भोजावास बस क्यू शेल्टर बना अवैध पार्किंग का अड्डा, यात्री धूप में खड़े होने को मजबूर
-बस स्टैंड परिसर में शौचालय न होने की वजह से महिलाओं को हो रही भारी परेशानी
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कनीना की आवाज। पिछले कुछ दिनों से भोजावास बस क्यू शेल्टर अवैध पार्किंग का अड्डा बना हुआ है। जिसके कारण आसपास के गांवों से आने वाले लोगों बस के इंतजार में घंटो धूप में खड़े होकर या आसपास की दुकानों में घुसकर अपने आप को आसमान से बरस रही आग से बचाने पर मजबूर है। वही परिवहन विभाग द्वारा यात्रियों की प्रतीक्षालय की सुविधा के लिए बनाया गया बस क्यू शेल्टर में कुछ लोग अपनी बाइक स्कूटी खड़ी कर इसी पार्किंग का रूप दे दिया है। जिसके कारण स्कूल कालेज जाने वाली छात्र-छात्राओं समेत भोजावास से कनीना, अटेली, कुंड, रेवाड़ी, नारनौल, महेंद्रगढ़ जाने वाले ग्रामीण और महिलाएं परिवहन विभाग द्वारा यात्रियों की प्रतीक्षालय के लिए बनाए गए बस क्यू सेल्टर में अवैध पार्किंग होने की वजह से उसमें ना बैठकर धूप में खड़े होकर या बस स्टैंड पर लगने वाली रेहडिय़ों की छांव का सहारा लेकर बसों का इंतजार करते नजर आते हैं। वहीं दूसरी तरफ बस स्टैंड परिसर में शौचालय की भारी समस्या बनी हुई है। कुछ वर्ष पहले पूर्व की पंचायत ने लाखों रुपए खर्च कर पीने के पानी की तथा महिला व पुरुषों के लिए अलग-अलग शौचालय की व्यवस्था कराई गई थी। लेकिन पिछले वर्ष नवंबर माह में आई हल्की बारिश के कारण बस स्टैंड परिसर में बने शौचालय की दीवार ढह गई थी जिसे पंचायत ने आज तक ठीक नहीं कराया है। जिसके कारण आसपास से आने वाले लोगों और महिलाओं समेत बस स्टैंड पर रह रहे दुकानदारों को शौच आदि जाने के लिए भारी समस्या का सामना करना पड़ रहा है। वहीं कालेज जाने वाली कुछ छात्राओं इस विषय को लेकर बात की गई तो उन्होंने ने शरमाते हुए कहा कि एक तरफ जहां सरकार बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ का नारा देती है और महिलाओं की सुरक्षा और इज्जत की बात करती है लेकिन वह जब बस स्टैंड परिसर में महिलाओं को शौच जाने के लिए शौचालय का निर्माण भी नहीं कर सकती तो इससे बुरी बात क्या हो सकती है ग्राम पंचायत को इस और जल्द से जल्द ध्यान देना चाहिए।
क्या कहते हैं अनित यादव जीएम परिवहन विभाग नारनौल-
भोजावास बस स्टैंड पर अवैध पार्किंग के साथ-साथ शौचालय की वजह यात्रियों को जो भी परेशानी आ रही है उन्हें मैं एक बार चेक कर लेता हूं उसके बाद ही कुछ कह सकता हूं। चेक करने के बाद जो भी समस्याएं बस स्टैंड परिसर में बनी हुई है उन्हें दूर किया जाएगा।
फोटो कैप्शन 05: बस क्यू सेल्टर के अंदर खड़ी अवैध रूप से बाइक
महिला को मिलवाया उसके पुत्रों से
-पुलिस ने निभाई भूमिका
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कनीना की आवाज। 18 मई को उच्चत गांव के सरपंच एवं कनीना सदर पुलिस के माध्यम से एक अनजान महिला मोड़ी के अनाथ आश्रम में आई थी। जो अपने आपको सिमराई यूपी से बता रही थी। संस्था ने छान बीन कर इस महिला का पता लगाया और वहा की स्थानीय पुलिस व सिमरई के प्रधान की सहायता से आज उसके बेटों से मिलवा दिया। जब वो अपने माता जी से मिले तो बड़े भावुक हो गए एवं आंखों में आंसू आ गए।
धन्यवाद सदर थाना कनीना, समराई पुलिस, समरई प्रधान राजीव चौहान एवं आईसीटीएम ग्रुप के संचालक पवन राठौड़ का जिन्होंने इस महिला को उसके परिवार से मिलवाया है।
पवन राठौड़ ने इसी तरह से जो अपने परिवार से जाने अनजाने में घर से भटक गए थे या दिमागी हालत से कमजोर होने के कारण घर से निकल गए थे और कुछ वृद्ध परिवार से तंग या लड़ाई झगड़े करके आश्रम में आए, ऐसे 45 व्यक्तियों को उनके परिवार से मिलवाया है। पवन राठौड़ ने बताया कि जब परिवार के लोग वीडियो कॉल करके अपने बिछड़े हुए सदस्य को देखते है तो आपस में एक दूसरे रोने लग जाते है। यह देख हमारे भी कभी कभी तो आंसू आ जाते है। संस्था के संचालक ने बताया की अभी तक यूपी, बिहार, झारखंड, दिल्ली, हरियाणा, मध्य प्रदेश, राजस्थान और पंजाब के महिला एवं पुरुषों को मिलवा चुकी है। जिनमें हर आयु वर्ग के लोग शामिल है।
फोटो कैप्शन 06: महिला को उसके पुत्रों से मिलवाते हुए संस्था आइसीटीएम
मतगणना को लेकर उत्सुकता, रेडियों भी आएगा काम
--सीधा प्रसारण सुनने की फिराक में
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कनीना की आवाज। 04 जून की लोकसभा चुनावों की मतगणना का बेसब्री से इंतजार हैं। विभिन्न लोगों ने मतगणना के प्रसारण को आंखों से देखने एवं सुनने की तैयारियां कर रहे हैं। रेडियो एवं टीवी का प्रबंध किया जा रहा है।
कनीना के लोगों को मतगणना का बेसब्री से इंतजार है जिसके पीछे इस बार अलग-अलग पार्टियों से जुड़े लोगों को रुझान अपने-अपने दल के नेताओं के हार जीत की जानकारी हासिल करने का है। वैसे भी महेंद्रगढ़-रेवाड़ी लोकसभा एवं गुडग़ांव सीट से जीतने-हारने वाले प्रत्याशियों से यहां के लोग जुड़े हुए हैं। दोनों ही सीटों पर मुकाबले का संबंध कनीना से है। दोनों ही सीटों पर चुनाव लड़ रहे नेताओं का कनीना के लोगों से संबंध है।
एक ओर जहां कनीना एवं आस पास के गांव महेंद्रगढ़-अटेली लोस के तहत आते हैं जिसके चलते इस सीट से हार जीत का संबंध कनीनावासियों से है वहीं गुडग़ांव सीट से लोस के प्रत्याशी राव इंद्रजीत सिंह से बहुत से लोग जुड़े हुए हैं जिसके चलते इस सीट से हार जीत का भी उन्हें इंतजार है।
समाचार सुनने के लिए जहां रेडियो को भी सूबे सिंह, राजेंद्र सिंह जैसे किसान नहीं भूला पाए हैं और गांवों में आज भी इसी का वर्चस्व कायम है। ये लोग खेतों में रहते हैं वहां बिजली आपूर्ति न होने के कारण रेडियो काम आएगा। वहीं टीवी के युग में लोग टीवी पर प्रसारण देखने के लिए लालायित हैं। पुराने टीवी एवं रेडियो को कारगर बनाया जा रहा है।
उधर आधुनिक इंटरनेट का जमाना होने के कारण इंटरनेट से भी हार जीत का पता लगाने के लिए इसका उपयोग भी बहुत से लोग करने की तैयारी में जुटे हुए हैं। जब से वाट्सअप एवं फेसबुक आए तब से लोगों का रुझान बढ़ा है। दोनों पर ही विभिन्न नेताओं की जानकारी मिलती रहती है। अब तक हार जीत पर समर्थक अपने अपने प्रत्याशी की जीत के आंकड़े पेश कर रहे हैं।
उल्लेखनीय है कि महेंद्रगढ़ भिवानी लोकसभा क्षेत्र से 17 प्रत्याशी मैदान में थे। यह भी सत्य है कि चुनाव क्षेत्र में खड़े सभी प्रत्याशियों को कनीना क्षेत्र में कुछ ना कुछ वोट जरूर मिले हैं। महज किसी के ज्यादा तो किसी के कम थे लेकिन मतदाता अभी भी मौन है और स्पष्ट करने से मना कर रहे कि उन्होंने बहुत किसे वोट दिया है। यही कारण है कि इस बार हार जीत का अंदाजा लगा पाना कठिन हो रहा है।
सभी समर्थक अपने अपने नेता की जीत के दावे करने लगे हैं। क्षेत्र में मतदान पूर्ण होते ही सभी वर्ग बहस करते नजर आए। यह पहला अवसर है कनीना क्षेत्र में लोकसभा चुनावों में बेहतर मतदान हुआ है। इसका श्रेय मतदान के प्रति जागरूकता को जाता है। क्षेत्र में 65 से 70 प्रतिशत मतदान हुआ है। ग्रामीण क्षेत्रों में भी मतदान प्रतिशत बेहतर रहा है। हार जीत के बारे में अलग अलग कयास लगाए जा रहे हैं। बहुत से मतदाताओं की जुबान पर है मोदी का नाम सुनने को मिल रहा है।
अब इतना बदलाव आ गया है कि घर बैठे हर जानकारी उपलब्ध हो जाती है वही पुराने समय में मतगणना लंबे समय चलती थी जिसकी जगह मतपेटियां आ गई हैं जो कुछ समय में ही मतगणना का काम पूरा कर देती हैं।
फोटो कैप्शन 04: मतगणना सुनने के लिए किसान रेडियों को साफ सुथरा बनाते हुए।
पेयजल की किल्लत को लेकर बेहद परेशान है महिलाएं
-निजी नलों से पेयजल इकट्ठा करती जा सकती है गृहणियां
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कनीना की आवाज। कनीना में कम पेयजल सप्लाई और उस पर गर्मी के कारण महिला वर्ग बेहद परेशान है। गृहणियां सुबह से शाम तक पानी इकट्ठा करती देखी जा सकती हं। पेयजल की मांग वैसे तो गर्मियों में अधिक होती है जिसके चलते सुबह और शाम दोनों वक्त पेयजल सप्लाई करने की बार-बार मांग उठाई जा रही है किंतु कुछ क्षेत्र विशेष में तो पेयजल सप्लाई बहुत कम समय हो पाती है।
महिला शकुंतला, नीलम, आरती, ममता, सुनीता, आशा, भतेरी आदि ने बताया कि उनके यहां न तो कोई नल सप्लाई का निश्चित वक्त होता और आता भी है तो एक या दो घड़े पानी भर पाता है। क्योंकि पेयजल कम सप्लाई हो रहा है इसलिए सभी मोटर दनादन चलती है जिसके चलते अंतिम छोर जयनारायण की दुकान है, जहां पर जल पहुंचते पहुंचते यही नहीं पता चला कि कब पानी सप्लाई हुआ है।
मिली जानकारी अनुसार वेद प्रकाश बाबूजी, रेवाड़ी रोड़, आस्था आईटीआई कनीना, मनफूल की बैठक ,मदन की दुकान, सुधीर पूर्व मुख्य अध्यापक, हवेलीवाला तथा जय नारायणकी दुकान ,यह सारा क्षेत्र करीब 5 से 6 किलोमीटर लंबा पड़ता है। और केवल एक घंटा पेयजल सप्लाई की जाती है। महिलाओं ने बताया जयनारायण की दुकान के पास सबसे अधिक ऊंचाई है और सबसे अंत में यही पानी सप्लाई पहुंचती है और पानी की सप्लाई यही नहीं पता चलता कब हो गई। महिलाएं सुबह से दोपहर तक नलों की ओर टकटकी लगाए देखती रहती हैं। ऐसे में महिलाओं ने आंदोलन की चेतावनी देते हुए प्रशासन सामान की है कि या तो इस दूरी में 1 घंटे की बजाय कम से कम 2 घंटे पर जल सप्लाई की जाए। यदि ऐसा संभव नहीं है तो सुबह और शाम दोनों वक्त पर जल सप्लाई एक-एक घंटा की जाए ताकि इस क्षेत्र के महिला और गृहणियों को परेशानी नहीं उठानी पड़े। पेयजल के चलते महिलाएं खाना तब बना पाती है जब उनके पास पेयजल उपलब्ध हो पाता है। ऐसे में दूर दराज से जल लाने के लिए मजबूर हो गई हैं। वैसे भी कनीना क्षेत्र में किराए के घरों में हजारों लोग बसे हुए हैं जो पानी के लिए तरसते रहते हैं। वे अक्सर ऐसे घरों में रहते हैं जहां सुविधाएं कम होती है जिसके चलते वे इधर-उधर से पानी संचित करते देखे गए हैं।
क्या कहते हैं एसडीओ वाटर सप्लाई -
एसडीओ वाटर सप्लाई नरेंद्र सिंह ने बताया कि उनकी समस्या के बाबत कनिष्ठ अभियंता को सूचित किया जा रहा है और वो क्षेत्र में जाकर पता लगाएंगे की पेयजल सप्लाई में कहां समस्या है और उस समस्या को अविलंब दुरुस्त करेंगे ताकि महिलाओं को पेयजल की कोई समस्या नहीं आने पाए। उनका कहना है कि गर्मियों में पेयजल की मांग अधिक होती है, ऐसे में अगर समय बढ़ाना भी पड़ा तो वो भी बढ़ा दिया जाएगा।
फोटो कैप्शन 03: महिलाएं निजी नलों से जल इक_ा करते हुए
- साथ में एसडीओ नरेंद्र सिंह
पर्यावरण का जीवन में ध्येय पर चलेगी सात दिवसीय गोष्ठी
--राजकीय कन्या उच्च विद्यालय कनीना में किया जाएगा
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कनीना की आवाज। हरियाणा स्कूल शिक्षा परियोजना परिषद के तत्वावधान में आगामी 5 जून से 11 जून तक सात दिवसीय पर्यावरण का जीवन में ध्येय विषय , पर सात दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन राजकीय कन्या उच्च विद्यालय कनीना में किया जा रहा है ।
उक्त जानकारी देते हुए विद्यालय के मुख्याध्यापक नरेश कुमार कौशिक ने बताया कि पहले दिन विद्यालय में विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर पौधारोपण के बाद इस कैंप का शुभारंभ किया जाएगा तथा बेहतर जीवन चर्या अपनाने के गुर सिखाए जाएंगे दूसरे दिन बेहतर भोजन शैली अपनाने पर बल दिया जाएगा ।
तीसरे दिन हमारे परिवेश में पर्यावरण में बेकार कचरे का बेहतरीन उपयोग करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। चौथे दिन हम अपने आसपास के परिवेश से कचरे को घटाएं
पांचवें दिन ऊर्जा संरक्षण पर विशेष बल दिया जाएगा तथा छात्रों को ऊर्जा संरक्षण के बारे जागरूक में संवेदनशील बनाया जाएगा, छठे दिन जल संरक्षण पर विशेष कार्यशाला का आयोजन किया जाएगा क्योंकि आने वाले भविष्य में सबसे बड़ी चुनौती जल संरक्षण रहेगी तथा सातवें दिन एकल प्लास्टिक के प्रयोग को अलविदा कहने पर विशेष जोर दिया जाएगा ।
शिविर के दौरान छात्राओं से विभिन्न प्रकार की पेंटिंग, स्लोगन तथा नृत्य प्रतियोगिताओं का आयोजन भी करवाया जाएगा।
फोटो कैप्शन 01: पर्यावरण क्लब को दर्शाता मुख्याध्यापक नरेश कौशिक
सड़क निर्माण कार्य करवाया जाए अविलंब पूरा
--ग्रामीणों में रोष
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कनीना की आवाज। धनौन्दा से छितरोली, उच्चत वाया झाड़ली सड़क का नवीनीकरण कार्य को पूरा करने में ठेकेदार द्वारा बरती जा रही ढिलाई तथा सुस्ती के कारण ग्रामीण तथा वाहनों को आवागमन में भारी परेशानी उठानी पड़ रही है। राज्य सरकार तथा जिला प्रशासन से बार-बार मांग करने के बाद कभी ठेकेदार द्वारा काम चालू कर दिया जाता है और कभी बंद कर दिया जाता है। इस सम्बन्ध में ग्रामीणों ने प्रशासन से मांग की है कि कार्य को अविलंब पूरा किया जाए।
गे्रामीण महेश, दिनेश एवं सुरेश आदि ने बताया कि सड़क का मुआयना करने के बाद कहा कि ठेकेदार द्वारा रेत, मिट्टी, रोड़ी डालकर जो सड़क समतल का कार्य किया गया था उसमें रोडिय़ां निकलनी शुरू हो गई हैं। सड़क पर जगह-जगह रोडिय़ां निकलने से पद यात्रियों तथा वाहनों को परेशानी हो रही है। वाहन चालकों की गाडिय़ां खराब हो रही हैं। रोजाना सैकड़ों वाहनों और ग्रामीणों को अनावश्यक परेशान होना पड़ रहा है।
फोटो कैप्शन 02:ग्रामीण अधूरी सड़क दिखाते हुए।
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