Not sure how to add your code? Check our installation guidelines **KANINA KI AWAZ **कनीना की आवाज**

Saturday, June 22, 2024


 


पतंजलि योगपीठ द्वारा संचालित चिकित्सा  की सुविधा जल्द ही मिलेगी कर्मियों को
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कनीना की आवाज। हरियाणा सरकार के कर्मचारियों के लिए जल्दी पतंजलि योगपीठ द्वारा संचालित चिकित्सा  की सुविधा उनके उपचार के लिए उपलब्ध होगी इसके लिए पतंजलि योग पीठ में प्रदेश सरकार के बीच लिए गए निर्णय की  शीघ्र ही घोषणा की जाएगी उक्त आशय की जानकारी  अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर योग गुरु स्वामी रामदेव ने दी।





हरियाणा में मानसून 28 जून को पहुंचने की संभावना
--ताप में आई गिरावट
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कनीना की आवाज। हरियाणा एनसीआर दिल्ली में पश्चिमी विक्षोभ के असर से भीषण आग उगलने वाली गर्मी और गंभीर हीट वेव लूं का अन्तिम दौर का  तकरीबन सफाया हों गया है। साथ ही साथ सम्पूर्ण इलाके पर  तापमान पर भी लगाम लगा दीं हैं। मौसम विशेषज्ञ डॉ चंद्र मोहन ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से पिछले दिनों हुई प्री मानसून गतिविधियों ने सम्पूर्ण इलाके से भीषण गर्मी और गंभीर हीट वेव लूं का खात्मा कर दिया है और साथ ही साथ तापमान पर लगाम लगा दीं हैं। कल  मौसम प्रणाली पश्चिमी विक्षोभ हरियाणा एनसीआर दिल्ली से आगे निकल गयी है । हवाओं की दिशा में भी फिर बदलाव देखने को मिल रहा है अब बंगाल की खाड़ी से और धीरे-धीरे नमीं वाली पुरवाई चलने से सम्पूर्ण इलाके पर तापमान को नियंत्रित किया हुआ है जिसकी वजह से सम्पूर्ण इलाके में तापमान 42 डिग्री सेल्सियस से नीचे बने हुए। हरियाणा एनसीआर दिल्ली में कहीं भी हीट वेव लूं की स्थिति नहीं है। यानी हरियाणा एनसीआर दिल्ली से आग उगलने वाली भीषण गर्मी और और गंभीर हीट वेव लूं का अन्तिम दौर तकरीबन सफाया हो गया है हालांकि 24 जून को एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से हवाओं की दिशा में बदलाव से  हरियाणा एनसीआर दिल्ली के दक्षिणी हिस्सों में तथा दक्षिणी पूर्वी हिस्सों में 24-27 जून के दौरान आंशिक बादल वाही के साथ प्री मानसून गतिविधियां जिसमें तेज़ गति से हवाएं चलने और सीमित स्थानों पर हल्की बूंदा-बांदी/बारिश की गतिविधियों की संभावना बन रही है जबकि शेष हरियाणा के जिलों में  तापमान में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। यानी आने वाले दिनों में सम्पूर्ण इलाके में लगातार मौसम परिवर्तन शील बना रहेगा । इसके अलावा लगातार मानसून रेलगाड़ी स्पीड से आगे बढ़ रही है जों अपने निर्धारित समय पर हरियाणा एनसीआर दिल्ली में 28 जून को पहुंचने की प्रबल संभावना बन रही है। आज हरियाणा एनसीआर दिल्ली में अधिकतर स्थानों पर रात्रि तापमान 24.0 डिग्री सेल्सियस से 30.0 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया है साथ ही साथ सम्पूर्ण हरियाणा एनसीआर दिल्ली में भिवानी 42.2 डिग्री सेल्सियस को छोड़कर अधिकतर स्थानों पर दिन के तापमान 32.0 डिग्री सेल्सियस से 41.0 डिग्री सेल्सियस के बीच दर्ज किया गया है। हरियाणा एनसीआर दिल्ली में एक दो स्थानों( मेवात और नारनौल 30.5 डिग्री सेल्सियस)को छोड़कर अधिकतर स्थानों पर दिन और रात के तापमान सामान्य तापमान के आसपास बने हुए हैं। जबकि जिला महेंद्रगढ़ में नारनौल और महेंद्रगढ़ के रात्रि और दिन के तापमान क्रमश:  30.5,  व 40.0 डिग्री सेल्सियस और 27.9,  व 40.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। जिला महेंद्रगढ़ में दिन के तापमान सामान्य से नीचे जबकि रात के तापमान सामान्य से अधिक बने हुए हैं।









परमात्मा में सच्चा विश्वास करने से प्रभु दर्शन निश्चित होते हैं-स्वामी शिवानंद महाराज
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कनीना की आवाज। परमात्मा में सच्चा विश्वास करने से प्रभु के दर्शन हो जाते हैं। ये विचार संत शिवानंद महाराज ने कृष्णानंद आश्रम पर जेठ पूर्णिमा के अवसर पर आयोजित एक यज्ञ के उपरांत व्यक्त किये।
 उन्होंने कहा आज के दिन जो यज्ञ दान और पूजा की जाती है इसका विशेष महत्व होता है। इसलिए हमें इस प्रकार के पर्व को बड़ी धूमधाम से बनाना चाहिए।  मानव जीवन बड़ा ही अनमोल है। इसको हमें हमेशा शुभ कर्मों में लगाना चाहिए क्योंकि समय का कोई भरोसा नहीं है  कब  इस दुनिया से जाना पड़ जाए। अच्छे कर्म हमारे साथ और बुरे कर्म भी हमारे साथ जाते हैं।
उन्होंने कहा कि अच्छे कर्मों का फल अच्छा और बुरे का बुरा ही मिलता है। इसलिए हमें समय-समय पर शुभ कर्म करते रहना चाहिए ताकि इस संसार से जाते वक्त हमें पीड़ा ना हो वही यज्ञ के उपरांत भंडारे का भी आयोजन किया गया। इस मौके पर भारी संख्या में जन मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 05: संत यज्ञ करते हुए।






राष्ट्रीय दलिया दिवस-23 जून
पुराने वक्त से बेहतरीन खाद्य पदार्थ है दलिया
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कनीना की आवाज। ग्रामीण क्षेत्रों में पुराने वक्त से एक कहावत प्रसिद्ध है जिसमें महिला अपनी बेटी से कह रही है कि दूध और दलिया खा मेरी लाडो तरसागी इन मेवा नै अर्थात दलिया को मेवा की दर्जा दिया था। प्राचीन समय से दलिया के प्रति लगाव रहा है। विशेषकर पेट से संबंधित बीमारियों को दूर करने में भी अहम रोल है। नाश्ते में लोग आज भी दलिया लेते हैं। आटे के मुकाबले दलिया ज्यादा पौष्टिक एवं कारगर पाया जाता है। गलियां सेहत दुरुस्त रखता है क्योंकि इसमें फाइबर पाए जाते है। पाचन दुरुस्त रहता है। रोजाना अगर दलिया खाए तो उसके लाभ सामने आते हैं।  दलिया के विषय में होम साइंस की प्राध्यापिका नीलम देवी से चर्चा की तो उन्होंने बताया कि-
कि दलिया फाइबर से भरपूर होता है जिसके कारण कब्ज, पेट की गैस, जी मचलाना, पेट दर्द पेट फूलने की दिक्कत दूर हो जाती है। दलिया में प्रोटीन एवं विटामिन अच्छी मात्रा में पाए जाते हैं जो मसल को स्वस्थ रखने में सहायक होते हैं। वजन कम करना हो तो भी दलिया काम में लाया जा सकता है, सुबह नाश्ते में प्रयोग किया जाना चाहिए। शुगर के बीमारी से परेशान लोग दलिये का सेवन धातु की सलाह से कर सकते हैं। दलिया खाने पर सेहत सही रहती है तथा दूध के संग दलिया खाने की प्रथा ग्रामीण क्षेत्रों में  आज भी प्रचलित है।
 बुजुर्ग महिला संतरा देवी बताती है कि दूध और दलिया पुराने वक्त से खाते आ रहे हैं। यह जब बेहतरीन दर्जे की चक्कियां नहीं होती थी उस वक्त हाथ की चक्की काम में लेते थे। उन दिनों में दलिया बनाकर के दो रूपों में प्रयोग करते थे। नमकीन दलिया तथा मीठा दलिया। जहां दूध और छाछ से मिलकर भी लोग दलिया प्रयोग रहे हैं। दलिया अपने आप में बहुत स्वादिष्ट होता है।
 फोटो कैप्शन: प्राध्यापिका नीलम देवी होम साइंस



कालेज की 1200 सीटों पर अब तक 1284 आवेदन
अंतिम तिथि 25 जून
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कनीना की आवाज। कनीना के राजकीय कालेज में जहां आनलाइन स्नातक स्तर तक प्रवेश प्रक्रिया चल रही है। आवेदन करने की अंतिम तिथि 25 जून है। अभी तक 1200 सीटों पर 1284 आवेदन मिले हैं। सबसे अधिक जोर बीए तथा बीएससी जीव विज्ञान की ओर है। दोनों में ही सीटों से अधिक आवेदन आ चुके हैं।
 कनीना के राजकीय कालेज के प्रवेश नोडल अधिकारी डा. विनोद यादव तथा प्राचार्य डाक्टर सुरेंद्र सिंह यादव ने बताया कि बीए की 640 सीटों पर 811 आवेदन आ चुके हैं जबकि बीकाम की 160 सीटों पर 86 आवेदन प्राप्त हुए, बीएससी मेडिकल की 80 सीटों पर 106 आवेदन प्राप्त हुए जबकि बीएसई फिजिकल साइंसेज के 320 सीटों पर 281 आवेदन प्राप्त हुए हैं।
 उल्लेखनीय कनीना क्षेत्र में दो कालेज हैं जहां लड़कों का कनीना में तथा लड़कियों का कालेज उन्हाणी में स्थित है। दोनों में ही आवेदन प्रक्रिया अभी जारी है।
  उधर उन्हाणी महिला कालेज के प्राचार्य डा विक्रम सिंह ने बताया कि उनकें यहां बीए की 240 सीटें हैं जिन पर 202 आवेदन मिले हैं जबकि बीकाम की 40 सीटों पर 26 आवेदन मिले हैं।बीएससी की 80 सीटों पर 85 आवेदन मिले हैं।
फोटो केप्शन 04: कनीना कालेज का नजारा।



भागवत कथा के पांचवें दिन कृष्ण लीला, गोवर्धन पूजा का हुआ वर्णन
-सात दिवसीय कथा है जारी
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कनीना की आवाज। कनीना स्थित बाबा मोलडऩाथ आश्रम में एक सप्ताह तक चलने वाले श्रीमद्भागवत कथा के पांचवें दिन कृष्ण लीला, गोवर्धन पूजा का वर्णन हुआ। कथा वाचक आचार्य प्रवेश शर्मा ने भागवत कथा के पांचवें दिन कहा कि भगवान कृष्ण के पैदा होने के बाद कंस उसको मौत के घाट उतारने के लिए अपनी राज्य की सर्वाधिक बलवान राक्षसी पूतना को भेजता है। पूतना वेश बदलकर भगवान श्रीकृष्ण को अपने स्तन से जहरीला दूध पिलाने का प्रयास करती है। लेकिन भगवान श्रीकृष्ण उसको मौत के घाट उतार देते हैं। उसके बाद कार्तिक माह में बृजवासी भगवान इंद्र को प्रसन्न करने के लिए पूजन का कार्यक्रम करने की तैयारी करते हैं। भगवान कृष्ण द्वारा उनको भगवान इंद्र की पूजन करने से मना करते हुए गोवर्धन महाराज की पूजन करने की बात कहते हैं। इंद्र भगवान उन बातों को सुनकर क्रोधित हो जाते हैं। वह अपने क्रोध से भारी वर्षा करते हैं। जिसको देखकर समस्त ब्रजवासी परेशान हो जाते हैं। भारी वर्षा को देख भगवान श्री कृष्ण गोवर्धन पर्वत को अपनी कनिष्ठा अंगुली पर उठाकर पूरे नगरवासियों को पर्वत को नीचे बुला लेते हैं। जिससे हार कर इंद्र एक सप्ताह के बाद वर्षा को बंद कर देते हैं।
जिसके बाद ब्रज में भगवान श्री कृष्ण और गोवर्धन महाराज के जयकारे लगाने लगते हैं। मौके पर भगवान को छप्पन भोग लगाया गया। इस अवसर पर भजन गायक जितेंद्र  शास्त्री ने भजन गाकर श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया। इस अवसर पर ठेकेदार अशोक, दीपक चौधरी, राजेंद्र, अनिल, दीपक, दिनेश यादव, राजेंद्र सिंह, अनिल कुमार, इंद्रजीत, शिव कुमार,  लाल सिंह, पवन कुमार, सोनू यादव, जानी, मुकेश शर्मा, अशोक,  सतीश कुमार,  सुनील नम्बरदार, नवीन शर्मा, निखिलेश, पंडित ईश्वर कौशिक, जितेंद्र यादव, जितेंद्र शास्त्री, राहुल यादव, नूतन यादव , पवन सहित अनेकों श्रद्धालु मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 03:  भागवत कथा में कथा का रस पान करवाते हुए कथा वाचक।
    


हवलदार नवीन कुमार को दी अंतिम विदाई -एसडीएम पहुंचे पुष्प अर्पित करने
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कनीना की आवाज। कनीना उप-मंडल के गांव सेहलंग में सीआरपीएफ के हवलदार 42 वर्षीय नवीन कुमार की दिल्ली के एक अस्पताल में मौत होने के बाद गांव सेहलंग में उनका अंतिम संस्कार किया गया। सीआरपीएफ जवान और ग्रामीणों ने अंतिम विदाई दी। वे पांचवीं बटालियन ने अंतिम विदाई दी। एसडीएम सुरेंद्र सिंह ने पुष्प चक्कर अर्पित किए। 2003 में सिपाही पद पर भर्ती हुए, हवलदार नवीन के परिवार में पिता, पत्नी एवं दो बच्चे हैं।  उनके अंतिम संस्कार में सरपंच विनीत कुमार, गोविंद सिंह थाना प्रभारी, मनोज पटवारी तथा भारी संख्या में जन्म मौजूद है।
फोटो कैप्शन: हवलदार नवीन कुमार।




बाजरा उगाने के लिए किसान लालायित
-विगत वर्ष की तुलना में वर्षा में है देरी
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कनीना की आवाज। विगत वर्ष जहां इस समय किसानों ने अपने खेतों में बाजार उगा दिया था तथा 44 एमएम वर्षा हो चुकी थी। बाजरे की बेहतर पैदावार दी थी किंतु इस वर्ष  अभी तक महज 5 एमएम वर्षा हुई है जिसके चलते किसान अब बेसब्री से वर्षा आने का इंतजार कर रहे हैं।
 खरीफ फसल बतौर किसान कपास,बाजार ग्वार आदि उगते हैं। सबसे अधिक मात्रा में बाजरा उगाया जाता है। किसान बेसब्री से प्री- मानसून का इंतजार कर रहे हैं। प्री मानसून भी इस बार कम हुई है। जहां जून के अंतिम दिन तक मौसम विभाग कोई प्री-मानसून वर्षा की बात नहीं कर रहे हैं। इससे लगता है कि इस बार जुलाई महीने में ही किसान बाजरे की फसल उगा पाएंगे।
सरकार ने बढ़ाया समर्थन मूल्य-
 सरकार ने इस वर्ष बाजरे का समर्थन मूल्य 2625रुपये किलोमीटर रख दिया जबकि विगत वर्ष बाजरे का समर्थन मूल्य 2500 रुपये प्रति क्विंटल था। वही इस क्षेत्र में होने वाली कपास के लिए भी समर्थन मूल्य  7125 रुपये प्रति क्विंटल रखा गया है। ऐसे में बाजरा भी गेहूं से कम सस्ता नहीं है। जहां गेहूं भी इसी मूल्य पर मिल जाता है वहीं बाजरा भी इसी मूल्य पर मिलेगा। सरकार मोटे अनाज को बढ़ावा दे रही है। बाजरा मोटे अनाज के रूप में उगाया जाता है। कनीना मंडी के व्यापार मंडल प्रकोष्ठ उप प्रधान रविंद्र बंसल उने बताया कि इस वर्ष किसानों के लिए समर्थन मूल्य 2625 रुपये प्रति क्विंटल घोषित किया है। कनीना मंडी में बाजरे की भारी आवक होती है। वही बाजरे से आने को उत्पादन भी कनीना उपमंडल के गांव करीरा तथा समीपी गांव बवानिया में तैयार किये जा रहे हैं। यही कारण है कि बाजरे की मांग अब बढऩे लगी है। धीरे-धीरे किसानों का रुझान फिर से बाजरा उगाने की और बढ़ा है।
किसान सूबे सिंह, राजेंद्र सिंह, कृष्ण कुमार, रवि कुमार ,दिनेश कुमार आदि ने बताया कि वे बेसब्री से बाजरा बोने का इंतजार कर रहे हैं। विगत वर्ष इस वक्त तक 44 एमएम वर्षा हो चुकी थी तथा बाजरा खेत में उगा दिया गया था। किंतु इस बार वर्षा आने में कुछ देरी हो रही है। महज  प्री मानसून के रूप में जहां जून महीने में विगत वर्ष तीन बार वर्षा हो गई थी वहीं इस वर्ष तो प्री मानसून बतौर एक बार 5 एमएम वर्षा हुई है। किसान इसलिए भी चिंतित है।
उधर बीज विक्रेता महेश कुमार, कुलदीप बोहरा विजेंद्र सिंह आदि ने बताया कि वो वर्षा होने का इंतजार कर रहे हैं ताकि वर्षा होते ही उनके बीजों की बिक्री बढ़ जाएगी और रोटी रोटी अच्छी प्रकार कमा पाएंगे।



विधानसभा चुनाव अक्टूबर में संभावित
- नेताओं ने छेड़ दी है जंग
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कनीना की आवाज। अटेली विधानसभा क्षेत्र में नेताओं ने अभी से विधानसभा चुनाव लडऩे की जंग छेड़ दी है। विधानसभा चुनाव अक्टूबर में संभावित है। यही कारण है कि इस बार लोकसभा चुनाव संपन्न होते ही नेताओं ने विधानसभा की ओर मुख मोड़ लिया है। एक और जहां विभिन्न नेता विभिन्न कार्यक्रमों में जाकर अपनी उपस्थिति दर्ज करवा रहे हैं वहीं सोशल मीडिया पर जमकर प्रचार कर रहे हैं।
अटेली विधानसभा सीट से दो चुनाव लडऩे वाले ने अभी से ही चुनाव प्रचार शुरू कर दिया है तथा सोशल मीडिया पर उन्हें विधानसभा के वोट देने की अपील शुरू कर दी है। वहीं कुछ नेताओं ने अपने बैनर भी लगाकर विद्युत निगम के खंभों का हुलिया ही बिगाड़कर रख दिया है। अब वह समझते हैं कि सोशल मीडिया और खंभों पर अपने बैनर बोर्ड लगाने से वोट बढ़ जाते हैं।
 उल्लेखनीय की लोकसभा चुनाव में भाजपा और कांग्रेस में लगभग बराबर की टक्कर रहने के चलते जहां कांग्रेस के नेता अधिक सक्रिय होते नजर आ रहे हैं वहीं भाजपा के चुनाव लडऩे वाले लोग भी आगे आ रहे हैं। विभिन्न दलों के नेता भी धीरे-धीरे अपनी भागीदारी दर्शाने लगे हैं। चुनाव अक्टूबर में संभावित जिसको लेकर के अब चाय की दुकान और अन्य  दुकानों पर चुनावी चर्चा होने लगी है।  एक और जहां लोगों का यह भी मत है कि अभी चुनाव नहीं कराए जाएंगे क्योंकि सत्तारूढ़ पार्टी का जन आधार अच्छा नहीं लगता इसलिए चुनाव में कुछ देरी हो सकती है परंतु विगत योजना में अक्टूबर में चुनाव हुये थे।
वर्ष 2019 में हरियाणा विधानसभा के चुनाव इस 21 अक्टूबर को संपन्न हुए थे। ऐसे में इस वर्ष भी यह माना जा रहा है कि अक्टूबर महीने में चुनाव संभावित है होंगे जिसके चलते अब विभिन्न विभागों में हलचल भी बढ़ी हुई है ताकि किसी प्रकार का ट्रांसफर आदि संभव हो तो करवाया जा सके क्योंकि उन्हें यह डर लग रहा है कि भविष्य में विधानसभा चुनाव के लिए फिर से आचार संहिता लग जाएगी और ट्रांसफर आदि नहीं हो पाएंगे। विशेष कर शिक्षा विभाग सबसे बड़ा विभाग होने के कारण कर्मचारी टकटकी लगाए विधानसभा चुनाव से पहले अपने ट्रांसफर चाहते हैं किंतु अब यह नहीं लगता कि कोई ट्रांसफर हो पाएंगे। वहीं दूसरी और कनीना एवं प्रदेश की 21 अन्य नगर पालिकाओं के चुनावी संपन्न कराए जाने है। करीब एक साल बीत गया है किंतु कनीना नगर पालिका के चुनाव नहीं हो पाये हैं। अब तक कनीना में 13 वार्ड नगरपालिका के होते थे परंतु इस बार 14 वार्डों का चुनाव होगा। इन चुनाव में और भी कुछ देरी होने की संभावना है क्योंकि विधानसभा चुनाव आ जाते हैं तो कनीना नगर पालिका के चुनाव वर्ष 2025 में ही संभावित हो पाएंगे। यही नहीं विभिन्न कर्मचारियों के तबादले आदि भी वर्ष 2025 में सुनिश्चित माने जा रहे हैं। बहरहाल अटेली विधानसभा क्षेत्र में नेताओं की हलचल बढ़ती ही जा रही है तथा विभिन्न सोशल मीडिया के मार्फत अपनी अपनी भागीदारी दर्शाने का प्रयास कर रहे हैं।



धनौंदा में हुई दो खेल नर्सरियां स्थापित
--खिलाडिय़ों ने सरकार के प्रति जताई प्रसन्नता
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कनीना की आवाज। कनीना उप-मंडल के गांव धनौन्दा में हरियाणा खेल विभाग द्वारा फुटबाल की दो खेल नर्सरी स्वीकृत किए जाने पर खिलाडिय़ों में खुशी की लहर है। इस सम्बन्ध में शहीद महेशपाल फुटबाल स्टेडियम में खेल जागृति सभा आयोजित कर खुशियां मनाई गई। मंच संचालन कोच विक्रम सिंह ने किया।
 खिलाडिय़ों ने फुटबाल खेल नर्सरी स्वीकृत करने के लिए हरियाणा सरकार का धन्यवाद करते हुए कहा इससे खिलाडिय़ों को आगे बढऩे का अवसर मिलेगा। उन्होंने कहा खिलाड़ी देश की शान होते हैं और खिलाडिय़ों को प्रोत्साहन और सुविधाएं देना राज्य सरकार का कर्तव्य होता है। उन्होंने खिलाडिय़ों से इन खेल नर्सरियों का फायदा उठानेे की अपील की। कोच विक्रम सिंह ने खिलाडिय़ों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि हरियाणा खेल विभाग ने 8 से 19 साल के धनौन्दा गांव के युवाओं के लिए दो खेल फुटबाल नर्सरी स्वीकृत की हैं। प्रथम नर्सरी में 08 से 14 साल के बच्चों तथा दूसरी नर्सरी में 15 से 19 साल के युवाओं को प्रशिक्षण दिया जाएगा। उन्होंने खिलाडिय़ों से उन खेल नर्सरियों में मन लगाकर भाग लेने की अपील की। इस अवसर पर भानु, देव, हर्ष, हरिश, हितेश, राहुल, निखिल, समीर, दिपांशु, दिपेन्द्र, लवकुश, अंकित, रोहन, लक्ष्य, निखिल, कार्तिक, सिराज, दीपक आदि सैंकड़ों खिलाड़ी उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 02: धनौंदा में खेल नर्सरी स्थापित होने पर खुशी जताते हुए खिलाड़ी।

 

 

 

 

 

 

 

बदबूदार जोहड़ का जल बन रहा है मुसीबत
--सड़ रहा है गंदा जल
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कनीना की आवाज। कालरवाली जोहड़ी में भरे गंदे पानी से लोग परेशान हैं। गंदा जल पालीथिन एवं शैवाल से अटा पड़ा है। दूर दराज तक बदबू फैल रही है।
कस्बे के बस स्टैंड के पास बनी कालर वाली जोहड़ी में भरे गंदे पानी से कस्बा वासियों का जीना मुश्किल हो रहा है। कालर वाली इस जोहड़ी  में भरे गंदे पानी से मक्खी, मच्छर पनप रहे हैं जिसके कारण कस्बे में महामारी फैलने की आशंका बनी हुई है। जिसको लेकर कस्बे के लोगों ने कई बार उच्च अधिकारियों से लिखित व मौखिक में शिकायत भेज कर इसे साफ करने की गुहार लगाई थी लेकिन आज तक किसी ने गंदा पानी निकलना नहीं है और उनमें रोष पनप रहा है। कस्बा वासियों का कहना है अगर इसका गंदा पानी नहीं निकला तो जल्द ही कस्बे में डेंगू, मलेरिया जैसे बड़े-रोग पैर पसारने पर आतुर हो जाएंगे। कस्बे के लोगों का यह भी कहना है कि इस पानी में बहुत बुरी बदबू आती है जिससे इसके  आस पास रहने वाले लोगों का जीवन नारकीय बना हुआ है। कस्बा वासियों ने जिला उपायुक्त नारनौल से मांग कर कस्बे की इस गंदे पानी की समस्या को सुलझाने की गुहार लगाई है ताकि लोगों का  जीवन बर्बाद होने से बच सके।
  इस संबंध में जयबीर सिंह जेई कनीना नपा का कहना है कि जल्द ही होलीवाला एवं कालरवाली जोहड़ का पानी साफ कराया जाएगा। इसके लिए टेंडर प्रक्रिया जारी है तथा वर्षा का साफ पानी भरने पर बदबू खत्म हो जाएगी।
फोटो कैप्शन 01: कालरवाली जोहड़ में गंदा पानी।


 

 

 

 

 

 

 

 

 

सेवानिवृत्ति के बाद आएगी पहली कावड़
-30 जुलाई की रात को अर्













पित की जाएगी बाघेश्वर धाम
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कनीना की आवाज। यूं तो सेवा दौरान डा होशियार सिंह लेखक एवं पत्रकार 13 कांवड़ बाघेश्वरधाम पर तथा 15 ध्वज खाटू श्याम एवं जैतपुर धाम पर चढ़ा चुके हैं। जहां 2011 में पहली कांवड़ लाई गई थी तब से लेकर लगातार हरिद्वार से पैदल चलकर बाघेश्वर धाम पर अर्पित की जा रही है। इस दौरान अनेक सहयोगियों का साथ मिला।
सुमन यादव लेखिका एवं पत्रकार जो डाक्टर होशियार सिंह की धर्मपत्नी रही है, का निधन होने के बाद से कावड़ लाने का सिलसिला शुरू किया था जिसमें कमांडो अनिल कुमार दखोरा वाले का विशेष और सराहनीय योगदान रहा है जिन्होंने हरिद्वार से कावड़ लाने के लिए तथा खाटू श्याम में ध्वज अर्पित करने के लिए प्रेरित किया। तत्पश्चात लगातार कांवड़ अर्पित किये जा रहे हंैं। नीलकंठ पर भी गये। लगातार कांवड़ अर्पित करने के पश्चात इस वर्ष 30 अप्रैल 2024 में सेवानिवृत्ति हो चुकी है। सेवानिवृत्ति के बाद निर्णय कर लिया था कि इस बार कावड़ जरूर अच्छे ढंग से लाएंगे और पहले की बजाय आराम से चलकर लाएंगे। अभी तक हरिद्वार से कावड़ सुमेर सिंह चेयरमैन के सहयोग से महज साढ़े 5 दिनों में करीब 350 किमी दूरी  तय करके कांवड़ अर्पित की जा रही हैं। क्योंकि सेवा दौरान अधिक छुट्टियां नहीं होती थी इसलिए सुमेर सिंह अध्यक्ष और उनके सहयोगी पहले ही हरिद्वार पहुंच जाते थे और बाद में होशियार सिंह को जाना पड़ता था परंतु सेवानिवृत्ति के पश्चात कुछ समय मिल गया है जिसके चलते इस बार सुमेर सिंह चेयरमैन एवं चार अन्य  साथियों के संग नीलकंठ, मनसा देवी और अन्य देवियों के दर्शन के पश्चात कांवड़ लेकर चलने की संभावना 24 जुलाई को है। 24 जुलाई से लगातार चलकर 30 जुलाई को वापस बाघेश्वर धाम पहुंचना है। एकादशी को कांवड़ अर्पित करनी है।
जब तक भगवान भोलेनाथ का सहयोग रहेगा ये कावड़ लाने का सिलसिला यूं ही चलता रहेगा। अब तक कोई खास मन्नत दिल में लेकर के कावड़ यात्रा नहीं की है किंतु इस बार एक विशेष मन्नत लेकर नीलकंठ और हरिद्वार जाना पड़ रहा है।  बहुत से साथियों को विदित है कि मेरी सेवा के दौरान कितने ही लोगों ने मेरे हर कदम पर कांटे बिछाए, एक गैंग ने तो पैसे भी हड़प लिये और आपस में बांट लिये, मानसिक यातना दी गई, विशेषकर कुछ ऐसे लोग भी मिले जो मेरे पास बैठे मेरा नमक खाया वहीं मेरे विरोधी बनाकर मेरे विरुद्ध खड़े मिले। कुछ तो ऐसे थे जिन्होंने प्रत्यक्ष नहीं परोक्ष रूप से विरोधी होने की सक्रिय भूमिका निभाई। मैंने सभी को माफ कर दिया। पहले तो मैं उनके विरुद्ध करवाई की बड़ी तमन्ना रखता था परंतु अब सोच बदल दी है। छोटी सी जिंदगी है,  जिंदगी का कोई भरोसा नहीं होता है। ऐसे में उनके विरुद्ध कोई कार्रवाई न करने का संकल्प लिया है किंतु प्रभु से यह विशेष मन्नत लेकर जा रहा हूं कि उनकी उनकी मौत इतनी घटिया हो कि हर इंसान उनसे नफरत करने लग जाए, उनको इतनी मानसिक यातनाएं मिले कि मेरी कहानी याद आये, वो खुद ही मौत के लिए भगवान से प्रार्थना करें, बस इसी मन्नत को लेकर के भगवान के चरणों में जाऊंगा और 31 जुलाई की रात 12 बजे बाद कावड़ को अर्पित करके घर लौट आऊंगा। यह पहला अवसर है जब किसी विशेष मन्नत को लेकर जा रहा हूं क्योंकि जब भी मैंने मन्नत को लेकर भगवान से प्रार्थना की है भगवान ने मेरी सभी मन्नत पूरी की हैं, मुझे दृढ़ विश्वास है कि मेरी इस मन्नत को जरूर पूरा करेंगे क्योंकि भगवान ने सब कुछ देखा है कि निर्दोष होते हुए भी दुष्टों ने मुझे बहुत कष्ट दिए हैं, वक्त बहुत बुरा बीता है। परंतु प्रभु ने उनमें से कुछेक को सजा दे दी है अब जो कुछ बच गए हैं उनकी और भी बुरी हालत होगी, ऐसा मेरा मानना है और यही मेरी प्रभु से बस दुआ है कि प्रभु मेरे जीते जी उनको सख्त सजा मिले। यदि मेरे जीते जी सजा न मिले तो उनके परिवार में ऐसी विपदा आए कि वह किसी से मुंह दिखाने लायक नहीं रहे, मैं धरती से चला जाऊं परंतु मेरा यह लेख लोग पढ़ कर मुझे याद करें। इन लोगों के खिलाफ कई बड़े बड़ू प्रमाण भी इकट्ठे कर लिये हैं। इनका घपलों से भरा इतिहास रहा है।
कुछ ऐसी विरोधी प्रिंसिपल और मुख्य अध्यापक भी मिले हैं जिन्होंने मुझे भारी आर्थिक नुकसान पहुंचाया है, जिनके कारण अब भविष्य में मुझे न्यायालय के चक्कर लगाने पड़ेंगे। ऐसे लोगों के लिए भी प्रभु से वंदन करूंगा कि उनको सख्त से सख्त कड़ी सजा मिले ताकि वो  किसी सीधे-साधे इंसान को तंग न करने की सोचे। यहां एक बार फिर से उल्लेखनीय है कि शिक्षण दौरान डा होशियार सिंह ने कभी कुर्सी पर बैठकर नहीं पढ़ाया, अपने पूरे तन मन से पढ़ाया क्योंकि एक गरीब परिवार से उठा था इसलिए मेरी इच्छा रही की सरकारी स्कूल में जो गरीब बच्चे आते हैं वह पढ़ लिखकर अपने मां-बाप का नाम रोशन करें। यही कारण है उनके लिए जी जान से पढ़ाया।
बच्चे जब नहीं पढ़ते थे तो मन में बड़ा दर्द होता था इसलिए उनको मैंने धमकाना भी शुरू किया जिससे चाहे कुछ अभिभावक खुश नहीं रहे हो किंतु वो बच्चे अब भी मिलते हैं तो प्रसन्न होते हैं। मैं अपने शिक्षण कार्य से खुश हूं क्योंकि मैंने अपने पूरे तन मन से कार्य किया और इस कार्य में कभी मैंने यह ध्यान नहीं दिया कि कौन सा प्राचार्य मेरे प्रति क्या सोच रखता है। फिर भी पीछे से उन्होंने भारी आर्थिक नुकसान पहुंचाया। यही कारण है कि अब मेरी प्रभु से तमन्ना है कि उन्हें सख्त सजा दे। मैं उनके विरुद्ध कोई कार्रवाई नहीं करूंगा, कार्रवाई करेगा तो मेरा इष्ट देव भगवान भोलेनाथ करेगा।



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