं अपितु मंदिर को चार चांद लग चुके हैं।
इसी आश्रम में जहां 24 मार्च की रात को भजन कीर्तन चले वहीं भंडारा भी लगा। रात्रि के समय भक्तिसागर ग्रंथ की पूजा भी की गई तथा विधि विधान ग्रंथ को वापस स्थापित किया गया। दिनभर भंडारा चलता रहा।
फोटो कैप्शन 06: जैनाबाद का उधोदास आश्रम।
खेलों से बढ़ता है भाईचारा-कृष्ण कुमार
--निजी कोष से भेंट किये 11 हजार रुपये
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कनीना की आवाज। कनीना -रेवाड़ी मुख्य मार्ग के नजदीक होलीवाला जोहड़ पर सुबह से खेल कूद प्रतियोगिता आयोजित की गई। इस मौके पर मुख्य अतिथि कृष्ण कुमार दुकानदार कनीना रहे।
कृष्ण कुमार ने कहा कि खेलों से भाईचारा बढ़ता है तथा एकता कायम होती है किंतु खेल खेल की भावना से खेलने चाहिए। हार जीत का खेलों में कोई महत्व नहीं होना चाहिए क्योंकि दो खेलेंगे तो एक की ही जरत होगी। दूसरा तो निश्चित रूप से हारेगा। उन्होंने अपने निजी कोष से 11 हजार रुपये नकद दिये। जहां कबड्डी में कन्होरी की टीम प्रथम रही वहीं बेरी की टीम द्वितीय स्थान पर रही। उन्होंने क्रमश: 11000 और 7100 रुपये का इनाम जीता। वही रस्साकशी में प्रथम स्थान होलीवाला टीम रही जबकि छीथरोली की टीम द्वितीय स्थान पर रही। 51 रुपये से 3100 रुपये तक की कुश्ती देर रात तक चलती रही। 3100 रुपये की कुश्ती बाघोत के पहलवान ने जीती। मुख्य अतिथि कृष्ण कुमार निर्बाण दुकानदार ने अपने हाथो से अव्वल रहे खिलाडिय़ों को पुरस्कृत किया। इस मौके पर खेल आयोजक कमेटी भी हाजिर रही।
फोटो कैप्शन 03 से 05:कृष्ण कुमार दुकानदार इनाम वितरित करते हुए।
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