Not sure how to add your code? Check our installation guidelines **KANINA KI AWAZ **कनीना की आवाज**

Saturday, June 15, 2024


 

अखिल पीर पर चढ़कर हुआ न्याय
-भोजावास का मामला
************************************************
*********************************************************
***************************************
*********
कनीना की आवाज। भोजावास के नवीन कुमार ने किसी व्यक्ति को तीन लाख रुपये से अधिक की सरसों बेची थी। खरीददार ने साफ मना कर दिया कि उन्होंने कोई सरसों ली थी। ग्रामीण क्षेत्रों में  धार्मिक स्थान का विशेष महत्व होता है। ऐसे में पुलिस समक्ष निर्णय लिया गया कि व्यक्ति पीर पर चढ़कर कहे कि मैं कोई सरसों नहीं ली। नवीन कुमार के अनुसार सरसों लेने वाली पार्टी झटपट पीर पर चढ़ गई और कहा कि उन्होंने कोई सरसों नहीं ली। नवीन कुमार भी पीछे हट गए और उन्होंने कहा कि अब पीर ही इसका निर्णय करेंगे। नवीन कुमार को आखिरकार कहना पड़ा कि अब मेरा कोई इस पार्टी से लेना देना नहीं। फिर तो पुलिस में दी गई शिकायत भी वापस लेनी पड़ी।







रविवार को प्रसाद वितरण के साथ होगा रामायण पाठ का समापन
************************************************
*********************************************************
**************************************
**********
कनीना की आवाज। शनिवार को उप मंडल के गांव सीहोर के दो दिवसीय श्री रामचरितमानस अखंड रामायण पाठ का आयोजन शहीद अशोक कुमार के परिजनों ने किया।  जिसमें कथावाचक के रूप में मुख्य रूप से आचार्य सत्येंद्र शास्त्री ने श्रद्धालुओं को कथा सुनाई। संगीतमय पाठ कथा सुबह सवा सात बजे श्रीराम जन्म उत्सव संध्या 7 बजे श्री राम जानकी विवाह, देर रात 11 बजे केवट प्रसंग एवं दूसरे दिन पहले सुबह 4 बजे सुंदरकांड, 11:30 बजे श्री राम राज अभिषेक, दोपहर 1 बजे से हवन और सुंदर कांड पाठ का आयोजन किया गया है। कारगिल शहीद अशोक कुमार के भाई राजवीर सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि धार्मिक अनुष्ठान से सकारात्मक ऊर्जा आती है। इस दौरान मास्टर बुधराम, सूबेदार लाल सिंह, धर्मेंद्र शास्त्री, पवन यादव, नीरज यादव, हेमराज यादव सहित अन्य मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 05: कथा सुनाते हुए शास्त्री।






एसीपी लगवाना किसी नौकरी पाने से कम नहीं
-सेवानिवृत्त हो जाते हैं किंतु नहीं मिलती एसीपी
************************************************
*********************************************************
*************************************
***********
कनीना की आवाज। कहने को तो शिक्षा विभाग सबसे अच्छा माना जाता है परंतु इस विभाग में घोर लापरवाही देखने को मिल रही है। एक तरफ शिक्षा मंत्री बयान दे रही है कि किसी प्रकार का कार्य किसी कर्मचारी का नहीं रुकना चाहिए किंतु हकीकत इससे उलट है। ऐसे सैकड़ो कर्मचारी मिल जाएंगे जिनका 5 वर्षों से एसीपी/ एश्योर्ड कैरियर प्रोग्रेशन नहीं मिला है। यह एक प्रकार की वेतन वृद्धि है जो आठ साल तत्पश्चात 16 तत्पश्चात 24 साल पूरे करने पर मिलती है। अधिकतम तीन एसीपी एक कर्मचारी को मिल सकती है किंतु ऐसे कर्मचारी है जो सेवानिवृत्ति के बाद भी कई वर्षों तक अपना संघर्ष जारी रखते हैं किंतु उनका एसीपी नहीं दिया जाता। फाइलें अधिकारियों के पास पड़ी रहती है और अधिकारी के मन में शायद कोई खोट है इसके कारण वह फाइलों का आगे नहीं सरकते। आजकल तो आनलाइन फाइल है कभी आफलाइन हुआ करती थी। आनलाइन फाइल को आगे भेजने ने में चंद सेकंड लगते हैं किंतु चंद सालों तक भी यह फाइल आगे नहीं सरकती। एक अधिकारी के पास नहीं अपितु 5 से 7 अधिकारियों के पास फाइल जाती है जिसके चलते शिक्षक एवं कर्मी परेशान हो जाते हैं।  पूर्व अध्यापक नेता सुनील कुमार,धर्मपाल शर्मा आदि ने बताया कि जिस प्रकार कर्मचारियों को बेहद परेशान किया जाता है उससे स्पष्ट है कि भ्रष्टाचार को बढ़ावा मिलता है। एक कर्मचारी नौकरी पाने के लिए इतनी अधिक मेहनत नहीं कर पाता जितनी एसीपी पाने में करता है। विशेषकर एसओ/ सेक्शन आफिसर बेहद परेशान करते हैं। यह किसी एक जिले में नहीं अपितु पूरे ही प्रदेश की हालात है।
चंडीगढ़ शिक्षा विभाग कार्यालय में तो बहुत अधिक अंधेरगर्दी है, न कोई सुनने वाला है और ना किसी की समस्या का समाधान होता। जब एसीपी की बात आती है तो सब कुछ मौन हो जाता है। कर्मचारी बार-बार सरकार से मांग कर रहे हैं कि एसीपी के निपटारे का अधिकार संबंधित मुखिया को दिया जाना चाहिए ताकि उसको अच्छी प्रकार ने निपटारा कर सके। कर्मचारियों को अनावश्यक रूप से परेशान ना होना पड़े। एसीपी लगवाने के लिए एक शिक्षक चंडीगढ़ जाते समय दुर्घटनाग्रस्त हो गया जो आज तक बेड से नहीं उठ पा रहा है। कितने ही समस्याएं झेल रहे हैं,  नेमीचंद नामक शिक्षक सेवानिवृत्त होने के बाद न्यायालय के चक्कर काट रहा है ताकि उनको एसीपी मिल सके, कितने ऐसे कर्मचारी है जिनके सेवानिवृत्ति को कई वर्ष हो गए किंतु उनका एसीपी नहीं मिला है। उन्होंने शिक्षा मंत्री से मांग की है कि या तो ऐसा आदेश जारी किया जाए कि जिस भी टेबल पर किसी कर्मचारी की आनलाइन फाइल तीन दिन से अधिक रुकती है उसके विरुद्ध सख्त कार्रवाई  की जाएगी या फिर एसीपी लगाने का प्रावधान संबंधित मुखिया को दिया जाए ताकि सारी समस्या हल हो जाए किंतु जब तक यह अधिकार उन्होंने नहीं दिया जाएगा तब तक यूं ही शिक्षक परेशानियों का सामना करते रहेंगे। शिक्षा मंत्री को भी संदेश भिजवाया गया है।  उधर बीईओ, डीइइओ, डीइओ सभी यह कहकर पल्लू झाड़ लेते हैं कि उनके पास किसी कर्मी की कोई फाल पेंडिंग नहीं है। ऐसे में चंडीगढ़ जाकर फाइल रुक जाती है।







ग्रामीणों ने सांसद से मुलाकात कर गांव में पड़े अधूरे विकास कार्यों को पूरा करवाने की गुहार लगाई
************************************************
*********************************************************
***********************************
*************
कनीना की आवाज। छीथरोली के बलवंत सिंह आर्य अपने दर्जनों साथियों के साथ भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा के नवनिर्वाचित सांसद चौधरी धर्मवीर से मिले और उनको सांसद बनने पर बधाई दी तथा गांव में पड़े विकास के अधूरे कार्यों को पूरा करने के लिए एक मांग पत्र भी सौंपा तथा गांव में आने का निमंत्रण भी दिया। बलवान आर्य ने बताया कि हमारी टीम सांसद चौधरी धर्मवीर सिंह से मिली थी और गांव में पड़े विकास कार्यों के बारे में एक ज्ञापन के माध्यम से उनको अवगत भी कराया है जिस पर उन्होंने बताया कि जल्द ही जिला महेंद्रगढ़ से विकास के कार्य शुरू कराई जाएंगे।
 उल्लेखनीय है कि इससे पहले संसद द्वारा जिला महेंद्रगढ़ के गांव की अनदेखी की गई थी लेकिन अबकी बार उनकी जीत के लिए  जिला महेंद्रगढ़ ही काम आया था। इसलिए उनको जिला महेंद्रगढ़ पर पूरा ध्यान देना चाहिए।
फोटो कैप्शन 03: सांसद धर्मवीर को ज्ञापन देते छीथरोली के लोग।







 सीपीआईयू की मासिक बैठक का हुआ आयोजन
************************************************
*********************************************************
*************************************
***********
कनीना की आवाज। कनीना के राजकीय माडल संस्कृति स्कूल में संकुल परियोजना कार्यान्वयन इकाई
/सीपीआईयू की मासिक बैठक का आयोजन संकुल मुखिया की अध्यक्षता में किया गया। जिसमें विभिन्न स्कूलों के मुख्याध्यापकों ने भाग लिया।
 बैठक को संबोधित करते हुए एबीआरसी ओमरति यादव ने कहां की स्कूल में पढऩे वाले छात्र-छात्राओं को समय-समय पर कार्य देना उनके होमवर्क के बारे में उनसे बातें करना, पर्यावरण को शुद्ध करने के लिए वृक्षारोपण करना, जल संरक्षण आदि की चर्चा की जाए।  जब छुट्टियां समाप्त होने के बाद बच्चे स्कूल में आए तो उनके होमवर्क को चेक करना, योग कार्यक्रम को आगे बढ़ाना, गर्मियों से बचने के लिए जानकारी देना, शिक्षा के सत्र को सुधारने के लिए उसमें रुचि लेने के लिए उनको विभिन्न प्रकार की गतिविधियों को समझना तथा ज्यादा ही ज्यादा बच्चों के दाखिले कराना सुनिश्चित किया जाए।
फोटो कैप्शन 04: बैठक को संबोधित करते हुए ओमरति














रवि शंकर शर्मा पत्रकार के अस्मिक निधन पर शोक व्यक्त किया
- प्रदेश सरकार दे परिवार को सहायता
************************************************
*********************************************************
************************************************
कनीना की आवाज।
  जींद निवासी रवि शंकर शर्मा पत्रकार के आकस्मिक निधन पर कनीना के पत्रकार यूनियन ने शोक व्यक्त कर हरियाणा के मुख्यमंत्री से मांग कर उसके परिवार की आर्थिक सहायता देने की  गुहार लगाई है। कनीना  के पत्रकार साथियों का कहना है रवि शंकर शर्मा जैसे ईमानदार तथा निर्भीक पत्रकार थे वह पत्रकारिता के साथ-साथ समाजसेवी भी थे जिनको कभी भुलाया नहीं जा सकता। कनीना की प्रेस क्लब ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से मांग की है की  रवि शंकर शर्मा जैसे निर्भीक व साहसी  पत्रकार का इस दुनिया से अचानक चला जाना समाज के लिए तो क्षति है ही, उसके परिवार के लिए भी बड़ी क्षति है। इसलिए सरकार को उसके परिवार की 50 लाख रुपये नगद राशि देकर सहायता करनी चाहिए व उसके पीछे रहे परिवार में एक सदस्य को सरकारी नौकरी देने की भी गुहार लगाई है ताकि उसके परिवार का लालन-पालन हो सके।





अपनी पुत्री से मिलनेे आये पिता एवं उसके भांजे की पिटाई की
-कनीनाथाने में हुआ मामला दर्ज
************************************************
*********************************************************
**********************************
**************
कनीना की आवाज। विवाहित पुत्री का फोन आने पर पिता वह उसका भांजा मिलने के लिए गए तो दोनों के साथ मारपीट की।  अस्पताल पहुंचाया जहां उनका इलाज चला और अब उन्होंने दो लोगों के विरुद्ध मामला दर्ज करवा दिया है।
 विक्रम सिंह खायरा निवासी ने कनीना पुलिस में दी शिकायत में कहा है कि उसकी लड़की की शादी अजीत के साथ बवाना में की गई थी। कई दिनों से लड़की का पति व ससुर उसे तंग कर रहे थे। हम लोगों के समझाने के बावजूद भी वो नहीं माने।
 आठ जून की रात को लड़की का फोन आया और वह रो रही थी, उसने अपने पति एवं ससुर से बचाने की गुहार लगाई। चूंकि ससुराल वाले मारने की धमकी दे रहे थे ऐसे में लड़की अपने पिता से छुपकर बात कर रही थी और कह रही थी कि मेुझे अपने साथ ले जाओ। परंतु फोन करने की बात जब ससुराल वालों को पता लग गया तो फोन उनसे छीन लिया गया। अगले दिन जब पिता ने अपनी पुत्री को फोन किया तो फोन नहीं उठाया जिसके चलते पिता हुआ उसका भांजा जयपाल बवाना पहुंचे। उनका आरोप है कि लड़की से मिलने की कोशिश की लेकिन लड़की को कमरे में बंद कर रखा था, बार-बार विनती करने पर भी मिलने नहीं दिया। बाप और बेटे अजीत और सतीश ने बाहर से चार-पांच लोगों को बुलाकर जान से मारने की नीयत से लोहे की राड़ व तेजधार हथियार से हमला करवा दिया। दोनों गंभीर रूप से घायल होकर बेहोश होकर गिर गए। राहगीरों ने उठाया। होश आने पर जयपाल ने पुलिस को फोन किया। इस पर जयपाल का फोन अजीत ने छीन लिया और जान से मारने की धमकी देकर भाग गया। एंबुलेंस से उन्हें अस्पताल में दाखिल करवाया, अब उनको अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। उन्होंने कनीना पुलिस में मारपीट का मामला दर्ज करवा दिया है जिसके चलते कनीना पुलिस ने दो लोगों के विरुद्ध विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है।








चपरासी की नौकरी लगने के नाम पर ठगे 20 लाख
-धोखाधड़ी का मामला दर्ज
************************************************
*********************************************************
*************************************
***********
कनीना की आवाज। कनीना पुलिस में मुंडिया खेड़ा के संदीप ने कनीना निवासी अजीत के विरुद्ध 20 लख रुपये चपरासी की नौकरी लगाए जाने के नाम पर धोखाधड़ी करने का मामला दर्ज करवाया है। उन्होंने कहा कि अजीत सिंह से उनकी अच्छी उठ बैठ थी, घर पर आना जाना था, जो प्राइवेट स्कूल में अध्यापक लगा हुआ था। नवंबर 2021 में पंजाब नेशनल बैंक के चपरासी पदों पर आवेदन मांगे थे। सभी आवेदन आफ लाइन थे। जिस पर अजीत ने कहा कि उसकी अच्छी जान पहचान है, फार्म भर दो। इस प्रकार उन्होंने अपने, अपनी पत्नी पूनम, उसके भाई पवन ,उनके रिश्तेदार सत्य प्रकाश एवं सुनीता नाहड़ निवासी के फार्म भरवा दिए। अजीत ने 500 लोगों लोगों से मीठी-मीठी, चिकनी चुपड़ी बातें करके चपरासी पद पर लगाए जाने के सपने दिखाकर 20 लाख रुपये ऐंठ लिए। कहता रहा कि अब नौकरी पक्की है। 31 जनवरी 2022 को चपरासी पद का परिणाम आया, नाम नहीं आने पर 20 लाख रुपये वापस मांगे तो जान से मारने की धमकी दी और कहा कि उनकी पहुंच उच्च अधिकारियों तक है।
 इस इस संबंध में शिकायतकर्ता ने 12 मार्च 2024 को एक शिकायत दी थी लिस पर कार्रवाई करते हुए डीएसपी कनीना को जांच के लिए नियुक्त किया था किंतु जांच से संतुष्टि नहीं हुई। शिकायतकर्ता का आरोप है कि असली तथ्यों को छुपाया गया है तथा अपनी मर्जी के मुताबिक डीएसपी कनीना ने जांच की है। उन्होंने मामले की जांच डीएसपी महेंद्रगढ़ से करवाये जाने की मांग की। शिकायतकर्ता ने कहा है कि उनके 20 लाख रुपये वापस दिलवाया जाए। उन्होंने बताया है कि कुछ पैसे फोन पे से तथा 18 लाख से अधिक राशि नकद दी थी। चार लाख रुपये प्रत्येक के हिसाब से पांच व्यक्तियों से यह राशि ली थी। उस वक्त की मोबाइल फोन पर की हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग भी प्रदान की है। जिसकी शिकायत पर कनीना पुलिस ने अजीत के विरुद्ध धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर लिया है।



नोजल व केबल चोरी के मामले में एक गिरफ्तार
--एक साल पहले हुई थी चोरी
************************************************
*********************************************************
************************************
************
कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र से नोजल व केबल चोरी के मामले में कार्रवाई करते हुए थाना शहर कनीना की पुलिस टीम ने एक आरोपित को गिरफ्तार किया है, जिसकी पहचान सुनील वासी डूमोली जिला झुंझुनू राजस्थान के रूप में हुई है। आरोपित के खिलाफ आधा दर्जन चोरी के मामले पहले भी दर्ज हैं। पुलिस द्वारा मामले में कार्रवाई की जा रही है। नोजल व केबल चोरी की शिकायत जगदेव वासी चेलावास ने थाना शहर कनीना में दी, उसने बताया कि ग्राम पचांयत चेलावास की पचांयती जमीन एक साल के लिए उसने पट्टे पर ले रखी है, दिनांक 21 फरवरी की रात गेहुं की फसल से 12 नोजल और 01 बैन्ड तथा स्टार्टर से बोरवेल तक केबल कोटडी का ताला तोडकर अन्दर से चोरी की गई है। कुछ समय पश्चात शिकायतकर्ता को सन्दीप मिला, जिसके कुएँ से 12 नोजल जो पीतल की थी, वो भी गेहूं की फसल में लगी हुई लाईन से चोरी हो गई। शिकायतकर्ता ने बताया कि जयभगवान ने उसके खेत से 11 फव्वारे,  01टी चोरी होने बारे बतलाया। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी।





कनीना की शख्सियत ---
पंजाब के उग्रवाद खत्म करने में अहं रोल रहा पूर्व एसपी मातादीन का
--पूर्व प्रधानमंत्री ने किया था सम्मानित
************************************************
*********************************************************
**********************
**************************
कनीना की आवाज।। पंजाब में उग्रवाद को खत्म करने के लिए कनीना निवासी मातादीन यादव रिटायर्ड एसपी का बहुत बड़ा योगदान रहा है। वर्ष 1984 में जब इंदिरा गांधी की हत्या की गई तो उसके बाद भड़के हुए दंगों के दौरान पूरा देश दंगों की आग में झुलस गया था। विशेष रूप से पंजाब में उग्रवाद पूरे चरमसीमा पर फैला। जब स्थानीय पुलिस से उग्रवाद पर काबू नहीं पाया गया तो केंद्र सरकार द्वारा अर्ध-सैनिक बलों की नियुक्ति पंजाब के अंदर की गई। इसी दौरान कनीना निवासी मातादीन यादव जो उसे समय सीआरपीएफ में बतौर असिस्टेंट कमांडेंट अपनी सेवाएं दे रहे थे, तो उनकी बटालियन की नियुक्ति पंजाब के अमृतसर और तारांतरण में की गई। जो उसे समय उग्रवाद का सबसे बड़ा केंद्र बिंदु था। अर्ध-सैनिक बलों द्वारा उग्रवाद पर काबू पाना इसलिए भी मुश्किल था कि सरकार नहीं चाहती थी की इस दौरान निर्दोषों की इसी प्रकार की कोई हत्या हो लेकिन पंजाब के उस समय के अलगाववादी नेेता जो बाद में भिंडरावाला के नाम से मशहूर हुए, उन्होंने स्वयं खाली स्थान की मांग करते हुए इस सारे मिशन को अपने हाथ में ले रखा था।
कनीना निवासी मातादीन यादव सीआरपीएफ की जिस बटालिय का नेतृत्व कर रहे थे, उसकी नियुक्ति तारांतरण पट्टी व अमृतसर के इलाके में की गई। इसी दौरान मातादीन यादव की बटालियन को उस समय एक बड़ी कामयाबी मिली जब आपरेशन के दौरान खूंखार आतंकवादियों को मार गिराया था। उस समय के पंजाब पुलिस के डीजीपी जेएफ रेबेरो ने सीआरपीएफ के आईजी व डीआईजी रैंक के अधिकारियों को यह निर्देश दिया कि आप अपने उसे अधिकारी को बुलाओ जो ने जिन्होंने इस आपरेशन को अंजाम देकर उग्रवादियों को ढेर किया। जब उनके उच्च अधिकारियों द्वारा मातादीन यादव को यह संदेश दिया गया कि आपको डीजीपी साहब सम्मानित करना चाहते हैं, आपको उनके कार्यालय में पहुंचना है। इस बात पर मातादीन यादव ने कहा कि डीजीपी साहब को यह बोलो कि इस आपरेशन की कामयाबी अकेली मातादीन की नहीं थी, बल्कि पूरी टीम की कामयाबी है जिसके लिए मुझे डीजीपी साहब का सम्मान नहीं चाहिए, अगर डीजीपी साहब सम्मानित करना चाहते हैं तो मेरी पूरी टीम को सम्मानित करें और वह भी मेरी बटालियन पर पहुंचकर। मातादीन की इस बात से उनके उच्च अधिकारी हैरत में पड़ गए तथा उनको यह कहा गया कि आप ऐसा नहीं कर सकते लेकिन मातादीन यादव की छवि एक दबंग एवं प्रमुख अधिकारी के रूप में रही जिसकी वजह से उन्होंने अपने कमांडेंट को नम्रतापूर्वक यह आग्रह किया की श्रीमान जी आप डीजीपी साहब को मेरी इच्छा तो जाहिर करें। इस बात पर काफी मंथन होने के बाद मातादीन यादव का संदेश उसे समय के डीजीपी रिपोर्ट तक पहुंचाया गया।  स्वयं डीजीपी ने कहा आप उसे अधिकारी को बोलो इस आपरेशन को सफल बनाने वाली टीम को मिलने आ रहा हूं और बाद में ऐसा ही हुआ, स्वयं जीपी उनकी कंपनी में पहुंचे और सभी लोगों को सम्मानित किया।
इसी प्रकार जालंधर जिला में भी अपने नियुक्ति के दौरान उन्होंने बहुत से ऐसे ही सफल आपरेशन किया जिसके लिए उनको डिप्टी कमांडेंट आपरेशन की जिम्मेदारी दी गई, जालंधर जिला में अपनी नियुक्ति के दौरान उन्होंने अवतार सिंह तारीक जैसे खूंखार आतंकवादी को ढेर करने में कामयाबी हासिल की, जिसके लिए तत्कालीन प्रधानमंत्री इंद्र कुमार गुजराल ने भी मातादीन यादव को सम्मानित किया। ऐसे बहुत से वाक्य हुए जिनकी वजह से सीआरपीएफ के साथ-साथ उस समय पंजाब पुलिस के डीजीपी केपीएस गिल तथा सीबीआई के सरदार जोगिंद्र सिंह जैसे उच्च अधिकारियों के मातादीन यादव बहुत ही प्रिय हो गए।
 ऐसा ही एक वाक्य उनके छोटे बेटे जसवंत यादव जो इस समय हरियाणा बीजेपी में एक बड़े नेता है तथा पूर्व में प्रदेश मंत्री रह चुके हैं। उन्होंने बताया कि जयपुर के में एक बहुत बड़ा कार्यक्रम था जिसके अंदर उसे समय के गृहमंत्री राजनाथ सिंह ,राजस्थान की तत्कालीन मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे तथा सीबीआई के पूर्व की सरदार जोगिंद्र सिंह शामिल थे तो उनके बेटे ने जाकर सरदार जोगिंद्र सिंह को बताया कि मैं मातादीन यादव का बेटा हूं। इस बात पर सरदार जोगिंद्र सिंह जो पहले सीबीआई के के रहे थे जसवंत सिंह को गले लगा लिया तथा तथा कहा- वेयर इज माय टाइगर, व्हाट ही इज डूइंग राइट नाउ। और देश के गृहमंत्री राजनाथ सिंह में वसुंधरा राजे को कहा कि पंजाब में उग्रवाद खत्म करने के अंदर उग्रवाद खत्म करने में इनके पिता का बहुत बड़ा योगदान रहा।
  सेवानिवृत्त होने के बाद तथा सर्विस के दौरान तो सराहनीय कार्य किया ही उसके बाद वह अपने पैतृक गांव कनीना में शिक्षा समिति के सचिव रहे तथा डीएवी लोकल मैनेजिंग कमेटी के भी सदस्य रहे। अपने बच्चों को भी यही कहते थे किसी भी जायज काम के लिए किसी के आगे झुकना नहीं है वह जिंदगी में कभी झूठ नहीं बोलना है। इस प्रकार इसी परंपरा को आगे बढ़ते हुए उनके छोटे बेटे जसवंत यादव जो अभी भी भाजपा नेता है। उनकी छवि भी पूरे हरियाणा में एक लीडर और दबंग नेता के रूप में है और जिनके बुलंद आवाज व स्वभाव की वजह से आज उनके पिता मातादीन यादव रिटायर्ड एसपी के निधन पर उनके पैतृक गांव कनीना में उनको श्रद्धांजलि अर्पित करने तथा परिवार को सांत्वना देने के लिए पंजाब, हरियाणा, राजस्थान, दिल्ली तथा देश के अन्य भागों से भी लोग उनके निवास स्थान कनीना एमडी हाउस पर आ रहे हैं।
  ऐसी शख्सियत को भूला पाना कठिन है। वे आज भी तथा बीते दिनों में भी कनीना की हर जुबान पर रहे हैं और भविष्य में भी रहेंगे।
फोटो कैप्शन 02: पूर्व प्रधानमंत्री मातादीन को सम्मानित करते हुए फाइल फोटो
साथ में मातादीन पूर्व एसपी पासपोर्ट






स्याणा की स्वीटी यादव गोल्ड मेडल व उपाधि मिली
- दो कुलों को गर्व की अनुभूति
************************************************
*********************************************************
************************************************
कनीना की आवाज।
राजऋषि मत्स्य विश्वविद्यालय अलवर द्वारा विश्वविद्यालय परिसर में आयोजित चतुर्थ दीक्षांत समारोह में राव सोहनलाल स्नातकोत्तर महाविद्यालय नीमराना में अध्ययनरत स्नातकोत्तर विज्ञान वर्ग की छात्रा स्वीटी यादव स्याणा की विवाहिता को राजस्थान के महामहिम राज्यपाल कलराज मिश्र, विश्वविद्यालय कुलपति प्रो शील सिंधु पांडे, उच्च शिक्षा मंत्री प्रेमचंद बैरवा, पर्यावरण मंत्री संजय शर्मा द्वारा गोल्ड मेडल व उपाधि देकर सम्मानित किया गया।
स्याणा के लेखक समशेर कोसलिया ने कहा कि लड़की को इसीलिए दो कुलों को संवारने वाली कहा जाता है और स्वीटी ने दो कुलों को रोशन करने का काम किया है। समस्त गांव व क्षेत्र के लोगों ने गर्व की अनुभूति प्राप्त हुई है। समस्त क्षेत्रवासियों ने स्वीटी के उज्ज्वल भविष्य की कामना की है। स्वीटी अशोक कुमार निवासी आनन्दपुर (मांढण) लड़की है तथा एवं स्याणा में विवाहिता है।
फोटो कैप्शन 01: स्वीटी को गोल्ड मेडल प्रदान करते हुए विवि के कुलपति

No comments: