मिलिये प्रधान प्रत्याशी सुमन चौधरी से
-जीत के प्रति है आश्वस्त, दैनिक कार्यों में है व्यस्त
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कनीना की आवाज। कनीना नगर पालिका के चुनाव 2 मार्च को संपन्न हो चुके हैं और चुनाव परिणाम 12 मार्च को आएंगे। 7 महिला प्रत्याशी चुनाव मैदान में थी जिनमें से त्रिकोणीय कड़ा मुकाबला चला है। इस संबंध में प्रधान पद की सशक्त प्रत्याशी सुमन चौधरी से उनकी दिनचर्या के बारे में पूछा गया।
सुमन चौधरी ने बताया कि मैं अब चुनाव से निपट चुकी हूं। अब न कोई फिक्र है और नहीं कोई चिंता, अपने दैनिक कार्यों में व्यस्त हो गई हूं। अब चुनाव परिणाम आएगा और उन्हें पूर्ण विश्वास है की जीत मेरी ही होगी। उन्होंने बताया कि यह सत्य है कि त्रिकोणीय कड़ा मुकाबला रहा है और इस त्रिकोणिये मुकाबले में उनकी बस, चुनाव चिन्ह तेजी से दौड़ी है और निश्चित रूप से बस सबसे आगे निकल जाएगी। मैं अपने दैनिक कार्य खाना बनाना, पेड़ पौधों की देखरेख करना, साफ सफाई करना तथा थोड़ा बहुत हल्का-फुल्का मनोरंजन करना जारी रख रखा है। उन्हें अब चुनाव परिणाम का कोई फिक्र नहीं है क्योंकि उन्हें पूर्ण विश्वास है जीत उनकी होगी क्योंकि मतदाताओं से बार-बार वोट डालने की अपील की, उनके पास जाकर वोट मांगे। मुझे विश्वास है कि मतदाता पूर्ण रूप से उनके विश्वास पर खरे उतरेंगे और निश्चित रूप से जीत उनकी होगी। उन्होंने बताया कि इस बार प्रधान पद का मुकाबला डयरेक्ट रहा है और कड़ा संघर्ष चला है। इस कड़े संघर्ष में बहुत से बातों को ध्यान में रखते हुए जब मतदाताओं से मिलाना पड़ा तो सभी ने मुझे वोट देने का आश्वासन दिया था। एक बार नहीं बार-बार लोगों से अपील की, मतदाताओं से मिलना हुआ, तब जाकर इस मुकाम तक पहुंची हूं कि इस कड़े मुकाबले में जीत की दौड़ में हूं। उन्हें विश्वास है कि 12 मार्च को परिणाम आएगा वह उनके पक्ष में आएगा। उन्होंने पहले से ही सभी मतदाताओं का आभार जताया है।
फोटो कैप्शन 06= सुमन चौधरी प्रधान पद प्रत्याशी पौधों को पानी देते हुए।
क्षेत्र की किसी भी गौशाला में किसी भी तरह की कमी नहीं रहने दी जाएगी - जिला प्रमुख
--चारदीवारी का किया उद्घाटन
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कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के गांव धनौंदा में स्थित श्री बाबा दयाल गौशाला में बनी चारदीवारी का उद्घाटन महेंद्रगढ़ के जिला प्रमुख डा. राकेश द्वारा किया गया। इस अवसर पर उनके एचएसएस बोर्ड के पूर्व सदस्य देवेंद्र यादव भी हाजिर रहे।
इस अवसर पर डा.राकेश ने कहा क्षेत्र में विकास करना हमारी पहली प्राथमिकता है जिसके लिए हम पुरजोर कोशिश कर रहे हैं और क्षेत्र के विकास कार्यों को आगे बढ़ाने के लिए सरकार द्वारा दिए जा रहे सहयोग से विकास कार्य जारी रहेंगे। उन्होंने यह भी कहा 1 वर्ष पहले में इस गौशाला में आया था तब क्षेत्र के ग्रामीणों द्वारा बाबा दयाल गौशाला की चारदीवारी बनाने के लिए मुझसे मांग की गई थी जिसको मैंने बिना देरी किए पूरा करने का कार्य किया है और आज मेरे ही द्वारा इसका उद्घाटन किया जा रहा है, जो मुझे बड़ी खुशी हो रही है क्योंकि गौ माता की सेवा ही भगवान की सच्ची सेवा है। उन्होंने यह भी कहा किसी भी गांव में खुली गौशाला किसी एक गांव व क्षेत्र की नहीं यह तो समूचे प्रदेश की है, इसे आगे बढ़ाने के लिए हम सब का सहयोग जरूरी है और हम सबको मिलकर तन मन धन से सहयोग करना चाहिए। ताकि गौ माता को समय-समय पर प्रोत्साहन मिलता रहे और गौशाला में विकास के कार्य चलते रहे। उन्होंने यह भी कहा जब भी किसी कार्य के लिए क्षेत्र के लोग मुझे याद करेंगे तो मैं बिना देरी किए आप लोगों के बीच हाजिर हो जाऊंगा और मेरी श्रद्धा अनुसार कार्य करने से भी कहीं पीछे नहीं हटूंगा। वहीं क्षेत्र के लोगों ने जिला प्रमुख का गौशाला पहुंचने पर फूलमालाओं व पगड़ी पहनकर स्वागत किया। इस अवसर पर अजीत पार्षद, गौशाला प्रधान पूर्ण सिंह तंवर, सरपंच बलवान सिंह आर्य, कनीना ब्लाक समिति के अध्यक्ष जयप्रकाश यादव, सुरेश सरपंच झाड़ली, नरेंद्र शास्त्री, सुखबीर साहब, सरपंच बलवंत सिंह आर्य, राजेंद्र नंबरदार, पूर्व पंच घनश्याम सिंह के अलावा अन्य क्षेत्र के लोग उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 07: डा.राकेश कुमार गौशाला चारदीवारी का उद्घाटन करते हुए
एसपी ने कनीना स्ट्रांग रूम का निरीक्षण किया, सुरक्षा व्यवस्था जांची
--12 मार्च को होगी मतगणना
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कनीना की आवाज। महेंद्रगढ़ की पुलिस अधीक्षक पूजा वशिष्ठ ने ईवीएम मशीनें रखे गए स्ट्रांग रूम का निरीक्षण किया। उन्होंने स्ट्रांग रूम के चारों ओर की सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया। सीसीटीवी कैमरों की कार्यप्रणाली और रिकार्डिंग की जांच की। सुरक्षा कर्मियों की तैनाती और उनकी सतर्कता का मूल्यांकन किया। स्ट्रांग रूम के प्रवेश और निकास बिंदुओं की सुरक्षा की समीक्षा की। उन्होंने स्ट्रांग रूम में आने-जाने वाले व्यक्तियों के रिकांर्ड की जांच की, आगंतुक पंजिका का निरीक्षण किया। उन्होंने यह सुनिश्चित किया कि सभी नियम और प्रोटोकाल का पालन किया जा रहा है। उन्होंने स्ट्रांग रूम की सुरक्षा में तैनात सुरक्षा कर्मियों को सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर कड़ी नजर रखने का निर्देश दिया।
निरीक्षण के दौरान, पुलिस अधीक्षक ने स्ट्रांग रूम की सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने स्ट्रांग रूम के अंदर और बाहर तैनात सुरक्षाकर्मियों से बातचीत की और उनकी ड्यूटी के बारे में जानकारी ली। उन्होंने स्ट्रांग रूम में लगे सीसीटीवी कैमरों और अन्य सुरक्षा उपकरणों की भी जाँच की। उन्होंने बताया कि स्ट्रांग रूम की सुरक्षा के लिए पर्याप्त संख्या में सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं और सभी आवश्यक सुरक्षा उपाय किए गए हैं। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग के दिशा-निर्देशों के अनुसार, स्ट्रांग रूम की सुरक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं।
फोटो कैप्शन 04 व 05: एसपी कनीना माडल स्कूल में बने स्ट्रांग रूम का निरीक्षण करते हुए।
नगरपालिका कनीना के पांच पूर्व प्रधान अभी भी मौजूद
-तीन महिलाओं ने कमाया है नाम
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कनीना की आवाज। कनीना नगरपालिका 1952 में अस्तित्व में आई परंतु प्रारंभ में नोटिफाइड एरिया कमेटी बनी तत्पश्चात समाल टाउन कमेटी बनी और 1962 में नगरपालिका कनीना नगरपालिका का पूर्ण दर्जा मिला। नोटिफाइड एरिया कमटी के समय मनोनीत प्रधान मेजर भवानी सिंह होते थे लेकिन सबसे पहले चुनावों द्वारा चौधरी बलबीर सिंह कनीना पालिका प्रधान बने। तत्पश्चात चौधरी जानकीप्रसाद प्रधान बने। उसके बाद संतोष कुमार यादव प्रधान बने। यह क्रम जारी रहा और राजेंद्र सिंह के बाद मास्टर दिलीप सिंह नगरपालिका प्रधान बने। वर्ष 2000 में कनीना नगर पालिका को तोड़कर कनीना को ग्राम पंचायत का दर्जा दिया गया। उस समय कनीना पंचायत की प्रथम प्रधान माना देवी बनी। इसके बाद फिर से 2006 में कनीना नगर पालिका बहाल कर दी गई अर्थात फिर से नगरपालिका कनीना बना दी गई। संतोष कुमारी कनीना नगर पालिका की प्रधान बनी, उसके बाद शारदा देवी नगर पालिका प्रधान बनी। निवर्तमान पालिका प्रधान सतीश जेलदार है। अगर कनीना नगरपालिका के विगत इतिहास से अब तक देखा जाए तो तीन महिलाएं कनीना नगर पालिका में अपना नाम कमा चुकी है जिनमें माना देवी, शारदा देवी और संतोष कुमारी और चौथी महिला प्रधान 2025 में नगर पालिका चुनाव में चुनी जाएगी। मतगणना 12 मार्च को होगी। यह पद महिला के लिए आरक्षित है। यह सत्य है कि चौधरी बलबीर सिंह दो बार कनीना पालिका प्रधान रह चुके हैं वही राजेंद्र सिंह दो बार कनीना पालिका प्रधान रह चुके हैं। वर्तमान समय में कनीना नगर पालिका के पांच प्रधान जीवित है जिनमें मास्टर दिलीप सिंह, राजेंद्र सिंह, संतोष देवी, शारदा देवी और सतीश जेलदार प्रमुख हैं। 1952 से लेकर अब तक के जो कनीना पालिका प्रधान बने हैं उनकी फोटो उपलब्ध हो गई हैं।
फोटो कैप्शन 03: 1952 से लेकर अब तक कनीना पालिका के बने प्रधान
अपार श्रद्धा के साथ 160 किमी दूर पैदल जा रहे हैं भक्त
--जगह जगह हैं उनके लिए शिविर
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कनीना की आवाज। 12 मार्च तक खाटू श्याम में लगने वाले फाल्गुन एकादशी के मेले के दृष्टिगत भारी संख्या में भक्तजन रवाना हो रहे हैं। दूर दराज से खाटू की ओर निशान लेकर जाने का सिलसिला चंद दिनों तक जारी है तथा चंद दिनों तक जारी रहेगा।
यूं तो खाटू श्याम मेले के दृष्टिगत ध्वज लेकर पदयात्रा पर एक के बाद एक समूह रवाना होने लगा है तथा उनके लिए जगह जगह शिविर स्थापित किए जा रहे हैं। कनीना से करीब चार दिनों में खाटू धाम पहुंचते हैं। कुछ भक्तों की सेवा करके ही प्रसन्न हो जाते हैं। कनीना से भक्त कनीना के मोलडऩाथ आश्रम से अपनी यात्रा शुरू करते हैं।
इस संबंध रोहित कुमार का कहना है कि वे विगत 11 वर्षों से खाटू श्याम जाकर ध्वज अर्पित कर रहा हूं। मेरी कोई मनोकामना नहीं है। अपितु उनके दिल में श्रद्धा एवं भक्ति भरी है जिसके चलते व्यस्त समय में से समय निकालकर खाटू जाता हूं। उन्होंने कहा सफर करीब 160 किमी है किंतु खाटू के प्रति भक्ति के चलते यह दूरी कष्टदायी नहीं लगती है।
अश्विनी का कहना है कि वे विगत 11 वर्षों से खाटू श्याम का भक्त हैं। श्याम को मन में संजोकर लंबी दूरी को पार कर जाते हैं। उनके अनुसार उन्हें थकान तो होती है परंतु रास्ते में लोगों की भक्तों के प्रति भक्ति प्रसन्न रखती है और सफर आसानी से पूरा हो जाता है। कावड़ की अपेक्षा ध्वज में कम नियमों का पालन करना होता है वहीं दूरी भी कम है।
पंकज कुमार का कहना है कि वे 11 वर्षों से खाटू श्याम जा रहे हैं और उन्हें मन को प्रसन्नता एवं भक्ति भाव इसी यात्रा से प्राप्त होता है। जब कभी खाटू मेला पास आता है तो वे मेले में जाने की तैयारी में जुट जाते हैं। पदयात्रा विशेषकर रेलवे ट्रैक के साथ साथ चल पाना थोड़ा कठिन है किंतु मन में भक्तिभाव रखते हुए यह सफर सामान्य महसूस होने लग जाता है। श्याम बाबा के दर्शन करके सभी मनोकामना पूर्ण हो जाती हैं।
रिंकू का कहना है कि वे विगत 11 वर्षों से श्याम बाबा के यहां जा रही हैं। उनकी सभी इच्छाएं श्याम बाबा के जाने पर खत्म हो जाती हैं। उन्हें खाटू जाना बेहद प्रसन्नतापूर्ण लगता है। उनका कहना है कि अपार भक्तों को मीलों का सफर तय करता देख उनका सफर आसानी से पूर्ण हो जाता है।
सोनू का कहना है कि वह लगातार 11वर्षों से ध्वज लेकर 160 किमी दूरी तय करके खाटूश्याम पहुंचता हूं किंतु कोई थकान नहीं होती है अपितु खुशी मिलती है।
विजेंद्र कुमार का कहना है कि विगत 11 वर्षों से खाटूश्याम तक पदयात्रा करता हूं। कभी कोई थकान नहीं होती है। मुझे खुशी होती है। शरीर स्वस्थ हो जाता है।
मुकुल, विनोद, राजू आदि का कहना है कि हर वर्ष खुशी खुशी खाटूश्याम पदयात्रा पर जाते हूं। हमें कभी कभार जैतपुर जाने का मौका भी मिलता है।
फोटो कैप्शन 02: श्याम भक्त खाटू श्यााम जाते हुए
एनएसएस शिविर में दी योग की शिक्षा
--कपूरी में चल रहा है एनएसएस शिविर
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कनीना की आवाज। पितामह कान्ह सिंह राजकीय महाविद्यालय कनीना की ओर से आयोजित सात दिवसीय राष्ट्रीय सेवा योजना के विशेष शिविर के पांचवें दिन विद्यार्थियों ने ग्राम कपूरी के बाबा मनसा दास मंदिर में योगाभ्यास किया। राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम अधिकारी डा. संदीप कुमार ककरालिया और डा. भारती ने बताया कि बाबा मनसा दास मंदिर में आज विशेष शिविर का पांचवां दिन था जिसमें विद्यार्थियों को प्राथमिक स्तर पर योगाभ्यास और प्राणायाम के महत्व के बारे में आचार्य योगाचार्य बलराज सिंह ने बताया कि योग के माध्यम से हम स्वस्थ जीवन व्यतीत कर सकते हैं और एक स्वस्थ शरीर में ही एक स्वस्थ है मस्तिष्क निवास करता है। उन्होंने सर्वांगासन, वज्रासन, मत्स्यासन, चक्रासन, मयूरासन इत्यादि का अभ्यास विद्यार्थियों को कराया।
फोटो कैप्शन 01: आचार्य बलराज योग सिखाते हुए।
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