बढऩे लगी है चुनावों की चर्चा
- दुकानों पर और हुक्कों पर चलती है दिनभर चर्चाएं
********************************************
****************************************************************
********************************************************
कनीना की आवाज। कनीना नगरपालिका के फरवरी-2025 तक चुनाव संपन्न हो जाएंगे। इसके लिए चुनावी चर्चाएं छिडऩे लगी हैं। अभी तक जहां बीसी-बी के तीन वार्डों का आरक्षण तथा प्रधान पद का आरक्षण होना बाकी है। तत्पश्चात गतिविधियां और भी बढ़ जाएंगी और उनके जल्द ही आरक्षण होने की संभावना जताई जा रही हैं। जहां चाय की दुकान हो या आम जीवन से संबंधित वस्तुओं की दुकानें, कहीं भी देखे, खेत खलियान में भी आपस में चुनावी चर्चा करते देखे जा सकते हैं। चुनाव के लिए जहां भाजपा और कांग्रेस भी के चुनाव चिन्ह पर भी चुनाव लड़ा जा सकता है इस बात से इनका नहीं किया जा सकता वही स्वतंत्र चुनाव लडऩे वालों की कोई कमी नहीं है। कनीना क्षेत्र से पार्षदों के लिए भी अब भीड़ बढऩे लगी है। जहां कनीना के वार्ड एक से कम से कम छह चेहरे वार्ड मेंबर के लिए सामने आ गए हैं। इसी प्रकार कनीना के महेश बोहरा वार्ड पार्षद के चुनाव लड़ेंगे, प्रधान पद के लिए तो एक दर्जन से अधिक दावेदार अभी तक सामने आ चुके हैं। जहां चुनावों के दृष्टिगत अब तो आम इंसान पर चुनावी रंग चढऩे लगा है। कनीना नगर पालिका के चुनाव सदा ही रोचक रहे हैं। जहां कनीना नगर पालिका को 2000 में एक बार भंग करके पंचायत का भी दर्जा दे दिया था, उस समय चौधरी ओम प्रकाश चौटाला का राज होता था किंतु कनीना वासियों ने उसका विरोध करके फिर से कनीना नगरपालिका को बहाल करवा लिया था। कनीना पालिका में 1953 से अब तक दो महिला प्रधान रह चुकी हैं। अभी भी पांच पालिका प्रधान जीवित हैं और वो चुनाव में स्वयं या उनके परिवार से चुनाव लड़ सकते हैं।
मेरा शिक्षा का सफर पुस्तक से साभार- 77
जब मुख्य अध्यापक से पेड़ पर चढऩे की शर्त लगी और शर्त जीती
********************************************
****************************************************************
********************************************************
कनीना की आवाज। कनीना निवासी होशियार सिंह विज्ञान अध्यापक बतौर लंबी सेवा देकर अप्रैल 2024 में सेवानिवृत्त हो गए। उन्होंने जीवन में अनेक उत्तर चढ़ाव देखे हैं परंतु कुछ ऐसे रोचक तथ्य भी उनके सामने आए जिनको कभी जीवन में नहीं भूल सकते। ऐसा ही रोचक तथ्य स्कूल का सुनाते हैं। सुनते हैं उन्हीं की जुबानी। सुनिए-
जब मैं झूक स्कूल में 1995 में कार्यरत था और 97 में दिसंबर के अंतिम सप्ताह में मेरा तबादला झुक से धनौंदा हो गया तो धनौंदा में उस समय जगमाल सिंह मुख्य अध्यापक कार्यरत था। वह एक दिन जब झूक स्कूल पहुंचे तो लंबे-लंबे सफेदे के पेड़ देखकर शर्त लगा बैठे। उन्होंने कहा- इस प्रकार के सफीदों पर चढऩा बहुत कठिन होता है। अगर कोई चढ़ जाए तो उनको एक पार्टी इनाम दी जा सकती है फिर क्या था कई लोग तैयार हो गए और बारी बारी से चढऩे का अभ्यास करने लगे। कुछ असफल तो कुछ आंशिक सफल हुए। मैं उस समय जवान था और झटपट पेड़ पर चढ़कर यह शर्त जीत ली। आज तक उस दिन को कभी नहीं भूल सकता। इस मुख्याध्यापक से बाद में मेरा मनमुटाव चला और न्यायालय तक मामला पहुंचा परंतु आज वह मुख्य अध्यापक स्वर्गवासी है। परंतु पेड़ों पर चढऩे का मुझे पुराना अनुभव है। आज भी किसी पेड़ पर चढऩे में की हिम्मत मेरे अंदर है और यह भी एक कला होती है। आज के युवा जहां तैरना नहीं जानते वहीं पेड़ों पर चढऩा भी नहीं जानते परंतु इस प्रकार की कलाओं से मैं परिपूर्ण था। जहां पेड़ पर चढ़ाना हो, कटीली झाडिय़ों को हाथ से पड़कर खींचना हो या फिर पानी में तैरना हो यह कला अच्छी प्रकार आती है। साइकिल का तो बहुत लंबा अनुभव चला आ रहा है और साइकिल चलाने के क्षेत्र में तो इंडिया बुक आफ रिकार्ड में नाम दर्ज करने के प्रयास भी किए जा रहे हैं। जहां उस जमाने में जब छोटा था दूध पीने और घी पीने की भी क्षमता थी। आज धीरे-धीरे न तो घी नसीब हो पाता और न ही शुद्ध दूध मिल पाता है। यही कारण है कि मां-बाप ने पीने के लिए दूध की कोई कसर नहीं छोड़ी वहीं घी भी पिलाया। परिणाम यह है कि आज भी वह शक्ति शरीर में चली आ रही है। चाहे आज के दिन यदि मुझे पेड़ पर चढऩा हो तो कोई दिक्कत नहीं महसूस करता। यह सत्य है कि मां-बाप ने बहुत अच्छी-अच्छी जानकारी दी जिनको मैं मरते दम तक भी याद रखूंगा।
सेवानिवृत्ति से चंद दिनों पहले ही जहां धनौंदा के स्कूल में एक शहतूत के पेड़ पर ऊंचाई पर चढ़कर शहतूत खा रहा था, विद्यार्थी थे नहीं किंतु अचानक प्राचार्य और बाबू बाहर आ गए। उन्होंने विजय मुझे पेड़ पर चढ़ा देखा तो वो बहुत चकित हुये। खैर पेड़ पर चढऩा एक कला होती है और हमें इस कला को सीखना चाहिए। पेड़ पर चढ़ते वक्त कई बार इंसान गिर भी जाता है और गिरने की एक घटना बचपन में मेरे साथ भी हुई थी। जब एक नीम के पेड़ पर झिरनी डंका खेल रहा था। ऊंचाई पर एक टहनी को झिरनी बनाते हुए नीचे कूदना था। उस टहनी में कोई कीड़े लगे हुए थे जो मैंने देखा नहीं। वह अंदर से खत्म हो चुकी थी। ज्योंही मैं झिरनी बनाकर कूदने को तैयार हुआ उससे पहले ही वह टहनी टूट गई और धड़ाम से ऊंचाई से आ गिरा। सौभाग्य मिट्टी होने से चोट कम लगी। यही नहीं एक बार एक अरंडी के पेड़ पर चढ़कर झूला बना रहा था कि अचानक अरंडी की लकड़ी टूट गई और फिर क्या था नीचे बाड़ में जा गिरा। ये छोटे में छोटे अनुभव बचपन में सभी ने चेले हैं और झेलने भी चाहिए। सभी का बचपन अनोखा और अजीब होता है। वह अरंडी का पेड़ आज के कान्ह सिंह धर्मशाला स्थल पर होता था और मेरे पिता यही लंबा जीवन जी कर गए हैं। दुर्भाग्य उस समय एक निकृष्ट व्यक्ति ने सारा हमारा घर तोड़ डाला और हमें बेघर कर दिया था, वह दिन कभी नहीं भुलाया जा सकता।
एसडीएम अमित कुमार का हुआ विदाई समारोह
-तबादला होने पर किया समारोह
एक जनवरी से शीतकालीन अवकाश चलेंगे
-15 दिन सरकारी एवं गैर सरकारी स्कूल रहेंगे बंद
राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच का अंतर्राष्ट्रीय सम्मान समारोह सम्पन्न
-कनीना के डा. होशियार सिंह हरियाणा को मिला सरस्वतीसुत-2024 सम्मान
********************************************
****************************************************************
********************************************************
कनीना की आवाज। राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच इंदौर एवं मंच की लंदन व अमेरिका शाखा द्वारा आयोजित समारोह मध्य भारत साहित्य समिति सभागार में आयोजित किया गया जिसमे देश विदेश से आये 50 साहित्यकारों, शिक्षाविदों, कलाकारों एवं समाजसेवियों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के अध्यक्ष मध्य भारत साहित्य समिति के प्रचार मंत्री एवं वरिष्ठ साहित्यकार हरेरामजी वाजपेयी, मुख्य अतिथि संत शिरोमणि महामंडलेश्वर 1008 श्री श्री दादूजी महाराज, कुशाभाऊ ठाकरे विश्वविद्यालय रायपुर के पूर्व कुलपति मानसिंह परमार, विशेष अतिथि बाल ह्रदय रोग विशेषज्ञ डा. प्रशांतजी अग्रवाल (चोइथराम हॉस्पिटल), मालवी बोली की वरिष्ठ साहित्यकार श्रीमती मायाजी बदेका उज्जैन, राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच के लंदन शाखा की अध्यक्ष माधवीजी तारे विशेष रूप से थे साथ ही राष्ट्रीय हिन्दी रक्षक मंच अमेरिका शाखा की अध्यक्ष डॉ.किरणजी अवस्थी भी इंटरनेट के माध्यम से आनलाइन उक्त सम्मान समारोह में उपस्थित थी। इस समारोह में डा. होशियार सिंह साहित्यकार कनीना को सरस्वतीसुत-2024 सम्मान से नवाजा गया।
इस अवसर पर जात्रा टीकमगढ़ के वरिष्ठ रचनाकार रामकुमारजी प्रजापति की दो पुस्तक साथी की कुंडलियां एवं एकांत चिंतन का विमोचन भी किया गया। साथ ही राष्ट्रीय हिंदी रक्षक मंच के संस्थापक डा. पवन मकवाना ने दिव्यांगजनों के सहायतार्थ 1 लाख रुपये का चेक संस्था दिव्योत्थान को प्रदान किया। कार्यक्रम का संचालन कवि साहित्यकार शरद जोशी ने किया, अतिथियों का स्वागत व आभार दिव्योत्थान एजुकेशन एंड सोशल वेफयर सोसायटी की अध्यक्ष डॉ. दीपमाला
मंदिर में मूर्ति के शीशे तोडऩे और दानपात्र से नकदी चुराने के मामले में आरोपित गिरफ्तार
--आरोपित पोता गांव का निवासी
********************************************
****************************************************************
********************************************************
कनीना की आवाज। मंदिर में मूर्ति के शीशे तोडऩे और दानपात्र से नकदी चुराने के मामले में कार्रवाई करते हुए थाना सदर कनीना की पुलिस टीम ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है, जिसकी पहचान कृष्ण वासी पोता के रूप में हुई। पुलिस ने सीसीटीवी की सहायता से आरोपित का पता लगाकर उसे उसके गांव क्षेत्र से गिरफ्तार किया। पुलिस ने पता लगाया कि आरोपित शराब पीने का आदि है, जिसके चलते उसने चोरी की वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने पूछताछ में आरोपित से नकदी बरामद की है। आरोपित को न्यायालय में पेश कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
शिकायतकर्ता रामवतार सिंह वासी गांव खेड़ी ने थाना सदर कनीना में शिकायत दी कि उनके गांव में बाबा भोलागिरी आश्रम है और वह बाबा भोलागिरी आश्रम की कमेटी का सदस्य है। बाबा भोलागिरी आश्रम पर रात के समय 23 दिसंबर को तीन बाबाओं की मूर्ति के तीनों शीशों को रात के समय तोड़कर दानपात्र के पैसे निकालकर ले गया। यह वारदात रात करीब 2 बजे हुई। सुबह करीब 04.30 बजे जब भगत व बाबा साफ सफाई व पूजा के लिए गए तब घटना का पता चला। शिकायतकर्ता ने अज्ञात के खिलाफ चोरी की शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी।
बिजली का तार टूटा, किसान बचा मुश्किल से
-तार बदलने की मांग
********************************************
****************************************************************
********************************************************
कनीना की आवाज। कनीना उपमंडल के गांव चेलावास में एक बड़ा हादसा होते-होते बच गया, जब किसान अपने खेत में फव्वारा लाइन बदलने के लिए गया, तभी एक बिजली का तार टूट कर फव्वारा लाइन पर गिर गया। ज्योंही किसान ने फव्वारा लाइन को छुआ उन्हें करंट लगा और दूर जा गिरा,और जान बच गई।
किसान संजय कुमार ने सारी जानकारी देते हुए बताया कि उन्होंने गेहूं के खेत में फव्वारा लाइन लगा रखी थी। कुछ कोहरा होने की वजह से दिखाई नहीं देता था। जब फव्वारा लाइन बदलने लगा तभी एक तार टूट कर गिर गया और उनको करंट लगा किंतु सौभाग्यवश बच गया। वह दूर जा गिरा। किसान ने बताया कि उन्होंने इन तारों को बदलने के लिए सीएम विंडो एवं अनिल विज तक शिकायत कर रखी है। उच्च अधिकारियों को भी शिकायत कर रखी है। उनका कहना है कि 1962 से ये तार चले आ रहे हैं किंतु नहीं बदले जा रहे हैं। उनके खेत में एक ट्रांसफार्मर है जहां से साथ ट्यूब7 ट्यूबवेलों को बिजली सप्लाई हो रही है। उन्होंने प्रशासन से मांग की है कि कोई बड़ा हादसा हो इससे पहले तारों को बदल दिया जाए।
फोटो कैप्शन 11: फव्वारा लाइन पर टूटकर गिरा हुआ बिजली का तार
अब हाई कोर्ट जाएंगे आएंगे कैलाश पुजारी
-12 दिन बीत गए हैं शव को
********************************************
****************************************************************
********************************************************
कनीना की आवाज। कनीना उप मंडल के गांव बाघोत निवासी मोहित कुमार 26 वर्षीय युवक ने 14 दिसंबर को शनिवार को आत्महत्या कर ली थी जिसके चलते परिजनों ने आठ लोगों पर मामला दर्ज करने की पुलिस में शिकायत दी थी। किंतु पुलिस ने प्रमाण होने के कारण मामला दर्ज नहीं किया है। यही कारण है कि परिजनों ने शव को लेने से ही इनकार कर दिया और शव अभी भी पिछले 14 दिसंबर से कनीना के शवगृह में रखा हुआ है। पुलिस प्रशासन आए दिन शवगृह के सामने बैठकर चली जाती है। कैलाश पुजारी बाघोत ने बताया कि अब12 दिन पूरे हो गए हैं और अब वे मामले को लेकर हाई कोर्ट में जाएंगे। बहरहाल पुलिस प्रशासन के लिए जहां सिरदर्द बन गया है वहीं पुलिस प्रशासन मामला दर्ज नहीं कर रहा है वहीं परिजन अडिग हैं कि पहले मामला दर्ज किया जाए। मामला दर्ज होने के बाद अंतिम संस्कार किया जाएगा। वहीं पुलिस प्रशासन जिन पर आरोप लगाया जा रहे हैं उससे संबंधित प्रमाण मांग रहा है। अब आगे की कार्रवाई क्या होती है, भविष्य पर निर्भर है। कैलाश पुजारी ने फोन पर बताया कि वह अब हाई कोर्ट जाएंगे, उनके पास अब कोई विकल्प शेष नहीं है।
तुलसी दिवस- 25 दिसंबर
सर्दी से बचने के लिए गुणों की खान तुलसी की,की जाती है पूजा
********************************************
****************************************************************
********************************************************
कनीना की आवाज। सर्दी बढ़ती जा रही है जिससे सर्दी जुकाम आदि के रोग भी लोगों में बढ़ते जा रहे हैं। ऐसे में घरों में उगाया जाने वाला तुलसी का पौधा कारगर साबित होता है। विभिन्न रोगों से जहां इंसान को बचाता है वहीं घरों में इसकी पूजा की जाती है। इसकी पूजा के पीछे यही विधान है कि यह हमारे शरीर को रोग-रोधक क्षमता से परिपूर्ण बनता है वही रोगों से बचाता है। हर घर में तुलसी होती है। तुलसी के प्रति लोगों में जागरूकता आ गई है जिसके कारण तुलसी दिवस मनाया जा रहा है। कनीना क्षेत्र में विभिन्न लोगों में इस बार तुलसी पूजन की होड़ लगी हुई है। जगह-जगह तुलसी की पूजा की जाएगी, तुलसी पूजन के विषय में कुछ लोगों से चर्चा की गई जिनके विचार सामने आए-
***तुलसी एक प्राकृतिक रोग रोधक क्षमता बढ़ाने वाला पौधा है जिसमें विटामिन और जिंक पर्याप्त मात्रा में मिलता है। जहां विटामिन सी सर्दी एवं जुकाम से लोगों को बचाती है वही कैंसर जैसे रोग रोधी गुण भी इसमें पाए जाते हैं। अक्सर लोग चाय एवं दूध पीते हैं उसमें अगर तुलसी के पत्ते डाल दिए जाएं तो शरीर में लाभ अधिक होगा। यही कारण है कि घरों में तुलसी को लगाकर उसकी पूजा की जाती है। पूजा करने से घर में समृद्धि और शांति पैदा होती है वही घर को रोगाणुओं और कीटों से बचाने में भी इसका अहं योगदान है।
--- महेश कुमार युवा कनीना
तुलसी झाड़ीनुमा पौधा है किंतु तुलसी गणों की खान है। त्वचा में बालों को सही रखरखाव के लिए तथा मुख स्वास्थ्य के लिए बेहतरीन पदार्थ है। शरीर के तनाव और थकान को कम कर देता है वहीं गुर्दे में पथरी यदि बन जाती है उससे भी हमें बचाता है। तुलसी का नियमित सेवन करना कई रोगों से बचाता है। तुलसी की पूजा करना भी हिंदू धर्म में बेहतर माना जाता है। धार्मिक महत्व के साथ-साथ रोग-रोधक क्षमता होने के कारण इसकी पूजा की जाती है।
-- कृष यादव,कनीना
तुलसी को पौधा ही नहीं अपितु एक गुणकारी दवा मानना उचित होगा। जो हर रूप में इंसान के लिए लाभप्रद है परंतु गलत तरीके से खाया जाए तो यह नुकसान भी करती है। यह खून में चीनी को कम कर देती है तथा तुलसी हर प्रकार से रोगों में लाभप्रद है। तुलसी को खाने से फायदे ही फायदे हैं तथा औषधीय गुणों से भरपूर है। तुलसी में सबसे अधिक प्रयोग किए जाने वाले पत्ते होते हैं जो आयुर्वेद का आधार भी कहा जाए तो गलत नहीं होगा। यह कफ दोष को नष्ट करती है, भूख बढ़ती है इसलिए तुलसी दिवस पर तुलसी की पूजा की जाती है।
-- आशीश यादव,कनीना
तुलसी की घरों में अक्सर पूजा की जाती है और 25 दिसंबर को भी पूजा की जाएगी। इसके पीछे आयुर्वेद में इसे गुणों की खान कहा गया है। सिर दर्द से तुरंत आराम वही रतौंधी जैसे रोग में भी लाभप्रद है। कान दर्द और सूजन में लाभप्रद है वही दांत दर्द में भी आराम देती है। गले की समस्याएं खांसी, जुकाम आदि में भी तुलसी फायदा करती है। इसके अतिरिक्त तुलसी में अनेक गुण पाए जाते हैं जिसके कारण तुलसी की पूजा की जाती है तथा इसे चाय दूध में डालकर भी या काढ़े के रूप में प्रयोग करते हैं। घरों में से विभिन्न रूपों में प्रयोग करते हैं। सर्दियों में इसका महत्व और भी बढ़ जाता है इसलिए तुलसी घरों में पूजी जाती है।
--चंद्रमोहन, युवा कनीना
फोटो कैप्शन: महेश, चंद्रमोहन, कृष यादव, और आशीश की फोटो
अनिल कमांडो की मां का निधन
-पूर्व मुख्य अध्यापक राजकुमार के पिता का हुआ निधन
********************************************
****************************************************************
********************************************************
कनीना की आवाज। दखोरा निवासी एवं कनीना आवास बनाकर रह रहे अनिल कमांडो की मां लक्ष्मी देवी 84 वर्ष का निधन हो गया। वह अपने पीछे तीन पुत्रों पौत्र एवं पौत्रियों सहित भरा पूरा परिवार छोड़ गई है। अनेक लोगों ने उनके निधन पर शोक जताया।
उधर गुढ़ा निवासी एवं पूर्व मुख्य अध्यापक राजकुमार राव के पिता का सूबेदार करण सिंह का निधन हो गया। करीब 80 वर्षीय सूबेदार करण सिंह का जन्म में मेघनवास में हुआ था। 1963 में भारतीय सेवा भर्ती हुए थे तथा 1991 में सूबेदार के पद से सेवानिवृत्त हुए। 1992 से वे गुढ़ा में रह रहे हैं। उनका अंतिम संस्कार गुढ़ा में किया गया। वे अपने पीछे तीन पुत्र ,दो पुत्रियों सहित सहित भरा परिवार परिवार छोड़ गए हैं। उनके निधन पर अनेक लोगों ने शोक जताया।
फोटो कैप्शन: लक्ष्मी देवी की फाइल फोटो तथा सूबेदार करण सिंह की फाइल फोटो
फाली का फल का विमोचन 20 जनवरी को भिवानी में
********************************************
****************************************************************
********************************************************
कनीना की आवाज। हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी द्वारा कवि दयाचंद मायना सम्मान से सम्मानित प्रथम साहित्यकार उपमंडल के गांव स्याणा निवासी समशेर कोसलिया नरेश की अहीरवाटी में पहेली संग्रह की नव प्रकाशित पुस्तक फाली का फल का विमोचन आगामी 20 जनवरी 2025 को आनंद कला मंच द्वारा लोक साहित्यकार जयलाल दास सभागार भिवानी में होना तय हुआ है।
श्री कोसलिया की अब तक की नौ प्रकाशित पुस्तकों में पांच हिंदी और चार अहीरवाटी में पुस्तकें हैं। अहीरवाटी में नाटक संग्रह की प्रकाशित पुस्तक दरद को हरियाणा साहित्य अकादमी द्वारा श्रेष्ठ कृति पुरस्कार वर्ष 2018 का प्राप्त हुआ।अब हरियाणा साहित्य अकादमी का नाम हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी बदल कर रख दिया गया है। हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी द्वारा दरद पुस्तक को पहली बार अहीरवाटी की पुस्तक को श्रेष्ठ कृति पुरस्कार से पुरस्कृत होने का गौरव प्राप्त है वहीं हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी द्वारा वर्ष 2021 से कवि दयाचंद मायना सम्मान चालू किया गया था और वर्ष 2021 का कवि दयाचंद मायना सम्मान से सम्मानित पहले साहित्यकार होने का गौरव श्री कोसलिया को प्राप्त है। श्री कोसलिया ही एक ऐसे साहित्यकार हैं जिन्होंने अहीरवाटी में लिखना व पुस्तकें प्रकाशित करने का गौरव प्राप्त है।
श्री कोसलिया की पुस्तक फाली का फल(अहीरवाटी पहेली संग्रह) की भूमिका डा. सी.एस.वर्मा प्रभाकर सूर्यकान्त त्रिपाठी निराला सम्मान से विभूषित ने लिखी है वहीं हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी द्वारा अहीरवाल के पहले आजीवन साहित्य साधना सम्मान से सम्मानित वरिष्ठ साहित्यकार श्री रोहित यादव, हरियाणा संस्कृत अकादमी द्वारा महर्षि वेदव्यास सम्मान से सम्मानित वरिष्ठ साहित्यकार डा. जयभगवान शर्मा, हरियाणा साहित्य एवं संस्कृति अकादमी द्वारा जनकवि मेहर सिंह सम्मान से सम्मानित एवं स्तंभकार, कवि,समीक्षक श्री सत्यवीर नाहडिय़ा, सांस्कृतिक अहीरवाल ट्रस्ट के राष्ट्रीय निदेशक पूर्व प्राध्यापक श्री सत्यव्रत शास्त्री आदि विद्वानों ने फ्लैप टिप्पणियां लिखकर और भी गौरवान्वित किया है।
श्री कोसलिया की पुस्तक में 333 पहेलियों का संग्रह किया गया है उक्त पुस्तक की समीक्षा को लिखा पूर्व प्राध्यापक एवं वरिष्ठ साहित्यकार विजयपाल सेहलंगिया ने। श्री सेहलंगिया उक्त समीक्षा का वाचन आनंद कला मंच द्वारा आयोजित पुस्तक विमोचन एवं सम्मान समारोह सर्वेश सदन भिवानी के लोक साहित्यकार जयलाल दास स्मृति सभागार में किया जाना निश्चित हुआ है।
फोटो कैप्शन 08: श्री कोसलिया की कृति फाली का फल
एसडीएम ने मौके पर ही सुने दावें एवं आपत्तियां
-विभिन्न अधिकारियों को मौके पर जाकर जानकारी लेने का दिया आदेश
********************************************
****************************************************************
********************************************************
कनीना की आवाज। कनीना के नए एसडीम जितेंद्र सिंह ने कनीना नगर पालिका में पहुंचकर दावे एवं आपत्तियां सुनी। साथ में उन्होंने विभिन्न बीएलओ एवं अधिकारियों को आदेश दिया कि वे मौके पर जाकर देखें कि वार्ड बदलने के इच्छुक वोटर वह किस वार्ड के लिए उचित हैं। मिली जानकारी अनुसार 798 दावे एवं आपत्तियां मिली है जिनका तीन दिनों में निपटारा करना है। साथ में बीएलओ एवं अधिकारी मौके पर जाकर भी रिपोर्ट लेंगे ताकि निपटारा सही ढंग से हो सके। इससे पहले एसडीएम जितेंद्र सिंह ने विभिन्न अधिकारियों की एक बैठक ली और विभिन्न निर्देश जारी किये।
फोटो कैप्शन 6: एसडीम विभिन्न अधिकारियों की बैठक लेते हुए तथा शिकायत सुनते हुए
कनीना में एसडीएम डा. जितेंद्र कुमार ने संभाला कार्यभार
--जमकर हुआ स्वागत
********************************************
****************************************************************
********************************************************
कनीना की आवाज। एसडीएम डा. जितेंद्र कुमार ने आज कनीना में अपना कार्यभार संभाल लिया है। एसडीएम डा. जितेंद्र कुमार इससे पहले नारनौल में एसडीएम के तौर पर कार्यरत थे। कार्यालय में पहुंचने पर अधिकारियों ने स्वागत किया।
एसडीएम डा. जितेंद्र सिंह ने समाधान शिविर में आमजन की शिकायतें सुनी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि आमजन की हर शिकायत का समाधान प्राथमिकता के आधार पर करें। साथ ही उन्होंने कहा कि कार्यालय में साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें तथा सभी अधिकारी कर्मचारी ड्यूटी पर समय पर आएं।
इस अवसर पर उप अधीक्षक अनिल, एसडीएम रीडर जितेंद्र, स्टेनो वीरेंद्र सिंह, देवेंद्र, हितेंद्र व अन्य कर्मचारी मौजूद थे।
फोटो कैप्शन 07:एसडीएम डा.जितेंद्र सिंह का गुलदस्ता भेंट कर स्वागत करते स्टाफ सदस्य।
एसडी विद्यालय ककराला के प्रागंण में मनाया गया तुलसी पूजन दिवस
********************************************
****************************************************************
********************************************************
कनीना की आवाज। एसडी विद्यालय, ककराला के छात्र-छात्राओं ने तुलसी पूजन दिवस मनाया। विद्यालय चेयरमैन जगदेव यादव ने तुलसी के आगे दीप प्रज्वलित कर तुलसी के महत्व को समझाते हुये बताया कि सनातन धर्म में तुलसी के पौधे को मां के रूप में पूजा जाता है। तुलसी पूजन करने से जीवन में सुख-समृद्धि आती है तुलसी के पौधे में कई औषधीय गुण मौजूद होते हैं। तुलसी में मौजूद कैम्फीन, सिनेओल, यूजेनॉल व अन्य फाइटोकेमिकल्स में मजबूत एंटी आक्सीडेंट गुण होते है। पंचांग के अनुसार, पौष माह के कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि के दिन तुलसी पूजन दिवस मनाया जाता है। हर साल यह 25 दिसंबर को मनाया जाता है। इस अवसर पर प्राचार्य ओमप्रकाश यादव, कोर्डिनेटर ईश्वर सिंह, जोगेन्द्र सिंह, स्नेहलता व प्रियंका एवं सम्पूर्ण स्टाफ उपस्थित रहा।
फोटो कैप्शन 04: तुलसी पूजन करते हुए एसडी स्कूल के चेयरमैन एवं अन्य।
विज्ञान व गणित की प्रतियोगिता के साथ-साथ मनाया तुलसी पूजन
********************************************
****************************************************************
********************************************************
कनीना की आवाज। यूरो प्रांगण में गणित क्विज प्रतियोगिता, फैंसी ड्रेस प्रतियोगिता तुलसी पूजन व रोबोटिक्स पर विशेष वर्कशाप का आयोजन किया गया। स्कूल प्राचार्य सुनील यादव ने विधिवत जहां एक तुलसी पूजन किया वही दूसरी तरफ प्यारे-प्यारे वेशभूषा में बच्चे जो संता क्लोज बन कर आए थे उनका उत्साहवर्धन किया। उन्होंने बताया की जिस प्रकार हमारा संविधान हर धर्म को एक समान मानता है, उसी तरह हमें भी सभी धर्मों के प्रति समान सद्भावना रखनी चाहिए।
जहां एक तरफ बच्चे धर्म के प्रति जागरूक हो रहे थे वहीं दूसरी तरफ क्विज प्रतियोगिता व रोवोटिक्स- वर्कशाप से बच्चे आज के समय की आवश्यकता के प्रति जागरूक हुए। प्राचार्य ने सभी विजयी रहे प्रतिभागियों को बधाई दी व एरोनोटिक इंजीनियर मुनीष का धन्यवाद किया और अनुरोध किया कि आने वाले समय में हमारे बच्चों को इसी तरह विज्ञान के क्षेत्र में और रोचक जानकारी देने के लिए जुड़े रहें । इस शुभावसर पर उप प्राचार्या संजू यादव, कोडिनेटर रविन्द्र, ऋतु, तनु, सुमन यादव, गतिविधि प्रभारी मधु समस्त अध्यापकगण व विद्यार्थी उपस्थित रहे।
फोटो कैप्शन 03: स्कूल प्रांगण में विभिन्न प्रतियोगिताएं आयोजित करते हुए।
बुनियाद परीक्षा में बैठे 395 विद्यार्थी
********************************************
****************************************************************
********************************************************
कनीना की आवाज। कनीना के राजकीय माडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय कनीना में खंड स्तरीय बुनियाद परीक्षा आयोजित की गई। विस्तृत जानकारी देते हुए प्राचार्य सुनील कुमार ने बताया कि परीक्षा में 395 विद्यार्थी बैठे ।यह प्रथम स्तर की परीक्षा हुई है। जिसका परीक्षा परिणाम भविष्य में आएगा। इस मौके पर उन्होंने बताया कि इस परीक्षा में विभिन्न सरकारी स्कूलों के विद्यार्थी परीक्षा में बैठे। राजकीय मॉडल संस्कृति स्कूल कनीना में कल मिशन बुनियाद की परीक्षा का आयोजन हुआ जिसमें 395 छात्रों ने परीक्षा दी।यह परीक्षा आठवीं कक्षा के छात्रों के लिए होती हैं जो छात्र पहले पेपर में उत्तीर्ण हो जाता है उसका एक पेपर और होता है इसके बाद उस छात्र का सिलेक्शन होता है । यह परीक्षा हर साल हरियाणा सरकार द्वारा आयोजित की जाती है । यह जानकारी देते हुए स्कूल के प्राचार्य सुनील ख़ुदानिया ने बताया कि यह परीक्षा जिले के हर मॉडल संस्कृति स्कूल में। आयोजित की जाती है इस परीक्षा में जिले के हर राजकीय स्कूल के आठवीं कक्षा के छात्र ही परीक्षा दे सकते है उन्होंने बताया कि इस परीक्षा के माध्यम से बेहतरीन शिक्षा देना है जिससे राजकीय स्कूल के छात्र ओर अच्छी शिक्षा प्राप्त कर सके।
फोटो कैप्शन 02: बुनियाद की परीक्षा देते विद्यार्थी
सुशासन दिवस -25 दिसंबर
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई के जन्म दिन को मनाया जाता है सुशासन दिवस के रूप में
********************************************
****************************************************************
********************************************************
कनीना की आवाज। सुशासन से अभिप्राय है किसी सामाजिक, राजनीतिक इकाई को इस प्रकार चलाना की वांछित परिणाम प्राप्त हो। सुशासन के तहत अनेकों बातें आती हैं जिनमें अच्छा बजट, प्रबंधन, कानून का शासन, सदाचार आदि प्रमुख हैं। इसके उलट यदि शासन में पारदर्शिता की कमी हो, जंगल राज हो लोगों की कम भागीदारी हो, भ्रष्टाचार सिर चढ़कर बोलता हो उसे दु:शासन कहेंगे। सुशासन मंगलकारी भाव को व्यक्त करता है। इस संबंध में कुछ राजनीति के ज्ञाताओं से बात हुई तो उनके विचार निम्र रहे-
वैसे तो सुशासन पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है जिन्होंने इस प्रकार का शानदार शासन दिया जो सदा याद रहेगा। जिन्होंने बजट का सही प्रबंध किया, कानून का शासन सदाचार आदि बेहतर ढंग से प्रदान किये जिसके कारण हर वर्ष उनकी याद में उनका जन्मदिन सुशासन दिवस के रूप में मनाया जाता है। सुशासन की अवधारणा कोई नई अवधारणा नहीं है। सुशासन की बात चाणक्य द्वारा लिखित अर्थशास्त्र में कही गई थी। उन्होंने एक अच्छे राजा की विशेषताओं का भी उल्लेख किया है। महात्मा गांधी ने भी सुराज शब्द प्रयोग दिया था। शासन को निर्णय लेने की प्रक्रिया जिसके द्वारा निर्णय को लागू किया जाता है के रूप में सुशासन परिभाषित किया जा सकता है। सुशासन में सार्वजनिक क्षेत्र प्रबंधन में क्षमता और दक्षता जवाब देही, सूचना और पारदर्शिता आदि आते हैं। सुशासन की कई विशेषताएं होती हैं।
-- राजकुमार कनीनवाल
25 दिसंबर को भारत के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेई के जन्मदिन को सुशासन दिवस के नाम पर भारतवर्ष में मनाया जाता है। वाजपेई ने भारत की आत्मा को बहुत नजदीक से जाना था और वह जनता की भावनाओं के अनुरूप देश में शासन व्यवस्था लागू करने की पक्षधर थे। उन्होंने एक कविता के माध्यम से अपने उद्गर भी प्रकट किए थे -हार नहीं मानूंगा काल नहीं ठानूंगा कल के कपाल पर लिखके मिटाता हूं गीत नया गाता हूं। इन पंक्तियों में उनकी भावना साफ झलकती है। अब अटल के अधूरे कार्यों को नरेंद्र मोदी कर रहे हैं। अटल द्वारा दिखाया गया सुशासन मार्ग देशवासियों में बंधुत्व की भावना पैदा करता है।
--कंवरसेन वशिष्ठ, कनीना
अटल बिहारी वाजपेयी ऐसी शख्सियत थे जिन्होंने प्रधानमंत्री रहते हुये वो कार्य किये जिसके कारण भारत की आन बान शान को झुकने नहीं दिया। इनमें कारगिल विजय हो या चाहे पोखरण परीक्षण हो। उन्होंने जो,मान हमारे वीर शहीदों को दिया वह अपने आप में एक मिसाल कायम कर दी। उन्होंने देश को ऐसा शासन दिया जिसे सदा लोग याद करेंगे। यही कारण है कि उनके जन्म दिन को सुशासन के रूप में मनाया जाता है। अटल ने भी अपना सारा जीवन मानव व देश वासियों की भलाई में लगा दिया।
---अतर सिंह कैमला
फोटो कैप्शन: राजकुमार कनीनवाल, कंवरसेन वशिष्ठ, अतर सिंह कैमला।
नव वर्ष पर भेजे बधाई संदेश
- मामूली से खर्चे पर प्रकाशित होंगे बधाई संदेश
********************************************
****************************************************************
********************************************************
कनीना की आवाज। नव वर्ष 2025 को समाचार पत्र में बधाई संदेश मामूली से खर्चे पर प्रकाशित होंगे। प्रत्येक व्यक्ति को 1000-1000 रुपये देने होंगे साथ में अपना बधाई भेजना होगा। इसके लिए एक पासपोर्ट साइज फोटो तथा नये साल का संदेश देना होगा। यदि बधाई संदेश छपवाना है तो 28 दिसंबर से पहले पहले फोन पे के जरिए राशि 9416348400 पर एक हजार रुपये भेजें तथा इसी नंबर के व्हाट्सएप पर अपनी पासपोर्ट साइज फोटो और संदेश भेजें।
दानपात्र तोड़कर अज्ञात चोर 8 से 10 हजार रुपये ले उड़े
- खेड़ी के बाबा भोला गिरी आश्रम की घटना
********************************************
****************************************************************
********************************************************
कनीना की आवाज। कनीना उप-मंडल के गांव खेड़ी के बाबा भोलागिरी आश्रम स्थित दानपात्र को अज्ञात चोरों ने रात को निशाना बनाते हुए लगे हुए शीशे तोड़कर दानपात्र की 8 से 10 हजार रुपये की राशि ले उड़े। यह पहले भी ऐसी वारदात हो चुकी है।
खेड़ी निवासी तथा भोलागिरी आश्रम कमेटी के सदस्य हवलदार कैप्टन रामावतार सिंह ने कनीना पुलिस में मामला दर्ज करवा दिया है। उन्होंने पुलिस में बताया कि आश्रम में तीन बाबाओं की मूर्तियों के शीशे लगे हुए हैं। शीशों के अंदर दानपात्र रखा था। अज्ञात चोर दानपात्र की सारी राशि निकल ले गया। वारदात रात करीब 2 बजे की है इसकी पूरी रिकॉर्डिंग आश्रम में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। 23 दिसंबर की सुबह जब भक्त एवं बाबा साफ सफाई व पूजा के लिए निकले तब उन्हें पता चला कि दानपात्र से राशि चोरी हो गई है। उन्होंने बताया कि इस प्रकार की घटना पहले भी इस आश्रम में घटित हो चुकी है। उन्होंने अज्ञात चोरों को पड़कर उचित कार्रवाई करने तथा राशि वापस दिलवाने की मांग की है। कनीना पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया और जांच जारी है।
No comments:
Post a Comment