Not sure how to add your code? Check our installation guidelines **KANINA KI AWAZ **कनीना की आवाज**

Sunday, December 6, 2020

 

एक युवक की जोहड़ में डूबकर मौत तो दूसरे की करंट से मौत
-दोनों की आगामी कार्रवाई कर दी है

**************************

****************************

***********************
 कनीना। कनीना खंड में खेड़ी तलवाना में एक युवक जोहड़ में डूब कर मौत हो गई जबकि दूसरे युवक की करंट लग जाने से मौत हो गई। दोनों की आगामी कार्रवाई कनीना पुलिस ने कर दी है।
 प्राप्त विवरण अनुसार होटल उर्फ दिनेश 28 वर्ष खेड़ी तलवाना निवासी बृहस्पतिवार से लापता था। रविवार को गांव खेड़ी के जोहड़ में मृत अवस्था में पाया गया। मृतक के भाई प्रदीप के बयान पर इत्तफाकिया कार्रवाई कर दी है। मृतक के भाई प्रदीप ने पुलिस में दिए गए बयान अनुसार वे तीन भाई हैं जिनमें बीच वाला भाई दिनेश जो बृहस्पतिवार लापता था, शराब पीने का आदि था। 3 दिसंबर को शाम के समय खेड़ी के जोहड़ के पास देखा गया। लापता होने से  रविवार को गांव वालों ने मिलकर छानबीन की तो वह गांव के जोहड़ में डूबा हुआ मिला। मृतक के भाई ने कहा है कि शराब के नशे में जोहड़ में डूबने के कारण उसकी मौत हुई है। पुलिस को सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को जोहड़ से निकाला। शव का पोस्टमार्टम करवाने के लिए महेंद्रगढ़ भेज दिया गया है।
संदिग्ध परिस्थितियों में करंट लगने मौत -
उपमंडल के गांव उन्हाणी में संदिग्ध परिस्थितियों में युवक की करंट लगने से मौत हो गई। उनकी मौत रोहतक पीजीआई में हुई।
मिली जानकारी अनुसार विनोद पुत्र रामकुमार 35 वर्ष रविवार सुबह करंट लगने से संदिग्ध परिस्थितियों में घायल अवस्था में बिजली की लाइन के नीचे पड़ा मिला।  करंट लगने के बाद उनके परिजन उन्हें कनीना के उप नागरिक अस्पताल ले गए जहां उनकी गंभीर हालत को देखते हुए चिकित्सकों ने पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया। रोहतक में इलाज के दौरान विनोद की मौत हो गई। कनीना पुलिस ने आगामी कार्रवाई कर दी है।
एक युवक की जोहड़ में डूबकर मौत तो दूसरे की करंट से मौत
-दोनों की आगामी कार्रवाई कर दी है

**********************
कनीना। कनीना खंड में खेड़ी तलवाना में एक युवक जोहड़ में डूब कर मौत हो गई जबकि दूसरे युवक की करंट लग जाने से मौत हो गई। दोनों की आगामी कार्रवाई कनीना पुलिस ने कर दी है।
 प्राप्त विवरण अनुसार होटल उर्फ दिनेश 28 वर्ष खेड़ी तलवाना निवासी बृहस्पतिवार से लापता था। रविवार को गांव खेड़ी के जोहड़ में मृत अवस्था में पाया गया। मृतक के भाई प्रदीप के बयान पर इत्तफाकिया कार्रवाई कर दी है। मृतक के भाई प्रदीप ने पुलिस में दिए गए बयान अनुसार वे तीन भाई हैं जिनमें बीच वाला भाई दिनेश जो बृहस्पतिवार लापता था, शराब पीने का आदि था। 3 दिसंबर को शाम के समय खेड़ी के जोहड़ के पास देखा गया। लापता होने से  रविवार को गांव वालों ने मिलकर छानबीन की तो वह गांव के जोहड़ में डूबा हुआ मिला। मृतक के भाई ने कहा है कि शराब के नशे में जोहड़ में डूबने के कारण उसकी मौत हुई है। पुलिस को सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को जोहड़ से निकाला। शव का पोस्टमार्टम करवाने के लिए महेंद्रगढ़ भेज दिया गया है।
संदिग्ध परिस्थितियों में करंट लगने मौत -
उपमंडल के गांव उन्हाणी में संदिग्ध परिस्थितियों में युवक की करंट लगने से मौत हो गई। उनकी मौत रोहतक पीजीआई में हुई।
मिली जानकारी अनुसार विनोद पुत्र रामकुमार 35 वर्ष रविवार सुबह करंट लगने से संदिग्ध परिस्थितियों में घायल अवस्था में बिजली की लाइन के नीचे पड़ा मिला।  करंट लगने के बाद उनके परिजन उन्हें कनीना के उप नागरिक अस्पताल ले गए जहां उनकी गंभीर हालत को देखते हुए चिकित्सकों ने पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया। रोहतक में इलाज के दौरान विनोद की मौत हो गई। कनीना पुलिस ने आगामी कार्रवाई कर दी है।

ककराला गांव की कोरोना संक्रमित महिला की मौत
-कनीना के एक बुजुर्ग की कोरोना सेजून माह में हुई थी मौत

******************************
कनीना। कोरानो ने जहां जून माह में एक बुजुर्ग को लील लिया था वहीं अब ककराला की 78 वर्षीय कोरोना संक्रमित महिला की मौत हो गई है। मृतका महिला के परिजनों ने रेवाड़ी की एक निजी लैब में टेस्ट करवाया था। संक्रमित मिलने के बाद महिला को सांस की तकलीफ हुई थी तत्पश्चात परिवार जन महिला को उप नागरिक अस्पताल कनीना लेकर आए जहां पर चिकित्सकों ने उसे पीजीआई रोहतक के लिए रेफर कर दिया था।
मृतका कमला के पुत्र जय भगवान ने बताया कि उनकी मां को सांस की दिक्कत पिछले डेढ़ वर्षों से चली आ रही है। उनका इलाज एक निजी अस्पताल में चल रहा था। 24 नवंबर को रेवाड़ी की एक निजी लैब में टेस्ट करवाया था जिसकी रिपोर्ट उसी दिन पाजिटिव आई थी।
  यही नहीं जय भगवान के पिता सादीराम का भी रैपिड टेस्ट करवाया था और वह भी कोरोना पाजिटिव पाया गया था। रेवाड़ी के डाक्टरों ने उन्हें होम आइसोलेट कर दिया। उधर 2 दिन के बाद कमला को 26 नवंबर को उनको सांस लेने में बहुत कठिनाई हुई जिसके चलते उप नागरिक अस्पताल कनीना लाये। गंभीर हालात देखते हुए डाक्टरों ने उन्हें पीजीआई रोहतक में रेफर कर दिया। पीजीआई रोहतक के डाक्टरों ने उन्हें बताया कि रविवार को उनका कोरोना संक्रमण की वजह से देहांत हो गया। पीजीआई रोहतक के सामने बने वैश्य कालेज के पास उनकी मां का अंतिम संस्कार कर दिया गया। परिजनों ने डाक्टरों से विनती की कि अंतिम संस्कार उनके गांव ककराला में किया जाए लेकिन डाक्टरों ने अनसुनी कर दी। मृतका के परिजनों के सैंपल भी नहीं लिये गये हैं।
एसएमओ डा धर्मेंद्र यादव ने बताया कि मृतका के परिवार जन रेवाड़ी के निजी अस्पताल में लेकर गए थे। जहां पर उन्होंने रैपिड टेस्ट करवाया और उसकी रिपोर्ट पाजिटिव आ गई थी। परिवार जनों ने कनीना अस्पताल में जानकारी देने के  बजाए यह बात छुपा ली कि उनकी मां कोरोना संक्रमित है। जब मरीज को सांस लेने में अधिक तकलीफ महसूस हुई तब परिजनों ने मरीज को उप नागरिक अस्पताल कनीना में भर्ती करवाया। यहां से हायर सेंटर रेफर कर दिया था। जिस समय बुजुर्ग महिला की रिपोर्ट पाजिटिव आई थी उसी वक्त अगर परिवार जन उप नागरिक अस्पताल को सूचित करते तो हम उनके लिए किसी डॉक्टर की तैनाती लगाई जाती।
डॉ धर्मेंद्र ने आमजन से अपील करते हुए कहा है कि जब भी किसी को कोई तकलीफ महसूस हो तो तुरंत उप नागरिक अस्पताल कनीना में आकर सही समय पर जांच करवाएं। जिससे उनका सही समय पर इलाज हो सके। उप नागरिक अस्पताल कनीना में हर रोज कोविड-19 के सैंपल लिए जा रहे हैं। स्वास्थ्य कर्मी, आशा वर्कर आंगनवाड़ी वर्कर इत्यादि जागरूक कर रहे हैं।
22 जून को हुई थी पहली मौत-
 कनीना मंडी के एक 80 वर्षीय बुजुर्ग  की 22 जून को पहली मौत हुई थी।
 मिली जानकारी अनुसार 13 जून से पूर्व न्यूरो की दिक्कत के चलते 80 वर्षीय बुजुर्ग पार्क अस्पताल गुडग़ांव गए थे। वहां से ठीक होकर कनीना आए। 13 जून को सैंपल दिया और 15 जून को रिपोर्ट पाजिटिव आई जिसके चलते होने पीजीआई रोहतक रेफर कर दिया गया। जहां उनका इलाज चलता रहा। 22 जून सोमवार को कोरोना की वजह से उनका देहांत हो गया था।  उनका अंतिम संस्कार रोहतक में ही किया गया।

गरीबों के बादाम से चला रहे जीवन

***************************
कनीना। गरीबों का बादाम मूंगफली गरीब तबके के लिए रोटी रोजी का साधन बन चुके हैं। रेतीली मिट्टी में पर्याप्त होने के कारण प्रति दिन बेरोजगार इनको बेचकर 300 से 500 रुपये कमाकर अपने परिवार का भरण पोषण कर रहे हैं। किंतु चंद दिनों तक यह धंधा चल पाता है।
  सर्दी आते ही मूंगफली की मांग बढ़ जाती है। यह मांग मकर संक्रांति के दिन तक खूब रहती है। मूंगफली को कनीना, करीरा, भडफ़ एवं समीपी गांवों में पर्याप्त मात्रा में उगाया जाता है। किसानों की मूंगफली उनके घर से भाड़भूजे खरीद ले जाते हें यहां तक कि दुकानदार भी उनसे कच्ची मूंगफली खरीदकर भाड़भूजे से भुनवाकर बेचने का काम करते हैं।
  बस स्टैंड हो या रेलवे स्टेशन सर्दी के दिनों में मूंगफली की बेहद मांग बढ़ जाती है। रेहड़ी पर या फिर दुकानों पर जमकर बेची जाती हें। दुकानदार योगेश कुमार एवं रोहित कुमार ने बताया कि मूंगफली की मांग इस कद्र होती है कि प्रतिवर्ष पांच सं सात बोरा मूंगफली बिक जाती है। मूंगफली बेचने वाले जयचंद, राजू ने बताया कि उनके परिवार का भरण पोषण भी मूंगफली से ही होता है। प्रतिदिन पांच सौ से सात सौ रुपये बचत कर लेते हैं किंतु यह धंधा कम समय के लिए ही चलता है।
 करीरा के वैद्य हरिकिशन एवं बालकिशन का कहना है कि मूंगफली में सभी पौष्टिक तत्व उपलब्ध होते हैं। यह सेहत के लिए लाभकारी होती हैं। उन्होंने सर्दी के दिनों में इनका सेवन करने की प्रेरणा दी है। उनका कहना है कि जो गरीब बादाम नहीं खा सकते वे मूंगफली खा सकते हैं। ऐसे में गरीबों का बादाम मूंगफली होती हैं।
फोटो कैप्शन 8: मूंगफली।


तड़ाग जीते, पालिका हारी

*************************
कनीना। नगरपालिका द्वारा तड़ागों का पानी खत्म करने की लड़ाई में तड़ाग जीत गये हैं। जोहड़ों का पानी कम नहीं हो पाया। ये जोहड़ दो जनों की जान भी ले चुके हैं तथा सैकड़ों विशालकाय पेड़ इनके गंदे जल में दफन हो चुके हैं।
भरसक प्रयास कर नगर पालिका ने दोनों कालरवाली एवं होलीवाला जोहड़ों के पानी को खत्म करना चाहा किंतु उल्टे ये जोहड़ उग्र होकर छोटे बड़े पेड़ पौधों को लीलने लगे। कालरवाली एवं होलीवाला नामक जोहड़ों में पूरे कस्बे का पानी जमा होता है जिसे नाहड़ मार्ग पर स्थित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट तक पहुंचाया जाता है। हर संभव प्रयास किया गया है कि पानी खत्म हो जाये किंतु दोनों जोहड़ खाली होने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। उल्लेखनीय है कि दोनों ही जोहड़ पुराने हैं। दोनों में भारी मात्रा में गंदा पानी, उस पर शैवाल की परत छाई रहती है। दूर से दिखाई नहीं देता कि पानी है या शैवाल है। इसके चारों ओर बड़े पीपल, बरगद, सिरस ,नीम, कीकर आदि के पेड़ खड़े  होते थे जिनको धीरे धीरे जोहड़ों ने एकाएक करके लील लिया हैं। धीरे-धीरे आयाम बढ़ता ही जा रहा है। एक पुरुष एवं एक बच्ची की गिरकर इनमें मौत भी हो चुकी है। वर्तमान पालिका प्रधान सतीश जेलदार ने तो वाटर ट्रीटमेंट प्लांट तक गंदाजल पहुंचाने के लिए छतिग्रस्त भूमिगत लाइन को ठीक करवाया किंतु आज भी जहां कलरवाली और होलीवाला जोहड़ों का दायरा आधा -आधा किलो मीटर घिरा हुआ है। जहां होलीवाला जोहड़ पर बेगराज नाम मैरिज पैलेस स्थापित होने से जोहड़ दृष्टि से ओझल होने लगा है परंतु कालर वाली जोहड़ पर जहां लोगों द्वारा कब्जा करने की, माता मंदिर बनाने की कार्रवाई चली और कुछ लोग सफल भी हुए किंतु यह जोहड़ लोगों की आंखों में खटक रहा हैं।
 फोटो कैप्शन 9: शैवाल से ढका कालरवाली जोहड़ का एक नजारा जिसमें पड़े हुए पेड़।

डा आंबेडकर को याद किया

*****************************
कनीना। भारत रत्न डॉ. भीमराव अम्बेडकर के महा परिनिर्वाण दिवस पर कनीना के डा भीमराव आंबेडकर चौक पर बाबा साहेब की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर किये। अध्यक्षता एनसीसी अधिकारी रमन शास्त्री
  मुख्य वक्ता रमन शास्त्री ने संसदीय शासन व्यवस्था को विश्व की सर्वोत्तम शासन प्रणाली बताते हुए कहा इस प्रणाली में कानून पालिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका की शक्तियों का संतुलित बंटवारा होने के कारण किसी भी निकाय की तानाशाही पर लगाम लग जाती है और देश तीव्र गति से विकास करता है। इनके पीछे डा आंबेडकर का योगदान रहा है।
उन्होंने  संसदीय प्रणाली को लोकतंत्र की आत्मा बताते हुए लोगों से डॉ. भीमराव अम्बेडकर के शिक्षित बनो, संगठित रहो और संघर्ष करो के मूलमंत्र को अपने जीवन में अपनाने का आह्वान किया।
 विभिन्न संस्थाओं एवं शिक्षण संस्थानों ने बाबा साहब अंबेडकर को याद किया। बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर  बाबा साहब की मूर्ति पर माल्यार्पण करके श्रद्धांजलि दा गई।  इस मौके पर पवन मिस्त्री,डीगराम ,विजयपाल,पूर्व पार्षद रामेश्वर  राजेंद्र, धर्म पाल,सुबेसिंह प्रवक्ता,ओमप्रकाश इत्यादि उपस्थित रहे।  
फोटो कैप्शन 7: डा भीमराव आंबेडकर प्रतिमा पर पुष्प अर्पित करते रमन शास्त्री एवं लोग।


बर्खास्त पीटीआई कर रहे हैं पत्र मिलने का इंतजार 

*****************************










 कनीना। हरियाणा सरकार ने कोर्ट के आदेशों के चलते 1980 पीटीआई बर्खास्त कर दिए गये थे और उनका लंबे समय तक संघर्ष जारी रहा और अभी भी जारी है। बाद मेंसरकार ने उनको विभिन्न विभागों में समायोजित करने के लिए आनलाइन आवेदन करवा लिये हैं परंतु एक माह बीत जाने पर भी उन्हें अभी तक
नियुक्ति पत्र नहीं मिले हैं। वे नियुक्ति पत्र मिलने का इंतजार कर रहे हैं।
क्षेत्र के बर्खास्त पीटीआई जोगेंद्र सिंह, मनीष कुमार, सुनील कुमार, रघुवीर सिंह, संतोष कुमार, सुरेंद्र आदि ने बताया कि वे सरकार द्वारा नियुक्ति पत्र जारी करने का इंतजार कर रहे हैं। लंबा समय बर्खास्त हुये बीत गया है जिससे परिवार की आर्थिक हालात इतने कमजोर हो चली है कि रोटी के लाले पड़ रहे हैं। उन्होंने अविलंब नियुक्ति पत्र जारी कर विभागों में समायोजित करने की मांग की है। उन्होंने बताया कि करीब एक माह पहले आनलाइन आवेदन मांगे थे तथा स्टेशन भी भरवा लिए थे परंतु अभी तक समायोजन से संबंधित पत्र जारी नहीं हुआ है जिसके चलते परिवार में असंतोष पनपने लगा है। बेचारे बर्खास्त पीटीआई पशु पालकी गुजर बसर करने को मजबूर हैं।


No comments: