स्कूल के 2 बच्चे कोरोना संक्रमित पाए गए
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कनीना। कनीना क्षेत्र में कोरोना केस घटने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। जहां विगत दिनों स्कूल खोले गए हैं किंतु कोरोना की मार स्कूली बच्चों पर फिर से दिखाई पडऩे लग गये हैं। राजकीय स्कूल भोजावास के 2 विद्यार्थी कोराना संक्रमित पाए गए। दोनों ही 18 वर्ष की उम्र के हैं जिनका सैंपल मोबाइल टीम ने 17 दिसंबर को लिया था। भोजावास प्राथमिक चिकित्सा केंद्र द्वारा आगामी कार्रवाई की जा रही है। उधर सेहलंग सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के तहत खेड़ी गांव का 17 वर्षीय युवक भी कोरोना संक्रमित पाया गया है।
चिकित्सक बार-बार सावधानी बरतने की चेतावनी दे रहे हैं किंतु लोग चेतावनी पर खरा नहीं उतर रहे हैं। नियमों का पालन न करने के चलते यह समस्या बनी हुई है। उल्लेखनीय है कि भोजावास के सरकारी स्कूल में कोरोना केस आने से एक बार फिर से समस्या बढ़ती नजर आ रही है।
बस से उतरते समय लड़की हुई घायल, हायर सेंटर रेफर
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कनीना। चरखी दादरी की बस से कालेज के लिए आ रही एक छात्रा बस से उतरते समय कालेज के समक्ष घायल हो गई। इन्हें कनीना के उप नागरिक अस्पताल लाया गया जिसे डाक्टरों ने उसे हायर सेंटर रेफर कर दिया।
मिली जानकारी अनुसार शीतल नामक लड़की पोता गांव से उन्हाणी कालेज के पास बस से उतर रही थी। वह गिर गई और घायल हो गई। उन्हें कनीना के उप नागरिक अस्पताल लाया गया जहां उनकी गंभीर हालत देखते हुए हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है।
बाजार में आए एप्पल बेर
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कनीना। कनीना के बाजार में 150 ग्राम तक के एप्पल बेर उपलब्ध है। बेर विटामिन-सी कैल्शियम खनिज लाल फास्फोरस जैसे तत्वों से भरपूर होते हैं साथ में एंटी आक्सीडेंट से भी भरपूर होते हैं। बाजार में कई प्रकार के बेर आए हुए है।
सतीश कुमार फल एवं सब्जी विक्रेता ने बताया कि बाजार में 150 ग्राम तक एप्पल बेर, सेब जैसे बड़े आकार में होते हैं। बाजार में कई प्रकार के गेर आए हुए हैं जिनमें झाड़ी बेर, पचेरी तथा बागों के(बागू) बेर आए हुए हैं। ऐसे में विभिन्न प्रकार के बेर खरीदने के लिए लोग लालायित रहते हैं। बेर की खेती दक्षिण हरियाणा में अच्छी हो रही है तथा कई किसान जिनमें महाबीर सिंह, गजराज सिंह, अजय कुमार आदि कर रहे हैं।
सड़क पर बने हैं जोहड़ आए दिन हो रही है घटनाएं
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कनीना। वर्तमान में महेंद्रगढ़ जिले का मुख्यालय नारनौल स्थित है जो कनीना से 45 किलोमीटर दूर है किंतु यहां तक पहुंचने के मार्ग की हालात बदतर है।
उपमंडल कनीना के गांव मोहनपुर नांगल के पास तो सड़क के बीच में ही तालाब बने हुए हैं। जब बारिश होती है तो ये तालाब बहुत अधिक पानी से भरे होते हैं वरना घरों के गंदे पानी से भी यह लबालब भरे मिलते हैं। आए दिन इधर से गुजरने वाले वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो जाते हैं, विशेषकर किसानों को भारी परेशानी उठानी पड़ती है। जो किसान चारा आदि खेतों से काटकर घर लाते हैं उन्हें परेशानी उठानी पड़ती है। इस मार्ग पर वाहन चलाना तो दूर पैदल चल पाना भी कठिन है।
मोहनपुर के आसपास गांवों के धर्मेंद्र सिंह, धीरज कुमार, जोगेंद्र सिंह, मुंशी राम, रोशन लाल आदि ने बताया कि उन्हें अक्सर इस मार्ग से आवागमन करना पड़ता है किंतु कभी भी गड्ढों को बचाते हुए वाहन दुर्घटनाग्रस्त हो सकता है। उन्होंने बताया कि वे बेहद परेशान हैं। रात के समय अंधेरे में किसान है अपने खेतों से भार उठाकर लाते हैं और यहां कर उनकी बोझा गाडिय़ां गिर जाती है। आए दिन ट्रैक्टर ट्राली तो यहां पलटी मिलती है। यदि इस मार्ग को साफ सुथरा बना दिया जाए तो किसानों को आवागमन में लाभ मिलेगा वहीं रोडवेज की बसों को अधिक तेल खर्चा नहीं करना पड़ेगा जिसका सरकार को भी लाभ होगा। लोगों का मानना है कि इस रोड की लंबे समय से कोई सुध नहीं ले रहा है। बार-बार प्रशासन को अवगत कराया जा चुका है, पहले भी दैनिक जागरण ने इस समस्या को उठाया गया था किंतु लगता है प्रशासन इसकी और कोई सुध नहीं लेने वाला है।
फोटो कैप्शन 5: मोहनपुर नांगल के पास नारनलौ सड़क मार्ग पर बने गड्ढे।
कई परियोजनाओं के उद्घाटन के साथ साथ मुख्यमंत्री की रैली का न्यौता दे गये सांसद धर्मबीर
-20 दिसंबर को नारनौल में होने वाली मुख्यमंत्री की रैली का न्यौता भी दिया
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,कनीना। डा भीमराव आंबेडकर को कभी नहीं भुलाया जा सकता है क्योंकि उनके बताए मार्ग पर चल कर ही देश दिन-दुगनी रात चोगुनी उन्नति कर रहा है। ये विचार भिवानी-महेन्द्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र के सांसद चौधरी धर्मबीर सिंह ने खंड के गांव भोजावास में बाबा भीमराव आंबेडकर भवन, बीसी चौपाल, शमशान भूमि की चार दीवारी, गोगापीर के रास्ते का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर उन्होंने कहा कि जो वोट डालते है उसका हमें अधिकार अगर सही मायने में दिया है तो उनको देने वाला डा भीमराव आंबेडकर है जिसकी शिक्षा दीक्षा से आज देश संसार में किसी भी देश से कम नही है। इसलिए उन्हें तथा वीर सपूतों को हमेशा याद करना चाहिए। उनके बताए मार्ग पर चल कर अपने आपको तथा देश को आगे बढ़ाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि आज मुख्य मंत्री मनोहरलाल के नेतृत्व में प्रदेश की सरकार चहुंमुखी विकास कर रही है और प्रदेश देश के मानचित्र पर नम्बर एक पर जाकर खड़ा है। इस अवसर पर इनके साथ आए अटेली विधायक सीताराम ने भी लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि वर्तमान सरकार समूचे प्रदेश को एक समान नजर से देख कर सभी जगह बराबर कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि क्षेत्र में काम कराने वालों की कमी हो सकती है परन्तु सरकार की नहीं क्योकि सरकार के खजाने धन से लबालब भरे है और प्रदेश के ईमानदार मुख्यमंत्री के कारण आज प्रदेश में समान विकास की गंगा बह रही है।
उन्होंने कहा कि मिलजुल कर काम करें किसी बेकार और भ्रम में न पड़े। उन्होंने कहा 20 दिसंबर को मुख्यमंत्री नारनौल आ रहे हैं उसकी रैली में पहुंचकर उनके विचार सुने। उन्होंने कहा कि वर्तमान सरकार हर प्रकार से जन हितेषी कार्यों में जुटी हुई है जिसके चलते हरियाणा का विकास हुआ है। हरियाणा की प्रगति को देख कर के प्रधानमंत्री भी प्रसन्न हैं। ऐसे में किसी के बहकावे में पडऩा चाहिए।
इस मौके पर भोजावास में सांसद चौधरी धर्मवीर अंबेडकर भवन बीसी चौपाल श्मशान भूमि के चारों तरफ बाउंड्री बाबा गोगा की तरफ़ जाने वाला रास्ते का रिबन काटकर उद्घाटन किया । अपने उद्बोधन में सांसद चौधरी धर्मवीर ने कहा कि डाक्टर भीमराव अंबेडकर के विचारों पर चलकर आमजन को शिक्षा दें।
सांसद चौधरी धर्मवीर व विधायक सीताराम यादव ने 20 दिसंबर को नारनौल में को मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की होने वाली रैली में पहुंचने का लोगों को न्यौता दिया।
इस मौके पर बाबा साहब डा भीमराव आंबेडकर समिति तथा सरपंच ग्राम पंचायत भोजावास की ओर से कालेज बनवाने, भोजावास ब्लाक बनाने, सीएचसी बनवाने, आंबेडकर भवन बनाने सहित कई मांगे रखी जिस पर सांसद ने कहा कि कोविड-19 के चलते मार्च 2022 तक सांसद फंड कोरोना राहत फंड में चला गया है फिर भी जो कुछ हो सका वह करवाएंगे।
ग्रामीणों ने कहा कि भोजावास के अंतर्गत 23 गांव आते हैं जिससे भोजावास को ब्लॉक बनाया जा सकता है। जवाब में सांसद धर्मवीर ने कहा कि सभी गांवों के सरपंचों से बैठकर इसके बारे में राय ले ली जाए । किसी को भी परेशानी ना हो इसका ध्यान रखा जाए।
इस दौरान विधायक सीताराम यादव, जिला अध्यक्ष राकेश शर्मा, भोजावास मंडल अध्यक्ष थान सिंह, कनीना मंडल अध्यक्ष अतर सिंह कैमला, लख्मी चंद महामंत्री, शांति स्वरूप महामंत्री, सूबेदार मुनीलाल, दयाराम सरपंच गोमला, सुशील सरपंच ढाणा, प्रवक्ता ओम प्रकाश लिसानिया, मीडिया प्रभारी दीपक वशिष्ठ, एक मंच एक आवाज से सनोज भोजावास, इंद्रजीत यादव,। सरिया होगी मीटिंग समाप्त लौटकर रविंद्र भोजावास प्रकाश सरपंच भोजावास, सुरेश वशिष्ठ, जयप्रकाश भोजावास, सुरेश अत्रि, विधानसभा प्रभारी, बाबूलाल मुंडिया खेड़ा, कृष्णा जांगड़ा पाथेड़ा महामंत्री, संतलाल कुमार सेन वशिष्ठ, रोशनी मंडल सचिव सहित अनेक लोग मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 6: डा भीमराव आंबेडकर को रद्धा सुमन अर्पित करते सांसद एवं अन्य
7: विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन करते सांसद चौ धर्मबीर, विधायक अटेली सीताराम एवं अन्य
शौचालय बना नासूर
-कनीना बार के अधिवक्ता गंदगी के साये में बैठने को मजबूर
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कनीना। यंू तो कनीना पालिका साफ सफाई करवाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है किंतु अधिवक्ताओं ने उनके पास बने शौचालय से होने वाली समस्या से अवगत करवाते हुये इसे नासूर बताया।
कनीना बार एसोसिएशन के प्रधान कुलदीप यादव, बार सचिव अखिल अग्रवाल, वरिष्ठ अधिवक्ता राजेश यादव, अधिवक्ता नरेश कुमार यादव, अधिवक्ता विजय कुमार, वेदप्रकाश गुर्जर के अलावा अन्य दर्जनों अधिवक्ताओं ने जानकारी देते हुए बताया कि कनीना एसडीएम कार्यालय, खंड विकास अधिकारी कार्यालय व अधिवक्ताओं के बैठने का स्थान इसी प्रांगण में आता है जिसके बीचोबिच बने शौचालय के कारण अधिवक्ताओं का जीना हराम हो गया है।
अधिवक्ताओं ने ने बताया कि इस शौचालय में सफाई की व्यवस्था न के बराबर है जिसमें इतनी बुरी बदबू आती है कि यहां बैठना तो दूर की बात यहां से गुजरना भी मुश्किल कार्य है। उन्होंने यह भी बताया कि इस समस्या को लेकर वे कई बार खंड विकास अधिकारी, एसडीएम व जिला उपायुक्त तक जाकर अपना दु:खड़ा रो चुके है लेकिन आज तक इस समस्या का समाधान करने की हिम्मत किसी ने नहीं की है। जिसके कारण अधिवक्ता नारकीय जीवन जीने के लिए मजबूर है। अधिवक्ताओं का कहना है कि जब भी इस समस्या को लेकर खंड विकास अधिकारी के पास जाते है तो उनका कहना है कि ये हमारे दायरे से बाहर है तथा एसडीएम के कार्यालय के क्षेत्र में आता है। पूर्व एसडीएम रणबीर सिंह ने खंड विकास अधिकारी को निर्देश दिया था कि तुरन्त प्रभाव से सभी कार्यालयों के बीचोंबीच बने शौचालय की इस समस्या को निपटावाएं लेकिन इसके बाद भी वह शौचालय गंदगी का पर्याय बन कर अधिकारियों की कार्य शैली पर प्रश्न वाचक चिन्ह लगा रहा है। उधर खंड विकास अधिकारी देशंबधू से इस समस्या को लेकर बात कि तो उनका कहना था कि यह उनकी हद बंदी से बाहर है तथा एसडीएम के कार्यालय के क्षेत्र में आता है। अब देखना यह है कि आखिर इस शौचालय को दुरुस्त कराने अथवा यहां से दूसरी जगह शिफ्ट कराने का कार्य कोन करता है या फिर इन अधिवक्ताओं को इस कोरोना नामक महामारी के काल में इस गंदगी परिपूर्ण वातावरण में ही अपना समय गुजारना पड़ेगा।
फोटो कैप्शन 8: कनीना में बार रूम कनीना के पास नासूर बना शौचालय।
पोस्टर न लगाने की चेतावनी पर लगाते हैं अधिक पोस्टर
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कनीना। एक ओर लोग जहां महंगे पेंट, रंग रोगन आदि करके दीवारों को सुंदर और चमकीला बनाते हैं वहीं उनके रंग रोगन और पेंट आदि को कलुषित करने का कार्य पोस्टर कर देते हैं। जो लोग अपनी दीवार पर यह लिख देते हैं कि यहां पोस्टर लगाना सख्त मना है तो उस जगह अवश्य पोस्टर लगाएंगे। यही हालात उस जगह देखने को मिलती है जहां लिखा होता है कि यहां पेशाब करना मना है और वहां पेशाब की नदी बहा देते हैं।
कस्बा कनीना डा अजीत शर्मा, रोशन लाल अशोक साहब आदि ने उच्च अधिकारियों को शिकायत की है कि उनकी दीवारों पर रातोंरात कोई भारी संख्या में पोस्टर चिपका गया। अजीत शर्मा ने बताया कि उन्होंने लिखवा रखा है कि दीवार पर पोस्टर लगाना सख्त मना है किंतु सुबह उठकर देखा तो हाल बिगड़ा मिला। उन्होंने उच्चाधिकारियों को पत्र लिखकर इस प्रकार की गतिविधियां करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की मांग की है। यद्यपि वे पुलिस पहुंचे, पुलिस ने स्पष्ट कर दिया कि यह मामला उनका नहीं न्यायालय का है। डा अजीत शर्मा ने बताया कि उन्होंने पोस्टर लगाने वाली पार्टी से भी संपर्क साधा हैं। यदि पार्टी आकर अपनी गलती नहीं मानती तो इसके विरुद्ध न्यायालय में केस चलाया जाएगा। बहरहाल विभिन्न प्रकार के पोस्टरों की भरमार देखने को मिलती है।
बिजली के खंभे, पेड़ पौधे के तने, दीवार या किसी संस्था की दीवार हो जहां देखो वहीं पर पोस्टर लगाकर लोग प्रसन्नता महसूस करते हैं।कई कई बार तो इतनी अधिक परेशानी झेलनी पड़ती है कि इंसान अपनी दीवार का हाल बदहाल करने पर परेशान नजर आते हैं। चुनाव आयोग ने तो अच्छा कार्य किया हुआ है कि हां पोस्टर बैनर किसी दीवार आदि पर नहीं लगाए जा सकते।
फोटो कैप्शन 1:डा. अजीत शर्मा की दीवार पर लगाए गए पोस्टर। फोटो डॉ अजीत शर्मा
दूसरे दिन भी क्षेत्र में जमा पाला
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कनीना। कनीना क्षेत्र के किसान सूखा पाला पडऩे से परेशान नजर आ रहे हैं। यद्यपि शुक्रवार को पहली बार पाला पड़ा किंतु शनिवार को सुबह उठने पर दोबारा पेड़ पौधों, सब्जी, फसल आदि के पत्तों पर पाला जमा देखा।
वहीं दूसरी ओर 2 दिनों से सुबह से चिलचिली धूप निकल रही है। पाला देखकर किसानों के माथे पर अब तो चिंता की लकीरें स्पष्ट नजर आने लगी हैं। यदि धुंध पड़े तो किसानों को लाभ हो सकता है लेकिन सूखा पाला फसल को नुकसान पहुंचाता है। एक और जहां स्कूल कालेज भी खुले हुए हैं। विद्यार्थी ठंड में कांपते हुए स्कूल जाने को मजबूर हैं। उस पर महामारी का भी प्रकोप है।
क्षेत्र के किसान राजेंद्र सिंह, गजराज सिंह, मोड़ी से अजय एवं कांता ने बताया कि उन्होंने सरसों, गेहूं एवं सब्जी उगा रखी है जिस पर पाले का बुरा प्रभाव पडऩे की पूरी शंका बन गई है। अगर लगातार पाला पड़ता रहा तो जरूर उनकी फसल को चौपट कर देगा। किसान प्रकृति के सामने बौने नजर आए।
कला शिक्षकों के आंकड़े मांगे जाने पर बर्खास्तगी की अटकलें तेज
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कनीना। करीब 10 वर्षों पहले पूरे प्रदेश में 816 कला शिक्षकों ने नौकरी पाकर ही सोचा था कि उनकी जीवन भर रोटी रोजी चलती रहेगी किंतु सुप्रीम कोर्ट में उनकी एसएलपी 14481 खारिज कर देने के बाद उनको बर्खास्त किए जाने की अटकलों का बाजार गर्म है। इस संबंध में महानिदेशक मौलिक शिक्षा हरियाणा द्वारा सभी जिला मौलिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र प्रेषित कर जहां शनिवार और रविवार को कार्यालय लगाकर इन शिक्षकों की सूची मांगी है जिसमें जिला महेंद्रगढ़ में 19 ऐसे शिक्षक बताए जा रहे हैं जो कला शिक्षकों की इस सूचि में शामिल है और उन पर बर्खास्तगी की तलवार लटक रही है।
चाहे आंकड़े किसी भी उद्देश्य से मांगे गये हो किंतु इसका सीधा सा अर्थ यही मान रहे हैं कि अब कला शिक्षकों को भी 1983 शारीरिक शिक्षकों की भर्ती बर्खास्त किया जाएगा। यदि यह कदम उठाया जाता है तो पूरे प्रदेश में रोष पनप सकता है और रोटी रोटी छीनने पर हश्र बुरा हो सकता है। कला शिक्षक भी शारीरिक शिक्षकों की भांति उनकी राह पर चलने की संभावना जताई जा रही है किंतु अभी तक कला शिक्षक सरकार द्वारा आगामी उठाए जाने वाले कदम पर नजरें टिकाए हुए हैं। एक और जहां शारीरिक शिक्षकों को समायोजित करने की प्रक्रिया अंतिम चरण में बताई जा रही है। उन्हें फिर से नौकरी में लिया जा रहा है और उन्हें 24000 रुपये प्रति माह वेतन दिया जाएगा। परंतु उनकी मेहनत रंग लाई और अब कला शिक्षकों के प्रति की जाने वाली आगामी कार्रवाई पर नजरें टिकी हैं। बस सभी उनको बर्खास्त न करने की मांग कर रहे हैं।
महामारी के बीच अब 9वी और 11वीं कक्षा सोमवार से लगेंगी
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कनीना। महामारी के चलते जहां सरकारी और निजी स्कूलों में जहां दसवीं और बारहवीं कक्षा विगत दिनों से लग रही है उनकी तर्ज पर अब सरकार द्वारा पहले ही निर्णय ले लिया है कि 21 दिसंबर से 9वीं और 11वीं के कक्षाएं भी लगेंगी। ऐसे में जहां अभिभावक एक ओर महामारी और दूसरी ओर हाड कंपाने वाली ठंड को देखकर परेशान नजर आ रहे किंतु दुर्भाग्य है लंबे समय से आनलाइन शिक्षण पाते पाते जहां अभिभावक शिक्षक और विद्यार्थी ऊब चुके हैं। अब वे कक्षा में शिक्षकों से रूबरू होना चाहते हैं।
कहां स्कूलों में दसवीं एवं 12वीं की कक्षा में विद्यार्थियों की संख्या कम आ रही है किंतु मजबूरी में जहां विभाग अपने विद्यार्थियों को स्कूल भेज रहे हैं।
अभिभावक रविंद्र कुमार, सुरेश यादव, दिनेश कुमार, महेश कुमार आदि ने बताया कि वे अब अपने बच्चों को स्कूल में भेजेंगे। मजबूरी है किंतु वे पूरी सावधानी बरतते हुये स्कूल जाएंगे जिससे उनका भविष्य सुधरेगा। उन्होंने कहा कि लंबे समय से घर में बैठे हुए बच्चों को लेकर बेहद दुखी हैं। वे नहीं चाहते कि अब और समय उनके बच्चे घर में यूं ही बैठे रहें।
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