लाठी-डंडों से गाड़ी तोडऩे और हवाई फायर करने के मामले में दो गिरफ्तार
--मोड़ी गांव का मामला
*********************************************
***************************************
************************************************
कनीना की आवाज। लाठी-डंडों से गाड़ी तोडऩे और हवाई फायर करने के मामले में कार्रवाई करते हुए थाना सदर कनीना की पुलिस टीम ने दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। आरोपितों की पहचान प्रवीण उर्फ पोनी वासी बोहका रेवाड़ी और आशीष उर्फ लखन वासी भोजावास के रूप में हुई। पुलिस ने आरोपितों को कल महेंद्रगढ़ क्षेत्र से गिरफ्तार किया। आरोपितों से पूछताछ का आज न्यायालय में पेश किया और न्यायिक हिरासत में भेज दिया। शिकायतकर्ता ओमप्रकाश वासी गांव मोड़ी ने थाना सदर कनीना में शिकायत दर्ज कराई कि वह फौज से रिटायर्ड है। उसने बताया कि जब वह भोजावास से घर आया तो उसकी पत्नी ने बताया कि एक गाड़ी में चार पांच लड़के व दो मोटरसाइकिल पर चार पांच लड़के आए और घर के सामने खड़ी उनकी गाड़ी को लड़कों ने लाठी डंडो से तोड़ दिया और घर के पास हवाई फायर किया। शिकायतकर्ता ने दो नामजद और अज्ञात के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई। शिकायत के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू दी। मामले में कार्रवाई करते हुए पुलिस ने दो आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है।
सीआईए महेंद्रगढ़ ने अवैध हथियार के साथ एक पकड़ा, देसी कट्टा बरामद
-आरोपित को लिया रिमांड पर
*********************************************
***************************************
************************************************
कनीना की आवाज। पुलिस अधीक्षक अर्श वर्मा ने जिले की सभी अपराध जांच इकाइयों को अवैध हथियार रखने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हुए हैं। जिनके तहत सीआईए महेंद्रगढ़ की पुलिस टीम ने कार्रवाई करते हुए कनीना क्षेत्र से अवैध हथियार रखने के मामले में गुप्त सूचना के आधार पर एक आरोपित कृष्ण उर्फ केडी निवासी भोजावास को अवैध हथियार के साथ गिरफ्तार किया है, आरोपित से पुलिस ने एक अवैध देसी कट्टा बरामद किया। आरोपित के खिलाफ थाना सदर कनीना में आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया। आरोपित को आज न्यायालय में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया गया।
पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि सीआईए महेंद्रगढ़ की पुलिस टीम गश्त के दौरान बस अड्डा भोजावास पर मौजूद थी, उसी समय टीम को गुप्त सूचना मिली कि कृष्ण उर्फ केडी वासी भोजावास के पास अवैध हथियार है और पड़तल बस अड्डा से भोजावास की तरफ पैदल आ रहा है। अगर तुरंत रेड की जाए तो उसे अवैध हथियार सहित काबू किया जा सकता है। टीम द्वारा बतलाए हुए स्थान पर रेड की गई, जहां पर एक व्यक्ति पुलिस टीम को देखकर तेज कदमों से चलने लगा, जिसे काबू कर नाम पता पूछा तो उसने अपना नाम कृष्ण उर्फ केडी उपरोक्त बतलाया। जिसकी तलाशी लेने पर उसके पास से अवैध देसी कट्टा बरामद हुआ। पुलिस ने अवैध हथियार को जब्त कर लिया और थाना सदर कनीना में मामला दर्ज कर आरोपित को गिरफ्तार कर लिया।
फोटो कैप्शन 04: गिरफ्तार किया आरोपित।
अवैध हथियार रखने के मामले में सीआईए ने दबोचा
--आरोपित को लिया रिमांड पर
*********************************************
***************************************
************************************************
कनीना की आवाज। पुलिस अधीक्षक अर्श वर्मा ने जिले की सभी अपराध जांच इकाइयों को अवैध हथियार रखने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए हुए हैं। जिनके तहत सीआईए महेंद्रगढ़ की पुलिस टीम ने कार्रवाई करते हुए कनीना क्षेत्र से अवैध हथियार रखने के मामले में गुप्त सूचना के आधार पर एक आरोपित जयप्रकाश उर्फ जेपी निवासी बोहका रेवाड़ी को अवैध हथियार के साथ गिरफ्तार किया है, आरोपित से पुलिस ने एक अवैध देसी कट्टा बरामद किया। आरोपित के खिलाफ थाना सदर कनीना में आर्म्स एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया। आरोपित को आज न्यायालय में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया गया।
पुलिस प्रवक्ता ने जानकारी देते हुए बताया कि सीआईए महेंद्रगढ़ की पुलिस टीम गश्त के दौरान बस अड्डा मोड़ी पर मौजूद थी, उसी समय टीम को गुप्त सूचना मिली कि जयप्रकाश उर्फ जेपी वासी बोहका रेवाड़ी के पास अवैध हथियार है और भोजावास से मोड़ी की तरफ पैदल आ रहा है। अगर तुरंत रेड की जाए तो उसे अवैध हथियार सहित काबू किया जा सकता है। टीम द्वारा बतलाए हुए स्थान पर रैड की गई, जहां पर एक व्यक्ति पुलिस टीम को देखकर तेज कदमों से चलने लगा, जिसे काबू कर नाम पता पूछा तो उसने अपना नाम जयप्रकाश उर्फ जेपी उपरोक्त बतलाया। जिसकी तलाशी लेने पर उसके पास से अवैध देसी कट्टा बरामद हुआ। पुलिस ने अवैध हथियार को जब्त कर लिया और थाना सदर कनीना में मामला दर्ज कर आरोपित को गिरफ्तार कर लिया।
फोटो कैप्शन 05: पुलिस द्वारा पकड़ा गया आरोपित
यश कौशिक का भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर चयन
--गांव में किया सम्मान समारोह
*********************************************
***************************************
************************************************
कनीना की आवाज। अगिहार गांव निवासी यश कौशिक का भारतीय सेना में लेफ्टिनेंट के पद पर चयन होने पर गांव में सम्मान समारोह आयोजित किया गया। मुख्य अतिथि अतरलाल ने यश कौशिक को स्मृति चिन्ह तथा प्रशस्ति पत्र भेंट कर राष्ट्र गौरव अवार्ड से सम्मानित किया। उन्होंने यश कौशिक के दादा कप्तान रामेश्वर दयाल को साफा पहनाकर व दादी कृष्णा देवी, पिता शिवकुमार कौशिक व माता वर्षा देवी को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया। समारोह की अध्यक्षता राजपाल सिंह ने की। अतरलाल ने यश कौशिक के चयन को इलाके के लिए असाधारण उपलब्धि बताते हुए कहा कि इससे युवाओं को आगे बढऩे की प्रेरणा मिलेगी। उन्होंने सम्मान समारोह आयोजित करने के लिए ग्रामीणों का धन्यवाद किया। यश कौशिक ने अपनी सफलता का श्रेय दादा-दादी, माता-पिता तथा चाचा सुरेंद्र कौशिक को देते हुए युवाओं से लक्ष्य बनाकर कड़ी मेहनत करने की अपील की। उन्होंने कहा कि असफलता पर निराश नहीं होना चाहिए, बल्कि दुगने उत्साह और ऊर्जा से सफलता के लिए प्रयास कर अपने लक्ष्य को हासिल करना चाहिए। इस अवसर पर अनेक ग्रामीण उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 03: लेफ्टिनेंट पद पर चयन होने पर यश कौशिक को सम्मानित करते हुए अतरलाल।।
सीआईए पुलिस ने दो अलग अलग मामलों में दो अवैध पिस्तौल बरामद किये
-आर्मस एक्ट के तहत मामला दर्ज
*********************************************
***************************************
************************************************
कनीना की आवाज। सीआईए पुलिस ने दो अलग अलग मामलों में दोव्यक्तियों से दो पिस्तौल बरामद किये हैं। पुलिस को सूचना मिली कि जयप्रकाश उर्फ जेपी बोहका जिला रेवाड़ी अपने पास अपने पास अवैध हथियार रखता है और वह भोजावास से मोड़ी की तरफ पैदल जा रहा है। सीआईए पुलिस ने रेडिंग पार्टी का बनाकर बताए गए स्थान पर रेड की तो एक व्यक्ति पुलिस को देखकर वापस मुड़कर तेज गति से चलने लगा, जिसे पुलिस ने पकड़ लिया। नाम पूछे जाने पर जयप्रकाश उर्फ जेपी बताया तथा उसकी तलाशी ली गई तो उनके पेट की जेब में अवैध अनलोड किया हुआ देसी कट्टा बरामद हुआ। लाइसेंस के बारे में जानकारी चाही तो कोई लाइसेंस नहीं मिला। पुलिस ने आर्मस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर लिया।
देसी कट्टा बरामद -
उधर सीआईए पुलिस को सूचना मिली कि कृष्ण उर्फ केडी पड़तल से भोजावास की आोर पैदल जा रहा है जो अवैध हथियार रखता है। पुलिस ने रेडिंग पार्टी बनाकर बताए गए स्थान पर रेड की तो पाया कृष्ण कुमार उर्फ केडी ने अपनी पेंट की जेब में देसी कट्टा छुपा रखा था जो अनलोडेड था। पुलिस ने बरामद कर मामला दर्ज कर लिया है।
नालियों की जाली चोरी के बाद नगरपालिका की तिरंगा लाइट भी होने लगी चोरी
-कनीना पुलिस ने किया मामला दर्ज
*********************************************
***************************************
************************************************
कनीना की आवाज। कनीना नगर पालिका की आठ तिरंगा लाइट अज्ञात चोर चोरी कर ले गए। इससे पहले कनीना की विभिन्न नालियों की 9 जालियां चोरी हो गई थी।नगर पालिका कनीना के सचिव ने कनीना पुलिस में अज्ञात चोरों के विरुद्ध मामला दर्ज करवाया है। पुलिस में उन्होंने बताया कि नगर पालिका के कार्यरत वीरेंद्र सिंह द्वारा लिखित रूप से कार्यालय को अवगत कराया है कि थाना सदर से लेकर अटेली रोड तक की आठ तिरंगा लाइट अज्ञात चोर चोरी कर ले गए। जिसके चलते सचिन कनीना नगर पालिका ने अज्ञात चोरों के विरुद्ध चोरी का मामला दर्ज करते हुए चोरों को गिरफ्तार करने उनसे चोरी की हुई वस्तु बरामद करने की मांग की है। कनीना पुलिस ने अज्ञात चोरों के विरुद्ध आठ तिरंगा लाइट चोरी करने का मामला दर्ज कर लिया है। जांच जारी है।
भीषण गर्मी पड़ रही है कनीना क्षेत्र में
-गत दिनों की अपेक्षा कुछ कम रहा तापमान
*********************************************
***************************************
************************************************
कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र में लगातार भीषण गर्मी पड़ रही है जिसके चलते घर से बाहर निकलना भी दूभर हो गया है। जहां गत दिनों तापमान 47 डिग्री पार रहा है किंतु रविवार को तापमान घटकर 41 डिग्री पर पहुंच गया क्योंकि बादल छाए रहे जिसके चलते तापमान में गिरावट आई है। मौसम विभाग आगे एक बार फिर से तापमान बढऩे की बात कह रहा है। भीषण गर्मी के चलते जहां कुछ लाभ भी हुआ है तो दुष्परिणाम भी सामने आ रहे हैं। मक्खी मच्छरों की संख्या घटती ही जा रही है, वहीं गर्मी पसीना लू लगना, धूप में झुलसने की संख्या बढ़ती जा रही है। अस्पतालों में मरीजों की संख्या भी 10 फीसदी बढ़ गई है। गर्मी ने सभी रिकार्ड तोड़ रखे जिसके चलते किसान से लेकर कर्मचारी वर्ग भी परेशान है। एक और जहां गर्मी सीता रही है वही लोगों की नजऱें 4 जून के मतगणना पर टिकी हुई है। गर्मी के कारण एसी एवं पंखे सब खिलौने बन गए हैं। जहां जहां पेड़ों की आवश्यकता होती है वहां पेड़ न होने की कमी झलकने लगी है। आमजन बेहद परेशान है। गरीब तबके के लोग, रेहडी लगाने वाले, दुकानदार मजबूरीवश दुकान और रेहडियों पर काम करते नजर आते हैं। अभी गर्मी से अभी कोई राहत मिलती नजर नहीं आ रही है।
लोगों की नजरें टिक गई है 4 जून पर
-चर्चा का विषय बना हुआ है मतगणना पर
*********************************************
***************************************
************************************************
कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र के लोग एक बार फिर से लोकसभा के चुनावों की मतगणना पर नजर टिकाने लगे हैं। 4 जून को जहां मतगणना होनी है। एक ओर विभिन्न सर्व आ चुके हैं वहीं अब मतगणना पर नजरें जमा कर 4 जून का इंतजार कर रहे हैं। क्योंकि 4 जून को परिणाम आने है। चाय की दुकान हो या कोई घर चौपाल कहीं पर भी देखें जब भी कुछ लोग मिलते हैं तो पूछते हैं कि क्या समाचार है? और समाचार का मतलब होता है कि किसकी जीत हो रही है, अनेकों कयास लगाए जा रहे हैं। परिणाम यह है कि हाय गर्मी, गर्मी करते-करते भी जुबां पर जीत हार सुनाई देने लगी है। एक और जहां मतगणना वाले दिन तापमान अधिक रहने के असर है वहीं लोगों की जुबान भी मतगणना का आंखों देखा हाल देखने को आतुर है। विभिन्न प्रकार की शर्त एवं सट्टे आदि लगाए जा रहे हैं जिसके चलते कभी बीजेपी की जीत तो कभी कांग्रेस की जीत दर्शाई जा रही है। बाकी किसी भी दल को सफल होना नहीं मान रहे हैं। यही कारण है कि भाजपा की समर्थक अपनी जीत सुनिश्चित बता रहे हैं तो कांग्रेस के समर्थक भी अपनी जीत बता रहे हैं। आपस में बहस छिड़ी देखी जा सकती है परंतु अंतत: एक ही बात कह कर उठ खड़े होते हैं कि 4 जून का इंतजार करो, ऐसे में 4 जून विशेष दिन बन गया है।
विश्व साइकिल दिवस -03 जून
सादे कपड़े, सादे विचार और साइकिल पर चलने वाला पूर्व शिक्षक बना आदर्श
-उनकी नकल करने लगे हैं कई लोग
*********************************************
***************************************
************************************************
कनीना की आवाज। दिखावे भरे शहर में कुछ ऐसे लोग भी मिल जाते हैं जो सादगी से जीवन जीते हैं और दूसरों के लिए उदाहरण बनकर सामने आते हैं। यदि सरकारी नौकरी में भी हो तो लोग गाडिय़ों की तरफ दौड़ते हैं और ऊंचे ख्वाब मिलते हैं। परंतु एक ऐसी शख्सियत भी कनीना क्षेत्र की है, जिनके पास सरकारी नौकरी भी रही परंतु कभी किसी वाहन की ओर नहीं दौड़े, साइकिल पर ही चले और आज भी साइकिल पर चल रहे हैं। एचएस यादव एक ऐसी शख्सियत है जो बचपन से ही साइकिल के शौकीन रहे। स्कूलों में शिक्षण के लिएभी साइकिल का प्रयोग किया और आज भी साइकिल पर ही चलते हैं और अभी चुस्त दुरुस्त है। हालांकि शिक्षा विभाग में 40 सालों तक शिक्षण कार्य निजी स्तर पर और सरकारी तौर पर किया, पास में पैसे भी रहे परंतु उन्होंने कभी किसी वाहन की नहीं सोची। आज वे बेशक सेवन नियुक्त हो चुके है लेकिन उनके हजारों विद्यार्थी आज भी उन्हें याद कर प्रसन्नचित हो जाते हैं। कालेज से लेकर सरकारी स्कूलों में श्री यादव ने जहां सादगी भरे कपड़े पहने हैं, कभी दिखावे पर नहीं उतरे परंतु कहावत है कि सादा जीवन उच्च विचार। अगर ऐसी भावना कहीं देखने को मिलती तो एचएस यादव कनीना मेें है। जिस भी क्षेत्र में उतरते हैं अच्छा खासा नाम कमाते हैं। शिक्षा के क्षेत्र में तो उनका कोई सानी नहीं है। जब तक पढ़ाया कभी किसी कुर्सी पर नहीं बैठे। शिक्षण कार्य दौरान ही उन्होंने 36 विभिन्न पुस्तकों की रचना की है। यही कारण है कि हरियाणा साहित्य अकादमी से पुरस्कार मिल पाया और क्षेत्र में नाम भी कमाया है। लेखन कार्य को देख तो वह भी उनका उतना ही बेहतरीन है जितना शिक्षण कार्य। सादगी भी इतनी बेहतरीन है जितने उनके सादे विचार है। आने वाली पीढ़ी शायद यह विश्वास नहीं करेगी कि इस प्रकार का व्यक्ति भी कनीना क्षेत्र में रहा होगा। बचपन में जहां श्रीकृष्ण की तरह गाय एवं भैंस पालकर उनका खूब दूध पीते रहे। गरीबी हालात में जरूर रहे परंतु दूध घी के क्षेत्र में कभी गरीब नहीं रहे। सबसे बड़ी खूबी उनकी पेड़ पौधों से लगाव की है। उन्होंने अपने घर को भी बागवानी में बदल रखा है अपने घर में अनेकों फल और फूलदार पौधे उगा रखें हैं। जहां भी उन्हें मिल जाती है पशु-सिंह पेड़ पौधे लगाकर प्रसन्नचित रहते हैं। जितना भी समय बचता है पेड़ पौधों की सेवा में बिताते हैं। अब तक समय समय पर तीन बार राज्यपाल से सम्मानित हो चुके हैं। प्रशासन ने दर्जनों बार तो विभिन्न संस्थानों ने सैकड़ों बार पुरस्कृत किया हुआ है।उच्च लिखे पढ़े होने/पीएचडी के कारण वे डाक्टर कहलाते हैं। वर्षों के बाद पैदा होती है जो सादगी भरे जीवन में जीती है। उनको उनको एक आदर्श शिक्षक ही नहीं आदर्श इंसान और आदर्श लेखक भी कहा जा सकता है।
वे शिक्षा विभाग से सेवानिवृत्त होकर अब जन सेवा में उतर आए हैं। उनका मानना है कि जन सेवा सबसे बड़ा क्षेत्र है तथा जन सेवा करके इंसान परमात्मा की करीब पहुंच जाता है। वैसे भी धार्मिक विचारों में उनका कोई सानी नहीं है। कभी हरिद्वार पैदल जाना कभी कावड़ लाना कभी खाटू धाम पैदल जाना कभी ध्वज अर्पित करना, कभी किसी धार्मिक स्थान पर जाना उनकी विशेषता रही है। लंबे समय तक उन्होंने ग्रामीण क्षेत्र के धार्मिक स्थानों की यात्रा की है। अपने आप में खुश है। मलाल उनको बस इस बात का है कि उनके जीवन में खुशियां जब भी आई, दस्तक देकर चली गई। उनका पूरा परिवार ही आज भी लेखन क्षेत्र में नाम कमा रहा है। उनकी पत्नी जो लेखिका और वरिष्ठ पत्रकार भी सुमन यादव नाम से रही परंतु कुछ ही सालों के बाद उनका साथ छोड़कर चल बसी। यही कारण है कि वह आज सब प्रभु की माया मानते हैं। उनका कहना है कि परमात्मा जो करता है इंसान के कुछ भले के लिए ही करता है।
फोटो कैप्शन 01: साइकिल चलाते हुए एचएस यादव
विश्व साइकिल दिवस -3 जून
फिर लौटने लगा है साइकिल का जमाना
*********************************************
***************************************
************************************************
कनीना की आवाज। इतिहास अपने आपको दोहराता है कि कहावत सचमुच साइकिलों पर लागू होती है। एक बार फिर से साइकिलों का प्रचलन बढ़ गया है। सेहत के लिए बेहतर मानी जाने वाली साइकिल एक्सरसाइज का अच्छा साधन भी है। यही कारण है कि साइकिलों की मांग बढ़ गई है तथा साइकिलों की कीमतें भी बढ़ रही हैं। विभिन्न शहरों में साइकिल चलाने वाले नेताओं को भी विगत वर्षों सम्मानित किया गया था।
उल्लेखनीय है कि रोगों के बढऩे व पेट्रोल कीमतों में भी बढ़ोतरी होने के कारण लोग अब महंगे वाहनों के साथ-साथ साइकिल चलाने लगे हैं। वे मानते हैं कि साइकिल उनकी सेहत के लिए बेहतर होती है। साइकिलों के नए-नए माडल व आकार बाजार में महंगे दामों पर उपलब्ध हैं। लोग छोटी दूरियां तो साइकिल से ही तय करना बेहतर समझते हैं। ऐसे में एक बार पुन: साइकिलों की मांग बढ़ गई है। सुबह सवेरे तो कुछ लोग व बच्चे साइकिलों पर घूमते नजर आते हैं।
राव मोहर सिंह का कहना है कि साइकिल से भी समस्त अंगों का अभ्यास होता है ऐसे में साइकिल चलाना सेहत के लिए अच्छा होता है क्योंकि यह भी एक अभ्यास होता है। साइकिलों की कीमत देखे तो आज साढ़े चार हजार रुपये के आस पास पहुंच चुकी है। ऐसे में गरीब व्यक्ति के लिए साइकिल खरीद पाना भी तो सरल कार्य नहीं है। साइकिल का जमाना कभी साइकिल के आविष्कार के बाद बढ़ा था या फिर अब रोग बढऩे से साइकिलों का जमाना एक बार फिर लौट आया है। सड़कों पर सबसे अधिक साइकिल ही चलते देखे जा सकते हैं।
क्या कहते हैं साइकिल विके्रेता-
साइकिल विक्रेता सुरेश कुमार का कहना है कि अब साइकिल के बेहतर माडल पाने के लिए उनके पास आते हैं किंतु इस क्षेत्र ज्यादा कीमती साइकिल न होने से रेवाड़ी तथा अन्य शहरों की ओर जाकर उपभोक्ता साइकिल ला रहे हैं। गांवों में प्रतिदिन पांच साइकिल तक बिक जाती हैं। जो व्यक्ति मोटरसाइकिल पर चलते थे वे अब साइकिल की सोच रहे हैं। बिना प्रदूषण का तथा बिना पेट्रोल का सबसे बेहतर साधन है। थोड़ी दूरी व गैस सिलेंडर लाने में इनका अहं योगदान है। अब तो बैट्री चालित साइकिल तथा 45 हजार रुपये तक की साइकिल भी आ चुकी हैं। इलैक्ट्रिक साइकिल, गीयर वाली, डिस्क ब्रेकवाली साइकिल अधिक पसंद करते हैं। वे 1970 से साइकिल का काम कर रहे हैं जब कीमत 60 रुपये प्रति साइकिल होती थी।
साइकिल चलाने वाले-
पर्यावरण प्रेमी राजेंद्र सिंह का कहना है कि जब से वे साइकिल चला रहे हैं अपने को तंदरुस्त महसूस कर रहे हैं। उनके पास मोटरसाइकिल तो हैं किंतु उनकी सबसे पसंदीदा सवारी साइकिल ही है। उन्होंने का कि हमारे समाज की नीति कुछ अलग है। जिस किसी के पास धन नहीं है या गरीब व्यक्ति साइकिल पर चलने की धारणा मानते हैं किंतु उनका का कहना है कि जो आलसी, रोगों से पीडि़त एवं हर काम में जल्दी मचाने वाले जन ही मोटरसाइकिल या अन्य साधनों को अधिक पसंद करते हैं। उनका कहना है कि जब बड़े-बड़े देश साइकिल पर आ गए हैं तो भारत के लोग साइकिल क्यों नहीं चलाते हैं? सुमेर सिंह चेयरमैन, राव मोहर सिंह कनीना लंबे समय से साइकिल चलाते हैं। साइकिल चलाने वाले सुमेर सिंह का कहना है कि सेहत को सही रखने का अच्छा साधन साइकिल है। उनका कहना है खेत क्यार का काम हो या फिर छोटी दूरी इससे बेहतर कोई साधन नहीं है।
क्या कहते हैं पर्यावरणविद-
पर्यावरणविद रवींद्र कुमार का कहना है कि भागदौड़ की जिंदगी में कार आदि से सौ गुणा बेहतर साइकिल है। साइकिल से न केवल स्वास्थ्य बना रहता है अपितु वायु, ध्वनि प्रदूषण से बचा जा सकता है। पेट्रोलियम की बचत होती है वहीं ओजोन पर्त में छेद होने से बचा जा सकता है। उन्होंने कहा कि साइकिल हर दृष्टि से बेहतर साधन है। अब तो साइकिल के गुणों के बारे में लोग परिचित हो गये हैं।
फोटो कैप्शन:रविंद्र कुमार, सुरेश कुमार, राजेंद्र सिंह, सुमेर सिंह, राव मोहर सिंह।
साथ में फोटो कैप्शन 02: बच्चा सादकिल चलाते हुए
गाड़ी और वाहन बगैर दो कदम भी न चलने वालों के लिए एक उदाहरण है होशियार सिंह
*********************************************
***************************************
************************************************
कनीना की आवाज। कनीना के वार्ड एक के निवासी होशियार सिंह उन लोगों के लिए एक अच्छा उदाहरण बन गए हैं जो दो कदम चलने के लिए भी वाहन का सहारा लेते हैं। एक और जहां प्रदूषण बढ़ाने में वाहनों का अहं योगदान है वही बढ़ती महंगाई विशेषकर पेट्रोल की महंगाई का रोना लोग रोते रहते हैं किंतु होशियार सिंह एक ऐसी शख्सियत है विगत 34 वर्षों से अपनी साइकिल पर सभी दैनिक जीवन के कार्य कर रहे। यहां तक की स्कूल में विज्ञान शिक्षक रहे तब स्कूल जाना हो, कोई दैनिक जीवन का काम करना हो या किसी अन्य कार्य के लिए केवल और केवल साइकिल का सहारा लेते हैं। दूरदराज या किसी आपातकाल के समय किसी वाहन से जरूर चले हो किंतु प्रदूषण बचाने महंगाई को रोकने, पेट्रोल की महंगाई को रोकने में उनका अहम योगदान रहा है।
कब से चला रहे हैं साइकिल- होशियार सिंह बताते हैं कि 1988 में साइकिल चलाना सीख लिया था किंतु 1990 से वे लगातार साइकिल प्रयोग कर रहे हैं। प्रतिदिन 20 से 30 किलोमीटर दूरी साइकिल से तय कर लेते हैं, उन्हें कतई आलस्य नहीं है। सर्दी हो या फिर गर्मी,आंधी हो या बरसात साइकिल पर चलते नजर आएंगे। उन्हें कतई कोई संकोच नहीं कि साइकिल चलाने से कोई शोहरत हासिल होती है या कहीं बदनाम होता है। अक्सर लोग घास लाने के लिए, दैनिक शौच आदि के कार्य के लिए ,दो कदम चलने के लिए मोटर साइकिल या किसी वाहन का सहारा लेते हैं इसे पेट्रोल तो खर्च होता ही है वायु प्रदूषण भी बढ़ता है। 50 वर्ष की उम्र पार कर चुके होशियार सिंह पेशे से विज्ञान शिक्षक रहे है और वह साइकिल पर स्कूल जाना अपनी खुशनसीबी समझते हैं। साइकिल पर जाते थे स्कूल-
होशियार सिंह वर्ष 1995 से स्कूल में विज्ञान शिक्षक बतौर कार्यरत रहे और अब तक उनकी 21 बार बदली हो चुकी है। जहां तक संभव हो पाया हर स्कूल में साइकिल से ही आना-जाना जारी रखा कोई विशेष समस्या आती हो या दूरदराज आना जाना हो तो साइकिल को प्रयोग जरूर करने के साथ साथ वाहन का सहारा लेते हैं। यदि कहीं जाना हो तो वो साइकिल से बस स्टैंड या रेलवे स्टेशन जाते हैं तत्पश्चात किसी साधन का सहारा लेते हैं। स्कूल के शिक्षक और उनके विद्यार्थी नहीं चाहते थे कि ढलती उम्र के साथ वे साइकिल का सहारा ले परंतु होशियार सिंह उल्टे यही कहते हैं कि साइकिल चलाने का अगर कोई लाभ है तो 50 वर्ष की उम्र पार करके ही है ताकि शरीर स्वस्थ रहे।
कैसे तय करते हैं इतनी दूरी-
होशियार सिंह शिक्षक होने के साथ-साथ एक अच्छे साहित्यकार भी है। अब तक 36 कृतियों की रचना की है तथा देश-विदेश के विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में उनके लेख आदि प्रकाशित होते रहते हैं। क्योंकि पेड़ पौधे और वनस्पति शास्त्र से बचपन से लगाव है शिक्षा क्षेत्र में भी उन्होंने वनस्पति शास्त्र से शिक्षा पाई है जिसके चलते यह पेड़ पौधे तथा जीव जंतुओं की फोटो लेने के लिए किसी जंगल में या इधर उधर जाकर साइकिल से जा कर फोटो लाते हैं। तत्पश्चात ही उसे कंपोज करके भेजते हैं। विगत दिनों उन्हें कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय से लेखन कार्य में डीलिट की उपाधि मिली है। विगत 30 वर्षों से लेखन कार्य में उन्हें सैकड़ों अवार्ड मिले हैं तथा लेखन कार्य में करीब 500 सर्टिफिकेट्स हैं। उन्हें जब भी बस स्टैंड जाना हो, घरेलू सामान खरीद कर लाना हो, स्कूल जाना हो या किसी से मिलने के लिए जाना हो तो साइकिल ही प्रयोग करते हैं। वे बताते हैं कि उन्होंने अब तक जीवन में 34 सालों में करीब 4 साइकिल ही प्रयोग की है। पहली साइकिल जहां करीब 500 रुपये में खरीदी थी और वर्तमान साइकिल करीब 4000 रुपये की खरीदी है। एक बात और अपनी साइकिल का भी इंश्योरेंस रखते हैं। इंश्योरेंस करने वाले इसलिये रोते थे कि इंश्योरेंस का खर्चा 40 रुपये जबकि कागज आदि का खर्चा 20 रुपये तक हो जाता था। अब इंश्योरेंस महंगा है। साइकिल को चाहे वह पुरानी भी है अच्छी प्रकार साफ-सुथरी और तैयार रखते हैं ताकि रास्ते में कभी कोई परेशानी न आए और आज तक उन्हें किसी प्रकार की कोई परेशानी सामने नहीं आई। वे बताते हैं कि उन्होंने सबसे लंबा साइकिल पर सफर महज तीन बार 70 किलोमीटर तक किया है। रेवाड़ी किसी काम से जाना पड़ा था, वाहन हड़ताल पर थे, अपने पास कोई साधन न होने से साइकिल से ही रेवाड़ी तक काम करने के लिए पहुंचे और वापस आये।
साइकिल का क्यों लेते हैं सहारा-
होशियार सिंह बताते हैं की साइकिल बहुत अच्छा साधन है स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए विदेशों में जहां अमीर लोग साइकिल पर चलते हैं वही भारत जैसे देश में उल्टी धारणा बन गई है कि अमीर लोग वाहनों में और गरीब लोग साइकिल आदि पर चलते हैं। उनका कहना है कि उनके पैरों में किसी प्रकार दोष नहीं है। यही नहीं 10 बार हरिद्वार से बाघेश्व धाम तक पैदल सफर करते हुए हर बार 350 किलोमीटर दूरी तय की है और 200 किलोमीटर दूरी कनीना से खाटू श्याम पदयात्रा पर 10 बार के करीब की है। धार्मिक प्रवृत्ति के होने के साथ-साथ सामाजिक व्यक्ति भी है। उनका मानना है कि यदि पूरा ही देश में कम से कम सप्ताह में एक बार साइकिल पर चले तो बहुत अधिक पेट्रोल की बचत हो सकती है या किसी सार्वजनिक वाहन से यात्रा करें तो भी पेट्रोल की बचत हो सकती है वहीं प्रदूषण घट सकता है। वे बताते हैं कि कोरोना काल में उन्हें बहुत आनंद आया जब सभी लगभग विभिन्न वाहनों पर प्रतिबंध लग गया तब भी उनकी साइकिल लगातार चलती रहती थी और लोग भी साइकिलों पर चलने लगे थे। प्रदूषण स्तर घट गया था। उनका कहना है कि प्रदूषण एक बड़ी समस्या बन गई है वायुमंडल में जहरीली जैसे नाइट्रोजन डाइआक्साइड, सल्फर डाइआक्साइड, कार्बन डाइआक्साइड आदि बढ़ती जा रही है यदि प्रदूषण पर नियंत्रण नहीं रखा गया तो भविष्य में इतनी कार्बन डाइऑक्साइड बढ़ जाएगी कि विज्ञान की भाषा में हरित गृह प्रभाव उत्पन्न हो जाएगा जिसके चलते धरती का तापमान बढ़ेगा। हरित गृह प्रभाव के चलते समुद्रों का तल ऊंचा चढ़ जाएगा क्योंकि ध्रुवों की बर्फ पिघलने लग जाएगी और बड़ी समस्या बन जाएगी, समुद्र के आसपास शहरों के लिए बढ़ता हुआ समुद्री जल तक ला सकेगा। यही नहीं और ओजोन पर्त में छेद प्रदूषण के कारण ही हुआ है। ऐसे में हमें अपने भविष्य के लोगों की चिंता जरूर करनी चाहिए ताकि प्रदूषण से भी बचा जा सके।
खेद है-
होशियार सिंह बताते हैं कि उन्हें बहुत बड़ा खेद है कि विगत लंबे समय से साइकिल चला रहे हैं कनीना के इतिहास में इतनी लंबी साइकिल चलाने वाले एकमात्र है परंतु कभी किसी ने साइकिल दिवस या अन्य सामाजिक कार्यों के दृष्टिगत साइकिल चलाने वालों की सूची में या उन्हें प्रोत्साहित नहीं किया उल्टा उन्हें हतोत्साहित किया गया। कोई कहता है धन बचाता है तो कोई कहता है दिखावा नहीं करना चाहता। सरकार को चाहिए कि हमें किसी प्रकार का प्रोत्साहन देना चाहिए। क्या है मांग-
उनका कहना है कि सरकार को साइकिल चलाने वालों को प्रोत्साहन देना चाहिए। साइकिल चलाने वालों के लिए सस्ती दरों पर साइकिल उपलब्ध करवानी चाहिए, टैक्स आदि साइकिल पर नहीं लगाना चाहिए तथा इस प्रकार के व्यक्तियों को सम्मानित करना चाहिए ताकि दूसरे लोगों के लिए एक प्रेरणा मिले और अन्य लोग भी साइकिल का सहारा ले।
फोटो कैप्शन 04: साइकिल चलाते होशियार सिंह
मौसम अपडेट और मौसम पूर्वानुमान
- मौसम प्रणाली ने हरियाणा एनसीआर दिल्ली से भीषण आग उगलने वाली गर्मी और गंभीर हीट वेव लूं का खात्मा और तापमान पर लगाईं लगाम
सम्पूर्ण हरियाणा एनसीआर दिल्ली में दिन के तापमान 45.0 डिग्री सेल्सियस से नीचे
4 जून को एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से फिर से हरियाणा एनसीआर दिल्ली में प्री मानसून गतिविधियां देखने को मिलेगी
*********************************************
***************************************
************************************************
कनीना की आवाज। हरियाणा एनसीआर दिल्ली में पश्चिमी विक्षोभ ने आग उगलने वाली भीषण गर्मी और गंभीर हीट वेव लूं का खात्मा कर दिया और बढ़ते हुए तापमान पर भी लगाम लगा दी है। सम्पूर्ण इलाके में तापमान 45.0 डिग्री सेल्सियस से नीचे बने हुए हैं। मौसम विशेषज्ञ डॉ चंद्र मोहन ने बताया कि पिछले 20 दिनों से हरियाणा एनसीआर दिल्ली में मौसम की चरम और विकट परिस्थितियां बनी हुई थी सम्पूर्ण इलाके पर भीषण गर्मी और गंभीर हीट वेव लूं अपने तेवरों को प्रचंड किए हुए थी । पश्चिमी विक्षोभ की वजह से सम्पूर्ण इलाके में मौसम में बदलाव देखने को मिला । हरियाणा एनसीआर दिल्ली पर इस दौरान बादलों की आवाजाही बनी रही और तेज गति से हवाएं चलने अंधड़ के साथ हल्की बारिश बूंदा-बांदी और एक दो स्थानों पर ओलावृष्टि ने सम्पूर्ण इलाके में आग उगलने वाली भीषण गर्मी और गंभीर हीट वेव लूं का खात्मा कर तापमान पर भी लगाम लगा दीं हैं। नौतपा का आज़ आखिरी दिन है हरियाणा एनसीआर दिल्ली में अधिकतर स्थानों पर दिन के तापमान 45.0 डिग्री सेल्सियस से नीचे बने हुए हैं। जिसकी वजह से सम्पूर्ण इलाके में आमजन को भीषण गर्मी से कुछ राहत जरूर मिली है। आज इस मौसम प्रणाली द्वारा राजस्थान के उत्तरी और पूर्वी हिस्से में तेज़ गति से हवाएं अंधड़ चलने और हल्की बारिश बूंदा-बांदी की गतिविधियों को दर्ज किया गया है जबकि आज रविवार हरियाणा के दक्षिणोत्तर हिस्सों महेंद्रगढ़ रेवाड़ी और मेवात के दक्षिणी हिस्सों में मौसम में बदलाव आंशिक बादल वाही और तेज गति से हवाएं अंधड़ चलने और और जिला महेंद्रगढ़ के नांगल चौधरी में हल्की बूंदा-बांदी की गतिविधियों को दर्ज किया गया है।राहत की बात यह है कि 4 जून को एक नया कमजोर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से एक बार फिर से उत्तरी पर्वतीय क्षेत्रों पर हल्की फुल्की बर्फबारी, बारिश और मैदानी राज्यों विशेषकर हरियाणा एनसीआर दिल्ली में एक बार फिर से मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा 4-7 जून के दौरान फिर से प्री मानसून गतिविधियां जिसमें तेज गति से हवाएं चलने अंधड़ और आंशिक बादल वाही व कहीं कहीं बिखराव वाली छिटपुट बूंदा-बांदी की गतिविधियां की संभावना बन रही है जो सम्पूर्ण इलाके में तापमान पर लगाम लगाने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेगी।यानी इस दौरान हरियाणा एनसीआर दिल्ली में आमजन को फिर से गर्मी से राहत के आसार बन रहे हैं। हालांकि इस दौरान सम्पूर्ण इलाके में फिर से नमी वाली हवाओं से जब हवाएं शांत होगी तब उमसभरी पसीने वाली गर्मी से जरूर रूबरू होना पड सकता है। आज हरियाणा एनसीआर दिल्ली में अधिकतर स्थानों पर दिन के तापमान 37.0 डिग्री सेल्सियस से 44.0 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया है साथ ही साथ रात्रि तापमान 23.0 डिग्री सेल्सियस से 31.0 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया है हालांकि सम्पूर्ण इलाके में दिन और रात के तापमान सामान्य से अधिक बने हुए हैं। जबकि जिला महेंद्रगढ़ में आज नारनौल और महेंद्रगढ़ के रात्रि तापमान क्रमश 31.0डिग्री सेल्सियस और 25.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया साथ ही साथ जिला महेंद्रगढ़ में नारनौल और महेंद्रगढ़ के दिन के तापमान क्रमशः डिग्री सेल्सियस और 44.0 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया जिला महेंद्रगढ़ में अभी भी रात्रि और दिन के तापमान सामान्य तापमान से क्रमशः 5.7 डिग्री सेल्सियस और 1.7 डिग्री सेल्सियस अधिक बने हुए हैं। मौसम प्रणाली द्वारा सम्पूर्ण जिला महेंद्रगढ़ में तेज़ गति से हवाएं अंधड़ और हल्की बारिश/ बूंदा-बांदी की गतिविधियां दर्ज हुई सबसे ज्यादा बारिश महेंद्रगढ़ और पाली में क्रमशः 7.0 मिलीमीटर बारिश दर्ज हुई साथ ही नारनौल के आसपास भी कुछ स्थानों पर अच्छी बारिश की गतिविधियों को दर्ज किया जबकि नारनौल अटेली कनीना सतनाली में तेज़ गति से हवाएं अंधड़ चलने और केवल बूंदा-बांदी हीं देखने को मिलीं। जिसकी वजह से जिला महेंद्रगढ़ में आमजन को भीषण गर्मी और गंभीर हीट वेव लूं से राहत जरूर मिली।
दक्षिण-पश्चिम मॉनसून 2024 की प्रगति, 02 जून 2024 को....:दक्षिण-पश्चिम मॉनसून आज 02 जून को लक्षद्वीप क्षेत्र के शेष भाग, केरल और तमिलनाडु; कर्नाटक, रायलसीमा और आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्से; दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी के शेष भाग; मध्य बंगाल की खाड़ी के कुछ और भाग और उत्तर-पश्चिमी बंगाल की खाड़ी के कुछ भाग मध्य अरब सागर के कुछ और हिस्सों में आगे बढ़ गया है;
मानसून की उत्तरी सीमा 14°/60°E, 14°N/65°E, 13.5 N/70°E, मैंगलोर, चित्रदुर्ग, नेल्लोर, 14.5°N/82.5"E, 16°N/85°E से होकर गुजरती है। , 21"N/90°E, 23°N/89.5°E और इस्लामपुर। (अनुलग्नक III)
अगले 2-3 दिनों के दौरान मध्य अरब सागर, कर्नाटक, रायलसीमा, तटीय आंध्र प्रदेश, पश्चिम मध्य और उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के कुछ और हिस्सों में दक्षिण-पश्चिम मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियाँ अनुकूल हैं
No comments:
Post a Comment