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कनीना की आवाज। कनीना के लेखक एवं पत्रकार डा. होशियार सिंह यादव के दोनों व्हाट्सअप 9416348400 तथा 9306300700 दोनों बंद हैं। ऐसे में समाचार भेजने के लिए मेरा मेल आईडी hsnirban2025@gmail.com ही प्रयोग करें। ताजा समाचार पढऩे के लिए टेलीग्राम पर तथा विडियो के रूप में उपलब्ध रहती हैं। Telegram-Dr Hoshiar Singh Yadav
सावन के सोमवार व्रत के लिए होते हैं बेहतर
-सावन शुक्रवार 11 जुलाई से शुरू
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कनीना की आवाज। सावन के सोमवार व्रत के लिए बेहतर माने जाते हैं। किसी भी भक्त को 15 सोमवार के व्रत करने चाहिए। ये विचार पंडित दिनेश जोशी ने व्यक्त किए। उन्होंने कहा कि 11 जुलाई से सावन शुरू होगा और उसी दिन सोमवार है। सावन का आगाज शुक्रवार से हो रहा है। सावन में माह मदमाने वाला होता है।
सोमवार को शिवभोले की विधि विधान से पूजा अर्चना करनी चाहिए। शिवभोले कम से प्रसन्न हो जाते हैं और जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि भक्त अपने घरों में भी इष्टदेव को विधि विधान से याद कर सकता है। उन्होंने कहा कि जहां सावन माह में अधिक बारिश होती है, भगवान भोले को विशेष रूप से याद किया जाता है। इसलिए भगवान भोले की प्रार्थना करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सोमवार का व्रत शुरू करने वालों के लिए सावन मास ही सबसे बेहतर होता है। उन्होंने कहा कि गुरु पूर्णिमा के दिन गुरु की पूजा अर्चना की जाती तत्पश्चात सावन शुरू हो जाता है। यूं तो पूरे सावन माह में शिव भोले को याद करना चाहिए लेकिन समय रहते हुए सावन में व्रत जरूर करना चाहिए और सावन माह में आने वाली माह शिवरात्रि के दिन व्रत रखा जा सकता है।
उन्होंने बताया कि 14 जुलाई के बाद 21 जुलाई, 28 जुलाई एवं 04 अगस्त को सोमवार रहेगा। सावन 9 अगस्त रक्षा बंधन पर संपन्न हो जाएगा। सावन माह में जयकारे लगते रहते हैं और शिव को याद किया जाता है। उन्होंने बताया कि चार माह तक श्री हरि शयन के लिए चले जाते हैं और पूरे ब्रह्मांड में शिव का राज शुरू हो जाता है। ऐसे में भी शिव आराधना सबसे बेहतर होती है। यूं तो पूरे ही विश्व में सबसे अधिक पूजे जाने वाले देव शिव भोले हैं। ऐसे में शिव की विधि विधान से पूजा करनी चाहिए। इससे तन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं।
गुरु पूर्णिमा 10 जुलाई को
गुरुओं से लिया जाएगा आशीर्वाद
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कनीना की आवाज। 10 जुलाई को गुरु पूर्णिमा का पर्व मनाया जाएगा। तत्पश्चात सावन माह लग जायेगा। इस बार कांवड़ लाने व अर्पित किये जाने का जोर है।
गुरु पूर्णिमा के पर्व पर जहां पुराने समय से विधान है कि गुरु करीब 4 महीने एक ही जगह बैठकर ज्ञान की गंगा बहाते हैं और सभी अंधकार दूर कर देते हैं इसलिए गुरु की पूजा की जाती है।
विस्तृत जानकारी देते हुए पंडित बालकिशन शर्मा ने बताया की महाभारत के रचयिता कृष्ण द्वैपायन व्यास जिन्हें वेदव्यास भी कहा जाता है, का जन्मदिन इसी दिन हुआ था उन्होंने चारों वेदों की रचना की थी। उन्हें आदिगुरु कहा जाता है इसलिए गुरु पूर्णिमा मनाई जाती है और इस दिन को व्यास वेद व्यास पूर्णिमा नाम से भी जाना जाता है। भक्ति काल के समय संत घीसा राम जो कबीर दास के शिष्य थे का भी जन्म इसी दिन हुआ था।
गुरु पूर्णिमा के दिन जहां हरिद्वार के गंगा में डुबकी लगाकर भक्तजन कावड़ लेकर विभिन्न मार्गों पर प्रस्थान शुरू कर देते है।
फिर से हुई 34 एमएम वर्षा
--दो दिनों में हो चुकी है 66 एमएम वर्षा
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कनीना की आवाज। कनीना क्षेत्र में जहां बुधवार को शाम के वक्त 34 एमएम वर्षा हुई। मंगलवार की रात को भी 32 एमएम वर्षा हुई थी। सावन माह 11 जुलाई से शुरू होने जा रहा है। इस बार बेहतर वर्षा से किसानों में खुशी की लहर है। किसानों ने इस वक्त बाजरे की फसल लहलहा रही है। दो दिनों में हो चुकी है 66 एमएम वर्षा।
जन्म प्रमाण पत्र शिविर10 जुलाई को
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कनीना की आवाज। सलम एरिया सेहलंग में रहने वाले लोगों के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सेहलंग ओर से जन्म प्रमाण पत्र शिविर 10 जुलाई को आयोजित किया जाएगा। जानकारी देते सेहलंग सीएचसी की डा. प्रभा यादव ने बताया कि सेहलंग सलम एरिया में रहने वाले भारतीय अपना प्रमाण पत्र के लिए रजिस्ट्रेशन करवा सकेंगे। प्रमाण पत्र शून्य आयु वर्ग से लेकर 1 साल तक के बच्चों के बनेंगे। डा. प्रभा यादव ने जानकारी देने बताया कि इसके बाद सलम एरिया के भारतीय नागरिकों को सरकार की योजनाओं का लाभ मिल सकेगा।
सावन माह की तैयारियां शुरू
शिव आराधना का माह सावन, कावडिय़े होंगे हरिद्वार के लिए रवाना
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कनीना की आवाज।11 जुलाई से सावन माह शुरू होगा जो 9 अगस्त तक चलेगा। 10 जुलाई की गुरू पूर्णिमा है जब हरिद्वार में सबसे अधिक भक्त पहुंचते हैं। देशभर में श्रावण माह में कई स्थानों पर मेले लगते हैं, पींग पर झूलने की प्रथा , तीज का पर्व, पतंगबाजी तथा रक्षा बंधन का त्यौहार भी इसी माह से जुड़े हुए हैं। हरियाणा के बाघोत स्थित बाघेश्वर धाम का प्रसिद्ध मेला भी सावन माह में 22 अगस्त को लगेगा। ऐसे में श्रावण माह को त्योहारों का माह कहा जाए तो अतिशयोक्ति नहीं होगा। गुरु पूर्णिमा के अगले दिन से सावन शुरू होता है तथा रक्षा बंधन पर समाप्त हो जाएगा।
भीषण गर्मी से जहां राहत मिलती है वहीं दिन को झूला झूलने तथा रात के समय श्रावणी गीतों की गूंज सुनाई पड़ती है जो मन को मोह लेती है। श्रावण माह के आते ही ऊंचे वृक्षों पर झूले डाल दिए जाते हैं जिन पर बच्चियां व महिलाएं दिनभर झूलती रहती हैं।
सावन माह की तीज का यूं तो पूरे देश में ही महत्व है किंतु ग्रामीण क्षेत्रों में पतंगबाजी करके यह पर्व मनाया जाता है। ज्यों-ज्यों यह पर्व पास आता है त्यों-त्यों पतंगबाजी तेज हो जाती है। तीज के दिन अंतिम बार पतंगबाजी की जाती है। अच्छी वर्षा व सुहावना मौसम के साथ--साथ लहलहाती फसल को देखकर युवा वर्ग पूर्णतया पतंगबाजी में खो जाता है। तीज पूर्व सिंधारा आता है जब घेवर मिठाई की बहार देखने को मिलती है। अपनी विवाहित लड़की के लिए मां-बाप घेवर की मिठाई भेजते हैं। पूरे माह पकवान बनते हैं तथा गीत गूंजते रहते हैं। पदमावत के गीतों से कम इनमें भी विरह नहीं होता।
श्रावण माह के शुरू होते ही बम-बम की जयघोष शुरू हो जाती है। भारी संख्या में भक्तजन नीलकंठ व हरिद्वार जाते हैं और वहां से कांवर लाकर शिवालयों में गंगाजल चढ़ाते हैं। शिवालयों में तांता लगता है वहीं पूरे माह व्रत चलता है। भक्तजन गंगा में डुबकी लगाते हैं और शिवालयों में जाकर भक्ति करते हैं। श्रावण माह के अंत में भाई-बहन के प्यार को इंगित करने वाला रक्षा बंधन का पर्व आता है। भाई अपनी बहन के पास अपनी कलाई पर रक्षासूत्र बंधवाने बहन के पास जाता है। बहन कहीं भी हो वह अपने भाई के आने का इंतजार करती है। इस पर्व का ऐतिहासिक एवं पौराणिक महत्व भी है।
फिर से कनीना में हुई 32 एमएम वर्षा
- भरा गंदा पानी, मई-जून में हुई 137 एमएम वर्षा
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कनीना की आवाज।कनीना क्षेत्र में मंगनवार की रात को 32 एमएम वर्षा हुई। कनीना क्षेत्र में 25 मई को 22 एमएम, 1 जून को 16 एमएम वर्षा हुई। तत्पश्चात 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस पर 14 एमएम वर्षा हुई थी। एक जुलाई को 17 एमएम वर्षा हुई , 6 जुलाई की रात को 20 एमएम वर्षा हुई वहीं 8 जुलाई को 32 एमएम वर्षा हुई है। 9 जुलाई को 34 एमएम वर्षा हुई है।इस समय बाजरे की फसल लहलहा रही है। परंतु होलीवाला जोहड़ के पास सड़कों पर दूर दराज तक गंदा जल फैल गया है। कुछ घरों में भी गंदा जल घुस गया है।
सबसे खराब गली--
कनीना का होलीवाला सड़क मार्ग जो सबसे व्यस्त मार्गों में से एक है, पर एक माह में करीब 20 दिन गंदा जल भरा रहता है। चार बंूदे वर्षा की होने पर भी यह मार्ग अवरुद्ध हो जाता है, गंदा पानी भरा खड़ा मिलता है। सबसे बड़ी समस्या है कि कोई वैकल्पिक मार्ग नजर नहीं आता जिसके चलते गंदे पानी के अंदर से ही लोग अपने दैनिक कार्य करने को बाध्य हैं। एक और जहां नगर पालिका बनने के बाद लोगों को आस हुई थी कि अब इस गंदे पानी का स्थायी समाधान हो जाएगा किंतु नगर पालिका इसका कोई समाधान नहीं कर पाई जबकि स्वास्थ्य हरियाणा की स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव ने इस जोहड़ की गाद निकालने एवं पैमाइश करने की बात कही थी किंतु करवाई गई परिणाम यह है कि वर्ष भर लोग इस गंदे पानी की परेशानी की मार झेलते रहते हैं और यह सड़क मार्ग पुन: निर्मित किया गया था किंतु अब यह फिर से जर्जर होने के कगार पर पहुंच गया है। इसका गंदा पानी नगर पालिका जब तक निकलवाती है तब तक वर्षा हो जाती है। ऐसे में अब लोग नगर पालिका की ओर देख रहे हैं कि कब इस गंदे पानी से निजात दिलवाया जाएगा।
किसान खुश-
किसान सूबे सिंह, राजेंद्र सिंह, देवेंद्र कुमार, रामानंद आदि ने बताया कि अब बाजरे की फसल बेहतर होने की संभावना है। अब बेहतर फसल होने के आसार बन गए हैं। बाजरा और कपास की खड़ी फसल में रौनक आ गई है।
पूर्व कृषि अधिकारी डा. देवेंद्र यादव ने बताया कि वर्षा से फसलों को लाभ होगा। उन्होंने बताया कि इस समय करीब 20,000 हेक्टेयर पर बाजरा उगाया गया है। वर्षा का फसलों के लिए अमृत साबित होगा।
बाजरे का एमएसपी बेहतर-
कनीना व्यापार मंडल के उप प्रधान रविंद्र बंसल ने बताया कि बाजरे का एमएसपी 2775 रुपये क्विंटल रखा गया है। बेहतर भाव होने से किसानों का रुझान बाजरे की ओर अधिक रहा है।
फोटो कैप्शन 01 व 02: होली वाला जोहड़ पर तथा गलियों में भरा गंदा जल
आरकेवाई स्कूल के शूटरों ने दसवां हरियाणा स्टेट शूटिंग प्रतियोगिता किया क्वालीफाई
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कनीना की आवाज। करणी सिंह शूटिंग रेंज तुगलकाबाद दिल्ली में आयोजित 1 जुलाई से 10 जुलाई तक होने वाली दसवीं हरियाणा स्टेट कंपटीशन में हिस्सा लिया जिसमें आरकेवाई स्कूल के चार छात्रों जिनमे हर्षित कनीना, प्रयाग लूखी, यशदीप छिथरोली व विक्रम जुड्डी ने सितंबर अक्टूबर में होने वाले प्री-नेशनल के लिए क्वालीफाई किया। उपरोक्त प्रतियोगिता हरियाणा राइफल एसोसिएशन ने आयोजित करवाई। क्वालीफाई छात्रों को स्कूल संचालक सुरेश कुमार एवं निधि वाला ने बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
फोटो कैप्शन 01: अव्वल रहे विद्यार्थियों के साथ स्टाफ
चोर साहब के कारनामे-19
करनामे सुन-सुन लोग है हतप्रभ
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कनीना की आवाज। कनीना निवासी डाा. होशियार सिंह यादव विश्व रिकार्ड धारक के प्लाट से जहां चोर साहब ने अनेकों चोरियां की हैं। एक के बाद एक चोरी करने का क्रम दो सालों तक जारी रहा। यह सत्य है कि अब कुछ समय से चोरी रुक गई है किंतु जब इस चोर साहब के कारनामों के बारे में किसी को बताया जाता है तो लोग चकित रह जाते हैं कि चोर साहब भी ऐसे करनामे कर सकता है। बहुत से लोग मिलते हैं जो यह कहते हैं कि चोर साहब के बारे में वे कभी से परिचित हैं। सबसे बड़ी बात है की ईंट, पत्थर, गमले आदि सभी उठा कर ले जाता है।
और तो क्या मंडी की ईंट भी उठा ले गया। अनेकों प्रत्यक्षदर्शी आज भी चोर साहब के कारनामे बताते हैं। चोर साहब की जितनी हकीकत बताई जाए उतना उनका बड़ा आनंद आता है। ऐसे में कहा जाता है कि जिस किसी के पड़ोस में चोर साहब रह रहे हैं उसका जीना मुहाल हो जाएगा। कहावत है कि अच्छा पड़ोसी बड़ी मुश्किल से मिल पाता है। वरना तो अधिकांश पड़ोसी बुराई करने पर उतारू होते हैं।
चोर साहब के कारनामों से पहले तो लंबे समय तक लेखक कुछ नहीं बोला। केवल अपने साथियों तक ही बताता रहा कि उनके यहां प्लाट से लगातार चोरी हो रही है। जब अपनी आंखों से चोर साहब को देखा तब पता चला कि किसी और पर हम शक कर लेते है परंतु हकीकत कुछ और ही होती है।




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