Not sure how to add your code? Check our installation guidelines **KANINA KI AWAZ **कनीना की आवाज**

Thursday, June 13, 2024


 


विश्व रक्तदान दिवस 14 जून
रक्तदान महादान होता है-मदन मोहन
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कनीना की आवाज। रक्तदान महादान माना गया है तथा रक्तदान से हजारों की संख्या में मरीजों की जान बैच जाती है। रक्तदान करने वाले कम नहीं हैं, भारी संख्या में ग्रामीण क्षेत्रों में भी रक्तदान करने वाले युवा मिलते हैं। जब कोई रक्तदान शिविर लगता है तो बढ़-चढ़कर युवा वर्ग भाग लेता है। युवा वर्ग क्षेत्र में अग्रणी भूमिका निभा रहा है। इस संबंध में रक्तदान शिविर लगाने वाले तथा रक्तदान करने वाले युवाओं से चर्चा हुई।
** जिला रेडक्रास सोसाइटी से मिलकर हर वर्ष 2 से 3 कैंप लगाए हैं। अब तक 30 रक्तदान शिविर लगा चुके हैं तथा स्वयं भी 7 बार रक्तदान कर चुके हैं। लक्की सिगड़ा का कहना है कि मरीजों की जिंदगी बचाने में रक्तदान का अहम योगदान है। रक्तदान करने से कभी शरीर में कोई कमी नहीं आती। अपितु उनका उत्साह और भी बढ़ता है। लक्की  चाहते हैं कि तुम उसी प्रकार रक्तदान शिविर लगाकर रक्त इक_ा कर लोगों की जान बचाता रहूं। उनका कहना है कि रक्तदान से बड़ा कोई दान नहीं है। किसी को धन दौलत देने से जान नहीं बच सकती। अपितु रक्त देने से मरीजों की बच सकती है। उनका कहना है कि युवा पीढ़ी रक्तदान करने में संकोच नहीं करती।
--लक्की सिगड़ा
 दो बार रक्तदान करने वाले मुकेश का कहना है कि उनके शरीर में रक्तदान करने के बाद किसी प्रकार की कोई कमजोरी नहीं आई। बार बार रक्तदान करते हैं। मन खुश नजर आता है कि उनके रक्त से किसी मरीज की जान बचाई जा सकेगी। उनका कहना है कि रक्तदान महादान है। उनका कहना है कि रक्तदान हर इंसान को करना चाहिए। किसी प्रकार की कमजोरी शरीर में नहीं आती। रक्तदान जरूर करना चाहिए।
--मुकेश कुमार शर्मा
9 बार रक्तदान मदन मोहन का कहना है कि रक्तदान से बढ़कर जन की कोई सेवा नहीं होती। 50 वर्ष से कम उम्र के जन को जरूर रखता करना चाहिए, जिससे शरीर में बेहतर बदलाव नजर आता है तथा मन खुश मिलेगा। उनका कहना है कि 50 वर्ष की उम्र तक वे रक्तदान करते रहेंगे।
--मदनमोहन कौशिक
 कई बार रक्तदान कर चुके कैलाश पाली ने बताया कि रक्तदान सभी कार्यों में सर्वश्रेष्ठ और पुनीत कार्य है। इस कार्य को करने में कतई संकोच नहीं करना चाहिए। हर इंसान को आगे आकर रक्तदान करना चाहिए। रक्तदान जीवनदान है। लोगों की जान को बचाने का एक जरिया है तथा रक्तदान बार-बार करते रहना चाहिए। इसके करने से किसी प्रकार की कमजोरी नहीं आती और न ही किसी प्रकार का कोई कष्ट महसूस होता।
--  कैलाश पाली
तीन बार रक्तदान कर चुके सुरेश शर्मा का कहना है कि रक्तदान से बड़ा कोई बेहतर कार्य नहीं है। रक्तदान करने से मन में बेहतरीन आनंद मिलता है तथा मन में एक जिज्ञासा पैदा पैदा होती है कि रक्तदान करके उन्होंने किसी के जीवन को बचाया है। रक्तदान लगातार करते रहना चाहिए। यह शरीर के लिए भी जरूरी है तथा देश विदेश में दुर्घटनाओं  में घायल लोगों की जान को बचा देते हैं।
--सुरेश शर्मा
 फोटो कैप्शन: मदन मोहन, सुरेश शर्मा, कैलाश पाली, मुकेश शर्मा, लक्की सीगड़ा।





अमृत सरोवर
 दो संतों की याद दिलाता है शिरीषवाला जोहड़
-लंबे समय से सहेजे हुए है पानी
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कनीना की आवाज। कनीना का शिरीषवाला जोहड़ दो परम संतों की याद दिलाता है। करीब 800 सालों से यह जोहड़ सिरसवाला नाम से प्रसिद्ध है। बड़ी बणी नामक स्थान पर स्थित है जो रेलवे स्टेशन के करीब है। यहां वर्तमान में विभिन्न शिक्षण संस्थान भी बने हुए हैं किंतु प्राचीन समय में यहां केवल सिरस का पेड़ होता था जिसके कारण यह जोहड़ सिरस वाला नाम से जाना जाता रहा है।
बड़ी बणी में कनीना नगर पालिका की सबसे अधिक जगह होती थी जहां दूर-दराज तक जाल के पेड़ होते थे। धीरे-धीरे बड़ी बणी का विनाश हो गया किंतु यहां के जोहड़ का बाद में कायाकल्प कर दिया गया। कनीना बसासत के समय का यह जोहड़ चला आ रहा है। कनीन गोत्र के कान्ह   सिंह जब यहां आए थे तभी से यह  जोहड़ स्थित था। कालांतर में इस में बारिश का पानी भरा जाता था और विभिन्न जीव जंतु, जंगली जीव जल पीकर  प्रसन्न हो जाते थे। लंबे समय से यह जोहड़ यही स्थित है कालांतर में यहां रामेश्वर दास नामक संत का आगमन हुआ और उन्होंने तप स्थल यही बनाया। उधर कनीना की छोटी-बणी में संत शिरोमणि बाबा मोलडऩाथ जोहड़ पर तप करते थे किंतु एक दूसरे के पास उनका आवागमन होता रहता था। दोनों संत समय समय पर सिरस वाला जोहड़ पर बैठते थे तो कभी रामेश्वर दास भी मोलडऩाथ आश्रम पर जाकर ज्ञान की चर्चा करते थे। सिरस वाला जोहड़ दोनों संतों की याद दिलाता है जहां का भी दोनों संतों ने इसी जोहड़ के पानी में समाधि लगाई थी और होड़ लगी थी। बुुजर्ग बताते हैं कि रामेश्वर दास जोहड़ से जल्दी बाहर आ गए थे किंतु संत शिरोमणि मोलडऩाथ लंबे समय तक इसी जोहड़ में समाधि लिए बैठे रहे। सर्दी के दिन होने से उनको निमोनिया हो गया था और उन्होंने प्राण त्याग दिये थे।
सिरसवाला जोहड़ बहुत लंबे समय से जन्माष्टमी के मेले के लिए प्रसिद्ध है। गोगा और जन्माष्टमी पर्व पर जहां जल में जाटी और गोगा नामक पौधे बहाने की परंपरा चली आ रही है। समय बदला इसी जाहड़ पर जहां रामेश्वर दास के शिष्य राधे दास ने भी तप किया और वे भी देवलोक गमन कर गये। इस जोहड़ का लंबा इतिहास चला आ रहा है। जहां समय-समय पर मेलेे भी लगते हैं तथा भंडारे भी चलते हैं। जोहड़ का पानी कभी साफ होता था किंतु बाद में इसे मलिन कर दिया गया। यह कच्चा जोहड़ वर्ष 2018 में पूर्व एसडीएम संदीप सिंह ने पक्का बनवा दिया गया। किंतु नहर इसके पास से गुजरने वाली नहर से जोड़ देने के कारण सदा पानी भरा रहता है ऐसे में यह जोहड़ कनीना के इतिहास की याद दिलाता है वही संतों की रमणीक स्थली की भी याद दिलाता है। यह जोहड़ लंबे समय से पानी को सहेजे हुए हैं। वर्तमान समय में भी वर्षा का जल इसमें एक मोरी से आकर जमा होता रहता है। आज के दिन इस जोहड़ में जीव जंतु कोई लाभ नहीं ले सकते हैं चूंकि चारों ओर से पक्का बना हुआ है। इसमें वर्तमान में नहर का पानी आकर जमा होता है चूंकि एक नहर रामपुरी इसके पास से गुजरती है। यदि इसमें वर्षा जल संचित किया जाए तो अच्छे परिणाम निकलेंगे।
क्या है शिरीष-
 सिरस/शिरीष/सिरसा का बड़ा पेड़ होता है जिसके फूल बहुत कोमल होने से उन्हें सुकुमार कहा जाता है। यह अति औषधीय पौधा होता है। इस जोहड़ के तट पर भी कभी यह पेड़ मिलता था। इसी के कारण जोहड़ का नाम पड़ा है।
  उधर विधायक अटेली सीताराम ने बताया कि अमृत सरोवर के लिए कोई राशि मंजूर नहीं हुई है। ऐसे में इस जोहड़ को अमृत सरोवर बना पाना अभी कठिन लगता है।
फोटो कैप्शन 04: शिरीषवाला जोहड़ का वर्तमान स्वरूप। जागरण








नगर पालिका सचिव के मार्फत उच्चाधिकारियों को दुकानदारों ने भेजा ज्ञापन
-कांप्लेक्स परिसर में जन सुविधा नहीं बनवाना चाहते
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कनीना की आवाज। कनीना बस स्टैंड के पीछे परिसर में बन रहे टायलेट के विरोध में भारी संख्या में दुकानदार खड़े हो गए हैं। उनका कहना है कि वह इस परिसर की जगह में टायलेट नहीं बनवाना चाहते। अगर टायलेट बनाया जाए तो अन्यत्र बहुत सी जगह हैं। उनका कहना है कि इस परिसर से 100 मीटर दूरी पर बस स्टैंड के अंदर टायलेट बना हुआ है। यही नहीं पशु अस्पताल के अंदर भी टायलेट बनाया हुआ है। वाल्मीकि बस्ती रोड पर भी सामूहिक टायलेट बनाया हुआ है। ऐसे में यहां टायलेट की जरूरत नहीं है। उनका कहना है कि जहां टायलेट बन रहा है वहां सीवर लाइन और पानी की लाइन की व्यवस्था नहीं है जिसके चलते मेंटेन रखना कठिन है। जो भी आसपास टायलेट बने हुए हैं वह वहां कोई सुविधा नहीं है जिनके पास से गुजरना भी कठिन हो रहा है। ऐसे में इस परिसर में अगर टायलेट बन गया तो ग्राहक भी आने से कतराएंगे। दूर तक बदबू फैलती रहेगी। उन्होंने ऐसे में बन रहे टायलेट को अविलंब बंद करने और अन्यत्र बनाने की मांग करते हुए ज्ञापन सचिव नगर पालिका समयपाल सिंह को दिया। समय पाल सिंह ने उचित कार्रवाई करते हुए उच्चाधिकारियों भेजने का की बात कही। इस मौके पर राजकुमार चेयरमैन, मनीष पार्षद, डाक्टर अजीत शर्मा, सवाई सिंह, राकेश कुमार, महादेव सिंह, मनीष गुप्ता एवं अन्य दुकानदार ज्ञापन देने पहुंचे।
 फोटो कैप्शन 02:  समयपाल सिंह सचिव को ज्ञापन देते हुए।






  फैमिली मैपिंग का कार्य शुरू
-जुटे हुए इस काम में 9 बीएलओ
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कनीना की आवाज। कनीना नगर पालिका कार्यालय में विकास कुमार क्षेत्रीय प्रबंधक फैमिली आईडी की देखरेख में कनीना के विभिन्न 11 वार्डों के नौ बीएलओ/बूथ लेवल अधिकारी फैमिली मैपिंग के कार्य में जुटे हुए हैं। इस कार्य में दूसरे राज्य से आए हुए और जिनके वोट नहीं बने हैं उनको फैमिली आईडी से हटाया जा रहा है क्योंकि हरियाणा वासी ही फैमिली आईडी का लाभ ले सकते हैं किंतु बहुत अधिक दूसरे राज्यों के लोग भी फैमिली आईडी का लाभ ले रहे हैं जिनके वोट तक भी नहीं बने हैं। ऐसे में सभी बीएलओ अपने-अपने वार्ड की सूची से ऐसे लोगों की छटनी करके और इस कार्य को अंजाम दे रहे है। उन्होंने बताया कि इस प्रकार बहुत से  लोग फैमिली आईडी से बाहर हो जाएंगे जो दूसरे राज्यों के यहां बैठे हुए हैं और जिनके वोटर कार्ड भी नहीं बने हैं, जो अनावश्यक रूप से फैमिली आईडी का लाभ ले रहे हैं। अब उनको फैमिली आईडी से वंचित कर दिया जाएगा।
 फोटो कैप्शन तीन: फैमिली आईडी मैपिंग करते हुए बीएलओ।








मोटरसाइकिल हुई चोरी, मामला दर्ज
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कनीना की आवाज। कनीना परमलाल की मोटरसाइकिल 11 जून को रात्रि अज्ञात चोरों ने चोरी कर ली। उन्होंने कनीना पुलिस में बताया कि वह वार्ड चार में किराये के घर में रहता है। 11 जून की रात को अपनी मोटरसाइकिल घर के बाहर खड़ी की थी, अज्ञात चोर मोटरसाइकिल चोरी कर ले गए। उनके बयान पर अज्ञात चोरों के विरुद्ध चोरी का मामला दर्ज कर लिया है।






जीना मरना प्रभु के हाथ-संजय जोशी
--पूर्व डीएसपी मातादीन के निधन पर शोक
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कनीना की आवाज। जीना मरना प्रभु के हाथ है। जो जितने सांस लिखवाकर लाता है उतने ही जग में पाकर जाना पड़ता है। ये विचार कनीना निवासी जसवंत यादव बबलू पूर्व प्रदेश मंत्री भारतीय जनता पार्टी हरियाणा के पिता मातादीन यादव ,सेवानिवृत्त एसपी के शोक संतप्त परिवार को सांत्वना देने आये संजय जोशी पूर्व राष्ट्रीय संगठन मंत्री भाजपा ने व्यक्त किये। इस मौके पर उनके साथ चौधरी शेर सिंह निदेशक गैस एथोरिटी आफ इंडिया भी थे।
  उन्होंने कहा कि स्वर्गीय मातादीन शिक्षा समिति कनीना के सचिव, डीएवी मैनेजिंग कमेटी के सदस्य भी रहे थे वहीं पंजाब में उग्रवाद के समय वे डिप्टी कमांडेट सीआरपीएफ रहे। अपनी सर्विस के दौरान वो बहादुरी से काम करते हुए  पंजाब पुलिस प्रमुख केपीएस गिल व सीबीआई चीफ जोगेंद्र सिंह के काफ़ी नज़दीक रहे तथा वे भी उनसे प्रभावित रहे।
 इस मौके पर उन्होंने कहा कि स्वर्गीय मातादीन बहुत मिलनसार व उच्च विचारों के व्यक्ति थे। उन्होंने अपने बच्चों को अच्छे संस्कार व उच्च शिक्षा के लिए प्रेरित किया, जिसके परिणाम स्वरूप पौत्र आज विदेशों तक नाम कमा रहे हैं।  
श्री जोशी से प्रभु से प्रार्थना की कि उस आत्मा को अपने चरणों में जगह दे तथा पीडि़त परिवार को शोक सहने की क्षमता दे। भाजपा के राष्ट\ीय नेता श्री संजय जोशी ने कहा रिटायर्ड एसपी श्री मातादिन यादव आज हमें छोड़कर इस दुनिया से चले गए जिनकी कमी को कभी पूरा नहीं किया जा सकता और वह हमें हमेशा याद रहेंगे। उन्होंने यह भी बताया रिटायर्ड एसपी श्री मातादिन केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल में तैनात थे लेकिन उनके उत्कृष्ट कार्य को देखते हुए उनको पंजाब पुलिस में लगा दिया था, जहां उन्होंने उग्रवादियों का सफाया कर देश में अमन चैन स्थापित करने में अहम भूमिका निभाई। उन्होंने कहा इस प्रकार के देश भक्तों को  हमें हमेशा याद रखना चाहिए और उनके बताए हुए मार्ग पर आगे बढऩा चाहिए। उन्होंने यह भी कहा मुझे कल इसकी सूचना मिली थी इसके बाद  मुझसे रहा नहीं गया और आज मैं यहां कनीना उनके निवास स्थान पर पहुंचा हूं। उन्होंने दिवंगत आत्मा के पुत्र जो भाजपा के पूर्व प्रदेश मंत्री हैं उनको सांत्वना दी और कहा कि मां बाप सदा किसी के बैठे नहीं रहते इसलिए आप भी उनके बताए मार्ग पर आगे बढ़कर अपने क्षेत्र वह देश को नई दिशा देने का कार्य करें।
  इस मौके पर भारी संख्या में लोग उस आत्मा को याद करने तथा पुष्प अर्पित करने जसवंत सिंह बबलू के घर पहुंचे जिनमें पूर्व डिप्टी स्पीकर संतोष यादव, पूर्व अध्यक्ष राकेश शर्मा, पूर्व बीडीपीओ धर्मवीर सिंह,  सवाई सिंह, अनिल कुमार, पवन खैरवाल, कर्मवीर खिच्ची, राजपाल सिंह, मुकेश, मंजीत, हरीश कुमार,पूर्व जिला अध्यक्ष राकेश शर्मा, मंडल प्रभारी मुन्नीलाल शर्मा, पूर्व जिला महामंत्री लक्ष्मीचंद चौहान, मार्केट कमेटी कनीना के पूर्व अध्यक्ष राजकुमार यादव ,जिला महामंत्री भाजपा नेता अनिल यादव, भाजपा नेता सवाई सिंह,राजेंद्र नंबरदार अन्य भाजपा नेता उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 01: संजय जोशी शोक जताते हुए।





















तीन दिवसीय योग शिविर संपन्न
- विभिन्न शिक्षकों एवं अधिकारियों ने लिया भाग
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कनीना की आवाज। राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कनीना में तीन दिवसीय योग शिविर संपन्न हुआ। आयुष विभाग से डाक्टर नेहा यादव, योग सहायक धर्मपाल, कैलाश चंद, किरण  विभिन्न अधिकारी मौजूद रहे। इस मौके पर विभिन्न योग क्रियाएं करवाई गई तथा बताया गया कि योग रोगों का बेहतर इलाज है। योग करने से रोग भाग जाते हैं, योग इंसान को कई बीमारियों से बचा सकता है। ऐसे में उन्होंने प्रतिदिन योग पर ध्यान देने की बात कही। दसवीं अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2024 को लेकर के तीन दिवसीय योग श्ििावर संपन्न हो गया है। इसमें उपमंडलसे विभिन्न अधिकारी कर्मचारी और सरपंच ,पंच तथा अन्य सदस्य मौजूद रहे।
 फोटो कैप्शन 11: योग करते हुए योग साधक

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