Not sure how to add your code? Check our installation guidelines **KANINA KI AWAZ **कनीना की आवाज**

Thursday, December 31, 2020

 908 लोगों ने सात लाख रुपये भरा टैक्स
-अंतिम तिथि बढ़ाने की मांग उठी
***********************************
*******************************************
**********************************
***********
कनीना। टैक्स भरने की अंतिम तिथि 31 दिसंबर तक 908  लोगों ने 7,15,538 रुपये टैक्स भरा है। कनीना नगर पालिका में प्रापर्टी टैक्स भरने वालों के लिए प्रतिदिन शिविर का आयोजन किया गया जिसकी अध्यक्षता  प्रतिदिन सतीश जेलदार पालिका प्रधान ने की। टैक्स भरकर छूट पाने की तिथि 31 दिसंबर रखी हुई थी जिसके चलते अंतिम टैक्स भरने वालों की भीड़ देखी गई और सभी दिनों से अधिक टैक्स जमा किया गया। 31 दिसंबर को 1,98,063 रुपये टैक्स भरा जबकि 30 दिसंबर को 134 लोगों ने एक लाख सात सौ छह रुपये टैक्स भरा। इस प्रकार 908  लोगों ने 7,15,538 रुपये टैक्स भरा।
   पालिका प्रधान ने कहा कि टैक्स भरना जनहित का काम है। टैक्स भरना हम सबका कत्र्तव्य बनता है और हमारी जिम्मेदारी है। यह जरूर भरना चाहिए। यह टैक्स जनहित के विकास कार्यों पर खर्च होता है। इस मौके पर कनीना के विभिन्न लोगों को प्रापर्टी टैक्स भरने के लिए समझाया जिसके चलते अब तक 663 लोगों ने 5,17,475 रुपये प्रापर्टी टैक्स जमा किया। टैक्स भरने की तिथि बढ़ाने की मांग की गई है। सतीश जेलदार ने बताया कि 25 दिसंबर को 15190 रुपये, 26 दिसंबर को 64,018 रुपये वहीं 28 दिसंबर को 1,36,3,42 रुपये वहीं 29 दिसंबर को एक लाख रुपये के करीब टैक्स जमा हुआ है। जबकि 30 दिसंबर को 134 लोगों ने एक लाख सात सौ छह रुपये टैक्स भरा।
    इस अवसर पर सतीश जेलदार ने बताया कि 31 दिसंबर तक सरकार ने प्रापर्टी टैक्स भरने वालों के लिए 25 फीसदी छूट दी थी। यहां तक की बकाया राशि का ब्याज भी नहीं लिया। कनीना में विभिन्न 13 वार्ड हैं। ।उन्होंने कहा कि वे सरकार को लिखकर टैक्स भरने की तिथि बढ़वाने का प्रयास करेंगे।
इस मौके पर  एमई चमनलाल, लेखाकार शिवचरण शर्मा, रोहित, श्यामलाल, आदि मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 10: टैक्स भरने के लिए पालिका परिसर में आयोजित कैंप में टैक्स भरते लोग

हरियाणा में शीतकालीन अवकाश को लेकर ऊहापोह की स्थिति
*********************************************
***********************************
*************
 कनीना। हरियाणा में जहां सरकारी स्कूलों में 1 जनवरी से 15 जनवरी तक शीतकालीन अवकाश होते हैं किंतु इस बार न तो अवकाश के संबंध में कोई शिक्षा विभाग ने पत्र जारी किया और नहीं रद्द होने संबंधित कोई पत्र जारी किया जिसको लेकर के ऊहापोह की स्थिति बनी रही। फोन पर विभिन्न शिक्षक आपस में बातें करते सुने गए।
 उल्लेखनीय है कि इस बार कोरोना काल में जहां स्कूल बंद रहे वहीं अब दसवीं और बारहवीं कक्षा शुरू की गई है। परंतु दूसरी तरफ ठंड बढ़ती ही जा रही है ठंड बढऩे से समस्या बढ़ती ही जा रही है वैसे भी शिक्षकों का कहना है कि जहां कोरोना का काल में भी उनकी तैनाती लगी रही, लगातार स्कूल जाते रहे उनकी कभी कोई छुट्टियां हुई नहीं है। अब हांड कंपाने वाली ठंड में जब पाला पड़ रहा है स्कूल जाना कठिन होगा। कुछ शिक्षकों का कहना है कि  कि सरकार ने उनकी अध्यापक डायरी में अवकाश लिखे हुए हैं जबकि कुछ शिक्षकों का कहना था कि जब तक कोई आदेश जारी न हो तब तक मैं तो छुट्टियां रद्द मानी जाएंगी और नहीं छुट्टियां मानी जाएंगी। ऐसे में शिक्षक परेशान रहे और नए साल पर ऊहापोह की स्थिति में आखिरकार स्कूल जाएंगे।

कुश्ती में राष्ट्रीय स्तर पर जीता प्रथम इनाम
***********************************

कनीना। आरआरसीएम पब्लिक स्कूल कनीना में टाटा मोटर्स 39-वीं ग्रीक रोमन ब्वायज स्टाइल कुश्ती प्रतियोगिता में विद्यालय के छात्र रवि ने भार वर्ग 60 किण् ग्राण् में राष्ट्रीय स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त कर अपनी खेल प्रतिभा का परिचय दिया। यह प्रतियोगिता का आयोजन बिहार के पटना में हुई थी।
इस अवसर पर विद्यालय में छात्र रवि को सम्मानित किया गया।  संस्था के चेयरमैन रोशन लाल यादव ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्र में खेलों की अनेक प्रतिभाएँ होती है। हमें इन्हें पहचान कर उचित मंच प्रदान करना चाहिए ताकि ये भविष्य में राज्य व राष्ट्रीय स्तर के अच्छे खिलाड़ी बन सके इसके लिए विद्यालय एक अच्छा मंच साबित हो सकता है।
इस अवसर पर  संस्था के निदेशक संजय यादव एवं प्राचार्य नरेंद्र गौतम ने भी छात्र रवि को उसकी सफलता पर हार्दिक बधाई प्रदान की। इस अवसर पर संस्था के सभी कर्मचारी उपस्थित थे।
फोटो कैप्शन 8: आरआरसीएम के छात्र रवि को सम्मानित करते रोशनलाल चेयरमैन।


दूसरे दिन खरीदा 39 किसानों का 885 क्विंटल बाजरा
**********************************
**************
कनीना। कस्बे की अनाज मंडी में दूसरे दिन 39 किसानों का 885 क्विंटल बाजरा खरीदा। दो दिनों में 2700 क्विंटल बाजरा खरीदा जा चुका है।
  उल्लेखनीय है कि नवंबर माह में शुरू की बाजरे की खरीद में कुछ किसान बाजरा बेचने से वंचित रह गये थे। सभी किसानों की बाजरे की समय पर खरीद न होने से किसानों ने सरकार से मांग की गई थी कि जिन किसानों का बाजार नहीं खरीदा गया उनका दोबारा से खरीदा जाए। जिसके लिए कृषि विभाग ने वेरिफिकेशन किया और उसके बाद मंगलवार को बेचे हुये किसानों की खरीद दोबारा से शुरू हो गई।
विस्तृत जानकारी देते हुए हेफेड मैनेजर सत्येंद्र यादव ने बताया कि जिन किसानों का एक बार भी नंबर नहीं आया था उन्होंने सरकार से मांग की थी कि जिन किसानों का बाजरा नहीं बिका है उनका दोबारा से खरीदा जाए। कृषि विभाग ने वेरिफिकेशन किया और उसके बाद मंगलवार  107 किसान ही उपस्थिति दर्ज करवा पाए और उनका 1815 क्विंटल बाजरा खरीदा गया। बुधवार को कोई खरीद नहीं हुई तथा गुरुवार को 39 किसान बाजरा बेचने पहुंचे जबकि शेड्यूल 51 किसानों का जारी हुआ था। अब तक दो दिनों में 146 किसानों का 2700 क्विंटल बाजरा खरीदा जा चुका है।

 मैनेजर ने बताया कि पूरे जिला में यह खरीद शुरू की गई है जो छह जनवरी तक जारी होगी। विभिाग ने किसानों को एसएमएस के जरिये सूचित किया है वे ही किसान बाजरा बेचने आए हैं।
फोटो कैप्शन 09: बाजरे की पुन: खरीद करते हैफेड मैनजर एवं अन्य 

 

 

 

 

*स्थानांतरण पर पटवारी योगेश कुमार को दी विदाई, दिया सम्मान

************************************

*********************************
कनीना।  पटवारी योगेश कुमार के स्थानांतरण होने पर साथी पटवारियों ने उन्हें भावभीनी विदाई दी है। उन्होंने दौंगड़ा अहीर, कलवाड़ी, मुंडिया खेड़ा तथा दौंगड़ा जाट गांवों के पटवारी की भूमिका निभाई है।
 पटवारी विदाई समारोह में शमशेर सिंह पटवारी ने कहा कि राजस्व विभाग का कार्य अलग शैली का होता है। वह जमीन से जुड़े हुए कार्यों के साथ-साथ कई कार्यों में लगे रहते है। लोगों ने कहा कि पटवारी पद पर रहते हुए योगेश कुमार पटवारी का करीब पांच वर्ष का कार्यकाल सराहनीय रहा। उन्होंने उनके हलके के गांवों में जमीन से संबंधित समस्याओं का तुरन्त समाधान किया।
इस मौके पर वीरेंद्र पटवारी, अनूप पटवारी, उमेद सिंह जाखड़ पटवारी, राज पटवारी, महेंद्र सिंह पटवारी, ओम प्रकाश पटवारी, शेर सिंह पटवारी सहित अनेक लोग उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 7: स्थानांतरण पर पटवारी योगेश कुमार को सम्मान साथ विदाई देते हुए।

किसान आंदोलन का समर्थन करने कनीना से गया 11 लोगों का दल
**************************************************
*******************************
***************************
कनीना। कृषि कानूनों के आंदोलन के खिलाफ जयसिंहपुर खेड़ा बार्डर पर किसान संगठन आंदोलन की नई-नई रणनीति बना रहे हैं। वहीं क्षेत्र के किसान भी इसमें सहयोग देने की रणनीति बना रहे हैं।
 कस्बे के अधिवक्ता सुनील राव ककरालिया के नेतृत्व में 11 किसानों का एक दल बृहस्पतिवार को सुबह हरियाणा राजस्थान बार्डर जयसिंहपुर खेड़ा बार्डर पर किसानों को समर्थन देने के लिए पहुंचा। अधिवक्ता सुनील राव ने जानकारी देते हुए बताया कि किसान आंदोलन रूपी महायज्ञ में आहुति देने के लिए 11 लोगों का एक दल कनीना से रवाना  होकर जयसिंहपुर खेड़ा बार्डर पर पहुंचा। जब तक किसान इस काले कानूनों के खिलाफ आंदोलन कर रहे हैं तब तक गांव के किसान भी उनके साथ हर कदम पर कदम से कदम मिलाकर खड़े हैं । सुनील राव ने कहा कि सरकार को जल्द से जल्द तीनों काले कृषि कानूनों को वापस ले लेना चाहिए नहीं तो सरकार को इसका बड़ा नुकसान उठाना पड़ेगा। किसानों का यह आंदोलन दिन प्रति दिन बड़ा रूप धारण करते जा रहा है । इस आंदोलन में सुनील राव ककराला के साथ विशाल नांगल, नीरू मोदी ककराला, हेमंत नांगल, मोनू ककराला, दीपक रामबास ,जीतू मोहनपुर लोग धरना स्थल पर पहुंचे।
फोटो कैप्शन8: जयसिंह पुर खेड़ा बार्डर पर किसान नेता योगेंद्र यादव व सुनील राव संबोधित करते हुए। फोटो सुनील ककरालिया

गरीब एवं अमीर सभी को लगती है सर्दी-वशिष्ठ
******************************************
*********************************
***************
कनीना। सर्दी से बचने का हर संभव प्रयास करना चाहिए वरना रोग होने का अंदेशा बन जाता है। ये विचार भारत विकास परिषद के अध्यक्ष कंवरसेन वशिष्ठ ने नेताजी मेमोरियल क्लब कनीना में जरूरतमंदों को कंबल वितरित करने के उपरांत व्यक्त किये। इस मौके पर 50 कंबल वितरित किये गये।
 श्री वशिष्ठ ने कहा कि गर्मी हो या सर्दी गरीब एवं अमीर दोनों को लगती हैं किंतु अमीर व्यक्ति के पास संसाधन होने से गर्मी एवं सर्दी से बचने में सफल होता है किंतु गरीब चपेट में आ जाता है। ऐसे में हम सभी का फर्ज बनता है कि गरीबों के लिए कुछ कपड़े दान करें। इसी कड़ी में भारत विकास परिषद ने गरीब जनों को कंबल बांटे हैं।  उन्होंने बताया कि पिछले पांच वर्षों से भारत विकास परिषद् शाखा कनीना आसपास के गांवों में अपने कार्य कलापों द्वारा अनेक सामाजिक शैक्षणिक सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन करतीं हैं।  हर वर्ष भारत जाने प्रतियोगिता आयोजित कर रही है। वर्ष 2020-21 में खुशी नामक कनीना की छात्रा ने पूरे दक्षिण क्षेत्र द्वितीय स्थान प्राप्त किया और उतरीं भारत में हरियाणा का प्रतिनिधित्व करेंगी।  
 उन्होंने बताया कि कोविड-19 में भी भारत विकास परिषद् कनीना ने जरूरतमंदों को खाना खिला कर व अनाज बांट कर सेवा की थी। अंग्रेजी वर्ष 2020 के समाप्त होने पर व वर्ष 2021 के शुभारंभ पर देशवासियों को शाखा कनीना के सभी सदस्यों द्वारा शुभकामनाएं दी तथा सभी को लड्डू बांटे। राष्ट्रीय गान से कार्यक्रम समाप्त किया गया। इस मौके पर प्रधान कंवर सैन वशिष्ठ के अतिरिक्त मोहन सिंह, दलीप पार्षद, डा रविन्द्र, महेश बोहरा ,शिव कुमार, गजराज साहब, धनपत साहब, संतलाल धनोंन्दा, लखनलाल कैमला, अनिल सेहलंग, पूर्व मुख्याध्यापक कृष्ण सिंह, सरिता भारद्वाज, उर्मिला कौशिक,उषा जांगड़ा, सुशीला यादव के अलावा सभी भारत विकास परिषद् के सदस्य मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 4: भारत विकास परिषद की ओर से जरूरतमंदों को कंबल बांटते हुए।



डीटीपी की देखरेख में तोड़ी गई अवैध कालोनी, हटवाया अतिक्रमण
****************************************************
***********************************
*********
,कनीना। जिला नगर योजनाकार विभाग ने गुरुवार को जिला टाउन प्लानिंग अधिकारी प्रवीण चौहान नारनौल की देखरेख
 में कनीना में एक अवैध कालोनी की डीपीसी तुड़वाई गई। बता दें कि कुछ समय पहले भी कनीना क्षेत्र में दो अवैध कालोनियों की डीपीसी तोड़ी गई थी। डीटीपी अधिकारी प्रवीण चौहान ने बताया कि नियमानुसार उन्होंने ड्यूटी मजिस्ट्रेट नायब तहसीलदार सतपाल सिंह मनोनीत करवाया है तथा कस्बा कनीना और आसपास नगर पालिकाओं के तहत बनाई जा रही अवैध कालोनियों को ध्वस्त किया गया है। उन्होंने कहा कि कुछ समय पहले भी दो अवैध कालोनियों को तोड़ा गया था। एक बार फिर कनीना से छितरोली रोड पर कैंटीन के पास तकरीबन डेढ़ एकड़ में बनी अवैध कालोनी तोड़ी गई है। अवैध डीपीसी कालोनियों में प्लाटों के साथ-साथ दुकानें भी बनाई हुई थी। पीले पंजे की सहायता से सभी डीपीसी को गिरा दिया गया है। इस दौरान पुलिस की टुकड़ी भी मौजूद रही।
जेई हेमंत कुमार ने आमजन से अपील की है कि लाइसेंस लेकर काटी गई कालोनियों से ही प्लाट खरीदे, किसी जालसाजी का शिकार ना हो।
इस मौके पर जेई हेमंत कुमार, ड्यूटी मजिस्ट्रेट नायब तहसीलदार सतपाल सिंह, बिजेंद्र पटवारी, चौकी प्रभारी गोबिंद सिंह, जय दयानंद सहित अन्य मौजूद थे।
 फोटो कैप्शन 5 एवं 6: पीले पंजे की सहायता से अवैध कालोनी को तोड़ते हुए।



क्षेत्र में जमा रहा है पाला
किसानों की चिंता बढ़ी, सब्जी फसलों को अधिक नुकसान की सभावना
***************************************
***********************************
*****************
 कनीना। कनीना एवं आस वास गांवों में 18 दिसंबर से पाला जमना शुरू हुआ था। तत्पश्चात बीच बीच में रुक कर फिर से पाला जमता आ रहा है। मौसम भी लगातार बदल रहा है। गुरुवार को दिनभर आकाश में बादल छाए रहे। किसान टकटकी लगाकर मौसम को देख रहे हैं। सब्जी की फसल को नुकसान होने का अंदेशा बढ़ा है। कृषि अधिकारी इस पाले को फसल के लिए नुकसानदायक नहीं मान रहे हैं।
 कनीना क्षेत्र में जहां इस बार धुंध कम पड़ी है किंतु कड़ाके की सूखी ठंड पड़ रही है और पाला जम रहा है। 18 दिसंबर को पहली बार पाला पड़ा था तत्पश्चात 19 दिसंबर को पाला पड़ा और फिर इसके बाद 10 दिन पश्चात 28 एवं 29 दिसंबर को फिर से पाला जमा। पाला जमने का क्रम बीच-बीच में भी जारी रहा किंतु कभी-कभी मौसम गर्म रहा। इस प्रकार फसल की वृद्धि एवं फुटाव रुक गया है।  
गुरुवार को फिर से क्षेत्र में पाला जमा।
गुरुवार को पाले ने सभी रिकार्ड तोड़ दिए। भारी मात्रा में पाला जमा। पौधों के पत्तों प,र झोपड़पट्टी पर, किसानों की इकट्ठी की गई कड़वी पर तथा धरती पर पड़े हुए पत्तों पर भारी मात्रा में पाला जमा देखा गया। दूर तक पाले की सफेद चादर नजर आ रही थी। किसान सुनील एवं महेश कुमार ने बताया कि सुबह फव्वारा लाइन बदलने के लिए खेत में गये तो फव्वारा लाइन पर सफेद पर्त पाले की जमी।
 देखी किसान राजेंद्र सिंह, सूबे सिंह, अजीत कुमार, कंवर सिंह ,महेंद्र सिंह, दिनेश कुमार आदि ने बताया कि दिनों दिन बढ़ती जा रही है, साथ में पाला भी जम रहा है। इस माह मौसम ने अनेक करवट बदली है। कभी पाला, कभी गर्मी, कभी ठंड, कभी बूंदाबांदी हुई है। लगातार  मौसम करवट बदल रहा है। गुरुवार को फिर से आसमान में बादल नजर आए। सूर्यदेव कभी कभार दिखाई देता है। धुंध इस बार कम पडऩे से फसल की बढ़ोतरी नहीं हुई है।
 किसान बताते हैं कि इस बार फसल की ऊंचाई कम हुई है क्योंकि मौसम अनुकूल नहीं रहा है। सरसों में अभी से फूल आ गए हैं जबकि फरवरी माह में बसंत पंचमी आएगी। फरवरी माह तक फूल मुश्किल से बच पाएंगे। इसके पीछे कारण  ठंड का अधिक पडऩा माना जा रहा है। कुछ दिनों से पाला जमा है जिसके चलते किसानों की चिंता की रेखाएं बढ़ गई है।
 सब्जी उगाने वाले महावीर सिंह, मोड़ी के किसान गजराज सिंह एवं सतीश कुमार, अजय कुमार इसराणा आदि ने बताया कि उनकी सब्जी की फसल को पाला जमने से नुकसान होने की अधिक संभावना बढ़ गई है। जहां रोगी बढ़े हैं ज,हां स्कूलों में विद्यार्थी स्कूल अभी जा रहे हैं। रात को ठंड पड़ती है दिन में सूर्य कभी कभार चमकता है तो कभी कभार धुंध छाई रहती है।  इस प्रकार मौसम के बदलने सब्जी, फल एवं फसलों को नुकसान हो सकता है।
 कृषि विस्तार सलाहकार अधिकारी(एइए) डॉ देवराज ने बताया कि कनीना क्षेत्र में करीब 20000 हेक्टेयर पर सरसों की बिजाई की गई है जिसको सबसे अधिक सर्दी की जरूरत होती है। सर्दी कम पडऩे से फूटा और ऊंचाई नहीं बढ़ पाएगी, पैदावार घट जाएगी जबकि 10200 हेक्टेयर पर गेहूं की बिजाई की गई है जिसको भी अधिक सर्दी की जरूरत होती है। चने की खेती नाममात्र की की गई है जो 15 हेक्टेयर को भी नहीं छू पाई। उन्होंने बताया कि यदि शीत एवं थोड़ा बहुत पाला पड़ेगा तभी फसल को लाभ होगा। उन्होंने कहा कि अभी तक मौसम फसल के अनुकूल नहीं था जिसके चलते नुकसान होता जा रहा है। अब पाला जमा है लेकिन इस पहले पाले को कोई नुकसान नहीं है क्योंकि जब तक सरसों में फलियां न आ जाएंगी नुकसान होने की संभावना नहीं होती है। उन्होंने कहा कि सब्जी की फसलों पर जरूर थोड़ा नुकसान पाला जमने से होता है। उन्होंने कहा कि फसलों को बचाने के लिए किसानों को चाहिए 200 मिलीलीटर सल्फ्यूरिक अमल 200 लीटर पानी में मिलाकर एक एकड़ में छिड़काव करें। पाले से बचने का सबसे सरल उपाय होता है। यदि खेत में पानी दिया जाए पाले को नुकसान नहीं होगा। इसी प्रकार सब्जियों में भी पानी देने से पाले का प्रभाव कम हो जाएगा। अजय कुमार इसराणा एवं महाबीर करीरा ने बताया कि उनकी सब्जी फसल को नुकसान होने का अंदेशा है
बहरहाल क्षेत्र के किसान चिंता में डूबे है। अगर लगातार पाला पड़ेगा तो आने वाली फसल को नुकसान होने की संभावना बढ़ती चली जाएगी।
फोटो कैप्शन 1: कड़बी पर जमा पाला
 2 झोपड़पट्टी पर जमा पाला
3. फव्वारा पाइप पर जमा पाला।













No comments: