Not sure how to add your code? Check our installation guidelines **KANINA KI AWAZ **कनीना की आवाज**

Thursday, December 12, 2024


 

बिजली कट बढ़े, सर्दी भी बढ़ी
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कनीना की आवाज।
 कनीना क्षेत्र में ज्यों ज्यों ठंड बढ़ रही है, बिजली कट भी बढ़ते ही जा रहे हैं। सुबह से शाम तक अनेक कट लगते हैं। बिजली काटों के चलते लोग परेशान हो चले हैं। एक और जहां सरकार का कहना है कि सर्दी के दिनों में बिजली का व्यापक प्रबंध होना चाहिए किंतु यहां इसके उल्टे बिजली कट बढ़ते ही जा रहे हैं।


नगर पालिका चुनाव के लिए होने लगे हैं नए-नए समीकरण तैयार
-चुनाव जनवरी के अंतिम या फरवरी के प्रथम सप्ताह में
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कनीना की आवाज।
 कनीना नगर पालिका के चुनाव करीब डेढ़ वर्ष के बाद संभावित हुए हैं। जनवरी के अंतिम सप्ताह या फरवरी के प्रथम सप्ताह में चुनाव होने की पूरी संभावनाएं है। इसके लिए तैयारी चल रही है, अभी तक युवा वर्ग में जोश देखने को मिल रहा है। जहां अलग-अलग मुद्दे लेकर उतरने की संभावना जताई जा रही है। प्रधान पद के लिए अभी तक सबसे अधिक युवा एक दर्जन से अधिक दावेदार उभर रहे हैं जबकि पार्षद पद के लिए भी कई नाम सामने आने लगे हैं। जहां दुकान हुक्कों की गुडग़ुड़ाहट, चाय की चुसकी या खेत में चुनावी चर्चा छेडऩे लगी है क्योंकि लंबे समय से कनीना पालिका के प्रशासनिक बतौर एसडीएम कार्यरत है। क्षेत्र के लोगों की दिली इच्छा है कि वह किसी युवा वर्ग को आगे ले जाये ताकि जनहित का कार्य कर सके। कनीना में यूं तो मनीष पार्षद, विजय अध्यक्ष, मनोज कुमार ,अशोक ठेकेदार, प्रदीप बलिया आदि अनेक नामों की चर्चाएं होती रहती है। वही भगत सिंह ने फोन पर बताया कि प्रापर्टी आईडी बहुत बड़ी समस्या बन गई है क्यों न प्रापर्टी आईडी के मुद्दे को लेकर के चुनाव में या तो स्वयं या किसी को उतारा प्रधान बन जाए ताकि घर बैठे लोगों की प्रापर्टी आईडी दुरुस्त की जाएगी।
यही नहीं अनेक मुद्दों को लेकर कनीना में प्रधान पद के लिए दावेदारी जताई जाने लगी है। चौकी प्रधान पद का चुनाव डायरेक्ट होने/सीधा होने से पार्षदों की अहमियत कुछ कम हुई है परंतु अभी भी यह भविष्य के घर में छुपा है कि प्रधान पद का किसके पक्ष में जाता है। प्रधान पद पर महिला या किसी अन्य जाति के लिए रिजर्व होता है तो सारे दावे धरे के धरे रह जाएंगे। पहले भी ऐसा होता रहा है, अब यह देखा जाना है कि चुनाव से पहले सभी वार्डों के पार्षदों का आरक्षण कब तक होता है। तत्पश्चात प्रधान पद का आरक्षण होना है? क्योंकि पहले 13 वार्ड होते थे किंतु अब 14 वार्ड बन गये हैं। एक बार पार्षदों का ड्रा निकाला जा चुका है परंतु वार्ड 14 हो गए हैं इसलिए पुन: वार्डों का ड्रा निकालना संभावित है, वहीं प्रधान पद का ड्रा निकाला जाएगा और लोगों की नजरें पहले तो प्रधान वार्डों के आरक्षण और ड्रा पर निर्भर टिकी हुई है। बहुत से चुनाव लडऩे वाले अपनी इच्छा को इसलिए दबाए बैठे हैं कि कहीं उनका यह पद आरक्षित न हो जाए या किसी महिला के लिए न चला जाए। यही कारण है कि अभी भी बहुत से लोग मौन है। युवा वर्ग में महज जोश देखने को मिल रहा है जिसके चलते लगता है कि इस बार युवा वर्ग बाजी मार जाएगा और कनीना के भाग्य को बदल देगा।






 मेरा शिक्षा का सफर पुस्तक से साभार -70
संघर्षों ने तोड़ डाला तन और मन को परंतु हिम्मत अभी बुलंद
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कनीना की आवाज।
 कनीना निवासी होशियार सिंह विज्ञान अध्यापक बतौर लंबे समय तक सेवा देकर सेवानिवृत्त हो गए हैं। अभी भी उनके पास ट्यूशन करने तथा किसी कार्य में लीन रहने के संदेश आते रहते हैं परंतु होशियार सिंह इन कामों से बचना चाहते हैं और उनका कहना उन्हीं की जुबानी सुनिए-
 मैं जिस हिम्मत से आगे बढ़ रहा था उसमें राक्षसी प्रवृत्ति के लोगों ने हर जगह मेरे रास्ते को रोका, मेरी हिम्मत को आगे बढऩे की तमन्ना को तोडऩे का आवश्यक प्रयास किया लेकिन जितना राक्षसों ने मेरा रास्ता रोका उतना ही मैं और निखारता चला गया। कहावत भी है कि कुंदन को जितना गर्म करें, तपाया जाए और निखरता है। हालात वैसी मेरे साथ है। यह सत्य है कि जितना हौसला और हिम्मत मेरे में थी उससे कहीं हिम्मत हौसला अब सेवानिवृत्ति के बाद आ गई है क्योंकि जिन राक्षसों ने मेरे साथ अन्याय किया, भेदभाव किया, रास्ते के पत्थर बने उनको बार-बार मेरी दिल्ली तमन्ना है कि एक बार सबक सिखाऊं परंतु मेरे साथी कहते हैं कि दुष्ट के साथ दुष्ट नहीं बना जाता। उनकी करनी उनके हाथ है, अपने नए कार्य में लीन रहे। यह भी सत्य है कि राक्षसी लोगों के साथ लडऩे झगडऩे में मेरी लेखन कार्य की इच्छा एवं क्षमता गौण हो जाएगी। मेरी इच्छा है कि मैं अधिक से अधिक लेखन कार्य करूं ताकि मरने के बाद आने वाली पीढिय़ां याद करती रहे। क्योंकि लेखन कार्य एक इतिहास बनता है और इतिहास को सदा याद रखा जाता है। मेरे बड़े काबिल लेखक एवं साहित्यकार हैं जिन्होंने भी मुझे सदा हिम्मत से काम लेने की बात कहते आ रहे हैं। यह सत्य है कि मामूली सी पेंशन मिल रही है उसी से गुजर बसर हो रहा है, अभी तक न तो बच्चे पूर्णरूप से लिख पढ़ पाए हैं और नौकरी मिली है न ही उनकी शादी हुई है परंतु सारी समस्याएं उस समय स्वत: ही खत्म होती चली जाएंगी जब इंसान हौसलों के साथ बढ़ता है। हौसले मेरे अभी कम नहीं है, चाहे शिक्षा के क्षेत्र में ले चाहे या लेखन कार्य में ले या फिर चाहे पत्रकारिता में ले। कितने ही राक्षसों का सामना करते करते मेरा तन श्रीकृष्ण के उस दिव्य रथ जैसा हो चला है जो महाभारत का युद्ध लड़ते लड़ते श्रीकृष्ण ने अपने तप के बल पर नष्ट होने से रोके रखा किंतु युद्ध के बाद वह धू-धूकर जल गया। कभी-कभी जब एकांत में बैठकर सोचता हूं तो आत्मा से एक ही आवाज निकलती है कि इन राक्षसों को भगवान बुरी से बुरी सजा देगा, ऐसा हुआ भी है और भविष्य में भी होगा। वैसे भी जिनके मां-बाप या तो बहुत अमीर रहे हो उसका बच्चा धन के बल पर कुछ कर गुजर सकता है या जिनके मां-बाप बहुत आर्थिक तंगी में रहे हैं उनके भी बच्चे आगे बढ़ाने की तमन्ना रखते हैं। मैं दूसरी कैटेगरी से संबंध रखता हूं परंतु इस बात का मुझे फक्र और खुशी है कि कई हजार विद्यार्थी मुझे आज भी याद करते हैं क्योंकि मेरा प्रारंभ से एक ही उद्देश्य रहा है कि शिक्षा के क्षेत्र में गरीब तबके के लोगों को आगे बढ़ाऊं। यही कारण है कि जहां शुरुआती दौर में खूब पढ़ाया और ठोक पीट कर पढऩे में चतुर बनाया, उनमें से बहुत से नौकरी भी लग चुके हैं। वहीं बाद में सरकार के आदेशों के चलते किसी  विद्यार्थी को छुआ भी नहीं जा सकता, ठोक पीटकर सही करना तो दूर की बात है। यही कारण है कि आज के समाज में मैं समझता हूं बच्चों में बहुत सी विसंगतियां आ रही है और उनके पीछे कारण है कि मां-बाप भी कुछ बच्चों से डरने लग गये, बच्चे के कहने को आदेश मानकर पालन करते हैं वही शिक्षक भी बेचारे मौन हो गए हैं। कभी-कभी सोचता हूं कि शिक्षक और शिष्य का नाता दुनिया में सबसे बड़ा होता था किंतु अब तो ऐसे हालात बनते आ रहे हैं कि शिष्य भी गुरु की गर्दन पकाने लग गए हैं, इससे बुरा वक्त शायद  कभी नहीं था?  कितने ही राक्षसी लोगों को मैंने  एक-एक करके परास्त कर दिया। यह ठीक है कि जिन ऊंचाइयों को मुझे छूना चाहिए उन तक मैं इन राक्षसों के कारण नहीं पहुंच पाया, इस बात का थोड़ा सा मलाल है किंतु मुझे यह खुशी है कि मेरे शिष्य आज उन ऊंचाइयों को छू चुके हैं और उनसे आगे जा चुके हैं अभी और आगे जाएंगे। इससे बड़ी खुशी शिक्षक के लिए क्या हो सकती है? ये बातें ही मुझे बहुत अधिक अंदरूनी शक्ति और हिम्मत प्रदान करती हैं।



सड़क हादसे में पांच घायल
--कनीना-रेवाड़ी मार्ग पर हुआ हादसा
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कनीना की आवाज।
कनीना-रेवाड़ी रोड पर गुरुवार सुबह हुए एक सड़क हादसे में पांच लोगों के घायल होने का मामला प्रकाश में आया है। हादसे के बाद घायलों को उपचार के लिए कनीना अस्पताल ले जाया गया। जहां पर चिकित्सकों ने प्राथमिक उपचार के बाद घायलों को नारनौल अस्पताल में रेफर कर दिया। धनौंदा निवासी गौरव ने बताया कि बुधवार को बहन की शादी थी। जिसमें शामिल होने के बाद उनके रिश्तेदार वापस गुरुग्राम जा रहे थे। गुरुवार सुबह जब उनकी गाड़ी कनीना से रेवाड़ी रोड़ पर पानी की टंकी के पास पहुंची तो अचानक से हादसा हो गया। इस हादसे में ज्योति, प्रियंका, लक्ष्य, मनजीत व चालक प्रवीण घायल हो गए। उन्होंने बताया कि सड़क हादसे में चालक प्रवीण को ज्यादा चोटें आई है। जिन्हें प्राथमिक उपचार के बाद नारनौल रेफर कर दिया गया है। हादसे के बाद से पुलिस भी मामले की जांच में जुट गई है।




धनौदा में अथर्ववेद पारायण यज्ञ
-यज्ञ संसार का सर्वश्रेष्ठ कर्म है - आचार्य संजीव रूप
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कनीना की आवाज।
कनीना उप-मंडल के ग्राम धनौदा में आर्य समाज के तत्वावधान में वेद मंदिर में चार दिवसीय अथर्व वेद पारायण यज्ञ का शुभारम्भ विधि विधान से किया गया। उत्तर प्रदेश बदायूं से पधारे अंतर्राष्ट्रीय वैदिक विद्वान आचार्य संजीव रूप के ब्रह्मत्व में यज्ञ आरम्भ हुआ। आचार्य संजीव रूप ने यज्ञ का महत्व बताते हुए कहा कि यज्ञ संसार का सबसे श्रेष्ठ कर्म है, क्योंकि अग्नि में जो उत्तम पदार्थ डाले जाते हैं, वे सूक्ष्म होकर वायुमण्डल में फैल जाते है तथा पर्यावरण को जहां स्वस्थ रखते है वहीं रोग के जीवाणुओं को नष्ट करते हैं। यज्ञ से प्रकृति का पोषण होता है। उन्होंने कहा हम ये यज्ञ विश्व शांति व राष्ट्र कल्याण की कामना के साथ कर रहे हैं। हम चाहते हैं कि विश्व एक गांव बने जहां सब एक दूसरे से प्रेम करें एक दूसरे के सुख दु:ख में काम आवें। हम चाहते हैं कि जाति मजहब व देश की सरहदों से ऊपर उठकर सब मनुष्य परस्पर सम्बन्ध जोड़ें तथा बिना किसी रोक टोक एक दूसरे के देश में आवें जावें, सब ईमानदार हों तथा अच्छे सच्चे हों।
इस अवसर पर ब्रह्मचारी विश्व बंधु आर्य व ब्रह्मचारी आनन्द आर्य ने वेद पाठ किया। कार्यक्रम में यशपाल शर्मा , कैलाश चन्द्र गोयल, प्रवीन शर्मा,प्रिया शर्मा, सन्त लाल आर्य,  विजय शर्मा, सूरत सिंह आदि मौजूद रहे।
फोटो कैप्शन 06: धनौंदा में अथर्ववेद पारायण यज्ञ पर बोलते हुए आचार्य संजीव रूप


बिना दहेज की शादी कर समाज को दी नई दिशा
-विकास लखेरा लैब टेक्नीशियन है
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कनीना की आवाज।
जहां प्रदेश में आए दिन कुछ तथा कथित दहेज के लोभी लोग  दहेज नहीं मिलने के कारण लड़कियों को दहेज की बलि चढ़ा देते हैं वहीं दूसरी तरफ समाज में कुछ लोग ऐसे भी हैं जो कन्या को ही दहेज मान लेते हैं। इसी कड़ी में विकास लखेरा जो उप-नागरिक अस्पताल कनीना में बतोर लैब टेक्नीशियन  होते हुए भी उन्होंने अपनी शादी में केवल एक रुपये एवं नारियल लेकर  संपन्न की है। विकास ने जानकारी देते हुए बताया मैं हरियाणा स्वास्थ्य विभाग में कनीना अस्पताल में लैब टेक्नीशियन की पोस्ट पर सर्विस करता हूं तथा मैंने हाल ही में मानेहरू, जिला भिवानी निवासी ममता के साथ बिना दहेज के शादी कर समाज को यह बताने की कोशिश की है कि अच्छी कन्या का मिलना भी किसी दहेज से कम नहीं है तथा दहेज से किसी की पूर्ति नहीं होती। इसलिए बिना दहेज की शादी ही सच्ची शादी होती है वही समाज के लोगों ने इस शादी की सराहना की है।
फोटो कैप्शन  07: शादी बंधन में बंधता विकास



बार एसोसिएशन कनीना ने जताया आरती सिंह राव मंत्री का आभार
-न्यायालय भवन के लिए सरकार ने ई-टेंडर आमंत्रित करने की कार्रवाई की पूर्ण
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कनीना की आवाज।
 9 दिनों तक कनीना का न्यायालय भवन निर्माण के लिए अधिवक्ता धरने पर बैठे तथा उच्च अधिकारियों के अतिरिक्त आरती सिंह राव हरियाणा मंत्री से मिल। सभी के अथक प्रयास के चलते अंतत: कनीना का न्याय भवन निर्माण के लिए सरकार ने अब ई-टेंडर आमंत्रण की कार्रवाई अमल में ला दी है जिससे खुशी की लहर है।
कनीना बार एसोसिएशन के सभी अधिवक्ताओं ने आरती सिंह राव मंत्री का आभार जताया है। इस मौके पर अधिवक्ताओं ने लड्डू बाटकर जानकारी दी तथा स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव का आभार जताया है। इस मौके पर समस्त बार के सभी अधिवक्तागण हाजिर थे।
अधिवक्ताओं का कहना है कि लंबे अर्से के पश्चात हरियाणा सरकार के स्वास्थ्य मंत्री आरती सिंह राव, केंद्रीय मंत्री राव इंद्रजीत के प्रयासों से यह कार्य प्रारंभ हो चुका है। जिससे क्षेत्र के लोगों में अधिवक्ताओं में खुशी की लहर है। बार एसोसिएशन कनीना के प्रधान सुनील रामबास, पूर्व प्रधान दीपक चौधरी, पूर्व प्रधान रमेश कौशिक, पूर्व प्रधान संदीप कनीना, पूर्व प्रधान गिरवर लाल कौशिक, पूर्व प्रधान ओमप्रकाश रामबास आदि ने खुशी जताई और सभी अधिकारियों विशेषकर स्वास्थ्य मंत्री का आभार जताया
फोटो कैप्शन 04:न्याय भवन कनीना के ई-टेंडर आमंत्रित होने पर मंत्री का आभार जताते अधिवक्तागण





 कनीना राजकीय कालेज का नाम बदलने संबंधित पत्र पहुंचा कालेज में
-अब होगा पितामह कान्ह सिंह राजकीय कालेज कनीना नाम
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कनीना की आवाज।
  कनीनावासियों ने अपने बलबूते पर 2006 में पितामह कान्ह सिंह कालेज का निर्माण करवाया था जहां जुलाई 2006 में कक्षाएं शुरू हो गई थी। तत्पश्चात एक मई 2014 से सरकार ने इसे अधिगृहीत कर लिया और इसका नाम राजकीय कालेज कनीना रख दिया गया। तत्पश्चात कनीना क्षेत्र के अनेक लोगों ने इस पर ऐतराज जताते हुए उच्च अधिकारियों को लगातार पत्र व्यवहार किया और इसका नाम पितामह कान्ह सिंह राजकीय कालेज कनीना रखने की मांग की जिसके चलते वर्तमान मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कनीना क्षेत्र के लोगों की मेहनत को देखते हुए कालेज का नाम फिर से पितामह कान्ह सिंह के नाम पर पितामह कान्ह सिंह राजकीय कालेज कनीना रखने की बात गत दिनों कही थी। उसी पर अमल करते हुए आखिरकार अतिरिक्त मुख्य सचिव, हरियाणा उच्चतर शिक्षा विभाग ने इस संबंध में पत्र जारी कर दिया है। 10 दिसंबर को यह पत्र जारी हुआ था अब कालेज में यह पत्र पहुंच गया है जिसको लेकर क्षेत्रवासियों में खुशी है क्योंकि एक बार फिर से इस कालेज का नाम पितामह कान्ह सिंह के नाम पर रख दिया गया है।
  कालेज का नाम बदलने का सबसे अधिक प्रयास स्व.कैप्टन गुरदयाल सिंह, स्व. पूर्व मुख्याध्यापक करतार सिंह, राजेंद्र लोढ़ा पूर्व प्रधान, मास्टर दिलीप सिंह पूर्व प्रधान नगरपालिका एवं शिक्षा समिति एवं स्व. मेजर होशियार सिंह आदि सहित कई लोगों ने किया था और अब उनके प्रयास सफल हुए।कालेज का नाम बदलने के लिए जहां कनीना वासियों ने बार-बार उच्च अधिकारियों को पत्र प्रेषित किया वहीं तत्कालीन शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ेआदि ने भी अहम भूमिका निभाई।
शुक्रवार को बदल देंगे साइन बोर्ड-
 कालेज के प्राचार्य प्रोफेसर विनोद यादव तथा प्रोफेसर हरिओम शर्मा ने बताया कि शुक्रवार को कनीना कालेज का नाम पितामह कान्ह सिंह राजकीय कालेज कनीना पुतवा दिया जाएगा। अभी तक इसका नाम राजकीय कालेज कनीना चल रहा है। उन्होंने भी खुशी जताई कि क्षेत्र के लोगों की मांग अब पूरी हो गई है। इस संबंध में क्या कहते हैं क्षेत्रवासी-
** कनीना क्षेत्र के लोगों की भावनाएं पितामह कान्ह सिंह से जुड़ी हुई है। इस क्षेत्र के लोगों ने अपने खून पसीने की कमाई से यह डिग्री कालेज अपने स्तर पर बनाया था। तत्पश्चात सरकार ने 2014 में अधिग्रहण कर लिया था। तब से इसका नाम राजकीय कालेज कनीना रख दिया गया। उसी समय से इसका नाम पितामह कान्ह सिंह राजकीय कालेज कनीना रखने की मांग चली आ रही है। आखिरकार वर्तमान मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने मांग स्वीकार कर ली है। इस क्षेत्र और क्षेत्र में खुशी के लहर है क्योंकि कनीनावासी अपने कनीना को बसाने वाले पितामह का नाम हर जगह देखना चाहते हैं। यह उनकी अपनी जीत है।
-- मास्टर दिलीप सिंह पूर्व प्रधान नपा एवं शिक्षा समिति के अंतिम अध्यक्ष
कनीनावासियों की मांग पूरी होने पर सभी में खुशी की लहर है क्योंकि कनीना को करीब 800 वर्ष पहले पितामह कान्ह सिंह ने बसाया था। उन्हीं के गोत्र के नाम के कारण इसका नाम कनीना चल रहा है। ऐसी महान हस्ती के नाम पर सरकारी कालेज का नाम रखना सर्वथा उचित है। वैसे भी कनीनावासियों ने अपने पैसों से उस समय कालेज बनाया था जब कालेज की बहुत अधिक मांग होती थी। वर्तमान समय में तो अनेक कालेज बन गए हैं उस समय गिने-चुने कालेज होते थे।
--कंवरसेन वशिष्ठ, शिक्षाविद
 युवा पीढ़ी जरूर अपने पैसों से का नाम पढ़कर अपने पूर्वजों को याद करेगी। युवा पीढ़ी अभी तक पितामह कान्ह सिंह को अधिक नहीं जानती परंतु अब नाम बदलने पर जरूर अपने गुरुजनों से पूछेंगे। तत्पश्चात उन्हें पता चलेगा कि कनीनावासियों की मेहनत के कारण यह कालेज स्थापित हुआ था और उनकी मेहनत पर फिर से इसका नाम पितामह कान्ह सिंह राजकीय कालेज रखा गया है। यह क्षेत्रवासियों के लिए खुशी की बात है।
-- महेश बोहरा, समाजसेवी कनीना
फोटो कैप्शन: महेश बोहरा, कंवरसेन वशिष्ठ, मा. दिलीप सिंह
फोटो कैप्शन 02: कनीना का राजकीय कालेज
             93: नाम बदलने संबंधित पत्र



नगर पालिका कनीना के चुनावों के लिए नोटिफिकेशन जारी
17 दिसंबर को होगा वार्ड वाइज ड्राफ्ट मतदाता सूची का प्रकाशन, 23 दिसंबर तक प्रस्तुत किए जा सकेंगे दावे व आपत्ति
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कनीना की आवाज।
 रिवाइजिंग अथारिटी-कम- उपमण्डल अधिकारी (नागरिक), कनीना ने बताया कि आगामी 16 दिसंबर तक संबंधित क्षेत्र में ड्राफ्ट मतदाता सूची वितरित की जाएगी। उन्होंने बताया कि आगामी 17 दिसंबर को वार्ड वाइज ड्राफ्ट मतदाता सूची का प्रकाशन किया जाएगा। इसके साथ ही इसी दिन से इस मतदाता सूची से संबंधित दावे में आपत्तियां मांगी जाएंगी। उन्होंने बताया कि इस मतदाता सूची के संबंध में अगर कोई नागरिक अपने दावे पर आपत्तियां दर्ज करना चाहता है तो वह रिवाइजिंग अथारिटी के समक्ष 23 दिसंबर तक प्रस्तुत कर सकता है। इसके बाद 27 दिसंबर तक रिवाइजिंग अथारिटी इन दावे व आपत्तियों का निपटान करेंगे।
उन्होंने बताया कि आगामी 31 दिसंबर तक अगर कोई नागरिक रिवाइजिंग अथॉरिटी के फैसले से संतुष्ट नहीं है तो वह उपायुक्त के समक्ष अपील कर सकता है। 3 जनवरी को उपायुक्त कार्यालय में इन सभी अपीलों का निपटान किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 6 जनवरी 2025 को अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन कर दिया जाएगा।




समाधान शिविरों में नहीं ले रहे लोग रुचि
- आज तक 12 समस्याएं आई जिनमें से अधिकांश प्रापर्टी आईडी की
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कनीना की आवाज।
कनीना नगर पालिका में कनीना शहरी लोगों के लिए समाधान शिविर 22 अक्टूबर से लगातार सभी कार्य दिवसों पर लगाये जा रहे हैं किंतु इन समाधान शिविरों की ओर लोगों की कोई विशेष रुचि नहीं नहीं है।  क्योंकि अब तक महज 12 शिकायतें शिविर में आई है जिनमें से अधिकाश प्रापर्टी आईडी से संबंधित रही। एक समस्या का समाधान नहीं हुआ है और 11 का समाधान हो चुका है। नगरपालिका के बाबू रविंद्र कुमार ने बताया कि सरकार भरसक प्रयास कर रही है ताकि लोगों की समस्याएं समाधान हो। सचिव नगरपालिका समयपाल सिंह के नेतृत्व में समाधान शिविर लगाया जाता है। कनीना शहरी लोगों की समस्या इनमें रखी जाती है किंतु समस्याओं के अभाव में शिविर दम तोड़ रहे हैं। बाबू का कहना है कि अधिक संख्या में शिकायतें प्रापर्टी आईडी की होती हैं किंतु लेकिन या तो उनके पास रजिस्ट्री के कागज नहीं होते या फिर कागज पूरे नहीं होते, जिसके कारण में बैरंग लौट आते हैं। यही नहीं लोगों का मन भी इन शिविरों के प्रति नहीं है। सरकार इन शिवरों के लिए काफी प्रयास करती है, पैसे खर्च करती है किंतु समाधान के लिए शिकायतें नहीं जा रही है। ऐसे में ये समाधान शिविर लगाने का औचित्य नहीं रहा है। लोगों की मांग है कि त्वरित गति से लोगों की प्रत्येक प्रकार की समस्याओं का समाधान हो तो लोग इसकी और आकर्षित होंगे। इन समाधान शिविरों को बंद करना ही उचित होगा।




 
क्षेत्र में जमा दूसरे दिन भी खेतों में पाला
- ठिठुरन बढऩे लगी
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कनीना की आवाज।
 विगत दो दिनों से क्षेत्र में पाला जम रहा है। बुधवार को सुबह खेतों में पाला जमा देखा था वहीं गुरुवार को फिर से खेतों में फसलों एवं घास फूस पर पाला जमा। सुबह सवेरे पाले की सफेद पर्त जमा देखी गई। ठिठुरन भी दो दिनों से बढ़ गई है। वर्तमान समय में करीब 20000 हेक्टेयर पर सरसों तो 10000 से भी अधिक हेक्टेयर पर गेहूं की फसल उगाई गई है। बाकी सब्जियां उगाई हुई है। पहली बार  ठंड का प्रकोप बढऩे से किसान जहां खुश है किंतु पाला पडऩे  मायूस नजर आए। दो दिनों से धूप खिली इसलिए पाले का कुप्रभाव पड़ता नजर नहीं आता। इस संबंध में डाक्टर अजय  कुमार एसडीओ कृषि विभाग महेंद्रगढ़ से चर्चा की गई। उन्होंने बताया कि पहली बार पाला पड़ा है और पाला पडऩे का फसलों पर कोई नुकसान नहीं होगा। वैसे भी दिन में जहां धूप खिली है तो पाले का कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा परंतु उन्होंने किसानों से हल्की सिंचाई करने की भी बात कही ताकि पाले का फसलों पर कोई नुकसान नहीं होगा। गेहूं आदि में कुछ भी करने की जरूरत नहीं है लेकिन सरसों में हल्की सिंचाई जरूर करें। यही बात पूर्व कृषि अधिकारी डा देवराज कह रहे हैं। उनके अनुसार सरसों एवं गेहूं को अधिक ठंड की जरूरत होती है किंतु मौसम न खुले तो फसल को नुकसान हो सकता है।
 फोटो कैप्शन 01: क्षेत्र में खेतों में जमा हुआ पाला





अटेली व कनीना नगर पालिका चुनाव के लिए पुनर्निरीक्षण प्राधिकारी नियुक्त
-17 दिसंबर को होगा वार्ड वाइज ड्राफ्ट मतदाता सूची का प्रकाशन
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कनीना की आवाज।
उपायुक्त डा. विवेक भारती ने हरियाणा नगर पालिका चुनाव नियम, 1978 के नियम 3 के तहत अटेली व कनीना में मतदाता सूची से संबंधित दावों और आपत्तियों की सुनवाई के लिए पुनर्निरीक्षण प्राधिकारी नियुक्ति किया है।
उपायुक्त ने बताया कि अटेली नगर पालिका के चुनाव के लिए नारनौल एसडीएम डा. जितेंद्र सिंह व कनीना नगर पालिका चुनाव के लिए कनीना एसडीएम अमित कुमार को पुनर्निरीक्षण प्राधिकारी नियुक्ति किया है।
उन्होंने बताया कि 16 दिसंबर तक संबंधित क्षेत्र में ड्राफ्ट मतदाता सूची वितरित की जाएगी। 17 दिसंबर को वार्ड वाइज ड्राफ्ट मतदाता सूची का प्रकाशन किया जाएगा। इसके साथ ही इसी दिन से इस मतदाता सूची से संबंधित दावे में आपत्तियां मांगी जाएंगी।
उन्होंने बताया कि इस मतदाता सूची के संबंध में अगर कोई नागरिक अपने दावे पर आपत्तियां दर्ज करना चाहता है तो वह रिवाइजिंग अथारिटी के समक्ष 23 दिसंबर तक प्रस्तुत कर सकता है। इसके बाद 27 दिसंबर तक रिवाइजिंग अथारिटी इन दावे व आपत्तियों का निपटान करेंगे।
आगामी 31 दिसंबर तक अगर कोई नागरिक रिवाइजिंग अथारिटी के फैसले से संतुष्ट नहीं है तो वह उपायुक्त के समक्ष अपील कर सकता है। 3 जनवरी को उपायुक्त कार्यालय में इन सभी अपीलों का निपटान किया जाएगा।
उन्होंने बताया कि 6 जनवरी 2025 को अंतिम मतदाता सूची का प्रकाशन कर दिया जाएगा।
उन्होंने इस संबंध में संबंधित नगर पालिका के स्टाफ की ड्यूटी पुनरीक्षण प्राधिकारी की सहायता के लिए लगाई है। कोई भी अधिकारी उनकी अनुमति के बिना मुख्यालय नहीं छोड़ेगा। वोटर इनफॉरमेशन सेंटर की स्थापना एनआईसी की सहायता से की जाएगी।
 उपायुक्त डा. विवेक भारती ने बताया कि संबंधित नगर पालिकाओं की मतदाता सूची विभिन्न कार्यालय में प्रदर्शित की जाएगी। कोई भी नागरिक इन कार्यालय में जाकर मतदाता सूची को देख सकता है। उन्होंने बताया कि यह मतदाता सूची उपायुक्त कार्यालय, संबंधित नगर पालिका सचिव के कार्यालय, संबंधित एसडीएम कार्यालय, संबंधित तहसील कार्यालय, रिवाइजिंग अथारिटी के कार्यालय में मिलेगी। इसके अलावा वोटर नगर पालिका में स्थापित इनफारमेशन एंड कलेक्शन सेंटर पर यह मतदाता सूची देखी जा सकती है ।
उन्होंने बताया कि यह ड्राफ्ट मतदाता सूची जिला की आफिसियल वेबसाइट पर भी देखी जा सकती है।




















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